Periods : आखिर पीरियड्स से ट्रिप के दौरान किस प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं और इन से कैसे निबटा जा सकता है:
क्रैंप्स: आम दिनचर्या में जब पीरियड क्रैंप्स होते है उस वक्तगर्ल्स बिस्तर से उठने तक का नहीं सोचतीं. उन के लिए इस दर्द को बरदाश्त कर पाना ही एक मुश्किल काम होता है. ऐसे में अगर ट्रिप के दौरान पीरियड क्रैंप्स होते हैं तो इस से आप के प्लान पर असर पड़ता है और कुछ घंटे या कहें पूरे दिन के लिए आप के ट्रिप में रुकावट आ सकती है.
तनाव: सोलो ट्रिप मन की शांति, आजादी को महसूस करने, खुद की खोज करने, ऐंजौय करने और ऐडवैंचर के इरादे से किया जाता है. ऐसे में पीरियड्स आप को खुद की खोज में नहीं खुद में उल?ा देने का काम करते हैं.
दाग: आमतौर पर जब पीरियड्स होते हैं तो लड़कियों के पास यह विकल्प होता है कि वे समयसमय पर अपने ब्लड फ्लो को चैक कर सकती हैं लेकिन ट्रैवल करते वक्त, ट्रैकिंग, बोटिंग, अन्य तरहतरह के ऐडवैंचर करते वक्त उन के पास वाशरूम का विकल्प नहीं होता. इस सिचुएशन में लड़कियां कंफर्टेबल महसूस नहीं करतीं और उन का ध्यान तमाम चीजों से हट कर अपने पीरियड्स पर ही अटक जाता है.
इन समस्याओं की वजह से आमतौर पर गर्ल्स के मन में एक ही खयाल आता है कि पीरियड्स के दौरान ‘से नो टु सोलोट्रिप’ लेकिन सच यह है कि पीरियड्स कोई रुकावट नहीं हैं. थोड़ी सी समझदारी और तैयारी से आप अपना ट्रिप उतना ही ऐंजौय कर सकती हैं जितना आप ने बिना पीरियड्स के करने की सोची थी.
इस के लिए आप ट्रिप की डेट्स सुनिश्चित करने से पहले पीरियड साइकल का अनुमान लगाएं. इस से आप को यह अंदाजा हो जाएगा कि ट्रिप के बीच पीरियड्स आने वाले हैं या नहीं अगर ट्रिप के बीच अगर पीरियड्स की डेट हो तो पीरियड्स पैक को अपनी पैकिंग में शामिल करना न भूलें.
कैसा हो पीरियड पैक
पीरियड पैक में इन चीजों को पैक करना न भूलें:
सैनिटरी पैड्स, टैंपान, मैंस्ट्रुअल कप: जरूरत के अनुसार इन का उपयोग किया जा सकता है. अगर लंबा सफर हो तो मैंस्ट्रुअल कप एक अच्छा विकल्प है.
पीरियड पैंटी: पीरियड पैंटी सामान्य पैंटी की तरह ही होती है. इस से लीकेज की समस्या से बचा जा सकता है और आप इस में कंफर्टेबल भी महसूस करेंगी. ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग या किसी अन्य ऐडवैंचर के लिए यह एक अच्छा विकल्प है.
पेन रिलीफ मैडिसिन: पीरियड क्रैंप्स से आराम पाने के लिए पेन रिलीफ मैडिसिन साथ रखें.
डिस्पोजेबल बैग: सफर में हमें अपने और अपनी आसपास की स्वच्छता का भी ध्यान रखना चाहिए. सैनिटरी पैड को पेपर में लपेट कर या प्लास्टिक बैग में रैप कर ही डिस्पोज करें. इसलिए अपने साथ डिस्पोजेबल बैग रख लें.
हीट वाटर बैग या पोर्टेबल हीटिंग बैल्ट: पीरियड्स के दौरान हीट वाटर बैग या हीटिंग बैल्ट लगा कर सो जाने से कमर दर्द में आराम मिलता है.
ऐक्स्ट्रा अंडरगारमैंट्स, टिशू पेपर और वाइप्स: अपने साथ हमेशा ऐक्स्ट्रा अंडरगारमैंट्स रखें, टिशू पेपर और वाइप्स सफर में काफी उपयोगी साबित होते हैं.
डार्क कलर की आरामदायक बौटम्स: पीरियड्स के दौरान लीकेज की समस्या भी हो सकती है जिस से कपड़ों पर दागधब्बे लगने की संभावना रहती है. इसीलिए ब्लैक या किसी भी डार्क कलर बौटम्स साथ रखें. इन में दाग नहीं दिखते.
पेन किलर औयल/बाम: पीरियड्स के दौरान नसों में दर्द की वजह से शरीर कमजोरी महसूस करता है और अगर आप ट्रिप पर निकली हैं तो थकावट भी होती है. ऐसे में पेन किलर औयल या बाम आप को राहत देगा.
इन तमाम चीजों के अलावा साथ डार्क चौकलेट, खट्टीमीठी टौफी, पुदीने के टैबलेट्स, गरम पानी हमेशा रखें.