3 Tips: यूं हटाएं चेहरे से अनचाहे बाल

क्या आपके चेहरे पर भी बहुत अधिक बाल हैं? ऐसे बाल जो आपके चेहरे की खूबसूरती को कम कर देते हैं? अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है. ज्यादातर लड़कियों को चेहरे पर बालों की समस्या होती है और कई बार यह समस्या उनके आत्मविश्वास को कम कर देती है. अक्सर ऐसा तनाव की वजह से होता है, तो कई बार अनुवांशिक या हॉर्मोनल असंतुलन के चलते भी चेहरे पर बाल निकल आते हैं.

हर बार चेहरे पर ब्लीच कराने से चेहरे की रौनक चली जाती है और बार-बार वैक्सिंग कराना भी इस समास्या का सही समाधान नहीं है. पर अगर चेहरे पर मौजूद बालों का रंग हल्का हो जाए तो? ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने चेहरे के बालों का रंग हल्का कर सकती हैं. रंग हल्का हो जाने की वजह से वे कम नजर आएंगे और उतने बुरे भी नहीं लगेंगे.

1. संतरे के छिलके और दही का पेस्ट

संतरे का छिलका त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. इसके इस्तेमाल से चेहरे पर निखार आता है. साथ ही चेहरे पर मौजूद बाल भी हल्के हो जाते हैं. अगर आपको और बेहतर परिणम चाहिए तो संतरे के छिलके में थोड़ी दही और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिला लीजिए. इस पेस्ट को हर रोज लगाने से चेहरे पर निखार आएगा, कील-मुंहासों की समस्या दूर हो जाएगी और सबसे बड़ी बात, चेहरे पर मौजूद बालों का रंग हल्का हो जाएगा.

2. पपीते और हल्दी का पेस्ट

पपीता एक नेचुरल ब्लीच है जो चेहरे की रंगत साफ करने के साथ ही चेहरे पर मौजूद बालों को भी हल्का करता है. आप चाहें तो पपीते में चुटकीभर हल्दी भी मिला सकते हैं. इस पेस्ट से हर रोज कुछ देर मसाज करें और फिर 20 मिनट के लिए यूं ही छोड़ दें. फिर चेहरा साफ कर लें. कुछ ही दिनों में चेहरे पर मौजूद बाल हल्के हो जाएंगे.

3. नींबू का रस और शहद

अगर आपको अपने चेहरे पर मौजूद बालों का रंग हल्का करना है और रंगत निखारनी है तो शहद और नींबू के रस को मिलाकर लगाने का उपाय आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. हर रोज इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर 10 मिनट के लिए छोड़ दें. कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आने लगेगा.

 

Summer Special: चेहरे पर लगाएं शहद, पाएं निखरा-निखरा चेहरा

आजकल तेज गरमी और पौल्यूशन से सबसे ज्यादा नुकसान स्किन को होता है, जिसके लिए हम मार्केट से क्रीम खरीदते हैं, लेकिन वह लंबे समय तक के लिए ठीक नही करती. अगर स्किन की खूबसूरती लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए हम नेचुरल होममेड टिप्स का इस्तेमाल करें तो वह हमारी स्किन के लिए फायदेमंद होगा. इसीलिए आज हम आपको स्किन के लिए हनी के फायदें बताएंगे. जिससे आप मार्केट से लाएं हुए प्रोडक्ट की जगह होममेड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करेंगे.

1. स्किन को शाइनी बनाएगा हनी

शहद और दूध में मौजूद एंटीऔक्‍सीडेंट शरीर के लिए बहुत अच्‍छा होता है. शहद और दूध से बना मास्‍क त्‍वचा पर लगाने से तुरंत चमक आ जाती है. ऑफिस में पूरा दिन काम करने के बाद इसके इस्‍तेमाल से आप फ्रेश दिखने लगते है. साथ ही नियमित रूप से शहद और दूध के मास्‍क से चेहरे की टैनिंग भी दूर होने लगती है. इसके अलावा विटामिन, मिनरल और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण यह रंगत को निखारने में भी मदद करता है.

2. झुर्रियों को दूर करें

अगर आपको उम्र बढ़ने की इस प्रौब्लम का सामना करना पड़ रहा हैं, और आप झुर्रियों को दूर करना चाहते हैं तो हनी और मिल्क से बना फेस पैक इस प्रौब्लम में आपकी मदद कर सकता है. इसके लिए दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर फेस पर लगा लें.

3. फटे लिप्स के लिए होम रेमेडी है हनी

अक्‍सर लोग को फटे होंठों की प्रौब्लम रहती हैं. फटे होंठों को नमी की जरूरत होती है. आप अपने होंठों को नमी देने के लिए इस मैजिकल पेस्ट का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. टाइम से इसे लगाने पर आप जल्‍द ही फटे होंठों की प्रौब्लम से निजात पा सकते हैं.

4. बेहतर क्लिंजर है हनी

कच्चा दूध एक अच्छा क्लिंजर है. यह बात तो हम सभी जानते हैं, लेकिन कच्‍चे दूध में शहद को मिलाने से यह स्किन पर अच्छा असर करता है. इसके लिए कच्‍चे दूध में थोड़ा सा शहद मिलाकर कौटन की मदद से पेस्ट को फेस पर लगाकर पांच मिनट लगाने के बाद धो लें. नियमित रूप से ऐसा करने से आपकी स्किन सौफ्ट और क्लीन होने लगेगी.

स्किन के लिए हनी का इस्तेमाल होगा फायदेमंद

गर्मियों में मेरी स्किन डार्क हो जाती है मैं क्या करूं?

सवाल-

कहते हैं चेहरे पर बाल अगर डार्क हों तो ब्लीच करानी चाहिए. मेरे चेहरे पर बाल बिलकुल नहीं हैं पर मुझे अपनी स्किन थोड़ी डार्क नजर आने लग गई है. तो क्या मैं ब्लीच करा सकती हूं?

जवाब-

डार्क स्किन हो या बाल दोनों को ब्लीच किया जा सकता है और दोनों का रंग हलका किया जा सकता है. अगर चेहरे पर बाल नहीं हैं तो ब्लीच करते वक्त थोड़ा ज्यादा ध्यान ध्यान देने की जरूरत होती है. ब्लीच बहुत सौफ्ट और लाइट होनी चाहिए. जल्द ही रंग में फर्क आ जाता है.

सवाल-

मैं वर्किंग लेडी हूं और रोज सुबहशाम धूप का सामना करती हूं, जिस से मेरा रंग काफी डार्क होता जा रहा है. कोई घरेलू उपाय बताएं जिस से कि मैं अपना रंग साफ कर सकूं?

जवाब-

सब से पहले मैं सज्जैस्ट करूंगी कि घर से निकलने से पहले हमेशा सनस्क्रीन लगा कर ही निकलें. अगर आप धूप में बहुत ज्यादा देर रहती हैं तो 3 घंटे बाद सनस्क्रीन दोबारा भी लगाएं क्योंकि 30 या 40 एसपीएफ का सनस्क्रीन 3-4 घंटे काम करता है.

अगर आप ज्यादा देर धूप में रहें तो दोबारा सनस्क्रीन लगाना बहुत जरूरी है. हो सके तो अंब्रेला का इस्तेमाल भी करें जो आप की स्किन को तो बचाएगा ही आप के बालों को भी सन के साइड इफैक्ट से बचाएगा. फेस की टैनिंग को खत्म करने के लिए गरमियों में ऐलोवेरा बहुत अच्छा काम करता है.

आप ऐलोवेरा का एक पत्ता ले लें. उस को धो कर नीचे से टेढ़ा काट कर 1/2 घंटे के लिए किसी गिलास में रख दें. उस में से पीले रंग का एक लिक्विड निकल जाएगा. उस के बाद उस को सैंटर से 1/2-1/2 कर के जैल को निकाल लें. इस जैल में कुछ बूंदें नीबू के रस की मिलाएं और कुछ ड्रौप्स शहद की मिला लें.

इस मिक्सर से फेस पर हर रोज रात को 2 मिनट मसाज करें और सुबह धो लें. ऐसा लगातार करने से सन टैनिंग का असर खत्म हो जाएगा और आप का रंग पहले जेसा गोरा हो जाएगा.

 

कर्ली बाल और अंडरआर्म्स के कालेपन से छुटकारा पाने का तरीका बताएं?

सवाल- 

मेरी उम्र 24 साल है. मेरे सिर के आगे के बाल कर्ली हैं. कृपया उन्हें ठीक करने का उपाय बताएं?

जवाब-

आप के बालों का नैचुरल टैक्स्चर तो बदलेगा नहीं पर हां, अपने बालों में रीबौंडिंग करा कर आप उन्हें कुछ समय के लिए ठीक करा सकती हैं. इस के अलावा बालों को प्रैसिंग द्वारा भी ठीक करा सकती हैं. पर इसे नियमित न करें, क्योंकि इस प्रक्रिया से बालों को नुकसान होता है. सीरम या जैल द्वारा भी बालों की सैटिंग की जा सकती है.

सवाल-

मैं 30 वर्षीय हूं. मेरी गरदन और अंडरआर्म्स पर कालापन है. जिस के कारण मुझे शर्मिंदगी उठानी पड़ती है. कृपया मेरी समस्या का कोई उपाय बताएं?

जवाब-

यह कोलैस्ट्रौल की कमी से होता है. त्वचा के कालेपन को दूर करने के लिए नीबू के रस में खाने का सोडा मिला कर नीबू के छिलके से रगड़ें. कुछ समय ग्लिसरीन, नीबू, गुलाबजल और मुलतानी मिट्टी का पैक बना कर चेहरे पर लगाएं. उसे 20 मिनट तक लगा रहने दें. सूखने पर ठंडे पानी से धो लें. गरदन में कालापन आर्टिफिशियल चैन पहनने से भी होता है, क्योंकि उस की पौलिश त्वचा के लिए हार्मफुल होती है. इसे पहनने से बचें.

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चेहरे की रंगत निखारने के लिए आप कई तरह के क्रीम, लोशन और मास्क का इस्तेमाल करती हैं. लेकिन क्या आपने कभी अपने अंडरआर्म्स पर गौर किया है? समय की कमी के कारण आप रेजर यूज कर लेती हैं लेकिन रेजर यूज करने के साइड-इफेक्ट बहुत बाद में उनके सामने आते हैं. कुछ लोग हेयर-रीमूवल क्रीम  का भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन इनमें भी मौजूद केमिकल्स भी स्क‍िन पर बुरा असर डालते हैं.

अगर आपको भी अंडरआर्म्स से जुड़ी ये परेशानी होती हैं तो इन घरेलू टिप्स को अपनाकर आप इससे छुटकारा पा सकती हैं.

1. नारियल तेल

शरीर पर मौजूद हर तरह के दाग-धब्बों के लिए नारियल तेल लगाने की सलाह दी जाती है. नारियल तेल को आप चाहें तो कपूर के साथ मिलाकर भी लगा सकते हैं. इसमें मौइश्चराइज करने का गुण पाया जाता है.

2. आलू

आलू एक नेचुरल ब्लीच है. आलू को गोलाई में पतले-पतले स्लाइस में काट लें. इन स्लाइस से पांच से सात मिनट तक अंडरआर्म्स की मसाज करें. फिर ठंडे पानी से अंडरआर्म्स साफ कर लें. सप्ताह में दो से तीन बार करने से आपको फायदा होगा.

3. नींबू और बेकिंग सोडा का मिश्रण

नींबू भी एक नेचुरल ब्लीच है. लेकिन अगर आपके अंडरआर्म्स बहुत अधि‍क काले हो चुके हैं तो इसमें थोड़ी सी मात्रा में बेकिंग सोडा भी मिला सकती हैं. नींबू और बेकिंग सोडा के मिश्रण को आप स्क्रब की तरह भी यूज कर सकती हैं. इस उपाय को भी आप सप्ताह में दो से तीन बार प्रयोग में ला सकती हैं.

 

अगर आंखें छोटी हैं तो कैसे करें मेकअप

सवाल-

मेरी उम्र 21 साल है. मेरी आंखें काफी छोटी हैं. मु झे कोई ऐसी मेकअप टैक्नीक बताएं जिस से मेरी आंखें बड़ी और अट्रैक्टिव नजर आएं?

जवाब-

अपनी आंखों को अट्रैक्टिव व बड़ी दिखाने के लिए आप ब्लैक के बजाय व्हाइट कलर की आई पैंसिल अप्लाई करनी करें और ध्यान रहे कि आईलाइनर बहुत थिन यानी पतला लगाएं. बाद में मसकारा लगा लें. आर्टिफिशियल आईलैशेज भी लगा सकती हैं, लेकिन ध्यान रहे कि मीडियम थिन आईलैशेज लगाएं. ऐसा आई मेकअप करने से आप की आंखें बड़ी और खूबसूरत नजर आएंगी. आंखें काफी छोटी हों तो आई मेकअप के लिए आईशैडो भी लाइट कलर का ही अप्लाई करें. सब से अच्छा रहेगा कि आप आईलैशेज ऐक्सटैंशन करवा लें. आप को रोज आईलैशेज नहीं लगाना पड़ेगा. यह आराम से 1-2 महीने चल जाएगी. बीचबीच में फिलिंग करवा सकती हैं.

त्योहारों का सीजन हो और सजना सवारना न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. क्योंकि त्योहार जहां मन में उमंग लाते हैं , वहीं त्योहार सजने सवरने का भी मौका देते हैं. खासकर महिलाओं को, क्योंकि मेकअप महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने का काम जो करता है. ऐसे में त्योहारों पर मेकअप की बात हो और आई मेकअप न किया जाए तो सारे मेकअप पर पानी फिर जाता है. इसलिए इन त्योहारों मेकअप से अपनी आंखों को खूबसूरत बनाकर करें त्योहारों को एंजोय.

कैसे करें अलगअलग तरह के आई मेकअप 

–  सिंपल आई मेकअप 

अगर आपको सिंपल लुक ज्यादा पसंद है और आप अपनी आंखों को ज्यादा तड़कभड़क लुक नहीं देना चाहतीं तो सिर्फ अपनी आंखों को दो चीजों से निखारें. काजल और दूसरा आई लाइनर.  बस आपको अपनी आंखों के नीचे काजल लगाकर अपनी पसंद के अनुसार आंखों के ऊपर पतला या मोटा लाइनर अप्लाई करना होगा. यकीन मानिए मिनटों में आपका लुक चेंज हो जाएगा.

आप चाहें तो इसके लिए मल्टी पर्पस पेंसिल काजल या लाइनर का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर जैल फोर्म में भी यूज़ कर सकती हैं . जिसे आप काजल के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती हैं , लाइनर के रूप में भी और बिंदी के लिए भी.  आपको मार्केट में अलगअलग वैरायटी के साथ साथ डिफरेंट कलर्स के लाइनर व काजल मिल जाएंगे, जिन्हें आप अपनी पसंद के अनुसार खरीद कर बढ़ाएं अपनी खूबसूरती को.

2. कैट आई लुक 

कैट आई लुक काफी डिमांड में है, जो न सिर्फ आंखों को खूबसूरत बनाता है बल्कि आपके कोन्फिडेन्स को भी कई गुणा बढ़ाने का काम करता है. वैसे इस लुक को खुद से करना थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन एक दो बार प्रैक्टिस करके आप खुद से अपनी आंखों को कैट आई लुक दे सकती हैं.  बस इसके लिए आपको  जैल आई लाइनर, पेंसिल आई लाइनर या वाटरप्रूफ लिक्विड आई लाइनर के साथ  ब्रश की जरूरत होगी, जिससे आप अपनी आंखों को क्लासिक लुक ले पाएंगी.

Summer Special: हेयर रिमूवल के लिए अपनाएं ये 6 थेरैपी

अकसर महिलाओं को अचानक किसी पार्टी में जाना पड़ जाए, तो वे काफी परेशान हो उठती हैं कि कैसे आईब्रो और वैक्सिन करवाएं. लेकिन अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. अब टैक्सिंग तकनीक आ चुकी है, जिस की मदद से अनचाहे बालों से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है.

1. गेल्वेनिक

इस में बिजली से बालों को खत्म किया जाता है. सूई या प्रोब से हेयर फोलिकल्स को बिजली का करंट दिया जाता है और उस में कैमिकल चेंजेज कर दिए जाते हैं. ये कैमिकल चेंजेज हेयर फोलिकल्स को जड़ से खत्म कर देते हैं. इस से दोबारा बाल नहीं आते.

2. थर्मोलिसिस

थर्मोलिसिस में सिर्फ एक सूई के जरिए बाल हटाए जाते हैं. इस में आल्टरनेटिंग करंट से सूई के आखिरी सिरे पर गरमी पैदा की जाती है. इसी गरमी की मदद से हेयर फोलिकल्स को खत्म किया जाता है.

3. ब्लैंड

यह थेरैपी गेल्वेनिक और थर्मोलिलिस का मिलाजुला रूप है. सख्त बालों को हटाने के लिए यह थेरैपी कारगर साबित होती है.

4. ट्रांसडर्मल

इस में बालों को हटाने के लिए जैल इलैक्ट्रोड पैचेज या ट्वीजर का प्रयोग किया जाता है. पैचेज और जैल इस्तेमाल करने से इस में काफी कम समय लगता है.

5. लेजर थेरैपी

इस थेरैपी में वेवलैंथ के जरिए किरणें स्किन पर डाली जाती हैं. ये लेजर किरणें फोलिकल्स को आसानी से खत्म कर देती हैं.

6. जीन थेरैपी

इस में स्किन पर ऐंटीग्रोथ एजेंट लगाने के बाद करंट से बालों को हटाया जाता है. इस थेरैपी में बालों को विकसित करने वाले तंतु हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं. ध्यान रहे कि किसी भी तरह की थेरैपी को सीधे अपने फेस पर ट्राई न करें. पहले शरीर के किसी दूसरे हिस्से पर प्रयोग करें. इन थेरैपीज के अलावा वैक्सिंग, थ्रैडिंग, शेविंग, ब्लीच से भी आप अनचाहे बालों से नजात पा सकती हैं. 

 

इन 5 Rules को फॉलो कर गर्मी में रखें स्किन का ख्याल

गर्मियों में स्किन को ऐक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है. लेकिन अपनी भागदौड़ वाली जिंदगी में हम अपनी स्किन की तरफ ध्यान ही नहीं दे पाते हैं, जिस का नतीजा यह होता है कि हमारी स्किन डल, बेजान सी दिखने लगती है. ऐसे में अगर रोज अपनी स्किन की कुछ मिनट ही सही से केयर कर लेंगे तो आप की स्किन गरमियों में भी दमक उठेगी.

जानते हैं, उन जरूरी चीजों के बारे में, जिन पर गौर कर आप इस समर में फ्रैश स्किन पा सकती हैं:

1. फ्रैश स्टार्ट:

अगर आप की स्किन सुबह फ्रैश फील देती है तो आप को खुद तो तरोताजा महसूस होता ही है, साथ ही आप का कौन्फिडैंस भी बढ़ता है. आप ज्यादा ऐनर्जेटिक हो कर काम कर पाती हैं. इस के लिए आप अपने मौर्निंग स्किन केयर रूटीन में अयूर का बौडी वाश शामिल जरूर करें. इस से स्किन पर जो धूलमिट्टी के कारण गंदगी जमा हो जाती है, वह रिमूव हो कर आप की स्किन सौफ्ट फील देने लगेगी, साथ ही यह स्किन के नैचुरल औयल को भी मैंटेन रखने का काम करेगा. इस से स्किन पर नैचुरल मौइस्चर भी बैलेंस में रहेगा.

2. मौइस्चराइज जरूर करें:

कई महिलाओं को यह समस्या होती है कि नहाने के बाद उन की स्किन ड्राई होने लगती है. इस का कारण है कि वे स्किन को मौइस्चर करना जरूरी नहीं सम झतीं, जिस से स्किन खिंचीखिंची व ड्राई सी लगने लगती है, जो उन्हें पूरे दिन असहज महसूस करवाने का काम करती है. इस के लिए जरूरी है कि आप नहाने के बाद अपनी स्किन को अच्छी तरह मौइस्चराइज जरूर करें. इस बात का भी खास ध्यान रखें कि जिस भी मौइस्चराइजर का चयन करें  वह नैचुरल इन्ग्रीडिएंट्स से बना हो, क्योंकि इस से स्किन को काफी फायदा मिलता है. कोशिश करें कि आप के मौइस्चराइजर में गुलाब, ऐलोवेरा, खीरे जैसे तत्त्व हों, जो गरमियों में स्किन को कूलिंग इफैक्ट देने के साथसाथ स्किन को टैनिंग व डलनैस से भी बचाने का काम करते हैं, जबकि कैमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स का स्किन पर ज्यादा इस्तेमाल करने से स्किन के डैमेज होने का डर बना रहता है.

3. सन प्रोटैक्शन जरूरी:

मौइस्चराइजर के बाद स्किन को सन प्रोटैक्शन देना बहुत जरूरी होता है वरना सूर्य की हानिकारक किरणें धीरेधीरे स्किन को पिगमैंट करने के साथसाथ स्किन की नैचुरल ब्यूटी को चुरा लेती हैं. इसलिए अपनी स्किन के टाइप के हिसाब से सन प्रोटैक्शन का इस्तेमाल करें. इस बात का भी ध्यान रखें कि आप बाहर के संपर्क में कितनी देर रहती हैं, इसे ध्यान में रख कर एसपीएफ का चयन करें ताकि आप को सनस्क्रीन का सही फायदा मिल सके. इस के लिए आप अयूर हर्बल ऐंटी सन टैन का इस्तेमाल कर सकती हैं. इस से आप की स्किन में ग्लो भी नजर आएगा.

4. सीटीएम रूटीन करे स्किन रिलैक्स:

सीटीएम यानी स्किन की क्लींजिंग, टोनिंग व मौइस्चराइजिंग से स्किन को रिलैक्स करना. गरमी, धूलमिट्टी व प्रदूषण के कारण हमारी स्किन का अट्रैक्शन धीरेधीरे कम होने लगता है, जिस के लिए सीटीएम रूटीन का पालन करना बहुत जरूरी होता है. यह स्किन की डीप मसाज कर के उसे क्लीन करने का काम करता है. इस से स्किन फिर से खिल उठती है और आप को अपने मुर झाए चेहरे से छुटकारा मिल जाता है. इस के लिए आप ऐसे इन्ग्रीडिएंट्स वाले प्रोडक्ट्स खरीद सकती हैं, जिन में नीम, चारकोल और पपाया जैसे तत्त्व शामिल हों, क्योंकि ये स्किन पर बहुत थोड़े समय में ही बेहतर रिजल्ट देने का काम करते हैं.

5. पोर्स को करे टाइट:

अकसर क्लींजिंग के बाद स्किन का तो अट्रैक्शन बढ़ जाता है, लेकिन इस के चक्कर में स्किन के पोर्स खुल जाते हैं, जो न तो दिखने में अच्छे लगते हैं और न ही स्किन के लिए अच्छे माने जाते हैं. इस के लिए क्लींजिंग के बाद आप को स्किन पर टोनर जरूर अप्लाई करना चाहिए, क्योंकि यह स्किन पर गुलाबी ग्लो लाने के साथसाथ पोर्स को भी छोटा करने का काम करता है. इस से स्किन लचीली  भी बनी रहती है.  इस के बाद स्किन पर हर्बल मौइस्चराइजर अप्लाई करना न भूलें. यकीनन कुछ ही दिनों में आप की स्किन फिर से यंग व फ्रैश दिखने लगेगी.

बालों और त्वचा के लिए वरदान है जोजोबा का तेल

जोजोबा का तेल त्वचा को पोषित करने के साथ ही बालों को भी मजबूत, घना व स्वस्थ रखता है. इसका इस्तेमाल त्वचा और बालों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में कारगर है. आइए जानते हैं जोजोबा तेल लगाने के फायदे.

हटाए दाग-धब्बे

जोजोबा का तेल मुंहासों को नियंत्रित करता है, इसके इस्तेमाल से मुंहासे नहीं होते हैं और दाग-धब्बे भी दूर हो जाते हैं.

त्वचा के लिए लाभदायक

यह त्वचा को नमी प्रदान करता है. यह अन्य तेलों की तुलना में हल्का होता है और त्वचा में गहराई से समा जाता है. यह त्वचा को मुलायम बनाता है और चमक लाता है. यह त्वचा को जवां बनाता है और उसमें कसाव ले आता है. यह सनबर्न को दूर करने के साथ ही जलन और खुजली भी दूर करता है.

बालों का रूखापन करे दूर

गर्मियों में बाल अक्सर उलझ जाते हैं और रूखे व बेजान हो जाते हैं. जोजोबा का तेल पसीने व अनचाही नमी को ब्लॉक कर बालों का रूखापन दूर करता है और उन्हें मुलायम बनाता है. वहीं यह स्कैल्प को नमी प्रदान करता है, जो अक्सर हानिकारक रसायन युक्त शैम्पू के इस्तेमाल से स्कैल्प से निकल जाता है.

चेहरे की नमी रखे बरकरार

जोजोबा का तेल विटामिन ई और बी युक्त होने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स से समृद्ध होता है, जो त्वचा को पोषण और सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही नमी भी बरकरार रखता है. जोजोबा के तेल में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व होते हैं. जोजोबा तेजी से कोशिकाओं को रिजेनरेट करता है.

शारीरिक और मानसिक थकान को करे दूर

जोजोबा तेल खासकर लैवेंडर जोजोबा तेल खुशबूदार फूलों की महक से समृद्ध होने के साथ ही सुकून का अहसास कराता है. यह शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करता है, अगर तकिए पर इस तेल की कुछ बूंदें डाल दी जाए तो अच्छी नींद आती है.

सर्जरी से सुंदरता: फायदा या नुकसान

‘‘चौदहवीं का चांद हो या आफताब हो, जो भी हो खुदा की कसम लाजवाब हो…’’ अब यह हुस्न की लाजवाबी जब प्राकृतिक न हो कर आर्टिफिशियल यानी प्लास्टिक सर्जन की बदौलत हो तो भी कोई मलाल नहीं. हर युवती की चाह होती है कि उस के हुस्न का जादू हर किसी के सिर चढ़ कर बोले.

अगर चेहरे पर नाक तीखी हो, होंठ सैक्सी हों, गालों में अगर डिंपल्स हों, भौंहें धनुषाकार हों तो आप को देख कर आह भर उठेगा. कुल मिला कर नख से शिखर तक 100% ब्यूटी का लेबल आप ही के नाम हो सकता है. अगर कुछ ठीक नहीं है तो उसे भी मनमुताबिक कराया जा सकता है क्योंकि प्लास्टिक सर्जन के पास हर चीज का इलाज जो है.

मौडल, फिल्म कलाकारों के लिए तो प्लास्टिक सर्जरी एक ऐसा रामबाण बन गया है कि सालोंसाल आप के हुस्न का जादू बरकरार रहेगा. मगर हर महिला के मन में प्लास्टिक सर्जरी के विषय में कई प्रश्न घूमते हैं कि क्या यह हर एक के बस की बात है? खर्च कितना आता है? कहां करवानी चाहिए? इस के क्या साइड इफैक्ट्स होंगे? एक बार करवाने के बाद क्या इस हिस्से की प्लास्टिक सर्जरी दोबारा करवाने की भी जरूरत पड़ती है? एक कुशल प्लास्टिक सर्जन की क्या पहचान होती है? सर्जरी के बाद कैसी सावधानियां बरतने की जरूरत पड़ती है?

इन तमाम प्रश्नों के उत्तरों के लिए प्रीतम पुरा, दिल्ली स्थित ऐप्पलस्किन कौस्मैटिक ऐंड लेजर क्लीनिक की डयूमैटोलौजिस्ट डा. दीप्ति धवन से बात की. पेश हैं, उसी बातचीत के मुख्य अंश:

नोज सर्जरी करवाने का क्या उद्देश्य होता है किसकिस टाइप की नोज सर्जरी होती है और क्या यह 100% सेफ है?

नोज सर्जरी करवाने का उद्देश्य आमतौर पर यह होता है कि नोज को सही आकार दिया जा सके. इस के द्वारा हम बोन को सही शेप दे सकते हैं. अगर किसी की तोता आकार की नाक है तो हम उसे नोज सर्जरी के द्वारा उठा भी सकते हैं, जिस से पर्सनैलिटी में ग्रेस आने के साथसाथ कौन्फिडैंस भी बढ़ता है. इस में न तो ब्लड टैस्ट करवाने की जरूरत पड़ती है और न ही ऐनेस्थीसिया देने का ?ां?ाट. अगर किसी को सर्जरी का नाम सुन कर ज्यादा घबराहट होती है तो सिर्फ उस के कहने पर ही उसे ऐनेस्थीसिया देते हैं और वह भी सिर्फ नोज पोर्शन पर.

इस सर्जरी को करने में ज्यादा टाइम भी नहीं लगता. सिर्फ 30-40 मिनट में पूरा प्रोसीजर कंप्लीट हो जाता है. रिजल्ट के लिए भी लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता. सर्जरी के बाद अपनी नोज की शेप में तुरंत बदलाव देख सकते हैं.

इस सर्जरी का कोई साइड इफैक्ट नहीं होता और न ही खानपान में कोई परहेज, जो मन करे खाएं. बस, सर्जरी के बाद 7-8 दिनों तक उलटा नहीं लेटना होता है. 2-3 दिनों तक नोज पोर्शन पर हाथ नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इस से इन्फैक्शन का डर रहता है.

क्या नोज सर्जरी में किसी ऐक्ट्रैस या मौडल को कौपी किया जाता है?

अधिकांश युवतियां अपने माइंड में किसी ऐक्ट्रैस या मौडल की इमेज ले कर आती हैं कि हमें इस ऐक्ट्रैस जैसी नोज चाहिए, इस मौडल जैसे लिप्स चाहिए. मगर किसी के फेस के फीचर्स को कौपी कर के हम आप को अच्छा लुक दे सकते.

आज अधिकांश युवतियां प्रियंका चोपड़ा को कौपी करने की बात करती हैं. तब उन से कहा जाता है कि आप के फेस के अनुपात में ही आप की नाक की शेप हो ताकि आप का फेस भद्दा न लगे.

आजकल गर्ल्स में परमानैंट आईब्रोज का काफी क्रेज है? आप आईब्रोज सर्जरी के बारे में डिटेल में बताएं?

परमानैंट आईब्रोज करने के लिए 3 तरीकों का प्रयोग किया जाता है जो इस प्रकार हैं:

सेमीपरमानैंट टैटू: इस में एक मशीन का यूज किया जाता है जिस में नीडल और डाई होती है. जिन युवतियों की आईब्रोज लाइट होती हैं या फिर ज्यादा गैप होता है उन्हें इस मशीन से डार्क और फिल करने की कोशिश की जाती है.

लेजर से: लेजर प्रक्रिया से जिन युवतियों के सैंटर में ज्यादा हेयर होते हैं उन्हें हटाया जाता है.

बीटोक्स: यह इंजैक्शन होता है जो आईब्रोज के अराउंड लगाया जाता है. यह आईब्रो को उठाने व शेप देने के लिए प्रयोग किया जाता है. मौडल्स, ऐक्ट्रैस इस का प्रयोग आईब्रोज को शेप देने के लिए करवाती हैं.

इस में रिजल्ट भी जल्दी मिलता है और इसे कितनी भी बार आईब्रोज पर अप्लाई करवा सकती हैं. इस का कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होता.

आर्टिफिशियल ब्यूटी से क्या सच में नैचुरल लुक मिल सकता है?

बिलकुल आर्टिफिशियल ब्यूटी से नैचुरल लुक दे कर खूबसूरती में चार चांद लगाए जा सकते हैं. नैचुरल लुक देने के लिए हम हर चीज ओवर यानी ज्यादा नहीं करते. हम अंडरडू करने की ही कोशिश करते हैं ताकि उस में बाद में सुधार की गुंजाइश रहे क्योंकि अगर हम पहले ही ओवर कर देंगे तो उस में थोड़ेबहुत अपडाउन की भी गुंजाइश नहीं रहेगी, जिस से नैचुरल लुक नहीं मिल पाएगा. नैचुरल लुक आप तभी दे पाएंगे जब आप फेस के अनुपात को ध्यान में रखेंगे.

आप को नहीं लगता कि अनुष्का शर्मा की स्माइल पहले ज्यादा अच्छी थी, लेकिन जब से उन्होंने लिप्स की सर्जरी करवाई है तब से उन के लिप्स की क्यूटनैस के साथसाथ स्माइल पर भी इफैक्ट पड़ा?

उन की स्माइल पर इफैक्ट इसलिए पड़ा क्योंकि उनके फेस को देखते हुए लिप्स को शेप नहीं दी गई. उन का फेस छोटा है और उस पर बड़े लिप्स कर दिए गए जिस से उन का फेस भद्दा लगने लगा. लिप्स का साइज बड़ा होने से उन की क्यूटनैस भी खत्म हो गई है. अगर औलओवर फेस को देख कर लिप्स को शेप दी जाती तो शायद ऐसा परिणाम सामने नहीं आता.

स्मोकर्स लाइंस और फोरहैड लाइंस की सर्जरी करते समय किन बातों का खासतौर पर ध्यान रखा जाता है?

स्मोकर्स लाइंस उन्हें कहते हैं जो लिप्स के ऊपर पड़ती हैं. इस का एक कारण स्मोकिंग ज्यादा करना भी होता है. ये दिखने में अच्छी नहीं लगतीं. इन्हें हटाने के लिए हम बोटोक्स और फिलर का यूज करते हैं. स्मोकर्स लाइंस ठीक करने के लिए जो बोटोक्स इंजैक्शन दिया जाता है वह 6 महीने तक चल जाता है. उस के बाद दोबारा उस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं. बोटोक्स का इंजैक्शन मसल्स में लगाया जाता है. अगर इंजैक्शन लिप्स पर गलत ढंग से लगाया जाए तो बोलने, खानेपीने में दिक्कत आ सकती है. इस के लिए हम फिलर भी यूज करते हैं जो साल डेढ़ साल तक चल जाता है.

ठीक उसी तरह फोरहैड पर जो ?ार्रियां पड़ जाती हैं, डीप लाइंस दिखने लगती हैं उन के लिए हम बोटोक्स का यूज करना ही सही सम?ाते हैं क्योंकि उस से बैस्ट रिजल्ट मिलता है. हमें इस दौरान बिलकुल रोजन लुक देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस से फेस पर चालाकी वाले ऐक्सप्रैशन आने लगते हैं. लुक ऐसा देना चाहिए जिस से फेस ऐक्सप्रैशन जीरो न लगे.

क्या आप इस बात से सहमत हैं कि जो ब्यूटी आप को बाई बर्थ नहीं मिलती उसे डाक्टर्स सर्जरी के द्वारा दे सकते हैं?

जो ब्यूटी बाई बर्थ नहीं मिलती उसे डाक्टर्स सर्जरी के द्वारा दे सकते हैं और हों भी क्यों न जब कमियों को सर्जरी के द्वारा छिपाया जा सकता है. फिर क्यों सर्जरी करवाने में पीछे रहा जाए.

आज यंगस्टर्स में खुद के लुक को इंप्रूव करवाने वाली सर्जरी के प्रति ज्यादा क्रेज है क्योंकि आप जब तक प्रेजैंटेबल नहीं दिखेंगी तब तक सामने वाले को प्रभावित नहीं कर पाएंगी. कैरियर व इंटरव्यू के नजरिए से अगर आज देखा जाए तो सर्जरी करवाना जरूरी हो गया है.

यंगस्टर्स में इस के प्रति अवेयरनैस बढ़ी है. तभी तो वे इंटरव्यू से पहले इस तरह की सर्जरी को करवाना सही समझते हैं ताकि अपने लुक से फर्स्ट टाइम में ही इंप्रैशन जमा सकें.

पहले इतनी ऐडवांस तकनीक नहीं होती थी, जिस के कारण हमें मजबूरीवश कमियों को स्वीकार करना पड़ता था, लेकिन जब आज हमारे सामने ढेरों औप्शंस व सुविधाएं हैं तो फिर हम क्यों न उस का फायदा उठाएं ताकि कोई भी आप का लुक देख आप पर मर मिटे. हर किसी की तमन्ना भी आखिर यही होती है.

फेस के इन पार्ट पर की जाने वाली सर्जरी करते समय किस तकनीक का प्रयोग हैं:

फोरहैड: फोरहैड पर पड़ने वाली लाइंस को हटाने के लिए फिलर्स का यूज किया जाता है.

ओवर पड़ने वाली ऐक्सप्रैशन लाइंस को हटाने के लिए बोटोक्स का यूज किया जाता है.

नोज को शेप देने के लिए फिलर का यूज करना ही बैस्ट औप्शन है.

चीक्स टियर थौट को फिल करने के लिए ऐजिंग को कम करने के लिए फिलर्स का प्रयोग किया जाता है.

नोज फिट: जब  हम स्माइल करते हैं तो आंखों के  चारों ओर जो लाइनें पड़ती हैं उन्हें बोटोक्स द्वारा ही हटाया जाता है.

आई बैग्स: आंखों के नीचे हलकी सूजन या फिर जो उभरापन सा दिखता है उसे सर्जरी के द्वारा ही ठीक किया जाता है.

लिप्स: लिप्स को सही आकार में लाने यानी लिप शेपिंग के लिए फिलर्स का प्रयोग किया जाता है.

चिन: चिन छोटी है या फिर डबल चिन है तो उस के फैट को कम करने के लिए फिलर और बोटोक्स यूज किया जाता है.

क्या बिलकुल ब्लैक फेस को भी सर्जरी से फेयर बनाया जा सकता है इस सर्जरी का क्या नाम है तथा इस का क्या भविष्य में कोई साइड इफैक्ट पड़ता है?

ब्लैक फेस को 3 प्रक्रियाओं के द्वारा क्लीयर करने की कोशिश की जाती है जो इस प्रकार हैं:

आईवी इंजैक्शन: फेयर बनाने के लिए हम आईवी इंजैक्शन का प्रयोग करते हैं. इस के जरीए हम स्किन की 2-3 टोन ही अप करने की कोशिश करते हैं. यह ट्रीटमैंट सेमी परमानैंट रहता है. जब तक इंजैक्शन लगवाएंगे तब तक असर दिखेगा. इसे आप 3 से 6 महीनों में रिपीट करा कर अपनी स्किन को मैंटेन कर के रख सकती हैं.

स्किन लाइटनिंग: इस से स्किन का टैक्स्चर कोमल हो जाता है.

मैडिफेशियल: इस से स्किन का टैक्स्चर इंप्रूव होता है.

ड्राई और पपड़ीदार स्किन से परेशान हो गई हूं, मैं क्या करुं?

सवाल-

वसंत ऋतु शुरू होते ही मेरी स्किन रूखी, पपड़ीदार हो जाती है और उस पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. इस समस्या को दूर करने का उपाय बताएं?

जवाब-

वसंत ऋतु में ऐलर्जी की समस्या बढ़ जाती है. इस मौसम में सैंसिटिव स्किन में नमी की कमी की वजह से लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं. चकत्ते होने पर आप साबुन की जगह सुबहशाम अल्कोहल फ्री क्लींजर का उपयोग करें.

इसी तरह घरेलू आयुर्वेदिक उपचार के तौर पर स्किन पर तिल के तेल की मालिश कर सकती हैं. मलाई में कुछ शहद की बूंदें मिला कर उसे त्वचा पर लगा कर 10-15 मिनट तक लगा रहने दीजिए. फिर इसे फ्रैश वाटर  से धो लें. यह ट्रीटमैंट सामान्य तथा ड्राई दोनों प्रकार की स्किन के लिए उपयोगी है.

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युवतियां सुंदर दिखने के लिए कई सारे कौस्मेटिक्स और मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं. ये प्रोडक्ट्स हालांकि सुंदरता बढ़ाते हैं लेकिन त्वचा के लिहाज से ज्यादातर उत्पाद सुरक्षित नहीं होते हैं. इन में कई प्रकार के हानिकारक रसायन होते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसी युवतियों, जो नियमित मेकअप का इस्तेमाल करती हैं, को मेकअप के कई हानिकारक प्रभावों का सामना करना पड़ता है. कौस्मेटिक्स के अत्यधिक प्रयोग से त्वचा में जलन, धब्बे, मुंहासों और बैक्टीरिया के फैलने की समस्या आम है.

इस्तेमाल मेकअप प्रोडक्ट्स का फेसक्रीम : सभी फेसक्रीम, जिनमें मौइश्चराइजर क्रीम, फाउंडेशन क्रीम आदि शामिल होती हैं, इसमे कई बेसिक इंग्रीडिएंट्स समान होते हैं, जैसे पेटोलैटम, प्रिजर्वेटिव्स, इमलसिफायर, पशु वसा, बीवैक्स, लैनोलिन, प्रोपलीन ग्लायकोल और खुशबू. रसायनयुक्त क्रीम से चेहरे, गरदन, पलकों और हाथों पर एलर्जी हो सकती है. अगर खुजली महसूस होती है, त्वचा पर चकते हो जाते हैं या वह लाल हो जाती है तो समझ जाइए कि आप को क्रीम से एलर्जी हो रही है. ऐसे में तुरंत डाक्टर को दिखाएं.

  • लिपस्टिक : लिपस्टिक का इस्तेमाल करने से कुछ महिलाओं के होंठों पर दरारें पड़ जाती हैं और पपड़ी आ जाती है. कुछ के होंठ काले भी हो जाते हैं. लिपस्टिक में लैनोलिन, खुशबू, कोलोफोनी, सनस्क्रीन और एंटीऔक्सीडैंट्स होते हैं, जिन से एलर्जी हो सकती है. इसलिए हमेशा अच्छे ब्रैंड की लिपस्टिक खरीदें.

लाल लिपस्टिक में लेड बड़ी मात्रा में पाया जाता है जो खानेपीने के साथ अंदर चला जाता है. लिपस्टिक में पाया जाने वाला मिनरल औयल त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देता है. इस से त्वचा की कोशिकाओं का विकास और उन की उचित कार्यप्रणाली गड़बड़ा जाती है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

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