Salman Khan : बौलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म हिट हो या फ्लौप, दर्शकों के बीच उन का क्रेज लगातार बना हुआ है. लाखोंकरोड़ों फैंस की वजह से आज भी वे इंडस्ट्री में सिर्फ टिके हुए ही नहीं हैं बल्कि बेइंतहा लोकप्रिय भी हैं. हर साल ईद पर सलमान खान की नई फिल्म रिलीज होती है. लिहाजा हर ईद पर दर्शकों को उन की फिल्म का इंतजार रहता है.
इस बार भी ईद पर सलमान खान की फिल्म ‘सिकंदर’ रिलीज हुई जिस का क्रेज दर्शकों के बीच देखने को मिला. फिल्म रिलीज से पहले ही टिकटों की लाखों में बिक्री हो गई थी और यह सिलसिला अभी भी जारी है.
इसी फिल्म के प्रमोशन के लिए हाल ही में जब सलमान खान से मुलाकात हुई तो ऐसा लगा कि वे शायद अपनी जान के खतरे को ले कर डरे हुए नजर आएंगे. लेकिन इस के विपरीत सलमान मीडिया से न सिर्फ प्यार से मिले बल्कि हंसीमजाक करते हुए भी नजर आए. लिहाजा, हम ने बातचीत की शुरुआत करते हुए सलमान के लिए कड़क सिक्युरिटी के बीच उन का रहने का अनुभव, ‘सिकंदर’ की रिलीज को ले कर प्रतिक्रिया, बड़ी उम्र के साथ छोटी हीरोइन रश्मिका के साथ फिल्म में रोमांस करने को ले कर कई दिलचस्प सवाल किए जिन के जवाब सलमान ने पूरी ईमानदारी के साथ, हलकेफुलके मजाकिया अंदाज में.
पेश हैं, सलमान खान से हुई खास बातचीत की चुनिंदा अंश:
सलमान आप की सिक्युरिटी लगातार बढ़ रही है. पर्सनल सिक्युरिटी के अलावा महाराष्ट्र पुलिस भी आप को सुरक्षा दे रही है. बिश्नोई गैंग की धमकी और इस कड़क सिक्युरिटी के बीच रहना पर्सनली आप को कितना डरा रहा है? क्या आप अपनी जान के खतरे को ले कर नर्वस हैं?
अपनों से ही डर
अपने लिए नहीं अपनों के लिए डर लगता है जो मुझ से जुड़े हुए हैं, जो मेरी जिम्मेदारी हैं और जो मेरे भरोसे हैं उन के लिए चिंता होती है. मौत को ले कर नहीं डरता क्योंकि वह पहले से तय है कि कब जाना है. अगर मेरा समय आ गया है तो दुनिया की कोई ताकत मुझे बचा नहीं सकती और अगर मेरी और सांसें बाकी हैं तो मुझे दुनिया की कोई ताकत मार नहीं सकती. इसलिए मैं मौत से नहीं डरता. लेकिन कई लोगों की जिंदगी मुझे से जुड़ी है इसलिए अब मैं शूटिंग के बाद सीधा घर गैलेक्सी अपार्टमैंट चला जाता. पहले की तरह अपने मनमुताबिक कहीं भी जा कर मटरगश्ती अब नहीं करता.
आप की फिल्म से लोगों को बौक्स औफिस पर 300 करोड़ तक कमाने की उम्मीद होती है. इस बार आप अपनी फिल्म से कितना उम्मीद कर रहे हैं?
मैं तो चाहूंगा कि मेरी फिल्म 300 करोड़ से भी ज्यादा बिजनैस करे. लेकिन यह भी जरूरी नहीं है कि जो मैं सोचूं वह हो ही. अगर फिल्म दर्शकों को अच्छी लगी तो वह अच्छा बिजनैस करेगी और अगर अच्छी नहीं लगी तो फ्लौप भी हो सकती है. लेकिन दिल से तो मैं चाहता हूं कि फिल्म अच्छी चले क्योंकि मैं ने फिल्म में बहुत मेहनत की है. मैं ने यही कोशिश की है कि दर्शकों को मेरा काम पसंद आए और ‘सिकंदर’ अच्छा बिजनैस करे.
बेहतरीन अनुभव
‘सिकंदर’ के डाइरैक्टर साउथ के प्रसिद्ध डाइरैक्टर ए.आर. मुरुगदास हैं जिन की इस से पहले की फिल्म ‘गजनी’ ने बौक्स औफिस पर बहुत अच्छा बिजनैस किया था. इस के अलावा भी उन्होंने हिंदी और साउथ में कई अच्छी फिल्में बनाई हैं. आप का उन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
बहुत ही अच्छा. मुरुगदास बहुत अच्छे डाइरैक्टर हैं. मेरा उन के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा. उन की डाइरैक्शन में बहुत अच्छी पकड़ है. कलाकारों से कैसे काम निकालना है यह बहुत अच्छी तरह से जानते हैं. उन्हें टैक्निकल जानकारी भी बहुत है जो आप को फिल्म में देखने को मिलेगी.
आप की फिल्म ‘सिकंदर’ की हीरोइन रश्मिका मंदाना को ले कर भी आप को ट्रोल किया जा रहा है. लोगों का मानना है कि अपने से आधी उम्र की हीरोइन के साथ जोड़ी बनाना सही नहीं लगता. आप इस बारे में क्या कहते हैं?
पहली बात यह है कि मैं हीरोइन का चयन नहीं करता. मेकर्स डिसाइड करते हैं कि किस को हीरोइन लेना है और किस को नहीं. जहां तक मेरी इस बारे में क्या राय है तो मैं यही कहूंगा कि मुझेअपने से छोटी उम्र की हीरोइन के साथ काम करने में कोई एतराज नहीं है हीरोइन को काम करने में कोई एतराज नहीं है तो लोगों को क्यों तकलीफ हो रही है कि मैं किस के साथ काम कर रहा हूं और किस के साथ नहीं? मैं तो अनन्य पांडे और जाह्नवी कपूर के साथ भी काम करना चाहूंगा अगर वे मेरे साथ काम करना चाहें तो.
काम करने में तकलीफ नहीं
हाल ही में यूट्यूब पर एक सर्वे में पाकिस्तान की टौप की हीरोइन ने आप के साथ काम करने की इच्छा जताई. क्या आप उन के साथ फिल्म करना चाहेंगे?
जैसाकि मैं ने कहा कि मुझे किसी भी हीरोइन के साथ काम करने में कोई तकलीफ नहीं है फिर चाहे वह साउथ की हो, बौलीवुड की हो या मुझ से कम उम्र या बड़ी उम्र की हो. जहां तक पाकिस्तानी हीरोइन का सवाल है तो अगर वह भारत सरकार से एनओसी ले कर आए तो मुझे उन के साथ भी काम करना पसंद है.
काफी समय से आप ने दाढ़ी के साथ अपना लुक रखा था. यहां तक कि फिल्म ‘सिकंदर’ में भी आप दाढ़ीमूंछों के साथ ही नजर आए हैं. लेकिन अब आप पूरी तरह से क्लीन शेव कर चुके हैं. ऐसे में क्या आप बताएंगे कि आप को कौन सा वाला लुक ज्यादा पसंद है?
वैसे तो मुझे दोनों ही लुक पसंद हैं, दाढ़ीमूंछों के साथ भी और क्लीन शेव भी लेकिन दाढ़ी रखने पर बहुत सारी कमियां छिप जाती हैं. दाढ़ी करते ही चेहरे पर कहांकहां चरबी चढ़ गई है, चेहरा कहां से मोटापतला और खराब दिख रहा है वह सब नजर आने लगता है. इसलिए क्लीन शेव रखते समय चेहरे को ले कर सचेत रहना पड़ता है.
असफल फिल्मों का दौर
अगर फिल्मों की सफलता की बात करें तो आज सौ में से 2-3 फिल्में ही चल रही हैं. कई सारी फिल्मों की लगातार असफलता को देख कर आप इस बारे में क्या कहेंगे?
कहीं न कहीं मेकिंग में गलती हो रही है, जिस के चलते फिल्में दर्शकों का दिल नहीं जीत पा रहीं. सच बात तो यह है कि अगर अच्छी फिल्म होती है तो वह जरूर चलती है. वैसे फिल्मों की असफलता को ले कर कई सारे कारण बताए जा रहे हैं जैसे मल्टीप्लैक्स, टिकट का ज्यादा प्राइस, सिंगल स्क्रीन की कमी, ओटीटी प्लेटफौर्म का बोलबाला आदि लेकिन एक सच यह भी है कि अगर मल्टीप्लैक्स या टिकट के प्राइस फिल्म की असफलता का कारण हैं तो ‘पुष्पा 2,’ ‘स्त्री 2’ आदि कई फिल्में कैसे हिट हो जाती हैं. कहने का मतलब यही है कि अगर फिल्म अच्छी होगी तो वह जरूर चलेगी.
साउथ की फिल्में ज्यादातर अच्छी चलती हैं. लेकिन बौलीवुड फिल्मों को सफलता हमेशा नहीं मिलती जैसेकि आप के लाखोंकरोड़ों फेन हैं लेकिन आप की भी पिछली कई फिल्में नहीं चलीं?
यह सच है कि मेरे बहुत सारे फैन हैं लेकिन साउथ के कलाकारों की जो फैन फौलोइंग है वह बहुत स्ट्रौंग है. वहां के फैन अपने कलाकार को बहुत मानते हैं और चाहे जो हो जाए वे अपने फैवरिट ऐक्टर की फिल्म देखने जरूर जाते हैं. हमारे भी यहां बहुत फैन हैं लेकिन वे अगर फिल्म अच्छी नहीं है तो फैन होने के नाते तारीफ नहीं करते, अगर फिल्म अच्छी है तो ही तारीफ करते हैं और फिल्म देखने जाते हैं.
राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं
फिल्म ‘सिकंदर’ में आप का डायलौग है अगर पीएम, सीएम नहीं बना तो एमएलए, एमपी तो बन ही सकता हूं. कहीं इस डायलौग के जरीए आप का इशारा राजनीति में जाने की ओर तो नहीं है?
नहीं, मेरी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि मेरा मानना है जिस चीज की आप को पूरी तरह से जानकारी हो वही काम करना चाहिए. मैं हमेशा ऐक्टर ही रहना चाहूंगा. मेरी किसी और काम में दिलचस्पी नहीं है.
आप शाहरुख खान की फिल्म जवान के डाइरैक्टर एटली के साथ एक फिल्म कर रहे थे, जिस की काफी चर्चा भी थी लेकिन बाद में यह फिल्म नहीं बनीं इस के पीछे क्या वजह है?
उस फिल्म को ले कर हमारे बीच काफी बातचीत भी हुई. फिल्म शुरू भी होने वाली थी. लेकिन बाद में फिल्म का काम बंद हो गया. शायद बजट की प्रौब्लम थी. एटली के साथ वाली फिल्म मेगा बजट वाली फिल्म थी जो बाद में संभव नहीं हो पाया. अब वह फिल्म डब्बाबंद हो गई है.