Summer Gardenning Tips: ऋतुओं के बदलते ही बदलने लगती है हर किसी की जीवन शैली फिर चाहे वो मनुष्य हो, जीव जंन्तु हो या पेड़ पौधे हर किसी पर इस बदलव का असर देखने को मिलता है. बात करें पेड़ पौधों कि तो गर्मियों के मौसम में कई ऐसे पौधे हैं जो हमारे घर को फूलों से सुगन्धित कर हमें मंत्रमुग्ध कर देते हैं, लेकिन सोचने वाली बात यह है यदि हमें इन्हें रोज़ पानी ना दें तो हमारे पौधे खराब हो सकते हैं क्योंकि गर्मियों में अधिक पानी कि जरूरत होती हैं तो आज हम आपको बताने जा रहें हैं कुछ ऐसे पौधों के बारे में जो कम पानी में भी खिलते रहते हैंऔर इन्हें मांटिनेंस की जरूरत भी कम होती है.

गुड़हल

गुड़हल का पौधा लगाने के लिए मार्च से अक्टूबर के बीच का समय बेहतर होता है इसे कुछ जगहों पर जसुद, शो फ्लावर और चाइना रोज भी कहा जाता है. देसी गुड़हल लाल रंग का होता हैं लेकिन हाई ब्रीड वैराइटी में कई रंगों के सिंगल और डबल लेयर वाले फूल होते हैं।साल भर इसका पौधा हरा-भरा रहता है पर गर्मियों में यह ज्यादा फूल देता है। इसे कटिंग या बीज दोनों से उगाया जा सकता है.

विन्का ( सदाबहार )

हाइब्रिड विंका फूल आपके बगीचे को खूबसूरत रंगो से भर देगा। इसके बीज अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी में बोएं और उन्हें अंकुरण तक गीला रखें, दो सप्ताह बाद इसमें पौधे निकलने लगेंगे. विंका पौधे को पूरी धूप के साथ साथ कम मांटिनेंस की जरूरत होती हैं. इसकी देसी प्रजाति में हल्के पर्पल और सफेद फूल आते हैं. इसकी हाई ब्रीड वैराइटी में कई तरह के रंग-बिरंगे फूल होते हैं। ये एक बार उग जाएं तो आपके बगीचे को पौधों व फूलों से भर देता है.

चांदनी

गर्मियों के मौसम में यह झाड़ीनुमा पौधा छोटे-छोटे बहुत सारे फूलों से भर जाता है।चांदनी के फूल को जूही या रातरानी या चमेली भी कहते हैं। चांदनी के फूल बहुत ही सुन्दर तथा सफेद रंग के होते हैं।

यूफेबिया

यह कैक्टस प्रजाति का पौधा है। इसे स्लेंडर स्पर्ज या अफ्रीकन मिल्क बुश के नाम से भी जाना जाता है,इसका तना कांटों से भरा होता है, यह अफ्रीकन पौधा हैं. इसे कम पानी और ज्यादा धूप की जरूरत होती हैं इस पर गर्मियों के मौसन मे रानी रंग के बहुत सारे फूल खिलते हैं.

मोगरा

मोहक सुगंध इसकी सबसे बड़ी पहचान है। आप मिट्टी या सीमेंट के गमले में लगाए, प्लास्टिक में नहीं।यह हेवी फीडर पौधा है और इसे खाद, पानी, फर्टिलाइजर सभी की जरूरत पड़ती है और इसमें अच्छी फ्लॉवरिंग के लिए आप अपने पौधे में एप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं. तेज़ धूप मिलने पर इसके फुल ज्यादा खिलते हैं व इसे समय समय पर कटिंग की जरूरत होती है.

अडेनियम

अडेनियम मूल रूप से रेगिस्तान में उगने वाला पौधा हैं इसमें कई रंग के फुल खिलते हैं जैसे लाल गुलाबी,सफ़ेद,नीले यह गुलाब की तरह दीखता हैं इसलिए इसे रागिस्तान का गुलाब भी कहते हैं इसे फ़रवरी से जून के महीने में लगाना चाहिए. इसे तेज़ धूप व कम पानी की आवश्यकता होती है इस पौधे को कटिंग या बीज दोनों से उगाया जाता हैं यह सालों साल चलने वाला पौधा है.

मधुमालती

मधूमालती बहुत ही खूबसूरत बेल होती हैं इसके फूलो की विशेषता है कि इसके फुल रंग-बिरंगे गुच्छों में खिलते हैं व इनका रंग सफेद, दोपहर में गुलाबी और रात को लाल हो जाता है और पूरे वातावरण में इसकी खुशबू फैल जाती है. इसे कटिंग व बीज दोनों से लगाया जा सकता है साथ ही इसे तेज़ धूप की जरूरत होती है व समय समय पर इसकी कटिंग होना जरूरी होता है. इस पौधे को पानी अधिक देने से फुल कम खिलते हैं.

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