Ashi Singh : खूबसूरत, हंसमुख और सौम्य स्वभाव की 27 वर्षीय अभिनेत्री आशी सिंह उत्तर प्रदेश के आगरा से हैं. धारावाहिक ‘ये उन दिनों की बात है’ उन की चर्चित शो रही, जिस से वे घरघर पहचानी गईं और उन्हें कई सीरियल्स में काम करने का मौका मिला. इस कामयाबी को हासिल करने में उन्होंने लंबा सफर तय किया है, जिस में उन्होंने फिल्मों और धारावाहिकों में छोटेछोटे किरदार निभाए. इस दौरान उन्होंने कभी अपना धैर्य और मेहनत कम नहीं किया, क्योंकि इंडस्ट्री में उन का कोई गौडफादर फादर नहीं है, जो उन के लिए कहानियां लिखे.

17 साल की उम्र में आशी आगरा से निकल कर मुंबई पढ़ने आई थीं। 12वीं की परीक्षा देने के बाद उन्होंने ऐक्टिंग कालेज में दाखिला लिया, क्योंकि उन्हे ऐक्टिंग में कुछ करना था. उन्होंने 2 साल से अधिक समय तक औडिशन दिया और इस बीच कई एपिसोड का हिस्सा रहीं. पहली धारावाहिक में कामयाबी मिलने के बाद आशी को पीछे मुड़ कर देखना नहीं पड़ा. इस के बाद उन्होंने कई धारावाहिक ‘अलादीन : नाम तो सुना होगा’, मीत : बदलेगी दुनिया की रीत’, ‘सीक्रेट डायरीज : द हिडन चैप्टर’ आदि कई शोज में काम किया है.

अभी  आशी सिंह सोनी सब टीवी पर ‘उफ ये लव है मुश्किल’ में एक मौडर्न गर्ल एडवोकेट कैरी शर्मा की निभा रही हैं, जिसे ले कर वे बहुत उत्साहित हैं. उन्होंने खास गृहशोभा के लिए बात की. पेश हैं, उन से हुई बातचीत के कुछ अंश :

इस शो में काम करने की खास वजह के बारे में पूछने पर आशी कहती हैं कि मैं तकरीबन 1 साल के बाद इस शो को कर रही हूं, क्योंकि इस बीच मैं ने जो भी कौंसैप्ट सुने थे, कोई भी मुझे रुचिकर नहीं लगा, लेकिन जब मैं ने इस की कहानी सुनी, तो काफी अच्छा लगा. इस में मेरा चरित्र भी अब तक की सारी भूमिकाओं से अलग है. शो का वाइब बहुत अलग है. इस भूमिका से मैं खुद को थोड़ा रिलेट कर पाती हूं, क्योंकि कैरी बहुत पौजिटिव है. मैं भी रियल लाइफ में बहुत सकारात्मक सोच रखती हूं. कभी निराश नहीं होती, हमेशा धीरज धरती हूं.

वे कहती हैं कि आज तक मैं ने ऐसी भूमिका नहीं निभाई है और मेरे लिए यह एक अच्छी औपरचुनिटी है.

प्यार करना वाकई मुश्किल

प्यार के बारे में आशी का कहना है कि चरित्र की लाइफ में प्यार करना मुश्किल नहीं, लेकिन रियल लाइफ में प्यार करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि मेरे लाइफ में प्रायोरिटी काम की है, प्यार की नहीं. लव मेरे जीवन में बहुत बाद में आता है, उस से पहले मुझे मेरे कैरियर से बहुत प्यार है। मुझे अपने परिवार और दोस्तों से बेइंतिहा मोहब्बत है. प्यार की बात मुझे बहुत कठिन लगती है, क्योंकि जीवन में अभी बहुत कुछ करना है. मैं ने अपने आसपास देखा है कि लोग रिलेशन और रिलेशनशिप से बहुत दुखी रहते है, क्योंकि वे एकदूसरे से बहुत आशाएं रखते हैं, जिस से उन की लाइफ बहुत खराब हो चुकी है। बहुत कम लोग हैं, जो अपने प्यार और रिश्ते में खुश हैं.

मिली प्रेरणा

आशी कहती हैं कि जब से होश संभाला है मुझे हीरोइन ही बनना था, जबकि मेरे परिवार में कोई भी इस फील्ड से नहीं है, लेकिन मेरे पेरैंट्स हमेशा हर क्षेत्र में ट्राई करने की सलाह मुझे देते थे, जिस से मुझे कौन्फिडेंस मिलता रहा. मैं ने कभी सोचा नहीं था कि मैं ऐसा कर पाऊंगी।

वे कहती हैं कि जब मैं आगरा से मुंबई आई थी, तो मैं 9वीं कक्षा में थी, मेरी पढ़ाई चल रही थी, 11वीं में पढ़ते वक्त मैं ने सोचा था कि मैं सीए बनूंगी और कौमर्स ले कर पढ़ाई करूंगी, लेकिन पेरैंट्स ने एक दिन कहा कि अगर तुम्हें ऐक्टिंग करनी है, तो इस का प्रशिक्षण यहां ले सकती हो। मैं ने हां कर दी और ऐडमिशन ले लिया. इस से मेरे अंदर अभिनय करने की इच्छा को बल मिला और मैं ने पहले मौडलिंग फिर अभिनय शुरू कर दिया। कई सारे औडिशन देने पड़े और धीरेधीरे काम मिलना शुरू हो गया.

चुनौतियां कम नहीं

आशी कहती हैं कि नए शहर में आ कर खुद को स्टैब्लिश करना आसान नहीं था और अभी भी नहीं है. बहुत मेहनत करनी पङती है. एक पड़ाव पार करने पर दूसरा सामने खड़ा हो जाता है. आज भी चुनौतियां हैं, लेकिन मुझे उसे हैंडल करना आ गया है. मैं नकारात्मक चीजों पर अधिक ध्यान नहीं देती, सकारात्मक सोच रखती हूं और जो भी मेरे साथ पौजिटिव बातें हुई हैं, उस पर ही खुद को केंद्रित करती हूं.

परिवार का सहयोग

आशी को परिवार का सहयोग हमेशा मिला है. वे कहती हैं कि परिवार ने आगे बढ़ कर मुझे सपोर्ट किया है. जब मैं पूरे दिन औडिशन देती थी, मां मुझे टिफिन बना कर देती थीं, लेकिन मैं उन्हें कभी साथ ले कर नहीं घूमी, क्योंकि मुझे पता था कि कहां क्या करना है. मैं ने थोड़ी उम्र के बाद अपनी फाइनेंशियल स्थिति को खुद संभाला. इस का श्रेय भी परिवार को ही जाता है, क्योंकि उन्होंने हमेशा मुझे सबकुछ खुद करने की आजादी दी है.

रिश्ते हैं जरूरी

आशी की नजर में रिश्ते बहुत जरूरी होते हैं, क्योंकि वे अकेले रहना पसंद नहीं करतीं. वे कहती हैं कि कई बार मुझे अकेले रहने को मन करता है, लेकिन 2 दिन बाद ही घरपरिवार और दोस्तों की याद आती रहती है. मुझे पता है कि ये सभी लोग आप के काम और आप की समस्या को अच्छी तरह से समझते हैं, अगर वे आप के किसी समस्या का समाधान भले ही न कर पाएं, पर उन का साथ रहना ही मेरे लिए बड़ी बात होती है, मन शांत हो जाता है. रिश्ते के बिना मेरा जीवन ही अधूरा है.

जौब कंपीटिशन हर जगह

आजकल ऐक्टिंग कैरियर में बहुत कंपीटिशन है। कई धारावाहिक अचानक बंद भी हो जाते हैं। क्या आप कोई प्रेशर महसूस करती हैं? इस के जवाब में आशी कहती हैं कि आज हर जौब के लिए कंपीटिशन है। एक जौब के लिए लाखों की संख्या में यूथ अप्लाइ करते हैं, मैं इस पर अधिक ध्यान नहीं देती। मैं मेहनत और कर्म पर विश्वास करती हूं. मैं जहां से आई हूं वहां से कोई भी नहीं आया है और जहां से कोई आया है, मैं वहां से नहीं हूं. इसलिए कोई प्रतियोगिता मेरे लिए नहीं है.

शो का बंद होना ठीक नहीं

धारावाहिकों का अचानक बंद हो जाने को ले कर वे कहती हैं कि कब कौन सी सीरियल बंद हो जाए, कोई कह नहीं सकता, फिर चाहे फिल्म्स हो या टीवी सीरीज सब के साथ अनिश्चितता है. कई बार दर्शकों की पसंद को फिल्ममेकर और टीवी सीरियल्स बनाने वालों को भी पता नहीं होता और दर्शक न मिलने से शो बंद करना पड़ता है. उन्हें भी किसी धारावाहिक को बंद करना अच्छा नहीं लगता, क्योंकि बहुत सारे लोग इस से जुड़े हुए होते हैं, बहुतों की रोजीरोटी चलती है और इसे बनाने में भी काफी समय जाता है.

सुपर पावर मिलने पर

सुपर पावर मिलने पर आशी ग्लोबल वार्मिंग को कम करना चाहती हैं, जिस की वजह से जलवायु में काफी परिवर्तन आ चुका है। कहीं अधिक बारिश तो कहीं सूखा पड़ने लगा है, जिस से काफी लोग परेशान हैं.

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