Festive Special: फैमिली के लिए बनाएं गेहूं की खीर

चावल की खीर तो आपने खूब खाई होगी लेकिन आज चखिए उत्तर भारत का एक अलग स्वाद. स्वाद में टेस्टी और सेहत के लिए बहुत ही हेल्दी होती है गेहूं की खीर. जानें, इसकी आसान सी रेसिपी

कितने लोगों के लिए : 2 – 4

समय : 1.5 से 2 घंटे

आवश्यक सामग्री

– 2 ½ कप साबुत गेहूं

– 5 कप दूध

– 2 ½ कप गुड़

– 4 बड़े चम्मच घी

– 1 कप घिसा हुआ नारियल

– ¼ चम्मच हरी इलायची पाउडर

– ¼ कप मेवे (काजू, बादाम, पिस्ता)

– 10 किशमिश

विधि

– सबसे पहले गेहूं को धो कर रातभर भीगने के लिये रख दें और दूसरे दिन गेहूं को मिक्‍सी में डाल कर पीस लें.

– ध्यान रहे कि इसका पेस्‍ट एकदम स्‍मूथ नहीं होना चाहिए.

– अब एक गहरा पैन लें और उसमें घी गरम करें, फिर उसमें गेंहू का पेस्‍ट डाल कर 10 मिनट तक पकाएं.

– उसके बाद उसमें गुड़, दूध और कसा हुआ नारियल डाल कर चलाएं.

– अगर आपको लगे कि मिश्रण बहुत ज्‍यादा गाढ़ा हो रहा है, तो उसमें दूध मिक्‍स कर सकते हैं.

– अब खीर में चुटकीभर इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे डालकर मिक्‍स करें और इसे तब तक पकाएं जब तक कि खीर पूरी तरह से पक ना जाए.

– खीर तैयार है. इसे ठंडा या फिर गर्म ही किशमिश से गार्निश करके सर्व करें.

Festive Special: रिवर्स एज मेकअप टैक्नीक

ऐक्ट्रैस रेखा की रहस्यमयी खूबसूरती, श्रीदेवी की मासूमियत, माधुरी की मादकता, बिपाशा का जादू और करिश्मा व मलाइका का ग्लैमरस लुक देख कर यही एहसास होता है कि उम्र बढ़ने पर भी इन की खूबसूरती और भी निखरती जा रही है. ‘हुंह, यह तो सर्जरी का कमाल है.’ यह बात सच होते हुए भी पूरी तरह सच नहीं है, क्योंकि तसवीर का एक पहलू सर्जरी है तो दूसरा सही मेकअप, हेयरस्टाइल और ड्रैस सैंस.

आप सर्जरी के बिना भी सही मेकअप तकनीक अपना कर फ्रैश, यंग और ब्यूटीफुल नजर आ सकती हैं. आइए, जानिए कि इस के लिए आप को किन बातों पर ध्यान देना होगा-

1. रौंग मेकअप हैबिट

मेकअप चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए ही किया जाता है. लेकिन हैवी मेकअप और गलत हेयर कट व हेयरस्टाइल से आप अपनी उम्र से ज्यादा नजर आती हैं. जबकि सही हेयर कट व हेयरस्टाइल और हलके व सही मेकअप से आप अपनी उम्र से कम, फ्रैश, यंग और गौर्जियस नजर आती हैं.

2. यूज करें टिंटेड मौइश्चराइजर

मेकअप करने से पहले आमतौर पर अपना चेहरा साफ तो हर कोई कर लेता है, लेकिन चेहरे को मौइश्चराइज करना नजरअंदाज कर देता है. जबकि क्लींजिंग व टोनिंग के बाद मौइश्चराइजिंग बेहद जरूरी है ताकि मेकअप पैची नजर न आए. इस के लिए थोड़े से टिंटेड मौइश्चराइजर को हलके हाथों से चेहरे पर नीचे से ऊपर की तरफ ब्लैंड करें.

3. कंसील डार्क सर्कल्स विद राइट शेड

उम्र के साथसाथ मानसिक तनाव, नींद की कमी, खाना खाने की आदत सही न होना यानी फास्ट फूड वगैरह में दिलचस्पी और काम का तनाव आंखों के आसपास काले घेरे बनने का कारण बनता है, जो आप को अपनी उम्र से बड़ा दिखाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

ज्यादा गहरे ब्लू टोन डार्क सर्कल्स को यलो और पीच टिंटेड कंसीलर से और लाइट सर्कल्स को स्किन टोन से लाइट शेड से ब्रश या उंगली के पोरों की मदद से कंसील करें और ज्यादा कवरेज के लिए और लंबे समय तक उस का प्रभाव बनाए रखने के लिए उसे पाउडर से लौक करें.

4. प्लंपिंग लिप्स

पतले लिप्स और उन के आसपास की लूज स्किन आप की बढ़ती उम्र की चुगली करती है. अकसर महिलाएं डार्क कलर की लिपस्टिक या डार्क लिप पैंसिल से अपने होंठों को शेप दे कर जवां दिखाने की कोशिश करती हैं जबकि डार्क कलर के इस्तेमाल से आप उम्र से और ज्यादा बड़ी नजर आ सकती हैं, क्योंकि उस शेड के इस्तेमाल से पतले होंठ और ज्यादा पतले नजर आते हैं और पार्टी वगैरह में खानेपीने के बाद लिपस्टिक के स्मज हो जाने के कारण आसपास की स्किन भद्दी नजर आने लगती है.

लिप्स को प्लंपिंग इफैक्ट देने के लिए आउटर लाइनिंग से भर कर खूबसूरत आकार दें और होंठों के बीच में लिपग्लौस का डौट लगाएं.

5. क्रीमी ब्लशर

उम्र को कैद करने के लिए क्रीमी ब्लशर का इस्तेमाल करें, क्योंकि पाउडर ब्लशर के इस्तेमाल से फाइन लाइंस और रिंकल्स ज्यादा नजर आते हैं और स्किन टोन भी डल लगता है. इसलिए अपनी स्किन टोन (लाइट, मीडियम और डार्क) के अनुसार क्रीमी ब्लशर का इस्तेमाल करें. यह आप को ज्यादा नैचुरल ग्लोइंग चीक्स इफैक्ट देने में मदद करेगा, वह भी बिना हैवी लुक के.

6. ऐंटीऐजिंग आई मेकअप

बढ़ती उम्र का सब से ज्यादा असर आंखों और उस के आसपास की त्वचा पर दिखाई पड़ता है. जैसे हारमोंस असंतुलन के कारण लैशेज का हलका होना, रिंकल्स के कारण आईब्रोज का ढलकाव और डार्क सर्कल्स व आंखों की सिकुड़न आदि. इस के लिए आप यह करें:

आईब्रोज शेप: आई मेकअप से पहले आईब्रोज को पौइंट आर्च शेप में बनवाएं और ध्यान रखें कि जितना हो सके आईब्रोज की शेप मोटी ही रहे ताकि आप उम्र से कम नजर आएं.

आईब्रोज मेकअप: इस के लिए ब्राउन कलर के आईशेड या पैंसिल से आईब्रोज को शेप देते हुए ट्रासपैरेंट मसकारा से आईब्रोज को सैट जरूर करें.

लैशेज कर्ल: आंखों को उठा हुआ व जवां दिखाने के लिए आईलैशेज को कर्ल करना बेहद जरूरी है, क्योंकि एक अंतराल के बाद आईलिड ढलकी व लैशेज फ्लैट नजर आने लगती हैं. इसीलिए हंसीं व जवां नजर आने के लिए मसकारे के 2 कोट (एक के सूखने के बाद दूसरा लगाएं) के साथ लैशेज को कर्ल करना न भूलें. ध्यान रखें. मार्केट में वाल्यूमाइजिंग मसकारा उपलब्ध है. उसे बेहतर रिजल्ट के लिए अप्लाई करें.

लाइट आईशेड: आईलिड के इनर कौर्नर में लाइट शिमर आईशेड का इस्तेमाल कर के आप आंखों को बड़ा व उठा हुआ दिखा सकती हैं. आउटर कौर्नर में आप मीडियम डार्क शेड का इस्तेमाल करें और ब्रो बोन को लाइट शिमर से हाईलाइट करें. ध्यान रखें कि हैवी ग्लिटर आप के लिए उपयुक्त नहीं, इसलिए इस से बचें. लोअरलिड पर लाइट ब्राउन शेड या पैंसिल का इस्तेमाल करें.

7. परफैक्ट हेयर कट व कलर

आप का हेयर कट भी आप को जवान या बुजुर्गों की श्रेणी में खड़ा कर सकता है. इसलिए ढर्रे वाली चोटी या जूड़े से अलग हट कर कुछ नया ट्राई करें. मसलन, रूटीन हेयरस्टाइल से हट कर एक अच्छा हेयर कट कराएं. यह आप को और ज्यादा निखारने में मदद करेगा.

जरूरी नहीं कि हेयर कट में आप अपने खूबसूरत लंबे केशों को तिलांजलि दे दें. लंबे केशों के साथ भी आप खूबसूरत हेयर कट ले सकती हैं. जैसे, पिरामिड लेयर, फ्यूजन मल्टीपल लेयर्स, इनोवेटिव फैदर्स टच आदि.

इस के अलावा गे्र हेयर मेहंदी लगाने से आप की उम्र को छिपाने की जगह जाहिर करते हैं. इसलिए मेहंदी की जगह हेयर कलर व हाईलाइटर का इस्तेमाल करें, ताकि आप गौर्जियस ब्यूटी लुक पा सकें.

लीवर पर कैसे असर डालता है हेपेटाइटिस बी और सी का संक्रमण

लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो हृदय को सहारा देने, रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने, हार्मोन बनाने और विटामिन स्टोर करने के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण कार्य करता है. हेपेटाइटिस बी और सी सामान्य वायरल संक्रमण हैं जो लिवर को प्रभावित करते हैं जिससे तीव्र और जीर्ण हेपेटाइटिस होता है. ये बीमारियां साइलेंट किलर मानी जाती हैं जो वर्षों में धीरे-धीरे विकसित होती हैं और लिवर सिरोसिस और लीवर ट्रांसप्लांट का प्रमुख कारण बनती हैं. दुनिया भर में, लगभग 350 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी से संक्रमित हैं और लगभग 170 मिलियन लोगों को हेपेटाइटिस सी से संक्रमित हैं.

डॉ मनोज गुप्ता, वरिष्ठ सलाहकार – लीवर ट्रांसप्लांट और जीआई सर्जरी, पी.एस.आर.आई अस्पताल के बता रहे हैं हेपेटाइटिस वायरस के प्रकार और लक्षण.

हेपेटाइटिस वायरस कई प्रकार के हैं, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी सहित जो कुछ समानताओं वाले अलग-अलग वायरस हैं – दोनों के लक्षण समान हैं. हेपेटाइटिस बी आमतौर पर शरीर के तरल पदार्थ बी से फैलता है, हालांकि, यह इंट्रानेसल और इंजेक्शन दवा के उपयोग के साथ-साथ टैटू और शरीर भेदने  चीज़ों का उपयोग किए जाने वाले से भी फैल सकता है. बीमारी के लिए जिम्मेदार यह वायरस छींकने या खांसने से नहीं फैलता है, यह खून, वीर्य या शरीर के अन्य तरल पदार्थों से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जाता है. हेपेटाइटिस बी और सी के फैलने के सामान्य तरीकों में शामिल हैं:

  • यौन संपर्क –

किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से आपको रोग होने की संभावना बढ़ जाती है. संक्रमित व्यक्ति के खून, लार, वीर्य या योनि स्राव से वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है.

  • सुई साझा करना –

यह बीमारी दूषित सुई और सिरिंज से आसानी से फैल सकती है. सुई से अचानक चोट लगना स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और मानव रक्त के संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए चिंता का बड़ा विषय है.

  • मां से बच्चे में –

इस बीमारी से संक्रमित गर्भवती महिलाओं से बच्चे के जन्म के दौरान उनके बच्चों को वायरस जा सकता है. नवजात को संक्रमित होने से बचने के लिए टीका लगाया जा सकता है.

यदि आप जांच में हेपेटाइटिस बी से पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो हेपेटाइटिस सी का परीक्षण करना आवश्यक है क्योंकि इससे पता चलता है कि क्या आप कभी हेपेटाइटिस सी के संपर्क में आये हैं या क्रोनिक हेपेटाइटिस सी हुआ है. हेपेटाइटिस बी के विपरीत, हेपेटाइटिस सी वायरस के लिए कोई टीका नहीं है, इसलिए, हेपेटाइटिस सी के संपर्क में न आने को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए – उदाहरण के लिए, कभी भी किसी के साथ सुइयों को साझा न करें.

इसके अलावा, पर्याप्त रूप से विटामिन और मिनरल्स लेना महत्वपूर्ण है. जब तक कहा न जाए, आयरन की खुराक से बचें क्योंकि बड़ी खुराक लेने पर वे लीवर को नुकसान पहुंचने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं.

रोग के सामान्य लक्षणों में त्वचा का पीला रंग, म्यूकस मेम्ब्रेन, और आंखों का सफेद भाग, पीला मल, खुजली और गहरे रंग का मूत्र शामिल हैं. साथ में, कुछ मामलों में थकान, पेट दर्द, वजन घटना, उल्टी और बुखार जैसे लक्षण दिख सकते हैं. हेपेटाइटिस बी और सी वायरस के साथ क्रोनिक संक्रमण से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि लिवर फेल होना, लिवर कैंसर, और सिरोसिस या लिवर पर चोट आना, जो लिवर की बेहतर ढंग से काम करने की क्षमता को क्षीण कर सकता है. इसके अलावा, क्रोनिक हेपेटाइटिस से पीड़ित लोगों में किडनी  की बीमारी या रक्त वाहिकाओं की सूजन हो सकती हैं. इसलिए हेपेटाइटिस वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है. आप रोग होने के जोखिम को कम करने के लिए निम्न कुछ तरीकों को आज़मा सकते  हैं:

  • यदि आपको अपने साथी की हेपेटाइटिस स्थिति के बारे में नहीं पता है तो हर बार यौन संबंध बनाते समय नए कंडोम का उपयोग करें. भले ही कंडोम आपके रोग के होने के जोखिम को कम कर सकते हैं, वे जोखिम को पूरी तरह से समाप्त नहीं करते हैं.
  • अवैध ड्रग्स से दूर रहें. अवैध दवाओं के इंजेक्शन लगाने से बचें और कभी भी सुई साझा न करें.
  • टैटू और शरीर भेदने वाली चीज़ों को लेकर सावधान रहें. सुनिश्चित करें कि उपकरण साफ है और कर्मचारी स्टेराइल की गई सुई का उपयोग कर रहा है.
  • हेपेटाइटिस बी के टीके के बारे में पूछें – यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र की यात्रा कर रहे हैं जहां हेपेटाइटिस आम है, तो अपने डॉक्टर से संबंधित टीके के बारे में पहले ही पूछ लें.

हेपेटाइटिस बी और सी दोनों का लिवर पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है, हालांकि, हेपेटाइटिस सी की तुलना में हेपेटाइटिस से तीव्र संक्रमण होने की संभावना अधिक है, जो आमतौर पर गंभीर स्थिति में बदल जाता है. और भले ही हेपेटाइटिस बी शरीर के तरल पदार्थ से फ़ैल सकता है, हेपेटाइटिस सी का संक्रमण आमतौर पर रक्त से रक्त संपर्क से होता है. व्यक्ति को किसी भी तरह के हेपेटाइटिस के जोखिम कारकों के सम्बन्ध में डॉक्टर से बात करनी चाहिए, जैसे कि असुरक्षित यौन संबंध का इतिहास या सुई साझा करना आदि.

कैसी हो डार्लिंग कह कर तो देखें

‘‘हाय डार्लिंग कैसी हो? क्या कर रही हो?’’ अगर रोज शाम को अपनी पत्नी से ऐसा कहें तो पतिपत्नी के बीच कोई कलह न होगी. अरे भई यह हम ने नहीं, पिछले दिनों खरगौन मध्य प्रदेश के एक कोर्ट ने एक शादीशुदा जोड़े के बीच हो रही रोजरोज की कलह को सुलझाने के लिए फैसला देते हुए ऐसा कहा. यकीन मानिए कोर्ट के इस अनूठे फैसले के बाद शादीशुदा जोड़े के बीच की कलह खत्म हो गई और दोनों फिर से एक हो गए.

पतिपत्नी का रिश्ता बहुत ही खास होता है. शुरुआती दौर में तो सब अच्छा होता है, दोनों के बीच प्यारमनुहार सब होता है, लेकिन समय बीतने के साथ जीवन की आपाधापी और जिम्मेदारियों के बीच रिश्ते का नयापन खोने लगता है. जिंदगी भर साथ निभाने का वादा न जाने कहां खो जाता है. इस रिश्ते में नयापन, प्यार और विश्वास ताउम्र बना रहे, इस के लिए करने होंगे कुछ छोटेछछोटे प्रयत्न, जो इस रिश्ते की उम्र को बढ़ाएंगे.

1. छोटी छोटी बातों में बड़ी बड़ी खुशियां

कहते हैं खुशियां हमारे आसपास ही होती हैं. बस उन्हें ढूंढ़ने की जरूरत होती है, इसलिए पतिपत्नी दोनों को ही जीवन के हर पल में ढूंढ़नी होंगी खुशियां. ज्यादातर देखने में यही आता है कि 2 लोगों के बीच प्यार तो बड़ी आसानी से हो जाता है, लेकिन उस प्यार को निभाना बहुत मुश्किल होता है. बहुत से लोग इस तरह के संबंधों में रूटीन लाइफ जीने लगते हैं और उन की जिंदगी से प्यार और रोमानियत कहीं खो सी जाती है. अगर आप हैप्पी मैरिड लाइफ जीना चाहते हैं, तो यह कुछ ज्यादा मुश्किल नहीं है. इस के लिए बस आप को कुछ बातों का खयाल रखना होगा. पतिपत्नी का रिश्ता एकदूसरे के लिए कई छोटीछोटी चीजें करने से मजबूत होता है. जैसे प्यार से गले लगाना, सराहना करना, उस के लिए कुछ खास करना, उस की तरफ देख कर मुसकराना या सच्चे दिल से यह पूछना कि आज तुम्हारा दिन कैसा रहा? यही छोटीछोटी चीजें शादीशुदा जिंदगी में बड़ीबड़ी खुशियां ला सकती हैं.

2. प्यार वाली झप्पी

शादी में प्यार और खुशियां बनी रहें, इस के लिए उसे हर समय प्यार के खादपानी से सींचते रहना होगा. पतिपत्नी के बीच वह पल सब से खुशनुमा होता है जब वे एकदूसरे को प्यार से गले लगाते हैं या प्यार से सहलाते हैं. उन का एकदूसरे के प्रति यह व्यवहार दर्शाता है कि वे एकदूसरे से कितना प्यार करते हैं. दरअसल, ऐसा करते समय दोनों एकदूसरे के साथ इमोशनली अटैच होते हैं. प्यार की छोटी सी झप्पी पतिपत्नी के रिश्ते में बड़ेबड़े कमाल दिखाती है. मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि जब हम झगड़े के दौरान सामने वाले को गले लगाते हैं, तो उस के शरीर से गुस्से को बढ़ाने वाले हारमोन तेजी से कम होने लगते हैं. वह गुस्से को भूल कर आप के प्यार को महसूस करने लगता है यानी आप की प्यार की झप्पी उस के गुस्से को पल भर में दूर कर देती है.

3. दिन की शुरुआत किस औफ लव से

पतिपत्नी दिन की शुरुआत किस औफ लव से कर के अपने डगमगाते रिश्ते में सुधार लाने के साथसाथ अपने प्यार को फिर से जवान बना सकते हैं. एकदूसरे को गले लगाना और किस करना पतिपत्नी के बीच दिन की शुरुआत के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है. यह पतिपत्नी के रिश्ते के बीच रोमांस के जनून को बनाए रखता है.

4. खास पलों को रखें याद

पतिपत्नी एकदूसरे की लाइफ से जुड़े खास पलों को याद रखें. एकदूसरे का बर्थडे, ऐनिवर्सरी, पहली मुलाकात, प्रमोशन आदि याद रखें. साथ ही इन खास अवसरों पर एकदूसरे के लिए कुछ खास सरप्राइज भी प्लान करें. यह कोई मुश्किल काम नहीं, लेकिन इन छोटेछोटे कामों से आप अपने लाइफपार्टनर की जिंदगी में अपनी एक खास जगह जरूर बना सकते हैं.

5. कनैक्टिविटी जोड़े दिल के तार

आप कितने ही बिजी क्यों न हों, एकदूसरे को दिन में फोन जरूर करें, मैसेज भेजें. बस यह जानने के लिए कि सब कैसा चल रहा है, लंच किया या नहीं. ऐसी छोटीछोटी बातें पतिपत्नी को एकदूसरे से जोड़ती हैं और एक कामयाब शादी को गुजरते समय के साथ और भी खूबसूरत और मजबूत बनाती हैं. इस के अलावा जब भी खाली समय मिले इस बात पर विचार करें कि क्या आप अपने पार्टनर की सोच और उस की भावनाओं को समझते हैं? कितनी बार उस की तारीफ करते हैं? क्या उस के उन गुणों के बारे में सोचते हैं, जिन्हें देख कर आप उन की तरफ आकर्षित हुए थे और अपना जीवनसाथी बनाने का निर्णय लिया था?

6. प्लीज, सौरी, थैंक्यू से चलाएं जादू

आप मैट्रो में किसी से टकरा जाने पर भी सौरी कह देते हैं. वे लोग जिंदगी में शायद ही दोबारा हमें मिलें. जब हम उन्हें छोटी सी बात पर सौरी बोल देते हैं, तो घर में पति या पत्नी एकदूसरे को इमोशनली हर्ट करने के बाद भी सौरी कहना जरूरी क्यों नहीं समझते? ऐसा हरगिज न करें. गलती होने पर माफी जरूर मांगें. सौरी कहना बुरी बात नहीं है और न ही माफ करना मुश्किल काम है, माफी मांगने से झगड़ा आगे नहीं बढ़ता, इसलिए माफी मांगने में कंजूसी न करें. इसी तरह अगर आप के पार्टनर ने आप के घर व आप के लिए कुछ स्पैशल किया है, तो उसे थैंक्यू जरूर कहें. आप के द्वारा कहा गया थैंक्यू उसे कितनी खुशी देगा, इस का अंदाजा आप नहीं लगा सकते.

7. तारीफ से जीतें दिल

आप के पार्टनर ने कोई नई डिश बनाई, कोई नई ड्रैस पहनी, नया हेयरस्टाइल बनाया तो उस की तारीफ करना न भूलें. यह तारीफ हो सके तो घर वालों, दोस्तों के सामने भी करें. इस से आप के लाइफपार्टनर के दिल में आप के लिए प्यार बढ़ेगा. अगर आप के पार्टनर ने कुछ नया किया है, तो उस की तारीफ जरूर करें.

8. अपशब्दों से रखें दूरी

आपसी बातचीत के दौरान हमेशा शालीनता का ध्यान रखें. कभी अपशब्द या दिल दुखाने वाली बातें न करें. बहस करते समय खुद पर कंट्रोल रखें, क्योंकि झगड़े के दौरान कहे गए अपशब्द दिल को आहत कर देते हैं और रिश्ते में दूरी पैदा करते हैं.

छिपकली और कॉकरोच से छुटकारा पाने के ये 10 तरीके

किसी को भी अपने घर में छिपकली या कॉकरोच देखना अच्छा नहीं लगता. ये वास्तव में बहुत बड़ी परेशानी है तथा इनके साथ कई हानिकारक रोगाणु और सूक्ष्म जीव भी घर में आ जाते है. हम सभी छिपकली और कॉकरोच से छुटकारा पाने के लिए प्रभावी उपाय जानना चाहते हैं क्योंकि ये बिन बुलाये मेहमान घर में ऐसे घूमते हैं जैसे घर इनका ही हो. बाज़ार में कई तरह के इन्सेक्ट और छिपकली निरोधक (रिपेलेंट) उपलब्ध हैं परंतु ये सभी हानिकारक रसायनों से बने होते हैं तथा विषैले होते हैं. यदि आपके घर में बच्चे या पालतू जानवर हैं तो इनका उपयोग कभी नहीं करना चाहिए.

अपने घर से कॉकरोच और छिपकली को हमेशा के लिए दूर रखने के लिए ये उपाय अपनायें-

1. अंडे के छिलके:

छिपकलियां अंडे के छिलकों की गंध से दूर भागती हैं. दरवाजों तथा खिड़कियों और घर में ऐसे स्थानों पर अंडे के छिलके रख देने से छिपकली घर के अंदर नहीं घुसती.

2. लहसुन:

छिपकली लहसुन की गंध से भी दूर भागती हैं. छिपकलियों को घर से दूर रखने के लिए घर में लहसुन की कलियाँ टांगें या घर में लहसुन के रस का छिडकाव करें

3. कॉफ़ी और तंबाकू की छोटी गोलियाँ:

कॉफ़ी तथा तंबाकू के पाउडर की छोटी-छोटी गोलियाँ बनायें तथा इन्हें माचिस की तीली या टूथपिक पर चिपका दें. इन्हें अलमारियों में या ऐसे स्थान पर रख दें जहाँ छिपकली अक्सर दिखाई देती है. यह मिश्रण उनके लिए जानलेवा होता है इसलिए आपको बाद में उनके मृत शरीर को फेंकना पड़ेगा.

4. प्याज़:

इन्हें प्याज़ की कसैली गंध भी पसंद नहीं होती. अत: इन्हें घर से दूर रखने के लिए प्याज के रस का छिडकाव करें.

5. नेफ्थलीन बॉल्स:

छिपकली को भगाने के लिए नेफ्थलीन बॉल्स का उपयोग करना भी बहुत प्रभावी होता है. इसे आप अपने किचन के शेल्फ्स, अलमारियों आदि में रख सकते हैं ताकि वहां छिपकली न पहुँच सके.

6. कॉफ़ी के दाने:

ये आपके घर से कॉकरोच को भगाने के लिए बहुत प्रभावी है. कॉकरोच से छुटकारा पाने के लिए छोटी छोटी प्लेट्स में घर में विभिन्न स्थानों पर इसे रख दें.

7. बोरेक्स और चीनी:

कॉकरोच से छुटकारा पाने के लिए 3 भाग बोरेक्स में 1 भाग चीनी मिलाएं तथा जहां कॉकरोच दिखाई देते हैं वहां इसका छिडकाव कर दें. इससे कुछ ही घंटों में कॉकरोच भाग जायेंगे

8. बेकिंग सोडा और चीनी:

यदि बोरेक्स का उपयोग नहीं करना चाहते तो आप बेकिंग सोडा और चीनी के मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं. इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाएं तथा जहाँ भी आवश्यकता हो वहां छिड़क दें. इसे खाते ही कॉकरोच मर जायेंगे.

9. फ्रेबिक सॉफ्टनर:

कॉकरोच पर 3 भाग फ्रेबिक सॉफ्टनर और 2 भाग पानी के मिश्रण का छिडकाव इन्हें दूर करने में काफी प्रभावी है.

10. अमोनिया और पानी:

अमोनिया तथा पानी के मिश्रण (एक बाल्टी पानी में दो कप अमोनिया) से पोंछा लगाने से अमोनिया की गंध के कारण कॉकरोच घर में नहीं आते. घर को कॉकरोच से मुक्त रखने के लिए इस प्रक्रिया को सप्ताह में दो बार करें.

शहरों को चलाना सब का काम है

देश के 3 बड़े शहर हर साल 2 साल में भारी वर्षा के बाद जलभराव के शिकार हो जाते है. आजकल बंगलौर चर्चा में है पर पहले चेन्नै और मुंबई इस तरह की खबरों में बने रहते रहे हैं. टीवी दर्शकों के लिए तो ये सीन बहुत ही आकर्षक होते हैं जब वे देखते हैं कि स्मार्ट, यंग, पढ़ीलिखी दिखती युवतियां जो फैशनेबल कपड़ों के बिना घर से नहीं निकलती थीं, सादे कपड़ों में गंदे बदबूदार पानी में से पैदल, ट्रैक्टर, जेसीबी, ट्रक, पर घर का सामान लादे चल रही हों.

अगर पहले पता हो तो शायद न्यूज चैनल, फेसबुक, ट्विटर इन दिनों जब उन शहरों की जनता रो रही हो, अपनी मेहनत की कमाई को गलते देख रही हो, वे बढ़े आईबौल्स के लिए आईपीएल के भारत पाकिस्तान क्रिकेट मैच जैसे विज्ञापन लेने लगे.

इन शहरों की जमीनों की कीमतें चाहे आसमान में हों, इन की जमीन बेहद कमजोर हैं. बिल्डर्स ऊंचे मकान बनाना तो जानते हैं, राज्य सरकारें और नगर निगम टैक्स और ऊपर की रिश्वत लेना जानते हो पर शहरों का प्रबंध कैसे करना है नहीं जानते. उस बात से बेखबर घर चलाने वाले अपनी मेहनत की कमाई उन मकानों में डालते रहते हैं जो पानी से न जाने कब खराब हो जाएं और बहुत सा नुकसान हो जाए. इन शहरों की जनता को आमतौर परकोई फर्कनहीं पड़ता क्योंकि शहरों की 50 से अधिक प्रतिशत जनता तो वैसे ही ऐसे मकानों में रहती है जो थोड़ी से बारिश में बहने, ढहने लगते हैं. यह हिस्सा तो आदी है भारी वर्षा का भी, कम वर्षा का भी और सूखे का भी.

जो लोग इन बड़े शहरों में परेशान होते हैं वे हैं जिन के हाथ में फैसले लेने की ताकत है, जो सत्ता को हिला सकते हैं, जो चाहें तो शहरों को जलभराव और सूखे दोनों से बचा सकते हैं. आज हर तरह की तकनीक मिल रही है. दिक्कत यह है कि ऊंचे चमचम मकानों में रहने वाले इतने इंट्रोक्ट हो गए हैं कि वे मिल कर शहर को भले का फैसले लेने को तैयार नहीं.

अपनी सफलता के गरूर में टैक कैपीटल बंगलौर और फाइनैंस कैपीटल मुंबई का यह रिच सैक्शन जरा भी शहर के लिए लडऩे के लिए या कुछ करने को तैयार नहीं है. एक तो वजह है कि उस के पास समय कम है पर उस से ज्यादा बड़ी वजह यह है कि उस के सबकोंशैस रहे है कि वह जो करेगा उस का बड़ा फायदा तो उस फटेहाल जनता का है जिसे वह रातदिन हेर से देखती है पर जिस के बिना इस का काम नहीं चलता.

बंगलौर, मुंबई और चेन्नै तीनों शहरों के नाले, तालाब पहले शहर से आए खाली हाथ मजदूरों ने झोपडिय़ों के पाट दिए. वे बदबू में रहने को तैयार थे, दलदली जमीन पर मकान बनाने को तैयार थे. उन्होंने पेड़ काट डाले, जंगल खत्म कर दिए क्योंकि उन्हें खाना पकाने के लिए लकड़ी चाहिए थी. दिखने में वे शहर पर बोझ थे पर हर घर में इन्हीं लोगों की औरतें, बेटियां काम करती हैं, मर्द फैक्ट्रियों में और जवान एमेजान और स्वीगी में. ऊंचे शहरी इन्हें भगाना भी नहीं चाहते पर इन का रहनेखाने का इंतजाम भी नहीं करना चाहते.

प्रकृति बीचबीच में बदला ले लेती है. सूखा पड़ जाता है, बाढ़ आ जाती है, सीवर रुक जाते हैं, प्रकृति अमीरगरीब और ऊंचेनीचे में भेद नहीं देखती. वह सब को लेपेट में ले लेती है.

यह ठीक है बाढ़ को कुछ सप्ताहों में भुला दिया जाएगा. मकानों की मरम्मत हो जाएगी. कुछ बड़े सीवर डालने शुरू हो जाएंगे. पर सवाल उठता है कि चाहे बाढ़ हो या सूखा, आदमी आज के युग में भी इतना बेबस क्यों हो. हमें मैनेज करना क्यों नहीं आए.

हम यह क्यों सोचें हम ऊंचे मातापिता की संतान है या हम ने अच्छा कमा लिया तो हमारी बस के प्रति कोई जिम्मेदारी ही नहीं है. हम क्यों सोचें कि रोटरी क्लब, लायंस में या किट्टी पार्टी तो बोल देने से समस्याएं हल हो जाएंगी.

शहरों को चलाना सब का काम है. शहरी जीवन सुखी व सुरक्षित हो या सब की जिम्मेदारी है. हर की एक अंडरबैली होती है पर हमारे यहां तो शहर ही अंडरबैली जिस के ऊपर चोटियों में कुछ हस्ती वाले हैं. पर यह न भूलें कि अब अंडरबैली सड़ती है तो कभीकभार बदबू सब जगह फैलती है जैसे दिल्ली सॢदयों में धूएं की शिकार होती है और पूर शहर सांस लेने में भी घबराता है.

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बारिश का एक दिन…

सरिता श्रीवास्तव

कहीं मुस्कुराता, कहीं गीत गाता
कहीं चहचहाता, कहीं बल खाता
अपनी ही धुन में गुनगुनाता, बारिश का एक दिन-
बारिश का एक दिन…

कहीं बच्चों सा हँसता, कहीं यौवन सा खिलखिलाता
कहीं रूठों को मनाता, कहीं नई फसल सा लहलहाता
आसमाँ की बलन्दी को छूता, बारिश का एक दिन-
बारिश का एक दिन…

कहीं गर्म पकौड़ी खाता, कहीं कुल्हड़ की चाय पीता
कहीं चूल्हे का रस लेता, कहीं ऐशवर्य की मदिरा पीता
पेट की अग्नि के लिए कर्म करता, बारिश का एक दिन-
बारिश का एक दिन…

कहीं खेतों की मेड़ रौंदता, कहीं गड्ढ़ों को डबडबाता
कहीं बाँध को तोड़ता, कहीं बिजली को कौंधाता
शहरों की भागमभाग रफ्तार को रोकता, बारिश का एक दिन-
बारिश का एक दिन…

हे! प्रभु इतनी कृपा करो
बारिश ऐसी दो, दया करो-
हर बालक कान्हा सा उल्लसित हो, हर बालिका राधा मयूरी हो
हर नायक में राम सी चितवन हो, हर नायिका में सीता सा समर्पण हो
हर माँ पार्वती सी पुलकित हो, हर पिता शिव सा नटराजन हो

हर खेत बारिश से झूम उठे, हर नदी जीवन संचार करे
हर बदरी में इन्द्रधनुष रहे, जनजीवन सरल प्रवाह रहे
हर घर सुख से भरा रहे, तन स्वस्थ रहे, मन तृप्त रहे

जीवन फूलों सा मुस्कुराता रहे, भंवरों सा गीत गाता रहे
चिड़ियों सा चहचहाता रहे, सर्पों सा बल खाता रहे
“सरिता” का हृदय आज बच्चा है, सपना उसका यह सच्चा रहे
सब शुभ मंगल और अच्छा रहे, आशीष रहे, आशीष रहे.

Imlie ही नहीं Udaariyaan के लीड एक्टर्स ने भी छोड़ा शो! सामने आई वजह

बीते दिनों लीड एक्टर्स के शो को अलविदा कहने की खबरें सोशलमीडिया पर छाई हुई हैं. जहां हाल ही में स्टार प्लस के सीरियल इमली के लीड किरदारों ने शो को छोड़ने का फैसला किया था तो वहीं अब खबरें हैं कि कलर्स के सीरियल उड़ारियां के लीड रोल में नजर आने वाले एक्टर्स ने लीप के चलते सीरियल को अलविदा कह दिया है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

15 साल का आएगा लीप

 

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सीरियल की दुनिया में इन दिनों लीप आता हुआ दिख रहा है, जिसके चलते मेकर्स सीरियल को दिलचस्प बनाने की कोशिश करते हुए दिख रहे हैं. वहीं अब खबरें हैं कि सीरियल ‘उड़ारिया’ में 15 साल का लीप आने वाला है, जिसके चलते अब फतेह, तेजो और जैस्मिन के रोल में नजर आने वाले लीड एक्टर्स अंकित गुप्ता, प्रियंका चौधरी और ईशा मालवीय ने शो को अलविदा कह दिया है, जिसके चलते फैंस दुखी हैं.

इस कारण छोड़ा शो

 

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित गुप्ता, प्रियंका चौधरी और ईशा मालविय ने शो में लीप के चलते शो छोड़ दिया है. दरअसल, तीनों कलाकार लीप के बाद बड़े माता-पिता के रोल में नहीं दिखना चाहते, जिसके चलते मेकर्स भी अब नए-नए कलाकारों की तलाश कर रहे हैं.

 

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नेहमत का सच आया सामने

 

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सीरियल के लेटेस्ट ट्रैक की बात करें तो नेहमत को पाल कर फतेह और तेजो माता-पिता का फर्ज निभा रहे हैं. वहीं नाज को जैस्मिन ने छोड़ दिया है, जिसके चलते सीरियल के अपकमिंग एपिसोड में नए ट्विस्ट आते हुए नजर आएंगे. दरअसल, जैस्मिन ने एक चिठ्ठी में लिखा खत रुपी को मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि नाज उसकी बेटी है और नेहमत अनाथ है, जिसका सच तेजो जानती है. हालांकि रुपी ये सच छिपाने का फैसला करते हैं ताकि नेहमत से उसका परिवार ना छिनें.

GHKKPM: सई करेगी विनायक का इलाज, विराट के सामने रखेगी शर्त

सीरियल गुम हैं किसी के प्यार में (Ghum Hai Kisikey Pyaar Mein) की कहानी में सई और विराट एक बार फिर सालों बाद आमने सामने आ गए हैं, जिसके चलते सीरियल के अपकमिंग एपिसोड में नए-नए ट्विस्ट एंड टर्न्स आने वाले हैं. जहां एक तरफ विराट, पाखी से सई के बारे में बातें छिपाता दिखेगा तो वहीं सई, विराट को सवि से दूर रखने की कोशिश करेगी. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे (Ghum Hai Kisikey Pyaar Mein Written Update In Hindi) …

विराट से मिलने की जिद करती है सवि

अब तक आपने देखा कि विराट से मिलने के बाद सई, सवि को घर वापस ले आती है और विनायक के पिता से मिलने से रोकती है. वहीं सवि, विनायक और उसके पिता से मिलने की जिद करती है, जिसके कारण सई का गुस्सा बढ़ जाता है. हालांकि वह सवि को समझाने की कोशिश करती है क्योंकि वह उसे सच नहीं बता सकती.

 

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पाखी से सई की बात छिपाएगा विराट

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि विराट, सई की मौत की खबर से टूटने वाले अपने पुराने दिनों को याद करेगा और अंदाजा लगाएगा कि सवि, सई की बेटी नहीं है, जिसके कारण उसका गुस्सा बढ़ जाएगा. वहीं पाखी का फोन आने पर वह सई के जिंदा होने और विनायक की डौक्टर होने की बात छिपाएगा. दूसरी तरफ सई की विराट से नाराजगी बढ़ती जाएगी और वह इमोशनल होती हुई भी नजर आएगी. हालांकि जगताप उसे समझाने की कोशिश करेगा.

सई रखेगी विराट के सामने शर्त

 

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इसके अलावा आप अपकमिंग एपिसोड में देखेंगे कि पाखी अपने कपड़े रखने के लिए विराट की अलमारी खोलेगी. जहां उसे सई और उनके पहले बच्चे विनायक की फोटो दिखेगी, जिसे देखकर वह गुस्से में दिखेगी. दूसरी तरफ सई, विराट को फोन करेगी और अतीत को भूलने और वर्तमान में रहने के लिए कहेगी. इसी के साथ वह  विनायक के इलाज की सहमति करते हुए विराट के सामने शर्त रखेगी कि वह विनायक का इलाज करेगी और उसके ठीक होते ही वह उसकी जिंदगी में दोबारा नहीं आएगा और न दखल देगा, जिसे मानने के लिए विराट राजी हो जाएगा. हालांकि सई इस बात से टूटती हुई नजर आएगी.

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