सोच बदलो देश बदलेगा

यूरोप के कई देशों की तरह आस्ट्रिया ने भी पूरा चेहरा ढकने वाले बुरके पर पाबंदी लगा दी है. इस से मुसलिम औरतों को चलतेफिरते कैदखाने में रहने की मजबूरी से कुछ तो नजात मिलेगी. बुरका किसी भी तरह से चरित्र रक्षा का कवच है, यह गलत है. असल में तो यह मर्दों की पोल खोलता है कि वे इतने कामुक हैं कि औरत का चेहरा देखते ही बौरा सकते हैं. ऐसा समाज किस काम का जो अपने लोगों को औरतों की इज्जत करना तक न सिखा सके?

ऐसा नहीं कि यह किसी धर्म विशेष की ही खासीयत है. सभी धर्मों ने औरतों के पहरावे पर समयसमय पर पाबंदियां लगाई हैं. भारत में आज भी हिंदू औरतों को कितने ही अवसरों पर परदा करने को मजबूर करा जाता है. ईसाई समाज ने भी इसी तरह कपड़ों पर सदियों तक पाबंदियां लगा रखी थीं. यह तो 19वीं सदी के बाद हुआ है कि औरतों को मनचाहा करने की छूट मिली है.

औरतों पर पाबंदियां असल में समाज के लिए बेहद हानिकारक  होती हैं. समाज उत्पादक औरतों को बेकार में खो देता है और वे बच्चे पालने और चूल्हाचौका संभालने के काम में लगी रहती हैं.जिस समाज ने औरतों को बराबरी का स्थान दिया है, वह आगे बढ़ा है. जब भी औरतों को अपने पिता के घर या ससुराल से अलग हो कर कहीं अकेले रहना पड़ता है वे आमतौर पर सैकड़ों काम कर लेती हैं और तभी खाली हाथ आए शरणार्थी 10-15 सालों में पैसे वाले बन जाते हैं, क्योंकि उस समय आदमीऔरत बराबरी के स्तर पर कंधे से कंधा मिला कर काम करते हैं.

पश्चिमी देशों में पहुंचने वाले शरणार्थियों को तो खास खयाल रखना पड़ेगा कि वे वहां के समाज में ऐसे घुलमिल जाएं कि सिवा त्वचा के रंग के उन में कोई भेद न दिखे.

अगर मुसलिम देशों को भयंकर आतंकवाद, गृहयुद्धों और अराजकता से निकलना है तो वहां औरतों को बराबरी के हक के लिए आगे आना होगा. यह बराबरी उन्हें उपहार में नहीं मिलेगी, इस के लिए उन्हें खुद लड़ना होगा.           

 

ताजगी और सेहत वाली चाय की प्याली

अक्सर जब हम सुस्ती महसूस करते हैं तो चाय पीते हैं. चाय से भले हमारी सुस्ती दूर हो जाती है, लेकिन इस से पाचन संबंधी कई परेशानियां भी उत्पन्न हो जाती हैं जैसे पेट में गैस बनना, अम्लीय मात्रा बढ़ने के कारण सीने में जलन होना, खट्टी डकारें आना, भूख न लगना आदि.

तब कई बार हम सोचते हैं कि चाय पीना ही छोड़ देंगे पर आदत बन जाने की वजह से छोड़ नहीं पाते. ऐसे में अगर आप को एक ऐसी चाय मिले जिसे पीने के बाद ताजगी के साथसाथ उपरोक्त परेशानियां न हों तो आप क्या करेंगी?

जी नहीं, हम ग्रीन टी के बारे में नहीं, बल्कि हर्बल चाय के बारे में बात कर रहे हैं. यह चाय कैलोरी फ्री होती है और दिखने में आम चाय की तरह ही दिखती है, लेकिन आम चाय में जो अवगुण होते हैं वे हर्बल चाय में नहीं होते. यह कई प्रकार के फूलों, बीजों, पत्तों, जड़ों और अन्य औषधियों को सुखा कर तैयार की जाती है. हर्बल चाय न केवल हमें फिट रखती है, बल्कि इस के नियमित सेवन से और भी कई फायदे होते हैं. मसलन :

– हर्बल चाय में ऐंटीऔक्सीडैंट भरपूर मात्रा में होता है, जो हृदय रोगों में लाभकारी होता है. अत: हर्बल चाय पीने पर हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. साथ ही फ्लेवौनौयड खून को जमने से भी रोकता है.

– हर्बल चाय शारीरिक ऊर्जा बढ़ाती है.

– यह चाय उलटी, दस्त, कब्ज, जी मिचलाना आदि परेशानी में राहत प्रदान करती है और हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है.

– हर्बल चाय में विटामिन डी होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है और गठिया अथवा आर्थ्राइटिस में राहत प्रदान करता है.

– हर्बल चाय में बड़ी मात्रा में मिनरल, आयरन, कैल्सियम और सिलिका होता है. चाय में मौजूद आयरन लाल रक्त कोशिकाओं को बनने में मदद करता है. कैल्सियम और सिलिका स्वस्थ हड्डियों, बालों, नाखूनों व दांतों के लिए बहुत जरूरी है.

– हर्बल चाय में फ्लोराइड होता है, जो हमारी ओरल हैल्थ को सुधारता है और दांतों को सड़ने से बचाता है.

– हर्बल चाय स्ट्रैस लैवल को कम कर के बौडी को रिलैक्स करती है. यह चिंता, अनिद्रा रोग में फायदेमंद है, साथ ही प्रारंभिक संक्रमण को भी दूर करती है.

– आज हाई ब्लडप्रैशन अधिकांश लोगों की समस्या है. हाई ब्लडप्रैशर से गुरदों और दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है. हर्बल चाय प्राकृतिक तरीके से बिना किसी नकारात्मक प्रभाव के हाई ब्लडप्रैशर को नियंत्रित रखने में मदद करती है.

– हर्बल चाय डायबिटीज, मोटापा और कोलैस्ट्रौल के स्तर को संतुलित करने और पेट के आसपास की चरबी को कम करने में भी प्रभावी होती है.

बहुत वैराइटी में है उपलब्ध

हर्बल चाय भी कई अलगअलग फ्लेवर में उपलब्ध है, जैसे, अदरक, लैमन ग्रास, पिपरमिंट, कैमोमाइल, लैवेंडर, दालचीनी इलायची, लौंग इत्यादि. कई कंपनियों ने वजन कम करने के उद्देश्य को ध्यान में रख कर भी स्पैशल हर्बल चाय तैयार की है. आप अपनी पसंद व जरूरत के अुनसार इस का चुनाव कर सकती हैं.

अकसर महिलाएं दिन में 3 बार हर्बल चाय पीना शुरू कर देती हैं ताकि वजन जल्दी कम हो जाए, लेकिन ऐसा करना हैल्थ के लिए नुकसानदायक है.

डाइटिशियन अंकिता सहगल कहती हैं, ‘‘हर्बल चाय लेने का सब से सही समय खाना खाने के बाद है. मगर ज्यादातर महिलाएं खाली पेट ले लेती हैं, उन्हें लगता है कि खाली पेट लेने से वजन जल्दी कम होगा. आप ऐसी गलती न करें, क्योंकि ऐसा करने से आप फिट नहीं, बल्कि कमजोर हो जाएंगी. इसलिए संतुलित आहार के साथ हर्बल चाय लें.’’

बीच सड़क पर लड़के से बोली लड़की, क्या आप मेरी ब्रा का हुक बंद कर देंगे

आज जमाना बदल गया है और जमाने के हिसाब से लोग भी बदल गए हैं. लड़के, लड़कियों के बीच एक समय तक पर्दा होता था. लड़कियां खुलकर अपनी कोई बात तक शेयर नहीं करतीं थीं, लेकिन आज देखिए कैसे एक लड़की के मुंह से वो सारे शब्द निकल जाते हैं जो भला लड़के के मुंह के क्या निकले हैं, जी हां ये हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि एक लड़की का वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, इस वीडियो में लड़की एक लड़के से ऐसे कुछ शब्द बोल रही है जिसे सुनने के बाद आपको शर्म आ जाएगी.

दरअसल वीडियो में लड़की जब लड़के से कहती है कि मेरी ब्रा का हुक बंद कर दो तो लड़का शर्म के मारे लाल हो जाता है, लेकिन वीडियो में तो अभी ट्विवस्ट बाकी है. लड़की फिर यहीं नहीं रुकती है, बल्कि राह चलते हर शख़्स से यही सवाल कर रही है कि क्या आप मेरी ब्रा…खोल देंगे?

लड़की सड़क पर चलते लड़कियों को भी नहीं छोड़ रही है, एक दो नहीं बल्कि, कई लोगों से सिर्फ यह कह रही है. इस वीडियो को देखने के बाद आप हंसी के मारे पागल हो जाएंगे. इस लड़की का एक ही शब्द आपको पागल कर देगा कि ‘क्या आप मेरी ब्रा का हुक बंद कर देंगे?’

आप भी देखिए यह मजेदार वीडियो

कपिल के बाद अब कीकू शारदा से नाराज हुए सुनील

मशहूर कॉमेडियन चंदन प्रभाकर के ‘द कपिल शर्मा शो’ में वापसी के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि कपिल शर्मा और सुनील ग्रोवर के बीच भी दूरियां खत्म हो जाएंगी. लेकिन ऐसा सच होता नहीं दिख रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुनील ग्रोवर और अली असगर अपने पुराने साथी कीकू शारदा के हाल ही किए गए एक ट्वीट से नाराज हैं. कीकू ने इसमें कुछ ऐसा कर दिया जो इन दोनों कॉमेडियन्स को चुभ गया.

दरअसल, कपिल शर्मा के शो की हालिया टीआरपी पर नजर डालें तो यह सुनील ग्रोवर के सलमान खान की मौजूदगी में किए गए ‘ट्यूबलाइट’ एपिसोड से कहीं ज्यादा है. इसको ट्वीट करते हुए जब कीकू शारदा ने एक फैन ने उनको बधाई दी तो कीकू ने उसको री-ट्वीट कर दिया. ऐसा कहा जा रहा है कि कीकू का ऐसा करना सुनील और अली असगर को चुभा है और इसी को लेकर वे कीकू से नाराज हैं.

अपने फैन को री-ट्वीट करते हुए कीकू ने लिखा कि सब भगवान की कृपा है. इसके चलते सुनील, अली और यहां तक कि सुगंधा मिश्रा भी उनसे खफा बताई जा रही हैं क्योंकि इन लोगों को दोनों एपिसोड की तुलना ठीक नहीं लगी.

बता दें कि सुनील, कपिल और चंदन प्रभाकर के बीच फ्लाइट में यात्रा के दौरान तकरार हो गई थी. इसके बाद सुनील, चंदन, सुगंधा और अली असगर ने कपिल के शो से दूरी बना ली थी.

हालांकि, चंदन ने अब वापसी कर ली है. उनकी वापसी के बाद दो एपिसोड भी ऑन एयर हो चुके हैं. अली असगर कृष्णा अभिषेक के नये कॉमिडी शो ‘द ड्रामा कंपनी’ में काम कर रहे हैं. वहीं, इसमें सुनील ग्रोवर के गेस्ट अपीयरेंस में दिखने की भी खबरें हैं.

हम पति पत्नी अपने कुछ पारिवारिक मित्रों के साथ सामूहिक सैक्स करते हैं. क्या ऐसा करना सही है.

सवाल

हम पति पत्नी दोनों को मुखमैथुन करने में बहुत आनंद आता है. इस के अलावा हम अपने कुछ पारिवारिक मित्रों के साथ सामूहिक सहवास भी करते हैं. यह क्रम काफी समय से चला आ रहा है. मैं ने सुना है कि एक से अधिक पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाने से एड्स होने का खतरा होता है. क्या यह सच है? और मुखमैथुन से कोई स्वास्थ्य संबंधी हानि तो नहीं होती?

जवाब

1 से अधिक पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध रखना यौन रोग को तब आमंत्रण देगा जब उन में से किसी एक को यौन रोग होगा. असुरक्षित यौन संबंधों से एड्स जैसी भयावह बीमारी की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता. पर यदि सब नियमित जांच करा रहे हैं, तो कुछ न होगा. सामूहिक सहवास से भले ही अभी आप लोग आनंदित हो रहे हों पर हां, भविष्य में आप का यह शौक मानसिक रूप से आप को भारी पड़ सकता है. अत: समझदारी से काम लें. जहां तक मुखमैथुन की बात है, यदि आप यौनांगों की स्वच्छता के प्रति जागरूक हैं, तो इस से स्वास्थ्य संबंधी कोई हानि नहीं होगी.

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5 कारण जिसकी वजह से कहें सेक्स को ”ना”

जब आप किसी के साथ हम बिस्तर होना चाहते हैं तो कई बातें दिमाग में आती हैं. क्या आप उसके प्रति आकर्षित हैं? क्या आप में वो आग है? क्या आप उसके साथ सहज हैं? सेक्स के बाद आपको कल कैसा मेहसूस होगा? क्या ये सुरक्षित है? ये सब बातें हैं जो आपके दिमाग में चलती रहती हैं और कई बार आप फौरन फैसला कर लेते हैं लेकिन कई बार काफी समय लग जाता है.

बहरहाल हम यहां आपको बताने जा रहे हैं 5 ऐसे संकेत जिसे देखते ही आपको सेक्स के लिये मना कर देना चाहिये.

  1. वो पुरुष जो दूसरी महिलाओं के बारे में ओछी बात करें

कई पुरुष दूसरी महिलाओं के बारे में ऊट-पटांग बातें करके ये दिखाना चाहते हैं कि आप (महिला दोस्त) उनसे अलग और कहीं ज्यादा बेहतर हैं. ऐसे व्यक्ति के साथ हमबिस्तर होने से बचना चाहिये क्योंकि जिस विषय पर वो बात कर रहा उससे साफ है कि वो आपकी भी इज्जत नहीं करता. उनका ये कहना कि आप “अलग” हो, कोई तारीफ नहीं है. ऐसे लोगों को दरवाज़ा दिखा देना चाहिये.

  1. ऐसे पुरुष जो आपकी हदों की इज़्ज़त नहीं करते

अगर आप कहें कि आप किस नहीं चाहती या किस करना नहीं चाहती, लेकिन फिर भी वो आपको किस कर लेता है तो इसका मतलब वो आपकी सीमाओं की इज़्ज़त नहीं कर रहा. कोई अगर दोस्ती की शुरुआत में ही सीमा लांगने लगे तो समझो कि वो ऐसा हमेशा करेगा और ऐसे व्यक्ति से कतई सेक्स नहीं करना चाहिये.

  1. किस का स्टाइल ठीक नहीं है

अगर किसी का किस करने का तरीका आपके तरीके से मेल नहीं खाता तो जाहिर है आप ऐसे व्यक्ति के साथ सेक्स का आनंद नहीं ले सकती. आप उसे किस करना सिखा सकती हैं और अगर वो तब भी न सीखें तो बेहतर होगा आप उसे बाय बाय कर दें.

  1. आप बहुत आसानी से भावनात्मक रुप से जुड़ जाती हैं

अगर आप बहुत आसानी से किसी व्यक्ति के साथ भावनात्मक रुप से जुड़ जाती हैं तो बेहतर होगा कि उसके साथ सेक्स न करें. अगर इसके पहले भी आपको सेक्स के दौरान या बाद में खराब महसूस हुआ हो तो भी ऐसे व्यक्ति से सेक्स नहीं करना चाहिये.

  1. आप या वो नशे में धुत्त हो

अगर आप या आपका पार्टनर नशे में इतना धुत्त हो कि सेक्स की इजाजत लेने लायक भी न हो तो बेहतर है सेक्स न करें क्योंकि इसे आप इंजाय भी नहीं कर पाएंगीं.

सेब के छिलके से बनाएं चाय और उठाएं ये फायदे

मौजूदा समय में चाय की चाहत सभी के लिए आम बात हो गई है. देश में दूध की चाय पीने का रिवाज है. जो ज्यादा फायदेमंद नहीं है. अल्बत्ता फूलों और जड़ीबूटियों से बनी हुई चाय इस्तेमाल की जाए तो इसके अधिक फायदे होंगे. जैसेकि शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति जिन्हें पेचिश और टायफाइड के वजह से जोड़ो में दर्द से परेशान रहने वाले लोग सेब के छिल्कों की चाय पिया करें तो उनकी सोच से भी ज्यादा लाभ होगा. सेब के छिल्के अक्सर डस्टबिन में डाल दिए जाते हैं. जबकि इसमें भी ताकत स्वाद और बेशुमार फायदे हैं. सेब के छिल्के ताजे या उन्हें सुखाकर खौलते हुए पानी में डालकर चाय तैयार कर लें. अगर दूध और चीनी की जगह शहद और नींबू का रस मिलाकर प्रयोग में लाया जाए तो अधिक फायदेमंद होगा.

हुमा को है किस बात का डर

‘‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’’ से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अदाकारा हुमा कुरैशी इन दिनों अपने करियर की पहली अंतरराष्ट्रीय फिल्म ‘‘पार्टिशन: 1947’’ को लेकर उत्साहित हैं. गुरिंदर चड्ढा निर्देशित भारत पाक बंटवारे की त्रासदी के बीच एक प्रेम कहानी वाली इस फिल्म में एक मुस्लिम लड़की का किरदार निभाने के बाद हुमा कुरैशी की सोच में काफी बदलाव आ गया है.

अब उन्हें यह सवाल परेशान करने लगा है कि हम इतिहास से सबक क्यों नहीं लेते हैं. हमसे खास बातचीत करते हुए हुमा कुरैशी ने कहा, ‘‘यह घटना सत्तर वर्ष पहले घटी थी. मगर इतिहास के इस कटु व दुःखद अध्याय से हमने कोई सबक नहीं सीखा. कुछ वर्ष के अंतराल में हम वही गल्तियां बार बार दोहराते रहते हैं. मुझे लगता है कि यह कहानी बार बार सभी को बतायी जानी चाहिए. जिससे लोगों को एहसास हो कि लोगों को विभाजित करने या किसी समुदाय विशेष को अपराधी करार देने से कुछ हासिल नहीं होता. इससे सिर्फ हिंसा होती है, खून की नदियां ही बहती हैं. घृणा की राजनीति के साथ लोगों को विभाजित करने की मेंटालिटी व सोच से डर लगता है.’’

टाइगर श्रॉफ पर निधि अग्रवाल का नया खुलासा

बॉलीवुड में जैकी श्रॉफ के बेटे व अभिनेता टाइगर श्रॉफ को बहुत ही ज्यादा संकोची व शर्मीले किस्म का युवक माना जाता है. मगर फिल्म ‘‘मुन्ना माइकल’’ में टाइगर श्रॉफ के साथ बतौर हीरोईन अपने करियर की शुरूआत कर रही अदाकारा निधि अग्रवाल ऐसा नहीं मानती हैं. निधि अग्रवाल के अनुसार टाइगर श्रॉफ बहुत ज्यादा शैतान हैं.

हाल ही में हमसे खास बातचीत के दौरान टाइगर श्रॉफ की चर्चा चलने पर निधि अग्रवाल ने कहा, ‘‘टाइगर श्रॉफ से मेरी पहली मुलाकात फिल्म ‘फ्लाइंग जट’ की स्क्रीनिंग के समय हुई थी. तब सिर्फ हाय हैलो हुई थी. मैंने उन्हें फिल्म के लिए शुभकामनाएं दी थी. लेकिन उसके बाद हमारी मुलाकात फोटोशूट के दौरान हुई. मैं पहले बहुत संकोची किस्म की थी. मेरे दिमाग में था कि टाइगर श्रॉफ की तीन फिल्में सुपरहिट हो चुकी हैं. वह बड़े स्टार बन चुके हैं. मैं बहुत नर्वस थी. लेकिन टाइगर श्रॉफ इतना नॉटी लड़का है कि उसने मेरी सारी झिझक मिटा दी. नवर्सनेस दूर कर दी. अब मेरा संकोची स्वभाव नही रहा. अब मुझे शर्म नहीं आती. डांस में तो टाइगर श्रॉफ बहुत उंचा स्तर कर देते हैं, उस स्तर को पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो रहा था, पर उसने हर बार मेरी मदद की.’’

मगर टाइगर श्रॉफ तो बहुत ही ज्यादा संकोची किस्म के इंसान हैं. ऐसे में टाइगर ने निधि का नर्वसनेस कैसे दूर किया? इस पर निधि अग्रवाल ने कहा, ‘‘वह बहुत ही ज्यादा शैतान किस्म के है. संकोची या शर्मीले नहीं हैं. सेट पर काफी जोक्स सुनाया करते थें. पर वह दूसरों की भांति बहुत ज्यादा बकबक नहीं करते. वह संकोची नहीं, बल्कि अंतमुर्खी हैं.’’

केरला में लें मॉनसून का मजा

केरला को ‘गॉड्स ओन कंट्री’ यानी ‘भगवान के अपने देश’ के नाम से भी जाना जाता है. केरला आम दिनों में जितना खूबसूरत दिखता है, मॉनसून के सीजन में उसकी प्राकृतिक खूबसूरत कई गुणा बढ़ जाती है.

केरला में मॉनसून के मौसम को ड्रीम सीजन के नाम से भी जाना जाता है. संमदर का जो रूप केरला में देखने को मिलता है, वह किसी और जगह मिल ही नहीं सकता.

बारिश के मौसम में केरला में चारों तरफ हरियाली, बैकवॉटर्स, ठंडी हवा और बादलों से ढका सूर्यास्त रहता है जो इसे रोमांस का सीजन बना देता है. ऐसे में अगर आप मॉनसून के सीजन में कहीं घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो केरला जाएं.

जुलाई से सितंबर के बीच केरला में वॉटर स्पोर्ट्स का सीजन रहता है. इस दौरान अलप्पुजा के बैकवॉटर्स में स्नेक बोट रेस का आयोजन होता है. इनमें सबसे फेमस है नेहरू ट्रॉफी बोट रेस जिसका आयोजन हर साल अगस्त के दूसरे सप्ताह में होता है. इन रेस का सबसे बड़ा आकर्षण होता इसकी बोट्स जो करीब 30 मीटर लंबी और सांप की आकृति की होती है.

मॉनसून के सीजन में ही यहां 10 दिनों तक फसलों का त्योहार ओनम मनाया जाता है. इस दौरान केले के पत्तों पर बेहद स्वादिष्ट शाकाहारी खाना सर्व किया जाता है. आप चाहें तो किसी लोकल रेस्तरां में जाकर भी इस खाने का लुत्फ उठा सकते हैं.

इन सब के अलावा केरला में एक से बढ़कर एक स्पा और वेलनेस सेंटर्स हैं जहां लोग अपनी शारीरिक और मानसिक थकान उतारने के लिए जाते हैं. यहां बॉडी स्पा, ऑयल बेस्ड थेरेपी और योग का आनंद भी उठा सकते हैं जिससे तन-मन दोनों को ताजगी मिलेगी.

केरला अपनी खूबसूरती और चारों तरफ फैली हरियाली के लिए काफी मशहूर है. इसके अलावा केरला के वयनाड स्थित खूबसूरत पहाड़, जंगल, और झरने किसी का भी दिल मोह सकते हैं. बारिश के मौसम में यहां की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है. वयनाड की टूरिज्म डिपार्टमेंट हर साल जुलाई के महीने में एक कार्निवाल का अायोजन करता है जिसमें आस-पास के गांवों की सैर, रेन ट्रैक, मड फुटबाल और तीरंदाजी जैसे स्पोर्ट्स शामिल हैं.

शैंपू के बाद बेजान हो जाते हैं आपके बाल!

शैंपू करने के कुछ देर बाद बाल रूखे-बेजान नजर आने लगते हैं. दरअसल, शैंपू करने के बाद बालों की नमी खो जाती है. हालांकि कंडिशनर का इस्तेमाल करने से बालों की उलझन कुछ कम हो जाती है लेकिन हर वॉश के बाद बालों में कंडिशनर का इस्तेमाल करने बाल खराब हो सकते हैं.

ऐसे में इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप बालों को रूखा और बेजान होने से बचा सकती हैं.

प्याज का रस

शैंपू करने के बाद बालों में प्याज का रस लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें. यह एक नेचुरल कंडिशनर है. इसकी जगह आप वेनेगर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इससे बालों में चमक तो आएगी ही साथ ही बालों का रूखापन भी दूर हो जाएगा.

अंडे का इस्तेमाल

अंडा एक बेहतरीन कंडिशनर है. अंडे के सफेद हिस्से और पीले हिस्से को अलग कर लें. सफेद भाग में जैतून का तेल मिलाकर लगाने से बालों की उलझन दूर हो जाएगी और बालों की चमक भी बनी रहेगी.

धोने के बाद सावधानी से सुखाएं

शैंपू के बाद बालों को बहुत रगड़ें नहीं. यही वजह है कि गीले बालों में कंघी न करने की सलाह दी जाती है. बालों को बहुत अधिक रगड़ने और केमिकल का इस्तेमाल करने से भी बाल रूखे हो जाते हैं.

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