Home Cleaning: घर की साफसफाई में अकसर हम फर्श, किचन और बाथरूम पर ध्यान देते हैं, लेकिन डोर नौब्स और बाथरूम टैप्स जैसे हाई टच एरिया को नजरअंदाज कर देते हैं. जबकि यहीं सब से ज्यादा बैक्टीरिया और गंदगी जमा होती है. साथ ही, अगर इन मैटल सरफेस की सही देखभाल न की जाए, तो ये वक्त से पहले ही डल और गंदे दिखने लगते हैं.

मार्केट में इन दिनों बहुत से प्रोडक्ट्स मौजूद हैं जो बाथरूम में नलों से लाइम स्कैल रिमूवल या हार्ड वाटर मार्क्ट को हटाने का दावा करते हैं लेकिन उन के लगातार या गलत इस्तेमाल से आप के बाथरूम के नलों की शाइन गायब हो जाती है और वे नए जैसे चमकने की बजाए भद्दा दिखने लगते हैं.

कुछ डीलर्स आप को डोर नौब भी ब्रास, पीतल या कौपर का कह कर बैचते हैं लेकिन जब आप उन की सफाई करते हुए उन्हें हलका रगड़ दें तो उन की कोटिंग निकल जाती है. हार्ष कैमिकल्स का टच भी ऐसे डोर नौब बरदाश्त नहीं कर पाते और वक्त से पहले ही बदरंग हो जाते हैं.

क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का चुनाव

नौब्स और टैप्स के लिए क्लीनर चुनते वक्त यह जानना जरूरी है कि वह सरफेस किस मैटीरियल का है, क्रोम, स्टैनलेस स्टील, प्योर ब्रास या कोटेड मैटल. उस के अनुसार ही प्रोडक्ट का चुनाव करना चाहिए.

माइल्ड क्लीनर : रैगुलर डस्टिंग और हलकी सफाई के लिए

अगर आप रैगुलर डस्टिंग या फिंगरप्रिंट हटाने के लिए कुछ ढूंढ़ रहे हैं, तो ग्लास क्लीनर जैसे कोलीन, प्रेस्टो या क्लोरैक्स जैसे मल्टी सर्फेस क्लीनर अच्छा विकल्प हैं. ये न्यूट्रल नैचर के होते हैं और कोटेड ब्रास या क्रोम फिनिश पर सेफ रहते हैं. बस एक साफ व सूखे माइक्रोफाइबर कपड़े पर स्प्रे करें और धीरे से पोंछें.

ध्यान रखें कि कोई भी क्लीनर कितना ही माइल्ड होने की गारंटी दे रहा हो, आप को उसे डाइरैक्ट सर्फेस पर स्प्रे नहीं करना है. माइक्रोफाइबर क्लौथ पर स्प्रे कर के फिर ही एरिया क्लीन करें.

मैटल सरफेस क्लीनर : गहरी चमक और पौलिश के लिए

यदि दरवाजे के हैंडल या नौब्स, बाथरूम व किचन की टैप डल दिख रही हैं, तो डब्ल्यूडी-40 या 3 एम मैटल पौलिश (WD-40 या 3M Metal Polish) जैसे मैटल क्लीनर काम आ सकते हैं. ये हलके अल्कलाइन बेस वाले होते हैं और सरफेस पर जमी गंदगी या फिंगर औयल को साफ कर देते हैं.

इन्हें एक सौफ्ट कपड़े पर ले कर सर्कुलर मोशन में रगड़ें, फिर साफ कपड़े से पोंछ लें. डब्ल्यूडी-40 का इस्तेमाल आप चिमनी से हैवी ग्रीस निकालने में भी कर सकते हैं.

ब्रास पौलिश : ब्रास नौब्स के लिए

अगर आप के घर में पारंपरिक या विंटेज ब्रास नौब्स हैं, तो ब्रासो या सिल्वो (Brasso या Silvo) जैसे ब्रास क्लीनर का इस्तेमाल करें. ये माइल्ड ऐसिडिक प्रोडक्ट होते हैं और इन का उपयोग हर हफ्ते या 15 दिनों में एक बार पर्याप्त होता है.

इस्तेमाल करने से पहले छोटे हिस्से पर टेस्ट जरूर करें क्योंकि ज्यादा बार यूज करने से कोटिंग उतर सकती है. कोशिश करें कि रैगुलर बेसिस पर आप इन नौब्स को माइक्रोफाइबर के सूखे कपड़े से साफ करें.

बाथरूम टैप क्लीनर : जिद्दी दाग और वाटर स्टेन के लिए

बाथरूम टैप्स पर अकसर पानी के दाग और साबुन की परतें जम जाती हैं. ऐसे में सीआईएफ क्रीम क्लीनर या लाइजोल बाथरूम पावर क्लीनर (Cif Cream Cleaner या Lizol Bathroom Power Cleaner) जैसे प्रोडक्ट्स मददगार हैं. ये हलके ऐसिडिक या अल्कलाइन नैचर के होते हैं.

इन की थोड़ी मात्रा गीले स्पंज पर ले कर नल पर लगाएं, 2-3 मिनट तक छोड़ें और फिर धो लें. लेकिन ध्यान रहे कि ये प्रोडक्ट्स क्रोम या ब्रास कोटिंग पर बारबार न इस्तेमाल करें.

कुछ लोग हार्पिक (harpic) जैसे हार्ड टौयलेट क्लीनर का इस्तेमाल बाथरूम में नल पर भी कर देते हैं, जिस से आप की फिटिंग्स का रंग भद्दा लगने लगता है. जो प्रोडक्ट जिस काम के लिए बना है उस का इस्तेमाल उसी जगह करें, वरना आप को लेने के देने पड़ सकते हैं.

सफाई के वक्त कुछ सावधानियां

स्क्रब पैड, स्टील वूल या स्कौच ब्राइट के बरतन साफ करने वाले स्क्रबर का इस्तेमाल कभी न करें. इस से सतह पर स्क्रैच पड़ सकते हैं. अगर कोटिंग वाले प्रोडक्ट हैं तो उन की लेयर भी निकल सकती है.
अगर आप का नौब ब्रास जैसा दिखता है, तो जरूरी नहीं कि वह असली ब्रास हो. अधिकतर मामलों में यह बस ब्रास कोटेड होता है, जिस पर तेज कैमिकल्स या बहुत रगड़ने से कोटिंग उतर जाती है.
सफाई के बाद हमेशा सौफ्ट ड्राई क्लौथ से सुखाएं ताकि पानी के दाग न पड़ें.

फटाफट टेस्ट : मैटीरियल को ऐसे पहचानें

कई बार यह तय करना मुश्किल होता है कि नौब या टैप असली ब्रास है, स्टील है या बस कोटेड क्रोम मैटीरियल.

नीचे दिए गए कुछ आसान से टेस्ट आप को मदद कर सकते हैं :

● मैगनेट लगाएं : अगर उस पर मैगनेट चिपकता है, तो वह स्टैनलेस स्टील या आयरन मिक्स मैटीरियल हो सकता है. ब्रास या ब्रास कोटेड सतहों पर मैगनेट नहीं चिपकता.

● रंग का बदलाव देखें : थोड़ी सी सतह को हलके से स्क्रैच करें या किसी पहले से हुए स्क्रैच को देखें. अगर स्क्रैच के नीचे सिल्वर या अलग रंग दिखाई दे रहा है, तो यह ब्रास कोटेड या पेंटेड सरफेस है न कि सौलिड ब्रास.

● वजन देखें : ब्रास एक भारी मैटीरियल होता है. अगर नौब या टैप को उठाने पर हलका महसूस हो, तो वह या तो होलो है या फिर प्लास्टिक या कोटेड मैटीरियल हो सकता है.

● साउंड टेस्ट (नौक कर के) : हलके से उंगली के नाखून से या किसी लकड़ी की चीज से टैप कर के सुनें. मैटल पर ‘टनटन…’ जैसी ठोस आवाज आती है, जबकि प्लास्टिक या हलके मैटीरियल पर आवाज ‘टपटप…’ या मद्धम होती है.

इन आसान तरीकों से आप बिना किसी उपकरण के यह तय कर सकते हैं कि आप के घर की फिटिंग्स किस मैटीरियल की है. इस से न सिर्फ सफाई के लिए सही प्रोडक्ट चुनने में मदद मिलेगी, बल्कि आप की चीजें ज्यादा समय तक नई जैसी बनी रहेंगी. Home Cleaning

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