Food Styling : किं बर्ली के अनुसार, फूड स्टाइलिंग का उद्देश्य आप के द्वारा बनाए गए किसी व्यंजन को सही तरीके से आप को पेश करना होता है. इस का लक्ष्य व्यंजन को स्वादिष्ठ बनाने के साथसाथ दिखने में भी अच्छा होना है.

आज की भागमभाग की जीवनशैली में भोजन को सुंदर तरीके से परोसा जाना सब से बड़ी चुनौती है, जबकि फूड की स्टाइलिंग होटलों में अच्छी तरह की जाती है ताकि खाने वाले को सजावट को देख कर खाने की उत्सुकता बढ़े यही वजह है कि हजारों रुपए खर्च कर व्यक्ति होटल या रेस्तरां में जा कर भोजन करना पसंद करते हैं.

भोजन परोसना है कला

अगर हम इस के इतिहास को देखें तो खाने को सजा कर परोसने की कला पुराने जमाने से रही है, जहां किसी भी खास अवसर पर या घर पर एक बड़ी थाली में छोटेछोटे कटोरों में व्यंजन डाल कर खूबसूरती से उसे परोसा जाता था, जिसे खाने वाले भी बड़े चाव से खाते थे. समय के साथ धीरेधीरे यह परंपरा धूमिल हो गई क्योंकि लोग रोजीरोटी कमाने के चक्कर में फूड स्टाइलिंग को भूल गए.

मगर होटलों और रेस्तराओं ने इसे अपनाया और अलगअलग सुंदर कला से होटलों के सेफ खाना परोसने लगे, जिसे लोगों ने पसंद किया और फूड स्टाइलिंग की कला घर से निकल कर होटलों में समा गई और हजारों रुपए खर्च कर लोग आज इन होटलों में खाने के लिए जाने लगे.

सोशल मीडिया जिम्मेदार

सोशल मीडिया के आने के बाद इस का प्रचलन और भी बढ़ा है. सब से लोकप्रिय पोस्ट उस फूड के फोटो की होती हैं जो दिखने में लजीज लगे क्योंकि सुंदर छवि हर खाने को लजीज बनाती है और लोग उसे खाने के लिए आकर्षित होते हैं. यही वजह है कि लोग कभी किसी ने दोपहर को खाने में कौन सी डिश बनाई, जन्मदिन पर कौन सा केक बनाया, कैसे पेश किया आदि की तसवीरों के रील की भरमार लगा देते हैं, जिन्हें लोग लाइक कर, समय मिलने पर वैसी ही डिश बनाने की कोशिश करते रहते हैं.

यह सही है कि किसी भी व्यंजन को अगर सुंदर तरीके से सजा कर पेश किया जाता है तो इस से उस पकवान की गरिमा बढ़ती है. मगर आज के परिवेश में भोजन को ले कर लोगों की सोच में काफी अंतर आया है. ‘नमकशमक’ फ्रेज से पहचाने जाने वाले सैलिब्रिटी शेफ हरपाल सिंह सोखी का कहना है कि आज के लोगों की सोच में खाने को ले कर काफी परिवर्तन देखने को मिल रहा है. उन का अपने काम में व्यस्तता की वजह से खाने का पर्सपैक्टिव ही बदल गया है.

डाइनिंग में बदलाव

शेफ हरपाल कहते हैं कि घर से अलग एक नए माहौल में जा कर भोजन करना, सैलिब्रेशन के अलावा प्रिय जनों के साथ बैठ कर कुछ समय बिताना आज अधिक पौपुलर हो गया है. इस प्रकार डाइनिंग को ले कर लोगों की सोच पहले से काफी बदल चुकी है, पहले होटलों या रेस्तरा से व्यंजन मंगा कर पूरे परिवार के साथ घर पर ही सैलिब्रेट कर लेते थे, पर आज यह संभव नहीं होता क्योंकि लोग घर को गंदा न कर रेस्तरां में जाने को अधिक प्रैफर करने लगे हैं.

यह होटल और रेस्तरां इंडस्ट्री के लिए बहुत अच्छा हुआ है, जिस में लोग घर से बाहर निकल रहे हैं और इस में मध्यवर्ग का वह युवा वर्ग है, से काम का स्ट्रैस बहुत रहता है. मग वे आर्थिक रूप से मजबूत हैं. इतना ही नहीं, व्यवसाय वाले भी बिजनैस करतेकरते स्ट्रेसआउट हो जाते हैं. ऐसे में कहीं बदले माहौल में जाना उन्हें पसंद होता है. इस प्रकार डाइनिंग में पिछले कुछ सालों में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है.

फूड स्टाइलिंग

खाने में फूड स्टाइलिंग आज एक महत्त्वपूर्ण बात हो चुकी है और इस के लिए होटल और रेस्तरां वाले काफी मेहनत कर डिशेज को नया लुक देने की कोशिश करते हैं. इस की आवश्यकता के बारे में सैलिब्रिटी शेफ कहते हैं कि होटल में फूड स्टाइलिंग बहुत जरूरी भूमिका निभाती है, जहां कटलरी से ले कर क्रौकरी आदि पर काफी खर्च किया जाता है और नई स्टाइलिंग के लिए शेफ बहुत मेहनत करते हैं ताकि डिश देखने में लजीज लगे, जिस में नईनई तरह की गार्निशिंग से डिशेज को सजाया जाता है क्योंकि होटल्स और रेस्तरां में बहुत सारी चीजों का ऐक्सैस उन्हें मिलता है.

इस में अच्छी क्वालिटी की क्रौकरी, कटलरी, कई प्रकार के फल और हर्ब आसानी से मिल जाते हैं, जिस का प्रयोग वहां किया जाता है, लेकिन घर पर इस की लिमिटैशंज होती हैं. इसलिए घर पर कम समय में कम चीजों के साथ भी एक खूबसूरत स्टाइलिंग की जा सकती है.

सुझाव

अच्छी क्रौकरी का प्रयोग घर पर किया जा सकता है. उसे पहले से खरीद कर रखें.

भोजन को हलका गार्निश किया जा सकता है, जिस में ताजा धनियापत्ती और लालमिर्च को फ्राई कर तिल के साथ उसे छिड़क कर सजाया जा सकता है.

करीपत्ते के एक लंबे सीरीज को फ्राई कर ऊपर सजा सकते हैं. ऐसी छोटीछोटी चीजों को ले कर जो घर पर आसानी से मिल जाएं उन से गार्निश किया जा सकता है.

इस के अलावा अगर आप ने भोजन बाजार से भी मंगवाया है तो उसे किसी अच्छी क्रौकरी और कटलरी के साथ परोसें.

उस पर अपने हिसाब से गार्निश करें, जिस में लाल, पीले, हरे रंग के अच्छे कौंबिनेशन का प्रयोग करें. कुछ लोग बौक्स में रख कर ही खाना परोस देते हैं जो देखने में सही नहीं लगता क्योंकि किसी भी व्यंजन की विजुअल अपील का अच्छा होना सब से अधिक जरूरी होता है जो खाने की रुचि जगाती है.

पार्टी में गार्निश को ले कर बातें करने का मौका मिलता है, जिस में उस व्यक्ति का एफर्ट दिखता है. उस की इस रुचि को सराहा भी जाता है.

फूड स्टाइलिंग में बना सकते हैं कैरियर

मैगजीन, टीवी या फिर रेस्तरां के मैन्यू में अलगअलग तरह की डिश की तसवीरें देख कर आज के यूथ इस ओर काफी रुचि ले रहे हैं और इस का ट्रैंड आजकल काफी बढ़ा है. यही वजह है कि वे इस दिशा में ट्रेनिंग लेने से कतराते नहीं क्योंकि जिस डिश को आप तसवीरों में देखते हैं उसे सजाने का काम, फूड स्टाइलिस्ट ही करते हैं. फूड स्टाइलिस्ट फोटोग्राफर्स, आर्ट डाइरैक्टर, प्रोड्यूसर्स, एडिटर्स, मार्केटिंग टीम के साथ मिल कर काम करता है. उस का काम किसी खाने को सुंदर दिखाना होता है.

असल में फूड स्टाइलिस्ट का काम एक आर्ट वर्क है. ये आमतौर पर उन स्टूडियो में काम करते हैं, जहां पर किसी खाने का फोटो या वीडियो शूट करना हो. वे खाना तैयार करने से ले कर उसे सुंदर दिखने तक काम करते हैं.

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