पहले नैपकीन उठाकर गोद में फैलाएं और जब तक सभी को खाना सर्व न हो जाए, खाने की शुरुआत न करें. खाने के दौरान अचानक उठना पड़े तो सॉरी बोलते हुए नैपकीन को अपनी प्लेट के दाएं या बाएं तरफ गुच्छा बनाकर रखिए. हो सकता है कि आप सबसे पहले खाना खा चुके हों .तो टेबल तभी छोड़िए जब मेजबान खाना खाकर टेबल पर नैपकीन रख दे. यह इस बात का संकेत है कि अब सभी लोग खा चुके हैं.
1. प्यार भी परोसिए
अगर किसी के घर डिनर पर गई हैं या किसी को आमंत्रित किया है तो खाना हमेशा लेफ्ट साइड से परोसें. कभी भी किसी मेहमान को पार करके खाना मत परोसें. खाना परोसने की भूमिका में हों या खुद खा रही हों, जब भी कुछ पूछा जाए तो ‘प्लीज’ कहकर संबोधित करें. मेहमान के न करने पर जबरदस्ती न करें लेकिन प्यार से थोड़ा और खाने की मनुहार जरूर करें.पसंद को रखें ध्यान खाने में सबकी फरमाइश अलग-अलग होती है.
2. मेहमानों को पूरियां, परांठे, रोटी, गरम-गरम परोसें.
हर खाने का अंदाज जुदा साउथ इंडियन, थाई मुगलई डिशेज खाने के समय फोर्क या स्पून का इस्तेमाल करना पड़ता है, जबकि हम हाथों से खाना शुरू कर देते हैं. होटल या रेस्तरां में आपके फ्रेंड्स के साथ ही आसपास बैठे लोगों के लिए आपका यह तरीका मजाक बन सकता है. हर डिश के खाने का तरीका होता है, इसलिए अगर पहली बार उसे खा रहे हों तो झिझकने के बजाए जैसे अन्य साथी खाना शुरू करें, वैसे आप भी आहिस्ता से खाने की शुरुआत करें.
ये भी पढ़ें- डाइनिंग टेबल पर आपका अंदाज हो इंप्रैसिव
3. फरमाइश का रखें खयाल
खाने का सामान खाने वालों की सुविधा के अनुसार ऎसी जगह रखें जहां सबकी पंहुच हो.रेस्तरां में लंच पर या होटल में डिनर के लिए जाएं तो सबकी फरमाइश का खयाल अवश्य रखें. कई बार मेजबान होने पर आप खुद ही ऑर्डर देना शुरू कर देते हैं, यह तरीका ठीक नहीं है. सभी को मेन्यू देखने का मौका दें और सहमति बनने पर ऑर्डर नोट करवाएं. हालांकि यह बात शादी या किसी पार्टी पर लागू नहीं होती. स्वीट डिश के बाद मेहमानों को इलायची, सौंफ आदि भी सर्व करें.
4. डाइनिंग टेबल के मैनेर्स
डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना भी एक कला है और आपका खाने का तरीका आपकी पसंद और नापसंद को दिखाता है. इसके अलावा इससे यह भी पता चलता है कि आप कितने स्मार्ट हैं. अगर आप अगली बार जब किसी के साथ डिनर पर जा रहे हैं तो उसे अपने डाइनिंग एटीकेट्स से इंप्रेस कर सकते हैं. यदि आप डाइनिंग टेबल मैनर्स पर ध्यान नहीं देते हैं तो सबके सामने आपको शर्मिंदगी का शिकार भी होना पड़ सकता है. इसलिए इस जगह कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है.
5. बैठने का तरीका
डाइनिंग टेबल पर शिष्टता से बैठें. कुर्सी पर पालथी मारकर या पैर लंबा करके न बैठें. खाना खाते समय कुहनियों को डाइनिंग टेबल पर टिकाकर न रखें. नैपकिन को खाना खाने के पहले अपनी गोद पर अच्छे से फैला लें. खाना हमेशा दाएं हाथ से खाएं और गिलास या अन्य कोई चीज उठाने के लिए बाएं हाथ का प्रयोग करें. खाने की टेबल पर सीधे बैठें .
6. ब्रेक लेने से पहले
खाने की टेबल पर मोबाइल फोन को या तो बंद करके रखें या साइलैंट मोड पर रखें.खाने की टेबल पर बैठें हो और अचानक जरूरी फोन आ जाए तो एक्सक्यूज मी कह कर उठें. खाना खाते हुए बीच में उठने के लिए आपको अपने कांटे और छुरी भी ऐसी पोजीशन में रखने होंगे ताकि सर्व करने वाले या साथ बैठने वालों को ये पता चल जाए कि आप ब्रेक पर हैं. इसके लिए नाइफ और फोर्क को इस पोजीशन में रखें.
ये भी पढ़ें- Holi Special 2020: कैमिकल की जगह नेचुरल कलर से खेलें होली
7. अगर ना पंसद आये खाना
खाने में कोई चीज पसंद न हो तो सीधे मना न करें बल्कि हर चीज को थोड़ा-थोड़ा टेस्ट करें . यदि खाना खाते समय दांतों में कुछ फंस जाए तो उसी समय उंगली से दांतों में से निकालना न शुरू कर दें. अगर आपको खाना पसंद नहीं आया, तो नाराज होना बनता है. मगर इस नाराजगी को चिल्लाकर के साथ जाहिर करना अच्छा आइडिया नहीं है. इसके लिए आपको बस नाइफ और फोर्क की पोजीशन को थोड़ा सा घुमाकर इस तरह सेट करना है.
8. बच्चों को भी सिखायें सलीका
बच्चों के साथ बैठकर जब भी खाना खाएं तो पहले बड़े व्यक्ति को खाना शुरू करने दें. ताकि उसके दिमाग में यह बात बैठ जाए कि बड़ों का सम्मान ज़रूरी है. डिश में से खाना सर्व करते समय सावधानी बरतें ताकि खाने की चीज़ें टेबल पर या नीचे न गिरने पाएं. खाते समय जहां तक हो कम से कम बोलें और जब खाना मुंह में हो तो बच्चे को एकदम बोलने से मना करें.