सारिका को अपने होंठों को ले कर काफी शर्म महसूस होती है, क्योंकि पिछले कुछ सालों से उस के होंठों का रंग काला हो चुका है. जिसे छिपाने के लिए सारिका को हमेशा अपने होंठों पर लिपस्टिक या लिपकलर लगाना पड़ता है.

होंठ किसी भी महिला की सुंदरता के प्रतीक होते हैं. इसलिए उन का काला हो जाना महिला के लिए तनाव का कारण बन जाता है. आखिर क्या है इस का इलाज? कैसे आप फिर से गुलाबी होंठ पा सकती हैं? इस बारे में मुंबई के ‘द कौस्मैटिक सर्जरी इंस्टिट्यूट’ के कौस्मैटिक सर्जन मोहन थामस से बातचीत हुई. उन का कहना है कि होंठों पर पैचेज होने या  उन के काले होने के कई कारण होते हैं-

  1. धूम्रपान से होंठों का रंग काला पड़ सकता है या उन पर पैचेज आ सकते हैं.
  2. कई बार होंठों पर नमी की कमी की वजह से डार्क स्पौट हो जाते हैं, इसलिए होंठों को नमी प्रदान करने के लिए हमेशा मौइश्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए.
  3. धूप में अधिक समय तक चलनेफिरने से भी होंठों का रंग काला पड़ सकता है. इसलिए हमेशा बाहर निकलते समय एसपीएफ 35 वाले सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करना आवश्यक होता है.
  4. कई बार हारमोनल असंतुलन के कारण भी होंठों का रंग काला हो जाता है.
  5. होंठों के अचानक काला होने का कारण स्किन कैंसर भी हो सकता है. इसलिए इस की जांच डाक्टर से अवश्य करा लेनी चाहिए.

डाक्टर थामस बताते हैं कि आजकल इस के लिए एक ऐसा महत्त्वपूर्ण इलाज है, जिसे काफी महिलाएं करवाती हैं. वह है ‘मैडिकल टैटूइंग.’ इस के द्वारा स्थायी रूप से लिप का मेकअप संभव हो जाता है. एक बार कराने पर बीच में 1 या 2 बार सिर्फ ‘टचअप’ की आवश्यकता पड़ती है. कोई भी इलाज दोबारा आप के होंठों को काला कर सकता है पर मैडिकल टैटूइंग से आप मनचाहे होंठ हमेशा के लिए पा सकती हैं.

टैटूइंग में आप के स्किन टाइप के अनुसार होंठों को रंग दिया जाता है. पहले होंठों का आकार बना कर उन पर क्रीम लगा कर सूई की सहायता से रंग भर दिया जाता है. रंग कई प्रकार के होते हैं:

ब्लैंडेड लिपलाइनर तकनीक से आप होंठों को मनचाहा आकार दे सकती हैं. फिर उन में मनचाहा रंग या लिपस्टिक भर सकती हैं.

पूरे होंठ को कलर करने के लिए लिपलाइनर के बाद होंठों के पैच वाले या काले हुए भाग में त्वचा के अनुसार रंग भर दिया जाता है. जब पूरी तरह से रंग भर दिया जाता है, तो इस के ऊपर आप सिर्फ लिपग्लौस लगा कर होंठों में चमक ला सकती हैं या फिर परिधान से मैचिंग लिपस्टिक भी लगा सकती हैं.

टैटूइंग आंखों की पुतलियों के रंग और बालों के आधार पर किया जाता है, जिसे एक अनुभवी सर्जन ही कर पाती है. इसे करने में डेढ़ से 2 घंटे का समय लगता है. कई बार सूजन आने पर दवा से इसे ठीक कर दिया जाता है. अगर महिला को किसी प्रकार की बीमारी हो मसलन, ब्लडप्रैशर या मधुमेह तो डाक्टर की उचित निगरानी में मैडिकल टैटूइंग किया जा सकता है. टैटूइंग के 4 दिन बाद महिला अपनी दिनचर्या पर लौट सकती है. इसे करवाने का खर्चा क्व15,000 से क्व 20,000 तक आता है.

टैटूइंग के 5 से 10 साल बाद थोड़े ‘टचअप’ की आवश्यकता होती है ताकि आप के होंठ हमेशा खूबसूरत दिखें. लिप मेकअप के अलावा मैडिकल टैटूइंग आईब्रोज, चेहरे पर दागधब्बे आदि के लिए भी एक अच्छा इलाज है. इस के द्वारा आप अपने आत्मविश्वास को फिर से पा सकती हैं. लेकिन इतना ध्यान अवश्य रखें कि हमेशा एक अच्छे और अनुभवी कौस्मैटिक सर्जन के पास ही जाएं ताकि बाद में आप को पछताना न पड़े.

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