2016 में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि जो भारतीय मिलेनियल है वह हफ्ते में औसतन 52 घंटे काम करते हैं. यह आंकड़ा अन्य 25 देशों की तुलना में काफी ज्यादा है. ऑफिस पोलिटिक्स, फटालिटी की प्राथमिकता, परफार्मेंस प्रेशर से एम्प्ल्योई के मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है. जिसकी वजह से देश में 10 में से 4 वर्किंग प्रोफेशनल्स डिप्रेशन या एंग्जाइटी से पीड़ित हो रहे हैं.
Digital Plans
Print + Digital Plans
साथ ही मिलेगी ये खास सौगात
- 2000 से ज्यादा कहानियां
- ‘कोरोना वायरस’ से जुड़ी सभी लेटेस्ट अपडेट
- हेल्थ और लाइफ स्टाइल के 3000 से ज्यादा टिप्स
- ‘गृहशोभा’ मैगजीन के सभी नए आर्टिकल
- 2000 से ज्यादा ब्यूटी टिप्स
- 1000 से भी ज्यादा टेस्टी फूड रेसिपी
- लेटेस्ट फैशन ट्रेंड्स की जानकारी
COMMENT