पुदीना एक ऐसा पौधा है, जिसका उपयोग भारतीय रसोईघरों में मुख्य रूप से चटनी के रूप में किया जाता है.इसकी अनेक खूबियां हैं. यह भोजन को पचाने में तो कारगर है ही, पेट में होने वाले काफी रोगों के उपचार में भी उपयोगी साबित होता है.

पुदीने में मेंथोल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-ए, कॉपर, आयरन आदि पाये जाते हैं.पुदीना के पत्तों का सेवन कर उल्टी को रोका जा सकता है और पेट की गैस को भी दूर किया जा सकता है.यह जमे हुए कफ को बाहर निकालता है. वहीँ दूसरी ओर दही भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है.इसका उपयोग हर घर में होता है.लेकिन क्या आपको पता है दही में कई प्रकार के पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जिनको खाने से शरीर को फायदा होता है.दही में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन पाया जाता है.दूध के मुकाबले दही सेहत के लिए ज्यादा फायदा करता है.दही में दूध की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में कैल्शियम होता है.इसके अलावा दही में प्रोटीन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस पाया जाता है.

खून के अंदर की वसा की मात्रा घटाने की क्षमता दही में होती है.इसलिये दही के सेवन से दिल के बीमारी की संभावना कम होती है और रक्तचाप भी नियंत्रण में रहता है. ज्यादातर लोगों को खाने के साथ चटनी खाना बहुत पसंद होता हैं या यूं कहें कि भारतीय थाली में चटनी की अपनी एक अलग ही जगह होती है.

दही और पुदीने का मेल बहुत अनोखा होता है .इससे बनी चटनी पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है. यह आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्तस रखती हैं और आपकी भूख बढ़ाती है. हम अक्सर रेस्टोरेंट या ढाबे में स्टार्टर के साथ इस चटनी को खाते है. पर हम समझ ही नहीं पाते की यह किस तरह से बनती है.आइये आज हम इस सीक्रेट चटनी को बनाने की विधी जानते हैं-

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