Relationship Tips : कमिटेड रिलेशनशिप जिंदगी को खुशहाली से भर देती है. सबकुछ इतना अच्छा और खुशनुमा लगता है कि बस जिंदगी यों ही अपने साथी की बांहों में कट जाए. लेकिन जब यही खूबसूरत रिश्ता टूट जाता है, जिसे हम ब्रेकअप कहते हैं तो वह जिंदगी का सब से दर्दनाक पल होता है. अपने साथी के साथ बिताए वे खूबसूरत पल जब ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर ढह जाते हैं तो जिंदगी एकदम वीरान लगने लगती है.
प्यार की शुरुआत में एकदूसरे से बेहद प्यार का दावा करने वाले कुछ महीनों या फिर साल 2 साल में एकदूसरे से इतने ज्यादा उकता जाते हैं कि अलग होने का फैसला ले लेते हैं और ब्रेकअप कर लेते हैं. ब्रेकअप होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे रिलेशनशिप में रहते हुए पार्टनर को धोखा देना, इग्नोर करना, अपने रिश्ते को टेकन फौर ग्रांटेड लेना, पार्टनर को समय न देना या फिर आपसी अंडरस्टैंडिंग, बौंडिंग, लगाव, कैमिस्ट्री की कमी आदि के कारण ब्रेकअप की नौबत आ जाती है.
ऐसे में व्यक्ति स्ट्रैस और डिप्रैशन में चला जाता है. वह खानापीना यहां तक कि लोगों से मिलनाजुलना भी छोड़ देता है और अपनेआप को एककमरे में बंद कर लेता है, जिस का प्रभाव उस की सेहत पर पड़ने लगता है.
ऐक्सपर्ट का कहना है कि प्यार एक टौनिक की तरह होता है जो हमारे मस्तिष्क में फीलगुड कैमिकल को बढ़ाने का काम करता है. इस से इंसान बहुत अच्छा महसूस करता है. वहीं ब्रेकअप के बाद कई तरह की शारीरिक समस्याएं, चिंताएं और तनाव आदि पैदा हो जाता है. ऐसे में स्ट्रैस हारमोंस बढ़ता है जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है. इस कंडीशन को ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहा जाता है.
ब्रेकअप के बाद महिलाएं ज्यादा स्ट्रैस में
इवोलूशनरी बिहेवियरल साइंस नाम के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में बिंगमटन यूनिवर्सिटी कालेज लंदन के अनुसंधानकर्ताओं ने 96 देशों के 5 हजार 705 प्रतिभागियों का इंटरव्यू लिया और उन्हें ब्रेकअप से जुड़े शारीरिक और भावनात्मक दर्द को 1 से 10 स्केल पर रेट करने को कहा. स्टडी के नतीजे बताते हैं कि महिलाओं पर ब्रेकअप यानी दिल टूटने का फिजिकली और इमोशनली दोनों ही तरह से ज्यादा नकारात्मक असर पड़ता है. स्टडी में शामिल महिला प्रतिभागियों ने ब्रेकअप से जुड़े भावनात्मक दर्द को 6.84 रेटिंग दी जबकि पुरुषों ने 6.58 तो वहीं शारीरिक दर्द को महिलाओं ने 4.21 की रेटिंग दी जबकि पुरुषों ने नए 3.75 भी.
ऐसा तब ज्यादा होता है जब महिलाएं अपने पार्टनर के साथ फिजिकल रिलेशनशिप में होती हैं और उन का ब्रेकअप हो जाता है. तब वे ज्यादा स्ट्रैस और डिप्रैशन में आ जाती हैं. पुरुष ‘फाइट या फ्लाइट यानी लड़ो या भागो’ पर ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं महिलाएं ब्रेकअप को दिल से लगा बैठती हैं, जिस से वे ज्यादा स्ट्रैस में आ जाती हैं.
भूलना मुश्किल
एक स्टडी की मानें तो पुरुषों को या तो ब्रेकअप से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता या फिर वे ब्रेकआप के दर्द को भुलाने के लिए शराब और ड्रग्स जैसी चीजों का सहारा लेने लगते हैं, वहीं महिलाएं आत्महत्या जैसे कदम उठाने का सोचने लगती हैं.
विशाखा और निवेद एकदूसरे को दिलोजान से प्यार करते थे. वे 5 सालों से एकदूसरे के साथ पतिपत्नी की तरह रह रहे थे. मगर उन के बीच न जाने ऐसा क्या हुआ कि उन के रास्ते अलग होते चले गए. 5 सालों से रिलेशन में रह रहे विशाखा और निवेद के ब्रेकअप की बात सुन कर उन के दोस्त भी शौक्ड रह गए. ब्रेकअप के बाद निवेद तो अपनी लाइफ में आगे बढ़ गया, मगर विशाखा उस डिप्रैशन से उबर नहीं पाई. उस का प्यार पर से विश्वास ही उठ गया. वह इंडिया छोड़ कर हमेशा के लिए अमेरिका अपनी बड़ी बहन के पास रहने चली गई.
कहते हैं प्यार करना और निभाना
2 अलगअलग बातें हैं और कभीकभी तमाम कोशिशों के बावजूद रिश्ते में परेशानियां आती चली जाती हैं. जब आप अपने साथी से सच्चा प्यार करते हैं और यदि आप को अपने प्यार में धोखा मिलता है तो ऐसे लोगों के लिए लाइफ में मूवऔन करना बेहद मुश्किल हो जाता है. वे जल्दी अपने रिश्तों को भुला नहीं पाते हैं. पुरानी यादें, इमोशंस को भुलाया जा सकता है लेकिन जब फिजिकल रिश्ते से जुड़े हों तो यह महिलाओं के लिए भूलना बहुत मुश्किल हो जाता है और वे स्ट्रैस में चली जाती हैं, जबकि पुरुषों को उतना ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है और वे अपनी जिंदगी में जल्दी आगे बढ़ जाते हैं, जबकि महिलाएं ऐसा बहुत मुश्किल से कर पाती हैं.
खुद को व्यस्त रखें
खाली दिमाग यहांवहां भटकता है. पुरानी यादें दिलाता है, इसलिए जहां तक हो सके खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें. इस से न केवल आप समस्या के बारे में बारबार सोचने से बचेंगी बल्कि आप के अंदर आत्मविश्वास का संचार भी होगा. आप चाहें तो किसी हौबी क्लास में या औफिस के काम में व्यस्त हो जाएं ताकि उस की आप को याद ही न सताए.
चेहरे की सुंदरता पर ध्यान दें
ब्रेकअप के बाद अकसर महिलाएं उदास रहने लगती हैं, जिस का असर उन की त्वचा पर दिखने लगता है. पुरानी बातें बिसार कर खुद पर ध्यान दें. चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए स्किन केयर रूटीन को अपनाएं, न्यू हेयरस्टाइल और नेल आर्ट के माध्यम से खुद को निखारें ताकि आप का तनमन दोनों खिलेखिले नजर आएं.
फिटनैस पर ध्यान दें
ब्रेकअप के बाद बहुत सी महिलाएं स्ट्रैस इटिंग करने लगती हैं, जिस से उन का वजन बढ़ जाता है और वे और डिप्रैशन में चली जाती हैं. ऐसे में आप अपनी सेहत का ध्यान रखें. ज्यादा खाने से बचें और फिटनैस पर ध्यान दें.
रहें पौजिटिव
ब्रेकअप के बाद लगने लगता है जैसे सबकुछ खत्म हो गया. जीवन में अब कुछ बचा ही नहीं है इसलिए अब जीने का कोई फायदा नहीं है. लेकिन ऐसा नहीं. जिंदगी इतनी छोटी भी नहीं है कि एक चोट से टूट कर खत्म हो जाए. अपने मन में सकारात्मक सोच लाएं और सोचें कि यह आप की जिंदगी है और किसी और के लिए आप अपने अनमोल जीवन को यों ही खत्म नहीं कर सकती हैं. अतीत के बारे में सोचसोच कर दुखी होने से अच्छा है जीवन में आगे बढ़ें. अच्छीअच्छी किताबें पढ़ें, मनपसंद म्यूजिक सुनें, घूमने जाएं. इस से आप का मन खुश होगा और आप जीवन के बारे में पौजिटिव सोच पाएंगी.
यह सब करने के बाद भी आप इस परेशानी से बाहर नहीं आ पा रही हैं तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लें.