यूपी-112 ने नागरिकों को किया जागरुक

लखनऊ. पुलिस ने जानता को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया है. अशोक कुमार सिंह, ADG UP -112 के निर्देशन में दिनांक 30 दिसम्बर 2022 से 01 जनवरी 2023 तक 03 दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिसमे पुलिस सहायता, आग लगने पर फायर बिग्रेट, मेडिकल सहायता व  दुर्घटना/आपदा के साथ-साथ सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने हेतु नागरिकों को प्रेरित किया जा रहा है.

​नव वर्ष के अवसर पर आम नागरिकों को उत्तर प्रदेश पुलिस की विभिन्न जनोपयोगी सेवाओं जागरुक करने के उद्देश्य से  प्रदेश सभी जनपदों के माल व अन्य स्थानों पर 2-2 स्टाल लगाये गए, प्रदेश में कुल 155 सार्वजनिक स्थानों पर ये स्टॉल लगायें गए है.

इस नव वर्ष के अवसर पर नव संकल्प उठाएँ, दूसरों की मदद को आगे आएँ, इस संदेश के साथ यूपी-112 के कर्मियों ने स्टाल पर नागरिकों को पुलिस की सेवाओं से जागरुक किया.  इसी क्रम में पुलिस कर्मियों ने बुजुर्गों और महिलाओं से भी संवाद कर उनसे 112 की सवेरा और नाईट एस्कॉर्ट सेवा की जानकारी साझा की. इस मौक़े पर यूपी-112 द्वारा मित्र पुलिसिंग का संदेश दिया और बताया कि पुलिस कैसे मित्र बनकर मदद करती आ रही है .

WELCOME 2023: सुधाशुं पांडे से लेकर मिताली नाग तक, जानें कैसे नया साल मनाएंगे ये टीवी सेलेब

कोविड 19 ने बहुत समय तक सबको कही आने जाने से रोका और उसके कम होने पर  सभी सेलेब्स   ने अपने काम को पूरा करने की कोशिश की, अब थोडा समय उनके पास है और इसे वे  दुगुने उत्साह के साथ मनाना चाहते है. कोई ट्रेवल करना चाहता है, तो कोई परिवार के साथ समय गुजारने की कोशिश कर रहे है, आखिर क्या कुछ नया करने वाले है, वे इस साल ? गृहशोभा ने जानने की कोशिश की नए साल का स्वागत सेलेब्स इस बार कैसे करने वाले है , आइये जाने.

  1. अदा खान

अभिनेत्री अदा खान कहती है कि नया साल मैं अपने दोस्त और परिवार के साथ मनाने की इच्छा रखती हूँ. मैं मस्कट और कश्मीर से यहाँ केवल नए साल को मनाने ही आई हूँ. मैंने अपने जीवन में कभी कोई संकल्प नहीं  लिया, क्योंकि उसे मैं पूरा नहीं कर पाई, इसलिए जिंदगी जैसे सामने आती है, उसे वैसे ही एन्जॉय करना चाहती हूँ. मैं वर्तमान में रहना और वर्तमान को अच्छी तरह से जीने में विश्वास रखती हूँ.

2. करण सिंह छाबड़ा

चाक एंड डस्टर फेम करण सिंह छाबड़ा को हाउस पार्टी अपने दोस्तों के साथ करना पसंद है. वे कहते है कि साल का पहला दिन मैं एन्जॉय करते हुए बिताना पसंद करता हूँ. मैंने पिछले 5 महीने से लगातार शूट के लिए ट्रेवल किया है. इसलिए अब मैं कही जाना नहीं चाहता. मुंबई में नए साल को मनाते हुए सी-लिंक से लॉन्ग ड्राइव करना चाहता हूँ. मेरा न्यू इयर रेसोल्यूशन रोज सवेरे समय से उठ जाना है. मैं हर साल इसकी कोशिश कर रहा हूँ, लेकिन बहुत जल्दी इसे तोड़ भी देता हूँ, पर इस साल मैं अपने सभी दोस्तों को सबसे पहले ‘गुड मोर्निंग’ मेसेज देना चाहता हूँ.

3. मिताली नाग

अभिनेत्री मिताली का 5 साल का बेटा रुद्रांश  है, इसलिए किसी भी वेकेशन प्लान बेटे की छुट्टियों के साथ ही करती है. इस बार वह अपने परिवार के साथ इसे मनाना चाहती है. मिताली  कहती है कि अब तक मैंने नए साल पर ट्रेवल करना पसंद किया है, लेकिन कोविड की वजह से इस पर ब्रेक लग गया है, इसलिए इस साल कहीं  जाने का मन नहीं है. इस बार का मेरा संकल्प यह है कि मैं अगले साल  हर दिन सुबह 5 बजे उठ जाऊं, ताकि मैं अपने फिटनेस पर अधिक समय दे सकूँ.

4. आकाश शर्मा

अभिनेता आकाश इस बार नए साल पर स्पेन अपने दोस्तों के साथ मनाना चाहते है. न्यू इयर सेलिब्रेशन उनके लिए एक फेस्टिवल है और इसे वैसे ही अच्छी तरह से मनाना चाहते है. नए साल में वे अधिक मेहनत और लगन से काम करने की इच्छा रखते है.

5. एकता शर्मा

कुसुम फेम अभिनेत्री एकता शर्मा नए साल के लिए कोई प्लान नहीं बनाई है, क्योंकि उस दिन वह घर पर परिवार के साथ रहकर हाउस पार्टी मनाना पसंद करती है. वह कहती है कि इस बार मैं अपनी बेटी और माँ के साथ हूँ. मैने इस बार केवल एक संकल्प ‘फिट’ रहने का लिया है और खुद को अधिक से अधिक प्यार करना चाहती हूँ, क्योंकि खुद से प्यार करने वाला ही दूसरे को प्यार कर सकता है.

6. सिद्दार्थ बोडके

मराठी फिल्म और हिंदी टीवी शो में काम करने वाले अभिनेता सिद्धार्थ बोडके अपने पेरेंट्स के साथ नए साल को मनाना चाहते है. उनका कहना है कि मैं अपने पेरेंट्स से मिलने नाशिक जाऊंगा. मैं इस साल के अधूरे काम को अगले साल तक पूरा करने की कोशिश करूँगा. इसके अलावा मैं अपने फिटनेस पर अधिक काम करूँगा, क्योंकि कोविड ने सभी को फिटनेस का महत्व समझाया है.

7. सुधांशु पाण्डेय

अभिनेता सुधांशु पाण्डेय कहते है कि मेरा नए साल का प्लान बिल्कुल साधारण है. मैं इसे मनाने कही नहीं जा रहा हूँ. मैं घर पर दोस्तों, परिवार, बच्चे और पत्नी के साथ एन्जॉय करना चाहता हूँ. मुझे अपनी कुछ आदतों को नए साल में छोड़कर कुछ अच्छा काम करने के बारें में सोचना है.मेरे लिए हर दिन नया होता है और हर दिन को मैंअपने जीवन का शुरुआत मानता हूँ, इसलिए मेहनत से हर काम करता हूँ. मैं कोई संकल्प नहीं लेता, हर दिन को एन्जॉय करता हूँ.

YRKKH: कहानी में आएगा नया मोड़, घर में एंट्री लेगा #Abhira का बेटा श्रेयांश

टीवी सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) में इन दिनों खूब मीडिया की सुर्खियों में चल रहा है. इस सीरियल में नील की मौत हो गई है. साथ ही अक्षरा और अभिमन्यु भी अलग हो चुके हैं. दोनों ने तलाक ले लिया है। लेकिन कहानी में एक और बड़ा मोड़ आने वाला है, जिसे देखकर फैंस सच में खुश हो जाएंगे. अभिरा (अक्षरा और अभिमन्यु) के फैंस इन दिनों मायूस हैं क्योंकि दोनों अलग हो गए हैं. लेकिन अब कहानी में अक्षरा और अभिमन्यु के बच्चे की एंट्री होने वाली है. साथ ही ये भी पता चल गया है कि अक्षरा के बच्चे का यह रोल कौन सा चाइल्ड आर्टिस्ट निभाने वाला है.

जी हां. शो में नई एंट्री होने वाली है जो कि अक्षरा का बेटा और घर का चिराग बनेगा. ये छोटे नन्हे एक्टर कोई और नहीं श्रेयांश होगें. मेकर्स कहानी में सीधा पांच साल का बाद का लेकर आ रहे हैं। बीते एपिसोड में देखने को मिला था कि अक्षरा अभी भी प्रेग्नेंट है. उनका एक बच्चा अब भी जिंदा है और अब लीप के बाद दिखाया जाएगा कि वह एक बेटे की मां बनेगी. अक्षरा के बेटे के किरदार में एक्टर श्रेयांश कौरव नजर आएंगे. चाइल्ड एक्टर श्रेयांश कौरव ये रिश्ता क्या कहलाता है में प्रणाली राठौड़ के ऑनस्क्रीन बेटे की भूमिका निभाते नजर आएंगे, जबकि अभिनव (जय सोनी) उनके पिता के रूप में नजर आएंगे. अभिनव अक्षरा के बेटे को अपना नाम देंगे. हालांकि, अक्षरा और अभिनव शादी नहीं करेंगे.

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ टीवी का धमाकेदार सीरियल है, जो सालों से टीआरपी की लिस्ट में बना हुआ है. ये सीरियल जल्द ही अपने 14 साल पूरे करने वाला है. इन सालों में इस सीरियल की स्टारकास्ट में कई बार बदलाव आया है.साथ ही लीप के साथ कहानी में कई बड़े ट्विस्ट भी आए हैं. सीरियल की शुरुआत अक्षरा (हिना खान), नैतिक (करण मेहरा) और उनके परिवार के साथ हुई थी. इसके बाद कहानी नायरा (शिवांगी जोशी) और कार्तिक (मोहसिन खान) पर इर्द-गिर्द घूमती नजर आई. वहीं, अब इस सीरियल में प्रणाली राठौड़ और हर्षद चोपड़ा लीड रोल निभा रहे हैं.

शाही अंदाज में इस दिन होगी सिद्धार्थ-कियारा की शादी! जगह हुई फिक्स

बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री केस्टार सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी के लव अफेयर के चर्चे काफी समय से सुर्खियों में हैं. काफी समय से यह अफवाह उड़ी थी कि यह स्टार कपल जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाला है. अब सामने आ रही  शेरशाह सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी की स्टार जोड़ी नए साल 2023 में ही शादी के बंधन में बंध जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक ये स्टार कपल 6 फरवरी 2023 को शादी करेगा. इतना ही नहीं इस ग्रैंड वेडिंग की तैयारियां 4 फरवरी से ही शुरू हो जाएंगी. 4-5 फरवरी को प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन होगा।फिर 6 फरवरी को यह जोड़ी सात फेरे लेगी.

स्टार कपल की शादी विक्की कौशल और कटरीना कैफ की तरह होगी. विक्की-कैटरीना की तरह ही ये स्टार कपल राजस्थान के शाही महल में करेगा शादी एक रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी की शादी के लिए जैसलमेर पैलेस होटल बुक किया गया है.

 

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आपको बता दे, कि ‘शादी जैसलमेर पैलेस होटल में होगी. बड़ा आयोजन होगा. जहां कड़ी सुरक्षा रहेगी. जैसा कि आजकल फिल्मी सितारों की शादियों में होता है. सिद्धार्थ-कियारा की शादी को एक बड़ी इवेंट कंपनी मैनेज करेगी.

सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी की शादी को लेकर जैसलमेर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. जैसलमेर के लग्जरी होटल में शानदार इंतजाम किए गए हैं.जैसा कि दावा किया जा रहा है कि यह बॉलीवुड में अगली बड़ी भारतीय शादी होगी.

 

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Welcome 2023: कुछ पुराने संकल्पों के साथ करिए कुछ नया और शानदार

अब नया साल आने वाला है दोस्तों. 2022 को कहिए अलविदा और 2023 का करिए ज़ोरदार स्वागत. वैसे तो आप हर साल ही कुछ न कुछ नया करते होंगे और खूब सारी मस्ती और डांस के साथ ही नए साल पर कुछ संकल्प भी लेते होंगे कि इस साल मैंने ये काम नहीं किया उसको अगले साल जरूर पूरा करेंगे.लेकिन वो काम आपका पूरा नहीं हो पाता है तो दोस्तों आप नए संकल्प जरूर लीजिए लेकिन अपने पुराने संकल्पों को ना भुलिएगा.

इसलिए ये नया साल मनाइए कुछ पुराने संकल्पों के साथ मतलब की आप ये कह सकते हैं कि NEW YEAR WITH THE OLD RESOLUTION…. ज्यादा से ज्यादा आप पार्टी करते हैं दोस्तों और परिवार क साथ या फिर कहीं घूमने निकल जाते हैं लेकिन जरा इस बार कुछ नया कर लीजिए.कुछ ऐसा जो आपके माता-पिता को अच्छा लगे और साथ ही अपने दोस्तों के साथ भी पार्टी कर लीजिए. नए साल पर सभी लोग अपने करीबियों को फोन करके नए साल की शुभकामनाएं देते हैं. इस बार कोशिश करें की सभी इकठ्ठा होकर फुल इंजौय करें. यकीन मानिए आपको खुद भी बहुत अच्छा लगेगा. घर को भी अच्छे से डेकोरेट कर सकते हैं. अगल-बगल वालों को बुला सकते हैं, जिनके साथ कुछ गिले-शिकवे हैं उनकों भी दूर कर सकते हैं.

आपकी बहुत सारी ऐसी यादें होती हैं जिनको लेकर आप नए साल में प्रवेश करते हैं और बहुत से ऐसे सुख-दुख के अनुभव होते हैं जिनको लेकर आप नए साल का स्वागत करते हैं.क्योंकि नया साल आने पर फिर आपकी नई यादें और नए सुख-दुख के अनुभव आपको मिलते हैं लेकिन कुछ पुरानी चीजों को याद करके आप कहते हैं कि इस साल हमने ये किया किया था या किया करते थें. क्योंकि फिर पुराने साल की सिर्फ यादें ही होती हैं आपके पास और कुछ नहीं. नए साल में आप अपनी कुछ पुरानी आदतें बदलने का संकल्प लें जो कि बुरी है उन आदतों को सुधारें.वैसे आपको एक रोचक बात जाननी बेहद जरूरी है कि नया साल एक उत्सव की तरहा पूरे विश्व भर में मनाया जाता है लेकिन अलग-अलग तरीकों से.बहुत से ऐसे संप्रदाय हैं जिनकी नववर्ष मनाने की विधियां भी अलग-अलग हैं.

जैसे पश्चिमी नववर्ष. हिब्रू नववर्ष,हिन्दू नववर्ष, भारतीय नववर्ष इस तरह से की अलग जगह अलग तरीके से नया साल मनाया जाता है और इन सभी की मान्यताएं भी अलग होती हैं. सबकी अपनी-अपनी मान्यताएं हैं. हालांकि ये तो हुई नए साल की मान्यताओं और तरीकों की बात लेकिन आप अगर नये साल पर कहीं जाने की सोच रहें हैं तो आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है आप अपने भारत में ही कई अच्छी-अच्छी जगहों पर घूम कर अपना नया साल यादगार बना सकते हैं.क्योंकि भारत में ऐसी बहुत सी जगह जिनके बारे में आप नहीं जानते लेकिन वो बहुत ही सुंदर जगहें हैं.तो सर्च करिए उन जगहों के बारे में और मनाइए अपना नया साल यादगार.

WELCOME 2023: नए साल में इन 8 टिप्स से दे घर को नया लुक

सर्दी के मौसम में होम डैकोर में भी कुछ बदलाव जरूरी हो जाता है. लेयरिंग, ऐक्स्ट्रा कंफर्ट और वार्म फैब्रिक इंटीरियर में छोटेछोटे बदलाव कर के इस टास्क को आसानी से कम मेहनत व खर्च में पूरा किया जा सकता है. प्रस्तुत हैं, कुछ होम डैकोर टिप्स:

  1. कलर्स : सर्दी और गरमी का अंतर रंगों से ही स्पष्ट होता है. जहां गरमी में हलके रंगों का इस्तेमाल अच्छा लगता है, वहीं सर्दियों में वार्म और ब्राइट कलर्स अच्छे लगते हैं. इसलिए अगर इस सीजन में घर में पेंट करवा रही हों तो वार्म और ब्राइट कलर्स ही चुनें. ये घर में गरमी का एहसास दिलाते हैं, साथ ही इन से घर डार्क भी लगता. इस के अलावा रैड, औरेंज या यलो के इस्तेमाल से भी घर में ऊर्जा का संचार होता है.

इस बात का ध्यान रखें कि आप 2 कंट्रास्ट रंग एकसाथ न लगाएं जैसेकि एक ही रंग के हलके और गहरे शेड्स आप के कमरे को हार्ड लुक दे सकती हैं.

3. लेयरिंग: सर्दियों में जिस तरह शरीर को लेयरिंग से गरम रखने के उपाय किए जाते हैं उसी तरह घर को भी लेयरिंग से वार्म लुक दिया जा सकता है. इस सीजन में वार्म लुक देने के लिए कारपेट्स राज, ब्लैंकेट्स और क्रिवल्ट्स पर ज्यादा इनवेस्ट करें. आजकल बाजार में कई रंग, डिजाइन, पैटर्न, साइज व आकार के कारपेट उलब्ध हैं.

कुछ ऐक्स्ट्रा पिलोज और कुशंस भी निकालें. कलर्स, टैक्स्चर और मैटीरियल ऐसा हो जो हर स्पेस पर गरमाहट प्रदान करे, लेकिन ओवरबोर्ड होने से बचना भी जरूरी है.

कई रंगों या टैक्स्चर के बजाय एक समान टोंस का इस्तेमाल कर के घर को कंफर्टेबल बनाएं. ध्यान रहे आप जो भी कारपेट खरीदें वह घर की मौजूदा शैली और रंग के अनुसार ही हो.

4. लाइटिंग: जब बात लाइटिंग की हो तो आप अपने कमरे को टास्क और ऐक्सैंट लाइटिंग से वार्म रख सकते हैं. इस के अलावा रूम को खूबसूरत और वार्म रखने के लिए फ्लोर और वौल लाइटिंग का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. फ्लौरेसैंट बल्ब की जगह टंग्स्टन बल्ब का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह कमरे को वार्म लुक देता है.

आमतौर पर लोग इस सीजन में भारीभरकम परदे लगाते हैं या दरवाजेखिड़कियां बंद कर देते हैं. ऐसा न करें. इस से घर के अंदर का प्रदूषण बाहर नहीं निकल सकेगा. घर की एक खाली दीवार पर मिरर लगाएं.

ग्लास वर्क की कुछ ऐक्सैसरीज भी जरूर रखें ताकि वहां से लाइट रिफ्लैक्ट हो कर दूसरे कोनों तक पहुंच सके और जाड़े की कुनकुनी धूप घर के हर कमरे में आए. इस के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी होगी. यलो अंडरटोन वाले बल्ब लगाएं, इस के अलावा डार्क कौर्नर्स पर स्टेटमैंट लाइट लगाएं.

5. किचन: मौडर्न डैकोर में किचन का रूप सर्वाधिक बदला हुआ नजर आता है. अब एक खास स्टाइल के वर्कटौप्स या यूनिट्स नहीं दिखते. मिक्ंसिंग पर जोर है और अलगअलग कंट्रास्टिंग टैक्स्चर पर भी जोर दिया जा रहा है. स्लीक वर्कटोप्स, डार्क कैबिनेटरी के साथ क्लीन मार्बल्ड स्प्लैशबैक से इस सीजन किचन को नया लुक मिल सकता है.

6. स्टैंड कैंडल्स: ऐसी कैंडल्स चुनें जो आप के घर के डैकौर को कौंप्लिमैंट करे. किसी एक कौर्नर पर होल्डर्स में इन्हें लगाएं या प्लेट या बौल में सजाएं. घर में फायरप्लेस हो तो उस के आसपास कौफी टेबल, रगस और 2-3 कुरसियां डालें या कौर्नर्स पर कैंडल्स जलाएं. कैंडल्स घर को गरमाहट का एहसास देंगी. लाइट स्टैंड कैंडल्स या फ्रैगरैंट स्टिक्स का प्रयोग भी कर सकती हैं.

7. विंडो सीट: घर में गरमाहट महसूस करने के लिए डार्क शेड के परदे लगाएं. ऐसा करने से गरमी का एहसास होगा. लेकिन सुबह के समय इन्हें हटाना न भूलें. इस के अलावा विंटर हौलिडे में विंडो सीट आप के कंफर्ट को बढ़ा देगी.

पूर्व दिशा वाली खिड़की पर एक कोजी सा सिटिंग अरेंजमैंट करें. यह जगह अलसाई दोपहर में बुक रीडिंग, सुस्ताने या म्यूजिक सुनने के लिए उपयोगी सिद्ध होगी. एक छोटी सी सेटी लगाएं और इसे पफी सीट कुशंस और तकियों से सजाएं. खिड़की से बाहर देखने पर ग्रीनरी दिखाई दे इस बात का ध्यान रखें. हर सीजन में मौसम के अनुकूल बदलाव करने से घर को नया रंगरूप मिलता है.

8. फूलों का रखें ध्यान: सर्दियों के रंगबिरंगे फूल घर को नैचुरल भी बनाते हैं, बेहिचक घर के इंटीरियर और ऐक्स्टीरियर में इन का इस्तेमाल किया जा सकता है. रजनीगंधा और रंगबिरंगे ग्लैडियोला सर्दियों की शान हैं. रजनीगंधा की भीनी खुशबू पूरे घर को महकाएगी. प्लांटर्स को ब्राइट कलर्स से पेंट कर नया लुक दें. सर्दियों में जरा भी नमी कम होने पर पौधे मुर झाने लगते हैं, इसलिए इन्हें पानी देना न भूलें. फूल प्रकृति का एहसास दिलाते हैं. अगर ऐलर्जी हो तो आर्टिफिशियल फ्लावर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.

इन बातों का भी रखें ध्यान

– घर के इंटीरियर की आधी कहानी इस के फर्नीचर से बयां होती है. जरूरी नहीं कि फर्नीचर महंगा हो, तभी अच्छा होगा. बाजार में कम दाम में भी अच्छा फर्नीचर मिल जाएगा. ध्यान इस पर केंद्रित होना चाहिए कि फर्नीचर देखने में आकर्षक हो, घर के बाकी इंटीरियर से मेल खाता हो, साथ ही सिंपल और आरामदायक भी हो. फर्नीचर ऐसा होना चाहिए, जिसे कोई भी आसानी से इस्तेमाल कर सके. कई बार फर्नीचर की अलगअलग प्लेसिंग से भी कमरे का लुक बदल जाता है. इसलिए समयसमय पर सैटिंग चेंज करती रहें.

– घर में फालतू पुराना या टूटा सामान न रखें. इस से घर का इंटीरियर निखर कर नहीं आएगा, साथ ही यह बेवजह जगह खराब करेगा. जितना ज्यादा सामान होगा, घर को ठीक रखने में उतनी ही दिक्कत होगी.

– अगर डाइनिंग टेबल की कुरसियों पर फोम या फैब्रिक लगा हो तो सर्दियों में यह गरमाहट का एहसास देगी. इस पर डिजाइन कवर लगा सकती हैं. कुरसियों पर सिल्क का फेब्रिक भी जाड़े के दिनों में गरमाहट देता है.

– भारतीय घरों में अमूमन फायरप्लेस का इस्तेमाल नहीं होता. आप चाहें तो आर्टिफिशियल फायरप्लेस का इस्तेमाल कर सकती हैं. घर को जितना गरम, ब्राइट और आरामदायक रखेंगी वह उतना ही खुशनुमा दिखेगा. फिर देर किस बात की? अपने घर को अपने बजट के अनुसार सजा कर खुशनुमा बनाएं. आप के घर का नया रूप, नए साल का बेहतरीन तोहफा साबित होगा.

बड़बोला: भाग-1

‘‘गुडमार्निंग सर,’’ केबिन में  प्रवेश करते हुए विपुल ने कहा और मुझे अपना नियुक्तिपत्र दिया. अकाउंट विभाग का हैड होने के नाते मैं ने उसे कुरसी पर बैठने का संकेत किया और इंटरकौम पर अपने सहायक महेश को केबिन में आने को कहा.

महेश ने केबिन में आते ही नमस्ते की और कुरसी पर बैठते हुए बोला, ‘‘सर, आज 2 घंटे पहले मुझे जाना है. श्रीमतीजी शाम की टे्रन से मायके से वापस आ रही हैं.’’

‘‘चले जाना पर पहले इन से मिलो,’’ मैं ने महेश को इशारा करते हुए कहा, ‘‘विपुल, तुम्हारे सहायक रहेंगे. काफी दिनों से तुम शिकायत कर रहे थे कि काम अधिक है, एक आदमी की जरूरत है. विपुल अब तुम्हारे अधीन काम करेंगे. विपुल के अलावा सुरेश को भी अगले सप्ताह ज्वाइन करना है. आफिस में स्टाफ पूरा हो जाएगा, जिस के बाद पेंडिंग काम पूरा हो जाएगा. अच्छा विपुल, तुम अब से महेश के साथ काम करोगे. अब तुम अपनी सीट पर जा कर काम शुरू कर दो.’’

20 साल का विपुल बी.काम. करने के बाद पिछले सप्ताह जब इंटरव्यू देने आया था तो उस को काम का कोई अनुभव नहीं था, लेकिन एक गजब का आत्मविश्वास उस में जरूर था, जिस को देख कर मैं ने उसे नौकरी पर रखा था. मझले कद का गोराचिट्टा, हंसमुख नौजवान विपुल नवगांव में रहता था.

नवगांव नवयुग सिटी से लगभग 80 किलोमीटर दूर एक छोटा सा कसबा है. बस से एक तरफ का सफर लगभग ढाई घंटे में पूरा होता है. आफिस का समय सुबह 10 से शाम 6 बजे है. 8 घंटे की ड्यूटी के बाद बस पकड़ने के लिए आधा घंटा और फिर लगभग 5 घंटे बस में, यानी लगभग 14 घंटे की ड्यूटी देने की बात जब इंटरव्यू में विपुल को मैं ने बताई और पूछा कि किस तरह वह समय को मैनेज कर पाएगा. कहीं कुछ दिन काम करने के बाद नौकरी तो नहीं छोड़ देगा तो उस के आत्मविश्वास और जवाब देने के ढंग ने मुझे निरुत्तर कर दिया. उस ने कहा कि हर हालत और मौसम में सुबह 10 बजने से 10 मिनट पहले ही आफिस पहुंच जाएगा. और यही हुआ, बिना नागा आफिस खुलने से पहले विपुल पहुंच जाता और 2 महीने के छोटे से समय के अंदर सभी कार्यों में निपुण हो गया. आफिस का पेंडिंग काम समाप्त हो गया और काम रुटीन पर आ गया.

विपुल काम में तेज, स्वभाव में विनम्र लेकिन उस की एक बात मुझे पसंद नहीं थी. वह बात उस के अधिक बोलने की थी. वह चुप नहीं रह सकता था. कई बार मुझे लगता था कि वह बात को बढ़ाचढ़ा कर करता था. विपुल ने अपनी बातों से धीरेधीरे पूरे आफिस को यकीन दिला दिया कि वह एक अमीर घर से ताल्लुक रखता है. अच्छे और महंगे कपड़े, जूते अपनेआप में उस के अमीर होने का एहसास कराते थे. आफिस में अपने सहयोगियोेंको अकसर दावत देना उस का नियम बन गया था.

आफिस में कंप्यूटर आपरेटर श्वेता और टेलीफोन आपरेटर सुषमा के आसपास उसे मंडराते देख कर मुझे ऐसा लगा था कि आफिस की लड़कियों में विपुल की कुछ खास रुचि थी. लंच वह सुषमा और श्वेता के साथ ही करता था. उन दोनों को प्रभावित करने में उस का खाली समय व्यतीत होता था. इन सब बातों को देख कर मैं ने विपुल को कभी टोका नहीं, क्योंकि आफिस का काम उस ने कभी पेंडिंग नहीं किया. इसलिए बाकी सब हरकतों को उस का निजी मामला समझ कर नजरअंदाज करता रहा क्योंकि वह कंपनी के काम में सदा आगे रहता था.

एक दिन मैं आफिस में रिपोर्ट देख रहा था. शाम के 4 बजे चाय के साथ चपरासी समोसा, गुलाबजामुन और पनीर पकौड़ा मेज पर रखता हुआ बोला, ‘‘सर, समोसा पार्टी विपुल की तरफ से है.’’

‘‘किस खुशी में दावत हो रही है?’’ मैं चपरासी से पूछ रहा था, तभी महेश केबिन में आता हुआ बोला, ‘‘सर, विपुल तो छिपा रुस्तम निकला. मोटा असामी है. यह दावत तो कुछ नहीं, बड़ी पार्टी लेनी पड़ेगी विपुल से. ऐसे नहीं छूट सकता. आज उस ने 2 ट्रक खरीदे हैं, 16 ट्रक पहले से ही नवगांव की दाल मिल में चल रहे हैं. टोटल 18 ट्रकों का मालिक है. समोसा पार्टी तो शुरुआत है, फाइव स्टार दावत पेंडिंग है, सर.’’

‘‘महेश, एक बात समझ में नहीं आती कि 18 ट्रकों के मालिक को एक क्लर्क की नौकरी करने की क्या जरूरत है?’’

‘‘सर, मुझे लगता है कि अनुभव लेने के लिए विपुल नौकरी कर रहा है. साल दो साल के बाद नौकरी छोड़ कर वह अपने व्यापार में पिता का हाथ बटाएगा.’’

‘‘मेरा अनुभव यह कहता है कि अमीर घराने के बच्चे कभी नौकरी नहीं करते हैं, पढ़ाई के बाद अपने घर के व्यापार में जुट जाते हैं. आई.ए.एस. की नौकरी या मैनेजमेंट डिगरी के बाद किसी मैनेजर के पद पर नौकरी तो समझ में आती है, लेकिन एक क्लर्क की नौकरी कोई बड़ा व्यापारी अपने बच्चों से नहीं करवाता है.’’

‘‘आप के कहने में वजन है, सर,’’ महेश बोला, ‘‘लेकिन हमें इस से क्या मतलब, अपन तो दावत का मजा लेते हैं.’’

महेश के जाने के बाद मेरी नजर रिसेप्शन पर गई तो देखा, विपुल श्वेता और सुषमा के साथ हंसहंस कर अपनी दी हुई पार्टी के मजे ले रहा था. मैं सोचने लगा कि कहीं यह दावत लड़कियों को प्रभावित करने के लिए तो नहीं कर रहा.

एक दिन आफिस से घर जाते हुए सामान खरीदने के लिए बाजार गया. शाम के समय बाजार में बहुत भीड़ रहती है, बाजार में सामान खरीदते समय मुझे एहसास हुआ कि विपुल श्वेता के साथ हंसता हुआ हाथ में हाथ डाले टहल रहा था. दोनों एकदूसरे से चिपके हुए अपने में मस्त दुनिया से बेखबर मुझे भी नहीं देख सके. 2 हंसों का जोड़ा पे्र्रम की गहराई में उतर चुका था. युवा प्रेमी को डिस्टर्ब करना मैं ने उचित नहीं समझा. मैं सामान खरीद कर घर आ गया.

घर आ कर मैं सोचने पर मजबूर हो गया कि विपुल कब नवगांव जाता होगा और कैसे टाइम मैनेज करता होगा. आफिस में विपुल और श्वेता की नजदीकियां अधिक बढ़ने लगीं. चाय ब्रेक में दोनों एकसाथ चाय पीते नजर आते और लंच टाइम में एकसाथ खाना खाते. काम के बीच में विपुल झट से किसी न किसी बहाने श्वेता से चंद बातें कर आता. धीरेधीरे विपुल और श्वेता का प्रेम परवान चढ़ गया. आफिस में सब की जबान पर सिर्फ विपुल और श्वेता के प्रेम प्रसंग के चर्चे थे.

Winter Special: लेयर्ड ब्राउन राइस बूंदी डिलाइट

घर पर आसान रेसिपी मिल जाएं ये थोड़ा मुश्किल होता है ब्रेकफास्ट में ये ज़रुरी हो कि जल्दी पक जाएं वो बनाया जाएं, तो ऐसे ही एक डिश हाजिर है जिसे आप असान और जल्दी पका कर ब्रेकफास्ट में खा सकते हो. जी हां ब्राउन राइस विद बूंदी डिलाइट डिश को आप इस विधि से जल्दी पका कर खा सकते है.

सामग्री

-1/4 कप ब्राउन राइस

-1 कप फुलक्रीम मिल्क

-1/3 कप कंडैंस्ड मिल्क

-1/4 छोटा चम्मच छोटी इलायची चूर्ण

-3 मोटी बूंदी के लड्डू

-थोड़ा सा बादामपिस्ता बारीक कटा सजाने के लिए

विधि

-ब्राउन राइस को 1 घंटे के लिए पानी में भिगो दें और फिर दरदरा पीस लें. इस में 11/2 कप पानी डालें और प्रैशरकुकर में सीटी आने के बाद धीमी आंच पर लगभग 5 मिनट पकाएं. ठंडा होने पर कुकर खोलें. चावल अच्छी तरह गल जाने चाहिए.

-इस में दूध डालें और दूध सूखने तक पकाएं. फिर कंडैंस्ड मिल्क व इलायची चूर्ण डाल कर चावलों को अच्छी तरह सुखा लें और ठंडा करें. बूंदी के लड्डू फोड़ लें. हाथ चिकना कर के चावल का थोड़ा मिश्रण ले कर उसे गोल आकार दें. बीच में बूंदी की लेयर लगाएं, फिर चावलों की. बादामपिस्ता से सजा कर सर्व करें.

Welcome 2023: साल नया फैशन नया

नए साल में सिर्फ नए कैलेंडर की शुरुआत ही नहीं होती, बल्कि नए फैशन, नए ट्रैंड्स भी आते हैं, जिन्हें फौलो कर आप ट्रैंडी व स्मार्ट दिख सकती हैं. अगर आप को फैशनेबल दिखना अच्छा लगता है, तो यह नया साल आप के लिए खास रहेगा, क्योंकि इस साल फैशन ट्रैंड्स में कई नई ड्रैसेज, कलर व पैटर्न शामिल हो रहे हैं, जो आप की पर्सनैलिटी को स्मार्ट लुक देंगे.

ऐथनिक आउटफिट

ऐथनिक वियर रंगरीति के सिद्धार्थ बिंद्रा कहते हैं कि इन फैशन की ड्रैस पहनने से ज्यादा जरूरी है कि आप उस में अपना खुद का स्टाइल क्रिएट करें. फैशन ट्रैंड के अनुसार तो कपड़े सभी पहनते हैं, लेकिन सब की नजर उस पर पड़ती है जिस का स्टाइल थोड़ा हट कर होता है. ऐथनिक में इस साल अनारकली सूट आउट औफ फैशन होगा. इसलिए अगर आप इस बार भी पार्टी में अनारकली सूट पहनने की सोच रही हैं, तो उस में थोड़ा बदलाव कर के इस के फैशन को बरकरार रखा जा सकता है. वैसे अनारकली की जगह फ्लोर लैंथ सूट फैशन में आएगा, जिसे गाउन की तरह भी पहना जा सकता है और सूट की तरह भी. सूट में इस बार स्ट्रेट सूट, जैकेट स्टाइल सूट इन होगा. चूड़ीदार और सिंपल पाजामी की जगह पर प्लाजो, शरारा व पैंट का फैशन आएगा.

साड़ी से आप ऐथनिक लुक पाना चाहती हैं, तो साड़ी में प्रिंटेड साड़ी का फैशन इन रहेगा और ब्लाउज की जगह क्रौप टौप का जादू चलेगा. इस क्रौप टौप को साड़ी, प्लाजो, पैंट, स्कर्ट के साथ भी कैरी किया जा सकता है.

ऐथनिक में तो वैसे हमेशा डार्क कलर ही फैशन में रहता है, लेकिन इस बार पीच कलर भी इन है. पीच कलर से आप सोबर लुक पा सकती हैं.

आजकल मिक्स ऐंड मैच का जमाना है. आप मिक्स ऐंड मैच करने के लिए कुरती के साथ डैनिम, वैस्टर्न टौप के साथ ए लाइन स्कर्ट या प्लाजो का मिक्स ऐंड मैच कर सकती है. आजकल कुरती के साथ स्कर्ट का फैशन भी इन है.

ऐथनिक ड्रैसेज में हमेशा उन के फैब्रिक का ध्यान रखें. फैब्रिक इस तरह का होना चाहिए जो सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करे. जब आप ऐथनिक ड्रैस पहन रही हों, तो कोशिश करें कि आप की ऐक्सैसरीज व फुटवियर भी ऐथनिक ही हो. अगर आप ने ऐथनिक कुरती पहनी है और उस के साथ फौरमल जूती पहन ली तो आप का लुक अट्रैक्टिव नहीं लगेगा.

वैस्टर्न आउटफिट

स्टूडियो डी रौयल के फैशन डिजाइनर पुनीत अग्रवाल के अनुसार, अगर वैस्टर्न आप की पहली पसंद है, तो मिडी या मैक्सी स्कर्ट के साथ ट्यूनिक टौप पहन कर इस सीजन आप हौट दिख सकती हैं.

इस साल भी वैस्टर्न ड्रैसेज में वनपीस, मैक्सी और लौंग गाउन फैशन में इन रहेगा. साथ ही माइक्रो प्लीटिंग भी ट्रैंड में फिर से शामिल होगी.

वैस्टर्न फैशन में कलर की बात की जाए तो कोरल, पिंक, और्किड और ऐक्वा कलर इन होगा और हमेशा की तरह ग्रीन और रैड कलर फैशन में बने रहेंगे. इस साल की खास बात यह है कि इस बार एक नया कलर डार्क बरगंडी शामिल हो रहा है. इस कलर की खास बात यह है कि यह हर स्किनटोन के साथ मैच करता है.

स्टाइल में फ्रंट जिप, हुड व पौकेट स्टाइल ड्रैसेज इन रहेंगी. इंडोवैस्टर्न भी फैशन ट्रैंड में शामिल होगा, जिस में ए लाइन कुरती के साथ पैंट का फैशन खास रहेगा.

अगर आप के पास फ्लोरल प्रिंट वाली ड्रैसेज हैं तो बिना टैंशन लिए इस साल भी आप उन्हें कैरी कर सकती हैं, क्योंकि इस बार भी फ्लोरल का जादू बरकरार रहेगा.

फौर्मल ड्रैसिंग

फैशन डिजाइनर रोहिणी गुगवानी बताती हैं कि फौर्मल ड्रैसिंग में वैसे तो फैशन हमेशा एक सा ही रहता है, लेकिन ब्लैक व ब्लू के डिफरैंट शैड्स पहने जा सकते हैं. बस इस बात का ध्यान रखें कि प्रिंट व डिजाइन बड़े और बोल्ड न हों. इस बार पैंट के अलावा बौटमवियर में स्कर्ट और ड्रैसेज का फैशन इन है. अगर आप की ड्रैस फौर्मल के हिसाब से छोटी है, तो टाइट्स या लैगिंग्स के साथ पहनें. आप को स्मार्ट लुक मिलेगा.

बेशक स्किनी जींस आप की पर्सनैलिटी पर फबती हो पर चलन में वाइड लैग ट्राउजर्स और प्लाजो पैंट है. यह आप को स्टाइलिश लुक देगी और इसे कैरी करना भी आसान है.

औफिस ड्रैसिंग

फौरमल के साथ कभी हैंगिंग व कलरफुल इयररिंग्स न पहनें. कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि कुछ महिलाएं जिस कलर की ड्रैस पहनती हैं उसी कलर के इयररिंग्स और नेलपेंट भी लगाती हैं. औफिस में यह अच्छा नहीं लगता.

आप औफिस के गैटटुगैदर में बैकलैस ड्रैस पहन रही हैं तो ट्रांसपेरैंट स्ट्रैप्स ब्रा पहनें. अगर रफल्स और फ्रिल वाली ड्रैस है तो उसे छोटा ही रखें. बड़ी फ्रिल्स और रफल्स औफिस में अच्छे नहीं लगते.

ज्यादातर महिलाएं एक ही तरह की ब्रा का चुनाव करती हैं. यह सही नहीं है. हर ड्रैस के साथ एक ही तरह की ब्रा न पहनें. कुछ ड्रैसेज ऐसी होती हैं जिन के साथ पैडेड ब्रा सही लगती है, तो कुछ के साथ बिकनी शेप वाली. इसलिए ड्रैस के साथसाथ अपनी ब्रा के चयन का भी ध्यान रखें.

Winter Special: कालेज के बाद भी रहें तरोताजा

कालेज लाइफ में युवतियों में एकदूसरे से आगे निकलने की होड़ रहती है. बात चाहे पढ़ाई की हो, सुंदरता की हो या फिर हौट दिखने की, खुद को सब से बेहतर साबित करने के लिए युवतियां हरसंभव प्रयास करती हैं.

खुद को फिट रखने के लिए जहां जिम जौइन करती हैं, पार्कों में अकसर सुबह फिटनैस के तमाम उपाय अपनाती दिखती हैं, वहीं सुंदर लुक के लिए डिजाइनर कपड़े पहनती हैं. मौडर्न ड्रैसेज, मिड्डी, शौर्ट्स, जैगिंग्स का उन का सलैक्शन लाजवाब होता है. उन्हें लगता है कि बस वे सब पर छा जाएं. इस से उन के दोस्त बनेंगे जिस से वे अपने ग्रुप के साथसाथ अपने कालेज में भी चर्चित होंगी.

युवतियां अपने बाहरी रंगरूप को संवारने में ही आगे नहीं रहतीं, बल्कि अपनी जानकारी व इंटैलिजैंसी का लोहा मनवाने के लिए भी एकैडमिक रिजल्ट को सही रखने के साथसाथ तमाम कालेज ऐक्टिविटीज में बढ़चढ़ कर भाग लेती हैं.

स्मार्ट दिखने, आगे रहने, ऐक्टिविटीज में भाग लेने व खुद को ऐनर्जैटिक रखने के ये तमाम प्रयत्न कालेज लाइफ खत्म होते ही डंप हो जाते हैं और उन की दिनचर्या में ढीलापन व सुस्ती हावी हो जाती है.

आखिर ऐसा क्यों होता है कि कालेज खत्म होते ही युवतियों के स्वभाव में चेंज आने लगता है. ये ढीलापन ड्रैस सैंस में, फिटनैस में, नौलेज में, बात करने के तरीके में भी स्पष्ट झलकने लगता है. कारण बताते हुए आकांक्षा कहती है कि कालेज लाइफ के बाद भी ऐसा लगने लगता है कि हम ने न तो ड्रैस फ्रैंड्स को दिखानी है और न ही अपना लुक. सिर्फ घर में ही तो रहना है इसलिए अब तो नाइट सूट में ही पूरे दिन मजे से रहो. जब चाहे सो कर उठो, जो मरजी खाओ, जितना चाहे टीवी देखो, पढ़ो या नहीं पढ़ो, सब अपनी मरजी के अनुसार होता है.

  1. मनमरजी को कहें बाय

कहने को तो मरजी कालेज में भी चलती है, लेकिन तब वह कुछ हद तक हमारी पर्सनैलिटी में निखार लाती है. घर बैठ कर मनमरजी चलाना खुद के लिए फायदेमंद साबित नहीं होता.

पेरैंट्स जब इस सुस्ती व ढीलेपन पर बारबार टोकते हैं तो उन्हें भी वे नजरअंदाज करती हैं. सुस्ती व ढीलापन शरीर के साथसाथ मानसिक तनाव भी देता है, जिस से निकलना आसान नहीं होता.

अनुपमा सिन्हा कहती है, ‘‘कालेज के बाद आप रैस्ट मूड में हैं, आप का कमरा, ड्रैसेज, किचेन सब अस्तव्यस्त है, परंतु घर के बाकी सदस्य हमारे इस बदले लाइफस्टाइल से कितने डिस्टर्ब हो रहे हैं, यह समझने के मैनर्स तो हम में होने चाहिए,’’ लेकिन अनुपमा की बात काटते हुए शशांक बोला, ‘‘यार, हर समय, हर जगह तो हम खुद को नियमों में नहीं बांध सकते. आफ्टर औल, रिलैक्सेशन भी तो कोई चीज है, क्या हम इसे भी फुलफिल ऐंजौय नहीं कर सकते.’’

इन दोनों के मत को इस प्रतिनिधि ने कुछ यंगस्टर्स के सामने रखा तो अधिकतर गर्ल्स का यही कहना था कि ऐंजौय करने की भी एक सीमा होनी चाहिए. इसलिए मनमरजी को कहें बाय और अपनी पर्सनैलिटी को कहें हाय.

2. फिटनैस का फंडा

कुछ भी खानेपीने से परहेज करें

कालेज टाइम में आप ने अपना खाने का जैसा रूटीन बना रखा था उसी का पालन करें. ऐसा न हो कि जो मिला, जितनी बार मिला, खा लिया. अपने पेट को फैलता हुआ कुआं न बनाएं. फास्ट फूड से परहेज रखें, क्योंकि इस में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिस से मोटापा बढ़ता है. मोटापा बढ़ने से कौन्फिडैंस लैवल भी घटेगा.

पोषक तत्त्वों से भरपूर डाइट लें. फल व सब्जियों में रस व फाइबर होने से ये जहां आप को ऊर्जा प्रदान करेंगे, वहीं इन से आप को लंबे समय तक भूख भी नहीं लगेगी. जब आप पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करेंगी तो इस से आप फिट तो रहेंगी ही साथ ही आत्मविश्वास भी बरकरार रहेगा.

दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कालेज से पासआउट स्नेहा ने बताया कि जब मैं कालेज में पढ़ती थी तो अपनेआप को फिट रखती थी, लेकिन जैसे ही कालेज की पढ़ाई खत्म हुई मैं ने खुद पर ध्यान देना ही छोड़ दिया, जिस का नतीजा यह हुआ कि कालेज में जो दोस्त मेरी फिटनैस और अपटुडेट रहने की तारीफ करते नहीं थकते थे आज वही मुझे बेवकूफ व झल्ली कहने से नहीं हिचकते. इसलिए मैं कालेज पासआउट युवतियां, जो घर में रहती हैं, से कहना चाहूंगी कि कालेज छूटने के बाद भी अपनी दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें.

3. ऐक्सरसाइज जरूर करें

भले ही कालेज टाइम में आप बहुत ज्यादा ऐक्सरसाइज यह सोच कर न करती हों कि कालेज आनेजाने में ही काफी ऐक्सरसाइज हो जाती है, लेकिन ऐसी सोच कालेज के बाद सही नहीं है, क्योंकि घर पर रहने से शारीरिक व्यायाम कम ही हो पाता है जिस से मोटापा व अन्य बीमारियां बढ़ने की आशंका बनी रहती है, इसलिए ऐक्सरसाइज का रूटीन जरूर बनाएं.

रोजाना सुबह जल्दी उठ कर पार्क जाएं. पार्क जाने से जहां आप का ऐक्सरसाइज का रूटीन बनेगा वहीं आप का प्रकृति से लगाव भी बढ़ेगा. हो सकता है कि आप पार्क में जा कर ऐक्सरसाइज करने के मूड में न हों, ऐसे में आप जिम भी जौइन कर सकती हैं. लेकिन एक बात का ध्यान जरूर रखें कि ऐक्सरसाइज कभी न छोड़ें.

अंजू वर्मा का कहना है कि मैं कालेज टाइम में बहुत पतली थी. मुझे लगता था कि मैं हमेशा ऐसी ही रहूंगी, इसलिए मैं ने कालेज के बाद ऐक्सरसाइज करना छोड़ दिया, जिस का रिजल्ट यह हुआ कि मैं मोटी हो गई. आज मुझे इस बात का बहुत पछतावा है. काश, मैं उसी समय संभल जाती तो आज मेरी ऐसी हालत न होती.

दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कालेज से ग्रैजुएट दीक्षा का कहना है कि मैं ने अपना वही रूटीन रखा जो मेरा कालेज टाइम में था. ऐसा मैं इसलिए भी कर पाई, क्योंकि हमारे परिवार में सभी का सुबह जल्दी उठ कर ऐक्सरसाइज करने का रूटीन है. इस से मैं अब भी वैसी की वैसी ही हूं.

4. वजन पर नियंत्रण रखें

हफ्ते में एक बार वजन जरूर कराना चाहिए ताकि अगर आप का वजन बढ़ रहा है तो उसे शुरुआती दौर में ही नियंत्रित किया जा सके.

अगर आप ने जिम जौइन कर रखा है तो वहां रोजरोज वजन तौल कर खुद को परेशान न करें, क्योंकि यदि वजन बढ़ता है तो तनाव भी बढ़ता है. यदि आप को लग रहा है कि आप वजन पर नियंत्रण नहीं रख पा रही हैं तो अपने जिम के डाइटीशियन से डाइट चार्ट बनवा लें. फिर भी अगर वजन कम न हो तो चिकित्सक की राय लें. इस प्रकार आप खुद को फिट रख पाएंगी. इस विषय पर खासतौर से ध्यान दें कि अनेक कंपनियों के आज सप्लिमैंट्स फूड्स के नाम से कुछ पेय पदार्थ मार्केट में हैं, जिन्हें सुबह और रात को लेने से नाश्ता व रात का खाना नहीं खाना होता है लेकिन कहीं ये पेय पदार्थ आप की सेहत से तो खिलवाड़ नहीं कर रहे हैं, इसलिए इन से सजग रहें.

5. स्मार्टनैस बरकरार रखें

खुद को समय के अनुसार ढालें. ऐसा न सोचें कि अब मुझे देखने वाला कौन है जो मैं कपड़ों पर या किसी अन्य चीज पर इतने पैसे खर्च करूं. स्मार्टनैस खुद के लिए भी बहुत महत्त्व रखती है. इस से आप कौन्फिडैंट भी फील करेंगी.

यहां स्मार्टनैस का मतलब सिर्फ कपड़ों से ही नहीं है बल्कि आप के बात करने के ढंग, भाषाशैली आदि से भी है. आप यह बात अच्छी तरह जानती हैं कि आज के युवक उन्हीं लड़कियों को पसंद करते हैं जो हर चीज में स्मार्ट हों इसलिए समय की मांग और खुद के लिए स्मार्टनैस को बरकरार रखें.

इस बारे में स्नेहा का कहना है कि मैं कालेज टाइम से ही अपनी स्मार्टनैस के लिए जानी जाती हूं. मेरे दोस्त मुझे स्मार्टी कह कर बुलाते थे. जब मैं ने कालेज छोड़ा तभी निश्चय कर लिया था कि मैं अपनी इस स्मार्टनैस को हमेशा बरकरार रखूंगी और मैं ने रखा भी. इसलिए हर किसी को हमेशा अपनी स्मार्टनैस का ध्यान रखना चाहिए.

6. रुचि वाले सब्जैक्ट की ट्यूशन पढ़ाएं

आप कालेज की पढ़ाई के बाद अपने ज्ञान को लौक न करें. आप ट्यूशन पढ़ा कर अपनी नौलेज को बरकरार रख सकती हैं. अगर आप में सीनियर क्लास के बच्चों को पढ़ाने का कौन्फिडैंस नहीं है तो प्राइमरी क्लास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाएं. इस से आप का ज्ञान तो बढ़ेगा ही साथ ही घर बैठे आप की पौकेटमनी भी बन जाएगी. इस से आप आत्मनिर्भर भी बनेंगी. इस फैसले से आप के पेरैंट्स आप पर बहुत गर्व करेंगे.

इस संबंध में नेहा का कहना है कि कालेज के बाद जब मैं काफी समय तक खाली बैठी तो काफी बोरियत होने लगी साथ ही नकारात्मक विचार भी मन में आने लगे. तभी मेरे दोस्त ने मुझे ट्यूशन पढ़ाने की सलाह दी. उस की इस सलाह ने मेरी जिंदगी बना दी. आज मेरा अपना ट्यूशन सैंटर है और मैं महीने के 50 हजार रुपए कमा लेती हूं.

रेखा का इस संबंध में कहना है कि मेरी इंगलिश सब्जैक्ट  में खास रुचि है, लेकिन उस के बावजूद मैं ने अपनी इस क्षमता का फायदा नहीं उठाया, जिस का मुझे आज तक पछतावा है. मेरे दोस्त आज काफी आगे निकल गए हैं लेकिन मैं वहीं की वहीं हूं, सिर्फ सही निर्णय न लेने के कारण.

7. नौलेज अपडेट करती रहें

अगर आप पूरे दिन में 6 घंटे टीवी देख रही हैं तो उस में से 2 घंटे न्यूज, डिस्कवरी, नौलेज वाले चैनल्स जरूर देखें. इस से आप वर्ल्ड में घटित घटनाएं जान सकती हैं, साथ ही अगर आप किसी ऐग्जाम वगैरा की तैयारी कर रही हैं तो उस में भी आप को इस का काफी लाभ मिलेगा.

नौलेज अपडेट रखने का सब से बड़ा फायदा यह होता है कि आप समूह में बात करने से पीछे नहीं रहेंगी. जब आप को विषय की संपूर्ण जानकारी होगी तो आप अपना पक्ष भी रख सकेंगी. इस का सामने वाले पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा. हो सकता है कि इस से आप को कहीं अच्छी नौकरी का अवसर भी मिल जाए.

इस संबंध में स्वीटी का कहना है कि मैं अपने कालेज की टौपर रही हूं, लेकिन कालेज के बाद मैं ने नौलेज अपडेट करने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जिस का मेरी पर्सनैलिटी पर तो प्रभाव पड़ा ही, साथ ही मुझे कही नौकरी भी नहीं मिली.

8. बुक्स पढ़ती रहें

कालेज के बिजी शैड्यूल की वजह से अकसर ऐसा होता होगा कि आप कोर्स के अलावा अन्य लेखकों की किताबें नहीं पढ़ पाई होंगी. तो अब तो गोल्डन टाइम है, जितनी बुक्स पढ़ सकें, पढ़ें. बुक्स में जो तथ्य आप को रोचक लगते हैं उन्हें एक डायरी में नोट करती रहें. आप अपनी यह रोचक जानकारी फेसबुक व व्हाट्सऐप पर सब के साथ शेयर कर सकती हैं, अगर किसी लेखक की जीवनदर्शन संबंधी कोई बात आप के दिल को छू जाए तो उसे भी शेयर करना न भूलें, क्योंकि आपाधापी, भागदौड़, फुल टैंशन लाइफ में ऐसे थौट्स मन को सुकून देते हैं. बुक्स अपने फ्रैंड्स के साथ भी शेयर कर सकती हैं. जिस बुक को पढ़ रही हैं उस के औथर का इंटरनैट से जीवनवृत्तांत भी खंगाल डालिए, उन का लाइफस्टाइल भी आप की लाइफ को स्टाइल देगा.

9. हौबी क्लासेज जौइन करें

आप की जो हौबी हो उसे बढ़ाएं. जैसे खाना बनाना, सिंगिंग, डांसिंग आदि जो अच्छा लगता हो उस की क्लासेज जौइन करें. इस से आप बोर भी नहीं होंगी और कुछ नया भी सीखेंगी. भविष्य में यह आप के काम आएगा. खाली समय का सदुपयोग करने वालों की ही जीत होती है.

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