जय हो उपवास करने वालों की

दुकान खोल कर अगरबत्ती जलाई ही थी कि वे दोनों व्यक्ति हमारे प्रतिष्ठान में आए. हम जान गए कि वे व्यापारिक पूछताछ के लिए आए होंगे, क्योंकि हमारी दुकान कोई पकवानमिठाई की तो है नहीं, कंसल्टैंसी करते हैं. शुद्ध हिंदी में कहें तो सलाहमशविरा, सुझाव देने का काम है. कभीकभी पार्टी से मिलवा कर दलाली खा लेने का भी छोटामोटा काम निबटा लेते हैं.

दोनों सज्जन हमारी टेबल के सामने रखी कुरसी पर बैठ गए. एक ने सफेद और दूसरे ने भगवा टोपी पहन रखी थी. चेहरे से शरीफ प्रतीत हो रहे थे. हम ने कहा, ‘‘कहिए?’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्या कहें?’’

हम ने कहा, ‘‘आप आए हैं तो प्लीज काम बताएं.’’

उन्होंने दाएंबाएं देखा और हम से कहा, ‘‘हम सलाह लेने आए हैं.’’

‘‘दोनों या एक?’’ हम ने क्लाइंट (मुरगों) को घूरते हुए कहा.

उन्होंने कहा, ‘‘दोनों.’’

‘‘प्लीज, आप हमें फीस के 1 हजार रुपए दे दें, फिर हम आप को सलाह दे पाएंगे,’’ हम ने उन के चेहरे को उपेक्षा से देखते हुए कहा.

‘‘1 हजार?’’

‘‘जी हां, 500 रुपए प्रति व्यक्ति, प्रति घंटे के हिसाब से,’’ हम ने आगे का गणित भी उन्हें समझाते हुए कहा.

उन्होंने एकदूसरे का चेहरा देखा और 500-500 के 2 नोट हमें निकाल कर दे दिए. फिर पूछने लगे :

‘‘इन दिनों उपवास का मार्केट कैसा है?’’

‘‘शानदार है, लेकिन यह निर्भर करता है कि आप क्या पहन कर उपवास करेंगे.’’

‘‘उपवास से पहनावे का क्या संबंध?’’ सफेद टोपी वाले ने प्रश्न को क्रिकेट गेंद की तरह उछाला.

‘‘श्रीमान, पहनावे से तात्पर्य है कि आप सलवारसूट पहन, बुरका ओढ़, शाल ओढ़  या मुंह काला कर किस तरह बैठेंगे,’’ हम ने स्पष्टीकरण करते हुए कहा.

‘‘ठीक है, ठीक है. बिलकुल सच कहा. हम निर्वस्त्र भी तो बैठ सकते हैं? सुना है नंगों से भूत भागते हैं?’’

‘‘यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन सी जाति के भूतों के सामने उपवास पर बैठ रहे हैं. आप कितने लोग उपवास पर बैठेंगे?’’

‘‘संख्या से क्या अंतर पड़ता है?’’

‘‘गजब करते हैं भाई, एक उपवास पर बैठेगा, एक प्रैस को प्रैसनोट देगा, तीसरा समझौता वार्त्ता हेतु हाथपांव फटकारेगा,’’ हम ने उन्हें अनुभव ज्ञान देते हुए कहा.

‘‘इन दिनों कौन से उपवास का मार्केट चल रहा है?’’ भगवा टोपी वाले ने प्रश्न किया.

‘‘देखिए, इंडिया ने उपवास को इंटरनैशनल क्रेज दिलवाया है. गांधीजी के बाद उपवास का मार्केट अब हाई है, हम ने पिछले दिनों पाकिस्तान को ऐक्सपोर्ट किया है. अमेरिका से बातचीत चल रही है,’’ हम ने कंप्यूटर पर दिखाते हुए कहा.

‘‘उपवास में आप की भूमिका क्या होगी?’’

‘‘यदि आप हमें ठेका देते हैं और बता देते हैं कि कितने दिनों का कार्यक्रम चलेगा तो उसी अनुसार चार्ज होगा. मीडिया, पौलिटिक्स, भीड़ सब को मैनेज हम कर के देंगे. यह सब आप के बजट पर निर्भर करता है.’’

‘‘12 दिन के उपवास पर चार्ज क्या होगा?’’ सफेद टोपी वाले ने प्रश्न किया.

‘‘इतने बड़े उपवास के लिए विदेशी मदद लेनी होगी और बजट कम से कम 2 करोड़ रुपए के लगभग जाएगा,’’ हम ने कैलकुलेटर पर जोड़भाग कर के बताया.

‘‘यह कुछ अधिक नहीं है?’’ सफेद टोपी वाले ने प्रश्न किया.

‘‘बिलकुल नहीं है. पिछले दिनों 3 दिन के उपवास पर 18 करोड़ रुपया खर्च किया गया था. उस को भी मैनेज हम ने ही करवाया था. पूरा हाईटैक, हाईप्रोफाइल मामला था,’’ हम ने कंप्यूटर पर उपवास के फोटो को दिखाते हुए कहा.

‘‘यदि किसी एजेंसी को उपवास का कौंट्रैक्ट नहीं दें तो क्या हम सफल नहीं हो पाएंगे?’’ दोनों ने सम्मिलित रूप से पूछा.

‘‘बिलकुल नहीं. देखा नहीं रेत निकालने के खिलाफ बैठे स्वामीजी का स्वर्गवास ही हो गया, किसी ने नोटिस लिया? नहीं न. यह तो हमारी एजेंसी है जो तिल का ताड़ और ताड़ को राई बना दे. अब आप बताएं, आप किस मुद्दे पर उपवास का मूड बना रहे हैं?’’

‘‘अभी हम ने तय नहीं किया है. आप के पास कोई आइडिया हो तो…’’

‘‘देखिए, मार्केट कैसा चल रहा है, हम बताते हैं. आइडिया बताने का अतिरिक्त चार्ज है जिस में हम आप को एक दरजन आइडिया बताते हैं, हर आइडिया पर हम क्याक्या करेंगे? ये सब बताते हैं,’’ हम ने उन से कहा.

‘‘इस समय किस तरह का मार्केट चल रहा है?’’

‘‘हीहीही,’’ हम हंस दिए. हम ने कहा, ‘‘5 हजार रुपया अतिरिक्त चार्ज है.’’

वे बड़े परेशान हुए, लेकिन धोती में छिपा कर रखी गड्डी निकाल कर हमें देते हुए कहा, ‘‘अब बताइए.’’

‘‘आप किस क्षेत्र में उपवास करना चाहते हैं, जैसे राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, नगर स्तर पर, राष्ट्र स्तर पर या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, पर्यावरण पर या किसी और पर? आप अपनी इच्छा स्पष्ट करें,’’ हम ने उन से प्रश्न किया.

‘‘जिस के चलते हम माल कमा सकें,’’ दोनों ने समवेत स्वर में कहा.

‘‘क्या आप दोनों एकसाथ या अलगअलग जगह उपवास पर बैठेंगे?’’

‘‘इस से क्या अंतर पड़ेगा?’’ सफेद टोपी वाले ने पूछा.

‘‘देखिए, 2 दुकानें खुलेंगी तो अधिक ग्राहक होंगे. एक दुकान पर कम ग्राहक होते हैं,’’ हम ने अनुभव का लाभ देते हुए कहा.

‘‘आप ही उपवास की जगह बता दें, हमें तो माल चाहिए.’’

‘‘नाम या माल?’’

‘‘पहले माल, फिर नाम.’’

‘‘बजट कितना है?’’

‘‘आप का कम से कम बजट कितना है?’’

‘‘हमारी रेंज 10 लाख से प्रारंभ होती है और 10 लाख वाले उपवासों की श्रेणी ‘डी’ होती है. इस में झुग्गीझोंपड़ी बचाओ, नाली का पानी निकलवाओ, गांवों का विस्थापन है, तथा इस के अतिरिक्त जितनी शक्कर डालेंगे हलवा उतना मीठा होगा,’’ हम ने अपनी घड़ी देखते हुए कहा.

‘‘हम 50 तक जा सकते हैं.’’

‘‘इस में प्रदेश को 2 भागों में बांटने, नदी के पानी का वितरण, नाभिकीय ऊर्जा जैसे मुद्दे होंगे.’’

‘‘और,’’ सफेद टोपी वाला चहका.

‘‘राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री पर आरोप लगा कर इस्तीफे की मांग रख कर उपवास, सीमा पर विदेशी घुसपैठ और धर्म के कुछ मामलों को लाया जा सकता है,’’ हम ने बताया.

दोनों ने सलाह की और हम से कहा, ‘‘नाभिकीय बिजलीघर के खिलाफ उपवास करना चाहेंगे.’’

‘‘वाह, यह तो बढि़या मुद्दा है. आप आधी रकम हमें एडवांस दे दें.’’

‘‘लेकिन माल कब मिलना शुरू होगा?’’

‘‘आप के बैठने के दूसरे दिन से सब व्यवस्थाएं होने लगेंगी.’’

‘‘माल कहां से मिलेगा?’’

‘‘जो नाभिकीय सामान सप्लाई करने वाली एजेंसी है वह अपने वैलफेयर फंड में से देगी,’’ हम ने उन्हें समझाया.

‘‘यदि नहीं मिला तो?’’

‘‘50 प्रतिशत फ्री.’’

‘‘आप उधार नहीं कर सकते?’’

हम ने घड़ी देखी, पूरे 1 घंटे का समय हो चुका था. उन्होंने हम से एक दरजन प्रश्नों को पूछा लेकिन हम ने मुंह बंद रखा. अगले सप्ताह वे 25 लाख रुपए पेशगी लेते आए.

हम ने उन का प्रैसनोट जारी करवा दिया. दिल्ली के फुटपाथ पर उपवास करने की घोषणा जारी करवा दी. नाभिकीय तापगृह के खिलाफ एक दरजन से अधिक फ्रांस, जापान, सोवियत देश के आंकड़ों को प्रस्तुत कर दिया. कुछ टुटपूंजियों की भीड़ भी एकत्र करवा दी. उन के उपवास की घोषणा हो गई. हम उन की हैल्प एजेंसी थे. हमारे पास विदेशों के सप्लायरों के फोन, मेल आने शुरू हो गए हैं. लेकिन अभी रेट कम हैं इसलिए दोनों क्लाइंटों को अलगअलग बैठा कर वसूली कर ही उठवाएंगे.

हमें मालूम है कि जो लागत उन्होंने उपवास के कारोबार पर लगाई है वह फिल्म रिलीज होने के 2 दिनों में ही लौट आएगी. पिछली बार भी पार्टी को विदेशी सहयोग दिलवाया था, उन्हें नाम अधिक दाम थोड़े कम दिलवाए थे. लेकिन इन टोपी वालों के साथ तो हम ने लाभ का सौदा किया है, इन की भी चांदी और हमारा सोना ही सोना. जय हो उपवास तेरी, जय हो उपवास करने वालों की.

सोशल वर्क : पैसों के साथ शोहरत भी

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव काफी बढ़ गया है. लोग अपने मकसद में तो आगे बढ़ रहे हैं, पर उन का जीवन काफी समस्याग्रस्त होता जा रहा है. ऐसे में समाजसेवा से जुड़े लोगों से आशा की जाती है कि वे इन समस्याओं से नजात दिलाएं. इसी हुनर ने समाजसेवियों की आवश्यकता को अनिवार्य बना दिया है, जिस से सोशल वर्क में शोहरत और सुकून के साथ पैसा भी मिलने लगा है.

क्या है समाजसेवा

समाजसेवा का अर्थ है, लोगों को अपनी समस्याओं का हल खोजने में मदद करना. लोगों की रोजमर्रा की समस्याओं का निदान ढुंढ़वाने में जागरूक करना. समाज में व्याप्त अंधविश्वास, कुपोषण, खराब स्वास्थ्य, गरीबी, निरक्षरता आदि ऐसी कई समस्याएं हैं, जो सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा हल की जा सकती हैं.

महिला सामाजिक संगठन की राष्ट्रीय महासचिव डा. जया शुक्ला के मुताबिक, समाजसेवा का अर्थ ऐसे कार्यों से है, जिन्हें कर के हम सामाजिक जीवन में व्यापक सुधार ला सकते हैं. सर्वप्रथम हमें समाज में व्याप्त अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करना होगा, तभी हम सही माने में समाजसेवा कर सकते हैं. हमें एक अभियान के माध्यम से सामाजिक बुराइयों को दूर करना चाहिए, तभी हम एक सभ्य समाज की कल्पना कर सकते हैं.

रोजगार के अवसर

समाजसेवा अब केवल परोपकार की भावना से नहीं की जाती, बल्कि यह तेजी से उभरते हुए रोजगार के रूप में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. समाजसेवा में निपुण युवाओं के लिए यह क्षेत्र सुनहरे अवसर उपलब्ध करा रहा है. प्रशिक्षित छात्रों के लिए सरकारी विभागों, निजी व सरकारी अस्पतालों में रोजगार की अपार संभावनाएं पैदा हो रही हैं.

सैकड़ों ऐसी सरकारी व गैरसरकारी संस्थाएं हैं, जो समाजसेवा के कार्यों में रुचि रखने वाले युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका देती हैं.

मैडिकल सोशियोलौजी में विशेषज्ञता प्राप्त कर आप निजी और सरकारी अस्पतालों में सेवा दे कर अच्छी कमाई कर सकते हैं.

सरकारी कार्यसूची में प्रौढ़ शिक्षा, एड्स जागरूकता, साक्षरता, नशामुक्ति अभियान, स्वास्थ्य पोषाहार, महिला और बाल विकास कल्याण आदि सरकार के ऐसे कार्यक्रम हैं, जहां रोजगार के शतप्रतिशत अवसर हैं. इन के अलावा कुछ औद्योगिक संगठन भी अपने यहां कर्मचारियों के कल्याण व संरक्षण के लिए प्रशिक्षित सामाजिक कार्यकर्ताओं को रखते हैं.

नौकरी के अलावा आप समाज कल्याण मंत्रालय द्वारा संस्था को पंजीकृत करवा कर अपना एनजीओ भी शुरू कर सकते हैं. सरकारी कार्यक्रमों में भागीदारी निभा कर सरकार से अनुदान प्राप्त कर समाजसेवा के साथसाथ अच्छी आमदनी भी अर्जित कर सकते हैं.

हर क्षेत्र में आज सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवश्यकता बढ़ती जा रही है. दिल्ली स्कूल औफ सोशल वर्क, टाटा इंस्टिट्यूट आदि ऐसे संस्थान हैं, जो अपने यहां प्रशिक्षण प्राप्त समाज सेवियों को अवसर प्रदान करते हैं.

प्रशिक्षण

समाजसेवा के क्षेत्र में जाने के लिए समाजशास्त्र में स्नातक या स्नातकोत्तर होना अनिवार्य है. देश के कई विश्वविद्यालयों व निजी संस्थानों में सोशल वर्क का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है. 2 वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए समाजशास्त्र के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती है. कुछ निजी संस्थानों में भी स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम चलाया जाता है.

स्पाइसी चिकन ड्रमस्टिक खाया क्या?

चिकन की तो कई रेसिपी आपने ट्राई किया होगा. लेकिन क्या कभी चिकन ड्रमस्टिक खाया है. नहीं, तो यहां जानिए इसे बनाने की विधि.

सामग्री

6 चिकन लेग पीस

1 बड़ा चम्मच अदरक, कटा हुआ

2 बड़े चम्मच मैदा

2 बड़े चम्मच कॉर्नफ्लोर

2 अंडे फिटे हुए

1 चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट

आधा चम्मच काली व लाल मिर्च पाउडर

चुटकी भर चीनी

नमक स्वादानुसार

1 बड़ा चम्मच सोया सॉस

तलने के लिए तेल

विधि

एक बाउल में सोया सॉस, अदरक-लहसुन पेस्ट और चीनी मिलाएं. इसमें चिकन लेग पीस को मैरीनेट कर आधे घंटे के लिए रख दें. एक बर्तन में कॉर्नफ्लोर, मैदा, नमक, मिर्च मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें. इसमें अंडे डालें और अच्छी तरह फेंट लें.

अब एक कढ़ाई में तेल डालकर तेल तेज आंच पर गर्म कर लें. इसके बाद चिकन लेग पीस को तैयार किए मिश्रण में डालकर अच्छी तरह कोट कर दें.

तेल गर्म होने पर ड्रमस्टिक्स को धीमी आंच पर गोल्डन ब्राउन होने तक डीप फ्राई करें. गरमागरम चिकन ड्रमस्टिक्स को प्याज और नींबू स्लाइस से गार्निश करके सर्व करें.

ब्यूटी एप्स से पाएं खूबसूरती

अगर खूबसूरत दिखना आप का पैशन है और आप मेकअप के लेटैस्ट ट्रैंड्स से अपडेट रहना चाहती हैं, तो अपने स्मार्टफोन को बना सकती हैं अपना ब्यूटी ऐक्सपर्ट यानी स्मार्ट फोन में मौजूद ब्यूटी एप्स आप को रखेंगे ब्यूटी की हर जानकारी से अपडेट.

मौडीफेस

इस एप में आप अपनी सैल्फी ले कर यह देख सकती हैं कि कौन सा सैलिब्रिटी हेयरस्टाइल आप पर फबेगा या किस हेयरस्टाइल में आप कैसी दिखेंगी. यह सभी कुछ आप कुछ ही पलों में इस ब्यूटी एप से जान सकती हैं. इस के साथ ही कौन सा हेयर कलर आप पर सूट करेगा, किस से आप खूबसूरत दिखेंगी, इस की जानकारी भी आप को इस एप से मिल जाएगी. मेकअप कौन सा अधिक खिलेगा, सभी कुछ यह एप आप को बता देगा.

ब्यूटीफुल मी

यह एप आप के फोटो का विश्लेषण कर के यह बताता है कि आप की स्किन कैसी है, क्या आप की स्किन ऐजिंग से प्रभावित हो रही है, साथ ही उस स्किन के लिए आप को कौन से फाउंडेशन का शेड प्रयोग करना चाहिए. यह एप बालों को खूबसूरत बनाने के टिप्स, नए ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ट्रैंड्स के बारे में भी बताता है.

ब्यूटीलिश

इस एप से आप यह  जान सकती हैं कि मार्केट में इस समय मेकअप और हेयरस्टाइल का क्या लेटैस्ट ट्रैंड चल रहा है और कैसे उस ट्रैंड को फौलो किया जा सकता है, साथ ही इस एप पर आप ब्यूटी रिलेटेड टिप्स भी पा सकती हैं. इस एप पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स के रिव्यू के साथसाथ उन की शौपिंग का औप्शन भी होता है.

आई मेकअप ट्यूटोरियल

आंखों का मेकअप आप के पूरे चेहरे में काफी निखार लाता है और इसीलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप की आंखों का मेकअप आकर्षक हो. आई मेकअप ट्यूटोरियल की मदद से आप आंखों का अलगअलग तरह का मेकअप कर के काफी स्टाइलिश दिख सकती हैं.

ट्राई इट औन मेकअप

हर महिला के लिए लिपस्टिक, आईशैडो या फाउंडेशन का कौन सा शेड चुना जाए, यह निर्णय लेना काफी चुनौती भरा काम होता है. लेकिन इस बेहतरीन एप की मदद से आप की यह मुश्किल हल हो जाएगी. आप को सिर्फ अपने चेहरे की एक तसवीर लेनी होगी और उस ब्यूटी प्रोडक्ट के बारकोड से स्कैन करनी होगी, जिसे आप खरीदना चाहती हैं. ऐसा करने के बाद आप को उत्पाद लगाने के बाद वाली तसवीर प्राप्त होगी, जिस से आप निर्णय ले सकती हैं कि वह प्रोडक्ट आप को खरीदना चाहिए या नहीं.

हेयर डिजाइन

इस एप की मदद से अनेक तरह के बेहतरीन हेयरस्टाइल बनाए जा सकते हैं. इस में हेयरस्टाइल से जुड़े कई ट्यूटोरियल दिए हुए हैं और हर हेयरस्टाइल को बनाने का तरीका स्टेप बाई स्टेप बताया गया है. इस एप में एक स्मार्ट मिरर भी है, जिस में आप अपने बने हेयरस्टाइल की तसवीर भी ले सकती हैं, जिसे अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों के साथ शेयर कर सकती हैं.

माई स्किन

आप की स्किन टाइप के अनुसार आप की स्किन को कौन सा प्रोडक्ट सूट करेगा, यह एप इस बात की जानकारी देगा. इस के अतिरिक्त अगर आप को अपनी स्किन को ले कर कोईर् ऐक्सपर्ट ऐडवाइज चाहिए, तो वह भी यह एप आप को देगा.

चैक योर कौस्मैटिक

आप अपनी खूबसूरती निखारने के लिए जिन सौंदर्य उत्पादों का प्रयोग कर रही हैं वे प्रयोग करने लायक हैं या नहीं, यह एप इस बात की जानकारी देता है. इस एप में आप को सौंदर्य उत्पाद का बैच कोड और ब्रैंड डालते ही उस की ऐक्सपायरी डेट पता चल जाती है.

तो अब देर किस बात की. आप भी ब्यूटी रिलेटेड इन एप्स को डाउनलोड करें और अपनी खूबसूरती को फ्लौंट करें.

उम्र एक पर अंदाज जुदा

फिल्मी हस्तियों में अपनी असल उम्र से छोटा दिखने की होड़ लगी रहती है. लेकिन कुछ सितारे ऐसे भी हैं, जो इसे नहीं मानते. अब देखिए, कितना अंतर हो जाता है, अपने शरीर का ध्यान देने और न देने में. ऐसे ही कुछ सितारे हैं जो अपनी उम्र से बड़े दिखते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो अपनी उम्र से छोटे दिखते है.

अनिल कपूर और आलोक नाथ

आप यकीन नहीं करेंगे अभिनेता अनिल कपूर और आलोक नाथ दोनों इस वक्त 59 साल के हैं. एक अनिल कपूर अपनी फिल्मों में बांह चढ़ाते नवयुवतियों से इश्क फरमाते नजर आते हैं तो दूसरी ओर बापूजी आलोक नाथ युवतियों पर नजर फेरते हैं तो लोग उनकी खिल्ली उड़ते हैं.

विजय राज और सौरभ शुक्ला

अब विजय राज और सौरभ शुक्ला को देख लीजिए. देखने से लगता है दोनों ने अपने शरीर का ध्यान नहीं दिया. एक ने खाने पीने पर कभी ध्यान नहीं दिया तो दूसरे ने खाने से कभी ध्यान ही नहीं हटाया. दोनों की उम्र 53 वर्ष है. अहम बात कि दोनों अभिनय में हांस्य कलाकार हैं. काम भी दोनों को छिट-फुट मिलते रहते हैं. हालांकि विजय राज की तुलना में सौरभ शुक्ला अधिक सफल रहे हैं. सौरभ शुक्ला की आखिरी फिल्म ‘पीके’ में अभिनय की खूब तरीफ हुई थी.

फरीदा जलाल और हेमा मालिनी

फरीदा जलाल इनको बच्चे अब नानी कहकर बुलाते हैं. टीवी धारावाहिक ‘शरारत’ में इन्होंने नानी का किरदार निभाया था. और दूसरी ओर हैं हेमा मालिनी, जिनको आज भी लोग ड्रीम गर्ल कहकर पुकारते हैं. दोनों की उम्र में कोई फर्क नहीं है. दोनों इस वक्त 67 साल की हैं.

विनय पाठक और अजय देवगन

अभिनेता विनय पाठक और अजय देवगन की उम्र इस वक्त 47 साल की है. दोनों के अभिनय में दम है. लेकिन अजय देवगन अपने अभिनय के साथ-साथ अपनी शरीर पर भी मेहनत करते हैं. 47 की उम्र में भी वह 22 साल की हीरोइन के साथ रोमांस करते नजर आते हैं. लेकिन विनय पाठक को अब 80 साल के बूढ़े का किरदार मिलता है. ‌पिछले साल आई उनकी फिल्म ‘गौर हरी दास्तानः द फ्रीडम फाइल (2015)’ में वह 80 साल के शख्स के किरदार में थे.

रेखा और किरण खेर

आज भी लोग अभिनेत्री रेखा की खूबसूरती का राज जानने में दिलचस्पी रखते हैं. आखिरी 61 की उम्र में वह इतनी चुस्त-दुरस्त और खूबसूरत कैसे बनी हुई हैं. लेकिन उतनी ही उम्र की किरण खेर, जबकि वह एक नृत्यांगना-अभिनेत्री हैं, उतनी फुर्तीली नहीं दिखतीं, जितनी रेखा. हालांकि दोनों ही इस उम्र में भी सक्रिय हैं. अवार्ड समारोहों व टीवी कार्यक्रमों में दोनों की उपस्थि‌ति लोगों को उत्साहित करती है.

आमिर खान और प्रकाश राज

आमिर खान तो अपने किरदार मुताबिक खुद को ढालने के लिए जाने ही जाते हैं, लेकिन उनकी जितनी उम्र दक्षिण के अभिनेता प्रकाश राज की भी है. अब फिलहाल दोनों कैसे दिखते हैं देख लीजिए. इनकी तस्वीरे देखकर आपको शरीर पर मेहनत और शरीर पर कोई मेहनत नहीं का असर साफ दिखेगा. दोनों की उम्र 51 साल है.

नागार्जुन और पुनीत इस्सर

द‌िक्षण के अभिनेताओं की बात चल ही रही है तो हम एक बार नागार्जुन को भी देख लेते हैं. इनकी उम्र इस वक्त 56 साल है. देखने में एकदम छरहरे, जबकि उतने ही साल के हिन्दी फिल्‍म अभिनेता पुनीत इस्सर बूढ़े दिखने लगे हैं. नागार्जुन फिलहाल दक्षिण फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं. उनकी फिल्म ‘ओपिरि’ इसी साल रिलीज हुई है, जबकि पुनीत फिल्मों से बाहर हो चुके हैं, उन्हें अंतिम बार बिग बॉस 9 में देखा गया था. पुनीत भी इस वक्त महज 56 साल के हैं.

संजय मिश्रा और जावेद जाफरी

कम उम्र में सबसे ज्यादा बाल जिस अभिनेता के बाल पके हैं, उनका नाम है ‘संजय मिश्रा’. संजय की उम्र फिलहाल 52 है. यानि आमिर-सलमान-शाहरुख से महज एक से डेढ़ साल बड़े. लेकिन कद काठी और लुक के मामले में संजय तीनों खानों से काफी उम्रदराज दिखते हैं. उनकी ही उम्र के अभिनेता जावेद जाफरी अब भी फिल्मों में 20-22 के युवक किरदार निभाते देखे जाते हैं.

जया बच्चन और सिमी ग्रेवाल

जया बच्चन, युवावस्‍था में जितनी बच्ची दिखती थीं, प्रौढ़ावस्‍था में उतनी ही बूढ़ी दिखने लगी हैं. इसमें सबसे अहम भूमिका निभाई है उनके मोटापे ने. शादी के बाद से जैसे ही उन्होंने फिल्मों से त्याग लिया मानो अपने लुक की चिंता भी छोड़ दी. अब उनकी उम्र की अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल उनके सामने बहू और वो सासू मां दिखती हैं. उम्र दोनों ही की 68 साल है.

अमिताभ बच्चन और परिक्षित साहनी

एक तरफ जया हैं, दूसरी तरफ उनके पति अमिताभ. जया दिन ब दिन बूढ़ी होती जा रही हैं तो अमिताभ जवान. 73 साल की उम्र में अमिताभ सोलो हीरो फिल्म करने की हालत में हैं. अब भी जिस फिल्म में अमिताभ होते हैं, दूसरे अभिनेता से गौड़ किरदार उनके पास नहीं आता. भले मुख्य किरदार कोई और हो पर हालिया रिलीज सभी अमिताभ फिल्मों में वो बिल्कुल भी मुख्य किरदार से कमतर नहीं रहे हैं. इसके पीछे उनका लुक और उनका उत्साह है. दूसरी ओर उनसे ढाई महीने छोटे परिक्षित साहनी अमिताभ के बड़े भाई की तरह दिखने लगे हैं.

संजय दत्त और शक्ति कपूर

ढाई साल से अधिक समय जेल में काटकर लौटे अभिनेता संजय दत्त फिर से बड़े पर्दे पर वापसी की सोच रहे हैं तो इसमें बहुत बड़ी भूमिका उनके आकर्षक लुक की है. 57 की उम्र में भी उनके डिलडौल कम नहीं हुए हैं. दूसरी ओर 57 साल के शक्ति कपूर अब अपनी बेटी की फिल्में देखते हैं और बेटे के आने का इंतजार कर रहे हैं.

जीनत अमान और डेसी ईरानी

एक ही उम्र के दो इंसानों में दोनों ही ऐसे पेशे में है जहां आकर्षक शरीर की बहुत अहमियत होती है, फिर भी लुक में इतना बड़ा अंतर देखने को मिले तो हैरानी होती है. अपने समय की खूबसूरत अभिनेत्री जीनत अमान और डेसी ईरानी की उम्र इस वक्त 64 साल है. लेकिन जीनत अभी भी रैंप पर चलने की हालत में हैं और डेसी बस घर पर टीवी में रैंप वॉक देखने की.

हृतिक रोशन और राम कपूर

हम उम्र में कुछ अहम अंतर देखने को नई उम्र के अभिनेताओं में भी मिलता है. अभिनेता हृतिक रोशन और राम कपूर को ले लीजिए. दोनों की जबर्दस्त फैन फॉलोइंग है. लेकिन हृतिक, राम को लुक के मामले में कहीं पीछे छोड़ देते हैं. दोनों ही इस वक्त 42 साल के हैं, लेकिन हृतिक रोजाना अपने शरीर के लिए अथक मेहनत करते हैं, जबकि राम कपूर मोटापा घटाने के‌ लिए कुछ देर जिम में बिताते हैं.

फरहान अख्तर और नवाजुद्दीन सिद्दकी

इस वक्त इंडस्ट्री के दो और सितारे 42 की उम्र हैं, फरहान अख्तर और नवाजुद्दीन सिद्दकी. दोनों के खातों में आई फिल्मों की संख्या में बहुत अंतर नहीं है. लेकिन नवाज के अभिनय की तारीफ फरहान की तुलना में अधिक है. बावजूद इसके चाहने वालों की तादाद खासकर लड़कियों में फरहान की अधिक है. वह उनके शरीर के प्रति जागरुकता को लेकर है. फरहान ने फिल्म ‘भाग मिल्‍खा भाग’ के समय से ही जबर्दस्त बॉडी बना रखी है. इससे वह अपनी ही उम्र के नवाजुद्दीन से कम उम्र के भी नजर आते हैं.

नाना पाटेकर और रजनीकांत

भारतीय सिनेमा इतिहास के दो वजनदार अभिनेता, तीनों की उम्र 65 साल. इनमें हैं नाना पाटेकर और रजनीकांत. इनमें रजनीकांत के दो रूप हैं, फिल्मों में तो वो अभी दीपिका पादुकोण, सोनाक्षी सिन्हा के साथ रोमांस करते नजर आते हैं, लेकिन असलियत में वो अपने गिरे हुए बाल कभी छिपाते नहीं. जबकि नाना पाटेकर इतनी ही उम्र में पर्दे के बाहर भी बेहद चुस्त-दुरुस्त नजर आते हैं.

मुकेश खन्ना और जॉनी लीवर

कभी-कभी इंडस्ट्री से बाहर होना भी उम्र का हिसाब बिगाड़ देता है. एक समय में मुकेश खन्ना, भीष्म और शक्तिमान बनकर घर के चहेते हो गए थे, तब जॉनी लीवर फिल्मों में छिटफुट हंसी के किरदार करते थे. मुकेश खन्ना हीरो और जॉनी लीवर सहायक किरदार पर अब जॉनी को अब भी काम मिल रहा है, मुकेश अब बूढ़े हो चले हैं. उम्र दोनों की बराबर ही है, 58 साल.

‘लिव इन’ रिलेशनशिप में टीवी के कई सितारे

टी.वी. पर सीरियल्स में दिखने वाली ‘आदर्श’ बहु-बेटियां और बेटों को रोजाना देखते-देखते हमारे मन में उनकी इमेज वैसी ही बन जाती है, पर असल जिन्दगी में उनकी लाइफ भी फिल्मी सितारों से कम ग्लैमरस नहीं होती.

टीवी के बहुत से ऐसे कपल्स हैं जो ‘लिव इन’ में रह चुके हैं या अभी भी रह रहे हैं और कोशिश तो सबकी शादी करने की होती है लेकिन ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में रहने वाले हर कपल का रिश्ता शादी के मंडप तक नहीं पहुँच पाता.

ऐसे ही कुछ किस्से आज हम आपके सामने पेश करने जा रहे हैं, जो आपको बताएंगे कि अब किस सेलिब्रिटी के ‘लिव इन रिलेशनशिप’ का क्या स्टेटस है.

1. सुशांत सिंह राजपूत और अंकिता लोखंडे : 6 साल तक ही साथ रह पाए, सुशांत सिंह राजपूत और अंकिता लोखंडे…

टीवी पर छाए रहने के बाद बड़े परदे पर छा रहे सुशांत सिंह राजपूत और उनकी गर्लफ्रैंड अंकिता लोखंडे की लव स्टोरी की शुरुआत, साल 2009 में शुरू हुए जीटीवी के पॉपुलर शो ‘पवित्र रिश्ता’ के सेट से हुई थी. 6 साल तक ‘लिव इन’ में रहने के बाद दोनों के रिश्ते में खटास आ गई और दोनों एक दूसरे से अलग हो गए.

2. कृष्णा और कश्मीरा : वन नाईट स्टैंड से शुरू हुई थी कृष्णा और कश्मीरा की लव स्टोरी…

गोविन्दा के भतीजे कृष्णा और कश्मीरा शाह की लव स्टोरी बाकी सब से थोड़ी हटकर है. एक तरफ जहाँ सितारे अपनी पर्सनल लाइफ को मीडिया से छिपाते फिरते हैं, वहीं कृष्णा ने एक इंटरव्यू में कश्मीरा से उनकी पहली मुलाकात और रिश्ते के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने बताया था कि, “हमारे प्यार की शुरूआत वैनिटी वैन में हुई थी. रात हो चुकी थी और हम वैन में बैठे हुए थे. तभी लाइट चली गई. मैंने पूछा कि अब क्या करें, तो कैश (कश्मीरा) ने वापस पूछा, ‘क्यों, कुछ करना है!’ और इस तरह हमें एक-दूसरे से प्यार हो गया.”

फिर लंबे समय तक एक दूसरे को डेट करने और लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद साल 2013 में वो विवाह के बंधन में बंध गए थे.

3. हिना खान और जयवंत जयसवाल : ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ की ‘अक्षरा’ रहती हैं ‘लिव इन’ में शो के प्रोड्यूसर के साथ…

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में ‘अक्षरा’ का किरदार निभाने वाली हिना खान पिछले कई सालों से शो के सुपरवाइजिंग प्रोड्यूसर जयवंत (रॉकी) जयसवाल को डेट कर रही हैं. खबरों के अनुसार दोनों मुम्बई में एक साथ रहते हैं और जल्द ही शादी के बंधन में बंध सकते हैं.

4. आशा नेगी और ऋत्विक धंजानी : ‘पवित्र रिश्ता’ के सेट से शुरू हुई थी ऋत्विक धंजानी और आशा नेगी की लव स्टोरी…

‘पवित्र रिश्ता’ के सेट से शुरू हुई टीवी एक्टर ऋत्विक धंजानी और आशा नेगी की लव स्टोरी को तकरीबन 6 साल पूरे हो गए हैं. दोनों एक साथ मुम्बई के सब-अर्बन इलाके में एक साथ रहते हैं. खबरों के अनुसार दोनों अब शादी कर सकते हैं.

5. गुरमीत और देबिना : टीवी के ‘राम-सीता’ असल ज़िन्दगी में भी बन चुके हैं एक दूसरे के जीवन साथी…

टीवी पर राम-सीता का किरदार निभाने वाले गुरमीत और देबिना साल 2008 में फिल्म के सेट पर ही एक दूसरे को दिल दे बैठे थे. करीब 7 साल तक रेलशनशिप में रहने के बाद, साल 2011 में अपने परिवार की मौजूदगी में इस कपल ने गुप-चुप शादी कर ली थी.

6. रश्मि देसाई और नंदीश संधू : ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया रश्मि देसाई और नंदीश संधू का रिश्ता…

पॉपुलर टीवी सीरियल ‘उतरन’ में ‘तपस्या’ और ‘वीर सिंह’ का किरदार निभाने वाले रश्मि देसाई और नंदीश संधू ने कुछ सालों तक ‘लिव इन’ में रहने के बाद फरवरी 2012 में शादी तो कर ली थी, लेकिन उनका रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया. नंदीश के दूसरे अफेयर्स के चलते, 4 साल बाद ही रश्मि उनसे अलग हो गई थी.

7. रुबीना दिलाइक और अभिनव शुक्ला : जल्द ही शादी के बंधन में बंध सकते हैं ‘छोटी बहू’ की ‘राधिका’ और ‘विक्रम’…

‘छोटी बहू’ में मुख्य किरदार निभाने वाली रुबीना दिलाइक इन दिनों, शो में ‘विक्रम’ का किरदार निभाने वाले अभिनव शुक्ला के साथ रिलेशनशिप में हैं. रुबीना के अनुसार, उनका रिलेशनशिप कुछ महीने पहले ही शुरू हुआ है. खबरों के अनुसार दोनों जल्द ही शादी कर सकते हैं.

8. सनाया ईरानी और मोहित सहगल : ‘मिले जब हम तुम’ की गुंजन और सम्राट बंध चुके हैं शादी के बंधन में…

इस कपल की लव स्टोरी भी साल 2008 में टीवी शो ‘मिले जब हम तुम’ के सेट से ही शुरू हुई थी. शो में ‘गुंजन’ और ‘सम्राट’ का किरदार निभाने वाले सनाया ईरानी और मोहित सहगल 6 साल तक एक दूसरे के साथ रहने के बाद, 25 जनवरी, 2016 को शादी के बंधन में बंध गए थे.

इन कपल्स के रिलेशनशिप के बारे में जानकार यह साबित होता है कि सीरियल्स की तरह ही असल जिन्दगी में भी रिश्ते कितने जल्दी बनते और बिगड़ते रहते हैं.

“विलेन को निकाला तो फिल्म छोड़ दूंगी”

आपने बॉलीवुड में दो हीरो के बीच दोस्ती की कई मिसालें सुनी होंगी लेकिन एक हीरो और हीरोइन के बीच दोस्ती का ये किस्सा आपको वाकई अचंभे में डाल देगा.

वाकया उन दिनों का है जब अपने मुंहफट अंदाज और बड़बोलेपन के चलते शत्रुघ्न सिन्हा को इंडस्ट्री में नापसंद किया जाने लगा था. उस वक्त दो ही लोग थे जो शत्रुघ्न के दोस्त थे. पहले संजीव कुमार और दूसरी मुमताज.

दोनों को फिल्म ‘खिलौना’ ऑफर हुई तो उन्होंने शत्रुघ्न के नाम की भी सिफारिश कर डाली. डायरेक्टर ने शत्रुघ्न को फिल्म में विलेन का रोल दिया. लेकिन शत्रुघ्न कैमरे के सामने विलेन का रोल करते करते शूटिंग के सदस्यों के साथ भी विलेन का रोल करने लगे. वो शूटिंग के दौरान क्रू मेंबर के साथ बदतमीजी करते, उनसे गाली गलौज करते थे.

शत्रुघ्न के व्यवहार के चलते पूरी यूनिट उनके खिलाफ हो गई. खुद एलवी प्रसाद भी शत्रुघ्न के खराब व्यवहार से इतने त्रस्त थे कि उन्हें बिना शूट दिए पूरे पूरे दिन बैठाया जाता था.

एक तरफ फिल्म की पूरी यूनिट थी जो शत्रुघ्न को फिल्म से निकलवाने पर तुली थी और दूसरी तरफ संजीव और मुमताज थे जो कोशिश कर रहे थे कि शत्रुघ्न को फिल्म से न निकाला जाए. उधर शत्रुघ्न इन चीजों से बेखबर टीम के साथ अजीबोगरीब व्यवहार कर रहे थे.

एक दिन शत्रुघ्न किसी बात पर टीम से झगड़ पड़े और आजिज आकर एलवी प्रसाद ने शत्रुघ्न को शूटिंग से बाहर कर दिया. संजीव कुमार ने एलवी प्रसाद को समझाने की बहुत कोशिश की, यहां तक कि शत्रुघ्न की तरफ से उनसे माफी भी मांगी लेकिन प्रसाद नहीं माने.

शत्रुघ्न मुंह लटकाए शूट से लौट रहे थे तब मुमताज एलवी प्रसाद के पास पहुंची और कहा कि अगर आप शत्रुघ्न को शूट से बाहर करेंगे तो मैं फिल्म की शूटिंग छोड़ दूंगी. ये सुनते ही प्रसाद सकते में आ गए. फिल्म की 70 फीसदी शूटींग पूरी हो चुकी थी और शूटिंग पर लाखों रुपया खर्च हो चुका था, ऐसे में अगर हीरोइन फिल्म छोड़ दे तो निर्माता सड़क पर आ जाता.

एलवी प्रसाद ने मुमताज की धमकी को गंभीरता से लेते हुए फैसला किया कि शत्रुघ्न की नादानियां सही जाएं और उन्हें शूट से बाहर न निकाला जाए.

कैथरिन ट्रेसा को करना है डेट तो..

अपकमिंग तमिल फिल्म ‘कादंबन’ की ऐक्ट्रेस कैथरिन ट्रेसा हाल ही में अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए फेसबुक पर लाइव थीं. इसी लाइव चैट के दौरान एक यूजर ने उनसे पूछ लिया कि क्या वह उन्हें डेट करना चाहेंगी?

इसके जवाब में ऐक्ट्रेस ने वह 5 मुख्य चीजें बताईं जो कि किसी शख्स में होनी चाहिए जिसे वह डेट करेंगी. इस दौरान उनकी फिल्म के लीड हीरो आर्या भी उनके साथ मौजूद थे जो लाइव के दौरान कैथरिन की टांग खींचते रहे.

तो आइए आपको भी बताते हैं कि वह 5 चीजें कौन सी हैं जिनके आप में होने पर कैथरिन आपको डेटिंग का चांस दे सकती हैं. जानिए इन 5 में से आप में कितनी गुण हैं.

1. जहां ज्यादातर लड़कियां और ऐक्ट्रेसेज लुक्स को प्राथमिकता देती हैं, कैथरिन जूतों को प्राथमिकता देती हैं. पहली क्वालिटी जो उन्होंने बताई उसके मुताबिक शख्स को अच्छे और साफ जूते पहनने चाहिए.

2. दूसरी क्वालिटी के तौर पर कैथरिन ने बताया कि उस शख्स को अच्छा और खुशबूदार परफ्यूम लगाना चाहिए ताकि उसका शरीर महकता रहे.

3. ज्यादातर लड़कियों की ही तरह कैथरिन ने भी तीसरे नंबर पर हाइट को रखा. उन्होंने कहा कि जिस लड़को को वह डेट करें वह उनसे थोड़ा लंबा होना चाहिए, ताकि वह जब ऊंची से ऊंची हील्स भी पहनें तो भी वह उनके बराबर आए.

4. चौथी क्वालिटी कुछ लोगों को निराश कर सकती है, लेकिन कैथरिन ने कहा कि जिस शख्स को वह डेट करना चाहेंगी उसके पास एक अच्छी कार होनी चाहिए. कैथरिन ने बताया कि कारें उनकी कमजोरी हैं.

5. आखिरी चीज जो कैथरिन ने बताई उसके मुताबिक शख्स को बोलने में बहुत अच्छा होना चाहिए.

तो यदि आपके अंदर ये सारे गुण हैं तो आपको कैथरिन डेट पर जाने के लिए एक मौका दे सकती हैं. इस चैट के दौरान आर्या के अलावा म्यूजिक डायरेक्टर युवान शंकर राजा भी मौजूद थे.

इन कारणों से लग सकती है लू…

गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ते ही लू लगने या हीटस्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी होना, तापमान बढ़ना, सिर भारी होना, आंखों में जलन, खून गर्म होना, बुखार, बेहोशी आदि समस्याएं हो सकती हैं. कई बार खून की गति का तेज होना व सांस की गति का बदलना और शरीर में ऐंठन होना काफी खतरनाक हो जाता है. इस वजहों से रोगी की जान भी जा सकती है.  

लू से बचने के लिए आपको इनके कारणों को जानना चाहिए, जिनके आधार पर इससे बचे रह सकें, यहां जानिए लू लगने के कारण – 

1. शरीर में जरूरी जल और नमक की कमी हो जाने पर रक्तसंचार में बाधा पहुंचने लगती है, बस यही सबसे अहम वजह होती है जब आपको लू लग सकती है.

2. हमारे शरीर में तापमान का उतार-चढाव सहन करने की पर्याप्त क्षमता होती है ले‍किन यह एक तय सीमा तक ही हो पाती है. जब बहुत अधिक गर्मी में शरीर वातावरण के अनुकूल अपने को एडजस्ट नहीं कर पाता है तो आप लू का शिकार हो जाते हैं.

3. क्या आप जानते हैं कि ज्यादा देर तक गर्मी में खड़े रहने से, तेज धूप में निकलने से व धूप में मेहनत करने से लू लग जाती है. 

4. हर व्यक्ति समान रूप से लू से प्रभावित नहीं होता है, पर यह आपके शारीरिक शक्ति, उम्र और प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है कि आपका शरीर में कितनी प्रतिरोधक क्षमता हैं.

ऑफ शोल्डर ड्रेस दे ग्लैमरस लुक

कोई भी मौका हो, महिलाओं के मन में यही रहता है कि वह स्पेशल और अलग नजर आएं. अगर आप भी ऐसी ही कुछ ही ख्वाहिश रखती हैं, तो आप ऑफ शोल्डर ब्लाउज अपना सकती हैं. यह आपको स्टाइलिश और अट्रैक्टिव बनाएगा.

दरअसल, 80 से 90 तक का हिट फैशन एथनिक ड्रेस के साथ ऑफ शोल्डर ब्लाउज ने फिर से वापसी की है. आप हर तरह के फंक्शन में इसे पहन सकती हैं.

दुल्हन की ड्रेसेज में भी यह ट्रेंड खूब देखने को मिल रहा है. इसमें ऑफ शोल्डर ब्लाउज को रफ्ल्स, शीर लैस और ड्रमैटिक फ्रिल्स से सजाया जाता है. लहंगे के साथ ये बेहद खूबसूरत नजर आते हैं.

इनमें यूज किया जाने वाला मिरर वर्क, स्वरोवस्की क्रिस्टल, रेशम एम्ब्रॉयडरी, गोल्ड गोटा सीक्वंस और जरदोजी इनको रॉयल लुक देता है, जिससे खास ओकेजन पर इनको पहना जाने लगा है. हल्का शोल्डर दिखने से यह आपको स्टाइलिश तो दिखाता ही है, साथ ही ट्रेंडी लुक भी देता है.

आप मोटी हों या पतली, ऑफ शोल्डर ब्लाउज आप ट्राई कर सकती हैं क्योंकि यह ब्लाउज हर बॉडी टाइप पर खूबसूरत दिखता है. खास बात यह है कि आप इसे लहंगे, साड़ी या स्कर्ट किसी के साथ भी कैरी कर सकती हैं.

बीच पार्टी में ऑफ शोल्डर ड्रेसेज कूल लुक देंगी. इसके साथ हाई वेस्ट जींस पहनें और साथ में फॉर्मल हील. यह आपको फॉर्मल लुक देगा. मिनटों में इससे आप स्टाइल पा सकती हैं.

ऑफ शोल्डर ब्लाउज आप लहंगे के साथ पहनें या साड़ी के साथ, इसके साथ बड़े साइज के ईयररिंग्स जरूर पहनें, जो कंधों को छूती हुई हों. इस ब्लाउज के साथ चोकर भी खासा खूबसूरत लगेगा. अगर आप ऑफ शोल्डर क्रॉप टॉप पहनने की सोच रही हैं, तो इसके साथ बूट्स पहनें. अगर आप ऑफ शोल्डर शर्ट पहन रही हैं तो कई लेयर्स वाला नेकलेस पहनें.

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