वैजाइनल ड्राईनैस यानी योनिमार्ग का सूखा होने की समस्या, सभी आयुवर्ग की महिलाओं में हो सकती है, लेकिन राजोनिवृति के बाद तो यह समस्या हर महिला में आम हो गई है. यह अनुमान लगाया गया है कि समस्या पोस्टमेनोपौजल महिलाओं के लगभग आधे हिस्से को प्रभावित करती है और उन में अधिकांश जो अपने लक्षणों के लिए इलाज की तलाश नहीं करते हैं, जिस में न केवल सूखापन, बल्कि संभोग के दौरान जलन और दर्द भी शामिल है.यह अन्य जीर्ण स्थितियों की तरह ही जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है. रजोनिवृत्ति के अन्य लक्षणों में समय के साथ सुधर आता है मगर योनि का सूखापन बना रहता है क्योंकि यह शारीरिक परिवर्तन से उत्पन्न होता है. विशेष रूप से एट्रोफी औफ टिश्यूज, जो ऐस्ट्रोजेन के नुकसान के कारण पहले, सूखने वाले और कम लचीले हो जाते हैं.

वैजाइनल ड्राईनैस के लक्षण

- संभोग के दौरान लुब्रिकेशन न होने की वजह से दर्द की समस्या जो कि धीरेधीरे बढ़ती रहती है. योनि के आसपास की त्वचा का पतला होना इसे और अधिक आसानी से क्षतिग्रस्त कर देता है. यह क्षति अकसर सैक्स के दौरान हो सकती है, खास कर अगर लुब्रिकेशन खराब हो. यहां तक कि कोमल घर्षण से दर्द और असुविधा हो सकती है. दर्दनाक संभोग के कारण यौन इच्छा में धीरेधीरे कमी आने लगती है.

- योनि और वल्वा की स्थिति में परिवर्तन होने लगता है. योनि का अलग दिखना आम बात है क्योंकि इस के किनारे और पतले हो जाएंगे.- योनि स्राव में परिवर्तन होने लगता है. महिलाओं को धीरेधीरे अपने योनि स्राव में बदलाव देखने को मिलता है क्योंकि यह जलन के साथ अधिक बदबूदार होती है. ये लक्षण चिंताजनक हो सकते हैं लेकिन वे केवल हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होते हैं.

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