देश में शादियां टूटने की घटनाएं बढ़ रही हैं. किसी भी इंसान के लिए अपनी शादी को तोड़ने से ज्यादा कष्टदायक और कुछ नहीं हो सकता. यह बहुत ही मुश्किल भरा फैसला होता है. फिर भी पतिपत्नी में झगड़े के कारण पिछले 1 दशक में देश में तलाक की दर 3 गुना बढ़ गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि तलाक के अधिकांश मामलों का आधार हिंसा, जिसे कानूनी भाषा में कू्ररता कहते हैं, होती है.

बिहार के आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने शादी के 6 महीने के भीतर ही कोर्ट में तलाक की अर्जी डाल दी. उन्होंने यह अर्जी कू्ररता के आधार पर डाली. सोशल मीडिया पर पोस्ट में उन्होंने अपने दर्द का इजहार भी किया था. हालांकि यहां कू्ररता को परिभाषित करना जरा मुश्किल है, क्योंकि रोटी का साइज मनमुताबिक न होना कू्ररता कैसे हो सकती है? कई बार लोग ऐसी ही अजबगजब वजहों से इतने अहम रिश्ते को खत्म करने का फैसला ले लेते हैं. देश में ढेरों ऐसे मामले हैं, जहां पति या पत्नी में से किसी एक ने किसी अजीब कारण के चलते कोर्ट में तलाक की अर्जी दे डाली या फिर ऐसा हुआ कि दोनों में से कोई एक किसी अजीब वजह से अपने साथी को परेशान करता हो और इस से तंग आ कर दूसरे साथी ने कू्ररता के आधार पर तलाक की मांग कर दी हो.

1. रिश्तेदारों का मामूली झगड़ा बना तलाक का कारण:

अहमदाबाद के गोंडल में एक पति और पत्नी शादी के चंद मिनटों में ही एकदूसरे से तलाक ले कर अलग हो गए. वर पक्ष की लड़की वालों से खाने को ले कर मामूली बहस हुई जो इतनी बढ़ गई कि बात तलाक तक आ गई. दोनों पक्षों ने अपनेअपने वकील को बुलाया और मिनटों में नवविवाहित जोड़े का तलाक हो गया.

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