Dance Benefits :  चिलचिलाती धूप और गरमी में मार्निंग वौक से ले कर जिम जाने तक सभी तरह का वर्कआउट हम समय पर नहीं कर पाते हैं। लेकिन अब इस से परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि डांस भी एक तरह की ऐक्सरसाइज है जिस से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं और साथ ही डांस करने का शौक भी पूरा हो जाता है.

आप को डांस नहीं आता लेकिन फिर भी तेज म्यूजिक पर आप अपने पैरों को थिरकने से नहीं रोक पाते.

रिपोर्ट्स की मानें तो दिन में कुछ देर बस ऐसे ही थिरकने से शरीर को कई फायदे होते हैं.

कैलोरी तेजी से बर्न होती है

डांस एक प्रकार की कार्डियो ऐक्सरसाइज है, जिसे करने से शरीर में कैलोरी तेजी से बर्न होती है. करीब 1 घंटा डांस करने से लगभग 500 से 800 कैलोरी बर्न होती है, जो वजन घटाने में काफी फायदेमंद है. इससे मेटाबौलिज्म की प्रक्रिया भी तेज होती है, जिस से शरीर में जमा वसा की मात्रा आसानी से पिघलती है.

वजन घटाने के लिए आप रोजाना कम से कम 15 से 20 मिनट तक डांस कर सकते हैं.

अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के अनुसार अगर आप का वेट 150 पाउंड्स है, तो सिर्फ 30 मिनट नाचने से आप अच्‍छीखासी कैलोरीज बर्न कर सकते हैं. अच्‍छी बात यह कि ज्‍यादा वजन वाले लोग भी कैलोरी बर्न करने के इस अंदाज को आजमा सकते हैं.

नींद अच्छी आएगी

दिनभर में की गई आधे घंटे की डांस थेरैपी से आप रात में चैन की नींद सो पाएंगे. दरअसल, डांस करने से शरीर के सभी अंग हिलतेडुलते हैं, जिस से शरीर में थकान का भी अनुभव रहता है। ऐसे में रात को अच्छी नींद आती है.

वर्क कैपिसिटी भी बढ़ती है

डांस से हमारा दिमाग पूरी तरह से फ्रैश हो जाता है और हम बाकी सभी चिंताओं से खुद को मुक्त कर के केवल डांस पर ही फोकस करते हैं. इस से हमारे अंदर एकाग्रता बढ़ने लगती है और हम आसानी से किसी काम को पूरे मन से कर पाते हैं। दिनभर में कुछ मिनटों तक डांस करना सेहत के लिए तो फायदेमंद होता ही है, साथ ही आप को मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाता है। इस से आप की वर्क कैपिसिटी भी बढ़ती है.

भूख नहीं लगने की समस्या भी दूर होगी

अगर आप को भूख नहीं लगती और वजन धीरेधीरे कम हो रहा है तो दिन में 1 मघंटा डांस करना शुरू कर दें. इस से थकान होगी और भूख और प्यास दोनों लगने लगेगी. जब डाइट लेंगे तो वजन भी अपनेआप सही हो जाएगा.

श्वसनतंत्र में सुधार

नाचने से श्वसनतंत्र में सुधार होता है, क्योंकि इस में म्यूजिक के साथ कूदना भी शामिल होता है और यह हाई इंटेंसिटी स्टैप्स होते हैं। नाचने से ब्रीथिंग रेट बढ़ता है जिस से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं.

मसल्स स्ट्रौंग होती हैं

जुंबा, साल्सा, पोल डांस, बैलेट आदि डांस करने से हड्डियां मजबूत रहती हैं.

यों तो ये केवल कुछ नाम हैं, पर आप डांस कोई भी करें आप का पूरा शरीर उस समय काम कर रहा होता है। नृत्य करने से हमारी मसल्स स्ट्रौंग होती हैं। बौडी स्ट्रेच होती है।

वेट लूज करता है डांस

आजकल सोशल मीडिया पर हरकोई अपनी अपनी तरह से वजन कम करने के लिए बहुत सा ज्ञान दे रहा है लेकिन कई स्टडी में साबित हो गया है कि डांस करने से शरीर की कैलोरी बर्न होती है.

शोधकर्ताओं की मानें तो नियमित तौर पर डांस करने से बौडी मास इंडैक्स, बौडी मास, कमर की चरबी कम होने के साथ ही फैट पर्सेंटेज भी काफी हद तक कम होता है.

डांस नहीं करने वाले लोगों की तुलना में रोजाना डांस करने वाले लोगों में फैट की मात्रा आसानी से कम होती है.

स्टडी की मानें तो यह ऐक्टिविटी आप की फीजिकल और मैंटल हैल्थ को दुरुस्त रखने के साथ ही मोटापे से बचाने में भी लाभकारी होती है.

अगर आप वजन या फिर फैट कम करना चाहते हैं तो नियमित तौर पर इस शारीरिक गतिविधि में शामिल हो सकते हैं.

फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार

डांस करने से फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार होता है, क्योंकि इस में कई तरह के मूव्स शामिल होते हैं जो किसी कसरत से कम नहीं है. ये डांसिंग मूव्स आप के शरीर की संपूर्ण कसरत करवाते हैं और आप को थकान भी महसूस नहीं होती.

कई बीमारियों से बचाता है डांस

जो लोग डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं, उन के लिए डांस करना फायदेमंद साबित हो सकता है. रोजाना डांस करने से हाई कोलेस्ट्रोल, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज, मोटापा समेत कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है.

डांस करते समय किन बातों का धयान रखें :

● किसी भी तरह की ऐक्सरसाइज शुरू करने से पहले वार्मअप करना बहुत जरूरी है. यह बात डांस करने पर भी लागू होती है.

● डांस करते समय इस बात का ध्यान रखें कि पानी का इंटेक पूरा होना चाहिए. इसलिए डांस के बीचबीच में भी पानी पिया जा सकता है.

● डांस नंगे पैर न करें बल्कि आरामदायक जूते पहन कर करें. वर्ना पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है.

● स्ट्रेचिंग सहित डांस सेशन के बाद खुद को कूल डाउन करें और अपनी बौडी को आराम दें.

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