पहले के मुकाबले आज हम सभी घर के साथ साथ अपनी किचिन को बनवाने में भी अच्छा ख़ासा पैसा खर्च करते हैं ताकि घर के साथ साथ हमारी किचिन भी मॉडर्न लगे. कई बार हम अपनी किचिन को तो आधुनिक बना लेते हैं परन्तु किचिन में उपयोग किये जाने वाले कौन से बर्तन खरीदें जिनसे हमारी किचिन भी आधुनिक लगे यह नहीं समझ पाते. आजकल बाजार में भांति भांति के कुकवेयर उपलब्ध हैं जिनसे आप अपनी किचिन को एक मॉडर्न लुक दे सकतीं हैं. आजकल जो कुकवेयर मार्केट में उपलब्ध हैं उनकी सबसे बड़ी खासियत है कि वे हमारी सेहत के लिए भी बहुत अच्छे हैं साथ ही उनका मेंटेनेंस करना भी काफी आसान होता है. कुछ समय पूर्व तक जहाँ किचिन में स्टील और नानस्टिक बर्तनों का ही बोलबाला हुआ करता था वहीँ आज अनेकों प्रकार के कुकवेयर हमारी किचिन की खूबसूरती को बढ़ा रहे हैं तो आइये जानते हैं आज के कुछ मॉडर्न कुकवेयर के बारे में-

-स्टोन वेयर

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है ये बर्तन पत्थर के बने होते हैं. इनका उपयोग पिज्जा बेस, ब्रेड, केक, और पास्ता के अलावा सूप और स्टयू बनाने में भी किया जाता है. इन बर्तनों में खाना पकाना सेहत के लिए काफी अच्छा होता है क्योंकि पत्त्थर से बने होने के कारण भोजन पकते समय इनमें से किसी भी प्रकार के जहरीले और केमिकल तत्व रिलीज नहीं होते. इन्हें साफ़ करना काफी आसान होता है, पूरे बर्तन में चारों तरफ एक समान आंच लगती है जिससे खाना एक समान पकता है और भारी होने के कारण इनमें खाना जलने का भी डर नहीं रहता. ये बर्तन काफी हाई तापमान को झेल लेते हैं और भोजन के सारे को उभारकर बाहर लाते हैं.

-कास्ट आयरन कुकवेयर

कास्ट आयरन के बर्तनों का उपयोग ब्रेसिंग, डीप फ्राइंग, मीट को धीमी आंच पर पकाने के अलावा पाय, ब्रेड और अन्य बेक्ड डिशेज को बनाने के काम आते हैं. इनमें धीमी कुकिंग भी आसानी से की जा सकती है. इन बर्तनों में कम से कम तेल में खाना पक जाता है, एक जैसा खाना पकता है, फ्लेवर भी बने रहते हैं साथ ही आयरन का होने से भोजन पकते समय इनमें आयरन जैसा पौष्टिक तत्व हमें अपने आप मिल जाता है जो मानव शरीर का हीमोग्लोबिन बढ़ाने में काफी मददगार होता है. इनमें स्टोव से लेकर माइक्रोवेब ओवन तक में खाना पकाया जा सकता है.

–पोर्सिलीन कुकवेयर

चोकलेट पिघलाना, क्रीमी सूप, और सौस आदि ऐसे खाद्य पदार्थ जिन्हें एकदम धीमी आंच पर खाना पकाया जाता है इनके लिए पोर्सलीन के बर्तन बहुत उपयुक्त होते हैं. ये वजन में बहुत हल्के और भांति भांति के कलर्स में मिलते हैं. ये स्क्रेच रेजिस्टेंट और इंसुलेटेड भी होत्ते हैं, साथ ही इन्हें माइक्रोवेब और ओवन में भी बड़ी आसानी से प्रयोग किया जा सकता है.

-क्ले कुकवेयर

आजकल क्ले अर्थात मिट्टी के बर्तन बहुत चलन में हैं, इनमे खाना धीमी आंच पर पकता है, इनमें तेल बहुत कम प्रयोग किया जाता है, जिससे खाने के फ्लेवर अच्छे से जब्त हो जाते हैं. इनमे खाना पकाने का मतलब है कि आप खाद्य पदार्थ के समस्त पौष्टिक तत्व प्राप्त कर पा रहे हैं. यदि एसिडिक खाने को भी इन बर्तनों में पकाया जा रहा है तो मिटटी के एल्केलाईन गुण खाने को बेलेंस कर देते हैं. इन्हें प्रयोग करने से पूर्व 15—20 मिनट तक पानी में भिगोकर रखें साथ ही भोजन बनाना शुरू करने से पहले इन्हें अच्छी तरह गर्म करना जरूरी होता है ताकि पूरे बर्तन में तापमान एक समान हो जाये.

-तांबे के बर्तन

ताम्बे के बर्तनों में पका खाना सेहत के लिए तो अच्छा होता है परन्तु यदि इनमे अधिक समय तक खाना रखा छोड़ दिया जाए तो ताम्बे के केमिकल तत्व भोजन में मिल जाते हैं दूसरे इन्हें साफ करना काफी मुश्किल होता था परन्तु तांबे के बर्तन आजकल फिर से अपने आधुनिक रूप में हमारी किचिन की शोभा बढ़ा रहे हैं. आजकल के ताम्बे के बर्तनों में बाहरी परत ताम्बे की और अंदरूनी परत स्टील वाले बर्तन काफी चलन में हैं परन्तु ये केवल शो के लिए होते हैं. प्योर ताम्बे के बर्तनों में खाना पकाने से ताम्बे के एल्केलाईन तत्व भोजन में मिल जाने से शरीर को अनेकों पौष्टिक तत्व मिल जाते हैं. परन्तु काफी महंगे होने के कारण इन्हें खरीदना हरेक के बस में नहीं होता.

-पीतल के बर्तन

ताम्बे के बर्तनों की ही भांति ही पीतल के बर्तन भी आजकल फिर से बहुत चलन में हैं. आजकल स्टील के भारी बर्तनों पर ही पीतल की परत चढाकर उन्हें पीतल का लुक दिया जाता है जो दिखने में बहुत अच्छे लगते हैं. इस परत को कोई अतिरिक्त सफाई की आवश्यकता नहीं होती इसलिए इन्हें बड़ी आसानी से मेनेज किया जाता है. ओरिजिनल पीतल के मुकाबले ये सस्ते भी होते हैं.

 

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