भारत में कई जगहों पर दाल को मेन फूड माना जाता है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे किस तरह से तैयार करते हैं, लेकिन दाल आपको पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करती है और साथ ही आपकी प्लेट में फ्लेवर को भी ऐड करती है. वैसे तो सभी दालें प्रोटीन से भरपूर और सेहत का खजाना हैं, लेकिन इन सब में मूंग की दाल को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इसमें विटामिन ए, बी, सी और ई की भरपूर मात्रा होती है. भारत में मूंग दाल या हरे चने की दाल का प्रयोग मुख्य रूप से खिचड़ी, चीला या फिर स्प्राउट्स जैसे व्यंजन तैयार करने के लिए किया जाता है.ग्रीन बीन्स भारत की फलियों वाली सब्जियों में से आती हैं लेकिन अब इनके व्यंजन आपको चीन और दक्षिण पूर्व एशिया के विभिन्न हिस्सों में भी देखने को मिलते हैं. अंकुरित मूंग सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हैं. इसमें कई चमत्कारी गुण पाए जाते हैं. यह सेहत के लिए वरदान हैं. इसे जल्दी से पकाया भी जा सकता है क्योंकि लंबे समय तक इसे भिगोना नहीं पड़ता.

* पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है मूंग दाल को :

मूंग दाल को हमारे देश का एक सुपर फूड माना जाता है क्योंकि यह दुनिया में प्लांट बेस्ड प्रोटीन के सबसे रिचेस्ट सोर्स में से एक है. इनमें हर वो पोषक तत्व है जिससे हमारे शरीर को आवश्यकता होती है.

एक कप (200 ग्राम) उबली हुई हरी मूंग दाल में है पोषक तत्वों का खजाना

  • कैलोरी: 212
  • फैट: 0.8 ग्राम
  • प्रोटीन: 14.2 ग्राम
  • कार्ब: 38.7 ग्राम
  • फाइबर: 15.4 ग्राम
  • फोलेट (B9): RDI का 80%
  • मैंगनीज: RDI का 30%
  • मैग्नीशियम: RDI का 24%
  • विटामिन बी 1: आरडीआई का 22%
  • फास्फोरस: RDI का 20%
  • आयरन: RDI का 16%
  • जिंक : RDI का 11%

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इसके अलावा, यह सेहत के लिए जरूरी अमीनो एसिड जैसे फेनिलएलनिन, ल्यूसीन, आइसोलेसीन, वेलिन, लाइसिन, आर्जिनिन आदि से भरपूर है. यहां हम  कुछ ऐसे कारण बताएंगे जिन्हें जानकर आप समझ सकेंगे कि आपको अपनी डाइट में मूंग दाल को शामिल करना क्यों जरूरी है.

* वजन घटाने में है मददगार :

मूंग दाल फाइबर और प्रोटीन से समृद्ध है और ये दोनों चीजें फिटनेस मेनटेन करने में सहायक हैं. फाइबर की मात्रा शरीर में जाने पर जल्दी भूख नहीं लगती है. वहीं प्रोटीन हमारे शरीर की डैमेज सेल्स के रिजनरेशन और मरम्मत करने के लिए आवश्यक है. दाल और चावल में अमीनो एसिड होते हैं. वजन कम कर रहे लोगों के लिए दाल-चावल सबसे बढ़िया आहार है, क्योंकि ये प्लांट बेस्ड फूड हैं, जो हमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन देते हैं. मूंग दाल में 100 से भी कम कैलोरी होती है जो किसी भी हाल में वजन बढ़ने नहीं देती.

* डायबिटीज के लक्षणों को रोकने में है सहायक :

ग्रीन ग्राम में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. इस दाल का जीआई 38 है, जो डायबिटीज वाले लोगों के लिए इसे अच्छा फूड ऑप्शन बनाता है. इसके अलावा हरी मूंग दाल प्रोटीन, मैग्नीशियम और फाइबर से भी भरपूर होती है जो शरीर में इंसुलिन और ब्लड ग्लूकोज को बैलेंस करने में मदद कर सकती है.

* बढ़िया रहता है पाचन :

मूंग की फलियों में पेक्टिन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है जो हमारी पाचन क्रिया को बैलेंस करता है. इसके अलावा, इसमें रेजिस्टेंस स्टार्च भी होता है, जो सॉल्युबल फाइबर के समान काम करता है और हेल्दी गट बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है. दूसरी दालों की तुलना में मूंग सबसे बेहतर है जिससे पाचन बढ़िया रहता है. मूंग दाल को उत्तम आहार माना गया है ,जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और पेट में ठंडक पैदा करती है , जिससे पाचन और पेट में गर्मी बढ़ने की समस्या भी नहीं होती.

* ब्लड प्रेशर को करती है  कंट्रोल :

बुढ़ापे में हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होना आम बात है, जिसके चलते उन्हें दिल से जुड़ी बीमारियों का भी खतरा होता है. ऐसे लोग अगर अपने आहार में मूंग दाल को शामिल करते हैं तो उन्हें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. एक स्टडी के अनुसार, मूंग दाल में मौजूद पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर युक्त आहार लेने से हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम किया जा सकता है.

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* प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए है  बहुत फायदेमंद :

फोलेट से भरपूर होने के कारण, मूंग दाल गर्भवती महिलाओं के लिए भी एक हेल्दी फूड है. गर्भावस्था के दौरान फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ खाने से भ्रूण में पल रहे बच्चे की वृद्धि और विकास में भी सहायता मिलती है. एक कप पकी हुई मूंग दाल हमारे शरीर को 80 प्रतिशत आरडीआई देती है. आयरन और प्रोटीन से भरपूर ये दाल गर्भवती महिला के लिए बहुत ही फायदेमंद है.

* हीट स्ट्रोक से बचाए :

कड़कड़ाती धूप वाले गर्मी के दिनों में हीट स्ट्रोक आम है और अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो मूंग की दाल को अपनी डाइट में शामिल करें. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करते हैं. मूंग दाल का सूप पीने से आप लंबे समय तक हाइड्रेटेड रह सकते हैं और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमे फ्री रेडिकल सेल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं.

मूंग दाल को कई रूपों में आहार में शामिल किया जा सकता है. आप इसके साथ कई तरह के फूड आइटम भी बनाने की कोशिश कर सकते हैं. लेकिन जब आप मूंग दाल को अंकुरित करते है तो इसके पोषक तत्व और अधिक  बढ़ जाते है.

मूंग दाल को आप अपनी डाइट में शामिल करें , जिससे इम्यूनिटी होगे स्ट्रॉन्ग ,  वजन होगा कम , और कई रोगों से मिलेगी राहत.

 

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