कोरोना के कहर से पूरा देश मानो मौत के साए में है हर पल....हर जगह अस्पताल बेहाल हैं. कई अस्पतालों का ये हाल है कि वहां पर बेड नहीं मिल रहा है. दवाइयां और ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना के मरीज पल-पल दम तोड़ रहे हैं. श्मशान में लाशों की लाइने लग रही हैं. अभी तक जो लोग कोरोना से ठीक हो रहे थें वो खुश थें कि चलो ठीक हो गए लेकिन अब ख़बर है कि शरीर से कोरोना के जाने के बाद भी इंसानों की जान जा रही है क्योंकि एक और बीमारी मरीजों के शरीर में अपनी जगह बना रही है. जिसे कोरोना का नया रूप कह सकते हैं.किसी ने सोचा भी नहीं होगा शायद कि कोरोना का कहर ऐसा होगा कि कोरोना से जंग जीतने के बाद भी इंसान ठीक नहीं होगा और मौत उसे अपने गले लगाने के लिए घात लगा कर बैठी है. कोरोना से ठीक होने के बाद भी मरीज आंख, नाक या जबड़ा गवां बैठ रहा है. यहां तक कि जिंदगी की जंग भी हार जाएगा..लेकिन दिल्ली से लेकर गुजरात तक ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं. अब जाहिर है कि आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये बला क्या है ? कौन सी बीमारी है ? जो कोरोना के जाने के बाद भी लोगों की जान ले लेता है. दरअसल इस बीमारी का नाम है "म्यूकोर माइकोसिस" जो कि बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है इतना ही नहीं कोरोना से ठीक हुए मरीजों की जान तक ले रहा है ये.

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