1. लालमिर्च

लालमिर्च में विटामिन ए, सी तथा बी 6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ये सभी ऐंटीऔक्सीडैंट को कायम रखने, मस्तिष्क को तेज करने के साथ ही उस की गतिशीलता को बढ़ाने, त्वचा, नेत्रों तथा मांसपेशियों को ताकत देने का कार्य करते हैं. मिर्च रेशा, पोटैशियम, मैगनीज जैसे तत्त्वों को काया में पहुंचाने का भी अच्छा साधन है. ये वजन पर अंकुश रखने के साथसाथ कोलैस्ट्रौल लैवल को भी कम करते हैं.

 2. तरबूज

रंगीन, रसीले फल तरबूज का 80% भाग पानी होता है. यह आयरन, गंधक, तांबा, कैल्सियम, फास्फोरस, विटामिन ए, थायमिन, रिबोफ्लेविन व एस्कोर्बिक ऐसिड का बेहतर स्रोत है. तरबूज का हलका लाल वाला भाग विटामिन का अच्छा स्रोत है तथा बीटा कैरोटिन से दोगुना ताकतवर होता है. यह विटामिन ई की सामर्थ्य को भी 10 गुना बढ़ा देता है, जिस से त्वचा को हानि पहुंचाने वाले फ्रीरैडिकल्स निष्क्रिय हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें- हाजमा सही तो सेहत सही

3. टमाटर

पका टमाटर, जिस का रंग खून से मिलताजुलता होता है, खून बढ़ाने में बेजोड़ है. टमाटर निरोगता के लिए अधिक लाभकारी होता है. टमाटर में विटामिंस भरपूर मात्रा में मिलते हैं. इस में पाए जाने वाले विटामिंस में यह विशेषता होती है कि जहां दूसरे पदार्थों में मौजूद विटामिंस थोड़ी सी आंच लगने से खत्म हो जाते हैं वहीं इस में मौजूद विटामिंस साधारण आंच में खत्म नहीं होते. आयरन की मात्रा इस में दूध की अपेक्षा दोगुनी व अंडे की अपेक्षा 5 गुना ज्यादा मिलती है.

4. शलगम:

शलगम क्रूसी फेरी कुल का सदस्य है. इस के अन्य सदस्य मूली, गाजर हैं. इस में भरपूर पोषक तत्त्व पाए जाते हैं. पोटैशियम, फास्फोरस, कैल्सियम व विटामिंस की वजह से यह अनेक बीमारियों को दूर करने की क्षमता रखता है. इस में मौजूद ग्लूकोसाइनोलेट्स के कारण ही इस में तीखापन होता है. यह अचार, सब्जी, सलाद, मुरब्बे के तौर पर प्रयोग में लाया जाता है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...