मुंबइया मसाला फिल्म है ‘अन इंडियन’

कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सवों में धूम मचाने के बाद मूलतः अंग्रेजी भाषा की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘‘अन इंडियन’’ में पहली बार आस्टेलिया के मशहूर क्रिकेटर ब्रेट ली, भारतीय अदाकारा तनिष्ठा चटर्जी के साथ मुख्य भूमिका में हैं. मगर यह इंडियन क्रास ओवर फिल्म स्वाभाविक घरेलू नाटकीय दृश्यों से युक्त मुंबइया मसाला फिल्म के अलावा कुछ नही है. सिडनी में फिल्मायी गयी यह फिल्म अब 19 अगस्त को भारतीय सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो रही है.

आस्ट्रेलिया में बसे एक भारतीय परिवार के इर्द गिर्द यह कहानी घूमती है. एक कंपनी में मार्केटिंग से जुड़ी मीरा (तनष्ठिा चटर्जी) अपनी माता (सुप्रिया पाठक) व पिता (आकाश खुराना) के घर में उन्ही के साथ अपनी बेटी स्मिता (बेबी माया सथी) के साथ रहती है. उसका अपने पति दीपक (गुलशन ग्रोवर) से तलाक हो चुका है. मीरा की मां, मीरा की दुबारा शादी कराना चाहती हैं. उसे चिंता है कि उनके न रहने के बाद मीरा का भविष्य क्या होगा. जबकि मीरा को अब शादी में कोई रूचि नहीं है. वह अपनी बेटी स्मिता को भी खुद से जुदा नहीं होने देना चाहती. मीरा की मां को लगता है कि उनकी बेटी मीरा आस्ट्रेलिया में रहते हुए धीरे धीरे माडर्न होती जा रही है. उन्हे मीरा के आधुनिक पहनावे पर भी एतराज है.

आस्ट्रेलिया में बसे भारतीयों द्वारा होली का बहुत बड़ा जश्न मनाया जाता है. इसी जश्न में मीरा भी अपनी बेटी व माता पिता के साथ शामिल हुई है. जहां मीरा की मां मीरा की मुलाकात हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर समीर (निकोलस ब्राउन) से कराती है, क्योंकि मीरा की मां मीरा की शादी समीर से कराना चाहती हैं. समीर भी मीरा पर लट्टू हो जाते हैं. पर मीरा को समीर में कोई रूचि नहीं है. इसी होली की पार्टी में मीरा के हाथों सफेद जैकेट पहने हुए विल (ब्रेट ली) की सफेद जैकेट पर लाल रंग पड़ जाता है. इसका बुरा मानने की बजाय विल होली खेलना शुरू कर देते हैं. पर वह मन ही मन मीरा पर लट्टू हो जाते हैं.

विल अंग्रेजी भाषा के शिक्षक हैं, जो कि लोगों को आस्ट्रेलियन अंदाज में अंग्रेजी बोलना सिखाते हैं. उनके विद्यार्थियों में दूसरे देशों के साथ साथ भारतीय भी हैं. होली की पार्टी के बाद से विल, मीरा की तलाश शुरू कर देते हैं. वैसे विल का भारतीय दोस्त टी के (अर्का दास) उसकी मदद को आगे आता है. टी के ही डिजीटल मीडिया के लिए कूकिंग का कार्यक्रम बनाने के लिए विल को अपने साथ कैमरामैन के रूप में मीरा के घर ले जाता है. पर वहां भी ऐन वक्त पर समीर पहुंच जाता है और मीरा की मां के कहने पर वह कैमरामैन की तरह काम करने लगता है. पर इस बीच विल, स्मिता से दोस्ती कर लेता है. उसके बाद मीरा व विल की मुलाकातें बढ़ती हैं. मीरा की मां विल को पसंद नहीं करती. उसका मानना है कि वह लोग भारतीय हैं, जबकि विल आस्ट्रेलियन है. दोनो की सभ्यता व संस्कृति में जो अंतर है, उसके कारण शादी सफल नहीं हो सकती.

मीरा, विल की विद्यार्थी प्रिया (सराह राबर्ट) को नौकरी पाने में मदद करती है और एक दिन मीरा, विल के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती है. विल एक संदेश लिखकर फूलों का गुलदस्ता मीरा को भेजता है, जिसे सबसे पहले मीरा की बेटी स्मिता देखती है और वह नाराज हो जाती है. यह बात फोन करके मीरा, विल को बताती है. विल वहां जाता है, जहां  गेम खेलने के लिए स्मिता गयी है. विल उसे समझाने में कामयाब हो जाता है.

फिर शनिवार की छुट्टी की रात विल, मीरा के साथ मनाना चाहता है. पर मीरा यह कह कर मना कर देती है कि उसे अपनी दोस्त शांति (पल्लवी शारदा) के साथ जाना है. शांति उसे रात्रि भोज के लिए होटल ले जाती है, जहां समीर भी होता है. अनचाहे मीरा को समीर से बात करनी पड़ती है. दूसरे दिन सुबह समीर, विल के सामने मीरा से पूछ देता है कि शनिवार की रात उसे समीर के आनंद आया होगा. यह सुनकर विल को गुस्सा आ जाता है और वह मीरा से दूर हो जाता है. पर फिर स्मिता की वजह से दोनों नजदीक आ जाते हैं.

इसके बाद स्कूल के कार्यक्रम के लिए विल व मीरा, स्मिता को विदा करने के बाद प्रेम में खो जाते हैं और मीरा के ही बेडरूम में दोनो रात भर हम बिस्तर रहते हैं. सुबह जब इसका पता मीरा के माता पिता को लगता है, तो वह नाराज होते हैं और तब पता चलता है कि पहला तलाक होने में मीरा की गलती नहीं थी. मीरा का पहला पति दीपक ‘गे’ था, जिसे वह प्रयास करके भी सुधार न सकी.

अब स्मिता ने विल के साथ अपने पापा दीपक से मिलना शुरू कर दिया. पहले विल पूरा समय दीपक के घर पर स्मिता के साथ मौजूद रहता था. पर इसकी भनक मीरा को नहीं थी. एक दिन वह स्मिता को दीपक के पास छोड़कर बाहर आ जाता है, जहां वह मीरा से मिलता है. बात बात में वह बता देता है कि स्मिता अपने पापा के साथ है. मीरा नाराज होने के साथ दीपक का सच बता देती है. दीपक ताकतवर है और वह स्मिता को भारत ले जाना चाहता है. तुरंत विल, दीपक के घर के लिए भागता है. पता चलता है कि दीपक, स्मिता के साथ भारत के लिए निकल चुका हुआ है. पर विल उसे पकड़ लेता है. मीरा पुलिस के साथ पहुंचकर दीपक को गिरफ्तार कर लेती है. अब मीरा, विल से संबंध खत्म करने की बात कहती है. पर अंततः विल और मीरा एक हो जाते हैं. अब मीरा के माता पिता भी विल को स्वीकार करते हुए कहते है कि चलो अब उनकी अगली पीढ़ी के बच्चे भी गोरे होंगे.

यदि हम इस बात को नजरंदाज कर दें कि आस्ट्रेलिया में रह रही एक भारतीय महिला एक आस्ट्रेलियन युवक से प्यार करने लगती है और दोनों शादी कर लेते हैं, तो इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में कुछ भी नयापन नहीं है. कथानक के स्तर पर भी कोई नवीनता नहीं है. इंटरवल के बाद फिल्म को जबरन खींचे जाने का अहसास होता है. फिल्म की लंबाई बड़ी आसानी से कम की जा सकती है. फिल्म की शुरूआत से ही दर्शक समझ जाता है कि फिल्म का अंत क्या होगा. मीरा के पूर्व पति द्वारा अपनी बेटी को अपने साथ ले जाने का मुद्दा फिल्म में उभर ही नहीं पाया.

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो तनिष्ठा चटर्जी एक उत्कृष्ट अदाकारा हैं, इसमें कोई दो राय नही है. उन्होने इस फिल्म में एक बार फिर बेहतरीन अभिनय किया है. सुप्रिया पाठक, गुलशन ग्रोवर भी अपनी भूमिका में जमें हैं. पल्लवी शारदा ने यह फिल्म क्यों की, यह बात समझ से परे है. मगर क्रिकेटर ब्रेट ली भी बेहतरीन अभिनय कर सकते हैं, यह कोई सोच नहीं सकता, पर उन्होने अच्छी परफार्मेंस दी है.

फिल्म में तनिष्ठा चटर्जी के होने का अर्थ सेक्स सीन का होना अनिवार्य सा हो गया है. अब तक मैने तनिष्ठा चटर्जी की जितनी भी फिल्में देखी हैं, उन सभी फिल्मों में उनके सेक्स सीन जरुर नजर आए हैं. जहां तक फिल्म ‘‘अन इंडियन’’ का सवाल है, तो यदि इसमें तनिष्ठा चटर्जी और ब्रेट ली के बीच हम बिस्तर होने का सीन न होता तो भी फिल्म पर असर न पड़ता. तनिष्ठा चटर्जी जैसी अदाकारा को सेक्स दृश्यों की जरुरत क्यों पड़ती है, यह समझ से परे है.

पटकथा लेखक तुषी साथी ने फिल्म के अंदर नस्लवाद/रंगभेद, कम्यूनिटी, अप्रवासी भारतीयों के पूजा पाठ, आत्मप्रशंसा व आत्मनिंदा को बहुत भद्दे ढंग से फिल्म का हिस्सा बनाया है. अंग्रेजी भाषा की इस फिल्म में पंजाबी गाना भी है. कुछ संवाद हिंदी में भी हैं. अति साधारण व कई कमियों के बावजूद समय बिताने के लिए यह फिल्म देखी जा सकती है.

मूलतः अंग्रेजी भाषा में बनी एक घंटे 42 मिनट की इस फिल्म का निर्माण अनुपम शर्मा और लिसा डिफ ने मिलकर किया है. फिल्म के निर्देशक अनुपम शर्मा, लेखक तुषी साथी, संगीतकार सलीम सुलेमान, कैमरामैन मार्टिन मैकग्राथ हैं. फिल्म के कलाकार हैं-ब्रेट ली, तनिष्ठा चटर्जी, सुप्रिया पाठक, आकाश खुराना, पल्लवी शारदा व अन्य.

क्या आपने गलत इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद ली है?

देश में तेजी से इंश्‍योरेंस सेक्‍टर विस्‍तार कर रहा है और उतनी तेजी से गलत पॉलिसी बेचने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. इंश्‍योरेंस एजेंट या एडवाइजर अधिक कमीशन के चलते कई बार आपको ऐसी पॉलिसी थमा देते हैं, जिसकी वास्‍तव में आपको जरूरत ही नहीं होती. देश में बढ़ रही मिस सेलिंग की घटनाओं के लिए बीमा नियामक आयोग ने कर्इ प्रावधान किए हैं. जिसके तहत आप बीमा कंपनी के खिलाफ मामला तक दर्ज कर सकते हैं.

मिस सेलिंग से बचाता है फ्री लुक पीरिएड

फ्री लुक पीरिएड को आप ठीक उस तरह मान सकते हैं जिस तरह ई-कॉमर्स कंपनियां रिप्‍लेसमेंट गारंटी देती हैं. सभी इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वालों को बीमा कंपनियों की ओर से फ्री लुक पीरियड  सुविधा मिलती है. फ्री लुक पीरियड पॉलिसी डॉक्यूमेंट मिलने के 15 दिनों तक होता है. ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने पर फ्री लुक पीरियड 30 दिन होता है. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में 3 साल से ज्यादा की पॉलिसी खरीदने पर ही ये सुविधा मिलती है. पॉलिसी डॉक्यूमेंट मिलने की तारीख साबित करना पॉलिसी होल्डर की जिम्मेदारी होती है.

कैसे उठाएं फ्री लुक पीरिएड का फायदा

पॉलिसी डॉक्‍यूमेंट आपके पास इसी लिए भेजा जाता है, कि जिससे आप अपनी पॉलिसी को ठीक प्रकार से पढ़ लें, उसकी बातों को समझ लें, यदि वह आपके लिए फायदेमंद है, तभी आगे निवेश करें. फिर भी अगर आपको लगता है कि पॉलिसी आपके काम की नहीं है तो उसे आप वापस कर सकते हैं.

फ्री लुक पीरिएड से जुड़ी जरूरी बातें

– पॉलिसी होल्डर को पॉलिसी डॉक्यूमेंट का लिफाफा फ्री लुक पीरियड तक संभालकर रखना चाहिए.

– फ्री लुक पीरियड सिर्फ नई पॉलिसी लेने पर लागू होता, रिन्युअल पर नहीं लागू होता.

– फ्री लुक पीरियड में कंज्यूमर के पास पॉलिसी लौटाने का विकल्प होता है.

– फ्री लुक पीरियड में पॉलिसी लौटाने पर प्रीमियम का रिफंड मिल जाता है.

– कंज्यूमर को बताना होता है कि पॉलिसी लौटाने की वजह क्या है.

– रिफंड में से इंश्योरेंस कंपनी अपने खर्च घटा देती है,जिसमें मेडिकल जांच, स्टांप ड्यूटी का खर्च आदि शामिल होता है.

सलमान के साथ क्यों काम नहीं करती दीपिका

बॉलीवुड के ‘सुल्तान’ सलमान खान के साथ काम करना किसी भी एक्ट्रेस के लिए सपने जैसा होता है. हर कोई उनके साथ स्क्रीन शेयर करके अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी फिल्म करना चाहता है, लेकिन एक एक्ट्रेस ऐसी भी है जो कई बार उनके साथ काम करने से मना कर चुकी है. हम बात कर रहें हैं दीपिका पादुकोण की.

सलमान से साथ 7 फिल्में कर चुकी रिजेक्ट

दीपिका बॉलीवुड के कई बड़े एक्टर्स के साथ काम कर चुकी हैं फिर चाहे वो शाहरुख खान हों या अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन हों या रणबीर कपूर. लेकिन ना जाने क्यों वो सलमान के साथ काम करने से कतराती हैं.

दीपिका अब तक सलमान के साथ 7 फिल्में करने से मना कर चुकी हैं. कुछ दिन पहले दोनों को एक साथ देखने की उम्मीद फिर जागी जब सुनने में आया की कबीर खान अपनी अगली फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ में सलमान के अपोजिट दीपिका पादुकोण को कास्ट कर रहे हैं, लेकिन दीपिका ने इस फिल्म को भी ना कह दी.

खुद को लेडी दबंग मानती हैं दीपिका

जहां बॉलीवुड का कोई कलाकार ऐसा नहीं है जो सलमान के साथ काम करने से मना कर दे. वहीं, दीपिका के इस इनकार की वजह का अब खुलासा हो गया है. दरअसल, वे खुद को लेडी दबंग समझने लगी हैं और उन्हें जब भी सलमान के साथ काम करने का ऑफर मिलता है वह फिल्म को यह कहकर मना कर देती हैं कि एक फिल्म में दो दबंग कैसे हो सकते हैं. अब देखना होगा कि दीपिका के चाहने वाले उन्हें कब सलमान के साथ स्क्रीन शेयर करते देखेंगे.

‘सुल्तान’ के लिए दीपिका को किया गया था अप्रोच…

दीपिका इन दिनों हॉलीवुड फिल्म ‘ट्रिपल एक्स रिटर्न्स ऑफ एक्सजेंडर केज’ में काम कर रही हैं. खबरों की मानें तो दीपिका को डायरेक्टर कबीर खान ने अपनी फिल्म के लिए अप्रोच किया लेकिन उन्होंने इसे करने से मना कर दिया. माना जाता है कि दीपिका को ‘सुल्तान’ के लिए भी अप्रोच किया गया था, लेकिन उन्होंने उस फिल्म में भी सलमान के साथ काम करने से इनकार कर दिया था.

आ रही है 100 किलो की बहू

टीवी पर शुरू होने वाला आगामी शो ‘बढ़ो बहू’ का कॉन्सेप्ट बेहद अनूठा है. एक चीज जो सबसे दिलचस्प है, वो है इसकी भारी-भरकम बहू, जो लगभग 100 किलो वजनी है. पुरानी परंपराओं को चुनौती देने और टीवी देखने वालों को कुछ रोमांचक पेश करने के लिहाज से इस शो को तैयार किया जा रहा है.

इसमें टीवी की ‘सबसे बड़ी बहू’ की कहानी दिखाई जाएगी. कहा जा रहा है कि इस बहू को ढूंढने के लिए निर्माताओं ने कड़ी मेहनत की है. देशभर में ऑडिशंस के बाद नवोदित रिताशा राठौड़ को इस किरदार के लिए चुना गया.

एक सूत्र ने बताया, वो ‘बिग बॉस’ विनर प्रिंस नरूला के अपोजिट टीवी पर डेब्यू करने को तैयार हैं. कद-काठी के लिहाज से रिताशा भारतीय छोटे पर्दे की सबसे बड़ी बहू होंगी और उनके किरदार का दिल भी बड़ा होगा.

रिताशा का किरदार ‘बढ़ो’ ऐसी बहू का है, जिसका वजन लगभग 100 किलो है. उसमें बच्चों जैसी मासूमियत है और वो अपने विचारों को लेकर काफी मुखर है. उसके अनाड़ी तरीके उसे दूसरों से अलग पहचान दिलाते हैं. वो जिन लोगों से प्यार करती है, उनके लिए किसी भी हद तक जा सकती है.

रिताशा का कहना है, ‘भारतीय संस्कृति पर इन दिनों दिलचस्प किरदार लिखे जा रहे हैं और यह देखकर काफी अच्छा लगता है. बढि़या यह है कि मुझे भी ऐसा कुछ करने को मिल रहा है जो बेहद अलग है.’

यूं ही चला चल राही…

ट्रेन में खिड़की की सीट मिल जाए तो सफर बहुत मजे से कटता है. किसी सफर की यात्रा के दौरान जब पानी के ऊपर बने ब्रिज हमारे सफर के बीच में आते हैं तब एक्साइटमेंट का लेवल और बढ़ जाता है. चलिए हम आज ऐसे ही कुछ भारत के अनोखे रेलवे पुलों की यात्रा पर चलते हैं, जिनके नजारे आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे.

गोदावरी आर्क ब्रिज

गोदावरी आर्क ब्रिज राजामुंद्री की गोदावरी नदी पर बने ब्रिजों में बना यह तीसरा ब्रिज है. हैवलॉक ब्रिज इस नदी पर बना सबसे पहला ब्रिज है, उसके बाद दूसरा ब्रिज गोदावरी ब्रिज. गोदावरी आर्क ब्रिज अभी हाल ही में बना इस नदी का तीसरा ब्रिज है.

पम्बन ब्रिज

पम्बन ब्रिज भारत का मुख्य और सबसे प्रसिद्ध रेलवे ब्रिज व सड़क दोनों ही है. यह भारत का सबसे पहला समुद्री पुल है जो पम्बन द्वीप में स्थित रामेश्वरम को भारत से जोड़ता है.

शारावती ब्रिज

शारावती ब्रिज कर्नाटक की सबसे लंबी रेलवे ब्रिज है. प्रसिद्ध कोंकण रेलवे, दक्षिण के होनावार जाने के लिए यहीं से गुज़रती है.

न्यू जुबिली ब्रिज 

न्यू जुबिली ब्रिज को पुराने ऐतिहासिक जुबिली ब्रिज के जगह पर बनाया गया है. सन 1885 में हुगली नदी पर बना पुराना जुबिली ब्रिज अब तक भारत का सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध ब्रिज है. अभी नया ही बना जुबिली ब्रिज पश्चिम बंगाल में स्थित नैहाती और बांदेल को एक दूसरे जोड़ता है.

वेंबानाड़ रेलवे ब्रिज

ब्रिज वेंबानाड़ रेलवे ब्रिज, वेंबानाड़ झील के तीन द्वीपों पर से गुजरती भारत की सबसे लंबी रेलवे ब्रिज है. यह कोची में स्थित एदाप्पल्ली को वल्लारपदम से जोड़ती है. इस ब्रिज की लंबाई लगभग 4.26 किलोमीटर है और यह भारत के सबसे खूबसूरत रेलवे पुलों में से एक है.

महानदी ब्रिज

महानदी ब्रिज उड़ीसा में महानदी नदी पर बना दूसरा महानदी ब्रिज. यह उड़ीसा का सबसे आकर्षक रेलवे ब्रिज है. इसका निर्माण कायकता से बौध के रेलवे मार्ग को जोड़ने के लिए किया गया था.

तो अपनी अगली यात्रा में रेलवे ब्रिज के इन नज़ारों का आनंद लेना मत भूलिएगा, जहां से दुनिया आपको यह खूबसूरत दुनिया और खूबसूरत दिखेगी.

विदेश में खलनायिका बनीं पीसी

बॉलीवुड से हॉलीवुड तक नाम कमा चुकीं प्रियंका चोपड़ा ने अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म ‘बेवॉच’ में अपने किरदार का खुलासा किया है. प्रियंका ने यह जानकारी हाल ही में ट्विटर पर ऑनलाइन बातचीत के दौरान दी.

प्रियंका ने अपने किरदार के बारे में बताया कि उन्होंने फिल्म में एक खलनायिका की भूमिका अदा की है. साथ ही बाताया कि ‘बेवॉच’ एक कॉमेडी बेस्ड फिल्म है.

इससे पहले भी प्रियंका ने बताया था कि ‘बेवॉच’ में खलनायिका का किरदार सबसे अहम है. वह विक्टोरिया लीड्स की भूमिका निभाती नजर आएंगी. उन्होंने कहा था कि खलनायक का किरदार निभाना एक लत की तरह है, क्योंकि असल जीवन में हम ऐसा नहीं बनना चाहते.

उन्होंने कहा था, ‘मुझे नहीं लगता कि द रॉक का ऐसी किसी खलनायिका से सामना हुआ होगा. वह काफी अच्छे हैं, लेकिन विक्टोरिया एक शैतान है.’ गौरतलब है कि फिल्म ‘बेवॉच’ 1990 के लोकप्रिय टेलीविजन शो ‘बेवॉच’ पर आधारित है. यह फिल्म मई 2017 में रिलीज होगी.

पाक एक्टर संग रोमांस करेंगी कैटरीना

अभिनेत्री कैटरीना कैफ जल्‍द ही आगामी फिल्‍म में पाकिस्‍तानी अभिनेता फवाद खान संग रोमांस करती दिखेंगी. फिलहाल फिल्‍म के नाम की घोषणा नहीं की गई है लेकिन इस फिल्‍म को करण जौहर प्रोड्यूस करेंगे. दोनों पहली बार एकसाथ स्‍‍क्रीन साझा करते दिखेंगे.

ऐसा कहा जा रहा है पंजाबी बैकड्राप पर बनने वाली इस फिल्‍म में एक अलग तरह की लव-स्‍टोरी दिखाई जायेगी. आदित्‍य धर के डायरेक्‍शन में बनी इस फिल्‍म की शूटिंग मात्र 60 दिन में पूरी कर ली जायेगी.

फिलहाल कैटरीना अपनी आगामी फिल्‍म ‘बार बार देखो’ की रिलीज को लेकर खासा व्‍यस्‍त है. फिल्‍म में वे अभिनेता सिद्धार्थ मल्‍होत्रा संग रोमांस करती दिखेंगी. फिल्‍म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है और इसी 9 सितंबर को फिल्‍म रिलीज हो रही है. फिल्‍म का गाना ‘काला चश्‍मा’ खासा सुर्खियां बटोर रहा है.

फवाद ने वर्ष 2014 में फिल्‍म ‘खूबसूरत’ से बॉलीवुड में डेब्‍यू किया था. इस फिल्‍म में उनके ऑपोजिट सोनम कपूर थी. इसके बाद वे इसी साल सिद्धार्थ मल्‍होत्रा और आलिया भट्ट के साथ फिल्‍म ‘कपूर एंड संस’ में दिखे थे. दोनों ही फिल्‍मों ने बॉक्‍स ऑफिस पर अच्‍छी कमाई की थी.  

साड़ी के ऊपर खूब फबेंगे ये हेयरस्‍टाइल

अगर आप साड़ी पहनना पसंद करती हैं और हमेशा एक ही तरह के हेयरस्‍टाइल से तंग आ चुकी हैं तो यह आपके लिए काफी हेल्‍पफुल होने वाला है.

हम आपको कुछ ऐसे हेयर स्‍टाइल के बारे में बताएंगे, जो साड़ी पर आसानी से बनाएं जा सकते हैं और ये देखने में भी अच्‍छे लगते हैं. हर हेयर स्‍टाइल का लुक कुछ ऐसा है कि आप उसे अनेक अवसरों पर बना सकते हैं.

शादी का फंक्‍शन हो या कोई बर्थडे पार्टी, ये सारे हेयरस्‍टाइल इतने ग्‍लैमरस और स्‍टाइलिश हैं कि आपके लुक को कभी आउटडेटेड नहीं होने देते हैं.

स्‍ट्ड जूड़ा

यह जूड़ा, बालों को बिखरने नहीं देता है और इसे साधारण जूड़े की तरह ही लगाया जाता है. बस आपको कोई अच्‍छी सी क्लिप लगानी होती है ताकि जूड़ा सूना न लगे.

साइड चोटी

अगर आप खुले बालों या साधारण चोटी परेशान हो गई हैं तो साइड चोटी बनाएं. साइड में चोटी को खजूर के तरीके से गूंथ लें.

बॉउफ्फेंट जूड़ा

इसे दीपिका पादुकोण का जूड़ा स्‍टाइल कहा जाता है. इसमें सामने की ओर छोटा सा पफ बनाया जाता है और फिर पीछे की ओर जूड़ा बनाते हैं. आप चाहें तो इसमें सफेद गजरा अवश्‍य लगाएं.

बीच से मांग निकालकर बनाएं जूड़ा

जी हां, साधारण तरीके से बालों को कंघी करके जूड़ा बनाने से बेहतर है कि आप बीच से मांग निकाल लें और फिर जूड़ा बनाएं.

हेयर पफ पोनीटेल

बालों में हल्‍का सा पफ बनाएं और पोनीटेल बनाएं. यह लुक काफी खास लगता है और उम्र भी कम लगती है.

ब्रेडेड जूड़ा

अगर आप एथनिक लुक कैरी कर रही हैं तो ब्रेडेड जूड़ा सबसे अच्‍छा लगता है. इस जूड़े में गजरा लगाने की आवश्‍यकता नहीं पड़ती है.

ट्वीस्‍टेड जूड़ा

विंटेज लुक के लिए ये जूड़ा सबसे खास होता है. इसे आपको पिन से कसना पड़ता है और यह फैंसी साड़ी पर बनाया जाता है. किसी भी पारंपरिक परिधान पर यह अच्‍छा नहीं लगता है.

वेवी बॉब

मर्लिन मुनरो लुक वाला यह स्‍टाइल साड़ी पर काफी अच्‍छा लगता है. यह क्‍लासी टच देता है.

विंटेज हेयर

इस हेयरस्‍टाइल में बालों को ऊपर की ओर से कर्ल करके पफ बना दिया जाता है और नीचे की ओर खुला रखा जाता है.

प्‍लेटेड बन

साइड से खजूर चोटी बनाकर उसे जूड़े का रूप देना, हल्‍के अवसरों पर पहनी जाने वाली साड़ी पर बेहद खास लगता है.

मांग टीका हेयर

अगर आप साड़ी पर मांग टीका लगाने वाली हैं तो ऐसा हेयरस्‍टाइल बहुत फबता है. इसमें आप मांगटीका के लिए बालों में जगह कर देती हैं और बाकी बालों को एक तरीके से खुला छोड़ दें.

एम्‍बेल्‍लीश्ड जूड़ा

ब्रेडेड बन में आप लिली या गुलाब को साइड टक कर लें. यह हल्‍दी की रस्‍म या मेंहदी की रस्‍म के दौरान पहनी जाने वाली साड़ी में बहुत अच्‍छा लगता है.

बालों में तेल लगाने के नुकसान

हम यही सुनते आएं हैं कि बालों में तेल लगाना फायदेमंद होता है. बात सही भी है तेल लगाने से बालों में चमक आने के साथ-साथ टूटे हुए बालों की मरम्मत होती है और बाल घने होते हैं. लेकिन इन फायदों के साथ-साथ तेल लगाने के कई सारे नुकसान भी हैं.

हम बालों को मजबूत बनाने के लिए तेल लगाते हैं लेकिन बहुत ज्यादा देर तक लगा रह जाए तो नुकसान करता है. क्योंकि सिर की त्वचा कुछ प्राकृतिक तेल पैदा करती है जिससे नमी बनी रहती है जो अच्छी होती है. लेकिन बहुत ज्यादा देर तक तेल लगाए रखा तो ज्यादा नमी हो जाएगी जिससे फुंसी और दाने होने का डर रहता है.

आप बाल धुलने से कुछ घंटे पहले तेल लगाते हैं या फिर रात में सोते समय बालों और सिर की मसाज करते हैं और सुबह उठते ही धो देते है. इससे आप बालों में नमी की ज्यादा मात्रा होने से बचा देते हैं. इस नमी की वजह से चेहरे पर मुंहासे और दाने होने लगते हैं.

सिर पर तेल लगाने से कई बार चेहरे पर भी लग जाता है जिससे गंदगी जमा होती है जो मुंहासे पैदा करता है. जानकारों के मुताबिक बालों में तेल लगाने का समय निश्चित होना चाहिए. बहुत ज्यादा तेल चुपड़ लेने से भी नुकसान होता है. स्कैल्प के हिसाब से तेल लगाएं. उतना ही लगाएं जिससे बाल सारी नमी सोख लें. बहुत ज्यादा चिकनाहट हो जाए तो उसे पोछ लें.

सिक्स पैक एब्स आपको सिमित करता है

कई बॉलीवुड स्टार ‘सिक्स पैक एब्स’ पाने के लिए आतुर हो सकते हैं, लेकिन अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपने शरीर की बनावट को दुबला-पतला रखना पसंद करते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह उनको विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं को करने की अनुमति देता है.

जब उनसे काया के प्रति सजग बॉलीवुड के बारे में यहां पूछा गया, तो सिद्दीकी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सिक्स पैक (एब्स) काया आपको अभिनेता के रूप में सीमित करता है. मैं विभिन्न प्रकार के रोल कर सकता हूं, क्योंकि मेरे शरीर की बनावट सामान्य है.’’

‘बदलापुर’ फिल्म के 42 वर्षीय स्टार ने मेलबर्न में चल रहे भारतीय फिल्म महोत्सव के दौरान दर्शकों से बातचीत की. इस महोत्सव में उन्हें ‘रमन राघव 2.0’ फिल्म में मनोरोगी सीरियल किलर के रूप में अभिनय करने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

अभिनेता ने इस रोल को अब तक का अपना सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण काम बताया. उन्होंने कहा, ‘‘पूरी फिल्म प्रक्रिया बेहत चुनौतीपूर्ण रही. यह मेरे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण भूमिका रही, क्योंकि जिस किरदार को इस फिल्म में मैं निभा रहा हूं, वह ऐसा व्यक्ति था, जो लोगों की हत्या करना पसंद करता है.’’

अनुराग कश्यप निर्देशित यह फिल्म इस साल इस महोत्सव में शामिल भारत एवं उपमहाद्वीप के 50 फिल्मों में से एक है.

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