राजनीति के ढेर में दफन निजी स्वतंत्रता

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक मंत्री संदीप कुमार को मंत्री पद से हटा दिया, क्योंकि एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर घूमने लगा, जिस में संदीप कुमार किसी औरत के साथ सैक्स संबंध बना रहा था. अरविंद केजरीवाल ने नैतिकता के मानदंडों के नाम पर संदीप कुमार को हटा दिया कि उस के मंत्री विवादों से ऊपर रहें.

अगर यह क्लिप वास्तव में संदीप कुमार का किसी औरत के साथ है, जो उस की पत्नी नहीं है तो चटखारे लेने की बात तो हो सकती है पर उस में नैतिकता का सवाल उठाने का हक पत्नी को है किसी और को नहीं. सैक्स का सहमति से होना नैतिकता के दायरे में आए यह जरूरी नहीं खासकर तब जब न उस औरत ने उसी दिन आपत्ति की हो और न पत्नी ने. अब विवाद खड़ा होने पर वह औरत शिकायत करने जा पहुंची है, क्योंकि शायद उसे लगा वह नाहक बदनाम हो जाएगी.

यह तर्क चाहे बुरा लगे पर सच यह है कि सदियों से विवाह की परंपरा के बावजूद विवाहेतर संबंध बनते रहे हैं. इस पर आपत्ति और नैतिकता का सवाल असल में औरतों को बदनाम करने के लिए उठाया जाता रहा है. किसी औरत के गैरपति से संबंध बनाने की सजा औरत को ही मिलती रही है, पति को नहीं. आज भी हम इन गैरबराबरी वाले विचारों से उठ नहीं पाए हैं और नैतिकता को कोरा सैक्स से जोड़ रहे हैं.

इसी वजह से ज्यादातर औरतें छुईमुई बनी रहती हैं, अपने को घर की दीवारों में कैद रखती हैं, किसी मर्द से बात करती घबराती हैं. नौकरीपेशा हों तो रातदिन डरती हैं कि कहीं कोई ऊंचनीच न हो जाए. विवाहिताओं की तो छोडि़ए, अविवाहिताएं भी इसी कारण उस युवक से प्रेम निवेदन करने से कतराती हैं, जो उन के उपयुक्त है और जिस के साथ जीवनसुख मिल सकता है. युवा प्रेम निवेदन करता है तो पहले वे इनकार करती हैं और बाद में ही झिझक कम होती है.

इस थोथी नैतिकता के कारण औरतों का व्यक्तित्व सामाजिक परंपराओं, सदाचरण, अस्मिता में खो जाता है. पुरुष हर तरह का जोखिम ले सकता है, औरत इस इज्जत को बचाने के लिए अपने को कुरबान कर देती है. संदीप कुमार के जिस भी औरत के साथ संबंध थे वे पत्नी से धोखा हो सकते हैं पर जनता को उस से कोई मतलब नहीं, जब तक यह साबित न हो जाए कि एक नेता देह के रूप में कुछ वसूली कर रहा था.

अगर वीडियो चोरीछिपे बनाया गया है तो यह वीडियो ही अनैतिकता के दायरे में है. निजी स्वतंत्रता को राजनीति के ढेर में दफना देना शायद जरूरी है पर यह जनता की ज्यादती है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी मोनिका लेविंस्की के मामले में फंसे थे इस तरह की छद्म नैतिकता के चक्कर में.

जरूर ट्राई करें कुंग पाउ चिकन

सामग्री

– 400 ग्राम स्किनलैस, बोनलैस चिकन ब्रैस्ट हाल्व्स टुकड़ों में कटा हुआ

– 2 बड़े चम्मच सोया सौस

– 2 बड़े चम्मच तिल का तेल

– 2 बड़े चम्मच कौर्नफ्लोर 2 बड़े चम्मच पानी में घुला हुआ

– 10 ग्राम गरममिर्च का पेस्ट

– 1 छोटा चम्मच सफेद सिरका

– 2 छोटे चम्मच ब्राउन शुगर

– 4 हरे प्याज कटे हुए

– 1 बड़ा चम्मच कटा लहसुन

– 100 ग्राम क्रश्ड मूंगफली

– फ्लेवर के लिए कुकिंग वाइन

विधि मैरिनेड की

1 बड़ा चम्मच वाइन, 1 बड़ा चम्मच सोया सौस, 1 बड़ा चम्मच तेल और 1 बड़ा चम्मच कौर्नफ्लोर का घोल लें और अच्छे से मिक्स करें. फिर एक कांच के बरतन में चिकन के टुकड़े लें औैर फिर उस में मैरिनेड डालें. अच्छे से मिलाएं. अब बरतन को ढक कर 30 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें.

विधि सौस की

एक छोटे बाउल में 1 बड़ा चम्मच सोया सौस, 1 बड़ा चम्मच तेल, 1 बड़ा चम्मच कौर्नफ्लोर का घोल, मिर्च का पेस्ट, सिरका, चीनी लें और सभी सामग्री को अच्छे से मिला दें. अब इस सामग्री में हरा प्याज, लहसुन, वाटर  चैस्टनट और मूंगफली डालें. अब एक पैन में धीमी आंच पर सौस को तब तक पकाएं जब तक उस में से खुशबू न आने लगे. तब तक, चिकन को मैरीनेड से निकाल कर एक पैन में पकाएं. चिकन को तब तक पकाएं जब तक वह सफेद न पड़ जाए. सौस के पकने के बाद उसे चिकन पर डाल दें और आंच को धीमा कर के तब तक पकाएं जब तक सौस गाढ़ा न हो जाए. फिर नयासा की सर्विंग प्लेट में सर्व करें.

व्यंजन सहयोग

शैफ सी.एस. रावत

ऐग्जीक्यूटिव शैफ, ज्यू वौंग, ईस्ट पटेल नगर, दिल्ली              

तनाव से लड़ने के मानसिक तरीके

तनाव स्वास्थ्य से संबंधित एक गंभीर समस्या है परन्तु इसे एक सामाजिक कलंक माना जाता है जो इससे प्रभावित व्यक्ति को उपचार लेने से रोकता है.

हालांकि प्रत्येक व्यक्ति कभी न कभी तनाव महसूस करता है फिर भी तनाव के कई लक्षण हैं जैसे घबराहट, भूख न लगना, नींद न आना, अवसाद और थकान आदि जो लगभग दो सप्ताह तक रहते हैं.

बच्चों में तनाव की समस्या बहुत तेज़ी से बढ़ रही है. लगभग तीस प्रतिशत महिलाएं और पंद्रह प्रतिशत पुरुष तनाव से ग्रसित होते हैं, हालांकि सही संख्या इससे अधिक हो सकती है क्योंकि पुरुष सामान्यत: इसका उपचार लेने से कतराते हैं.

पचास प्रतिशत से अधिक लोग ऐसा मानते हैं कि तनाव एक व्यक्तिगत कमजोरी होती है कोई मेडिकल समस्या नहीं है. तनाव से ग्रसित लगभग अस्सी प्रतिशत लोगों को इसका उपचार नहीं मिलता. तनाव से ग्रसित लगभग अस्सी प्रतिशत लोग आत्महत्या कर लेते हैं.

तनाव के बारे में परेशान करने वाली एक बात यह है कि जो लोग तनाव के उपचार के दवाईयों का सेवन कर रहे हैं उनमें से केवल एक तिहाई लोग ही यह रिपोर्ट देते हैं कि उन पर दवाईयों का असर हो रहा है.

इन दवाईयों के बहुत गंभीर दुष्परिणाम होते हैं तथा ये युवाओं को आत्महत्या की प्रवृत्ति की ओर ले जाती हैं.

कम तनाव के उपचार के लिए हर्बल दवाईयां उपलब्ध हैं जो अपने तरीके से काम करती हैं या गंभीर तनाव के मामले में पारंपरिक उपचार में सहायक होती हैं. ये घबराहट, तनाव और अवसाद का सफलतापूर्वक इलाज करती हैं तथा आरामदायक नींद प्रदान करती हैं.

– कुछ मानसिक तरीकों से भी आप तनाव का इलाज कर सकते हैं. इसे संज्ञानात्मक व्यवहार उपचार कहा जाता है. विचार करना अच्छी बात है परन्तु नकारात्मक विचार न करें.

– वर्तमान में रहने का प्रयत्न करें और भविष्य के प्रति आशावादी बने रहें. मन में सकारात्मक विचार लायें. स्वयं को अलग न करें. लोगों के साथ रहें.

– अपनी खाने, पीने और सोने की आदतें नियमित रखें. सरल और सीधे लक्ष्य निर्धारित करें. असंभव लक्ष्य न रखें. ये लक्ष्य प्राप्त करने योग्य होने चाहिए.

– उन चीजों को याद करें जिन्हें करना आपको अच्छा लगता था जब आप तनाव में नहीं थे. उन्हें एक के बाद एक करना शुरू करें.

– स्वयं के साथ कोमल व्यवहार करें. मानसिक और शारीरिक रूप से अपना अच्छा ख्याल रखें.

एप्‍पल वेनिगर दे बालों को नई जान

क्‍या आप जानती हैं कि एप्‍पल सिरके के सैकड़ों घरेलू, सौन्दर्य और औषधीय उपयोग हैं. अगर आपने अभी तक खुद के लिये एक एप्‍पल साइडर वेनिगर नहीं खरीदा है तो देर ना करें क्‍योंकि उसकी मदद से आप चमकदार, मजबूत, रुसी मुक्‍त और खूबसूरत बाल पा सकती हैं.

यह सिरका किसी चमत्‍कारी दवाई से कम नहीं है. आज हम आपको इसके कुछ उपयोग बताएंगे, जिसे आजमा कर आप बालों की सेहत सुधार सकती हैं. आइये जानते हैं कैसे:

पाइये चमकीले बाल: एप्‍पल वेनिगर को बालों में शैंपू करने के बाद लगाएं.

मोटे बालों के लिये: अपने सिर की त्‍वचा को इस सिरके से मसाज करें जिससे सिर में खून का सर्कुलेशन बढ़ जाए और बाल घने और मोटे उगें. 

खुजलीदार स्‍कैल्‍प के लिये: यह सिर की खाल का पीएच लेवल बैलेंस करता है. वेनिगर को थोडे़ से पानी में मिक्‍स करें और सिर को धोने से पहले उसे लगा लें.

रूसी से मुक्‍ती दिलाए: स्‍कैल्‍प पर वेनिगर से 15 मिनट तक मसाज करें. इससे आपको रूसी से छुटकारा मिलेगा.

दो मुंहे बालों से मुक्‍ती दिलाए: बालों के छोर पर एप्‍पल साइडर वेनिगर लगाने से वे दो मुंहे नहीं रह जाते.

ऑइली स्‍कैल्‍प के लिये: सिरका सिर से निकलने वाले तेल को भी कंट्रोल करता है तथा बालों को चमकदार बनाता है.

चार साल बाद साथ आ रहे हैं परेश-अक्षय

चार साल पहले आई ‘ओ माय गॉड’ में अक्षय कुमार और परेश रावल की जोड़ी आखिरी बार साथ दिखी थी. अब दोनों स्क्रीन पर फिर धमाल करने वाले हैं. एक नई फिल्म के जरिए पहली बार अक्षय कुमार, रोहित शेट्‌टी के बैनर से जुड़ेंगे. इस अनाम फिल्म का निर्देशन प्रियदर्शन कर रहे हैं.

गौरतलब है कि इन दोनों एक्टर्स को प्रियदर्शन पहले ‘हेराफेरी’, ‘गरम मसाला’, ‘भागम भाग’, ‘भूल भुलैया’ और ‘दे दना दन’ सहित कई फिल्मों में निर्देशित कर चुके हैं. अब यह फिल्म अक्षय और परेश के कॉम्बिनेशन का कमबैक मानी जा रही है, जो कि पिछली बार 2007 में फिल्म ‘दे दना दन’ में दिखा था.

दोनों एक्टर साथ में करीब 20 फिल्में कर चुके हैं. सूत्रों के अनुसार, ‘रोहित शेट्‌टी के प्रोडक्शन की इस फिल्म में अक्षय एक फन लविंग पंजाबी किरदार में नजर आएंगे. इसकी शूटिंग अगले साल अप्रैल में शुरू होगी.’

इसे मुंबई और पंजाब की लोकेशन्स पर शूट किया जाएगा. भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतने के बाद परेश रावल राजनीति में बिजी हो गए. वे बहुत कम फिल्में कर रहे हैं. लेकिन प्रियदर्शन उनसे अपनी दोस्ती के चलते उन्हें इस फिल्म के लिए मनाने में सफल रहे. वे सेकंड लीड रोल में नजर आएंगे. ये एक तरह की हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म है.

तीन साल के बाद प्रियदर्शन फिल्म निर्देशन में लौट रहे हैं. पिछली फिल्म उन्होंने जैकी भगनानी स्टारर ‘रंगरेज’ निर्देशित की थी. इसके बाद उन्होंने ब्रेक ले लिया. प्रियदर्शन ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, ‘ये फिल्म मेरे और ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ के राइटर युनुस द्वारा लिखी जा रही है.

अभी इसके लिए एक्ट्रेस फाइनल करना बाकी है. हाल ही में मैंने मलयालम में ‘ओप्पम’ बनाई है, जो मेरे करिअर की बड़ी हिट फिल्मों में शामिल हुई. अब वापस बॉलीवुड में लौटने का समय है.’

अंग्रेजों की याद दिलाती हैं ये इमारतें…

भारत कई पर्यटक आकर्षणों के साथ, कई आश्चर्यजनक व खूबसूरत वास्तुकला की इमारतें भी हैं. भारत की इन्हीं प्रसिद्ध वास्तुकला की रचनाओं में से कुछ का निर्माण ब्रिटिश औपनिवेशिक युग में हुआ था.

चलिए आज हम ऐसे ही कुछ प्रसिद्ध प्रमुख ब्रिटिश वास्तुकला की रचनाओं की सैर पर चलते हैं, जिनका निर्माण भारत की आजादी से पहले के समय के दौरान हुआ था.

इंडिया गेट

अखिल भारतीय युद्ध स्मारक आर्क, जिसे इंडिया गेट के नाम से जाता है, अंग्रेजों द्वारा बनाये गए प्रमुख स्मारकों में से एक है. इस प्रसिद्द रचना का डिज़ाइन, प्रसिद्द अंग्रेज आर्किटेक्ट एडवर्ड लुटयंस द्वारा तैयार किया गया था व सन् 1931 में बन कर यह तैयार हो गया था. दिल्ली का यह स्मृति चिन्ह उन 70,000 भारतीय व अंग्रेजी सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाई.

संसद भवन

दिल्ली में स्थापित संसद भवन, एडवर्ड लुटयंस द्वारा ही डिजाइन की गयी अन्य रचना है. इसे उन्होंने हर्बर्ट बेकर के साथ मिलकर तैयार किया. संसद भवन, भारत का सर्वोच्च विधायी निकाय है.

राष्ट्रपति भवन

दिल्ली में स्थापित राष्ट्रपति भवन, ब्रिटिश वाइसराय का तत्कालीन निवास स्थल हुआ करता था. इसकी संरचना भी ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडवर्ड लुटयंस ने की थी.

गेटवे ऑफ इंडिया

गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई भारत की अन्य राजसी रचना है, जिसका उद्घाटन सन् 1911 में पांचवे राजा जॉर्ज के भारत आगमन पर स्मरण के रूप में किया गया था. यह मुम्बई के सबसे महत्वपूर्ण व प्रसिद्द पर्यटक स्थलों में से एक है और इसे मुम्बई का ताजमहल भी कहा जाता है.

विक्टोरिया मेमोरियल

कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण रानी विक्टोरिया की याद में किया गया था. इस स्मारक का डिज़ाइन, ब्रिटिश इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट के अध्यक्ष, सर विलियम एमर्सन द्वारा तैयार किया गया था.

सेंट मेरी चर्च

भारत के दक्षिण हिस्से चेन्नई में स्थापित सेंट मेरी चर्च, भारत का सबसे पुराना ब्रिटिश स्मारक है और इसके साथ ही दक्षिण एशिया का सबसे पुराना अंग्रेजी चर्च भी.

राइटर्स बिल्डिंग

राइटर्स बिल्डिंग जिसे सिर्फ राइटर्स के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिन बंगाल के राज्य सरकार की सचिवालय ईमारत है. यह ईमारत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के दौरान मुख्यतः लेखकों का एक कार्यालय हुआ करता था.

इंटरनेट बनायेगा अमीर

इंटरनेट सिर्फ एंटरटेनमेंट और नॉलेज हासिल करने का जरिया मात्र नहीं है. इसने आपके लिए अवसरों की नई दुनिया भी खोल दी है. आप इससे पैसे भी कमा सकते हैं, जरूरत है कमिटमेंट और कुछ मेहनत की. करण बजाज ऑनलाइन कमाई के कुछ आइडियाज दे रहे हैं.

सोशल मीडिया का इस्तेमाल

कुछ लोग भले ही इस पर मुश्किल से भरोसा करें, लेकिन आप फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसी सोशल मीडिया साइट्स से पैसे कमा सकते हैं.कई लोग और ग्रुप्स ने अभिव्यक्ति के लिए सोशल मीडिया को जरिया बनाया है. वे अलग-अलग सोशल नेटवर्क्स पर सिलेब्रिटी बन गए हैं. आप किसी एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को चुनकर शुरुआत कर सकते हैं. इसके बाद अन्य नेटवर्क्स से जुड़ सकते हैं. सोशल नेटवर्क्स पर कुछ पॉप्युलैरटी और पहुंच हासिल करने के बाद आप स्पॉन्सर्ड पोस्ट्स के जरिए कमाई शुरू कर सकते हैं. याद रखिए कि इसमें काफी वक्त लगता है और आपको फैन्स की जरूरत होती है जो आपकी पोस्ट्स शेयर करें.

सोशल मीडिया का इस्तेमाल

कुछ लोग भले ही इस पर मुश्किल से भरोसा करें, लेकिन आप फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसी सोशल मीडिया साइट्स से पैसे कमा सकते हैं.कई लोग और ग्रुप्स ने अभिव्यक्ति के लिए सोशल मीडिया को जरिया बनाया है. वे अलग-अलग सोशल नेटवर्क्स पर सिलेब्रिटी बन गए हैं. आप किसी एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को चुनकर शुरुआत कर सकते हैं. इसके बाद अन्य नेटवर्क्स से जुड़ सकते हैं. सोशल नेटवर्क्स पर कुछ पॉप्युलैरटी और पहुंच हासिल करने के बाद आप स्पॉन्सर्ड पोस्ट्स के जरिए कमाई शुरू कर सकते हैं. याद रखिए कि इसमें काफी वक्त लगता है और आपको फैन्स की जरूरत होती है जो आपकी पोस्ट्स शेयर करें.

ब्लॉग शुरू करें

ब्लॉगिंग धीरे-धीरे देश में करियर बन रहा है. ऐसे कई फुल टाइम ब्लॉगर्स हैं जो हर महीने लाखों रुपये कमाते हैं. ब्लॉगिंग से कमाई के लिए आपको मेहनत करनी पड़ती है और इसमें समय भी लगता है. यह भी समझना जरूरी है कि आपका ब्लॉग तत्काल कमाई नहीं देता. इसमें एक साल से ज्यादा का वक्त लगता है और उसके बाद कमाई शुरू होती है. एक बार आपके ब्लॉग पर पर्याप्त संख्या में विजिटर आने लगते हैं तो आपको ऐडवर्टाइजमेंट्स, स्पॉन्सर्ड कंटेंट और एफिलिएट मार्केटिंग से कमाई होने लगती है. ब्लॉग शुरू करने के दो तरीके हैं या तो आप वर्डप्रेस या टंबलर जैसी वेबसाइट्स को फ्री ब्लॉग के लिए यूज करें या अपना सेल्फ-होस्टेड ब्लॉग शुरू करें.

यूट्यूब स्टार बनें

यूट्यूब कई लोगों के लिए कमाई का जरिया बन गया है. इसकी पहुंच के चलते ऐसा हो रहा है. यहां तक कि विडियो रिकॉर्ड करने के लिए आपको प्रफेशनल इक्विपमेंट्स या प्रॉपर सेट-अप तक की जरूरत नहीं पड़ती है. एक मिड-रेंज स्मार्टफोन आपका काम आसान बना देता है. आपको यूट्यूब चैनल क्रिएट करना होता है, जो ब्लॉग जैसे मॉडल पर काम करता है. आपके चैनल के मशहूर होने और सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने के साथ आपकी कमाई की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं. एक कैटिगरी या सब्जेक्ट चुनें, जिसके बारे में आप विडियो क्रिएट और शेयर करना चाहते हैं. एक बार आप फेमस हो जाएं तो ब्रैंड्स आपको अपने प्रॉडक्ट्स के लिए पेमेंट करने लगते हैं. आपको गूगल मॉनेटाइजेशन से भी कमाई होती है.

टेस्ट में बेस्ट मिंट पार्सले सलाद

सामग्री

– 1 कप गेहूं के टुकड़े

– 1/2 कप पुदीनापत्ती कटी

– 1×1/2 कप पार्सले कटे

– 1 कप प्याज कटा

– 3/4 कप टमाटर कटे

– 3/4 कप औलिव औयल

– 1 कप नीबू का रस

– कालीमिर्च और नमक स्वादानुसार

विधि

गेहूं के टुकड़ों को 1 घंटा पानी में भिगोएं. फिर पानी निकाल कर एक बाउल में डालें. अब इन में सारी सामग्री डाल कर अच्छी तरह मिला कर सर्व करें.

व्यंजन सहयोग:

नवीद अख्तर

ऐग्जीक्यूटिव शैफ, द और्किड, मुंबई

“करीना को हमेशा प्रेग्नेंट रहना चाहिए”

करीना कपूर जल्द ही मां बनने वाली हैं. वो पिछले कुछ दिनों में कई ईवेंट्स में शामिल हुईं. जिसमें उनका बेबी बंप साफ दिखाई दे रहा था. साथ ही वो प्रेग्नेंसी के दौरान पहने जाने वाले कपड़ों पर काफी ध्यान दे रही हैं.

उनका मैटरनिटी स्टाइल हर जगह छाया हुआ है. हाल ही में एक ईवेंट में करीना अपने खास दोस्त और डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के साथ पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने बताया कि सैफ को उनका मेटरनिटी स्टाइल काफी पसंद आ रहा है.

इस ईवेंट में करीना से पूछा गया कि जब सैफ को उनके मां बनने की खबर मिली तो वो क्या बोले थे. इस पर करीना कहती हैं, ‘सैफ ने मुझसे कहा कि वो प्रेग्नेंट ही अच्छी लगती हैं. उन्हें हमेशा प्रेग्नेंट ही रहना चाहिए’.

साथ ही करीना ने ये भी बताया कि सैफ बच्चे के नाम को लेकर काफी एक्साइटेड हैं. उन्होंने बताया कि सैफ बच्चे का क्या नाम रखना चाहते हैं. करीना ने कहा कि सैफ को ‘सैफीना’ नाम बहुत फनी लगता है इसलिए वो बच्चे का नाम सैफीना रखना चाहते हैं.

बता दें कि करीना जल्द ही सैफ के साथ बेबीमून के लिए दुबई जाने जाने वाली हैं. उसके बाद वह अक्टूबर में फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ की शूटिंग शुरू करेंगी. इस फिल्म में उनके साथ स्वरा भास्कर और सोनम कपूर लीड रोल में नजर आएंगी.

2017 नहीं 2018 में रिलीज होगी ‘पद्मावती’

संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ लगातार खबरों में बनी हुई है. कभी फिल्म के कलाकारों की फीस को लेकर तो कभी फिल्म की कहानी को लेकर आए दिन इस फिल्म से जुड़ी कोई न कोई बात चर्चा का विषय बनी रहती है.

फिलहाल इस फिल्म से जुड़ा नया अपडेट ये है कि इसकी रिलीज टल गई है. सूत्रों की मानें तो यह फिल्म अब दिसंबर 2017 में नहीं बल्कि दिसंबर 2018 में रिलीज होगी.

अब सवाल ये है कि आखिर किस वजह से इसकी रिलीज टल गई है? तो बता दें कि बजट और स्टार्स के शूटिंग डेट्स को लेकर इसका 2017 में रिलीज होना संभव नहीं है. दरअसल, दीपिका, शाहिद और रणवीर तीनों ही अपने दूसरे प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं.

हालांकि बॉलीवुड की गलियारों से खबरें तो ये भी आ रही हैं कि दीपिका और रणवीर फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू करने वाले हैं लेकिन अभी तक शाहिद कपूर का शूटिंग शेड्यूल फिक्स नहीं हो पाया है क्योंकि इन दिनों वह अपने नन्ही बेटी के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त गुजार रहे हैं.

बता दें कि शाहिद फिल्म में दीपिका पादुकोण के पति राजा रावल रत्न सिंह का किरदार निभाएंगे. फिल्म में रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी के रोल में दिखेंगे. वहीं, दीपिका इस फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार में नजर आएंगी.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें