सोनाक्षी कर सकती हैं करीना को रिप्लेस

करीना कपूर प्रेग्नेंट हैं, अब ये बात किसी से छिपी नहीं है. पिछले दिनों सैफ अली खान ने इस बात की जानकारी दी थी. वह अपने पहले बच्चे को दिसंबर में जन्म देने वाली हैं. ऐसे में करीना की फिल्में उनके हाथ से निकलनी शुरू हो गई हैं. सुनने में आया है कि करीना की एक फिल्म सोनाक्षी सिन्हा को ऑफर हुई है. सूत्रों की मानें तो करीना अब एक फिल्म जो राजस्थान की रानी रत्नावती पर आधारित है में नजर नहीं आएंगी. करीना प्रेग्नेंट हैं, इसलिए मेकर्स ने अब इस फिल्म के लिए किसी दूसरी हीरोइन को साइन करने का विचार किया है. इस फिल्म के लिए सबसे ऊपर सोनाक्षी सिन्हा का नाम चल रहा है. हाल ही में सोनाक्षी ने फिल्म ‘अकीरा’ की शूटिंग खत्म की है. इधर सोनाक्षी अपनी अपकमिंग फिल्म ‘नूर’ में भी एक गाना गाने की तैयारी कर रही हैं. इस फिल्म में वह एक कराची बेस्ड जर्नलिस्ट के किरदार में नजर आने वाली हैं. फिल्म की शूटिंग इन दिनों चल रही हैं. बता दें कि इससे पहले सोनाक्षी हिप-हॉप सिंगल ‘मूड इश्कोहॉलिक है…’ को भी अपनी आवाज दी थी. इसे काफी पसंद किया गया था.

12 साल में ही खो दी थी वर्जिनिटी

रणवीर सिंह एक बेहतरीन अभिनेता हैं, ये बात तो उन्होंने अपनी फिल्मों से साबित कर दी है. लेकिन उनसे जुड़ी कुछ और दिलचस्प बाते हैं जिसे सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने उन सभी बातों का खुलासा किया.

रणवीर जिंदगी के हर काम जल्द से जल्द करने में विश्वास करते थे, तभी तो महज 12 साल की उम्र में उन्होंने अपनी वर्जिनिटी ही खो दी. स्कूल के दिनों में वो अपने क्लास के बच्चों को हर मुद्दे पर उपदेश दिया करते थे.

इतना ही नहीं रणवीर की छवि ऐसी बन गई थी की उनके क्लास के बच्चों की माओं ने रणवीर के साथ ना रहने के अपने बच्चों को कड़े निर्देश तक दे दिए थे.

अब रणवीर के प्रशंसक उनसे जुड़ी ये बात जानकर हैरत में पड़ जरुर पड़ गए होंगे कि बचपन में वो कितने शरारती थे. खैर अब रणवीर मेच्योर हो गए हैं और वो बॉलीवुड में अपने अभिनय से तहकला मचा रहे हैं.

खबर है कि जल्द ही वो दीपिका पादुकोण के साथ एक बार फिर से संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ में नजर आएंगे.

‘बेबी डॉल’ इस खान के साथ करेंगी रोमांस

‘बेबी डॉल’ के नाम से मशहूर एक्ट्रेस सनी लियोनी इन दिनों बॉलीवुड के एक खान स्टार के साथ काम करने को लेकर बहुत एक्साइटेड हैं. लियोनी ने बताया कि अरबाज खान के साथ काम करने के लिए वो एक्साइटेड हैं.

सनी लियोनी, अरबाज खान के साथ फिल्म ‘तेरा इंतजार’ की शूटिंग शुरू करने जा रही हैं. लियोनी इस फिल्म में अरबाज के साथ रोमांस करती नजर आएंगी. अरबाज के साथ फिल्म को लेकर लियोनी काफी एक्साइटेड हैं.

लियोनी ने बताया कि वो अगले महीने फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगी. उन्होंने कहा, ‘मैं अरबाज खान के साथ फिल्म ‘तेरा इंतजार’ करने जा रही हूं. जिसके लिए अगस्त से शूटिंग भी शुरू हो जाएगी.’

 राजीव वालिया इस फिल्म को डायरेक्ट कर रहे हैं. यह फिल्म एक म्यूजिकल रोमांस फिल्म होगी.

अजय-सलमान फिर साथ-साथ

इस साल अभी कई और बड़ी फिल्में रिलीज होने वाली हैं. इनमें अजय देवगन की ‘शिवाय’ भी शामिल है, जिसके वो निर्देशक भी हैं और अभिनय भी करते दिखेंगे. मगर इस फिल्म के लिए आपका इंतजार अब और भी बढ़ जाएगा, क्योंकि इसमें सलमान खान भी नजर आएंगे. जी हां, खबर है कि ‘शिवाय’ के एक स्पेशल सॉन्ग के लिए उन्हें साइन किया गया है.

सूत्रों के मुताबिक, सलमान के इस स्पेशल सॉन्ग का ‘शिवाय’ के प्रमोशन में इस्तेमाल किया जाएगा. अजय की फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ के ‘पो पो पो’ सॉन्ग में भी सलमान नजर आए थे. ऐसे में दोस्ती को आगे बढ़ाते हुए अजय और सलमान ने एक बार फिर ‘शिवाय’ के लिए हाथ मिलाया है.

आपको बता दें कि ‘शिवाय’ में अजय के अपोजिट दिलीप कुमार की भतीजी साएशा सहगल दिखेंगी, जिसमें सलमान ने दिलचस्पी दिखाई थी और उन्होंने एक्टिंग की सलाह दी थी.

खबर यह भी है कि सलमान ‘सन ऑफ सरदार 2’ में भी एक अहम भूमिका में नजर आ सकते हैं. वैसे आप 1999 में आई फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ को तो नहीं भूले होंगे, यह सलमान और अजय की साथ की यादगार फिल्मों में से एक है.

कोल्ड ड्रिंक से हो सकती है ये बीमारी

आज के समय में गर्मी हो या सर्दी सभी को सॉफ्ट ड्रिंक पीना बहुत पंसद हैं. और गर्मियों के मौसम में में तो इसे पानी की तरह पीते है. चाहे पानी न पिएं. लेकिन आप जानते है ये आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी में स्टोन हो सकता हैं.

सॉफ्ट ड्रिंक पीने से एसिडिक लिक्विड आपके सिस्टम में 36 घंटे के लिए रुक जाता है, जो आपके पेशाब रचना को अम्लीय से क्षारीय में बदलने के लिए काफी है. इसलिए अगर आप दिन में छह से सात कैन पीते हैं, तो इससे आपकी किडनी खराब हो सकती है. इस तरह की ड्रिंक्स पीने वाले किशोर और युवाओं को कम उम्र में ही किडनी स्टोन का खतरा होता है. इस तथ्य को कई अध्ययन समर्थन करते हैं.

जर्नल ऑफ क्लिनिकल एपिडीमीआलोजी में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि एक रिसर्च में 18 से 75 उम्र के 1009 लोगों को लिया गया. जो कि पहले से ही किडनी स्टोन से पीड़ित थे और उन्हें रोजाना 160 मिलीलीटर सॉफ्ट ड्रिंक पीने के लिए दी गई. शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग सॉफ्ट ड्रिंक पीते थे उन्हें किडनी स्टोन का खतरा 6.4 फीसदी तक बढ़ गया था.

क्लिनिकल जर्नल ऑफ अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलोजी में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन के अनुसार, चाय, कॉफी, बियर, शराब या संतरे का रस पीने की तुलना में शुगर वाला सोडा पीने से किडनी स्टोन का अधिक खतरा होता है.

जर्नल एपिडीमीआलोजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सॉफ्ट ड्रिंक में फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा भी अधिक होती है, जिस वजह से इससे किडनी स्टोन का खतरा अधिक होता है.

अगर आपको इस मौसम में नार्मल पानी पीना पंसद नहीं है, तो इसके बदले आप छाछ, जूस, मैंगो शेक, नारियल पानी आदि पी सकते हैं. यह शरीर से टोक्सिन बाहर निकलने में मदद करते है.

हिना लगे बालों की कैसे करें देखभाल

जिन लोगों को बालों को कलर करने का शौक होता है वह हिना पर अपना भरोसा रखते हैं. सिर में हिना लगाने से लंबे समय तक बालों का रंग बना रहता है और साथ ही यह प्राकृतिक भी हेाता है जिससे कोई साइड इफेक्‍ट देखने को नहीं मिलता.

लेकिन हिना लगे बालों को काफी केयर करने की जरुरत होती है. आइये देखते हैं कुछ जरुरी टिप्‍स.

रूखेपन से कैसे पांए निजात

जो लोग बालों में हिना लगाते हैं उनके बाल काफी ड्राई हो जाते हैं जिसके लिये उन्‍हें अपने बालों को नमी प्रदान करने की आवश्‍यकता होगी. जब भी बालों में हिना लगाएं उसमें थोड़ा सा तेल मिला लें या फिर बालों को धोने के बाद अच्‍छी तरह से बादाम या कैस्‍टर के तेल से सिर की मालिश करें.

बलों की बनावट की देखभाल

हिना आपके बालों की बनावट पर भी प्रभाव डाल सकती है. अपने बालों के टेक्‍सचर को बनाए रखने के लिये हिना में आमला पावडर मिक्‍स कर के लगाएं.

सिर की खाल की देखभाल

हिना को सिर से साफ करने के लिये अच्‍छे शैंपू और कंडीशनर का प्रयोग करें. अगर बालों को अच्‍छे से नहीं धोया गया तो सिर में खुजली होने की संभावना रहती है. जो शैंपू कलर वाले बालों के लिये बने हों, उन्‍हीं को खरीदें.

कलर की केयर

अगर आपको बालों में हिना का कलर अच्‍छा नहीं लग रहा है तो आप को या तो अपने बालों को काटना पड़ेगा या फिर उन्‍हें जल्‍दी लंबा करना पड़ेगा. क्‍योकि हिना का रंग काफी पक्‍का होता है और जल्‍दी नहीं निकलता.

चलो इबादतगारों की करें इबादत

भारत में हर धर्म की ऐतिहासिक इमारतों का खजाना भरा हुआ है और इसी कड़ी में पेश है यहां की मशहूर मस्जिदें. अपनी खूबसूरत शिल्‍पकला, वास्‍तुकला और कलाकारी के लिए इनको जाना जाता है और यहां सालभर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है.

1. जामा मस्जिद, पुरानी दिल्‍ली

दिल्ली की जामा मस्जिद भारत की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है. इस आलीशान मस्जिद को शाहजहां ने बनवाया था. इस विशाल मस्जिद का निर्माण 1650 से 1656 तक हुआ.यह मस्जिद मुगलकाल की बेहद खूबसूरत कलात्मक शैली में बनी हुई है.

2. मक्का मस्जिद, हैदराबाद

मक्का मस्जिद हैदराबाद की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है और इसे देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में गिना जाता है. मुहम्मद कुली कुतुबशाह ने 16 वीं सदी में इस मस्जिद का निर्माण करवाया था.

3. ताज-उल-मसाजिद, भोपाल

भोपाल की ताज-उल-मसाजिद भारत की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है. इसे देश की सबसे बड़ी मस्जिद होने का भी गौरव प्राप्त है. इस आलीशान मस्जिद की संरचना बेहद आकर्षक और भव्य है.

4. बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ

लखनऊ स्थित बड़ा इमामबाड़ा को आसिफ इमामबाड़ा के नाम से भी जाना जाता है क्‍योंकि इसे 1783 में लखनऊ के नबाव आसफ-उद-दौला ने बनवाया गया था. बड़ा इमामबाड़ा भारत की सबसे उत्‍कृष्‍ट इमारतों में से एक है.

5. जामा मस्जिद, आगरा

1648 में मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी सबसे प्यारी बेटी जहांआरा बेगम की याद में इस मस्जिद को बनवाया था. यह मस्जिद आगरा के मुख्य आकर्षणों में से एक है.

6. जमाली और कमाली मस्जिद, दिल्ली

यह मस्जिद दिल्ली के महरौली में स्थित है. यहां सोलवहीं शताब्दी के सूफी संत जमाली और कमाली की कब्र मौजूद है. सूफी संत जमाली लोधी हुकूमत के राज कवि थे. इसके बाद बाबर और उनके बेटे हुमायूं के राज तक जमाली को काफी तवज्जो दी गई. माना जाता है कि जमाली के मकबरे का निर्माण हुमायूं के राज के दौरान पूरा किया गया. जमाली कमाली मस्जिद का निर्माण 1528-29 में किया गया था.

7. कुव्वत-उल-इस्लाम-मस्जिद, दिल्ली

कुव्वत-उल-इस्लाम-मस्जिद का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था और यह दिल्ली में कुतुबमीनार के नजदीक स्थित है. यह भारत में निर्मित पहली तुर्क मस्जिद है. इस मस्जिद की सर्वोत्कृष्ट विशेषता उसका ‘मकसूरा’ एवं इसके साथ जुड़ा ‘किबला लिवान’ है. स्थापत्य कला की दृष्टि से यह पहला ऐसा उदाहरण है, जिसमें स्पष्ट हिन्दू प्रभाव परिलक्षित होता है.

8. अढ़ाई दिन का झोपड़ा, अजमेर

अढ़ाई दिन का झोपड़ा एक मस्जिद है जिसके पीछे एक रोचक कथा है. ऐसा माना जाता है कि यह संरचना अढ़ाई दिन में बनाई गई थी. यह भवन मूल रूप से एक संस्कृत विद्यालय था जिसे मोहम्मद गोरी ने 1198 ई. में मस्जिद में बदल दिया था. यह मस्जिद एक दीवार से घिरी हुई है जिसमें 7 मेहराबें हैं, जिन पर कुरान की आयतें लिखी गई हैं.

9. जामा मस्जिद, अजमेर

सफेद संगमरमर से बनी इस मस्जिद का निर्माण शाहजहां ने करवाया था. यह मस्जिद तीन भागों में बंटी हुई है.

10. नगीना मस्जिद, आगरा

आगरे के किले में ही मौजूद है नगीना मस्जिद जिसे दरबार की महिलाओं के लिए बनवाया गया था और इसके अंदर जनाना मीना बाजार था जिसमें केवल महिलाएं ही सामान बेचा करती थी.

11. हजरतबल मस्जिद, जम्‍मू और कश्‍मीर

हजरतबल मस्जिद, डल झील के पश्चिमी ओर स्थित है और यह मुसलमानों का एक महत्‍वपूर्ण धर्मिक स्‍थल है. इस मस्जिद को कई नामों से जाना जाता है जैसे- मदिनात-अस-सनी, असर-ए- शरीफ और दरगाह शरीफ. मस्जिद सफेद संगमरमर से बनी हुई है और देखने में हु- ब-हू हिमालय पर्वत की श्रृंखला की पृष्‍ठभूमि के समान लगती है.

12. जामिया मस्जिद, श्रीनगर

श्रीनगर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है जामिया मस्जिद. ब्रिटिश वास्तुकला में बनी इस मस्जिद की खूबसूरती देखने लायक है. 370 खम्बों पर खड़ी यह मस्जिद इतनी बड़ी है कि इसके अंदर तकरीबन 30,000 लोग एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं.

ज्वाइंट एकाउंट खोलने से पहले जानें जरूरी बातें

क्या आप अपनी पत्नी/पति, माता-पिता, भाई/बहन या बच्चों के साथ ज्वाइंट सेविंग्स एकाउंट खोलना चाहते हैं? आपको बता दें कि सारे बैंक जहां सेविंग एकाउंट्स खोलने की सुविधा है, वहां ज्वाइंट एकाउंट भी खोला जा सकता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के मुताबिक एक ज्वाइंट एकाउंट खोलने के लिए कितने भी सदस्य हो सकते हैं. इस पर कोई भी लिमिट नहीं है. लेकिन ऐसे कई बैंक हैं, जो चार सदस्यों से ज्यादा की अनुमति नहीं देते. साथ ही किस तरह आप अपना ज्वाइंट एकाउंट ऑपरेट करते हैं यह बात बैंक के साथ किए गए एग्रीमेंट पर निर्भर करता है.

जानिए विभिन्न प्रकार के ज्वाइंट एकाउंट

ज्वाइंट सेविंग्स एकाउंट के साथ कई विकल्प होते हैं, जैसे कि जीवित में से कोई भी एकाउंट ऑपरेट कर सकता है, फॉर्मर या सर्वाइवर यानि कि इसमें से केवल पहला ही एकाउंट चला सकता है.यह सभी टर्म्स इस बात को सुनिश्चित करती हैं कि आप किस तरह एकाउंट ऑपरेट करते हैं और एकाउंट होल्डर की मृत्यु की स्थिति में उस पैसे का क्या किया जाना है-

1.ईदर या सर्वाइवर (Either or survivor)

यदि आप इस विकल्प का चयन करते हैं तो जीवित ऑपरेटर्स में से कोई भी एकाउंट चला सकता है. उदाहरण के तौर पर ज्वाइंट एकाउंट के होल्डर भाई बहन हैं, तो दोनों ही एकाफंट ऑपरेट कर सकते हैं.

2. फॉर्मर या सर्वाइवर (Former or Survivor)

इस ऑप्शन को चुनने से केवल पहला एकाउंट होल्डर एकाउंट चला सकता है. उदाहरण के तौर पर अगर पति-पत्नी का ज्वाइंट एकाउंट है और पत्नी पहली एकाउंट होल्डर है तो इस स्थिति में केवल पत्नी ही ऑपरेट कर सकती है.

3. लैटर या सर्वाइवर (Latter or Survivor)

इस ऑप्शन के चयन करने से केवल दूसरा एकाउंट होल्डर एकाउंट ऑपरेट कर सकता है. जैसे पति पत्नी के ज्वाइंट एकाउंट में पत्नी पहली होल्डर और पति दूसरा एकाउंट होल्डर है तो एकाउंट का संचालन पति ही कर सकता है.

अगर कई सारे एकाउंट होल्डर हैं तो उस स्थिति में बैंक एक और विकल्प देते हैं. यह विकल्प एनिवन या सर्वाइवर (anyone or survivor) है. इसके तहत सभी एकाउंट होल्डर एकाउंट ऑपरेट कर सकते हैं.

यदि एकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाए तो पैसे का क्या किया जाता है?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की अधिसूचना के तहत अगर एक ज्वाइंट एकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो सर्वाइवर को बैंक से पैसा लेने के लिए वैध दस्‍तावेज प्रस्‍तुत करने होंगे, हालांकि सर्वाइवर इस पैसे की देखरेख कानूनी उत्‍तराधिकारी के ट्रस्‍टी के रूप में करेगा (जो कि सर्वाइवर भी हो सकता है),  जब तक कि सर्वाइवर खुद अकेला एकाउंट में शेष राशि हासिल करने वाला लाभार्थी न हो या मरने वाले का अकेला कानूनी वारिस न हो.

यदि मृत व्यक्ति के कानूनी उत्तराधिकारी एकाउंट में पड़े पैसे को क्लेम करता है तो बैंक सारा पैसा सर्वाइवर को दे देता है. मसलन, अगर बैंक कोर्ट ऑर्डर के अधीन नहीं है तो वह एकाउंट में दिए गए सर्वाइवर के नाम के व्यक्ति को पैसा दे देते हैं. यदि ज्वाइंट एकाउंट के दिशा निर्देश ने यह नहीं लिखा कि अमाउंट सर्वाइवर को जाए तो इस स्थिति में सारा पैसा सर्वाइवर और मृत व्यक्ति के कानूनी उत्तराधिकारी को बराबर दिया जाएगा.

तुलसी के औषधीय गुण

कुछ लोग इम्युनिटी कमजोर होने के चलते बार-बार सर्दी-खांसी और बुखार की चपेट में आ जाते हैं. बार-बार दवाओं का इस्तेमाल आपके लिए घातक साबित हो सकता है. आप तुलसी की चंद हरी पत्तियों से इन छोटी-छोटी समस्यायों से राहत पा सकते हैं. आपको बता दें कि तुलसी में कई औषधीय गुण होते हैं. ये इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने और आपको तनाव, सिरदर्द व साइनसाइटिस आदि से बचाने में सहायक होते है.

एक अध्ययन के अनुसार, तुलसी की पत्तियां इन्फेक्शन के खिलाफ टी साइटोकिन्स, एनके (नेचर किलर) सेल और टी लिम्फोसाइट्स जैसी इम्यून सेल्स का उत्पादन बढ़ाती हैं. तुलसी में इम्यून-मोडुलेटरी तत्व होते हैं, जिस वजह से ये इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने में भी मददगार है. एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइन्फ्लैमटोरी गुण होने की वजह से ये बुखार कम करने और सर्दी-खांसी के इलाज में भी मदद करती है.

तुलसी की चाय

एक कप गर्म पानी में तुलसी के कुछ पत्ते डालकर कम से कम दस मिनट का उबालें. बुखार, मलेरिया और डेंगू बुखार से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार पिएं.

तुलसी का दूध

अगर आपको तेज बुखार है तो आप तुलसी के पत्तों को दूध में डालकर पिएं. इसके लिए आधे लीटर पानी में तुलसी के पत्ते और इलायची पाउडर डालकर उबाल लें. इसमें दूध और चीनी मिलाकर पिएं.

तुलसी का जूस

शरीर का तापमान कम करने के लिए आप तुलसी के पत्तों का जूस भी पी सकते हैं. ये बच्चों के लिए ज्यादा प्रभावी है. 10-15 पत्तों को थोड़े से पानी में मिलाकर जूस निकाल लें. हर दो से तीन घंटे में इसे ठन्डे पानी के साथ पिएं.

चोट के निशान को यूं मिटाएं

अगर आपको दाग धब्बे प्राकृतिक रूप से कम करने हों तो चंदन, टी ट्री ऑयल और नीम्बू के रस का मिश्रण काफी असरदार होता है. इस घर पर बने पैक से आपके दाग धब्बे कम होंगे और लगातार इस्तमाल से यह खत्म भी हो जाएंगे.

इस पैक से दाग धब्बों वाली जगह पर स्वस्थ सेल बनते हैं जिससे दाग धब्बे खत्म हो जाते हैं. निम्बू का रस चेहरे पर ब्लीच का काम भी करता है और यह दाग धब्बे वाली जगह को हल्का कर देता है जिससे दाग धब्बों का रंग कम काला दिखता है.

दाग धब्बों के ऊपर से मृत सेल के हट जाने और नए सेल के आ जाने से इस पैक से दाग धब्बों से काफी हद तक निजात पाया जा सकता है.

आवश्यक सामग्री

चंदन पॉवडर- 1 बड़ी चम्मच 

टी ट्री ऑयल- 2 छोटे चम्मच 

नीम्बू का रस- 2 छोटे चम्मच

पैक को बनाने और लगाने की विधि

एक कटोरे में बतायी गई सामग्री को मिला लें और पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को दाग धब्बों पर बराबर लगा लें. हल्का मसाज करें और 15 मिनट तक रहने दें. अब साबुन और ठंडे पानी से चेहरा धो लें.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें