Relationship Tips: आज राकेश के आंसू नहीं रुक रहे थे. आखिर प्रियंका दुलहन बन किसी से शादी जो कर रही थी. दोनों के बीच का प्यार खत्म हो चुका था लेकिन दोस्ती आज भी थी. इसी दोस्ती के चलते प्रियंका ने राकेश को शादी में बुलाया था और राकेश भी उस का मान रखने चला गया. लेकिन क्या अब राकेश के आंसू और लोगों की कानाफूसी प्रियंका और उस के घर वालों का मान रख पाएगी? क्या प्रियंका का दूल्हा ये सब इतनी आसानी से स्वीकार कर पाएगा? जवाब है नहीं.
माना जमाना बदल रहा है मगर इतना भी नहीं कि अपनी शादी में अपने ऐक्स बौयफ्रैंड अर्थात पुराने प्रेमी को न्योता दिया जाए. पुराने प्रेमी की मौजूदगी भले कुछ देरी के लिए क्यों न हो वह आप के वर्तमान साथी को एक पल भी हजम नहीं होगी और जब बुलाने वाली एक लड़की हो तो बात और गंभीर हो जाती है.
भारत में आज भी लड़की का कोई बौयफ्रैंड होना अपनेआप में ही समाज और परिवार के लिए एक आपत्ति का विषय है. दूसरा अब उस की शादी में कोई ऐक्स आ जाए तो यह तो सीधा परिवार की मानमर्यादा को ठेस पहुंचाने और लड़की के चरित्रहीन होने का रूप ले लेता है.
चाहे आप का पति कितना ही मौडर्न क्यों न हो इन बातों के लिए एक पुरानी और कठोर सोच ही रखेगा और वैसे भी मौडर्न होने का मतलब यह नहीं कि ऐक्स से तालमेल बना कर चलें. मौडर्न होने का मतलब यह है कि पुराने प्रेमी को और उस की हर याद, बात को पीछे छोड़ आगे बढ़े अपने पुराने रिश्ते अपने वर्तमान रिश्तों से हमेशा कोसों दूर रखें. पुराने समय की बातें, वादे, यहां तक कि यादें भी और यह बात लड़कालड़की दोनों पर पूरी लागू होती है.
जो रिश्ते टूट गए और जो लोग छूट गए उन्हें पीछे ही रहने दिया जाना चाहिए न कि आज में शामिल कर अपना आने वाला कल संकट में डालना चाहिए. भारत क्या, इतने मौडर्न तो यूरोपीयन, अमेरिकन लोग भी नहीं जो अपने ऐक्स को अपनी शादी में इन्वाइट करें. वे भी अपने ऐक्स को अपनी मौजूदा जिंदगी से दूर रखना पसंद करते हैं.
ऐक्स को अपनी शादी में बुलाना अपने जीवन में एक तूफान को न्योता देने से कम नहीं. इसी तर्क की गंभीरता को कुछ पौइंट्स से समझाने का प्रयास करें:
इमोशनल डैमेज: आप का पार्टनर भले ही बहुत प्रैक्टिकल और मैंटली स्ट्रौंग हो लेकिन आप के ऐक्स को अपनी ही शादी में देख वह मैंटली डिस्टर्ब या अनकंफर्टेबल जरूर महसूस करेगा. आप के ऐक्स की मौजूदगी वह भी इतने खास दिन उसे सैल्फ डाउट में डाल देगी.
ड्रामा: ऐक्स का होना पुरानी यादों की बरात लाने जैसा होगा जो किसी भी वक्त पूरे खुशनुमा माहौल को एक फिल्मी ड्रामा में बदल सकता है. न जाने कब आप के प्रेमी की दिली उमंगें जोर मारने लगें और वह आप की बरात में आप के और अपने पुराने गीत गुनगुनाना शुरू कर दे.
कानाफूसी और तिरस्कार: ऐसा तो होगा नहीं कि शादी में आप के ऐक्स को आप के अलावा कोई जानता न हो. उसे जाननेपहचाने वाले वहां कुछ लोग तो मौजूद होंगे ही. अब वे आप के ऐक्स को ले कर तरहतरह की बातें करेंगे जो धीरेधीरे आप के और आप के ससुराल वालों के कान तक चली जाएंगी. अब आप खुद ही सोचिए कि क्या ये बातें सुन वे शादी में सीना चौड़ा करेंगे या शादी में हंगामा अथवा आप से रुसवाई? भला कोई भी परिवार अपनी बेटी या बहू के पुराने प्रेमी की आवभगत करेगा?
संदेह: अपने ऐक्स को अपनी शादी में बुला आप स्वयं ही अपनी ईमानदारी और चरित्र पर अपने पार्टनर और समाज को उंगली उठाने या संदेह करने का मौका दे रही हैं. आप का पार्टनर यही सोचेगा कि आप आज तक अतीत को भूल नहीं पाई हैं या आप अपना आज और बीता कल दोनों साथ ले कर चलना चाहती हैं जो किसी भी व्यक्ति को मंजूर नहीं होगा और न ही यह करना किसी भी रूप में उचित है.
भविष्य पर प्रश्न चिह्न: जिस तरह आप ने बड़ी सहजता से उसे यानी अपने ऐक्स को अपने आज, अपनी शादी में शामिल कर लिया क्या गारंटी है कि आप उसे अपने आने वाले कल यानी भविष्य में नहीं जोड़ेंगी? जिस तरह आज आप ने उसे अपनी शादी में बुलाया है क्या पता कल आप उसे घरप्रवेश या अपने बच्चे के बर्थडे पर भी इनवाइट करें.
हां यह भी सच है कि कुछ लोग ब्रेकअप के बाद भी अच्छे दोस्त रह एकदूसरे का हालचाल जान लेते हैं या एकदूसरे के फंक्शन में आतेजाते हैं लेकिन ये लोग कुछ चुनिंदा लोग ही है. जैसे पुराने समय से दोस्त या किसी गु्रप का हिस्सा जो आज भी सब लोगों को जोड़े हुए है ठीक वैसे ही अगर आप भी और आप का पार्टनर और आप का ऐक्स तीनों ही दोस्त थे या किसी सेम गु्रप का हिस्सा थे जैसे स्कूल फ्रैंड, कालेज या औफिस गु्रप तो जाहिर है आप तीनों ही एकदूसरे को अच्छे से जानते होंगे और आप का कोई भी रिश्ता आप तीनों से छिपा नहीं होगा. इस सूरत में अगर आज भी आप का ऐक्स आप के किसी फ्रैंड सर्कल का हिस्सा है तो हां उसे इन्वाइट कर सकते हैं. लेकिन इस में भी कुछ शर्ते हैं जैसे:
– दोनों का ब्रेकअप एकदूसरे की सहमति से हुआ हो.
– ब्रेकअप में किसी ने कोई मर्यादा भंग न की हो.
– किसी भी तरह की हिंसा न हुई हो.
– आज की वर्तनाम स्थिति में आप दोनों हर रूप से एकदूसरे के लिए सिर्फ एक आम दोस्त हों.
– ऐक्स को बुलाने का फैसला सहमति से लिया गया हो अर्थात आप और आप के साथी यानी होने वाले पति ने एकदूसरे से परामर्श कर के ही लिया हो.
– अगर उस की मौजूदगी से आप या आप के साथी पर व्यंग्य कसे जाएं तो आप उस के लिए पहले से मैंटली और इमोशनली तैयार हों.
– सब से महत्त्वपूर्ण यह कि आप को यह पूरा भरोसा हो कि वह आप की शादी में एक अतिथि की मर्यादा में ही रहेगा कोई हंगामा या ड्रामा नहीं करेगा.
अब यहां आप यह प्रश्न करें कि आप के होने वाले पति की मंजूरी या उस से परामर्श क्यों जरूरी है? तो आप इतना समझ लीजिए कि कोई भी आदमी चाहे कितना भी मौडर्न हो अपने साथी का ऐक्स अपनी बगल में सहन नहीं करेगा. भले वह उस घड़ी चुप रह जाए लेकिन बाद में आप से कई सवाल करेगा. यह आप के बनते रिश्ते में पहली दरार का काम करेगा. दूसरा वी बाद में भी चुप्पी लगा जाए लेकिन मन ही मन इतना चोटिल होगा कि आप पर से उस का विश्वास अब एक शक के दायरे में आ चुका होगा.
आप का पति यही सोचता रहेगा कि आप आज भी अपने ऐक्स से जुड़ी हैं. उसे मन ही मन आज भी चाहती हैं या फिर येह कि आप भविष्य में कभी भी अपने ऐक्स के पास वापस जा सकती हैं. इस तरह आप का पति आप पर विश्वास कर पाएगा और न प्यार और आप का शादीशुदा जीवन हमेशा एक कमजोर रिश्ता बन कर रह जाएगा. आप यह जानतीसमझती हैं कि कमजोर रिश्ते ज्यादा दिन नहीं बने रहते.
आप यहां यह नहीं कह सकतीं कि आप का पति शक्की है और सारी गलती उसी की है क्योंकि आप के पति के मन के भीतर शक का बीज स्वयं आप ने बोया है.
आजकल हरकोई अपनी शादी बौलीवुड मूवीज की शादी की तरह ड्रामैटिक बनाना चाहता है, जिस के लिए बहुत लड़कियां अपने ऐक्स को अपनी शादी में बुलानचा और गवा रही हैं और वे लड़के भी बड़ी सहजता से ट्रेंडिंग होने के लिए शादी में शामिल हो नाचगा रहे हैं जो एडवांस्ड समाज में उदाहरण नहीं बल्कि एक ओछी हरकत है. यहां बुलाने वाली लड़की यानी दुलहन और आने वाला उस का ऐक्स दोनों सिर्फ सोशल प्लेटफौर्म पर वायरल और ट्रेंडिंग होने के लिए हर रिश्ते और उस से जुड़ी गरिमा का मजाक बना रहे हैं ये इतनी भी समझ नहीं रखते कि ऐसा कर इस तरह 2 परिवारों की खिल्ली उड़ा रहे हैं.
अपेक्षा दूसरों से ही क्यों
समाज आज इतना भी एडवांस्ड नहीं हुआ जहां आप खुलेआम अपने पुराने प्रेमी को अपनी ही शादी में अपने पति से मिलाएं. आप स्वयं सोचिए कि अगर आप के पति अपनी पुरानी गर्लफ्रैंड को शादी में इन्वाइट करें और आप की बगल में बैठा तसवीर लें तो क्या आप को खुशी होगी? क्या आप पोस बना फोटो शूट करवाएंगी. नहीं बल्कि आप तो मन ही मन उस की ऐक्स के बाल और मुंह नोचने की सोच रखती होंगी. तो फिर ऐक्स को बुलाने और उसे अतिथि की तरह सहज स्वीकार करने की अपेक्षा अपने पति से क्यों रखी है?
जिस तरह 2 नावों में पैर रख सवारी करना मुमकिन नहीं ठीक वैसे ही एक पांव अतीत में और दूसरा वर्तमान में रख भविष्य की दूरी तय नहीं की जा सकती. फिर भी आप यह दुहाई दें कि आप और आप का होने वाला पति बहुत ओपन माइंडेड है, उसे आप के ऐक्स के आने से कोई प्रौब्लम नहीं होगी और ऐक्स को बुलाना कोई हरज की बात नहीं तो यह आप का निजी फैसला है. इसलिए इस का परिणाम भी आप ही को भुगतना होगा.
Relationship Tips
