फैस्टिव सीजन शुरू हो चुका है. हम सभी फैस्टिवल्स पर पहनने के लिए अलगअलग ड्रैसेज खरीदते हैं, मगर आजकल लहंगा भी बहुत फैशन में है. लहंगा एक ऐसा परिधान है जो भले ही बहुत सिंपल सा हो पर आप के व्यक्तित्व में चार चांद जरूर लगा देता है. घाघरा, लहंगा, चनिया, लूगङा लहंगे के ही कुछ रूप हैं.

आजकल बाजार में कई तरह के लहंगे मौजूद हैं। आप इस फैस्टिव सीजन में अपनी आवश्यकतानुसार लहंगे को ट्राई कर सकती हैं.

एक नजर डालते हैं उन सभी विकल्पों  पर जो आजकल ट्रेंड में हैं :

  1. प्रिंटेड चनिया चोली

सामान्यतया कंटन या मिक्स फैब्रिक पर बनाया जाने वाला यह चनिया चोली हर जगह बड़ी सुगमता से उपलब्ध हो जाता है. यह पहनने में बहुत हलका और आरामदायक होता है. आजकल फ्लोरल, बूटा, अजरख, चुनरी और ब्लौक प्रिंटेड जैसे लहंगे बहुत डिमांड में हैं. इन की सब से बड़ी खासियत है कि बड़े प्रोग्राम्स में चुन्नी और हैवी ज्वैलरी के साथ कैरी कर के इन्हें हैवी लुक दे सकती हैं, तो बिना चुन्नी के आप इसे स्कर्टब्लाउज की तरह भी बड़े आराम से प्रयोग कर सकती हैं. कौटन के अतिरिक्त सिल्क, शिफौन, सैटिन, जौर्जेट, क्रैप और बेलवेट फैब्रिक के लहंगे भी आज खूब चलन में हैं.

2. लेयर्ड लहंगा चोली

लेयर्ड घाघरा कैरी करना थोड़ा मुश्किल जरूर होता है पर यह दिखने में बहुत अच्छा और हैवी लगता है. लेयर्स होने के कारण इसे अकसर शिफौन, जौर्जेट जैसे हलके और हैवी फौल वाले फैब्रिक से बनाया जाता है। इस के साथ हैवी वर्क वाला ब्लाउज, कंट्रास दुपट्टा और हलकी ज्वैलरी बहुत फबती है.

 

3. कलीदार लंहगा चोली

मनचाहे फैब्रिक से कलियां काट कर बनाए जाने से यह खूब घेर वाला होता है. इस पर वाइब्रैंट रंगों में हाथ से कढ़ाई की जाती है. इस का बौर्डर बहुत हैवी कढ़ाई वाला होता है, जिस से इस का लुक बहुत हैवी हो जाता है. आजकल बाजार में कढ़ाई वाले भारी लहंगे के साथसाथ अजरख जैसे मिक्स फैब्रिक के हलके लहंगे भी उपलब्ध हैं. इन्हें आप कंट्रास या सेम कलर के दुपट्टे के साथ कैरी कर सकती हैं.

4. गुजराती डांडिया ड्रैस

मुख्यतया गुजरात में बनने वाली यह ड्रैस अब पूरे देश में लोकप्रिय है. इसे मिरर, कच्छ कढ़ाई के साथ बनाया जाता है. नवरात्रि के गरबा पर्व के दौरान भांतिभांति के रंगों और कढ़ाई से सजे लहंगे बाजार में बहुत आराम से मिल जाते हैं. इस पर सिल्वर और किसी भी प्रकार की आर्टिफिशियल  ज्वैलरी कैरी की जा सकती है.

5. गमथी ऐंब्रौयडरी घाघरा चोली

ऊन जैसे मोटे रंगबिरंगे धागों से लहंगा चोली पर की जाने वाली कढ़ाई को गमथी कहा जाता है. इस में रेखागणितीय पद्धति से लाइनों के माध्यम से फूलपत्ती आदि बनाए जाते हैं. इस के साथ हैवी वर्क का ब्लाउज और चुन्नी कैरी की जाती है.

रखें कुछ बातों का ध्यान

  • लाइट शेड पर हैवी ज्वैलरी और हैवी वर्क वाले लहंगा चोली के साथ लाइट ज्वैलरी ही पहनें.
  •  यदि आप का वजन अधिक है तो आप लहंगे के नीचे स्लिम फिट पेटीकोट पहनें, इस से आप की लोअर बौडी स्लिम दिखेगी और आप की पर्सनैलिटी निखर उठेगी.
  • पहनने से पहले अपने लहंगे की सिलाइयों को मजबूत कर लें क्योंकि बाजार की सिलाइयां बहुत कच्ची होती हैं, कभी भी खिंचाव होने पर सिलाई खुलने की संभावना हो जाती है.
  • फाइनल दिन पहनने से पूर्व लहंगे के साथ पहनी जाने वाली मैंचिंग ज्वैलरी और चूड़ियां आदि को एक बार पहन कर जरूर देख लें.
  • इन्हें कभी किसी अन्य कपड़े के साथ धोने की अपेक्षा अलग से ही धोएं, साथ ही बहुत अधिक देर तक भिगो कर रखने की अपेक्षा तुरंत ही धो कर सुखाएं अन्यथा इन का रंग एकदूसरे पर चढ़ जाने की संभावना हो जाती है पर महंगे घाघरे को ड्राईक्लीन कराना ही उचित रहता है.
  • छोटी बच्चियों को भूल कर भी लंबा लहंगा न पहनाएं वरना वे गिर सकती हैं। साथ ही उन की चुन्नी, ज्वैलरी आदि को भी सैफ्टी पिन से अच्छी तरह अटैच कर दें.
  • बाजार से नया लहंगा नहीं लेना चाहती हैं तो आप बौर्डर वाली अपनी साड़ियों में भी चुन्नट डाल कर बहुत अच्छा लहंगा तैयार कर सकती हैं। इस के साथ आप किसी भी क्रौप टौप और हैवी चुन्नी को कैरी कर सकती हैं.
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