कई मायनों में, एक व्यवसाय खड़ा करना और एक बच्चे की परवरिश करना एक जैसे ही लगते हैं. दोनों में बिना शर्त प्यार, अटूट निरंतरता और भविष्य पर गहरा विश्वास जरूरी होता है. जब मैं अपने पहले बच्चे के साथ गर्भवती थी, तब मैंने त्राया की नींव रखनी शुरू की थी, और कुछ महीने पहले ही मैंने अपने दूसरे बच्चे का स्वागत किया, जबकि त्राया भी लगातार विकसित और आगे बढ़ रहा है.
सच कहूं तो, ऐसा लगता है कि अल्ताफ और मैंने मिलकर तीन बच्चों की परवरिश की है। हर एक की अपनी अलग ज़रूरतें, चुनौतियां और खुशियां हैं.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल
(1 साल)
USD48USD10

30%OFF
सब्सक्राइब करें
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
24 प्रिंट मैगजीन + डिजिटल फ्री
(1 साल)
USD100USD79

30%OFF
सब्सक्राइब करें
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- 24 प्रिंट मैगजीन के साथ मोबाइल पर फ्री
- डिजिटल के सभी फायदे
गृहशोभा इवेंट्स में इन्विटेशन(नाश्ता + लंच + ₹ 1 हजार तक का गिफ्ट हैम्पर + ₹ 2 हजार तक का बंपर प्राइज )
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...
गृहशोभा से और