डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब आपका रक्त शर्करा (ग्लूकोज) बहुत अधिक होता है. यह तब विकसित होता है जब आपका अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या बिल्कुल भी नहीं बनाता है या जब आपका शरीर इंसुलिन के प्रभावों पर ठीक से प्रतिक्रिया नहीं करता है. मधुमेह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है. अगर इसका सही तरीके से इलाज न किया जाए तो यह शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है और अन्य बीमारियों को जन्म दे सकता है. हालांकि कुछ सरल उपायों से डायबिटीज की जटिलताओं से बचा जा सकता है.
आइये जानते हैं मैरिंगो एशिया हौस्पिटल गुरुग्राम के डा शिबल भट्टाचार्य से कि इस की जटिलताओं से कैसे बचा जा सकता है;
1. नियमित ब्लड शुगर की जांच करें
डायबिटीज के कौम्प्लिकेशन से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर के स्तर को नियमित रूप से जांचते रहें. ब्लड शुगर की जांच से आपको पता चलेगा कि आपका शुगर लेवल सही है या नहीं. अगर यह नार्मल स्तर से ऊपर है, तो आपको इसे कंट्रोल करने के लिए कदम उठाने की जरूरत होगी.
ब्लड शुगर की जांच के लिए घर पर ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा, समय-समय पर डौक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है. डौक्टर आपको शुगर कंट्रोल करने के लिए जरूरी दवाइयां और डाइट प्लान दे सकते हैं.
2. सही डाइट फौलो करें
डायबिटीज के मरीजों को अपने खानेपीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अनियंत्रित खानपान से शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को संतुलित और हेल्दी डाइट का पालन करना चाहिए.
फाइबर युक्त भोजन करें: फाइबर युक्त भोजन जैसे साबुत अनाज, सब्जियां और फल खाने से शुगर लेवल नियंत्रित रहता है.
प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं: दाल, अंडा, मछली, और दही जैसे प्रोटीन युक्त आहार से शरीर को एनर्जी मिलती है और शुगर भी कंट्रोल में रहता है.
मीठे का सेवन कम करें: मीठे खाने का सेवन करने से शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. इसलिए मिठाई, शुगर युक्त पेय और पैकेज्ड फूड्स से बचें.
छोटेछोटे भाग में खाना खाएं: दिन में 5-6 बार छोटे-छोटे मील्स लेने से ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है.
3. नियमित व्यायाम करें
व्यायाम से शरीर में शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए नियमित व्यायाम करना बहुत जरूरी है. व्यायाम से न केवल ब्लड शुगर नियंत्रित होता है, बल्कि यह हृदय, फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों को भी स्वस्थ रखता है.
ब्रिस्क वाक: हर रोज़ 30 मिनट तक तेज चलने की आदत डालें. इससे शरीर में इंसुलिन का उपयोग सही तरीके से होता है.
योग और ध्यान: योग और ध्यान से तनाव कम होता है, जिससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए प्राणायाम और हल्के योगासन भी लाभकारी होते हैं.
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: हल्के वजन उठाने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और शरीर में शुगर की खपत होती है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है.
4. तनाव से बचें
तनाव डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बड़ा दुश्मन है. जब हम तनाव में होते हैं, तो शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है. इसलिए तनाव से बचना जरूरी है.
मेडिटेशन करें:मेडिटेशन करने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है.
अच्छी नींद लें: पर्याप्त और गहरी नींद से शरीर को आराम मिलता है, जिससे तनाव कम होता है.
पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों: जो चीजें आपको खुशी देती हैं, जैसे कि पढ़ना, संगीत सुनना या चित्रकारी करना, उन्हें अपने रूटीन में शामिल करें.
5. दवाइयों का सही तरीके से सेवन करें
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अक्सर दवाइयों की जरूरत होती है. आपको अपनी दवाइयों का सेवन समय पर और डॉक्टर के निर्देशानुसार ही करना चाहिए. अगर आप दवाइयों का सही तरीके से सेवन नहीं करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर का स्तर असामान्य हो सकता है और इससे कॉम्प्लिकेशन का खतरा बढ़ जाता है.
डौक्टर से नियमित जांच कराएं: अपनी दवाइयों की सही खुराक और असर के बारे में जानने के लिए डौक्टर से समय-समय पर परामर्श लें.
इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल करें: अगर आपको इंसुलिन लेने की जरूरत है, तो इसे सही तरीके से और समय पर लें.
6. धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं. धूम्रपान करने से हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी और नसों को नुकसान हो सकता है. वहीं, शराब का अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल को अस्थिर कर सकता है.
धूम्रपान छोड़ें: अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे तुरंत बंद करें. यह डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशन को रोकने में मदद करेगा.
शराब का सेवन सीमित करें: अगर आप शराब का सेवन करते हैं, तो इसे बहुत सीमित मात्रा में करें और डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें
7. आंखों की नियमित जांच कराएं
डायबिटीज के मरीजों में आंखों की समस्या होना आम बात है. अगर ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में नहीं है, तो इससे रेटिनोपैथी , मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
साल में एक बार आंखों की जांच कराएं: आंखों की किसी भी समस्या से बचने के लिए आपको साल में कम से कम एक बार अपनी आंखों की जांच करानी चाहिए.
शुगर कंट्रोल करें: अपनी ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने से आंखों से संबंधित समस्याओं का खतरा कम होता है.
8. किडनी का ख्याल रखें
डायबिटीज का सबसे बड़ा असर किडनी पर पड़ सकता है. अगर ब्लड शुगर लंबे समय तक उच्च रहता है, तो यह किडनी फेलियर का कारण बन सकता है.
नमक का सेवन कम करें: ज्यादा नमक खाने से किडनी पर दबाव बढ़ता है. इसलिए नमक का सेवन कम करें.
पानी अधिक पिएं: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से किडनी को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
किडनी की जांच कराएं: साल में एक बार किडनी की जांच जरूर कराएं ताकि कोई भी समस्या समय पर पता चल सके|
9. अपने पैरों की देखभाल करें
डायबिटीज के मरीजों के पैरों में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या हो सकती है, जिससे पैर की नसों में नुकसान हो सकता है और गंभीर इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है.
पैरों को रोज धोएं और साफ रखें: पैरों को साफ और सूखा रखें ताकि इंफेक्शन न हो.
नियमित रूप से जांच करें: पैर में कोई भी चोट, सूजन या रंग परिवर्तन दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. आरामदायक जूते पहनें: ऐसे जूते पहनें जो आपके पैरों को आराम दें और घर्षण से बचाएं.
10. हृदय की देखभाल करें
डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोग होने का खतरा अधिक होता है. इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रौल को नियंत्रित करना जरूरी है.
लो फैट वाले आहार लें : ऐसा भोजन करें जिसमें कम मात्रा में फैट हो ताकि कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में रहे.
ब्लड प्रेशर की जांच करें : हाई ब्लड प्रेशर हृदय रोग का कारण बन सकता है, इसलिए ब्लड प्रेशर को नियमित रूप से जांचते रहें.
डायबिटीज के कौम्प्लिकेशन से बचने के लिए जीवनशैली में सुधार और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है. नियमित ब्लड शुगर की जांच, सही आहार, व्यायाम और दवाइयों का सेवन इन सभी तरीकों से आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं और डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशन से बच सकते हैं.