औल इज वैल : आदिराज भोलीभाली लड़कियों को बनाता था अपना शिकार

Writer-  इंदु सिन्हा ‘इंदु’

गुलाबी शहर यानी पिंक सिटी जयपुर. रात का अंधियारा चारों तरफ अपने पंख पसार चुका था. लेकिन वह अंधकार को कायम रखने में सफल नहीं हो पाया था. पूरा शहर रोशनी से नहा रहा था. ऐसी ही एक खूबसूरत शाम थी. जयपुर के म्यूजियम के सामने ढेर सारी लड़कियों और लड़कों का ?ांड खड़ा था. खूबसूरत रोशनी से जगमगाते म्यूजियम के साथ सैल्फी का दौर चल रहा था.

‘‘काश, शाम को भी म्यूजियम में जाने की परमिशन होती तो मजा आ जाता,’’ शैली जोर

से बोली.

‘‘ओ डार्लिंग, नोनो तुम डर जातीं शाम को म्यूजियम के अंदर,’’ विराट ने शैली का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो शैली अपना हाथ छुड़ा दूर चली गई.

‘‘शैली यार, आओ 1-2 सैल्फी और लेते हैं.’’ फिर चलते है.

दूसरे फ्रैंड्स भी शैली और विराट की नोक?ांक देख रहे थे. वे सब जानते थे कि विराट और शैली एकदूसरे को पसंद करते हैं. दोनों क्लासमेट भी थे.

‘‘नहींनहीं बहुत सैल्फी हुईं अब चलें. आओ भी,’’ शैली बोली.

‘‘अच्छा,’’ कह तभी विराट ने दौड़ कर शैली को पकड़ लिया तो वह खिलखिला कर हंस दी.

दूसरे फ्रैंड्स करण, शर्लिन, स्वीटी, रोहन बोले, ‘‘अब चलो यार बहुत हो गई मस्ती.’’

‘‘हां चलोचलो. अरे सुनो,’’ अचानक शैली रुक गई.

‘‘क्यों क्या हुआ,’’ स्वीटी व रोहन बोले.

‘‘हम सब तो मसाला चौक चल रहे हैं न,’’ शैली ने पूछा.

‘‘हां, वहीं चल रहे हैं,’’ रोहन बोला.

‘‘तो देख लो अभी रात में तो वहां और भीड़ होगी, गाड़ी पार्किंग की समस्या भी होती है,’’ शैली बोली.

‘‘हां यार यह बात तो सही है. पिछली बार भी परेशानी हुई थी,’’ विराट बोला.

‘‘ऐसा करते हैं म्यूजियम की पार्किंग में रख देते हैं अपनी गाडि़यां,’’ रोहन ने सु?ाया.

‘‘हां फ्रैंडस यह ठीक रहेगा,’’ स्वीटी बोली.

तुरंत ही सब पार्किंग में पहुंच गए. पार्किंग के गार्ड को पता था म्यूजियम के सामने ही सड़क पार करते ही मसाला चौक पर शाम को बहुत भीड़ लगती. ये छोरेछोरियां जल्दी निकलने वाले नहीं हैं वहां से. उस ने देखा 6 लड़केलड़कियां हैं. गाडि़यां 3 हैं. अत: बोला, ‘‘9 बजे रात तक गाड़ी ले जाओ तभी खड़ी करना क्योंकि ज्यादा लेट होने पर समस्या आती है.’’

‘‘ओके अभी शाम के 8 बज रहे हैं. हम लोग तो घंटे भर में फ्री हो जाएंगे. क्यों फ्रैंड्स, विराट ने पूछा.

‘‘बिलकुलबिलकुल बस नाश्ता करना है… हम 9 के पहले ही आ जाएंगे.’’

‘‘ठीक है,’’ कह कर गार्ड ने पार्किंग का बड़ा गेट खोल दिया. सब ने वहां अपनीअपनी गाड़ी खड़ी कर दी. फिर हंसतेखिलखिलाते हुए सड़क पर चल पड़े. मुश्किल से 10 मिनट में मसाला चौक के गेट पर खड़े थे.

रोहन टिकट की लाइन में खड़ा हो गया. ऐंट्री फीस क्व10 थी. रोहन ने 6 टिकट खरीदे. सब फ्रैंड्स मसाला चौक के अंदर दाखिल हो गए.

विराट बैठने की जगह देखने लगा लेकिन उसे नहीं दिखाई दी. भीड़ बहुत थी. ढेर सारे फूड स्टाल रंगबिरंगी रोशनी से नहा रहे थे. सभी उम्र के लोगों का अच्छाखासा जमावड़ा था. लोग टेबल खाली होने का इंतजार कर रहे थे.

मसाला चौक में चारों तरफ फूड स्नैक्स और जयपुर के प्रसिद्ध व स्थानीय खानों के स्टाल थे. स्टालों के बीचबीच ढेर सारी काले, गहरे रंग के पत्थर की टेबलें थीं, जिन के चारों और कुरसियां लगी थीं. व्यक्ति किसी भी स्टाल से और्डर दे कर किसी भी टेबल पर बैठ सकता था.

‘‘अब क्या करें विराट,’’ शैली बोली, ‘‘यहां टेबल ही खाली नहीं हो रही है. सब फ्रैंड्स बिखर कर अलगअलग टेबलों के सामने थे. जहां टेबल खाली हो, तुरंत फोन पर बताएं.

तभी रोहन ने करण को फोन किया कि उस की तरफ एक टेबल खाली हो रही है. सभी रोहन की ओर चले गए. जिस टेबल का वह बता रहा था उस टेबल के लोग खाना खाने के अंतिम दौर में थे. छोटे बच्चे हाथ में आइसक्रीम के कोन लिए थे. 5-7 मिनट में ही टेबल खाली हो गई. टेबल साफ करने वाला लड़का टेबल साफ कर गया. सब टेबल के चारों और कुरसियों पर जम गए.

‘‘जल्दी सोचो क्या खाना है स्टाल पर और्डर देने चलते हैं,’’ विराट ने कहा, ‘‘कोई भी 2 लोग चलेंगे और और्डर की चीजें ले आएंगे.’’

‘‘यह ठीक रहेगा,’’ रोहन बोला.

तय हुआ रोहन, विराट, स्वीटी जा कर और्डर भी करेंगे और ले के भी आएंगे. सभी अपने पसंद की चीजें बताने लगे. किसी को छोलेभठूरे चाहिए थे तो किसी को पनीर उत्तपम. शैली को यहां का लोकल फूड पसंद था. काठियावाड़ी थाली, उस के साथ ढेर सी चटनियां भी टेस्टी होती हैं.

ओकेओके,’’ विराट बोला, फिर वे तीनों और्डर देने चले गए.

करण बड़ी देर से देख रहा था, शैली सामने स्टाल पर बैठे एक लड़के को गौर से देख रही थी. लड़के का साइड फेस ही शैली के सामने था, पीठ पूरी दिख रही थी. जब खाता था तो इधरउधर सामने नजर घुमाता था. तब ही शैली और करण को नजर आता था. पूरा चेहरा नहीं दिख रहा था.

करण ने सोचा शायद शैली का पहचान वाला हो तभी इतनी गौर से देख रही है. आखिर उस ने पूछ ही लिया, ‘‘शैली क्या बात है इतना ध्यान से क्या देख रही हो?’’

‘‘शैली ने जवाब नहीं दिया. वह उसी तरह उसे देखती रही. फिर अचानक शैली खुश हो कर चिल्लाई, ‘‘करण आओ तो.’’

‘‘क्या हुआ?’’ करण चिल्लाया, ‘‘कुछ बोलो भी. खाना आने वाला है.’’

‘‘अरे रुको, मैं अभी आई,’’ शैली बोली.

शर्लिन भी उस का चेहरा देख रही थी. उसे पता था कि वह उठेगी. इसीलिए वह कुरसी छोड़ना नहीं चाहती थी.

शैली उस व्यक्ति के पास गई. करण ने रोकना चाहा लेकिन वह उस व्यक्ति की टेबल पर जा चुकी थी. शैली जब उस की टेबल पर पहुंची तो व्यक्ति अपना खाना खत्म कर चुका था.

‘‘आप आदिराज हैं?’’ शैली बोली.

‘‘जी.’’

आदिराज वे प्रसिद्ध यूट्यूबर जिन की पोस्ट पर लाखों व्यूज आते हैं.

‘‘मैं आप की बड़ी फैन हूं… आप को फौलो करती हूं. आप के डास के वीडियो बहुत सुंदर होते हैं,’’ शैली खुशी के मारे पागल हुए जा रही थी. ‘‘प्लीजप्लीज एक सैल्फी,’’ कहतेकहते शैली ने अपना मोबाइल निकाल लिया और आदिराज के नजदीक जा कर 1-2 सेल्फी ले ही लीं. फिर सैल्फी ले कर अपने फ्रैंड्स के पास पहुंची. विराट उस का इंतजार ही कर रहा था. वह और्डर की चीजें ले कर आ गया था.

‘‘शैली कहां चली गई थी?’’ विराट ने शिकायत की.

‘‘विराट आदिराज यहां मिल गए थे,’’ शैली खुश हो कर बोली.

‘‘आदिराज वे यूट्यूबर? विराट बोला.

‘‘हांहां वही आदिराज,’’ शैली ने बताया.

‘‘अरे, यह तो अच्छी बात है. बधाई हो,’’ सभी फ्रैंड्स बोले.

‘‘विजिटिंग कार्ड भी दिया है मु?ो… मैं ने सैल्फी भी ली है. अभी फेसबुक पर पोस्ट करती हूं,’’ शैली बोली.

‘‘पहले यहां से फ्री हो लो बाद में पोस्ट कर देना,’’ विराट बोला.

‘‘विराट प्लीज,’’ शैली बोली.

‘‘जरा समझने की कोशिश करो कि हमारी गाडि़यां म्यूजियम की पार्किंग में खड़ी हैं,’’ विराट ने सम?ाया.

‘‘ओके चलो खा लेते हैं,’’ शैली बोली.

सब ने अपनेअपने और्डर की डिश एकदूसरे से शेयर की.

शैली का लोकल फूड भी जायकेदार था. बड़ी सी रोटी, ढेर सारी चटनियां, कढ़ी, दाल, गार्लिक चटनी ज्यादा टेस्टी लगी सब को. उस के बाद आइसक्रीम का कोन ले कर सभी म्यूजियम की पार्किंग में आए. लेकिन शैली का मन आदिराज के साथ कुछ मिनट की हुई मुलाकात में उल?ा हुआ था.

परफ्यूम कितना प्यारा लगाया था. कितनी मीठी सी खुशबू आ रही थी उस के कपड़ों से. शैली को परफ्यूम की खुशबू बड़ी अच्छी लगी थी.

विराट बोला, ‘‘शैली अब बैठो भी,’’ लेकिन शैली खयालों में खोई थी.

‘‘शैली घर नहीं चलना है क्या?’’ विराट ने थोड़ा ऊंची आवाज में कहा.

‘‘ओ हां, चलो,’’ कह कर शैली विराट के पीछे बैठे गई. शैली व विराट एक ही कालोनी में रहते थे.

बाकी फ्रैंड्स दूसरे दिन का मिलने का प्रौमिस कर चल दिए.

सारे रास्ते विराट यह सोचता रहा कि शैली ने रास्ते में कहीं भी बात नहीं की है न ही जवाब दिया है किसी भी बात का. विराट ने घर से थोड़ी दूरी पर बाइक रोकी.

बाइक रुकते ही शैली बोली, ‘‘क्या हुआ बाइक क्यों रोकी? घर आ गया.’’

‘‘पहले यह बताओ जब से आदिराज से मिली हो कहां खोई हो?’’ विराट ने पूछा.

‘‘विराट तुम देखते तो तुम भी फैन हो जाते. कितना हैंडसम था. उस के परफ्यूम की खुशबू कितनी भीनीभीनी थी.’’

‘‘देखो शैली, वह पब्लिक फील्ड है… उस के न जाने कितने फैन होंगे तुम्हारे जैसे. घर चलो. कल मिलते हैं, फिर आराम से बात करेंगे. बाइक पर बैठो घर छोड़ देता हूं.’’

ओके बाबा चलो,’’ शैली बोली.

विराट ने बाइक शैली के पास घर के रोकी. बिना देखे शैली अंदर चली गई. हमेशा की तरह शैली ने विराट से गुडनाइट नहीं की, न ही देखा. विराट को थोड़ा अजीब लगा, ‘खैर, कल मिल ही रहे हैं न कल बात करूंगा,’ विराट ने सोचा.

डिनर के बाद शैली अपने रूम में गई तो भी उस का मन बेचैन था. उसे हर जगह आदिराज दिख रहा था. शैली की मौम भी परेशान थीं. शैली ने डिनर भी ठीक से नहीं किया.

क्या पता किन खयालों में खोई है. कहीं फ्रैंड्स के साथ कोई बात न हुई हो, कोई ?ागड़ा. सोच कर शैली की मौम प्रतिभा ने विराट को फोन किया.

विराट स्टडी कर रहा था. शैली की मौम का फोन देख तुरंत उठाया.

‘‘हैलो विराट कैसे हो?’’ प्रतिभा बोलीं.

‘‘ठीक हूं. आंटी आप बताएं कैसे फोन किया?’’

‘‘बेटा तुम्हारी क्या आपस में फ्रैंड्स की

कोई कहासुनी या बात हुई है क्या?’’ प्रतिभा ने सवाल किया.

‘‘नहीं आंटी ऐसा तो कुछ भी नहीं हुआ. पर आप यह क्यों पूछ रही हैं,’’ विराट आश्चर्य में था.

‘‘शैली ने ठीक से डिनर भी नहीं किया. चुपचुप सी है. मैं ने सोचा कहीं लड़ाई?ागड़ा न हुआ हो,’’ शैली की मौम ने शंका दूर करनी चाही.

‘‘नहीं, हम सब बड़े खुश थे. खूब ऐंजौय किया. शैली भी खुश थी,’’ विराट बोला. फिर विराट को अचानक ध्यान आया वह बोला, ‘‘आंटी एक बात जरूर हुई थी.’’

‘‘वह क्या?’’ प्रतिभा ने तुरंत पूछा.

वह यह कि जब हम 3 फ्रैंड्स मसाला चौक पर और्डर करने गए थे तब शैली को फेमस यूट्यूबर आदिराज मिले थे. तब शैली ने उन के साथ सैल्फी भी ली थी, उन से बात भी की थी. बस यही बात हुई थी,’’ विराट बोला.

‘‘हां विराट शैली आदिराज की फैन है. वह तो नौर्मल बात है,’’ प्रतिभा बोली.

‘‘आंटी कल संडे  है, हम ने घूमने का प्रोग्राम बनाया है, शैली भी चलेगी तब देखते हैं उस का मूड कैसा रहता है,’’ विराट बोला.

‘‘हां यह ठीक है. ओके गुडनाइट बेटा,’’ कह कर प्रतिभा ने फोन काट दिया.

संडे की सुबह, आराम की सुबह. शैली आराम से उठती थी. मौम ने भी डिस्टर्ब नहीं किया.

विराट के कितने मैसेज आ चुके थे पर शैली ने एक भी मैसेज नहीं देखा था.

विराट ने कौल की. बड़ी देर तक रिंग जाती रही पर कौल नहीं उठी. विराट परेशान हो गया. सुबह के 10 बज रहे थे पर शैली ने कोई कौल अटैंड नहीं की. सुबह 11 बजे तो निकलना था. मौसम भी खुशनुमा था. गरमी भी नहीं थी. आखिर दोपहर 12 बजे शैली ने विराट को कौल की.

विराट ने तुरंत कौल अटैंड की, ‘‘शैली क्या बात है तुम को नहीं चलना है क्या?

फ्रैंड्स इंतजार कर रहे हैं. न मैसेज का जवाब न कौल अटैंड कर रही हो. क्या बात है?’’ विराट थोड़ा चिढ़ गया था.

नहीं विराट आज मेरा मूड नहीं है. मैं नहीं जाऊंगी. तुम लोग जाओ,’’ कह कर शैली ने कौल काट दी.

तभी प्रतिभा आईं तो देखा शैली रैडी नहीं हुई है.

‘‘शैली फ्रैंड्स के साथ जा रही हो न… रैडी नहीं हुई?’’ प्रतिभा ने पूछा.

‘‘नहीं मौम मैं नहीं जा रही हूं. मैं फ्रैश हो कर आती हूं, तुम ब्रेकफास्ट बना दो कुछ भी,’’ कह कर शैली वाशरूम में चली गई.

प्रतिभा किचन में जा कर शैली का पसंदीदा नाश्ता बनाने लगीं. पनीर के परांठे और गार्लिक की चटनी शैली को पसंद थी. नाश्ता ले कर वे शैली के रूम में ही चली गईं. शैली वाशरूम से आ कर बैठी थी.

शैली ने नाश्ता किया. फिर बोली, ‘‘मौम, मैं स्टडी करूंगी.’’

‘‘ओकेओके,’’ कह कर मौम चली गईं.

शैली ने दरवाजा बंद कर अपने कपड़ों में से सब से अच्छी ड्रैस निकाल कर पहनी, अच्छे से मेकअप किया. फिर वीडियो बनाने लगी. डांस के इस बीच कई बार विराट की कौल आई पर उस ने अटैंड नहीं की. कुछ अच्छे वीडियो बना कर फिर उस ने आदिराज का विजिटिंग कार्ड निकाला. फिर सोच में पड़ गई शैली कि कौल करे या नहीं.

मु?ो भी वीडियो पर लाखों व्यूज चाहिए. वे आदिराज ही गाइड कर सकते हैं. उन के यूट्यूब चैनल पर मेरा वीडियो बन गया तो लोगों की आंखें खुली की खुली रह जाएंगी. वीडियो वायरल हो गया, लाखों व्यूज मिलने लगे तो मजा आ जाएगा. उस के लिए जरूरी है, कौल नहीं कर के सीधी मुलाकात की जाए आदिराज से. हां, यह ठीक रहेगा. आदिराज ने नहीं पहचाना तो? सैकड़ों लोग मिलते होंगे.

नहीं मुलाकात ठीक रहेगी एक सैल्फी भी ले लेगी. वह परफ्यूम की खुशबू. कितनी प्यारी थी. शैली ने विजिटिंग कार्ड देखा. स्टूडियो का भी पता था. ठीक मौम को बोल देगी फ्रैंड्स से मिलने जा रही है. शैली ने डिसीजन लेने के बाद शाम को स्टूडियो जाना तय किया.

 

शाम को प्यारी सी ड्रैस पहनी और मौम से बोली, ‘‘मौम मैं विराट और दूसरे फ्रैंड्स

से मिलने जा रही हूं,’’ और फिर एक्टिवा ले कर निकल गई.

स्टूडियो ढूंढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगा. लाल कोठी के नजदीक था स्टूडियो. बाहर रिसैप्शनिस्ट बैठी थी. क्या औफिस है वाह. शैली ने सोचा.

‘‘जी आदिराजजी से मिलना है,’’ शैली बोली.

‘‘क्या काम है?’’ उस ने रूखे अंदाज में पूछा.

‘‘वे अपने कुछ वीडियो दिखाने हैं.’’

‘‘अपौइंटमैंट लिया है आप ने?’’ युवती ने पूछा.

‘‘हां,’’ शैली ने ?ाठ बोला.

‘‘अच्छा मैं पूछती हूं,’’ कह कर उस ने मोबाइल हाथ में लिया ही था कि तब तक शैली स्टूडियो का दरवाजा खोल कर भीतर आ गई. वह लड़की तुरंत उस के पीछे गई. आदिराज कुछ वीडियो देखने में बिजी थे. शैली दौड़ कर आदिराज के सामने आ गई. आदिराज हड़बड़ा गए.

‘‘सर, यह लड़की जबरदस्ती घुस गई है.’’

आदिराज ने कहा, ‘‘ठीक है, तुम जाओ मैं बात करता हूं.’’

‘‘आदिराजजी मैं आप की फैन हूं. अभी

2 दिन पहले मसाला चौक में मिली थी. सैल्फी भी ली थी.’’

आदिराज जोरजोर से हंसने लगे. फिर बोले, ‘‘तो उस से क्या हुआ? सैकड़ों लोग सैल्फिया लेते हैं.’’

‘‘मैं आप को बहुत पसंद करती हूं,’’ शैली बोली, ‘‘मैं ने भी अपने कुछ डांस के वीडियो बनाए हैं. प्लीज देखिए न,’’ शैली गिड़गिड़ाने लगी.

‘‘देखो प्लीज, तुम बाहर मेरी सैके्रटरी को दे दो. मैं बिजी हूं,’’ आदिराज ने कहा.

शैली ने वीडियो आदिराज की पीए को दे दिए. फिर बहुत देर तक स्टूडियो में ही घूमती रही, खुश होती रही.

जब घर पहुंची तो शाम के 7 बज रहे थे. मौम परेशान हो रही थीं. शैली को देखा तो उन की चिंता गुस्से मे बदल गई, ‘‘कहां थी शैली तुम इतनी देर से? फ्रैंड्स के तो मेरे पास फोन आ रहे थे?’’ मौम बोलीं.

‘‘मौम सौरी, आदिराज के पास गई थी,’’ शैली तुरंत मौम से बोली.

‘‘क्या काम था?’’ मौम ने पूछा.

‘‘मैं भी अपने वीडियो बना कर देखूंगी  कितनी सफलता मिलती है,’’ शैली बोली.

‘‘देखो शैली पढ़ाई पर फोकस करो समय बर्बाद मत करो,’’ कह कर मौम चली गईं.

शैली तो ख्वाबों में डूबी रहने लगी. वह एक ही सपना बारबार देखने लगी. उस के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. लाखोंकरोड़ों व्यूज… रुपए ढेर सारे… फेमस हो रही है वह.

जिस दिन संडे को आदिराज से मिली थी उसी रात जब शैली डिनर कर रही थी विराट आ गया था. शैली की मौम विराट को देख बोलीं, ‘‘विराट तुम ही सम?ाओ शैली को आदिराज के चक्कर में वीडियो और व्यूज का भूत सवार है इस पर.’’

‘‘शैली ये सब फालतू की बातें हैं. ये

सब छोड़ो. ऐग्जाम नजदीक आ रहे हैं, ऐक्स्ट्रा क्लास लगेगी.’’

‘‘देखो विराट मु?ो शिक्षा मत दो, अपना भाषण अपने पास रखो. तुम जैलिसी रखते हो मु?ा से आदिराज के कारण,’’ शैली गुस्से में बोली.

‘‘ऐसा कुछ नहीं है शैली,’’ विराट ने कहा.

‘‘ऐसा ही है,’’ कह कर शैली तुरंत अपने रूम में चली गई.

दूसरे दिन कालेज में भी शैली फैं्रड्स से दूरदूर ही रही. विराट ने कोशिश की कि शैली का मूड सही हो जाए. मगर दूसरे फ्रैंड्स भी आसपास थे इसलिए खुल कर नहीं बोल पाया.

घर आ कर शैली फिर रूम मे बंद हो कर डांस की प्रैक्टिस करने लगी और वीडियो बनाने लगी. एक दिन बाद वह शाम को आदिराज के पास जाएगी पहले वीडियो के बारे में पूछेगी.

दूसरे दिन कालेज से आते समय शैली ने आदिराज के स्टूडियो पर जाने का प्लान बनाया. स्टूडियो जाने के लिए उस को 2 पीरियड छोड़ने पडे़.

वह सीधी स्टूडियो पहुंची. बाहर रिसैप्शनिस्ट ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की क्योंकि शैली कई बार आ चुकी थी.

आज आदिराज के पास एक व्यक्ति और भी था जो आदिराज के साथ लैपटौप पर कुछ काम करने में बिजी था.

‘‘आओ शैली,’’ आदिराज ने कहा तो शैली बेहोश होतेहोते बची. आज समय साथ है. बोली, ‘‘जी आदिराजजी.’’

‘‘तुम कोशिश कर सकती हो. मेहनत तो तुम्हें करनी होगी. ठीक है न,’’ आदिराज ने कहा.

‘‘जी मैं तैयार हूं… मेहनत करूंगी,’’ शैली खुशी के मारे सपनों में उड़ने लगी.

‘‘तुम्हारे वीडियो मैं ने देखे हैं, इसलिए मैं

ने बोला.’’

तभी एक नौकर जूस से भरे गिलास सुंदर ट्रे में सजाए कर ले आया.

‘‘जूस लो फिर हम तुम्हारे डांस के वीडियो पर चर्चा करेंगे,’’ आदिराज बोले.

‘‘सर आप भी लीजिए न,’’ शैली बोली, ‘‘क्यों नहीं,’’ आदिराज ने कहा और फिर जूस का गिलास उठा लिया.

‘‘अरे हां शैली इन से मिलो ये हमारे साथ ही काम करते हैं… तुम ने देखा हो शायद. ये फर्नांडीज हैं.

‘‘हैलो सर,’’ शैली ने कहा.

‘‘बहुत आगे तक जाओगी शैली,’’

फर्नांडीज बोले.

शैली ने जूस का गिलास खत्म किया. जूस पीने के बाद उसे लगा उस का शरीर और दिमाग कहीं हवा में उड़ रहे हैं. अच्छा लगा उसे. हलकाहलका महसूस कर रही थी.

‘‘चलो डांस के कुछ स्टैप्स दिखाओ शैली.’’

‘‘जी,’’ शैली ने कहा.

आदिराज ने कैमरा चालू करवा दिया था.

तभी फर्नांडीज ने भी शैली के साथ डांस शुरू किया. डांस करतेकरते फर्नांडीज शैली को स्टूडियो में बने एक कमरे में ले गए. कैमरा वहां भी चालू था.

‘‘शैली कौपरेट करो,’’ फर्नांडीज बोले.

‘‘जी,’’ शैली बोली.

 

अब तक फर्नांडीज शैली के शरीर के कपडे़ हटा कर उसे लगभग नग्न कर चुके थे.

शैली कुछ सम?ा नहीं पाई कि क्या हो रहा है. अब तक फर्नांडीज ने शैली के साथ फिजिकल रिलेशन बनाना शुरू कर दिया था.

शैली चिल्ला पड़ी. कैमरा चलता रहा, शैली चिल्लाती रही. आदिराज मुसकराते रहे.

लगभग आधे घंटे बाद कैमरा रुका. शैली अस्तव्यस्त हालत में थी.

‘‘शैली उठो बढि़या काम किया है,’’ आदिराज ने उस की पीठ थपथपाई.

शैली ने कपडे़ पहने और बाहर के रूम में आ गई.

‘‘शैली ये लो क्व20 हजार वीडियो के,’’ आदिराज ने शैली को क्व20 हजार लिफाफे में रख कर देते हुए कहा.

‘‘क्या?’’ शैली आश्चर्य से बोली.

‘‘यस तुम्हारी मेहनत,’’ आदिराज ने कहा.

‘‘देखो शरीर का क्या है? क्या गंदा हो गया शरीर… घर जा कर अच्छे से नहा लेना. तुम सोचो विदेश में कहां सोचते है ये बातें? नहीं न? गुड गर्ल,’’ कह कर आदिराज ने उस के बालों को सहला दिया.

शैली जाने लगी तो आदिराज ने आवाज लगाई, ‘‘सुनो शैली.’’

‘‘जी,’’ शैली ने आदिराज को देखा.

‘‘यह वीडियो कहीं भी इस्तेमाल नहीं होगा. होगा भी तो फेस इस पर तुम्हारा नहीं होगा, सिर्फ बौडी तुम्हारी होगी.’’

‘‘जी ठीक है,’’ शैली खुश हो गई. इतनी बड़ी रकम. शैली खुशीखुशी घर लौटी.

‘‘मौम, देखो क्व20 हजार मेरे वीडियो के,’’ शैली ने मौम से कहा.

‘‘कौन सा वीडियो है जिस की पहली बार में ही इतनी बड़ी रकम मिल गई है?’’ मौम ने पूछा.

‘‘मौम यूट्यूब में देखना जब आएगा,’’ कह शैली अपने रूम चली गई.

वाह, मैं तो फेमस हो जाऊंगी शैली सोचने लगी. लाखों व्यूज लाखों फौलोअर्स मजा आएगा.

विराट की कौल भी अटैंड नहीं की उस ने. आखिरकार विराट सुबह घर आ गया.

‘‘शैली कहां बिजी हो? कौल अटैंड

नहीं की?’’

‘‘विराट मैं सच में बिजी हूं. कालेज में मिलते हैं. तब बात करते हैं,’’ शैली ने इतराते हुए कहा.

विराट कुछ नहीं बोला. चायनाश्ता कर चला गया.

कालेज में शैली ने सब फ्रैंड्स को बताया, डांस का वीडियो जल्द ही यूट्यूब में आएगा. जबरदस्त हिट होगा. सभी फ्रैंड्स ने बधाई दी. लेकिन विराट सोच में डूबा था.

‘‘अब कब वीडियो बनेगा?’’ रोहन ने पूछा.

‘‘जल्दी ही,’’ शैली बोली.

फिर शैली सारा दिन कालेज में दिन में भी सपने देखती रही किउस के लाखों

फौलोअर्स हो रहे हैं. जब कालेज से घर पहुंची तो बहुत खुश थी. उसे लगा कालेज के फ्रैंड्स भी उस से जलने लगे हैं. अपने रूम में पहुंच कर उस ने आदिराज के यूट्यूब चैनल को देखा तो खुशी से उछल पड़ी. उस का डांस का वीडियो भी था. लेकिन उस के फौलोअर्स इतने ज्यादा नहीं थे. वह उदास हो गई.

इतने में मोबाइल पर मधुर आवाज गूंजी. देखा तो व्हाट्सऐप पर कुछ वीडियो थे. ये किस के वीडियो हैं. धीरेधीरे वीडियो खुलने लगे जब वीडियो खुले तो डर के मारे उस की चीखें निकल गईं. वे उसी के वीडियो थे. नग्न जब स्टूडियो में थी. ये तो फर्नांडिज हैं. उस की तेज आवाज सुन कर उस की मौम चौंक गईं. दौड़तीदौड़ती उस के रूम पर पहुंचीं दरवाजा बंद था. उन्होंने जोरजोर से दरवाजा खटखटाया, ‘‘शैलीशैली दरवाजा खोलो क्या हुआ?’’

शैली डर गई कि मौम को पता चल जाएगा. वह बोली, ‘‘मौम कुछ नहीं हुआ, चूहा आ गया था अचानक.’’

‘‘चूहे तो हैं ही नहीं,.. घर में कैसे चूहा आ गया?’’ मौम बोलीं.

‘‘आती हूं मैं चेंज कर के,’’ शैली बोली.

‘‘अच्छा ठीक है,’’ मौम बोली.

शैली ने जल्दीजल्दी वे वीडियो डिलीट कर दिए. तभी मोबाइल की मधुर आवाज गूंज उठी. देखा तो आदिराज का नाम चमक रहा था.

‘‘हैलो,’’ शैली की आवाज कांप रही थी.

क्यों शैली विडियो कैसे लगे?’’ फिर आदिराज की जोरजोर से हंसने की आवाज.

‘‘शैली घबराने की जरूरत नहीं है ये पोर्न मूवी में इस्तेमाल होंगे, चिंता मत करो बौडी तुम्हारी रहेगी फेस किसी दूसरी लड़की का होगा. आज भी शाम को आ जाओ. पहले तो तुम को नशा देना पड़ा था. अब तो बिना नशे के काम करोगी आ जाओ. रुपए इंतजार कर रहे हैं,’’ कह कर आदिराज ने फोन काट दिया.

शैली ने मन ही मन डिसीजन लिया. आज वह बेवकूफ नहीं बनेगी. ऐसा क्यों किया आदिराज ने? क्या करे? विश्वास किस पर करे? हां, विराट पर विश्वास किया जा सकता है. उस ने तुरंत विराट को कौल की.

‘‘क्या हुआ?’’ विराट बोला.

‘‘मुझे तुम से अभी मिलना है अर्जैंट शैली बोली.

‘‘ठीक है घर आता हूं,’’ विराट बोला,

‘‘नहीं घर नहीं, मसाला चौक,’’ शैली ने कहा.

‘‘ठीक है वहीं आ जाता हूं,.. निकल रहा हूं घर से.’’

‘‘ओके,’’ शैली ने कहा और फिर मौम से बोल कर मसाला चौक के लिए निकल गई.

कुछ ही समय में दोनों मसाला चौक में बैठे थे.

‘‘क्या हुआ घबराई हुई क्यों हो?’’ विराट ने पूछा पर शैली जवाब नहीं दे पाई. उस की आंखों में आंसू भर आए और गला रुंध गया.

‘ख्शैली क्या हुआ यार? क्यों परेशान हो,’’ विराट घबरा गया.

शैली ने मोबाइल सामने कर दिया. विराट का गुस्से के मारे चेहरा लाल हो गया. वह चिल्ला पड़ा, ‘‘फेमस होने का भूत सवार था तुम पर… भुगतो अब. साले को पुलिस के डंडे पड़वाते हैं.’’

मगर फिर विराट यह सोच कर चुप हो गया कि पुलिस में मामला उल?ोगा… ऐग्जाम भी सिर पर हैं, फिर सोशल मीडिया पर भी बतंगड़ बनने लगती हैं बातें.

‘‘कुछ सोचते हैं,’’ विराट इतना ही बोला.

‘‘ठीक है,’’ शैली बोली, उस का चेहरा उदास था. आंखें आंसुओं से भरी थीं.

‘‘सुनो, अब चेहरे पर स्माइल रखो, घर पर भी मुसकराती हुई जाओ.’’

मगर शैली उल?ान में थी.

‘‘शैली टैंशन मत लो सब मु?ा पर छोड़ दो… अब जैसा में बोलूं वैसे करना… ठीक है? हम आदिराज को उसी के जाल में फंसाएंगे,’’ विराट बोला.

‘‘लेकिन कैसे?’’ शैली बोली.

‘‘तुम और मैं कल उस से उस के स्टूडियो में मिलते हैं. जैसा मै बोलूं वैसे ही करती रहना. ठीक है न,’’ विराट ने सम?ाया.

दूसरे ही दिन दोनों आदिराज के स्टूडियो पहुंच गए.

‘‘आओ शैली आओ,’’ आदिराज ने मुसकराते हुए कहा.

‘‘आप ने चीटिंग की है मेरे साथ,’’ शैली ने गुस्से में कहा.

‘‘कैसी चीटिंग?’’ आदिराज ने मुसकराते हुए कहा.

‘‘आप ने तो डांस के लिए कहा था,’’

शैली बोली.

‘‘डांस के वीडियो ही तो हैं चैनल पर,’’ आदिराज ने कहा.

‘‘लेकिन फौलोअर्स नहीं बढ़ रहे हैं,’’

शैली बोली.

‘‘तुम जैसी लड़कियां ही मेरी शिकार होती हैं, जो हथेली पर सरसों उगाने की सोचती हैं. मेहनत लगती हैं, पैशन बनाए रखना पड़ता है,’’ आदिराज ने कहा.

 

कुछ देर बाद विराट भी अंदर आ गया. उसे देख कर वह चुप हो गया. शैली को

देखने लगा.

विराट हंस दिया. फिर बोला, ‘‘आदिराज वीडियो तो शानदार, सुपर बने हैं लेकिन जबरदस्ती में वह मजा कहा.’’

‘‘मतलब?’’ आदिराज बोला.

‘‘तुम्हारी मेहनत थोड़ी कम करने आया हूं,’’ विराट बोला, ‘‘कोई बढि़या लोकेशन पर सेमी पोर्न वीडियो बनाएं मेरा और शैली का… औरिजनल दिखेगा और पसंद भी किया जाएगा, फिर सुहागरात वाला सीन. बोलिए तैयार हैं आप आदिराज जी?’’

‘‘क्या? सही बोल रहे हो?’’ आदिराज की शक्ल देखने लायक थी.

‘‘जी, शैली और मैं एकदूसरे को पसंद करते हैं. रुपए किस को बुरे लगते हैं? रुपए थोड़े ज्यादा हों तो अच्छा रहेगा,’’ विराट मुसकराया.

‘‘रजामंदी से वीडियो बने तो ज्यादा अच्छे बनेंगे और पसंद भी होंगे. जबरदस्ती में वह बात नहीं होती,’’ आदिराज बोले.

‘‘लोकेशन दूसरी हो, बढि़या हो. बंद स्टूडियो में वह मजा कहां?’’ विराट बोला.

‘‘क्यों नहीं जब रजामंदी है तो क्या परेशानी है. पोर्न वीडियो का तो कारोबार सब जगह फैला है,’’ आदिराज बोला.

‘‘देर से सही शैली को सम?ा आया कि रुपए कमाने का शौर्टकट रास्ता इस से बेहतर नहीं हो सकता. क्यों शैली?’’ आदिराज अपनी सफलता पर खुश था.

‘‘विराट को वीडियो दिखाए तो विराट ने कहा कि गोल्डन चांस है. आदिराज जैसे फेमस यूट्यूबर की डाइरैक्शन में वीडियो बनेगा… तो मैं तैयार हो गई,’’ शैली बोली.

‘‘गुड गर्ल,’’ आदिराज बोला.

‘‘यहां से कुछ दूरी पर चंपा विहार है जहां हरियाली भी है, छोटीछोटी पहाडि़याटीले भी हैं वहां कैसा रहेगा?’’ विराट बोला, ‘‘छोटा सा मंदिर भी है, वहां मेरी शैली की शादी वाला सीन फिल्माने के बाद सुहागरात वाला सीन भी हो जाएगा,’’ विराट बोला, ‘‘आप कहें तो… विराट ने बात अधूरी छोड़ी.

‘‘क्यों नहीं क्यों नहीं,’’ आदिराज बोला, ‘‘मेरा असिस्टैंट साथ रहेगा.’’

शादी के गवाह के रूप में 1-2 दोस्तों

को ऐक्टिंग का मौका मिल जाता… तो विराट गिडगिड़ाया.

‘‘ले आना, तुम भी क्या याद करोगे,’’ आदिराज बोला, ‘‘ठीक है कल मिलते हैं.’’

दूसरे दिन दोपहर में विराट शर्लिन और रोहन को पूरा प्लान सम?ा कर शैली को ले कर चंपा विहार पहुंच गया. वहां आदिराज पहले ही अपने असिटैंट के साथ रैडी था.

‘‘आदिराजजी की जय हो,’’ विराट बोला.

आदिराज खुश था कि रजामंदी से सब हो रहा है.

‘‘वीडियो शूट के पहले थोड़ा ऐंजौय हो जाए,’’ रोहन बोला और फिर उस ने वाइन की बोतलें निकालीं.

‘‘अरे वाह,’’ आदिराज बोला.

शर्लिन ने फटाफट गिलास निकाले,

नमकीन काजुओं से प्लेटें सजा दीं. चियर्स, गिलास टकराए और हवा में शराब और काजुओं की खुशबू तैरने लगी.

‘‘शैली,’’ आदिराज ने एक बड़ा घूंट भरा और फिर शैली को देखने लगा.

‘‘जी आदिराजजी,’’ शैली ने कातिल मुसकान आदिराज की ओर फेंकी.

‘‘1-2 पेग तुम भी ले लो शैली. ज्यादा नशीला हो जाएगा वीडियो में,’’ आदिराज बोला.

‘‘मेरे ऊपर तो विराट के प्रेम का नशा इतना है कि शराब की जरूरत नहीं है,’’ शैली इतराते हुए बोली.

जोरजोर से आदिराज हंसने लगा. तीसरा पैग था उस का. नशा होने लगा था उसे. बोला, ‘‘आदिराज दुनिया का सब से फेमस यूट्यूबर हूं. दुनिया मेरी मुट्ठी में होगी, दौलत के पहाड़ होंगे मेरे पास. पोर्न मूवी की दुनिया का किंग हूं मैं.’’

उस के असिस्टैंट को भी नशा हो रहा था. लेकिन वह फिर भी होश में था.

रोहन आदिराज का विडियो बनाने में लगा था.

‘‘चलो शैली रेडी हो जाओ विराट के साथ.’’ आदिराज लड़खड़ाती आवाज में बोल रहा था.

‘‘मैं रैडी हूं आदिराज,’’ कह कर शैली विराट के गले लग गई.

‘‘गुड गर्ल,’’ आदिराज बोला एक ओर अपना कैमरा सैट करने लगा, लेकिन उस के हाथ कांप रहे थे. असिस्टैंट जो थोड़ा होश में था वह उस की मदद करने लगा.

‘‘क्यों परेशान हो रहे हो भाई, हम लोग हैं मदद के लिए,’’ कह विराट ने शैली को अपने से दूर किया और असिस्टैंट के पास पहुंच गया.

रोहन ने भी विराट के साथ मिल कर आदिराज को नशे की हालत में मजबूर किया. उस के असिस्टैंट की मदद से शैली के सभी न्यूड वीडियो डिलीट करवाए. फिर शैली और शर्लिन को घर भेज दिया.

रोहन ने पुलिस को फोन कर दिया था क्योंकि  सैकड़ों न्यूड वीडियो और पोर्न मूवी थीं इसलिए जेल की हवा जरूरी थी. कुछ देर बाद आदिराज को गिरफ्तार कर लिया गया.

विराट और रोहन घर पहुंचे. शैली और उस का परिवार इंतजार कर रहा था.

‘‘लाखों फौलोअर्स चाहिए,’’ विराट बोला, ‘‘चलो वीडियो बनाते हैं.’’

‘‘नहीं चाहिए सौर’’ शैली बोली, ‘‘मैं भटक गई थी.’’

‘‘कोई बात नहीं,’’ मौम हंस दीं.

‘‘औल इज वैल,’’ सभी बोले और फिर वातावरणी में हंसी की गूंज फैल गई.

नेल एक्सटेंशन करवाने से पहले जान लें यह बातें

अब आपको अपने नाखूनों को लंबे करने के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप नेल एक्सटेंशन करवा सकती हैं. यह नाखूनों को झट से लंबे और सुंदर करने का एक सबसे प्रमुख तरीका है. इसके द्वारा आप अपने नाखूनों की मन चाही शेप या फिर डिजाइन बनवा सकती हैं. बहुत सी महिलाएं आज के समय में इस क्रिया में दिलचस्पी रखती हैं लेकिन बहुत सी महिलाओं के मन में यह संदेह रहता है कि कहीं इसके कारण उनके असली नाखूनों को तो कोई नुकसान नहीं पहुंच जाएगा. आइए जान लेते हैं नेल एक्सटेंशन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में.

 

एक्रिलिक और जेल नेल के बीच का अंतर जानें 

एक्रिलिक नेल एक सॉल्वेंट में डूबे हुए पाउडर की ही फॉर्म होती है जो आपके असली नाखूनों पर एक्सटेंशन का काम करते हैं. यह आपके नाखूनों की ऊपरी परत को और मजबूत करने का काम करते हैं। जेल नेल को एलईडी या फिर यूवी लेजर का प्रयोग करके हार्ड फॉर्म में लाया जाता है. यह नेल पॉलिश कलर में ज्यादातर देखने को मिलते हैं.

 यह कितने सालों तक टिके रहते हैं 

यह आपके नाखूनों पर निर्भर करता है. कुछ महिलाओं के नेल एक्सटेंशन केवल दो से तीन हफ्ते ही टिकते हैं तो कुछ महिलाओं के नेल एक्सटेंशन एक महीना भी चल जाते हैं. यह आप जिस तरह का काम करती हैं और आप जिस तरह से इनको मेंटेन करके रखती हैं इस बात पर भी निर्भर करता है.

 यह काफी महंगी प्रक्रिया और इसमें समय भी काफी लगता है 

अगर आप बजट की बात करें तो नेल एक्सटेंशन एक महंगी प्रक्रिया है. इसमें आपको एक बार में 2 से 5 हजार तक खर्च करने पड़ सकते हैं. इसके साथ ही जब आप इन्हें करवाने जाती हैं तो उस दिन पूरी तरह से फ्री हो कर जाएं क्योंकि इस प्रक्रिया में काफी ज्यादा समय लग जाता है. अगर आप बजट में कटौती करके किसी सस्ते या फिर अन प्रोफेशनल जगह से अपने नेल एक्सटेंड करवाती हैं तो इससे आपके असली नाखूनों को खतरा पहुंच सकता है इसलिए जब बजट बनने के बाद ही ऐसा करवाना चाहिए.

 यह आपके नाखूनों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं

नेल एक्सटेंशन आपके असली नाखूनों को कमजोर कर सकते हैं और उनके लिए यह नुकसान दायक भी हैं. नेल एक्सटेंशन करने से पहले आपके नाखूनों को ऊपर से फाइल किया जाता है और अगर यह फिलिंग ज्यादा हो जाती है तो इससे आपके नाखून कमजोर होने लगते हैं और आसानी से टूटने लग जाते हैं. लेकिन अगर आप किसी एक्सपर्ट से अच्छे प्रोडक्ट्स के साथ इसे करवाती हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है.

 प्रोफेशनल नेल टेक्नीशियन के पास ही जाएं 

आपको एक प्रोफेशनल नेल टेक्नीशियन के पास जा कर ही नेल एक्सटेंशन करवानी चाहिए क्योंकि अगर आप किसी बिना अनुभव प्राप्त व्यक्ति से ऐसा करवाती हैं तो इससे आपके नाखूनों के साथ काफी खिलवाड़ हो सकता है. बहुत सी महिलाएं जब नेल एक्सटेंशन को निकालने का समय आता है तो कुछ जुगाड करके घर पर ही ऐसा करने का प्रयास करती हैं लेकिन ऐसा होने से भी आपके असली नाखूनों को काफी नुकसान पहुंच सकता है इसलिए इन्हें निकलवाने के समय भी आपको किसी एक्सपर्ट के पास ही जाना चाहिए.

इन सभी बातों का आपको नेल एक्सटेंशन करवाने से पहले जरूर ध्यान रखना चाहिए और अपने असली नाखूनों की भी अच्छे से केयर करते रहना चाहिए.

क्या होते हैं पैंटी लाइनर्स, जानें इसके बारे में कुछ खास बातें

योनि से स्राव होना एक आम और सामान्‍य घटना है. कुछ लोग अपने अंडरवियर को पूरे दिन सूखा, साफ और योनि के स्राव से मुक्‍त रखने के लिये पैंटी लाइनर्स का इस्‍तेमाल करते हैं. ये आपके सैनिटरी पैड की तरह ही होते हैं लेकिन ये सेनिटरी पैड से बहुत पतला होता है. जिसे पैंटी को सूखा रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन ये पतले, छोटे और कम सोखने की क्षमता वाले होते है इनका इस्तेमाल उन दिनों में किया जाता है, जब आपको वेजाइनल डिस्चार्ज और स्पौटिंग हो सकती यह किसी भी तरह की स्पॉटिंग होने से रोकने और आपके वैजाइनल एरिया को साफ-सुथरा और तरोताज़ा महसूस करने में मदद करता है.

पैंटी लाइनर्स के बारे में बता रही है डॉ. मंजू गुप्‍ता, सीनियर कंसल्‍टेन्‍ट ऑब्‍स्‍टेट्रिशियन एवं गाइनेकलॉजिस्‍ट, मदरहूड हॉस्पिटल, नोएडा.

क्या है पैंटी लाइनर्स-

योनि के स्राव या मासिक धर्म के हल्‍के बहाव को सोखने के लिये अंडरवियर की किनारी में पहने जाने वाले गीलापन सोखने वाले पैड को पैंटीलाइनर कहा जाता है. कुल मिलाकर, पैंटीलाइनर्स पतले पैड्स होते हैं. छोटे, पोर्टेबल पैंटीलाइनर्स से लेकर योनि के भारी स्राव और पीरियड के कम बहाव के लिये बनाए गए बड़े, सुरक्षात्‍मक पैंटीलाइनर्स तक, पैंटीलाइनर्स तरह-तरह के आकारों और परिवहन विकल्‍पों में उपलब्‍ध हैं. कमरबंद के साथ उपयोग में आने वाले पैंटीलाइनर्स की कुछ किस्‍में उपलब्‍ध हैं. डिस्‍पोजेबल पैंटीलाइनर्स का चिपकने वाला गोंद उन्‍हें सतहों से चिपका देता है. कुछ पैटर्न्‍स में विंग्‍स होते हैं, जो सपोर्ट बढ़ाने के लिये अंडरगारमेंट्स पर लिपट जाते हैं.

कॉटन के रियूजेबल पैंटीलाइनर्स भी हैं, जो कई रंगों, आकारों, मटेरियल, डिजाइन और सोखने की क्षमता के साथ आते हैं. इन्‍हें कुछ साल तक रियूज किया जा सकता है और बार-बार धोया जा सकता है. लिपटने वाले विंग्‍स को छोर पर एक साथ बाँध दिया जाता जो रियूजेबल पैंटीलाइनर्स को पकड़ कर रखते हैं.

पैंटीलाइनर्स किस काम के लिये होते हैं?

पैंटीलाइनर्स योनि से होने वाले नियमित स्राव, मासिक धर्म के अपेक्षित हल्‍के बहाव, मासिक धर्म की शुरूआत और अंत में हल्‍के दागों, धब्‍बों और संभोग के बाद के स्राव को सोखने के लिये बनाये जाते हैं. सुरक्षा बढ़ाने के लिये, पैंटीलाइनर्स को रूई के फाहे, पैड्स और मेंस्‍ट्रल कप्‍स के साथ पहना जा सकता है. कुछ लोगों के लिये पैंटीलाइनर्स पैड्स से ज्‍यादा अनुकूल और सुखद होते हैं. मासिक धर्म के दौरान कई कारणों से योनि से स्राव होता है और यह आम है, जैसे कि योनि को चिकना रखने, ओव्‍युलेशन (अंडोत्‍सर्ग), कामोत्‍तेजना, आदि में. अंडरवियर को सूखा और धब्‍बों से मुक्‍त रखने के लिये पैंटीलाइनर पहनना फायदेमंद हो सकता है. चूँकि जवानी के दौरान धब्‍बे लगना और कभी भी पीरियड आना हो सकता है, इसलिये पैंटीलाइनर्स रखने से मदद मिल सकती है.

पैंटीलाइनर्स के फायदे :

पैंटीलाइनर्स पेशाब रिसने, योनि के स्राव और आकस्मिक मासिक धर्म से नियमित सुरक्षा देते हैं.

पैंटीलाइनर्स गीलापन रोकने में मदद करते हैं.

मासिक धर्म के बाद भी हल्‍का-हल्‍का खून बहने पर पैंटीलाइनर्स फायदेमंद हो सकते हैं. अगर बहाव फाहा या पैड के मुकाबले बहुत हल्‍का है, तो पैंटीलाइनर काम आता है.

पैंटीलाइनर्स अंडरपैंट्स को साफ बनाये रखने में मदद कर सकते हैं.

पैंटीलाइनर्स वयस्‍क अवस्‍था के असंयम से बचा सकते हैं.

प्रसव के बाद हल्‍के बहाव में, जो बच्‍चे के जन्‍म के बाद कुछ हफ्तों या महीनों तक भी हो सकता है, पैंटीलाइनर्स काम आ सकते हैं.

पैंटीलाइनर से जुड़ी कुछ जरूरी सलाह-

पेंटीलाइनर्स का इस्‍तेमाल भारी बहाव के लिये नहीं होना चाहिये, इन्‍हें मासिक धर्म के पहले या बाद पहना जा सकता है.

पेंटीलाइनर्स अगर लेबिया (भगोष्‍ठ) से रगड़ाते हैं, तो लालिमा, जलन और खुजली हो सकती है.

सुगंधित अंडरवियर के केमिकल्‍स योनि के आस-पास के कोमल ऊत्‍तकों को नुकसान पहुँचा सकते हैं.

सिंथेटिक फाइबर्स से बनी अंडरवियर और पारगमन रोकने वाली परत वाले पैंटीलाइनर्स का नियमित इस्‍तेमाल प्रजनन अंगों में हवा के आवागमन को सीमित कर देता है, जिससे पसीना भाप बनकर नहीं उड़ पाता है. हवा की आवाजाही नहीं रोकने वाले और आपके कपड़ों को सूखा रखने वाले ब्रीदेबल लाइनर्स (हवादार लाइनर्स) का इस्‍तेमाल करने की सलाह विशेषज्ञ देते हैं.

पैंटीलाइनर्स के इस्‍तेमाल पर आसान दिशा-निर्देश

पैंटीलाइनर्स को पैड्स की तरह अंडरवियर के भीतर पहना जा सकता है और उन्‍हें बैठाने के लिये उनके भीतर चिपकने वाली एक पट्टी होती है.

पैंटीलाइनर को लम्बवत घुसाकर अंडरवियर की कोणिका (किनारों) को ढँकने और बांधने की ज़रुरत होती है.

अगर पैंटीलाइनर बहुत गीला हो जाए, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिये.

रात में पैंटीलाइनर्स का इस्‍तेमाल न करें. संक्रमण का खतरा कम करने के लिये उन्‍हें जितना संभव हो, उतनी बार बदलना चाहिये.

सुगंधित पैंटीलाइनर्स के इस्‍तेमाल से बचें, क्‍योंकि उनसे खुजली और असहजता होती है. सुगंधित के बजाए ऑर्गेनिक कॉटन वाले पैंटीलाइनर्स का इस्‍तेमाल करें.

लोचिया या प्रसव के बाद खून बहने के मामले में पैंटीलाइनर्स को इस्‍तेमाल किया जा सकता है. लोचिया से नुकसान नहीं होता है और यह बच्‍चे के जन्‍म के बाद आठ सप्‍ताह तक रहता है.

प्रैग्नेंसी के बाद ब्रैस्ट में क्यों होते हैं बदलाव

आमतौर पर प्रैग्नेंसी के दौरान और बाद एक महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं. प्रैग्नेंसी के बाद स्तनों में बदलाव होता ही है. क्‍या आप जानते हैं, स्तन लोब्‍युल्‍स से बने होते हैं, जो दूध बनाने वाली ग्रंथियाँ होती है और इनमें नलिकाएँ  हुती हैं, जो दूध को निप्‍पल तक ले जाती हैं और उनके इर्द-गिर्द ग्रंथीय, नसों वाले और चर्बीदार ऊत्‍तक होते हैं. उम्र बढ़ने के साथ ग्रंथीय ऊत्‍तक का आकार घटता है. प्रैग्नेंसी के दौरान स्‍तन का विकास इस प्रक्रिया का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है, क्‍योंकि उसे शिशु के लिये दूध बनाने के लिये बदलाव से गुजरना होता है. प्रैग्नेंसी से पहले के हॉर्मोन स्‍तन के ऊतकों में बदलाव लाते हैं. प्रैग्नेंसी के दौरान मिलने वाले शुरूआती संकेतों में स्‍तनों को संवेदी अनुभव होना शामिल है, जो शरीर में अतिरिक्‍त हॉर्मोन्‍स के बहने से होता है.

डॉ. तनवीर औजला, सीनियर कंसल्‍टेन्‍ट ऑब्‍स्‍टेट्रिशियन एवं गाइनेकलॉजिस्‍ट, मदरहूड हॉस्पिटल, नोएडा की बता रही हैं गर्भावस्था के दौरान स्तनों में क्या बदलाव होते है.

प्रैग्नेंसी के दौरान हमारे स्‍तनों में शिशु को दूध देने के लिये बदलाव होते हैं. प्रैग्नेंसी के दौरान होने वाले इन बदलावों में स्‍तनों का आकार बढ़ना और स्‍तनों तथा निप्‍पल का मुलायम या संवेदनशील होना शामिल है. इसमें निप्‍पलों और एरीयोला का रंग भी बदलता है और मोंटगोमरी ग्रंथियाँ स्‍पष्‍ट और बड़ी दिखाई देती हैं. स्‍तनों में ज्‍यादा खून आने लगता है, जिससे उनकी नसें गहरे रंग की हो जाती हैं. इस अवस्‍था में एस्‍ट्रोजेन और प्रोजेस्‍टेरॉन की मात्रा बढ़ जाती है और इन दोनों हॉर्मोन्‍स के मिलने से दूध बनने लगता है.

प्रैग्नेंसी के बाद प्रोजेस्‍टेरॉन और एस्‍ट्रोजेन का स्‍तर घट जाता है, जो प्रोलेक्टिन हॉर्मोन से संकेत मिलने के बाद होता है और प्रोलेक्टिन ही दूध बनाता है. शिशु के लिये दूध बनाने में आमतौर पर दो दिन लगते हैं. जन्‍म के बाद 3 से 5 दिन में लिम्‍फेटिक फ्लूइड के कारण स्‍तन बड़े हो जाते हैं. लिम्‍फेटिक फ्लूइड से ही स्‍तन की नलिकाएँ बनती हैं.

प्रैग्नेंसी के बाद भी स्‍तनों में बदलाव जारी रहते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:-

स्‍तनों के भरने का मतलब प्रैग्नेंसी के बाद सामान्‍य रूप से उनका आकार बढ़ने से है और यह दूध बनने के दौरान होता है. स्‍तनों का भरना कम करने के लिये शिशु को बार-बार दूध पिलाना महत्‍वपूर्ण है, ताकि दूध बच्‍चे की भूख के अनुसार आता रहे.

ब्रैस्टफीडिंग कराते समय निप्‍पल में दर्द होता है, जिससे निप्‍पल कट सकती है या उसमें से खून आ सकता है. निप्‍पल क्रीम या स्‍तन का दूध इस दर्द से राहत देने में मदद कर सकता है. कभी-कभी निप्‍पल के कटने से यीस्‍ट का संक्रमण भी हो जाता है.

जब दूध की नलिकाएँ बाधित होती हैं, तब ‘मेस्‍टाइटिस’ नामक एक संक्रमण हो जाता है. यह एक स्‍तन से दूसरे स्‍तन में भी पहुँच जाता है. स्‍तन की स्किन पर लाल निशान, बाधित नलिका के इर्द-गिर्द स्किन का गर्म होना और स्‍तन में तेज दर्द इसके लक्षण हैं.

अगर उपर्युक्त मेस्‍टाइटिस या संक्रमण का उपचार न हो, तो फोड़ा हो जाता है और मवाद इकट्ठा होने लगता है, जिसके लिये फिर ऐंटीबायोटिक्‍स दिये जाते हैं और मवाद को सुई से निकाला जाता है.

स्‍तनों पर खिंचाव के निशान दिखते हैं, जो गायब होने में कुछ समय ले सकते हैं.

स्‍तनों को पुराने सामान्‍य आकार में ले जाने के लिये प्रभावित करने में शरीर के वजन की महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है. कई महिलाओं को ब्रैस्टफीडिंग और दूध बनने के कारण स्‍तनों में ढीलेपन का अनुभव होता है. इससे बचने के लिये पूरी प्रैग्नेंसी के दौरान और बाद में भी सपोर्टिव ब्रा पहनी जा सकती है और स्‍वास्‍थ्‍यकर आहार की आदत डाली जा सकती है, जो प्रैग्नेंसी के बाद स्‍तन से जुड़ी समस्‍याओं को रोकने में मदद करेगी.

जब आपका पार्टनर हो बहुत ज्यादा इमोशनल, तो रिश्ते को इस तरह संभालें

मेघा की नईनई शादी हुई थी. एक दिन जब वह औफिस से घर आई, तो देखा उस का पति रजत सोफे पर बैठा फूटफूट कर रो रहा है. मेघा की समझ में नहीं आया कि क्या हुआ. वह परेशान हो गई कि उस का पति ऐसे क्यों रो रहा है. मेघा के कई बार पूछने पर रजत ने बताया, ‘‘मैं ने तुम्हें फोन किया था, लेकिन तुम ने फोन नहीं उठाया. बस बिजी हूं का मैसेज भेज दिया.’’

मेघा हैरान हो गई. उसे समझ नहीं आया कि क्या जवाब दे. जिस समय रजत का फोन आया उस समय वह बौस के साथ मीटिंग में थी. उस समय तो मेघा ने रजत को सौरी कह कर किसी तरह मामला दफादफा कर दिया. लेकिन जब यह रोजरोज की बात बन गई, तो उस के लिए रजत के साथ रहना मुश्किल हो गया.

इस बाबत जब मेघा ने अपनी सास से बात की, तो वे बोलीं, ‘‘रजत बचपन से ही बहुत ज्यादा भावुक है. छोटीछोटी बातों का बुरा मान जाता है.’’

रजत की तरह बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं, जो बेहद भावुक होते हैं. उन के साथ जिंदगी बिताना कांटों पर चलने के समान होता है. कब कौन सी बात उन्हें चुभ जाए पता ही नहीं चलता. पतिपत्नी का संबंध बेहद संवेदनशील होता है. संबंधों की प्रगाढ़ता के लिए प्यार के साथसाथ एकदूसरे की भावनाओं को समझने और अपने साथी पर भरोसा बनाए रखने की भी जरूरत होती है. सच तो यह है कि पतिपत्नी का रिश्ता तभी खूबसूरत बनता है, जब आप अपने साथी को पूरी स्पेस देते हैं. मशहूर लेखक खलील जिब्रान का कहना है कि रिश्तों की खूबसूरती तभी बनी रहती है, जब उस में पासपास रहने के बावजूद थोड़ी सी दूरी भी बनी रहे. आज रिश्तों की सहजता के लिए दोनों के बीच स्पेस बेहद जरूरी है.

आमतौर पर तो पतिपत्नी एकदूसरे को पूरा समय देते हैं, लेकिन कभीकभार स्थिति उलट हो जाती है. अगर आप का जीवनसाथी बेहद इमोशनल है, तो उस की यही डिमांड रहती है कि हर समय आप उस के आसपास ही घूमती रहें. आप की प्राइवेसी उस की भावनाओं के आहत होने का सबब बन जाती है. बहुत ज्यादा भावुक पति के साथ जीवन बिताना सच में बेहद मुश्किल होता है. आप समझ नहीं पाती हैं कि आप की कौन सी बात आप के पति को बुरी लग रही है.

इस संबंध में वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डाक्टर तृप्ति सखूजा का कहना है कि बेहद संवेदनशील या यों कहें भावुक व्यक्ति के साथ निर्वाह करने में दिक्कत होती है. अगर दूसरा साथी समझदार न हो, तो कई बार संबंध टूटने के कगार पर भी पहुंच जाते हैं. अगर आप के पति जरूरत से ज्यादा इमोशनल हैं, तो आप को उन के साथ बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. उन की भावनाओं का खयाल रख कर ही आप उन्हें अपने प्यार का एहसास दिला सकती हैं. पति की भावनाओं को ठीक तरह से समझ न पाने के कारण संबंधों में दूरी आने लगती है. कारण यह है कि इमोशनल व्यक्ति की सब से बड़ी कमी यह होती है कि अगर आप उस से कोई सही बात भी कहेंगी, तो उसे ऐसा महसूस होगा कि आप उस की अवहेलना कर रही हैं. वह अपने संबंधों को ले कर हमेशा असुरक्षित रहता है, इसलिए उस के साथ रहने के लिए छोटीछोटी बातों का भी ध्यान रखना होगा ताकि आप उस के साथ अपने संबंधों को मजबूती दे सकें.

बात को तरजीह दें

आप के पति भावुक हैं, तो यह बेहद जरूरी है कि आप उन की कही सारी बातों को ध्यानपूर्वक सुनें. इस से आप को पता चलेगा कि उन के मन में क्या चल रहा है. पति की बातों को सुन कर आप यह निर्णय ले पाएंगी कि उन के साथ आप को कैसा व्यवहार करना है. जब भी आप के पास फुरसत हो, उन के साथ बैठ कर बातचीत करें. बात करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जब वे कुछ कहें, तो आप बीच में टोकें नहीं. उन की बात को सुन कर आप को इस बात का एहसास हो जाएगा कि वे परेशान क्यों हैं.

सच जानने की कोशिश करें

अगर आप के पति हर समय भावुक बातें करते हैं और यह चाहते हैं कि आप हर समय उन के आसपास ही रहें, तो उन के पास बैठ कर उन के इस तरह के व्यवहार का कारण पूछें. अगर वे कोई तार्किक जवाब न दे पाएं, तो आप उन्हें प्यार से समझाएं कि आप उन के साथ हर समय हैं. जब भी उन्हें कोई दिक्कत होगी, तो वे आप को अपने करीब पाएंगे. आप के आश्वासन से आप के पति के मन में आप के साथ अपने रिश्ते को ले कर सुरक्षा का भाव आएगा. यकीन मानिए आप के प्रयास से धीरेधीरे उन की अनावश्यक भावुकता कम होने लगेगी.

उन के करीब आएं

आप पति के जितना ज्यादा करीब जाएंगी, आप को उन के व्यवहार के बारे में

उतना ही ज्यादा पता चलेगा. आप की नजदीकी से आप के पति को इस बात का एहसास होगा कि आप उन्हें प्यार करती हैं. जब वे आप के प्यार को महसूस करेंगे, तो उन की भावनात्मक असुरक्षा कम होगी. ऐसे में वे अपने मन की सारी बातें आप के साथ शेयर करेंगे. उस समय आप उन की भावुकता का कारण जान कर उन्हें उस से छुटकारा दिला सकती हैं. आप उन्हें हर समय इस बात का एहसास दिलाती रहें कि अच्छीबुरी हर स्थिति में आप उन के साथ हैं.

कारण जानने की कोशिश

आप के पति इतने ज्यादा इमोशनल क्यों हैं, इस के पीछे का कारण जानने की कोशिश करें. इस के लिए आप परिवार के सदस्यों मसलन, अपनी सासूमां और ननद की सहायता ले सकती हैं. कोई भी पुरुष विवाह पूर्व अपनी मां और बहन के सब से ज्यादा करीब होता है. अगर उन की यह भावुकता किसी लड़की के कारण है, जो उन्हें छोड़ कर चली गई है, तो आप उन्हें समझाएं कि उन के साथ जो हुआ अच्छा नहीं हुआ, लेकिन अब उन के जीवन में कुछ भी बुरा नहीं होगा. आप उन के साथ हमेशा रहेंगी. आजीवन उन्हें प्यार करेंगी.

स्थिति का धैर्यपूर्वक सामना करें

आप के पति भावुक हैं, तो उन के साथ अपने संबंधों को पटरी पर लाने के लिए आप को उत्तेजना नहीं धैर्य की जरूरत है. भले ही उन की बातों से आप को गुस्सा आता हो. उन्हें पलट कर जवाब देने की बजाय उन की बातों को ध्यानपूर्वक सुन कर उन्हें सांत्वना दें.

पति को प्यार का एहसास कराएं

भावुक पति को मानसिक तौर पर संतुष्ट और सुरक्षित रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आप उन्हें इस बात का एहसास दिलाएं कि आप उन्हें बहुत प्यार करती हैं. उन की पसंदनापसंद आप के लिए बहुत माने रखती है. इस के लिए आप उन्हें समयसमय पर उपहार दें या फिर उन की पसंद का काम कर के उन्हें इस बात का एहसास दिला सकती हैं कि आप को उन की परवाह है और आप उन की भावनाओं का खयाल रखती हैं.

Monsoon Special: घर पर रेस्टोरैंट जैसा बनाएं इंस्टैंट पैन पनीर टिक्का

अगर मौनसून में मार्केट की बजाय आपको घर पर पनीर टिक्का बनाकर खाने का मन है तो इंस्टैंट पैन पनीर टिक्का की ये रेसिपी ट्राय करना ना भूलें.

सामग्री

250 ग्राम पनीर

2 बड़े चम्मच टोमैटो सौस

2 छोटे चम्मच अदरकलहसुन पेस्ट

1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

1/4 छोटा चम्मच औरिगैनो

1 बड़ा चम्मच रिफाइंड औयल

नमक स्वादानुसार.

विधि

पनीर के मोटे चौकोर टुकड़े काट लें. एक नौनस्टिक पैन में तेल गरम कर अदरकलहसुन पेस्ट कुछ सैकंड भूनें. अब इस में टोमैटो सौस, लालमिर्च पाउडर, नमक और फिर पनीर के टुकड़े डालें और उलटेंपलटें. फिर जब एक तरफ से पनीर के टुकड़े सिंक कर काले होने लगें तो दूसरी तरफ से सेंकें. औरिगैनो बुरकें और 2 सैकंड उलटपलट कर सर्व करें.

मेरे पति को लड़कों में इंंटरेस्ट है, अब मैं क्या करूं?

सवाल

कुछ दिनों पहले मेरी शादी हुई. मैं अपने पति के साथ Honeymoon मनाने गोवा गई थी. हमने वहां बहुत एंजौय किया. मैं पति से इंटिमेट होना चाहती थी, लेकिन उसने यह कहकर मना कर दिया कि अभी हमें एकदूसरे को समझना चाहिए, सेक्स तो जिंदगीभर करना है. मैंने कहा अंडरस्टेंड करना और सेक्स दोनों हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है. इसकी शुरुआत अभी से ही करना जरूरी है पर उसने मेरी बात नहीं मानी. खैर मैंने भी खुद को समझा लिया कि एक तरह से पति का भी कहना ठीक है. हम वापस घर आए. फिर भी मेरे हसबैंड बाहर सोते थे.

 

मैंने उसे कमरे में आने के लिए कई बार कहा पर उसने ये कहकर मना कर दिया कि यार हमारी ज्वाइंट फैमिली है, तो अच्छा नहीं लगता कि मैं तुम्हारे पास आकर सो जाऊं, मुझे उस दिन बहुत तेज गुस्सा आया, मैंने कहा हमारी शादी हुई है न कि तुम्हें किसी गैरलड़की के साथ सोना है. आखिरकार वह कमरे में आया लेकिन वह मुझसे दूर ही रहा.

two men pose for a picture with a pride flag behind them

हालांकि जब वह नींद में था तो मैंने उसका फोन चेक किया. उसके मैसेज पढ़े, फोटोज भी देखा.. वह सिर्फ लड़कों से बातें करता है. उसका एक बौयफ्रेंड भी है.. इससे पता चल गया कि मेरा हसबैंड गे है. यह बात जानकर मैं अदर तक हिल गई हूं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब मैं क्या करूं?

जवाब

देखिए ये किसी के लिए भी शौकिंग हो सकता है कि उसका पति गे है. आपने ये भी बताया है कि पति और आपके बीच कभी संबंध नहीं बने है. हम आपको यह सलाह देंगे कि आप अपने गुस्सा और निराशा को कंट्रोल करें. आप अपने मायके और ससुराल वाले दोनों को अपने पति के बारे में बताएं. इसमें आपकी कोई गलती नहीं है कि आपके पति सिर्फ लड़कों में इंट्रेस्टेड हैं. जितना जल्दी हो सके आप इस शादी से बाहर निकलें.

Beautiful brunette woman in a white t-shirt

जिंदगी बहुत लंबी है, हो सकता है कोई अच्छा साथी आपका इंतजार कर रहा हो और आपसे सच्चे मन से प्यार करे. अच्छी बात है कि समय रहते आपको पता चल गया कि आपका पति गे है. आपकी जिंदगी बर्बाद होने से बच गई.

International Self Care Day 2024 : सेल्फ केयर से जुड़ी इन बातों को बनाएं अपने जीवन का हिस्सा

आजकल की बिजी लाइफ में खुद के प्रति अनदेखी आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है इसलिए बहुत जरूरी है कि इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे पर अपने को लाड़प्यार दें और अपनी वह देखभाल करें, जिसकी वह हकदार है.

अगर आप हर समय अपने बाहरी रूपरंग का ख्याल रख रहे हैं और अपनी बुरी आदतों और खराब मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज़ कर रहे हैं या सीमाएं तय कर रहे हैं लेकिन सो नहीं रहे हैं, तो आप वास्तव में सेल्फ केयर का अभ्यास नहीं कर रहे हैं. हम सभी फेस मास्क लगा सकते हैं और हर नेटफ्लिक्स मूवी नाइट की योजना बना सकते हैं, लेकिन दिन के अंत में, अगर हम अपनी भावनाओं की उपेक्षा कर रहे हैं, तो कुछ भी नहीं बदलेगा. सेल्फ केयर डे एक ऐसा कांसेप्ट है जो कुछ लोगों को अभी भी अननेसेसरी लग सकता है, लेकिन निस्संदेह (undoubtedly) यह आइडियल हेल्थी लाइफस्टाइल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसलिए इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे से बेहतर इसे आजमाने का और क्या समय हो सकता है!

Medium shot woman in nature

सेल्फकेयर क्या है?

सेल्फकेयर का अर्थ है उन चीजों को करने के लिए समय निकालना जो अच्छी तरह से जीने के लिए फिजिकल एंड मेंटल हेल्थ दोनों को बेहतर बनाती हैं.

सेल्फकेयर की परिभाषा-

जब कई लोग सेल्फकेयर के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहले उनके दिमाग में अपनी खूबसूरती को निखारने का ख्याल आता है. पर सच तो यह है कि एक आइडियल सेल्फ केयर रूटीन में कई तरह की वैरिटी और माइंड सेट शामिल होते हैं जो वास्तव में काम करते हैं और आपको लाभ पहुंचाते हैं. सेल्फ केयर रेंज में कई तरह की कैटेगरीज शामिल है – इसमें फिजिकल, सोशल, मेंटल, इमोशनल एंड स्पिरिचुअल हैल्थ शामिल है.

Portrait of an expressive woman in the studio

प्रकृति में खो जाएं

खुद को और अपने आस-पास की दुनिया को फिर से जानने का इससे बेहतर तरीका और कोई नहीं हो सकता कि आप प्रकृति में कुछ समय बिताएं चाहे मौसम कैसा भी हो और नज़ारा कैसा भी हो, प्राकृतिक दुनिया में रहना और सबसे ताज़ी हवा और हमारी धरती पर मौजूद सबसे खूबसूरत वनस्पतियों और जीवों का अनुभव करना एक ऐसा उपाय है जो किसी और से अलग है.

लग्जरी ट्रीट्स

इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे आखिरकार एक शानदार बहाना है कि आप कुछ बड़ा करें (लेकिन सोच-समझकर बजट बनाएं और सोचसमझकर खरीदें! हम आपको नए चमकदार गहनों पर हजारों डोौलर खर्च करने की सलाह नहीं देंगे, लेकिन अपने पसंदीदा ब्रांड के नए कपड़े खरीदने या उस नए रेस्टोरेंट में एक खास डिनर करने के लिए थोड़ा ज़्यादा पैसे खर्च करना, जिसे आप आजमाना चाहते हैं, इस दिन करें.

पैंपर योरसेल्फ

इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे मनाने का सबसे क्लासिक तरीका है खुद से लाड़प्यार . एक लंबे बिजी शेड्यूल से जब आपने अपने लिए समय निकाला है तो इसका पूरा फायदा उठाएं. आप घर पर स्पा का आनंद लें या सैलून जाएं. वो सब ब्यूटी ट्रीटमेंट लें जिनको आप समय की कमी और ऑफिस वर्क के कारण लंबे समय से टाल रहें थे. मतलब इस दिन अपने को एक छोटे बच्चे की तरह पैंपर करें.

पतिपत्नी के बीच उम्र में कितना होना चाहिए गैप ?

कहा जाता है कि प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती, किसी भी उम्र में प्यार हो सकता है, वैसे ही शादी की कोई उम्र नहीं होती, किसी भी उम्र में शादी की जा सकती है और पति-पत्नी में अंतर कितना सही है, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि प्यार सबसे पहले होता है, जिसमे मानसिक और शारीरिक अट्रैक्शन शामिल होता है. इसमें आयु का अंतर किसी रिश्ते को कितना प्रभावित करता है, उसे समझ पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि आयु के अंतर का असर सिर्फ सेक्स के समय होता है, अगर सेक्स जरुरी नहीं, तो शादी किसी भी आयु में कितने भी फर्क के साथ की जा सकती है और उसका असर रिश्ते की बोन्डिंग पर कभी नहीं पड़ता.

यही वजह है कि क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अंजलि तेंदुलकर के बीच 6 साल का ऐज गैप है, जिसमे अंजलि 6 साल बड़ी है, प्रियंका चोपड़ा और निक जोनास के बीच 10 साल का एज गैप है, जिसमे प्रियंका निक से 10 साल बड़ी है. जबकि दिलीप कुमार और सायरा बानो के बीच 22 साल का एज गैप रहा और उनकी जोड़ी हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री की मिसाल रही. धर्मेन्द्र और हेमामालिनी के बीच 13 वर्ष, राजेश खन्ना और डिंपल के बीच 16 वर्ष, कबीर बेदी और प्रवीण दुसांज के बीच 29 वर्ष, मिलिंद सुमन और अंकिता कुंवर के बीच 25 साल का एज गैप आदि कई उदहारण है. उन सभी की जोड़ी अच्छी चल रही है. हालांकि लम्बे समय से भारत में उम्र के गैप को शादी के लिए जरुरी माना गया है, जिसमे पति का पत्नी से बड़ा होना जरुरी माना गया है, लेकिन समय के साथ इसमें आज परिवर्तन आ रहा है और उम्र के गैप को जरुरी अब नहीं समझा जाता.

अटलांटा की यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के हिसाब से पति-पत्नी के बीच 5 साल का एज गैप सही माना गया है. रिसर्च के अनुसार जिन कपल्स के बीच ऐज गैप 5 साल होता है, उनमें तलाक की संभावना 18% होती है. वहीं, जिन कपल्स के बीच ऐज गैप 10 साल है, उनमें तलाक की संभावना 39% है और यदि एज गैप 20 साल है तो तलाक की संभावना 95% होती है.

विवाह में एज गैप की नहीं होती परिभाषा

इस बारें में हीलिंग सर्कल की मैरिज काउंसलर आरती गुप्ता कहती है कि मैरिज में एज गैप की कोई परिभाषा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि दो व्यक्ति के व्यक्तिगत भावनाएं अलग होती है, जिसमे उनके माहौल, शिक्षा, जॉब, रहन-सहन आदि कई बातें उससे जुडी हुई होती है. गैप की जरुरत भी क्यों चाहिए, पहले जमाने में लोग सोचते थे कि एक की अधिक उम्र होने पर वह अधिक परिपक्व रहेगा, सम्हालेगा, जिसमे लड़के को ही बड़ा होना जरुरी मानते थे. तब पुरुष डोमिनेट समाज की ये सोच थी. अब भी समाज पुरुष प्रधान रखना चाहती है, लेकिन वह अब नहीं है, क्योंकि ग्लोबलाईजेशन और वुमन एम्पावरमेंट की वजह से ये सब आज मायने नहीं रखती. अब दो लोगों का आपस में गठबंधन हो रहा है और उन दोनों का आपस में क्या कम्फर्ट लेवल है, उनकी परिपक्वता कितनी है, उनकी सोच क्या है, आदि, ये सब फ्लेक्सिबल चीजे है, जिसमे किसी को भी जज करने की जरुरत नहीं. अभी लडकियां कई जगहों पर लड़के से बड़ी होने पर भी शादियाँ हो रही है और उनकी जिंदगी अच्छी चल रही है. सभी मानते है कि लड़कियां लड़कों से अधिक मेच्योर होती है. पहले भी देखा गया है कि महिलाओं में जन्म से ये सारी बातें अंतर्निहित होती है, जिसमे घर, रिश्ते, बच्चे  सबको सम्हालते हुए पति के पैसे से परिवार चलाती थी. मेरे पास मेडिकली कोई प्रूव नहीं है कि लड़की की उम्र कम होने पर सेक्सुअली या रिप्रोडक्शन में वह बेहतर होती है. मैं उस बात से सहमत नहीं हूँ.

शिक्षित होना आवशयक  

भारत सरकार ने महिलाओं की शादी की न्‍यूनतम कानूनी उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने का विधेयक संसद में पेश किया था. महिलाओं की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने का प्रस्ताव दिया था. जबकि पुरुषों के लिए उम्र 21 साल ही रहेगा, क्या इससे जनसंख्या कंट्रोल हो सकेगा? पूछने पर हंसती हुई अंजलि कहती है कि जनसँख्या कंट्रोल होगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है, क्योंकि मैं अर्बन एरिया में रहती हूँ और ये भी सही है कि लड़कियों की शादी की उम्र बढाने पर जनसँख्या पर कुछ असर देखने को मिल सकता है, क्योंकि उनमे जागरूकता जनसँख्या को लेकर बढ़ सकती है. गांवों में बहुत कम उम्र में लड़कियों की शादी हो जाती है और बर्थ कंट्रोल की सुविधा नहीं है, ऐसे में कानून बनाकर और शिक्षित कर ही इस पर कंट्रोल किया जा सकता है. इसके साथ-साथ आकड़ों पर अधिक गौर करना होगा, जिससे जनसँख्या कंट्रोल के बारें में जानकारी मिल सकती है, लेकिन इन सबमे लड़कियां और लड़कों का शिक्षित होना सबसे अधिक जरुरी है.

हर उम्र में शादी की परिभाषा अलग  

अधिक उम्र में शादी करने वालों की संख्या आज बढ़ रही है, इसकी वजह के बारें में पूछने पर आरती कहती है कि आजकल लोग अधिक उम्र में भी शादियाँ कर रहे है, ये अच्छी बात है. इसमें वे सेक्स के लिए शादी नहीं कर रहे है. वे अपना एक साथी चाहते है, सेटल होना चाहते है, वे अपनी जिंदगी को किसी के साथ शेयर करना चाहते है और ये किसी भी रूप में गलत नहीं. उस रिलेशनशिप में शादी की परिभाषा अलग होती है. यंग एज में शादी करने का अर्थ है कि लड़के और लड़कियां मैच्योर हो चुके है, बच्चे पैदा करने की उम्र है और परिवार को आगे बढ़ाना है. इन सारी जरूरतों को पूरा करने के लिए दो परिवार एकसाथ होते है और उनकी शादी होती है.

वजह डोमिनेशन  

इसके आगे काउंसलर कहती है कि आयु का अंतर सिर्फ डोमिनेशन के लिए होता है, जहाँ पुरुष खुद को महिला से बड़े होने की वजह से अकलमंद, अधिक पढ़ा-लिखा समझते है और अपनी बातें पत्नी को मनवाने की कोशिश करते है. लकिन यहाँ यह समझना जरुरी है कि अब वे दिन रहे नहीं. यहाँ मैं अर्बन परिवेश की बात कर रही हूँ, क्योंकि मैं बड़े शहर में रहती हूँ, जबकि गांवों और छोटे शहरों में आज भी लड़के का लड़की से बड़े होने को सही मानते है. उसमे भी बदलाव आ रहा है और पूरी तरह से बदलाव आने में समय लगेगा. जितनी जल्दी समाज और परिवार इसे समझ लें, सोच को बदल लें और बहाव में बहने के लिए तैयार हो, उतना ही पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी. जितना उसका विरोध करेंगे, परिवार टूटता चला जायेगा और आज कई घर, विरोध की वजह से टूट चुके है.

मेंटल और इमोशनल कम्पेटिबिलिटी जरुरी

आरती कहती है कि कई लोग मुझसे एज गैप को लेकर अपनी समस्या का जिक्र करते है और मुझे उन्हें समझाना पड़ता है, कि हर उम्र की सोच और जरूरतें अलग होती है. आज जमाना समानता का होता जा रह है, दोनों में परिपक्वता खुद को ही लाना पड़ता है, एज गैप से अधिक मेंटल और इमोशनल कम्पेटिबिलिटी का होना बहुत जरुरी है. मेरे और मेरे पति के बीच काफी एज गैप है, लेकिन उन्होंने मुझे शादी के बाद सारी शिक्षा लेने के लिए सहयोग दिया. रिलेशनशिप को निखारना पड़ता है. मेरा सभी यूथ से कहना है कि एक्सेप्टिंग, एडजस्टमेंट, कोम्प्रोमाईज़, लव, गिविंग एंड रिसीविंग आदि सभी चीजे ह्यूमन रिलेशनशिप को बनाए रखने में सहायक होती है, इसे अपनाने की कोशिश करें, ताकि एक मजबूत रिश्ता बनी रहे.

कहीं, पति उम्र में बड़ा है, तो कहीं पत्नी लेकिन फिर भी शादी अच्छी चल रही है. ऐसे में यह निष्कर्ष निकला जा सकता है कि सफल शादी के लिए पति-पत्नी में एज गैप से ज्यादा एक दूसरे के लिए प्यार, इज्जत और समझ होना जरूरी है.

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