Relationship : ”तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भुला ना पाए…’’ ये पंक्तियां सिर्फ गानों की नहीं होतीं, हमारी जिंदगी की उन अधूरी कहानियों की आवाज भी बन जाती हैं, जो हम ने कभी बहुत प्यार से लिखी थीं. ऐक्स की यादें जब हमारे दिल और दिमाग में बारबार आती हैं तो न चाहते हुए भी हम उस अतीत में फंस जाते हैं जो हमें सिर्फ तकलीफ देता है. मगर क्या वाकई हम उन यादों से बाहर निकल सकते हैं? हां, बिलकुल. आइए, जानते हैं कुछ ऐसे तरीके जो आप को इस दर्द से उबरने में मदद कर सकते हैं:

यादों को विदाई दे हकीकत स्वीकारें

अगर हम यादों में डूबे रहेंगे तो कभी आगे नहीं बढ़ सकेंगे. यह एक बड़ा कदम होगा आगे बढ़ने की दिशा में कि जब आप हकीकत को स्वीकारेंगे कि जो पहले था वह आप का अतीत था अब आप के जीवन में उस के लिए कोई जगह नहीं है. अपनी यादों को दबाने व छिपाने की जरूरत नहीं, इन्हें याद कर के घुटना आप को शारीरिक व मानसिक रूप से दुख पहुंचाता है.

सोशल मीडिया से करें ब्लौक

ऐक्स के प्रोफाइल को करें ब्लौक. आजकल इंटरनैट के जमाने में हम जिस की भी अपडेट देखना चाहें वह बड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाती है इसलिए अगर आप का रिश्ता खत्म हो चुका है तो सब से पहले उसे अपनी फ्रैंड लिस्ट से रिमूव करें क्योंकि अगर आप के पास उस की अपडेट मिलती रहेंगी तो उस की यादों से पीछा नहीं छुड़ाया जा सकता.

खुद को रखें व्यस्त

जब किसी बात से हमें ध्यान हटाना हो तो सब से अच्छा तरीका है खुद को किसी और काम में व्यस्त कर लें जैसे अपनी हौबी, फिटनैस रूटीन, नया कोर्स या कोई अन्य क्रिएटिव प्रोजैक्ट. ऐसे में आप का ध्यान भी बंटा रहेगा. आप को नए लोगो का साथ भी मिलेगा और सब से अच्छी बात आप मानसिक तनाव से खुद को आसानी से बचा सकते हैं.

यादों से जुड़ी चीजें हटाएं

उस की चीजों को जो उस की याद दिलाती होंगी जैसे उस के गिफ्ट्स, फोटो आदि को अपने से दूर कर दें और अपने परिवार या दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताएं.

बात करें दबाएं नहीं

अगर कोई बात दिमाग पर हावी हो जाए तो वह हमारे दिल और दिमाग दोनों के लिए हानिकारक सिद्ध होती है इसलिए अपने इस बोझ को कम करने के लिए किसी अपने से या काउंसलर से सा?ा अवश्य करें.

सैल्फ कौन्फिडैंस बनाए रखें

कहते हैं कि दूसरे आप की रिस्पैक्ट तभी करते हैं जब आप खुद की रिस्पैक्ट करें. अगर वो आप को छोड़ गया है तो खुद को कम न आंकें और अपना कौन्फिडैंस बनाए रखें. अपने काम पर फोकस करें और खुद को और ग्रूम करने पर ध्यान दें.

प्रोफैशनल लाइफ से नो कंप्रोमाइज

ज्यादातर लोग ब्रेकअप या फिर किसी के छोड़ जाने पर देवदास बन जाते हैं और इस चक्कर में अपनी पर्सनल लाइफ के साथसाथ प्रोफैशनल लाइफ भी खराब कर बैठते हैं. ऐसा कर के आप खुद का ही नुकसान करेंगी क्योंकि कैरियर बनाने और अच्छी जौब पाने के लिए आप ने बहुत मेहनत की होगी. अत: ब्रेकअप के चक्कर में डिप्रैस हो कर कैरियर से खेलना आप को भारी पड़ सकता है.

याद रखें चलती का नाम गाड़ी है और जीवन यों ही चलता है. तो फिर ऐसे स्पीड ब्रेकर्स से जल्दी गुजरें और लाइफ को फुल ऐंजौय करें.

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