Business Ideas For Women : कोरोनाकाल ने हमें बहुत कुछ सिखाया. इस मुश्किल समय ने यह एहसास दिलाया कि सिर्फ नौकरी के भरोसे रहना मूर्खता हो सकती है. कब आप को अपनी जमीजमाई जौब से हाथ धोना पड़ जाए कोई इस की गारंटी नहीं लेता. ऐसे में हमें अपने पैरों पर खड़े होने के लिए विकल्पों की जरूरत है. यही कारण है कि साइड बिजनैस या छोटे स्तर पर खुद का काम शुरू करना सिर्फ विकल्प ही नहीं बल्कि समझदारी बन चुका है.
आज की दुनिया में कोई भी खासकर महिलाएं, चाहे वे 18 साल की हों या 80 की, अपने हुनर को अपना बिजनैस बना सकती हैं. कोविड टाइम में इस के हमें बहुत से उदाहरण देखने को मिले हैं जब महिलाओं ने अपनी उम्र से हट कर अपना अलग बिजनैस शुरू किया, फिर चाहे उम्रदराज महिलाओं ने अपना अनुभव अचार, लड्डू या बुनाई के जरिए बेचा या फिर यंग गर्ल्स ने अपने फैशन सेंस को थ्रिफ्ट स्टोर के जरीए इनकम सोर्स बनाया.
साइड इनकम का मतलब सिर्फ पैसा ही नहीं है बल्कि, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता भी है. जहां आप बुढ़ापे में सिर्फ अपनी पैंशन और जवानी में मांबाप पर निर्भर न हों बल्कि अपनी खुद ही पहचान और पैसा कमाएं.
शौक को बनाएं कमाई का जरीया
अगर आपको लगता है कि बिजनेस सिर्फ बड़े सेटअप, मोटे निवेश से ही पोसिबल है, तो ज़रा सोचिए — आपकी पसंदीदा अभिनेत्री काजोल को ही अक्सर बुनाई करते हुए देखा गया है. बुनाई एक घरेलू कला है, लेकिन इसमें भी कमाई का बड़ा ज़रिया छिपा है. अगर आप सिर्फ शौक के लिए कुछ कर रही हैं, तो क्यों न उसी से कमाई भी शुरू करें?
क्या कर सकती हैं महिलाएं?
फ्लावर डेकोरेशन: शादी, पार्टी या पूजा के आयोजनों में सजावट की हमेशा ज़रूरत होती है. अगर आपके पास थोड़ा सा कलात्मक नजरिया है, तो आप इसका कोर्स भी कर सकती हैं और खुद का काम शुरू कर सकती हैं. आप चाहें तो शादियों के लिए दिए जाने वाले गिफ्ट्स को डेकोरेट करने का काम शुरु कर सकती हैं. इसमें आपको ज्यादा पैसा भी इनवेस्ट नहीं करना पड़ेगा और जैसे जैसे आपके कस्टमर बढ़ेंगें वैसे ही आप अपने इस काम को एक्सपैंड भी कर सकती हैं. इसमें आपको ज्यादा स्टोर भरकर सामान रखने की जरुरत भी नहीं है. आप कुछ सामान हैंडी रखें बाकी ऑडर आने पर खरीद कर इस्तेमाल कर सकती हैं इससे आपके घर में जगह भी ज्यादा खराब नहीं होगी.
कैंडल मेकिंग, होममेड साबुन/मॉइस्चराइज़र: ये चीज़ें आज के समय में बहुत ट्रेंडिंग हैं. लोग ऑर्गेनिक और घर में बने प्रोडक्ट को प्राथमिकता दे रहे हैं. आप ऑनलाइन या अपने जान-पहचान के लोगों में इसे बेचना शुरू कर सकती हैं. इसके लिए आप मार्केट से आसानी से अपनी सुविधा अनुसार सामान उठा सकती हैं. स्टोक में भी ज्यादा चीजें रखने की जरुरत नहीं है क्योंकि इनको बनाने की प्रोसेस ज्यादा लंबी नहीं है.
सिलाई-कढ़ाई: अगर आपके पास सिलाई की बेसिक जानकारी है, तो आप बच्चों के कपड़े, घर की सजावटी चीजें, या कस्टमाइज गिफ्ट आइटम बनाकर बेच सकती हैं. चाहें तो आप यूज्ड़ वेस्ट कपड़ों को रियूज करने के आइडिया और प्रोडक्ट बेच सकती हैं. जैसे माता पिता अपने बच्चे के छोटे हो चुके कपड़ों को फैंकना नहीं चाहते तो उन कपड़ों के टॉय या रजाई या चद्दर जैसी चीजें बनाकर बेची जा सकती हैं. ये काम आसान भी है इसमें कमाई का जरिया भी है.
ट्यूटोरियल बनाएं और बेचें: अगर आप खुद प्रोडक्ट नहीं बेचना चाहतीं, तो अपने स्किल का ट्यूटोरियल बनाएं और उसे ऑनलाइन बेचें. आज के दौर में डिजिटल कंटेंट की भी बड़ी डिमांड है.
अचार और टिफिन सर्विस: खाना बनाना शौक है? तो क्यों न इसे बिजनेस में बदला जाए. सिंपल अचार, मुरब्बा, पापड़, या फिर टिफिन सर्विस — यह सब आप घर से शुरू कर सकती हैं. सिर्फ दो ग्राहक से शुरू करके भी आप इसे बड़ा बना सकती हैं.
क्लाउड किचन: यह नया कॉन्सेप्ट है जिसमें बिना रेस्टोरेंट खोले आप ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खाना बेच सकती हैं. आपको इसके लिए भारी भरकम मुश्किल मैन्यू रखने की भी जरुरत नही, आप चाहें तो सिर्फ एक या दो प्रोडक्ट जैसे परांठा या मोमोज, या राजमा चावल से भी ये किचन शुरु कर सकती हैं. और इसके लिए आपको कमर्शियल स्पेस की भी जरुरत नहीं. अपनी किचन से सभी काम संभव है.
टी-शर्ट प्रिंटिंग, फ्रिज मैग्नेट मेकिंग: ये सभी छोटे-छोटे बिजनेस हैं जो आप बहुत कम लागत में शुरू कर सकती हैं. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Etsy, Amazon, या Instagram पर इन्हें प्रमोट भी किया जा सकता है.
बिजनेस करने के फायदे
साइड इनकम : नौकरी के साथ भी अतिरिक्त आमदनी आप के आर्थिक आत्मबल को बढ़ाती है.
सैल्फ इस्टीम : जब आप खुद से कमाई करती हैं, तो आत्मविश्वास में जो निखार आता है, उस की कोई तुलना नहीं.
खुशी : जब अपनी पसंद का काम पैसे में बदलता है, तो दिल से जो संतुष्टि मिलती है, वह अनमोल होती है.
फैमिली सपोर्ट : जब आप घर बैठे कमाना शुरू करती हैं, तो परिवार भी प्रेरित होता है और आप की कद्र और बढ़ती है.
क्या चाहिए शुरुआत के लिए
सोच, आत्मविश्वास, थोड़ा सा समय और सीखने की इच्छा।
बड़ा सेटअप हो या छोटा, सब से जरूरी चीज है खुद पर विश्वास। आप महिला हैं, मल्टीटास्किंग आप की पहचान है. आप ने घर, परिवार, नौकरी और बच्चों को एकसाथ संभाला है, तो क्यों न इस हुनर को एक नई दिशा दी जाए।
अब समय आ गया है कि आप सिर्फ दूसरों के सपनों को न संजोएं, बल्कि अपने सपनों को भी उड़ान दें. एक छोटी सी शुरुआत भी बड़ा बदलाव ला सकती है. चाहे आप गृहिणी हों या वर्किंग वूमन, अपने शौक को बिजनैस में बदल कर न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत बनें, बल्कि समाज को यह दिखाएं कि औरत सिर्फ घर नहीं, दुनिया भी संभाल सकती है.
कैसे करें अपने प्रोडक्ट की सस्ती और असरदार मार्केटिंग
जब कोई महिला अपने छोटे स्तर पर बिजनैस की शुरुआत करती है, तो सब से बड़ा सवाल होता है कि मार्केटिंग कैसे करें? बिना ज्यादा पैसे खर्च किए भी आप अपने प्रोडक्ट को लोगों तक पहुंचा सकती हैं, बस जरूरत है थोड़ी स्मार्ट सोच और लगातार कोशिश की.
सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें फ्री में
इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सऐप बिजनैस : इन प्लेटफौर्म्स पर अपनी दुकान खोलिए. प्रोडक्ट की बढ़िया तसवीरें डालिए, ग्राहकों से मिले अच्छे रिव्यू शेयर कीजिए.
रील्स और स्टोरीज : इन में आप का काम प्रोसेस में दिखे, जैसे कैंडल बनाते हुए, अचार पैक करते हुए. इस से लोगों को आप से जुड़ाव महसूस होगा.
गूगल माय बिजनैस पर फ्री लिस्टिंग करें : इस से आप अपने आसपास के ग्राहकों तक आसानी से पहुंच सकती हैं.
अपने सोशल सर्कल से शुरुआत करें
अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों को बताइए. फर्स्ट और्डर पर डिस्काउंट दीजिए ताकि लोग ट्राई करें.
रैफरल स्कीम शुरू कीजिए : ग्राहक लाएं, डिस्काउंट पाएं.
लोकल मार्केट/मेलों में स्टौल लगाएं
गांव, कालोनी या सोसाइटी के फैस्टिव मेलों में 1-2 दिन का स्टौल लगा कर अपना प्रोडक्ट दिखाइए.
ये छोटा निवेश है लेकिन ब्रैंडिंग के लिए बहुत काम आता है.
कैसे करें अपने छोटे बिजनैस की शुरुआत : आसान स्टेप्स
अब जानिए आसान स्टेप्स जिन से आप अपने बिजनैस को सही और कानूनी रूप में सैट कर सकती हैं :
बिजनेस का नाम और आइडिया फिक्स करें : नाम ऐसा हो जो याद रह जाए. जैसे अगर आप बुजुर्ग हैं तो अपनी उम्र से ही लोगों को अप्रोच करें, जैसे ग्रैनी निटिंग या नानी का अचार इत्यादि. प्रोडक्ट या सर्विस क्या होंगी, ये क्लियर कर लें.
जीएसटी की जरूरत है या नहीं, जानिए
अगर आप की सालाना कमाई ₹20 लाख से कम है (कुछ राज्यों में ₹10 लाख), तो GST अनिवार्य नहीं है.
लेकिन अगर आप ई-कौमर्स प्लेटफौर्म (जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो) पर बेचना चाहती हैं, तो जीएसटी नंबर जरूरी है. आप औनलाइन https://www.gst.gov.in पर रजिस्ट्रैशन कर सकती हैं या नजदीकी सीए की मदद ले सकती हैं.
कुरियर सर्विस कैसे चुनें
अगर आप घर से प्रोडक्ट शिप कर रही हैं : शिपरौकेट, डेल्हीवरी, आईथिंक लौजिस्टिक्स जैसी कंपनियां छोटे व्यापारियों के लिए बहुत उपयोगी हैं. ये कंपनियां आप के घर से पार्सल उठा कर ग्राहक तक पहुंचाती हैं और आप को ट्रैकिंग सुविधा देती हैं. आप चाहें डाकघर से भी शुरुआत कर सकती हैं, जो सस्ता और भरोसेमंद तरीका है.
प्रोडक्ट फोटो और पैकेजिंग पर ध्यान दें
मोबाइल से ही अच्छी लाइट में साफ फोटो लें. सुंदर पैकेजिंग आप के ब्रैंड की पहचान बनाती है खासकर जब लोग अनबौक्सिंग की वीडियो बनाते हैं.
लोगो और टैगलाइन लगाएं (चाहे हाथ से लिखी हो) ताकि लोग आप को याद रखें.
पेमेंट औप्शन आसान बनाएं
गूगल पे, फोन पे, पेटीएम, यूपीआई क्यूआर कोड इस्तेमाल करें. व्हाट्सऐप पर ही पेमेंट लेने की सुविधा दें.
धीरेधीरे प्रोफैशनल बनें.
जब थोड़ा बिजनैस बढ़े, तो खुद का छोटा इंस्टाग्राम स्टोर या वैबसाइट बनवाएं.
फ्री में वैबसाइट बनाने के लिए प्लैटफौर्म्स हैं : दुकान, विक्स, सोफी आदि.
स्मार्ट टिप्स जो आप के काम आएंगे
शुरुआत में खुद ही सब कुछ सीखें और करें। इस से पैसा बचेगा और अनुभव मिलेगा.
जरूरी नहीं कि हर चीज एकदम परफैक्ट हो, पर आत्मविश्वास जरूरी है. ग्राहकों से फीडबैक मांगें और सुधार करते रहें.
नारी शक्ति का बिजनैस मंत्र
अगर आप चाय बना सकती हैं, तो ब्रैंड भी बना सकती हैं. आप के अंदर जो हुनर है, वही आप की ताकत है. उम्र, अनुभव या पैसा बाधा नहीं है, बस जरूरत है सोच, लगन और भरोसे की. अगर आप औलरेडी वर्किंग हैं तो भी अपना साइड बिजनैस शुरू करें. ऐक्स्ट्रा इनकम विल ओनली बैनिफिट यू, कुछ प्रोडक्ट नहीं तो अपनी सर्विस ही बेचें. भले एमबीए हों और अच्छा कमा रही हैं लेकिन अगर कुछ वक्त खाली है आप के पास तो उस का इस्तेमाल जरूर करें.