अमृता सिंह हिंदी सिनेमा और टेलिविजन की सफल अभिनेत्रीयों में से हैं. अमृता सिंह की पहली डेब्यू फिल्म “बेताब” साल 1983 में रिलीज हुई थी. इसके अलावा और भी कई फिल्में है, जिसके कारण अमृता सिंह ने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपनी मुकाम हासिल की जैसे मर्द (1985), नाम (1986), खुदगर्ज (1987), इलाका (1989), तूफान (1989) आदि.

प्रारंभिक जीवन

अमृता सिंह का जन्म 9 फरवरी 1958 को एक शिख परिवार में हुआ था और इनकी मां का नाम रुखशाना सुल्तान है, जो की एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. इनके पिता का नाम शिविन्दर सिंह, जो एक आर्मी ऑफिसर थे. अमृता ने अपनी स्कूल की पढ़ाई मॉडर्न स्कूल दिल्ली से की है.

अमृता सिंह ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1983 की हिंदी फिल्म “बेताब” से किया था, इस फिल्म में इनके अपोजिट लीड रोल में सन्नी देओल थे और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई थी. अमृता सिंह ने साल 1985 में अमिताभ बच्चन के साथ मर्द में काम किया और यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई. इन्होंने ज्यादातर फिल्में बॉलीवुड अभिनेता सन्नी देओल, संजय दत्त, अनिल कपूर और अमिताभ बच्चन के साथ की है.

अमृता ने अपने जीवन में रोमैंटिक, एक्शन, ड्रामा फिल्मों के अलावा कुछ ऐसी फिल्में भी की है जिनमें उन्होंने खलनायक की भूमिका अदा की है जैसे “राजू बन गया जेंटलमैन”(1992) और “आइना”(1993). इसके अलावा अमृता ने बहुत सारी फिल्में की हैं जैसे “शहीद”, “शूटआउट एट लोखंडवाला”, “कलयुग” और “दस कहानियां” जैसी फिल्में.

अमृता सिंह का निजी जीवन

अमृता सिंह की निजी जीवन की बात करे तो इन्होंने बॉलीवुड फिल्म अभिनेता सैफ अली खान से साल 1991 में शादी की और इन दोनों के दो बच्चे हुए सारा अली खान और इब्राहिम अली खान. इन दोनों ने शादी के 13 साल बाद साल 2004 में तलाक ले लिया. उसके बाद सैफ अली खान ने बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर से शादी कर लिया.

अमृता सिंह की फिल्में

बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री अमृता सिंह ने अपने फिल्मी करियर  में बहुत सारी बॉलीवुड हिंदी फिल्में की जैसे बेताब (1983), मर्द (1985), चमेली की शादी (1986), नाम (1986), खुदगर्ज (1987), तमाचा (1988), वारिस (1988), अग्नी (1988), गलियों का बादशाह (1989), इलाका (1989), बटवारा (1989), तूफान (1989), जादूगर (1989), वीरू दादा (1990), क्रोध (1990), धरम संकट (1991), अकेला (1991), राजू बन गया जेंटलमैन (1992), सूर्यवंशी (1992), रंग (1993), कलयुग (2005), शूटआउट एट लोखंडवाला (2007), कजरारे (2011), औरंगजेब (2013), और 2 स्टेट्स.

धारावाहिक में भी किया काम

अमृता ने 2005 में स्टार प्लस के सीरियल ‘काव्यांजली’ में भी काम किया है.

ऑवार्ड

1994 में अमृता सिंह को फिल्म ‘आइना’ के लिए फिल्म फेयर ऑवार्ड से नावाजा गया था. 2005 में धारावाहिक काव्यांजली के लिए इंडियन टेली ऑवार्ड और 2006 में पसंदीदा खलनायक के लिए स्टार परिवार ऑवार्ड मिला था.

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