Plus Size Model: नेहा पारुलकर वर्तमान में एक ऐक्टिव प्लससाइज मौडल और बौडी पौजिटिविटी इन्फ्लुएंसर के रूप में काम कर रही हैं. नेहा का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ. वे एक मिडिल क्लास परिवार से हैं. उन के परिवार ने शुरू में उन के कैरियर चौइस को ले कर संदेह जताया था. नेहा ने बचपन से ही अपने वजन और बौडी शेप को ले कर बौडी शेमिंग का सामना किया.
उन्हें सामाजिक दबाव और नैगेटिव कमैंट्स का सामना करना पड़ा, जिस ने उन के कौंफिडैंस को प्रभावित किया. फिर भी, उन्होंने धीरेधीरे सैल्फलव और कौंफिडैंस की जर्नी शुरू की.
फैशन और मौडलिंग के प्रति उन की रुचि ने उन्हें इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने मुंबई में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और संभवतया कालेज स्तर की पढ़ाई भी की. नेहा पारुलकर का कैरियर एक प्रेरणादायक कहानी है, जो दर्शाती है कि डिटरमिनेशन और कौंफिडैंस के साथ कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है.
मौडलिंग की शुरुआत
नेहा ने भारत में पहली बार आयोजित प्लससाइज फैशन शो में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने रैंप पर अपनी कौंफिडैंसभरी चाल से सभी का ध्यान खींचा. यह उन के मौडलिंग कैरियर की शुरुआत थी. उन्होंने 2016 के आसपास मौडलिंग शुरू की और 4 साल से अधिक समय तक रैंप पर चलीं.
नेहा भारत की एकमात्र प्लससाइज मौडल हैं जिन्होंने लैक्मे फैशन वीक में लगातार 4 बार रैंप वौक किया है. यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि लैक्मे फैशन वीक भारत का चर्चित फैशन इवैंट है. हालांकि, उन्होंने बताया कि प्लससाइज मौडल्स को लैक्मे फैशन वीक में पेमेंट नहीं किया जाता, क्योंकि आयोजक मानते हैं कि वे उन्हें मौका दे रहे हैं, जबकि नियमित मौडल्स को लाखों में भुगतान मिलता है.
बौडी पौजिटिविटी इन्फ्लुएंसर नेहा एक प्रभावशाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जो अपने इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफौर्म्स के जरिए बौडी पौजिटिविटी व सैल्फलव को बढ़ावा देती हैं. वे कहती हैं कि जब वे अपने शरीर को ले कर स्ट्रगल कर रही थीं तब उन्हें कोई रोल मौडल नहीं मिला. इसलिए, उन्होंने खुद दूसरों के लिए वह प्रेरणा बनने का फैसला किया.
उन की पोस्ट्स और मैसेज उन लोगों को प्रेरित करते हैं जो अपने वजन, फिजिक या रंग के कारण हीनभावना महसूस करते हैं. नेहा की पोस्ट्स भी सौफिस्टिकेटेड और मोटिवेशनल हैं, जो बौडी पौजिटिविटी और फैशन पर केंद्रित हैं, बिना किसी कंट्रोवर्शियल कंटैंट के.
2019 में उन्हें टौप 100 डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स में शामिल किया गया था. नेहा एक टेडएक्स स्पीकर रही हैं, जहां उन्होंने अपनी बौडी पौजिटिविटी और कौंफिडैंस की यात्रा साझा की, जो उन के लिए एक बड़ा सम्मान था. वे उन टेडएक्स स्पीकर्स से प्रेरित थीं जिन्हें उन्होंने बचपन में देखा था. उन की स्पीच में उन्होंने कौंफिडैंस, सोसायटी प्रैशर को हैंडल करने और सैल्फलव के महत्त्व पर जोर दिया.
वे इस मंच को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानती हैं. अपनी कहानी के माध्यम से युवाओं, खासकर अगली पीढ़ी, को प्रेरित करने पर ध्यान दे रही हैं, ताकि वे बौडीशेमिंग को रोकें. नेहा अपने यूट्यूब चैनल पर भी सक्रिय रहती हैं, जहां वे प्लससाइज फैशन, मेकअप टिप्स, और बौडी पौजिटिविटी से संबंधित कंटैंट शेयर करती हैं.
वे ट्रिंग इंडिया के साथ जुड़ी हैं, जहां लोग उन के माध्यम से पर्सनल मैसेज या ब्रैंड प्रमोशन बुक कर सकते हैं. यह उन के फैंस के साथ जुड़ने का एक नया तरीका है. उन के फेसबुक पेज पर 6 हजार से अधिक लाइक्स हैं. वे वहां भी रैगुलर अपडेट्स शेयर करती हैं. 2020 में नेहा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे रोजाना बौडी शेमिंग का सामना करती हैं.
उन्होंने ट्रोल्स को जवाब देने के लिए एक जबरदस्त इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर की थी, जिस में लिखा था, “जबतक आप जानते हैं कि आप कौन हैं और क्या आप को खुश करता है, दूसरों की राय माने नहीं रखती. आप को वैलिडेशन की जरूरत नहीं है.” वे फैशन इंडस्ट्री में प्लससाइज कपड़ों की कमी को उजागर करती रहती हैं.
2018 में उन्होंने एक पत्रिका से बातचीत में बताया था कि मुंबई के एक मौल में उन्हें अपने साइज (40) के कपड़े नहीं मिले, प्लससाइज सैक्शन में केवल सीमित, सादे डिजाइन उपलब्ध थे.
2025 में नेहा मौडलिंग, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसिंग और ब्रैंड कोलैबोरेशन के क्षेत्र में सक्रिय हैं. वे रैगुलर इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कंटैंट पोस्ट करती हैं, जिन में फैशन, मेकअप, और मोटिवेशनल कंटैंट शामिल हैं. वे अपने ब्लौग प्लस एंड प्राउड के माध्यम से 47 हजार से अधिक फौलोअर्स के साथ बौडी पौजिटिविटी को बढ़ावा दे रही हैं. उन्होंने अपनी प्रोफाइल में फैशन एन्थुसिस्ट लिखा हुआ है. उन की ज्यादातर पोस्ट फैशन को ले कर हैं.
नेहा की सोशल मीडिया प्रेजैंस ने उन्हें एक शक्तिशाली बौडी पौजिटिविटी आइकन बनाया है, जो ट्रोल्स का डट कर मुकाबला करती हैं. वे लगातार मैगज़ीन और डिजिटल प्लेटफौर्म्स पर फीचर हो रही हैं, जो उन की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है. वे चाहती हैं कि प्लससाइज कपड़ों की उपलब्धता बढ़े और डिजाइनर सभी आकारों के लिए स्टाइलिश कपड़े बनाएं.
वे अगली पीढ़ी को एजुकेट करना चाहती हैं ताकि बौडीशेमिंग कम हो और समाज में सभी को स्वीकार किया जाए.
फैशन और स्टाइल
नेहा हमेशा से फैशन की शौकीन रही हैं. उन्होंने अपने वजन के कारण कपड़ों के चयन में होने वाली हिचक को दूर किया और अब वे हर तरह के आउटफिट्स में कौंफिडैंस के साथ नजर आती हैं. वे कहती हैं कि फैशन में समावेशिता की कमी है. आज फैशन ऐसा है कि वह पर्टिकुलर बौडी शेप वालों के लिए बना हुआ है और उन्होंने कई बार दुकानों में अपने साइज के कपड़े न मिलने की चुनौती का सामना किया.
नेहा ने बताया कि कौंफिडैंस हासिल करना एक लंबा प्रोसैस था. उन्होंने धीरेधीरे लोगों को अपने वजन पर टिप्पणी करने से मना करना शुरू किया और अपनी देखभाल पर ध्यान दिया. शुरू में वे इंडियन सोसायटी के ब्यूटी पैरामीटर्स से प्रभावित थीं, लेकिन बाद में उन्होंने इन मानदंडों को नजरअंदाज कर खुद को स्वीकार किया.
नैगेटिविटी को किया डील
नेहा ने अपने चारों ओर एक बुलबुला बनाया है जो नैगेटिव कमैंट्स को उन तक पहुंचने से रोकता है. वे अब ट्रोल्स से उदासीन रहती हैं. वे बताती हैं कि बौडीशेमिंग का सामना वे रोज करती हैं. पुरुष और महिलाएं दोनों ही इस समस्या से जूझते हैं, लेकिन महिलाओं को ज्यादा शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है.
नेहा का उद्देश्य उन लोगों के लिए रोलमौडल बनना है जो अपने शरीर या समाज के दबावों के कारण स्ट्रगल कर रहे हैं. वे चाहती हैं कि लोग समझें कि उन का वजन उन की पहचान नहीं है.
नेहा सिखाती हैं कि हमें अपने शरीर और पर्सनैलिटी को स्वीकार करना चाहिए, चाहे समाज के मानदंड कुछ भी हों. कौंफिडैंस हमारी सब से बड़ी ताकत है. नेहा ने नैगेटिव कमैंट्स को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. हालांकि यह भी हकीकत है कि अपने बढ़े वजन को जस्टीफाई करना कोई तुक नहीं बल्कि फिट और अच्छे फिजिक में आना ज्यादा मोटिवेट करता है.