आपने क्रेडिट कार्ड से खरीदारी की है तो आपको भी बैंक की ओर से फोन आता है कि आप क्रेडिट कार्ड पेमेंट को आसान ईएमआई में कनवर्ट करा लें. आजकल बैंक कम अमाउंट को भी ईएमआई में बदलने का ऑफर देते हैं. अगर आप क्रेडिट कार्ड का पूरा पेमेंट ड्यू डेट तक नहीं कर सकते हैं तो आपके लिए यह बेहतर ऑप्‍शन है. वहीं बैंक को यह फायदा होता है कि इससे डिफॉल्‍ट कम होता है और उन्‍हें अतिरिक्‍त इंटरेस्‍ट इनकम होती है.

ईएमआई ऑप्‍शन चूज करने में रहें सतर्क

हालांकि एक्‍सपर्ट ईएमआई ऑप्‍शन चूज करने में सतर्कता की सलाह देते हैं. आपको ईएमआई ऑप्‍शन चूज करने में ईएमआई की अवधि और रेट ऑफ इंटरेस्‍ट को जरूर ध्‍यान में रखना चाहिए. रेट ऑफ इंटरेस्‍ट कस्‍टमर टू कस्‍टमर और बैंक टू बैंक अलग अलग होता है. एक ही कस्‍टमर के लिए बैंक अलग अलग समय में अलग अलग इंटरेस्‍ट की पेशकश करते है.

ईएमआई ऑप्‍शन का फायदा यह होता है कि आप अनपेड अमाउंट पर इंटरेस्‍ट लागत बचा सकते हैं. ईएमआई ऑप्‍शन पर इंटरेस्‍ट रेट पर्सनल लोन से थोड़ा अधिक होता है. इसके अलावा यह सुविधाजनक होता है क्‍योंकि पर्सनल लोन की तरह इसमें किसी तरह के डाक्‍यूमेंटेशन की जरूरत नहीं होती है.

ईएमआई के लिए इंटरेस्‍ट रेट 12 से 20 फीसदी तक हो सकता है और ईएमआई की अवधि तीन माह से लेकर तीन साल तक हो सकती है. जितनी ज्‍यादा अवधि होगी इंटरेस्‍ट रेट भी उतना अधिक होगा. ऐसे में बेहतर होगा कि आप कम से कम अवधि के लिए ईएमआई ऑप्‍शन चुनें.

ज्‍यादा ईएमआई ऑप्‍शन लेने से कमजोर हो जाती है क्रेडिट प्रोफाइल

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