Aromatherapy : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और सिरदर्द आम समस्याएं बन चुकी हैं. सुबह से ले कर रात तक काम, जिम्मेदारियों, परिवार और खुद के लिए समय निकालना, इन सभी के बीच मानसिक और शारीरिक थकावट होना स्वाभाविक है. ऐसे में जब सिर भारी होने लगता है या तनाव के कारण नींद उड़ जाती है तो मन करता है कि कुछ ऐसा हो जो बिना किसी साइड इफैक्ट के राहत दे. यही वह जगह है जहां अरोमाथेरैपी आप की मदद कर सकती है.
अरोमाथेरैपी क्या है
अरोमाथेरैपी एक प्राचीन प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली है, जिस में पौधों से प्राप्त आवश्यक तेलों का उपयोग किया जाता है. इन तेलों की सुगंध हमारे मस्तिष्क के लिंबिक सिस्टम को प्रभावित करती है. यही वह हिस्सा है जो हमारी भावनाओं, यादों और तनाव को नियंत्रित करता है.
सिरदर्द से राहत के लिए अरोमाथेरैपी उपाय
सिरदर्द के कई प्रकार होते हैं- माइग्रेन, टैंशन हैडेक, साइनस हैडेक इत्यादि. हर तरह के सिरदर्द के लिए एक खास सुगंध और तेल काम करता है. चलिए जानते हैं कुछ असरदार विकल्पों के बारे में:
अरोमा मैजिक क्यूरेटिव औयल
यह एक विशेष मिश्रण है जो सिरदर्द से तत्काल राहत देने के लिए तैयार किया गया है. इस में तुलसी, लैवेंडर, रोजमैरी और पैपरमिंट जैसे आवश्यक तेलों का संयोजन होता है. इस की ताजगी भरी सुगंध दिमाग को ठंडक देती है और रक्त संचार को बेहतर बनाती है.
कैसे करें उपयोग
माथे और गरदन पर हलके हाथों से इस तेल की कुछ बूंदें लगाएं.
आराम की मुद्रा में बैठें और गहरी सांस लें.
दिन में 2-3 बार दोहराएं.
लैवेंडर ऐसैंशियल तेल
लैवेंडर तेल तनाव और सिरदर्द दोनों में राहत देने के लिए जाना जाता है. इस की सुगंध मस्तिष्क को शांत करती है और एक प्रकार की मानसिक ताजगी प्रदान करती है.
कैसे करें उपयोग
डिफ्यूजर में 4-5 बूंदें डालें और सांस लें.
वाहक तेल (जैसे नारियल तेल) में मिला कर माथे और कनपटियों पर मालिश करें.
तुलसी (बैसिल) आवश्यक तेल
यदि आप के सिरदर्द का कारण मानसिक थकावट है तो तुलसी का तेल बेहद कारगर हो सकता है.
कैसे करें उपयोग
एक कटोरी गरम पानी में कुछ बूंदें डालें और भाप लें.
वाहक तेल में मिला कर हलके हाथों से मालिश करें.
तनाव से राहत के लिए अरोमाथेरैपी उपाय
तनाव केवल मानसिक थकावट नहीं लाता, यह शारीरिक रूप से भी थका देता है. इस से नींद प्रभावित होती है, त्वचा बिगड़ती है और मिजाज चिड़चिड़ा हो जाता है. अरोमाथेरैपी में कुछ आवश्यक तेल ऐसे हैं जो सीधे तौर पर मस्तिष्क को आराम देने में मदद करते हैं.
नैरोली ऐसैंशियल तेल
नैरोली तेल संतरे के फूलों से बनता है और इस की मीठी और शांत सुगंध भावनात्मक संतुलन बनाने में मदद करती है. यह अवसाद, चिंता और तनाव से राहत देने में बेहद असरदार है.
कैसे करें उपयोग
3-4 बूंदें डिफ्यूजर में डालें और गहरी सांस लें.
वाहक तेल में मिला कर पूरे शरीर की मालिश करें.
चंदन (सैंडलवुड) आवश्यक तेल
चंदन की सुगंध भारतीय संस्कृति में हमेशा से शांति और ध्यान से जुड़ी रही है. इस का तेल न केवल मस्तिष्क को ठंडक पहुंचाता है बल्कि आत्मिक संतुलन भी प्रदान करता है.
कैसे करें उपयोग
चंदन तेल की कुछ बूंदें नहाने के पानी में मिलाएं.
ध्यान के समय इसे डिफ्यूजर में प्रयोग करें.
लैवेंडर ऐसैंशियल तेल
तनाव के लिए लैवेंडर सब से लोकप्रिय विकल्पों में से एक है. यह नींद को बेहतर
बनाता है, मस्तिष्क को शांत करता है और लगातार तनाव से होने वाले सिरदर्द को भी दूर करता है.
कैसे करें उपयोग
सोते समय तकिए पर कुछ बूंदें छिड़कें.
डिफ्यूजर में रोजाना उपयोग करें.
अरोमाथेरैपी के प्रभावी उपयोग के तरीके
डिफ्यूजर के माध्यम से: कमरे में सुगंध फैलाने का सब से सुरक्षित और आसान तरीका है डिफ्यूजर.
मालिश के माध्यम से: वाहक तेलों (जैसे बादाम या जोजोबा) में आवश्यक तेल मिला कर शरीर पर मालिश करें.
भाप लेना: सर्दीजुकाम या साइनस सिरदर्द में बेहद उपयोगी.
स्नान: 5-10 बूंदें गरम पानी में मिलाकर स्नान करें.
अरोमाथेरैपी के लाभ
बिना किसी दुष्प्रभाव के काम करती है.
मन को शांत करती है.
नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है.
एकाग्रता बढ़ाती है.
त्वचा और बालों के लिए भी लाभकारी होती है.
जरूरी सावधानियां
पैच टैस्ट करें: उपयोग से पहले त्वचा पर हलका परीक्षण अवश्य करें.
सीधे त्वचा पर न लगाएं: हमेशा वाहक तेल में मिला कर ही उपयोग करें.
गर्भवती महिलाएं या बच्चे: चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें.
शुद्धता की जांच करें: केवल विश्वसनीय ब्रैंड से ही आवश्यक तेल खरीदें.
Blossom Kochar