कुछ अलग ही एहसास दिलाते हैं बीच

समुद्री तटों की खूबसूरती व आकर्षण हमेशा ही खास है और पर्यटकों को अपनी ओर खिंचता है. लहरों की वो मधुर आवाज, सूर्यास्त का मनोरम दृश्य और नरम रेत का वो एहसास, कुछ अलग ही एहसास दिलाते हैं बीच के ये मनमोहक आकर्षण, बाकी अन्य पर्यटक स्थलों से बिलकुल ही अलग. समुद्र के किनारे बैठ उसकी असीमता को देखते हुए हम कभी भी बोर नहीं होते. इसी खूबसूरती के साथ पूर्वोत्तर राज्य, पश्चिम बंगाल भी समृद्ध है, जिनका दृश्य जादू कर देता है.

मांदरमोनी बीच

मांदरमोनी, एक तटीय गांव है जो कोलकाता के समीप ही स्थित है व वीकेंड पर छुट्टियों का मजा उठाने के लिए लोगों में इसकी प्रसिद्धि तेजी से बढ़ रही है. यह पूर्वी मिदनापुर जिले में बसा भारत के अन्य विकसित होते समुद्री तटों में से एक है. मांदरमोनी बीच के आसपास का पर्यावरण ट्रेवेलर्स को अपनी ओर आकर्षित करता है. इसे दीघा बीच का साफ सुथरा रूप भी कहा जाता है, इसलिए यह पश्चिम बंगाल के पसंदीदा पर्यटक स्थलों में एक है.

कोलकाता से दूरी: 172 किलोमीटर

मांदरमोनी पहुंचें कैसे?

मांदरमोनी, सड़क मार्ग से अच्छी तरह कनेक्टेड है. कोलकाता से मांदरमोनी के लिए रोजाना कई बस सुविधाएं उपलब्ध हैं. कोंटाई व दीघा इसके नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं.

दीघा बीच

एक और तटीय संस्करण पश्चिम बंगाल में नए दीघा के रूप में विकसित किया गया था और अब यह पुराने दीघा बीच से कहीं ज्यादा प्रसिद्ध है. पर्यटक पूरे साल यहां हैं. अभी हाल ही के दिनों में ये कोलकाता व अन्य आसपास के क्षेत्रों के पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थल बन गया है.

कोलकाता से दूरी: 185 किलोमीटर

दीघा पहुंचें कैसे?

दीघा, पश्चिम बंगाल में स्थित प्रसिद्ध समुद्र तटीय रिसॉर्टों में से एक है. यहां आप रेल मार्ग व सड़क मार्ग, दोनों साधनों से पहुंच सकते हैं. रोजाना राज्य सरकार द्वारा यहां तक के लिए बस सुविधाएं उपलब्ध हैं. आप दीघा बीच पहुंचने के लिए कोई निजी गाड़ी या कैब भी कोलकाता से बुक करा के पहुँच सकते हैं.

बक्खाली बीच

बक्खाली, नामखाना में स्थित एक छोटा सा द्वीप है जो दो जुड़वा बीचों, बक्खाली और फ्रेसरगंज के लिए जाना जाता है. इस समुद्री तट की सबसे खास बात है, यहां लाइन से लगे विलायती सरु(कैसुरिना) के पेड़. बक्खाली के पास ही स्थित अन्य द्वीप सुंदरबन के भाग हैं. समुद्र पर उठने वाली मनमोहक लहरें व अद्वितीय किस्म की वनस्पतियां इस जगह को पश्चिम बंगाल के वांछनीय असामान्य स्थलों में से एक बनाती हैं.

कोलकाता से दूरी: 128 किलोमीटर

बक्खाली बीच पहुंचें कैसे?

बक्खाली बीच रेल मार्ग व सड़क मार्ग से गमनीय है. कई राज्य संचालित बसों की सुविधा कोलकाता से रोजाना उपलब्ध हैं. आप कोलकाता से लोकल ट्रेन से बक्खाली रेलवे स्टेशन तक पहुंच कर भी यहां पहुंच सकते हैं.

ताजपुर बीच

ताजपुर बीच समुद्री तट का एक खंड है, जो मांदरमोनी व शंकरपुर के बीच स्थित है. हालांकि यह वह बीच है जिसके बारे में अभी लोगों को उतना पता नहीं है. आपको अगर समुद्र के किनारे शांति का अनुभव करना है तो यह आपके लिए बिल्कुल ही सही जगह होगी क्योंकि यह बाकि बीचों जैसे कि दीघा बीच की तरह भीड़ भरा नहीं होता है. शांत व स्वच्छ ताजपुर बीच विकास के रास्ते पर बढ़ता हुआ पर्यटक स्थल है. निश्चित ही रूप से यह पश्चिम बंगाल में एक प्रसिद्द जगह बनने के लिए सबसे उत्तम संभावित क्षेत्र है.

कोलकाता से दूरी: 173 किलोमीटर

ताजपुर पहुंचें कैसे?

ताजपुर बीच कोलकाता से दीघा जाने के मार्ग पर पड़ता है. ताजपुर बीच सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह जुड़ा हुआ है व कोलकाता से कई बसों की सुविधा भी उपलब्ध है. हालांकि ताजपुर का कोई अपना रेलवे स्टेशन नहीं है इसलिए आपको पहले दीघा रेलवे स्टेशन पर पहुंचना होगा फिर वहां से सड़क मार्ग द्वारा ताजपुर बीच की ओर आप बढ़ेंगे.

रिलीज से पहले बैन हो गई धोनी की बायोपिक…!

उरी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है लेकिन भारत और पाकिस्तान के कलाकारों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है. दरअसल, भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को वापस भेजने की मांग, उनके साथ सोशल मीडिया पर बदसलूकी और फवाद खान को जबर्दस्ती भारत छोड़ने पर मजबूर करने के बाद, पाकिस्तान में भी बॉलीवुड कलाकारों पर लोगों का गुस्सा फुट रहा है.

इस हफ्ते सुशांत सिंह राजपूत की एम एस धोनी रिलीज हो रही है और रिलीज से पहले ही फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है. फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर का मानना है कि माहौल इतना खराब है कि ऐसा कोई रिस्क नहीं लिया जा सकता. जाहिर सी बात है कि इससे फिल्म की कमाई पर अच्छा खासा असर पड़ेगा क्योंकि पाकिस्तान वर्ल्डवाइड कलेक्शन के लिए बॉलीवुड के लिए तीसरा सबसे बड़ा देश है जहां से सबसे ज्यादा कमाई आती है.

ऐसे में धोनी की इंटरनेशनल और ओवरसीज मार्केट के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर असर पड़ना तय है. क्योंकि वहां के कलेक्शन से शाहरूख से लेकर आमिर तक की फिल्मों को फायदा ही हुआ है.

पाकिस्तान में वैसे भी बॉलीवुड की फिल्मों का जलवा रहता है. जो फिल्में रिलीज नहीं होती हैं वो पाइरेसी के जरिए बेची जाती हैं. लेकिन शाहरूख से लेकर सलमान तक सब पाकिस्तान में सुपरहिट हैं. फैन ने पाकिस्तान में तीन दिनों में ही करीब 5 करोड़ की कमाई थी और अगले कुछ दिनों तक फिल्म के शो हाउसफुल थे. आमिर खान की पीके अब तक पाकिस्तान में सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म है जिसने वहां की फिल्म वार को कड़ी टक्कर दी.

करीना ने कहा, ‘सुसाइड कर लूंगी, अगर…’

करीब 10 महीने से एक दूसरे से अलग हुए रणबीर कपूर और कटरीना कैफ के बीच की दूरियां और खामोशी की खबरें आज भी सुर्ख‍ियां में बनी रहती हैं. Vogue BFFs टॉक शो की अगली गेस्ट करीना कपूर खान से होस्ट ने जब यह सवाल पूछा कि अगर वह कटरीना कैफ और रणबीर कपूर के साथ अगर लिफ्ट में कुछ देर के लिए बंद हो जाएं तो वह क्या करेंगी? इस सवाल के जवाब में करीना कपूर के मुंह से तुरंत निकला, ‘अगर ऐसा हुआ तो मैं खुद को मार डालूंगी.’  खैर हम जानते हैं बेगम करीना कपूर पटौदी को इस तरह की किसी भी बात का सामना करना पड़े तो वह इसे अपने मजाकिया अंदाज में बखूबी निपट सकती हैं.

एक समय था जब कटरीना रणबीर के साथ रिलेशनशि‍प में थीं तब करीना कटरीना संग खूब नजर आती थीं और दोनों अच्छा समय भी बिताते थे. लेकिन कैट रणबीर के ब्रेकअप के बाद करीना और कटरीना ने भी आपसी दूरियां बढ़ा लीं.

साल 2013 की बात करें तो करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ के शो पर भी करीना रणबीर को कटरीना के नाम से छेड़ती नजर आईं थी और यही नहीं उन्होंने कटरीना कैफ को भाभी तक कह डाला था.

आधार में जुड़ गए ये नए फीचर्स

केंद्र सरकार ने नए आधार कानून को लागू कर दिया है. इसके तहत 5 ऐसे नए नियम बनाए गए हैं, जिनका जानने आपके लिए बेहद जरूरी है. इन नियमों के जरिए आपके लिए आधार की सिक्योरिटी, आइडेंटिटी की ऑनलाइन वैरिफिकेशन, सरकार से सब्सिडी आदि लेने की प्रोसेस बेहद आसान हो जाएगा.

क्या है नया आधार कानून

केंद्र सरकार ने सितंबर में आधार एक्ट 2016 के तहत 5 नए रेग्युनेशन नोटिफाई किया है. जिसमें आधार के जरिए होने वाले ट्रांजैक्शन, आधार के एनरोलमेंट और अपडेट, अथेंटिकेशन, डाटा सिक्योरिटी और इन्फॉर्मेशन शेयरिंग के नए नियम बनाए गए हैं.

ऑनलाइन होगा वैरिफिकेशन

नए नियम के तहत अब आधार का ऑनलाइन वैरिफिकेशन हो सकेगा. यानी आपको किसी भी जगह आधार का फिजिकल वैरिफिकेशन नहीं कराना होगा. इसका फायदा बैंक अकाउंट खोलने से लेकर मोबाइल कनेक्शन, रेलवे टिकट, एलपीजी कनेक्शन, ड्राइविंग लाइसेंस आदि सर्विसेज लेने में होगा. ऐसी सर्विसेज के लिए आधार के जरिए ई-केवाईसी हो जाएगी.

तीन स्टेज पर होगी सिक्योरिटी

आधार से होने वाले ऑनलाइन पेमेंट में तीन सिक्योरिटी फीचर्स ऐड कर दिए गए हैं. इसके तहत फिंगर प्रिंट, आइरिस स्कैनिंग के साथ-साथ वन टाइम पासवर्ड की भी सुविधा मिलेगी. यानी आधार के जरिए होने वाले पेमेंट अब कहीं ज्यादा सिक्योर होगा.

– आधार के जरिए होने वाले पेमेंट में अब तीन लेवल की सिक्योरिटी होगी.

– बैंकिंग ट्रांजैक्शन से लेकर दूसरे सब्सिडी लेने आदि में इसका इस्तेमाल होगा.

आपको पास है आधार को लॉक अनलॉक का अधिकार

आधार डाटा के लीक होने की आशंका को लेकर अब यूनीक आइडेंडिटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उसमें एक नया फीचर जोड़ दिया है. जिसके जरिए आप अपने आधार को अपनी इच्छानुसार लॉक और अनलॉक कर सकते हैं.

यानी अगर आप चाहते हैं, तो अपने आधार को लॉक कर सकते हैं. उसके बाद उसके डाटा को कोई भी किसी भी तरह रीड नहीं कर पाएगा. इसी तरह जब चाहे तो उसे अनलॉक भी कर सकते हैं.

ऐसे मिलेगी लॉक-अनलॉक की सुविधा

आधार को लॉक और अनलॉक करने के लिए आपको https://uidai.gov.in/beta/ की वेबसाइट पर जाना होगा.

– जहां पर आधार सर्विसेज पर आपको लॉक और अनलॉक करने का फीचर मौजूद होगा.

– उस पर क्लिक करने पर https://resident.uidai.net.in/biometric-lock लिंक खुलेगा. इस लिंक को आप डायरेक्ट भी ओपेन कर सकते हैं.

– जहां पर आपको अपने 12 अंको वाले आधार की डिटेल देनी होगी.

– आधार नंबर फीड करने के बाद उसके नीचे लिखे सिक्योरिटी नंबर को फीड करना होगा.

– जिसे ओके करने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी कोड आएगा. उसे फीड करने के बाद आप कार्ड को लॉक और अनलॉक कर सकेंगे.

अनचाही कॉल से मिलेगी छूट

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सभी स्मार्ट फोन को आधार इनेबल करना चाहती है. इसके लिए गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, सैमसंग, एप्पल जैसी कंपनियों के साथ मीटिंग भी की जा चुकी है. नए नियम के तहत भारत में बनने वाली सभी स्मार्टफोन आधार इनक्रिप्टेड होगे.

– इसके बाद कंपनियां यूजर्स को ऑनलाइन ऑटोमेटिक रुप से ट्रैक नहीं कर पाएगी.

– जब यूजर इसकी अनुमति देगा, तभी उसे ट्रैक किया जा सकेगा.

– इसका सीधा मतलब है कि एडवर्टाइजिंग आदि के लिए कंपनियां आपको परेशान नहीं कर सकेंगी.

कैश सब्सिडी मिलने में नहीं होगी परेशानी

नए नियम के तहत यह साफ कर दिया गया हैं, कि केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले किसी लाभ में आधार का नहीं होना परेशानी नहीं होगा. अब सरकार की जिम्मेदारी होगी, कि लाभार्थी का वह आधार बनवाए. जब तक उसका आधार नहीं बनता है, उस समय तक उसे सब्सिडी मिलती रहेगी.

– अभी सरकार के 37 हजार आधार रजिस्ट्रेशन सेंटर है. जहां पर आधार बनवाया जाता है.

– इसके अलावा केंद्र सरकार के मंत्रालय, राज्य सरकारों के डिपॉर्टमेंट और प्राइवेट कंपनियां भी रजिस्ट्रेशन सेंटर बन सकेंगी.

जिंदगी चैनल पर पाकिस्तानी शोज बंद, टैगलाइन भी बदली

जम्मू-कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद जी ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने ट्वीट कर कहा था कि प्यार एकतरफा नहीं हो सकता. यह नहीं चल सकता कि हम पाकिस्तानी कलाकारों को सिर आंखों पर बैठाएं, वे हमारे देश में रहें भी, काम भी करें, पैसे भी कमाएं और जब हमारे देश पर आंतकी हमला हो तो चुप्पी साध लें.

उन्होंने घोषणा की थी कि जी के जिंदगी चैनल पर आने वाले पाकिस्तानी शोज को बंद करके नए शोज शुरू किए जाएंगे. चैनल की टैग लाइन ‘जोड़े दिलों को’ भी बदलने की घोषणा की गई थी. दिल्ली में जब चैनल की नई टैग लाइन और नए शोज की घोषणा की गई, तब भी चर्चा का केंद्र यह मुद्दा ही बना रहा कि पाकिस्तानी कलाकारों और पाकिस्तानी शोज को बैन करने का फैसला कितना जायज है.

भारतीय दर्शकों को पहली बार पाकिस्तानी टीवी शोज से रूबरू करवाने वाले जिंदगी चैनल पर अब ये शोज नहीं आएंगे. अपने सादगी भरे अंदाज, डिफ्रेंट कॉन्टेंट, बेहतरीन अदाकारी और शॉर्ट पीरियड में ही सीरियल के खत्म हो जाने की वजह से भारतीय दर्शकों के बीच ये शोज काफी पॉपुलर हुए थे, मगर उड़ी हमले के बाद अब इस चैनल पर पाकिस्तानी शोज को बंद करके उनकी जगह नए शोज लाए जा रहे हैं. टैग लाइन भी ‘जोड़े दिलों को’ से बदलकर ‘ये लम्हा ही है जिंदगी’ कर दी गई है.

जी ग्रुप के चेयरमैन, जिनके फैसले के बाद चैनल ने यह बदलाव किया, उनका कहना है कि हमारा यह फैसला किसी व्यक्ति विशेष या पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ नहीं है. हमें भारतीयता और मानवीयता के नाते और अपने दर्शकों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला करना पड़ा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें यह कदम उठाना पड़ा, लेकिन अब यह जरूरी हो गया था.

सुभाष चंद्रा के मुताबिक, ‘हम यह नहीं चाहते कि हमारे देश में रहकर काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकार अपने देश या वहां की सरकार के खिलाफ कुछ बोलें. हम तो सिर्फ इतनी ही उम्मीद करते हैं कि वे कम से कम इस तरह के आतंकी हमलों की निंदा तो करते, भारतीय लोगों के प्रति थोड़ी संवेदनशीलता तो दिखाते, मगर उन्होंने वह भी नहीं किया.’ चंद्रा ने बताया कि हमारे पास अब भी 3000 घंटे के पाकिस्तानी शोज बाकी हैं और उनके लिए हम 60 करोड़ रुपये का पेमेंट भी पहले ही कर चुके हैं, मगर हमारे दर्शकों और देश के आम नागरिकों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमने अब उन शोज को न दिखाने का फैसला किया है.

जिंदगी चैनल की वजह से भारत में पहचान हासिल करने वाले फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर जैसे पाकिस्तानी कलाकारों का जिक्र करते हुए सुभाष चंद्रा ने कहा कि जिंदगी चैनल पाकिस्तानी कलाकारों या उनके सीरियल्स की वजह से नहीं, बल्कि उनकी प्रोग्रामिंग की वजह से फेमस हुआ. हम उनसे भी बेहतर प्रोग्राम्स लेकर आएंगे. फवाद खान की मौजूदगी की वजह से करण की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की रिलीज पर मंडरा रहे खतरे के सवाल पर सुभाष चंद्रा ने बताया, ‘उनकी फिल्म रिलीज होनी चाहिए और उन्हें आश्वासन भी दिया कि अगर कोई दिक्कत आई, तो हम उनके सपोर्ट में खड़े रहेंगे, लेकिन साथ ही उनसे अनुरोध भी किया है कि भविष्य में वह अपनी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों को ना लें.

पाकिस्तानी शोज को बंद करने के बाद जिंदगी चैनल अब 3 अक्टूबर से 6 नए शोज ला रहा है. इनमें से एक शो ‘ख्वाबों की जमीन पर’ को खुद अनुपम खेर ने प्रोड्यूस किया है. छोटे पर्दे के लिए वह पहली बार किसी फिक्शन को प्रोड्यूस कर रहे हैं. इस शो में एक नौजवान के फिल्मों में काम करने के सपने और उसकी अपनी पर्सनल वैल्यूज के बीच के द्वंद्व को दिखाया जाएगा. अनुपम का कहना है कि यह उनकी लाइफ पर आधारित ऑटोबायोग्राफिकल शो नहीं है, मगर अपनी जिंदगी के कई अनुभवें को उन्होंने इस शो में पिरोया है. कॉमेडी शो ‘टीवी के उस पार’ ‘तेरी मेरी जोड़ी’,’अगर तुम साथ हो’ इसके अलावा टर्किश लव स्टोरी ‘फोरिया’ का सीजन-2 भी शुरू किया जाएगा. साथ ही संडे को ‘सलाम बॉम्बे’, ‘गांधी’, ‘सलीम लंगड़े पर मत रो’, ‘त्रिया चरित्र’ जैसी भारतीय सिनेमा की क्लासिक हिंदी फिल्में भी दिखाई जाएंगी. इसके अलावा चैनल जल्द ही तुर्की, स्पेन, इटली, लैटिन अमेरिका और कोरिया की कहानियों को भी शोज के रूप में देखने को मिलेंगी.

उम्मीद का दरवाजा खुला है

पाक कलाकारों पर बैन को लेकर बॉलीवुड में भी दो राय है. हंसल मेहता जैसे फिल्मकार मानते हैं कि यह बैन सही नहीं है. इस पर सुभाष चंद्रा ने कहा, ‘सच पूछिये तो बॉलीवुड के ज्यादातर प्रड्यूसर्स सेलफिश हैं. मैंने तमाम बड़े प्रड्यूसर्स से बात करके कहा था कि पाकिस्तान में हमारी फिल्मों की सबसे ज्यादा पायरेसी होती है, इसलिए अगर हम अपनी फिल्मों में उनके कलाकारों को लेते हैं, तो उनसे यह वादा लें कि वे अपने देश में पायरेसी पर रोक लगवाने के लिए अपनी सरकार और वहां की आवाम से अपील करेंगे और कोशिश करेंगे कि हमारी सभी फिल्में उनके यहां भी रिलीज हों, मगर इस मामले में प्रड्यूसर्स ने काफी ढुलमुल रवैया अपनाया.

उन्होंने कहा कि हम तो अब भी यही चाहते हैं कि दोनों मुल्कों के रिश्तों में सुधार हो और ये खूनखराबा बंद हो. अगर ऐसा होता है, तो हम उनके शोज फिर से शुरू कर देंगे और टैग लाइन भी फिर से वही रख देंगे. हम अपने शोज के जरिये कोई पाकिस्तान को गाली नहीं देने जा रहे.

अनुपम ने भी किया अटैक

लॉन्चिंग के मौके पर मौजूद अनुपम खेर ने कहा कि जब पेशावर के स्कूल में आतंकी हमला हुआ था, तो मैंने उसकी कड़ी निंदा करते हुए आतंकियों को एक ओपन लैटर लिखकर चुनौती दी थी, उसके बाद जब मैंने वहां के एक लिटरेचर फेस्टिवल में जाना चाहा, तो मुझे वीजा नहीं दिया गया.

मेरा मानना है कि आर्ट ऐंड कल्चर को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए. मैं एक ऐक्टर हूं, मगर सबसे पहले भारतीय हूं और अपने देश पर होने वाले किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं कर सकता. कश्मीरी पंडित होने के नाते खुद को आतंकवाद का शिकार बताते हुए अनुपम ने कहा कि हमने उनके साथ संबंध सुधारने की हर कोशिश करके देख ली, अब कड़े कदम उठाने का वक्त है और जी जिंदगी ने उस दिशा में पहल कर दी है.

बाथरूम में इंटीमेट होते हैं ‘बिग बॉस’ कंटेस्टेंट्स

कॉन्ट्रोवर्शियल रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ नया सीजन 16 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. कई मुद्दों पर होने वाले लड़ाई-झगड़े और विवाद शो की पॉपुलैरिटी की यूएसपी होते हैं. पर्दे पर क्या कुछ घटित होता है, वह ऑडियंस ने शो के दौरान खूब देखा है.

पर्दे के पीछे की कहानी तो और भी चौंकाने वाली होती है, जिसके बारे में कंटेस्टेंट्स और प्रोडक्शन हाउस से जुड़ी टीम के अलावा शायद ही कोई जानता हो. पिछले सीजंस के कंटेस्टेंट्स और प्रोडक्शन हाउस से जुड़े लोगों ने बताए शॉकिंग फैक्ट्स.

फैक्ट नं.1: कंटेस्टेंट्स बाथरूम में हो जाते हैं इंटिमेट

कुछ एक्स कंटेस्टेंट्स ने नाम न छापने की शर्त पर खुलासा किया कि चप्पे-चप्पे पर कैमरे की निगरानी में रहने वाले ‘बिग बॉस’ के घर के अंदर कंटेस्टेंट्स सेक्स करते हैं. वे यह काम बाथरूम में करते हैं, जहां कोई कैमरा नहीं लगा होता.

चूंकि बाथरूम में माइक्रो माइक्स फिट रहते हैं, इसलिए कंटेस्टेंट्स नल चालू कर देते हैं. ताकि उनकी आवाज बाहर न जाए.

बता दें कि ‘बिग बॉस-7’ में कंटेस्टेंट रहे न्यूड योग गुरु विवेक मिश्रा ने शो से बाहर आने के बाद मीडिया को बताया था कि फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए कुछ कंटेस्टेंट्स एक साथ लंबे समय तक बाथरूम के अंदर रहे थे.

फैक्ट नं.2: ‘बिग बॉसके घर में है भूत

‘बिग बॉस-7’ के कंटेस्टेंट रहे एजाज खान की मानें तो लोनावाला स्थित ‘बिग बॉस’ के घर में एक भूत रहता है, जिसकी हंसी और अजीब आवाज कंटेस्टेंट्स ने सुनी है. इस बातचीत के दौरान एजाज ने यह भी बताया था कि भूत के डर से कंटेस्टेंट्स रात को टॉयलेट जाने में भी डरते थे.

फैक्ट नं.3: जूस के डिब्बों में उपलब्ध कराई जाती है शराब

वैसे तो ‘बिग बॉस’ के घर में शराब पीना नियम के खिलाफ है, लेकिन कई ऐसी बड़ी-बड़ी हस्तियां शो में कंटेस्टेंट बनकर आती हैं, जो शराब के बगैर रह ही नहीं सकतीं. कुछ पूर्व कंटेस्टेंट्स ने नाम न छापने की शर्त पर खुलासा किया था कि ऐसे सेलिब्रिटी के लिए जूस के डिब्बों में शराब उपलब्ध कराई जाती है.

फैक्ट नं.4: अक्सर आ जाते थे सांप और बिच्छू

‘बिग बॉस-7’ में कंटेस्टेंट रहे एजाज खान ने खुलासा किया था कि ‘बिग बॉस’ के घर में अक्सर सांप, बिच्छू और छिपकलियां आ जाती थीं, जिसके कारण कंटेस्टेंट्स के हाथ-पांव फूल जाते थे.

फैक्ट नं.5: माइक्स बंद होते ही शुरू हो जाती है कंटेस्टेंट्स की गॉसिप

कुछ एक्स-कंटेस्टेंट्स की मानें तो रात को माइक्स बंद करने के बाद कई सभी कंटेस्टेंट गॉसिप में लग जाते हैं.

फैक्ट नं.6: शो से हटाई गई कमाल राशिद खान, विंदू दारा सिंह और राजू श्रीवास्तव के बीच हुई लड़ाई

‘बिग बॉस’ के तीसरे सीजन के विजेता विंदू दारा सिंह ने बताया है कि जब वे शो में थे तो उनके, राजू श्रीवास्तव और कमाल राशिद खान के बीच भयंकर झगड़ा हुआ था. शो में इस झगड़े को दिखाया नहीं गया था.

फैक्ट नं.7: बड़े ही मुंहफट इंसान संग्राम सिंह

‘बिग बॉस-7’ के कंटेस्टेंट रहे न्यूड योग गुरु विवेक मिश्रा ने संग्राम सिंह के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया था. उन्होंने बताया था कि पर्दे पर सीधे सादे नजर आने वाले संग्राम सिंह असल में काफी मुंहफट इंसान थे.

छोटे पर्दे की ‘रानी’ बनेंगी रश्मि देसाई

सलमान खान की फिल्म चोरी-चोरी चुपके-चुपके पर आधारित टीवी शो ‘दिल से दिल तक’ बनया जा रहा है. इस शो में किरदारों का खुलासा हो चुका है.

शो का नाम पहले संघर्ष रखा गया था, जिसे बाद में बदलकर ‘दिल से दिल तक’ कर दिया गया. शशि सुमित मित्तल के इस शो में ‘बालिका वधु’ फेम सिद्धार्थ शुक्ला लीड किरदार निभाने जा रहे हैं, जबकि उतरन फेम रश्मि देसाई और जैस्मीन भसीन फीमेल लीड में हैं.

सरोगेसी पर आधारित इस शो में रश्मि देसाई रानी मुखर्जी वाला किरदार निभाने जा रही हैं, जबकि जैस्मीन का किरदार प्रीति जिंटा वाला होगा.

रश्मि इस बात से खुश हैं कि उन्हें यह किरदार निभाने का मौका मिल रहा है, क्योंकि इससे पहले उन्होंने जो भी किरदार निभाया है, यह किरदार उससे अलग है. रश्मि ने फिलहाल अपनी तरफ खबर की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक रश्मि के नाम पर मुहर लग चुकी है.

फवाद नहीं शाहरुख होंगे करण के पहले गेस्ट

बीते दिनों महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पाकिस्तानी एक्टर्स को धमकी दी थी कि अगर वो लोग 25 सितंबर तक भारत नहीं छोड़ते हैं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. यह धमकी उरी हमले के बाद दी गई थी.

पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान ने भारत छोड़ दिया है. साथ ही भारत लौटने को लेकर भी फवाद खान की कोई योजना नहीं है.

सूत्रों ने बताया, “एमएनएस ने फवाद खान की अगली रिलीज होने वाली फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को रिलीज न होने देने की बात कही थी. इसके बाद फवाद ने देश छोड़ने का मन बनाया. दूसरी तरफ करण जौहर ने भी कह दिया था कि फवाद खान फिल्म के प्रमोशन में हिस्सा नहीं लेंगे.”

मुंबई पुलिस की ओर से पाकिस्तानी कलाकारों को भरोसा दिलाया गया था कि उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा लेकिन इस धमकी के बाद जहां एक ओर असुरक्षा की भावना कलाकारों में बढ़ रही है वहीं गुस्सा भी बढ़ रहा है.

ऐसी खबर भी आ रही है कि ‘कॉफी विद करण’ के पांचवे सीजन में फवाद खान को फर्स्ट गेस्ट होना था, लेकिन अब उनकी जगह शाहरुख खान और आलिया भट्‌ट को रिप्‍लेस कर दिया गया है.

रिर्पोट्स की मानें तो, फवाद की पत्‍नी प्रेग्नेंट हैं और वो दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने वाली हैं. ऐसे में उनका पाकिस्तान में होना जरूरी है.

अब शिवाय करेंगे राम लीला

अजय देवगन अपनी होम प्रोडक्शन शिवाय को लेकर कोई दांव नहीं छोड़ना चाह रहे हैं और इसलिए उन्होंने फिल्म को प्रमोट करने के लिए कुछ अलग ही प्लान बनाया है.

दरअसल, दिल्ली की मशहूर राम लीला के चीफ गेस्ट इस साल शिवाय होंगे और रावण भी वही जलाएंगे. जी हां, राम नहीं इस बार भगवान शिव यानि कि अजय देवगन रावण जलाने वाले हैं. इस इवेंट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.

वाकई इस इवेंट से फिल्म के प्रमोशन को सही दिशा मिलेगी. वैसे भी अजय देवगन इधर खुलकर मैदान में आ चुके हैं और दो टूक बातें कर रहे हैं. ऐसे ही एक इंटरव्यू के दौरान किसी ने उनसे पूछा कि शिवाय और ऐ दिल है मुश्किल के क्लैश के बारे में उनका क्या कहना है. अजय देवगन ने दो टूक अंदाज में कहा इतने अच्छे टॉपिक पर हमने फिल्म बनाई है. इतनी अच्छी बातें हम कर रहे हैं. तो अच्छी बातों के बारे में पूछो.

लेकिन पत्रकार भी कहां चुप रहने वाले थे उन्होंने पूछा कि अफवाहें हैं कि करण जौहर की फिल्म को ज्यादा स्क्रीन मिल रहे हैं. तो अजय देवगन ने और साफ जवाब दिया फिल्म 28 अक्टूबर को रिलीज हो रही है. इस बारे में हम तब बात करेंगे.

वैसे ये पहली बार नहीं है जब अजय देवगन ने दो टूक कोई बात कही हो. ऐसा वो पहले भी कई बार कर चुके हैं.

अजय देवगन के अब तक के सबसे बोल्ड बयान

फिल्म अवार्ड पर हाल ही में अजय देवगन से एक इवेंट में पूछा गया कि उनकी फिल्म पार्च्ड को काफी सराहना मिली है और विदेशों में कई अवार्ड भी मिले हैं. अजय देवगन ने कहा कि ये उस तरह के अवार्ड नहीं है जो हमारे यहां बांटे जाते हैं, जहां नाच गाना होता है और जो पहले आ जाए उसको अवार्ड थमा दिया जाता है. 

हम 6 सब पर भारी हैं

अजय देवगन को बॉलीवुड में 20 साल से ऊपर हो गए हैं और इसकी खुशी ज़ाहिर करते हुए उन्होंने कहा था कि बहुत कम लोग होते हैं जो 20-22 साल तक टिकते हैं. हम 5-6 लोग टिके हैं और मुझे इस बात पर गर्व है.

मेरी गलती है हिम्मतवाला

हिम्मतवाला के फ्लॉप होने पर अजय देवगन का कहना था कि हर एक्टर अच्छी फिल्म का क्रेडिट लेता है लेकिन बुरी फिल्म का नहीं. मैं मानता हूं कि हिम्मतवाला बुरी फिल्म थी और ये मेरी गलती है. मुझे लगा कि फिल्म किसी और तरह बनेगी पर ये कुछ और ही बन गई. मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं.   फ्लॉप फिल्में खेल का हिस्सा

फ्लॉप फिल्मों से किसी के पास काम की कमी नहीं होती है. ये सब खेल का हिस्सा होता है. कभी कुछ चीजें बहुत चल जाती हैं और कभी नहीं चलती. इनका असर आपके काम पर नहीं पड़ना चाहिए. फिल्में बुरी होती हैं एक्टर नहीं.

प्रेशर बनाता है प्रमोशन

मुझे हमेशा मेरा प्रोड्यूसर कहता है फिल्में प्रमोट करने को. मेरा मन ना भी हो तो ऐसा करना पड़ता है क्योंकि दूसरा ऐसा कर रहा होता है और कंपिटीशन हो जाता है.

काजोल के लिए सब कुछ

शादी के बारे में बात करते हुए अजय देवगन ने कहा था कि शादी चलाना कोई मंत्र नहीं होता है या फिर प्लान नहीं होता, जिसके हिसाब से शादी चलती है. ये केवल आपकी ईमानदारी और जिम्मेदारी से चलती है.

जब नाचना नहीं था तो क्यों किया

अपने काम के बारे में बात करते हुए अजय देवगन ने कहा कि मेरी बेटी न्यासा मेरी सबसे बड़ी क्रिटिक है. वो मेरा कोई गाना देखती है और मेरे पास आकर कहती है कि उस गाने में आप बिल्कुल भी अच्छे नहीं लग रहे. जब मन नहीं था तो नाचे ही क्यों.

गंगाजल से वापसी

अजय देवगन ने बताया कि भले ही उन्होंने एक्शन फिल्मों से एंट्री ली हो पर 8 सालों से एक्शन नहीं किया था इसलिए एक्शन में वापसी करते वक्त मैं काफी डरा हुआ था.

गैंगरेप का नया ट्रैंड…!

रेप करो और इससे पहले कि कानून का शिकंजा कसे… पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगो कि ‘हम तो नाबालिग हैं. गलती हो गई. माफी दे दो!’ दिल्ली के अमन विहार इलाके में दो लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना हुई. अब कहा जा रहा है कि पकड़े गए चार आरोपियों में तीन नाबालिग हैं. यानी 18 साल से कम उम्र के. उन आरोपियों ने खुद पुलिस को ये बात बताई. अब पुलिस उनके उम्र की जांच कराएगी. पांचवा आरोपी फरार है. पुलिस उसकी तलाश में भी जुटी है. इन पांचों में से एक बीए का छात्र है जबकि बाकी के चार बीच में ही स्कूल छोड़ चुके हैं. ये सभी बातें मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए सामने आई हैं.

निर्भया मामले का नाबालिग दोषी जब पिछले साल अपनी सजा काट कर जेल से बाहर आने को था, तब जुवेनाइल जस्टिस एक्ट पर पर खूब बहस हुई. उसे छोड़ा जाना चाहिए या नहीं, इसे लेकर भी बातें हुई और इस विषय पर भी कि तीन साल जेल में काटने के बाद वो कितना बदला होगा. बहरहाल, तमाम कवायदें हुईं. कानून में संशोधन हुआ. लेकिन केवल कानून से तो अपराध घटते नहीं.

अभी कुछ ही दिनों पहले नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB)-2015 के डाटा सामने आए. आकड़ों के अनुसार देश के मेट्रो शहरों में जो अपराध होते हैं उससे ज्यादा अपराध दिल्ली में अंजाम दे दिए जाते हैं. पिछले साल दिल्ली पुलिस ने 1.91 लाख अपराध के मामले दर्ज किए जो सभी मेट्रो शहरों के मामलों को मिला देने के बावजूद ज्यादा है. अगर बात नाबालिगों द्वारा अंजाम दिए जाने वाले अपराधों की कीजिए तो उसमें भी दिल्ली पीछे नहीं.

पिछले एक साल में जुवेनाइल मामलों में 16 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई. 2014 में 1,946 आपराधिक मामले सामने आए जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 2,332 तक पहुंच गया. इसमें भी रेप और यौन हिंसा, छेड़छाड़ के मामले 338 हैं.

अब जरूरी है कि हम पिछले कुछ और वर्षों के आकड़ों पर नजर डाल लें. पूरे देश में 2012 में जहां नाबालिगों के खिलाफ 35, 465 मामले सामने आए वहीं 2014 में ये बढ़कर 42, 566 हो गए. यही नहीं, नाबालिगों द्वारा रेप जैसी घटना को अंजाम देने के मामले में 2013 में 60 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई. 2012 में जहां नाबालिगों द्वारा 1,316 रेप के मामले सामने आए, अगले साल बढ़ के ये 2, 074 हो गया.

ये भी गौर करने वाली बात है कि दिसंबर-2012 में ही निर्भया मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था और पूरी घटना में एक एक नाबालिग का शामिल रहना सबसे ज्यादा चिंता की बात थी. फिर अगले ही साल अपराधों में इतनी बढ़ोत्तरी! एक तर्क हो सकता है कि निर्भया मामले के बाद बड़ी संख्या में शिकायत करने वाले सामने आने लगे. उस प्रवृति में थोड़ा बदलाव आया जब घटना की सूचना न देना या पुलिस के सामने जाने से कतराने जैसी बातें होती थीं.

ये आंकड़े इशारा करती हैं कि साल दर साल जुवेनाइल मामले लगातार बढ़ ही रहे हैं. कारण बहुत हो सकते हैं, मसलन शिक्षा से लेकर समाज में व्याप्त बड़ा गैप. क्योंकि इन अपराधों में 90 फीसदी तक किशोर ऐसे घरों से आते हैं जिनके परिवार की सलाना कमाई एक लाख से भी कम है. उसमें भी आधे ऐसे जिनकी सलाना कमाई 25,000 या उससे भी कम है. ऊपर से जुवेनाइल होम्स की असलीयत भी किसी से छिपी नहीं है.

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