5 बातें रिजैक्ट कर देतीं Proposal

जब प्रपोज करने पर हमेशा नाकामयाबी ही मिलती हो तो दिल टूट जाता है. समझ नहीं आता कि आखिर हम में ऐसी क्या कमी रह गई थी जो हमारा प्यार अधूरा रह गया. इस स्थिति में आप के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि पार्टनर ने आप को क्यों न कहा आइए, जानते हैं इस संबंध में:

ऐटिट्यूड भरा प्रोपोजल

भले ही आप ने अपने क्रश को प्रपोज तो कर दिया, लेकिन वह प्रोपोजल आप का ऐटिट्यूड से भरा हुआ हो, तो हमेशा आप को न ही सुनने को मिलेगी क्योंकि आप जिसे भी प्रपोज करें वह नहीं चाहेगा कि जिस से वह संबंध जोड़ने जा रहा, उस में ऐटिट्यूड हो. फिर चाहे आप कितनी भी गुड लुकिंग क्यों न हों.

आप के प्रोपोजल को न करने पर मजबूर कर ही देगा क्योंकि जिस में अभी इतना ऐटिट्यूड है आगे कितना होगा, कहा नहीं जा सकता. इसीलिए आप को हमेशा अपने क्रश को प्रपोज करने में असफलता मिलती है.

टिप: जब भी आप अपने पार्टनर को प्रपोज करने जाएं तो आप के प्रोपोजल का तरीका बहुत ही सौफ्ट व उसे आकर्षित करने वाला होना चाहिए न कि रोब व ऐटिट्टूड से भरा हुआ हो.

आप का गुड लुकिंग नहीं होना

हो सकता है कि आप जब भी अपने क्रश को प्रपोज करते हों, तो आप को न ही सुनने को मिलता हो. ऐसा इसलिए क्योंकि आप उसे प्रपोज करने तो पहुंच गए, लेकिन अपने हुलिए पर जरा ध्यान नहीं दिया. ऐसे में आप के क्रश से आप को न ही सुनने को मिलेगी, क्योंकि कोई भी लड़की यह नहीं चाहेगी कि उस का पार्टनर दिखने में अच्छा न हो, क्योंकि कहते हैं न कि बातों का इफैक्ट लोगों पर बाद में पड़ता है पहले तो चेहरा ही वर्क करता है. ऐसे में प्रपोज करने से पहले अपने हुलिए पर ध्यान जरूर दें.

ये भी पढ़ें- पत्नी की कमाई पर हक किस का

टिप: भले ही आप को टिपटौप रहने का शौक न हो, लेकिन जब आप अपने क्रश को प्रपोज करने जा रहे हों तो खुद को टिपटौप बना कर ही जाएं ताकि लड़की की नजर में आप पहली बार ही बस जाएं और वह आप के प्रोपोजल को न न कर पाए. गुड लुकिंग, हैंडसम बौय की चाह हर लड़की को होती है.

इशारों के बाद प्रपोज करना

कुछ लड़कों की यह आदत होती है कि वे जिसे पसंद करते हैं उसे इशारों से अपने मन का हाल बताने की कोशिश करते हैं, जबकि लड़कियां ऐसे लड़कों से दूरी बनाने में ही समझदारी समझती हैं, क्योंकि ऐसे लड़के उन्हें नियत के सही नहीं लगते. उन्हें लगता है कि जो अभी ऐसी हरकत कर रहा है वह आगे किस हद तक चला जाएगा, कहा नहीं जा सकता. ऐसे में वे उस के प्रपोज करते ही उसे साफ इनकार कर देती हैं.

टिप: जिस पर भी आप का क्रश है और आप उसे प्रपोज करने के बारे में सोच रहे हैं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि आप भले ही उसे छिपछिप कर देखें, लेकिन उसे इशारे न करें. जब भी उसे प्रपोज करें तो आप की आंखों में उस के लिए प्यार दिखे न कि एक अजीब सी शरारत.

शो औफ कर के प्रपोज करना

अगर आप अपने क्रश को प्रपोज करने जा रहे हैं और उसे अपने पैसों का रुतबा दिखा कर प्रपोज कर रहे हैं तो यकीन मानिए आप को न ही सुनने को मिलेगी, क्योंकि जो शुरुआत में ही इतना दिखावा कर रहा है वह आगे भी अपने पैसों के बल पर मुझे नीचा दिखाने की कोशिश करेगा, ऐसा सोच कर लड़की आप के गुड लुकिंग होते हुए भी आप को न करने में ही समझदारी समझेगी.

टिप: जब प्रपोज करने के लिए जाएं तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आप की पर्सनैलिटी व आप के प्रपोज करने के अंदाज में पैसों का दिखावा जरा भी न हो.

ज्यादा स्मार्ट बनना

कुछ लड़कों की यह आदत होती है कि वे लड़कियों के सामने खुद को जरूरत से ज्यादा स्मार्ट दिखाने की कोशिश करते हैं. इसी चक्कर में जब वे अपने क्रश को अपना बनाने के बारे में सोचते हैं तब उन की यह स्मार्टनैस उन के रिजैक्शन के रूप में सामने आती है, क्योंकि कोई भी लड़की जरूरत से ज्यादा स्मार्ट बनने वाले लड़के को पसंद नहीं करना चाहती. ऐसे में बस वे यही सोचते रह जाते हैं कि लड़की ने उन्हें रिजैक्ट क्यों किया, जबकि उन्होंने तो उन्हें पहल कर के पहले प्रपोज किया.

टिप: ओवर स्मार्टनैस को एक तरफ रख कर कूल डाउन हो कर इस अंदाज में प्रपोज करें कि आप का क्रश आप को हां कहे बिना न रह सके.

ये भी पढ़ें- दीवानगी जब हद से जाए गुजर

गठिया बाय: सिर्फ जोड़ों की समस्या नहीं

गठिया का नाम सुनते ही अधिकतर लोग मान लेते हैं कि आप जोड़ों के घिसाव की बात कर रहे हैं और इससे अधिकतर वृद्ध पीडि़त होते हैं. परंतु वो ऑस्टियोआर्थराइटिस यानी अस्थिसंधिशोध है. गठिया बाय एक अलग स्थिति है. यह वृद्धावस्था की स्थिति नहीं है. दरअसल, गठिया बाय किसी भी उम्र में हो सकता है, यहां तक कि बच्चे भी इससे प्रभावित हो सकते हैं.

गठिया बाय  एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका अर्थ है कि हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हमारी रक्षा करने की बजाय स्वस्थ ऊतकों (जैसे जोड़ों) पर हमला कर देती है और सूजन और दर्द का कारण बनती है. शुरुआत में यह हाथों के छोटे जोड़ों को प्रभावित करता है और बाद में कलाई, कोहनी, कंधे, टखने, घुटने आदि जैसे अन्य जोड़ों पर हमला करना शुरू कर देता है. जोड़ों के अलावा यह शरीर के अन्य अंगों जैसे हृदय, फेफड़े, त्वचा, गुर्दे, आंखें आदि पर भी हमला कर सकता है. इसलिए यह मत सोचिए कि गठिया बाय सिर्फ जोड़ों की समस्या है, यह बहुत अधिक गंभीर समस्या है और इसका तत्काल उपचार करना आवश्यक है.

गठिया बाय के उपचार के लिए अब कई दवाएं उपलब्ध हैं, जो गठिया बाय को जल्दी से नियंत्रित करती हैं और इसकी जटिलताओं को रोकती हैं.

यदि आपको निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करें-

– 6 सप्ताह से अधिक समय तक जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न होना.

ये भी पढ़ें- दांतों के लिए बेमिसाल हैं लौंग के तेल के फायदे

– सुबह उठने पर या थोड़ी देर बैठने के बाद जोड़ों में 30 मिनट से अधिक समय तक रहनेवाली और बेवजह की जकड़न महसूस होना.

– बहुत ज्यादा थकावट लगना.

– चीजों को पकड़ने या मुट्ठी बनाने में कठिनाई.

– सीढि़यां चढ़ने या गाड़ी से बाहर निकलने में कठिनाई.

– गठिया बाय का शीघ्र निदान और उचित उपचार होने वाली जटिलताओं से बचा सकता है और आपको बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकता है.

यदि गठिया बाय को नजरअंदाज किया गया या इसका सही उपचार नहीं किया गया, तो इसका गंभीर परिणाम हो सकता है.

ये भी पढ़ें- Winter Special: सर्दियों में बेहद खास है गुड़, जानिए फायदे

काजल आंखों से फैल जाता है, मैं क्या करुं?

सवाल- 

मु झे काजल लगाना बहुत पसंद है. लेकिन जब भी काजल लगाती हूं वह फैल जाता है. कोई इलाज बताएं जिससे कि मेरा काजल फैले नहीं?

जवाब-

आजकल मार्केट में बहुत अच्छी क्वालिटी के काजल उपलब्ध हैं जो स्मजप्रूफ और वाटरप्रूफ होते हैं. वे जल्दी फैलते नहीं हैं. इस के अलावा आप काजल लगाने के बाद आंखों के नीचे वाटरप्रूफ आईलाइनर की लाइन लगा लें. इस से काजल नहीं फैलता.

काजल लगाने के बाद एक पतले ब्रश से ब्राउन, ब्लैक, पिंक, ग्रीन या ब्लू यानी ड्रैस से मैच करते कौंप्लिमैंटरी कलर के आईशैडो से एक लाइन काजल के नीचेनीचे लगा लें. इस से काजल जल्दी फैलता नहीं. यदि आप हमेशा काजल लगा कर खूबसूरत दिखना चाहती हैं तो प्रौमिनैंट काजल लगवा लें जो 15 साल से भी ज्यादा समय तक टिका रहता है.

ये भी पढ़ें- सिगरेट पीने से मेरे लिप्स काले हो गए हैं, मैं क्या करुं?

ये भी पढ़ें- 

मेकअप करना आसान काम नहीं है . इसमें छोटी से चूक आपकी खूबसूरती को संवारने की बजाय बिगाड़ देती है . जैसे की काजल का फैलना . कजरारी आंखों के बिना खूबसूरती के बारे में सोचा नहीं जा सकता . काजल का इस्तेमाल आप अपनी आंखों की सुंदरता बढ़ाने के लिए करते है . आप और भी  कई तरह से अपनी आंखों को खूबसूरत बनाने के लिए चीजों का इस्तेमाल करते हैं . लेकिन काजल की बात ही कुछ और है .

काजल लगाने से आंखे खूबसूरत लगती है उनमें चमक आती है . लेकिन जब काजल फैल जाता है तो वह देखने में बहुत ही खराब लगता है और आपकी सुन्दरता पर एक धब्बा बन जाता है . लेकिन इस समस्या से भी निपटा जा सकता है . तो यहां कुछ सरल ट्रिक्स हैं जो आपके काजल को फैलने से रोकते हैं .

इन टिप्स से नहीं फैलेगा काजल :

1. चेहरे को अच्छे से करें साफ  –

सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छे से साफ करें . काजल लगाने से पहले अपने चेहरे को किसी भी फेस वॉश से धो लें और चेहरा पूरी तरह से सूखने के बाद की काजल को लगाएं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- 10 Tips: काजल को फैलने से कैसे बचाएं

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

जीवन बीमा क्यों है जरूरी

हमारे देश में आज भी जीवन बीमा को ले कर लोगों में झिक है खासतौर से महिलाओं में. अधिकांश महिलाओं को तो जीवन बीमा के विषय में जानकारी ही नहीं होती. इन सब बातों को वे अपने पति पर छोड़ देती हैं. पति भी पत्नियों को बचत के तरीकों, अपने खातों की जानकारी, विकास पत्र या बीमा पौलिसी के बारे में अधिक जानकारी देने से बचते हैं.

हमारे यहां परिवार का आर्थिक बोझ उठाने की जिम्मेदारी अकसर पुरुषों के कंधों पर होती है. हालांकि अब बड़ी संख्या में  महिलाएं भी नौकरी कर रही हैं और घर की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में अपना योगदान दे रही हैं. ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखने का इंतजाम समय रहते कर लें.

घर की आर्थिक गाड़ी खींचने वाला व्यक्ति चाहे स्त्री हो या पुरुष, उस के कंधों पर कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं. बच्चों की शिक्षा, उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को विदेश भेजने की ख्वाहिश, बेटी का अच्छा विवाह, अपना घर बनवाना और रिटायर होने के बाद भी आय का कोई सोर्स हर व्यक्ति चाहता है.

बीमा की उपयोगिता

इन तमाम जिम्मेदारियों को पूरा करने से पहले ही अगर घर के कमाऊ सदस्य के साथ कोई अनहोनी घट जाए तो सोचिए उस के लक्ष्यों का क्या होगा? परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए पैसे कहां से आएंगे? इस का सिर्फ एक इलाज है- जीवन बीमा. इस के जरीए सभी वित्तीय लक्ष्यों के लिए परिवार को सुरक्षा कवच मिल जाता है. जीवन बीमा परिवार के आत्मसम्मान की रक्षा करता है. घर के मुख्य कमाऊ सदस्य की अचानक मृत्यु के बाद परिवार को दूसरों पर आश्रित नहीं होना पड़ता है.

जीवन बीमा के बारे में आज हर व्यक्ति को जानने की जरूरत है. इस के विषय में ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछने की जरूरत है. जीवन बीमा की उपयोगिता क्या है? यह कितनी रकम का होना चाहिए? इसे कब लेना चाहिए? ऐसे सभी सवालों के जवाब हम आप को दे रहे हैं.

अगर आप नौकरीपेशा हैं या अपना कोई व्यवसाय करते हैं तो आप को अपनी सालाना आमदनी का कम से कम 10 गुना जीवन बीमा कवर जरूर लेना चाहिए.

ये भी पढे़- जब खरीदें जीवन बीमा

क्यों खरीदें जीवन बीमा पौलिसी

मान लीजिए किसी व्यक्ति ने होम लोन ले कर घर खरीदा है. उस के बच्चे निजी स्कूल में पढ़ रहे हैं. घर के सभी प्रकार के खर्च के लिए परिवार उस व्यक्ति पर निर्भर है. अब यदि किसी बीमारी या दुर्घटना की वजह से उस व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उस के नहीं रहने की स्थिति में उस का परिवार सड़क पर न आ जाए, इस के लिए बीमा पौलिसी खरीदना जरूरी है.

बीमा कवरेज लेने से उस के नहीं होने की स्थिति में उस के आश्रितों को बीमा कंपनी से मुआवजा मिलेगा, जिस से उन का आगे का समय आसानी से कट सकता है. जीवन बीमा पौलिसी व्यक्ति के नहीं रहने की स्थिति में उस के परिवार को वित्तीय जोखिम से सुरक्षा देता है.

जीवन बीमा किसे लेना चाहिए

यदि व्यक्ति के परिवार में पत्नी है, बच्चे हैं और उस के मातापिता वृद्ध हैं तथा उन की अपनी कोई कमाई नहीं है तो उस व्यक्ति को निश्चित रूप से जीवन बीमा पौलिसी खरीदना चाहिए. जीवन बीमा पौलिसी खरीदने की सब से आम वजह किसी अप्रत्याशित घटना से परिवार को संरक्षण प्रदान करना है. जीवन बीमा पौलिसी से मुआवजे के रूप में मिली रकम का उपयोग कर परिवार के आश्रित सदस्यों के अगले कई सालों का खर्च उठाया जा सकता है.

अगर आप पर ऋण या देनदारी है

यदि किसी व्यक्ति ने लोन ले कर खरीदारी यानी घर खरीदा है या अपनी संपत्ति गिरवी रखी है, तो उसे जीवन बीमा पौलिसी अवश्य ले लेनी चाहिए. इस से उस के नहीं रहने की स्थिति में न सिर्फ उस के परिवार को उस कर्ज को चुकाने में मदद मिलेगी, बल्कि परिवार के लिए आमदनी का एक नियमित स्रोत भी बनेगा.

पार्टनरशिप फर्म में भागीदार

यदि आप के साथ पार्टनरशिप फर्म में शामिल कोई व्यक्ति है तो आप दोनों को जीवन बीमा पौलिसी खरीदनी चाहिए. इस प्रकार की पौलिसी आप के पार्टनर की मृत्यु होने की स्थिति में होने वाले किसी प्रकार के वित्तीय नुकसान की स्थिति में आप की फर्म को वित्तीय सुरक्षा देगी.

कब कराना चाहिए जीवन बीमा

नौकरी लगते ही आप को जीवन बीमा पौलिसी खरीद लेनी चाहिए. जीवन बीमा कवरेज लेने के लिए टर्म प्लान कम प्रीमियम में अधिकतम कवरेज हासिल करने का बेहतरीन विकल्प है. आप की उम्र जितनी कम होगी जीवन बीमा पौलिसी में आप का प्रीमियम उतना ही कम होगा.

ये भी पढ़ें- कैसे करें घर बैठे मोटी कमाई

बीमा कितने समय के लिए कराना चाहिए

जब तक आप के परिवार के सदस्य अपने खर्च के लिए आप की कमाई पर निर्भर हों, आप को उतने समय का अंदाजा लगा कर ही बीमा पौलिसी खरीदनी चाहिए. आप जब तक अपने परिवार के लिए कमाने वाले महत्त्वपूर्ण सदस्य हैं तब तक के लिए आप को जीवन बीमा कराना चाहिए.

आमतौर पर यह माना जाता है कि अगर आप की शादी 30 साल की उम्र में हो गई है और 35 साल की उम्र तक आप के 2 बच्चे हैं तो उन की पढ़ाईलिखाई आदि अगले 25 साल में पूरी हो जाएगी और तब तक वे जौब शुरू कर देंगे. इस हिसाब से आप को जीवन बीमा पौलिसी में 60-65 साल तक की उम्र के लिए लेनी चाहिए.

Top 10 Best Romantic Stories in Hindi: टॉप 10 बेस्ट रोमांटिक कहानियां हिंदी में

Romantic Stories in Hindi: इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं गृहशोभा की 10 Best Romantic Stories in Hindi 2022. इन कहानियों में प्यार और रिश्तों से जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां हैं जो आपके दिल को छू लेगी और जिससे आपको प्यार का नया मतलब जानने को मिलेगा. इन Romantic Stories से आप कई अहम बाते भी जान सकते हैं कि प्यार की जिंदगी में क्या अहमियत है और क्या कभी किसी को मिल सकता है सच्चा प्यार. तो अगर आपको भी है संजीदा कहानियां पढ़ने का शौक तो यहां पढ़िए गृहशोभा की Best Romantic Stories in Hindi.

1. मिलन: क्या हिमालय और भावना की नई शुरुआत हो पाई

romantic story in hindi

एक तरफ हिमालय ने अपनी पत्नी को खोया तो दूसरी तरफ भावना की पति प्रांजल की मृत्यु के बाद दुनिया उजड़ गई. दोनों का यही अकेलापन उन्हें एकदूसरे के करीब ले आया, और उन्हें एक महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना ही पड़ा…

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

2. तुम मेरी हो: क्या शीतल के जख्मों पर मरहम लगा पाया सारांश

romantic story in hindi

बेकुसूर होते हुए भी शीतल बेवजह खुशियों से दूर जिंदगी जीने को मजबूर थी. सारांश की नजरों ने उस के दिल के जख्मों को देख लिया था. लेकिन, कुछ कर पाया वह शीतल के लिए?

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

3. घरौंदा : क्यों दोराहे पर खड़ी थी रेखा की जिंदगी

romantic story in hindi

रेखा की जिंदगी कई धूपछांही रंगों से गुजर चुकी थी. पर ऐसा तो कभी न हुआ था. आज जिंदगी एक ऐसे दोराहे पर जा खड़ी हुई थी कि रेखा एकदम चकरा गई.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

4. उपहार: क्या मोहिनी का दिल जीत पाया सत्या

romantic story in hindi

सत्या मोहिनी की जरूरतों की वे चीजे तोहफे में दे कर उसे खुश रखना चाहता था. उस के लिए दोस्तों से उधार मांगने, घर का सामान चोरी कर के बेचने से भी उस ने परहेज नहीं किया.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

5. प्यार झुकता नहीं

romantic story in hindi

“एक जरूरी बात बतानी थी सुजाता” पटना से उसकी सहेली श्वेता बोल रही थी- “अरूण को कोरोना हुआ है. बहुत सताया था न तुम्हें. अब भुगत रहा है.” “पर मुझे क्या” वह लापरवाही से बोली- “अब तो तलाक की औपचारिकता भर रह गई है. उसे मुझे भरण-पोषण का खर्च देना ही होगा.”

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

6. Romantic Story In Hindi: सबसे हसीन वह

romantic story in hindi

इन दिनों अनुजा की स्थिति ‘कहां फंस गई मैं’ वाली थी. कहीं ऐसा भी होता है भला? वह अपनेआप में कसमसा रही थी. ऊपर से बर्फ का ढेला बनी बैठी थी और भीतर उस के ज्वालामुखी दहक रहा था. ‘क्या मेरे मातापिता तब अंधेबहरे थे? क्या वे इतने निष्ठुर हैं? अगर नहीं, तो बिना परखे ऐसे लड़के से क्यों बांध दिया मु झे जो किसी अन्य की खातिर मु झे छोड़ भागा है, जाने कहां? अभी तो अपनी सुहागरात तक भी नहीं हुई है. जाने कहां भटक रहा होगा. फिर, पता नहीं वह लौटेगा भी या नहीं.’

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

7. धुआं-धुआं सा: पति के बाइसेक्सुअल होने की बात पर क्या था विशाखा का फैसला

romantic story in hindi

सचाई स्पष्ट होने के बाद विशाखा बोली थी कि उस के दिल और दिमाग की जंग में जीत उस के दिमाग की हुई. तुम मूव औन कर चुके हो, मुझे भी करना चाहिए. करना ही होगा. एकसाथ रह कर दुखी रहा जाए, इस से बेहतर है…

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…8. 

8. Romantic Story In Hindi: भावनात्मक सुरक्षा

romantic story in hindi

यह जानते हुए भी कि कविता के बगैर उस की जिंदगी अधूरी है, मुकेश को ऐसा क्या एहसास हुआ कि वह उस से कटाकटा सा रहने लगा. एक दिन तो हद ही हो गई…

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

9. Romantic Story In Hindi: बुझते दिए की लौ

romantic story in hindi

बरसों बाद नूपुर से मिल कर एक बार फिर जिंदगी खुशनुमा सी लगने लगी थी. लेकिन जिंदगी के इस मोड़ पर हमेशा के लिए एकदूसरे का साथ पाना आज भी इतना आसान नहीं था.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

10. सयाना इश्क: क्यों अच्छा लाइफ पार्टनर नही बन सकता संजय

romantic story in hindi

पीहू लेटीलेटी सोच रही थी, संजय की बेफिक्री, उस के कूल नैचर पर फ़िदा हो कर ही उस के साथ जीवन में आगे नहीं बढ़ा जा सकता. वह अच्छा दोस्त हो सकता है पर लाइफपार्टनर तो बिलकुल नहीं. अब वह जमाना भी नहीं कि सिर्फ भावनाओं के सहारे भविष्य का कोई फैसला लिया जाए…

पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें…

Winter Special: कोल्ड क्रीम से स्किन को करें नरिश

जब सर्दियों में स्किन अपनी नमी खोने लगती है तो खूबसूरती में भी कमी आने लगती है जो शायद किसी को भी गवारा नहीं होता है. ऐसे में कोल्ड क्रीम खोए हुए मोइस्चर को वापस लौटाने के साथसाथ स्किन में मॉइस्चर को लौक करने का काम भी करती है, जिससे स्किन को विंटर प्रोब्लम्स से दूर रखने में मदद मिलती है. लेकिन इसके लिए जरूरत है सही कोल्ड क्रीम का चयन करने की और जब बात आए कोल्ड क्रीम की और रोजा हर्बल कोल्ड क्रीम का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है क्योंकि यह मौसम व आपकी स्किन का खास ध्यान रखकर जो बनाई गई है. जानते हैं क्यों है यह खास:

है विटामिन ई की खूबियां

विटामिन ई बहुत ही पावरफुल एन्टिओक्सीडेंट होने के कारण यह स्किन को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने के साथसाथ स्किन को नौरिश करने में भी मदद करता है. इसकी मॉइस्चराइजिंग प्रोपर्टीज स्किन को सोफ्ट, स्मूद व जवां बनाए रखने का काम करती हैं. तभी तो सलाह दी जाती है कि आप विंटर के मौसम में स्किन प्रोब्लम्स से छुटकारा पाने के लिए विटामिन ई युक्त क्रीम जरूर अप्लाई करें.

ऐलोवेरा की मौजूदगी

ऐलोवेरा में ढेरों माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होने के कारण यह शरीर को बीमारियों से दूर रखकर न सिर्फ शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करता है, बल्कि इसमें विटामिन बी, सी, बीटा कैरोटिन होने के कारण यह स्किन को नौरिश करने के साथसाथ एजिंग प्रोसेस को भी स्लो करने का काम करता है. इस इनग्रीडिएंट से बनी क्रीम का खासकर के विंटर्स में इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद होता है क्योंकि यह ड्राई व डीहाइड्रेट स्किन को बिना ग्रीसी इफेक्ट दिए मॉइस्चराइज करने का काम जो करता है. इसकी खास बात यह है कि ऐलोवेरा सभी स्किन टाइप के लिए परफेक्ट होता है.

ये भी पढ़ें- इन 8 ब्यूटी सीक्रेट्स से पाएं नई पहचान

फ्रूट एक्सट्रैक्ट्स भी

इसमें फलों की मौजूदगी होने के कारण इसमें है विटामिन ए, सी और डी की खूबियां जो स्किन को प्रोटेक्ट करने के साथसाथ उसे हैल्दी, सॉफ्ट बनाने का काम करती हैं. ये स्किन टोन को भी नेचुरली इंप्रूव करके स्किन को हील करके उसे जवां बनाए रखने का काम करती हैं. विटामिन ए अल्ट्रावायलेट किरणों से स्किन को प्रोटेक्ट करने का काम करता है, तो  विटामिन सी कोलेजन के उत्पादन में मदद करके स्किन को यंग लुक देने का काम करता है खास करके इसकी सर्दियों में सबसे ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि सर्दियों में कोलेजन के कम होने का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे स्किन पर झुर्रियों व फाइन लाइन्स की समस्या खड़ी हो जाती है. वहीं विटामिन डी को सनशाइन विटामिन कहा जाता हैं. यह हैल्दी स्किन सेल ग्रोथ के निर्माण में मददगार होने के साथसाथ उसे हील भी करने का काम करता है. कह सकते हैं कि यह स्किन की इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करता है.

बादाम की खूबियां भी

बादाम विटामिन ई में रिच होने के कारण स्किन को नॉरिश व सॉफ्ट बनाने का काम करता है, साथ ही इससे फेशियल रिंकल्स भी कम होती हैं. बादाम विटामिंस, ओमेगा 3 और एन्टिऑक्सीडेंट्स में रिच होता है जो स्किन को पोषण देने का काम करते हैं, साथ ही बढ़ती उम्र के संकेतों को भी कम करने में मददगार हैं. अगर आप रोजाना इससे युक्त क्रीम को चेहरे पर अप्लाई करती हैं तो इससे स्किन सर्दियों में ड्रॉयनेस की समस्या से बची रहती है, जिससे उस की नेचुरल ब्यूटी भी मेन्टेन रहती है.

है नेचुरल ऑयल्स

जितना स्किन पर नेचुरल ऑयल्स का इस्तेमाल किया जाता है, स्किन उतनी ही नेचुरल व प्रॉब्लम फ्री रहती है. ऐसे में रोजा कोल्ड क्रीम में है नेचुरल ऑयल्स, जिनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट्स व एंटीइनफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो स्किन के मॉइस्चर को स्किन में लॉक करने के साथसाथ स्किन के हीलिंग प्रोसेस को भी तेज करने का काम करते हैं, साथ ही ये चेहरे की ऑउटर लेयर को भी मजबूती प्रदान करते हैं.

बेनिफिट्स इन शॉर्ट्स

– स्किन को एजिंग और डिहाइड्रेशन से बचाए.

– स्किन से वाटर लॉस को कम करे.

– स्किन में तेजी से जाकर उसे सॉफ्ट बनाता है.

– नेचुरल इनग्रीडिएंट्स व ऑयल्स की खूबियों से भरपूर.

– इजी टू अवेलेबल.

– बजट फ्रेंडली भी.

ये भी पढ़ें- डिप पाउडर: मैनिक्योर से दें नाखूनों को इंस्टेंट ग्लो

इन बातों का रखें ध्यान

– कोल्ड क्रीम हमेशा नेचुरल तत्त्वों से ही बनी हो.

– जब भी आप क्रीम खरीदें तो उसके इनग्रीडिएंट्स जरूर चेक करें.

– एक्सपायरी डेट देखकर ही कोल्ड क्रीम खरीदें.

– केमिकलरहित कोल्ड क्रीम ही स्किन के लिए फायदेमंद होती है.

– ऑनलाइन, ऑफलाइन जहां से भी आप क्रीम खरीदें, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से ही खरीदें. तो फिर इस विंटर अपनी स्किन को रोजा हर्बल केयर से करें नॉरिश.

क्या फायदा ऐसे धर्म का

महंगे परिधानों और गहनों से लदी महिलाएं जब बड़ीबड़ी गाडि़यों से राजाओं की तरह सजेधजे अपने पतियों के संग उतरीं तो सभी की नजरें उसी ओर घूम गईं.

उन के स्वागत और सम्मान में हाल के मुख्यद्वार पर कुछ लोग फूलमालाएं ले कर खड़े थे और उन्हें सब से आगे की तरफ ले जा रहे थे. सब से आगे उन के लिए महंगे सोफे लगे थे जिन पर जा कर वे लोग विराजमान हो गए.

पीछे बैठे लोग भी समझ गए थे कि वे जरूर बड़ी हस्ती के लोग हैं. दरअसल, आज जो महान विभूति यहां प्रवचन देने आए हैं, ये उन के उच्च स्तरीय शिष्यों के परिवार के लोग हैं, जिन्हें यहां खास स्थान मिला है.

ऐसा नजारा देश के किसी भी कोने में चले जाएं हर जगह देखने को मिल जाएगा. अब प्रवचन भी तो एयरकंडीशंड कमरों में होते हैं जहां एअरकंडीशंड लंबी गाडि़यों में आने वालों का खास ध्यान रखा जाता है.

सत्संग की महिमा

नेहा जब विवाह कर अपनी ससुराल में गई तो उस के यहां इष्ट देव को पूजने जाने का रिवाज है. सब बड़ी गाड़ी ले कर वहां पहुंच गए, गरमी बहुत तेज थी और लंबी कतार में खड़े होने के बाद दर्शन हो रहे थे. नेहा ने मन ही मन सोचा आज तो गरमी में शरीर का बेहाल हो जाएगा. किंतु कतार छोड़ आगे भेज दिया गया और

जल्दी से दर्शन कर बड़ी रकम भेंट चढ़ा कर वे लौट आए.

उस के सास व ससुर बहुत प्रसन्न थे कि झट से काम हो गया. किंतु नेहा की तीसरी आंख खुल गई थी, उस से रहा न गया तो अपनी अफसर सास से पूछ, ‘‘बैठी कि मां यह क्या हम इष्ट देव के यहां भी अपनी पहचान और रूतबे से दूसरों को पीछे छोड़ आग निकल जाते हैं? क्या फायदा ऐसे धर्म का? कम से कम वहां तो सभी को बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए?

ये भी पढ़ें- चुनाव और औरतों का अधिकार

‘‘बेटी यह तो पिछले जन्म के संस्कार हैं जिन के कारण आज हमें यह पद और रुतबा मिला है सो इस में कोई बुराई नहीं.’’

नेहा को बात कुछ हजम नहीं हुई, किंतु अपने पद की धौंस और रुतबा दिखाने वाली सास के आगे चुप रहने में ही समझदारी लगी.

इसी तरह सौफ्टवेयर प्रोफैशनल रीता अपने गुरु के सत्संग में हर रविवार जाती है और अपने आसपास रहने वाले व दफ्तर के लोगों के सामने इस सत्संग की महिमा का बखान करते नहीं थकती. यहां तक कि वह लोगों को इस समूह से जोड़ने के लिए खूब कोशिश भी करती है ताकि उस के गुरु के समक्ष उस का रुतबा बढ़ सके.

धर्म का हथियार

दफ्तर में उस के उच्च पद पर आसीन होने के कारण उस के नीचे कार्यरत कई लोग इस समूह से सिर्फ इसलिए जुड़े कि बौस अन्यथा न लें. इस में उन गुरु के प्रति उन की कोई भावना नहीं थी, किंतु नौकरी में तरक्की की लालसा उन्हें यहां तक खींच लाई थी.

समझ में नहीं आया कि शिक्षित हो कर रीता यह सब क्यों कर रही थी. हो सकता है उसे भी अंदर ही अंदर कोई अन्य लाभ हो या फिर यह सिर्फ उस की अंधविश्वासी प्रवृत्ति हो जिस की चपेट में उस के संपर्क में आने वाले लोग भी आए और वह भी सिर्फ उस की धौंस के कारण.

इसी तरह के न जाने कितने उदाहरण हमारे आसपास मिल जाएंगे जिन से महसूस होता है कि इतना पढ़लिख कर भी जाति, वर्ण, अमीरी, धर्म का असर और गहरा हो रहा है, कमजोर नहीं हो रहा. शिक्षा से तर्क का कोई वास्ता नहीं रहा. अमीरों को अपनी अमीरी बनाए रखने के लिए धर्म का हथियार मिल गया है. पूजापाठ और कर्मों का फल कह कर गरीबों का मुंह बंद रखने को तैयार तरीका किया गया है.

ये भी पढ़ें- गर्भपात की गोलियां: औरत की आजादी की निशानी

TMKOC: जेठालाल के सामने पड़ेंगे तारक मेहता को कोड़े! पढ़ें खबर

सीरियल अनुपमा को टक्कर देते हुए इस बार कौमेडी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीआरपी चार्टस में पहले नंबर पर आ गया है. वहीं सुर्खियों में रहने वाले शो के सितारे इस खबर से काफी खुश है. क्योंकि बीते दिनों कई सेलेब्स के शो छोड़ने की खबर से दर्शक काफी नाराज नजर आए थे. इसी बीच मेकर्स शो को और भी दिलचस्प बनाने के लिए तारक मेहता पर कोड़े बरसाते हुए नजर आने वाले हैं. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

तारक मेहता पर चढा करेले का भूत

अब तक आपने देखा कि पत्नी अंजलि के डाइट प्लान से बचने के लिए तारक मेहता ने करेले के भूत से सभी को डरा दिया था. वहीं सोसायटी छोड़ने का भी फैसला कर लिया था. लेकिन डौक्टर और तांत्रिक की मदद से अब गोकुलधामवासी तारक मेहता का इलाज करते हुए नजर आने वाले हैं.

ये भी पढ़ें- Anupama देगी वनराज को चेतावनी, देखें वीडियो

तांत्रिक की होगी एंट्री

तारक मेहता की तबीयत खराब होते देख अपकमिंग एपिसोड में भूत भगाने वाले तांत्रिक को गोकुलधाम के लोग बुलाने वाले हैं. दरअसल, तांत्रिक बाबा कोड़ो की मार और जलते अंगारों पर चलाकर तारक मेहता के सिर से करेले का भूत निकालने वाले हैं. हालांकि इस दौरान जेठालाल भी कुछ नहीं कर पाएगा. लेकिन तारक मेहता को इस मुसीबत से निकालने के लिए टप्पू सेना प्लान बनाती नजर आएगी.

शो के सितारे हैं सुर्खियों में

शो के सितारों की बात की जाए तो बबीता जी यानी एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई हैं. जहां बीते दिनों बिग बॉस 15 में नजर आने से मुनमुन दत्ता के शो छोड़ने की अफवाह उड़ी थी तो वहीं टप्पू यानी राज अनादकट ने भी शो को अलविदा कहने का फैसला कर लिया था. हालांकि दर्शकों का प्यार देखकर वह शो को अलविदा नहीं कह पाए थे.

ये भी पढ़ें- आर्यन और Imlie के बीच होगी हाथापाई, मालिनी और अनु करेगी ये काम

इन 8 ब्यूटी सीक्रेट्स से पाएं नई पहचान

आजकल का दौर ऐसा है कि हर स्मार्ट लड़की हमेशा चमकते और दमकते रहना चाहती है. और हो भी क्‍यों न, इससे अंदर से कांफिडेंस आता है जिससे आप हंसते-हंसते कई कामों को आसानी से कर सकती हैं. चलिए जानते हैं कि क्‍या हैं वह ब्‍यूटी सीक्रेट्स जो दे सकते हैं आपको एक नई पहचान.

  • काजल और लिपलाइनर हमेशा लगाएं 

8 beauty secrets

 काजल भारतीय स्त्री की खूबसूरती में हमेशा ही चार चांद लगाता है. यह आंखों का आकर्षण बढाने का आसान तरीका है. इसी तरह लिपलाइनर भी लगाना जरूरी होता है, क्योंकि यह लंबे समय तक टिकता है और फैलता भी नहीं है. अगर आप अपनी पसंदीदा लिपस्टिक लगा रही हैं तो साथ में लिपलाइनर लगाना न भूलें

  • सनस्क्रीन जरूर लगाएं 

8 beauty secrets

सनस्‍क्रीन सौंदर्य बढाने में मदद तो नहीं करती बल्कि त्वचा को धूप की तेज अल्ट्रावौयलेट किरणों से सुरक्षा जरुर प्रदान करती है. धूप से बचने के लिए हर चार घंटे में सनस्क्रीन का प्रयोग करना जरूरी है. अगर आप इसका प्रयोग नहीं करेगीं तो संवाली होने का डर भी रहेगा. साथ ही ब्राउन स्पौट और झुर्रियां भी इन्हीं के कारण होती है. इसलिए चाहे घर पर रहे या बाहर निकलें, लेकिन सनस्क्रीन जरूर लगाएं.

ये भी पढ़ें- डिप पाउडर: मैनिक्योर से दें नाखूनों को इंस्टेंट ग्लो

  • हर दूसरे दिन शैंपू: 

8 beauty secrets

भारतीय युवतियों की सबसे आम समस्या है बालों का रूखापन, क्योंकि हर दूसरी स्त्री कामकाजी है और चारों तरफ प्रदूषण का सामना, धूप का प्रकोप, काम का बोझ और स्ट्रेस का सामना करती है. सबसे बडी बात यह कि स्त्री चाहे किसी भी उम्र की हो, मेकअप किया हो या नहीं, लेकिन जिस दिन शैंपू करती है उस दिन वह बेहद सुंदर दिखती है. इसलिए शैंपू करने में कोताही न बरतें.

  • भरपूर नींद

8 beauty secrets

 रोजाना निश्चित समय पर ही सोएं. अगर आप रात में सोएगीं नहीं तो दिन-भर आप थकी-थकी सी रहेगीं. टिश्यू और सेल्स को रेजुवेनेट करने के लिए नींद बहुत जरूरी है. त्वचा को रेजुवेनेट करने के लिए रात में एक अच्छी नाइट क्रीम लगाएं. रेटिनौल बेस्ड क्रीम चुनें जो पिग्मेंटेशन, पोर्स और बारीक लकीरों को कम करने में मदद करते हैं.

  • त्वचा को दमकने दें

8 beauty secrets

 त्‍वचा का एक्सफोलिएशन सबसे जरूरी है. प्रदूषण भरे वातावरण में डेड सेल्स की समस्या आम होती है. एक्सफोलिएट इस्तेमाल करने से त्वचा के मृत कोश भी निकल जाते हैं और त्वचा रेशम सी कोमल और चमकदार हो जाती है.

ये भी पढ़ें- साबुन बढ़ा सकता है पिंपल्स की प्रौब्लम

  • मेहंदी और औयल ट्रीटमेंट

8 beauty secrets

 रेशमी बाल और चमकदार त्वचा हर स्त्री का गहना होते हैं. इसलिए हफ्ते में एक बार हौट औयल मसाज बेहद जरूरी है. स्कैल्प में तेल जज्ब हो जाए इसलिए मसाज के बाद बालों में गर्म तौलिया लपेटें. मसाज के लिए कोकोनट औयल का ही इस्तेमाल करें. औलिव औयल बालों के लिए हेवी हो सकता है. इसके अलावा महीने में एक बार मेहंदी ट्रीटमेंट भी ले.

  • एक अच्छा हेयर कट

8 beauty secrets

 जब कुछ समझ न आए तो एक अच्छा हेयर कट लें. लेकिन अपनी पर्सनैल्टी और चेहरे पर सूट करने वाला. प्रत्येक दो-चार माह में हेयरकट जरूरी है. बिखरे, उलझे, दो मुंहे, बेजान बाल आपके व्यक्तित्व के आकर्षण को खत्म कर देते हैं. एक अच्छा हेयरकट आपकी पर्सनैल्टी में वॉल्यूम भर देता है.

  • सेहत का रखें खयाल

8 beauty secrets

स्वास्थ्य सही हो तो सौंदर्य दोगुना हो जाता है. स्वास्थ्य तभी सही रह सकता है जब आप अपना खयाल रखें. सही वक्त पर सही, संतुलित एवं पौष्टिक आहार लें. हफ्ते में कम से कम 5 बार 30 से 40 मिनट तक एक्सरसाइज करें. वजन पर नियंत्रण रखने के लिए जंक फूड, औयली चीजें और मिर्च मसालों से दूर रहें. एक्सरसाइज से रक्त संचार बढता है और चेहरे पर ग्लो आता है.

ये भी पढ़ें- Winter Special: इन 5 टिप्स से करें जिद्दी डैंड्रफ की छुट्टी

पत्नी की कमाई पर हक किस का

आज के जीवनस्तर और बढ़ती महंगाई को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि पत्नियां भी नौकरी करें. मगर समस्याएं तब खड़ी होती हैं जब वे पति से अलग अपनी पहचान की बात उठाती हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना चाहती हैं. घर का खर्च चलाना आज भी पति की ही जिम्मेदारी मानी जाती है, जबकि पत्नी की कमाई एक बोनस के रूप में ली जाती है. रचना एक मल्टीनैशनल कंपनी में मैनेजर हैं. उन का कहना है, ‘‘रोजीरोटी चलाने लायक मेरे पति कमा ही लेते हैं. मैं घर और औफिस की दोहरी जिम्मेदारी सिर्फ घरखर्च में पैसा झोंकने के लिए ही नहीं उठा रही हूं. मैं यह कहने का अधिकार रखती हूं कि मेरा पैसा कहां और कैसे खर्च होगा. एक अफसर की हैसियत से औफिस में मेरी एक अलग छवि है, जिसे मुझे कायम रखना होता है. उसी तरह घर, पति और बच्चों की इमेज भी बनाए रखनी होती है वरना लोग हमारे बारे में क्या सोचेंगे.’’

लेकिन पति कुछ और ही सोचते हैं. इस संबंध में सोनिया कहती हैं, ‘‘मेरे पति अपनी आर्थिक सुरक्षा को ले कर कुछ ज्यादा ही चिंतित रहते हैं. इसलिए वे अपनी सारी सैलरी निवेश कर मुझ से ही घर का खर्च चलवाना चाहते हैं.’’ सोनिया के पति का तर्क है, ‘‘आखिरकार, मैं घर की भलाई के बारे में ही तो सोचता हूं. ऐसा कर के मैं क्या बुरा करता हूं? क्या परिवार की सुरक्षा, इमेज बनाए रखने से ज्यादा महत्त्वपूर्ण नहीं है?’’

यहां पर पतिपत्नी दोनों की प्राथमिकताएं अलगअलग होने के कारण ही उन में टकराव होने की स्थिति उत्पन्न हो गई है. लेकिन वे शरद और ऊषा से इस टकराव से बचने का उपाय जान सकते हैं. आर्किटेक्ट ऊषा एम.ई.एस. में कार्यरत हैं. नईनई शादी और नयानया परिवार. शरद का हुक्म सिरमाथे पर लिए ऊषा शरद की हर बात मान कर खुश थीं. शरद की यह सलाह कि घर का खर्च ऊषा के वेतन से चलेगा और शरद का वेतन बचत खाते में जमा होगा, भी ऊषा ने सहर्ष मान ली, क्योंकि दोनों का पैसा साझा ही तो था. इसलिए कौन सा खर्च हो रहा है, कौन सा जुड़ रहा है, यह बात कोई खास माने नहीं रखती थी

ये भी पढ़ें- कैसे करें घर बैठे मोटी कमाई

भविष्य की सुरक्षा

शरद के अत्यंत खर्चीले स्वभाव ने शीघ्र ही ऊषा को अपनी भूल का एहसास करा दिया. शरद अपने वेतन से कुछ भी बचत न कर सारा पैसा कीमती उपहार खरीदने, महंगे होटल व रेस्तरां में खाने पर खर्च कर देते थे. हालांकि वे ऊषा के लिए भी महंगी साडि़यां, कीमती आभूषण तथा कौस्मैटिक्स लाते थे. ऊषा चाहती थीं कि भविष्य की सुरक्षा को ध्यान में रख कर पैसा निवेश किया जाए. वे जानती थीं कि बच्चों के आने पर खर्चे बढ़ेंगे और तब उन्हें ज्यादा पैसों की जरूरत होगी. इसी बात को ले कर शरद और उन के बीच काफी तनाव चलता रहता. ऊषा का कहना था कि शरद अपना आधा वेतन घरखर्च के लिए दिया करें ताकि वे अपना आधा वेतन बचा सकें. वे अपनी बात पर दृढ़ थीं. शरद को उन की बात माननी ही पड़ी. यह स्पष्ट है कि आज की पत्नी अपनी पहचान के प्रति जागरूक है. तब तो और भी ज्यादा जब वह कमाऊ बीवी हो. इसलिए अगर वह अपना अलग बैंक बैलेंस तथा अपने धन का सारा कारोबार साझा रखना चाहती है, तो ऐसा वह स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए ही करती है. कानून किसी भी साझी वैवाहिक संपत्ति को मान्यता नहीं देता.

अहं का टकराव

अनिल और रेहाना का ही उदाहरण लें. अंतर्जातीय विवाह करने के कारण दोनों को ही अपनेअपने घर से कुछ नहीं मिला. चूंकि दोनों अच्छा कमा रहे थे, इसलिए उन्होंने कुछ ही वर्षों में दिल्ली में, जहां वे कार्यरत थे, अपने लिए एक मकान खरीद लिया. लेकिन धीरेधीरे उन का आपसी मतभेद और अहं का टकराव इतना बढ़ा कि बात तलाक तक आ पहुंची. अनिल ने अपना सामान कहीं और शिफ्ट कर लिया. जब उन्होंने पत्नी रेहाना से भी सामान शिफ्ट करने के लिए कहा तो रेहाना को आघात लगना स्वाभाविक था. तब रेहाना ने कारण जानना चाहा. इस बात पर अनिल ने बताया कि उन्होंने मकान बेच दिया है. उस समय रेहाना के पास बैंक में सिर्फ 1 हजार रुपए ही पड़े थे, क्योंकि रेहाना ने अपना सारा रुपया प्रौविडेंट फंड, फिक्स्ड डिपौजिट तथा मकान पर खर्च कर दिया था.

इस स्थिति में रेहाना अपने पति पर ‘बेनामी ट्रांजैक्शन ऐक्ट’ के तहत मुकदमा जरूर दायर कर सकती थीं. लेकिन इस के लिए न तो वे आर्थिक रूप से सक्षम थीं और न ही एक लंबी कानूनी लड़ाई के लिए उन के पास भावनात्मक स्थिरता, धैर्य और समय था. अपनी कमाई के कुछ हिस्से पर अपना अधिकार जता कर स्त्री कुछ गलत या अपराध नहीं करती. पुरुषों के वर्चस्व वाले समाज में स्त्री आज भी असुरक्षित है. अपनी रक्षा और देखभाल उसे स्वयं ही करनी है वरना वह प्रबुद्ध और आधुनिक होने के बावजूद आर्थिक मामले में भी पुरुषों द्वारा दबाई जाती रहेगी.

ये भी पढ़ें- अपना स्वास्थ्य करें सुरक्षित

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें