Romantic Story: कैसे कैसे मुखौटे-भाग 2- क्या दिशा पहचान पाई अंबर का प्यार?

“कितना सुन्दर है यह छोटा सा रेत का मकान, रंग-बिरंगी सीपियों से सजा हुआ! कैसे ढूंढ ली इतनी ख़ूबसूरत सीपियां इतनी जल्दी तुमने?” अम्बर घरौंदा देख सचमुच आश्चर्य चकित था.

“अपने बालू जैसे रूखे मन से भी ऐसे ही प्यार की चमकती सीपियां  निकालकर अब प्रेम-घर सजाना चाहती हूं.” अनायास ही दिशा के मुंह से निकल गया.

“मैं भी अपने प्यार का फूल सजा दूं क्या यहां?” पास से गुज़र रहे फूल बेचने वाले से रंग-बिरंगे फूलों का एक गुच्छा खरीदते हुए अम्बर बोला.

गुच्छे से दो फूल निकाल उसकी पंखुडियां अलग कर अम्बर ने घरौंदे पर बिखेर दीं और एक बड़ा सा जवाकुसुम का फूल दिशा के बालों में लगाता हुआ बोला, “फूल नहीं यह प्यार है मेरा, देखना अब मेरा इश्क़ तुम्हारे सिर चढ़कर बोलेगा.”

दिशा निगाहें नीची कर मुस्कुरा दी फिर अपना सिर अम्बर के कंधे पर टिका दिया. अम्बर ने उसके प्रेम में भीगे चेहरे को अपनी हथेलियों में समेट प्रेम की मोहर लगा दी.

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सचमुच अम्बर के प्यार का जादू दिशा के सिर चढ़कर बोलने लगा. दिन-रात अम्बर से मिलने को बेताब दिशा को उसके बिना जीना दुश्वार सा लगने लगा था. अम्बर भी दिशा के प्रेम में रंगा था, किन्तु वह अपने को संयत कर प्रेम को मन में ही दबाये रखता था. दिशा जब कभी भी उसे अपने मन की हलचल के विषय खुलकर बताती तो वह मुस्कुराकर कहता, “समय आने पर इस रिश्ते को नाम दे देंगे.”

दिशा अब इस बात को सोचकर बेचैन हो उठती कि उसके और अम्बर के परिवार वाले इस रिश्ते को सहमति देंगे या नहीं. वह अपने माता-पिता को सब कुछ बताकर भविष्य के प्रति आश्वस्त हो जाना चाहती थी. एक दिन जब वह हिम्मत जुटा अपनी भावनाएं मां से साझा करने पहुंची तो उनकी प्रतिक्रिया देख वह भीतर तक आहत हो गयी.

“यह क्या कह रही हो दिशा ? धीरे बोलो. अच्छा हुआ जो तुमने ये बात अपने भैया, गौरव के सामने नहीं की, वह तो तुम्हारे कौलेज जाने पर भी रोक लगवा देता.” कहते हुए मां ने कमरे का दरवाज़ा धीरे से बंद कर दिया. फिर थोड़ा क्षोभ प्रकट करते हुए बोलीं, “तुम्हें पता है न कि अम्बर नीची जाति से है. हमसे पाप करवओगी क्या नीची जातिवालों से सम्बन्ध बनावाकर?”

मम्मी की बातों से निराश दिशा शाम को पापा के आने की प्रतीक्षा करने लगी. उसे अपनी दुलारी बेटी कहने वाले पापा ने मां का समर्थन करते हुए उसके सामने अपने एक मित्र के बेटे, विक्रांत से विवाह का प्रस्ताव रख दिया. विक्रांत का परिवार काफी संपन्न था, उनके विदेश तक फैले व्यापार का विक्रांत ही अकेला उत्तराधिकारी था.

दिशा की मां ने प्रसन्नता दर्शाते हुए कहा “मैं तो अब दिशा के लिए लड़के देखने की बात आपसे करने ही वाली थी. इसका बीए फाइनल इयर है. बस इसके बाद हाथ पीले कर देंगे. अच्छा हुआ कि आपकी पहचान में विक्रांत जैसा एक लड़का है.”

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“कल संडे है, मैं उन लोगों को फ़ोन कर घर आने का इनविटेशन दे देता हूं.” दिशा के पिता जेब से अपना मोबाइल निकालते हुए बोले.

“अभी मुझे बहुत पढ़ना है, अम्बर को तो मैं केवल पसंद करती हूं इसलिए आपको बताना चाहती थी. शादी के बारे में तो मैं अभी सोच ही नहीं रही थी.” दिशा ने इस प्रस्ताव को टालना चाहा.

“तो हम भी बस यूं ही मिलने के लिए बुला लेते हैं उन लोगों को.” दिशा की मां के कहते ही उसके पिता ने विक्रांत के घर फ़ोन लगा लिया. वे अम्बर से उसका सम्बन्ध किसी भी कीमत पर समाप्त करवा देना चाहते थे.

अगले दिन विक्रांत अपने परिवार के साथ आ गया. दिशा कुछ देर उन लोगों के पास बैठने के बाद अपने कमरे में चली गयी. इसी बीच उसके घरवालों ने विक्रांत के परिवार से दोनों के रिश्ते की बात कर ली. विक्रांत की मां ने अपने गले से सोने की मोटी चेन उतारकर दिशा के गले में डाल दी. दिशा जैसी कोमल गुड़िया सरीखी लड़की को वे कैसे छोड़ देतीं? दिशा को वह चेन फांसी के फंदे सी लग रही थी. उसके पिता ने नोटों की ढेर सारी गड्डियां विक्रांत की झोली में डाल दीं और दोनों के माता-पिता ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दे रिश्ता पक्का कर दिया. दिशा लुटी सी सब देखती रह गयी. रात का खाना खाकर उनके जाने के बाद दिशा टूटे वृक्ष सी अपने बिस्तर पर पड़ गयी. ‘अब क्या होगा? अम्बर से सब कैसे कहेगी? सोचा क्या था और क्या हो गया!’ दिशा का मन बहुत अशांत था. रात भर वह सुबकती ही रही.

सुबह होते ही वह जल्दी-जल्दी तैयार हो कौलेज के लिए निकल पड़ी और वहां पहुंचकर सीधा अम्बर के क्लास-रूम में चली गयी. अम्बर को देखते ही रुंधे गले से बात शुरू करते हुए बोली, “अम्बर, मेरे परिवार वालों के मन में मेरे लिए ज़रा सा भी स्नेह नहीं है. उनका असली चेहरा दिख गया है मुझे. अभी तक वे मुखौटे लगाकर रह रहे थे.” और दिशा ने रोते हुए पूरी बात बता दी.

अम्बर को कुछ नहीं सूझ रहा था. अभी तो वह अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हुआ था, फिर दिशा को अपने साथ घर बसाने को कैसे कह देता? दिशा की बेबसी और अपनी लाचारी देख उसने पीड़ा को भीतर छुपाते हुए मुस्कुराता चेहरा अपने उदास चेहरे पर चढ़ा लिया और दिशा को परिस्थिति से समझौता कर अपने माता-पिता की बात मान लेने का सुझाव दे दिया.

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दिशा ने भी दिल पर पत्थर रख लिया. वार्षिक परीक्षा के बाद विक्रांत से उसका विवाह हो गया. विवाह के दो माह बीतते-बीतते वह जान गयी कि विक्रांत का असली चेहरा कुछ और ही था. एक विनम्र, चरित्रवान और निश्छल व्यक्ति का मुखौटा लगाये वह सबको धोखे में रखता था. प्रतिदिन घर देर से आना, शराब पीकर दिशा को डांटना-फटकारना और अन्य स्त्रियों से सम्बन्ध उसकी आदत थी. मदिरा के मद में कभी दिशा पर प्यार भी आता तो बिस्तर से शुरू होकर बिस्तर पर ही समाप्त हो जाता. पत्नी तो मात्र देह थी उसके नज़रों में. देह की कभी भावनाएं होती हैं क्या? तभी तो दिशा का भावनात्मक होना उसे हास्यास्पद लगता था और पति के प्रति उसका प्रेम विक्रांत को कमज़ोरी की निशानी लगता था. दिशा उसके लिए हाथ आ चुकी वह वस्तु थी जो अब कभी छूटने वाली नहीं थी.

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एक्ट्रेस विद्या बालन को नहीं करना पड़ता अब किसी का इंतज़ार, जानें वजह  

फिल्म ‘परिणीता’से एक्टिंग के क्षेत्र में चर्चित होने वाली अभिनेत्री ‘विद्या बालन ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग छवि बनाई है. उन्होंने इंडस्ट्री में अभिनेता और अभिनेत्री के बीच पारिश्रमिक और सुविधाओं की असमानता को कम किया है और सिद्ध कर दिया है कि अभिनेत्रियाँ भी फिल्म को लीड कर सकती है. यही वजह है कि आज कई निर्माता निर्देशक उन्हें अपनी फिल्मों में लेना पसंद करते है. उनकी प्रसिद्ध फिल्में‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘द डर्टी पिक्चर’ ‘कहानी’ आदि कई है. विद्या स्वभाव से हँसमुख, विनम्र और स्पष्ट भाषी है. फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ उसके करियर की टर्निंग पॉइंट थी, जिसके बाद से उन्हें पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा. उन्होंने बेहतरीन परफोर्मेंस के लिए कई अवार्ड जीते और साल 2014 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा गया. विद्या तमिल, मलयालम, हिंदी, अंग्रेजी और बांग्ला अच्छा बोल लेती है. विद्या की फिल्म ‘शेरनी’रिलीज हो चुकी है, जिसमें उन्होंने शेरनी की मुख्य भूमिका निभाकर मानव और जंगली जानवरों के बीच एक तालमेल के बारे में बताई है, जो इस धरती के लिए जरुरी है. फिल्म की सफलता पर खुश विद्या ने बात की. पेश है कुछ अंश.

सवाल-फिल्म की सफलता आपके लिए क्या माइने रखती है?

इस सफलता से मुझे बहुत ख़ुशी है, क्योंकि ये एक अलग तरीके की फिल्म है. इसे दर्शक कितना पसंद करेंगे, ये पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन एक लालच थी कि 240 देशों के लोग इसे देख सकेंगे. अच्छी बात अभी ये भी है कि ओटीटी पर रिलीज होने की वजह से दर्शक जब चाहे इसे देख सकता है. दर्शकों ने फिल्म देखी और मुझे अच्छे-अच्छे मेसेज भेजे, इस बार शर्मीला टैगोर ने भी फिल्म की तारीफ की.

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सवाल-आपने हमेशा अलग-अलग विषयों पर काम किया है, इस दौरान कई उतर-चढ़ाव आये, किसने साथ दिया?

मेरे जीवन की सबसे स्ट्रोंग पर्सन मेरी माँ सरस्वती बालन है, जो मुश्किल घड़ी में शांत रहकर आसानी से उसे पार कर लेती है. उन्होंने हम दोनों बहनों को खुद की ड्रीम पूरा करने का साहस दिया है. फिल्म इश्कियां से पहले मैं बहुत कन्फ्यूज्ड रहा करती थी. मैं हिंदी फिल्मों के लिए बनी हूं या नहीं. ये सोचती रहती थी, लेकिन इश्कियां के लिए मैं फिट बैठ गयी. आगे भी मैंने  अलग विषयों पर काम किया है. मेरे लिए हीरो ओल्ड है या जवान कुछ फर्क नहीं पड़ता. मैंने रिस्क लिया और कामयाब रही. अभी जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो लगता है कि मैंने जो ड्रीम अपने जीवन में देखी थी, वह धीरे-धीरे पूरी हो रही है. मैं एक विषय से ऊब जाती हूं, इसलिए अलग-अलग विषयों पर काम करती हूं, इससे मेरे अंदर काम करने की इच्छा बनी रहती है.

सवाल-आजकल की महिलाएं बहुत मजबूती से आगे बढ़ रही है, लेकिन एक सीमा तक पहुँचने के बाद उन्हें मंजिल तक जाने से रोका जाता है, इसकी वजह आप क्या मानती है?

फारेस्टलाइफ में शेरनी चुपचाप शिकार की तलाश में शांत बैठी रहती है और शिकार को देखते ही उसपर छलांग मारकर उसे झपट लेती है, लेकिन रियल लाइफ में ऐसा नहीं हो सकता, लेकिन औरतों को जब भी ताने सुनने को मिले या लोग उनके सपनों को समझ नहीं रहे है,तो चुपचाप उसे सुने या अनसुना कर दें और समय आने पर उसका जवाब दें, क्योंकि जिंदगी एक है और हर महिलाको अपनी ड्रीम पूरा करने का हक है.

सवाल-कई बार उच्च प्रशासनिक पद पर कार्यरत महिलाएं एक मुकाम तक पहुंचकर आगे नहीं बढ़ पाती, क्योंकि उस स्थान से वापस आना ही भलाई समझती है, ऐसे महिलाओं के लिए आपकी मेसेज क्या है?

ये सही है कि लड़कियों की परवरिश इसी तरह से की जाती है, उन्हें किसी प्रकार की चुनौतियों से आगे बढ़ने की सलाह नहीं दी जाती, बल्कि पीछे हटने के लिए कह दिया जाता है. डर पर काबू पाना जरुरी है और सभी महिलाओं में ताकत होती है, उन्हें सिर्फ समझना पड़ता है, तभी हम आगे बढ़ सकते है.

सवाल-महिलाओं को कमतर समझने की वजह क्या है? क्या आपको कभी इसका सामना करना पड़ा?

महिलाएं खुद को ही कमतर समझती है, उन्हें खुद की काबिलियत पर संदेह होने लगता है. ये उनके दिमाग में चलता रहता है. असल में महिलाओं ने काफी सालों बाद बहुत सारे क्षेत्रों में काम करना शुरू किया है. उसमें एडजस्ट होने में समय लगेगा. हर महिला अपनी बात तेज आवाज में नहीं रख पाती. चुप रहकर भी कुछ महिलाएं अपना काम निकाल लेती है. कैरियर की शुरू में बहुत बार ऐसा हुआ है, जब सबने मुझे कमतर समझा. जब मैंने फिल्म कहानी की, तो सबको लग रहा था कि ये फिल्म नहीं चलेगी, जबकि ‘ द डर्टी पिक्चर’ को सबने सही कहा, क्योंकि ये मसाला और सेक्सी फिल्म है. एक प्रेग्नेंट महिला, जो अपने खोये हुए पति की खोज में है, उस पिक्चर को कौन देखना चाहेगा? इसकी वजह केवल मैं नहीं, बल्कि सब्जेक्ट, फिल्म की टीम सभी को कम समझा गया, लेकिन कहानी इतनी चली कि सबकी बोलती बंद हो गयी.

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सवाल-फिल्म इंडस्ट्री में क्या आपको लैंगिक असामनता का सामना करना पड़ा? उसे कैसे लिया?

बहुत बार सामना करना पड़ा, क्योंकि आसपास के लोगों में ये धारणा रहती है कि लड़की और लड़के की काम में अंतर है. जब लड़की इसे तोड़ कर आगे बढती है, सब उन्हें रोकते है. जब मैं इश्कियां कर रही थी तो सबका कहना था कि बड़ी मुश्किल से एक फिल्म महिला प्रधान बनती है, लेकिन मैंने इन 13 वर्षों में उनके इस प्रश्न का उत्तर दे दिया है. इसके अलावा शुरूआती दौर में एक्टर के हिसाब से डेट देने पड़ते थे, एक्टर के लिए बड़ा कमरा, बड़ा वैन होता था. ये सीनियर कलाकारों को ही नहीं, बल्कि नए चेहरे को भी ऐसी सहूलियत मिलती थी. वह सही नहीं लगता था. इसके अलावा एक्टर समय से 3 या 4 घंटे लेट आता था. मुझे अच्छा नहीं लगता था और सोचती थी कि ये कब बदलेगा. अभी बदला है, मुझे किसी का अब इंतज़ार नहीं करना पड़ता.

‘गुम है किसी के प्यार में’ के ‘विराट’ ने ‘पाखी’ के लिए गाया Romantic गाना, वीडियो वायरल

सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में'(Ghum Hai Kisikey Pyar Mein) इन दिनों दर्शकों के बीच सुर्खियों में हैं. जहां विराट, सई से अपने प्यार का इजहार करते हुए डांस करता नजर आ रहा है. तो वहीं औफस्क्रीन विराट यानी नील भट्ट (Neil Bhatt) अपनी गर्लफ्रेंड एश्वर्या शर्मा के लिए रोमांटिक गाना गाते नजर आए हैं, जिसकी वीडियो सोशलमीडिया पर धमाल मचा रही है.

रोमांटिक हुए विराट

दरअसल, सोशलमीडिया पर विराट यानी एक्टर नील भट्ट (Neil Bhatt) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें नील (Neil Bhatt) अपनी को- ऐक्ट्रेस और मंगेतर पाखी यानी एश्वर्या शर्मा (Aishwarya Sharma) के लिए रोमांटिक गाना गाते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं एश्वर्या प्यार भरे एक्सप्रेशन देती नजर आ रही हैं. साथ ही आखिर में ऐश्वर्या, नील की तरफ देखकर मुस्कुराकर शरमाते हुए हाथ पकड़ लेती हैं.

 

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औनस्क्रीन भी कर रहे हैं डांस

हाल ही में सीरियल गुम है किसी के प्यार में सीरियल में भी विराट, सई के लिए डांस करते हुए नजर आया था, जिसमें उनका डांस देखकर सई हैरान हो गई थी. वहीं फैंस ने भी नील भट्ट का डांस देखकर काफी तारीफें की थीं.

बता दें, विराट यानी नील भट्ट की मंगेतर एश्वर्या शर्मा सीरियल गुम है किसी के प्यार में में पाखी का किरदार निभाती नजर आ रही हैं.  वहीं बीते कुछ महीने पहले ही दोनों ने रोका सेरेमनी की फोटोज शेयर की थी, जिसके बाद एश्वर्या और नील भट्ट ने अपने रिश्ते को औफिशियल किया था. हालांकि इसके बाद से वह फैंस के बीच अपनी रोमांटिक फोटोज के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. बीते दिनों शूटिंग से समय निकालकर ये कपल Beach पर एक साथ रोमांटिक पल बिताता नजर आया था.

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केंद्र के राहत पैकेज का अधिकतम लाभ ले – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड की दूसरी लहर के मद्देनजर जिस राहत पैकेज की घोषणा की है, उसका उत्तरप्रदेश को अधिकतम लाभ मिलना चाहिए. ऐसी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है. उन्होंने संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ( अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव) को निर्देश दिया है कि वह यथाशीघ्र अपने विभाग की कार्ययोजना बनाकर केंद्र को भेजें ताकि राहत पैकेज के तहत जो पैसा प्रदेश को मिलना है,वह शीघ्र मिले. कार्ययोजना बनाने के साथ इस बाबत लगातार केंद्र के संपर्क में रहें.

मालूम हो कि केंद्रीय वित्तमंत्री ने सोमवार को कोविड की दूसरी लहर से सर्वाधिक प्रभावित सेक्टर्स और लोगों के लिए राहत पैकेज (रिलीफ मेजर्स ) की घोषणा की थी.

इसमें वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपए की गारंटी स्कीम के तहत 50 हजार करोड़ की लोन गारंटी योजना स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए और बाकी अन्य सेक्टर्स के लिए है. स्वास्थ्य सेक्टर्स के तहत जो पैसा मिलना है उसे इस क्षेत्र की बुनियादी संरचना को और मजबूत किया जाएगा. फोकस मेट्रोपोलिटन शहरों की जगह अपेक्षाकृत कम सुविधाओं वाले छोटे शहर होंगे. मालूम हो कि प्रदेश की योगी सरकार पहले से ही इस क्षेत्र में काम कर रही है. उसकी मंशा हर जिले में मेडिकल कॉलेज और राजधानी लखनऊ समेत गोरखपुर,वाराणसी, आगरा और कानपुर आदि में पीपीपी मॉडल पर सुपर स्पेसिएलिटी हॉस्पिटल बनाने की है. पैकेज से मिले पैसे से जो काम चल रहे हैं उनकी गति और तेज हो जाएगी और कुछ नए काम भी शुरू हो सकेंगे.

भगवान श्रीराम, कृष्ण की धरती होने के साथ अपनी विविधता के कारण उत्तरप्रदेश में हर तरह के पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. प्रदेश सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए काम भी कर रही है. हालांकि कोरोना की वजह से यह सेक्टर भी बुरी तरह प्रभावित रहा. इस सेक्टर में जान डालने के लिए भी राहत पैकेज में कई घोषणाएं की गई हैं. मसलन 31 मार्च 2022 तक मुफ्त पर्यटक वीजा दिया जाएगा. इसमें पहले 5 लाख पर्यटकों को टूरिस्ट को वीजा शुल्क नहीं देना होगा.

11 हजार पंजीकृत टूरिस्ट गाइड का मदद दी जाएगी 
टूर एजेंसियों को 11 लाख रुपये तक का गारंटी फ्री कर्ज मिलेगा.

आत्मनिर्भर भारत योजना की मियाद 31 मार्च 2022 बढ़ा दी गई है. एक लाख एक हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी योजना, 1.50 लाख करोड़ की अतिरिक्त क्रेडिट गारंटी योजना भी घोषित की गई है. पूर्व में ऐसी योजनाओं का सर्वाधिक सर्वाधिक लाभ प्रदेश को मिला है. आगे भी ऐसा हो इसका प्रयास सरकार करेगी.

गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत महामारी के दौरान कोई भूख न रहे, इसलिए दिवाली यानी नवंबर तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा. इस पर कुल दो लाख करोड़ तक का खर्च होगा.

बड़े काम का पुदीने का तेल

पिपरमेंट अर्थात् पुदीने का तेल बहुमुखी होता है. यह आपको बहुत से लाभ प्रदान करता है जिनसे आपकी स्किन, आपकी सेहत और आपके बाल पहले से बेहतर होने लगते हैं. इसे मॉडर्न और पौराणिक दोनों ही जमानों में मेडिकल गुणों के कारण प्रयोग किया जाता है. अब इसका प्रयोग कॉस्मेटिक इंडस्ट्री के द्वारा भी होने लगा है. इस ऑयल का प्रयोग सिर दर्द को ठीक करने मे, मसल पेन को ठीक करने में, सन बर्न, खुजली और दांतों की भी कुछ समस्याओं से राहत दिलाने के लिए किया जाता है. आइए इसके कुछ लाभों के बारे में जानते हैं.

पाचन के लिए सहायक : अगर आपको गैस, हार्ट बर्न, ब्लोटिंग या पाचन अच्छे से न होने जैसी समस्याएं हैं तो आप पिपरमेंट ऑयल का प्रयोग कर सकते हैं. अगर आपको गैस होती है तो आपके डॉक्टर आपको एंटीस्पासमोडिक ड्रग देने को सुझा सकते हैं. एक स्टडी के अनुसार यह ऑयल एंटीस्पासमोडिक ड्रग के समान ही प्रभावित है. और अच्छी बात यह है कि यह इस प्रकार की दवाइयों का एक प्राकृतिक विकल्प है.

इरिटेटेबल बाउल सिंड्रोम को ठीक करने में प्रभावित : इरिटेटैबल बाउल सिंड्रोम को ठीक करने के लिए पुदीने के तेल का काफी लंबे समय तक प्रयोग किया जाता आ रहा है. इस तेल में एंटी ऑक्सिडेंट होते हैं जो इस सिंड्रोम के कारण होने वाले पेट के दर्द में आपको राहत दिलाने में सहायक हैं. एक स्टडी के अनुसार यह तेल बहुत प्रभावी है क्योंकि यह कैल्शियम चैनल को संतुलित करता है और आपके नर्वस सिस्टम पर डायरेक्ट रूप से काम करता है.

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पिपरमेंट ऑयल स्क्रब : आप आपकी स्किन से डैड स्किन सेल्स कम करना चाहते हैं तो आप इस ऑयल का प्रयोग करके स्क्रब भी बना सकते हैं और एक निखरा हुआ चेहरा पा सकते हैं. इसके लिए आपको इस तेल की 4 बूंदें, 2 चम्मच ऑलिव ऑयल और 3 चम्मच टेबल साल्ट की आवश्यकता होगी. एक कटोरे में टेबल साल्ट लें, उसमें ऑलिव ऑयल और पिपरमेंट ऑयल की बूंद मिक्स करें. अब अपने मुंह को धो कर इस स्क्रब का प्रयोग करें और एक हेल्दी स्किन पाएं.

ऑयल टोनर बनाएं : आप घर पर भी पिपरमेंट ऑयल द्वारा टोनर बना सकते हैं. इसे करने के लिए आपको 110 ml साफ पानी, 30-35 ml एप्पल साइडर विनेगर और 25-30 बूंद पिपरमेंट ऑयल की जरूरत होगी. अब इन सभी चीजों को मिक्स करके एक स्प्रे बॉटल में डाल लें और अपने फेस पर एक मिस्ट की तरह प्रयोग करें. प्रयोग करने के बाद इसे फ्रिज में रख लें. इस टोनर के द्वारा आपके पोर्स को कम होने में बहुत मदद मिलेगी.

क्लीयर स्किन के लिए बनाएं पिपरमेंट ऑयल फेशियल मास्क : इसके लिए आपको कसे हुए 2 चम्मच खीरे, 2 चम्मच हरी क्ले और 5 ml डाइल्यूट किया हुआ पुदीने का तेल चाहिए होगा. एक प्लास्टिक के कटोरे में तेल को और खीरे को अच्छे से फेंट लें और फिर इसमें ग्रीन क्ले मिला कर एक मास्क बनाएं और अपने चेहरे पर अप्लाई करें. थोड़ी देर के बाद जब यह सुख जाए तो इसे धो लें और इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार रिपीट करें.

शैंपू  के रूप में प्रयोग करें :  आप अपने बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए पिपरमेंट ऑयल से बने शैंपू का प्रयोग कर सकते हैं. इसे बनाने के लिए आपको अपने शैंपू में पिपरमेंट ऑयल को मिक्स करें और अच्छे से इसे हिलाएं. फिर अपने सिर को सामान्य रूप से धो लें. ऐसा करने से आपके बालों की ग्रोथ धीरे धीरे बढ़ने लगेगी.

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स्कैल्प के लिए एक हेयर ऑयल : अगर आपका स्कैल्प बहुत ज्यादा ड्राई है तो आप उसे नरिश करने के लिए पिपरमेंट ऑयल का प्रयोग कर सकते हैं. इसे बनाने के लिए आपको नारियल के तेल में पिपरमेंट ऑयल मिलाएं और उसकी आपके स्कैल्प में अच्छे से मसाज करें.

अगर आप बताए गए तरीकों से पिपरमेंट ऑयल का प्रयोग करते हैं तो यह आपको जरूर लाभ देगा. लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा सेंसिटिव हैं और आपको इस ऑयल से किसी प्रकार का एलर्जिक रिएक्शन होने लगता है तो इसका प्रयोग न करें.

जरूरी है प्रीमैरिज काउंसलिंग

राघव एक दवा बनाने वाली कंपनी में काम करता है. जब उस का रिश्ता तय हुआ तो उसे लगा कि उस ने गलती से ‘हां’ कर दी है. बारबार उसे यह बात कचोटने लगी कि लड़की की शक्ल ठीक नहीं है. राघव का जीजा उस का घनिष्ठ मित्र था और उस पर उसे पूरा भरोसा भी था. जब वह लड़की देखने गया तो किसी कारण से जीजा आ नहीं सका था. सब के कहने पर उस ने हां कर दी पर अब वह तय नहीं कर पा रहा था.

राघव को जब एक काउंसलर के पास लाया गया तो उस ने अपने दिल की बात उस से की कि लड़की सुंदर नहीं है और वह अगर उस से शादी करेगा तो सारी जिंदगी उसे खुश नहीं रख पाएगा. आखिरकार रिश्ता तोड़ दिया गया और विवाह से पहले सलाह लेने से 2 जिंदगियां बरबाद होने से बच गईं.

पश्चिमी देशों की तरह भारत में भी तलाक का ग्राफ निरंतर बढ़ता जा रहा है. इस की मुख्य वजह है नई पीढ़ी की अपनी एक सोच होना, जो उन्हें अपने ढंग से जीने के लिए उकसाती है. अपनी इच्छाओं को दबाती नहीं है बल्कि अपने हक की लड़ाई लड़ती है. इसलिए उम्मीदें पूरी न होने पर बात तलाक तक पहुंच जाती है.

तलाक की सब से बड़ी वजह है पतिपत्नी के बीच शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक असंगति होना. इस के नतीजतन देखा गया कि 90 प्रतिशत युगल अवसाद का शिकार हो जाते हैं.

असल में प्यार करना, रिश्तों में बंधना आसान है पर उन्हें निभाना मुश्किल है. विवाह से पहले क्या कोई बताता है कि किस तरह से भावनात्मक रूप से सुदृढ़ और शारीरिक रूप से संतुष्ट रिश्ता कायम किया जाए. शायद नहीं, क्योंकि अभी भी हमारे देश में मातापिता या भाईबहन खुल कर विवाह से जुडे़ मसलों पर बात नहीं करते हैं.

प्रीमैरिज काउंसलिंग का उद्देश्य होता है युवा पीढ़ी को विवाह के बंधन की पूरी जानकारी देना ताकि युवकयुवती एकदूसरे के प्रति सम्मान रखते हुए एक स्नेहपूर्ण व मर्यादित रिश्ता जी सकें. स्वस्थ यौन संबंधों की जानकारी वैवाहिक जीवन को सुखद बनाने के लिए बहुत जरूरी है. अन्य विकासशील देशों की तरह भारत में यौन शिक्षा की जानकारी अभी भी स्कूलकालिज में नहीं दी जाती है इसलिए पतिपत्नी को एकदूसरे की जरूरतों को समझने और सही तरह से संबंध कायम करने के लिए प्रीमैरिज काउंसलिंग आवश्यक है.

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अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा. संदीप वोहरा का कहना है, ‘‘प्रीमैरिज काउंसलिंग की यह अवधारणा पूरी तरह से पश्चिमी है. भारत में करीब 5 साल पहले इसे मान्यता मिली है और अभी भी यह अपनी प्रारंभिक अवस्था में है. आज की पीढ़ी कैरियर पर ज्यादा ध्यान देती है और चाहती है कि उन के प्रोफेशन के सामने कोई अवरोध न आए. वे मानसिक रूप से सशक्त नहीं हैं इसलिए चाहे वह व्यक्तिगत संबंध हो या प्रोफेशनल, उन्हें समझने के लिए उन के पास न तो समय है न ही कोई दिशा. वे सब से पहले अपने होने वाले जीवनसाथी की शक्ल देखते हैं, आकर्षण को महत्त्वपूर्ण मानते हैं. हम उन्हें समझाते हैं कि यह गौण चीज है और जरूरी है हर स्तर पर संगति होना.’’

मनोवैज्ञानिक और काउंसलर हेमा गुप्ता का कहना है, ‘‘हमारे जीवन के 2 मुख्य पहलू काम और परिवार वाटर टाइट कंपार्टमेंट नहीं हैं, वे एकदूसरे से संबंधित हैं. विवाह से पहले इन दोनों विषयों पर स्पष्ट रूप से बात करना जरूरी है क्योंकि लड़के के लिए आज उस का काम जितना आवश्यक है उतना ही लड़की के लिए भी है. अगर इस स्तर पर वे सामंजस्य नहीं बिठा पाते हैं तो मतभेद होना स्वाभाविक ही है.

‘‘आज से 20-25 साल पहले तक मातापिता बच्चों से पूछते तक नहीं थे कि वे क्या चाहते हैं क्योंकि माना जाता था कि विवाह एक समझौते का नाम है पर अब विवाह का अर्थ है दोनों का समान रूप से विकास. विवाह 100 प्रतिशत सामंजस्य का नाम है पर उस का अर्थ है एकदूसरे को जैसे वे हैं उसी रूप में स्वीकारना. अकसर जब काउंसलिंग के लिए लड़कालड़की आते हैं तो एक ही सवाल उन्हें परेशान करता है कि उन्हें कैसे पता चले कि सामने वाला उन के लिए कैसा है? वे साथी के बारे में भी विस्तार से जानने को इच्छुक होते हैं.’’

आज जब लड़कालड़की दोनों ही अपनी स्वतंत्र सोच रखते हैं और आत्मनिर्भर रहते हुए आत्मसम्मान के साथ जीवन बिताना चाहते हैं, ऐसे में प्रीमैरिज काउंसलिंग बहुत ही प्रभावी जरिया है.

प्रीमैरिज काउंसलिंग के दौरान घरपरिवार, नौकरी, उत्तरदायित्व और समझौतों पर तो बात होती ही है, सेक्स संबंधी समस्याओं को ले कर भी लड़कालड़की में अनेक सवाल होते हैं. अपोलो अस्पताल की वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ डा. गीता चड्ढा का कहना है, ‘‘अगर लड़की वर्जिन होती है तो उसे हम सेक्स की जानकारी देते हैं कि किस तरह पतिपत्नी को शारीरिक रिश्ता कायम करना चाहिए. विवाह के बाद भी ऐसे युगल आते हैं जो कहते हैं कि वे महीनों बीत जाने पर भी शारीरिक संबंध स्थापित नहीं कर पाए हैं.

जिन लड़कियों का हाइमन किसी वजह से फट गया है, उस मामले में हम लड़के को समझाते हैं कि ऐसा खेलकूद के दौरान हो जाता है और आवश्यक नहीं कि प्रथम सहवास के दौरान लड़की को रक्तस्राव हो. जो युगल विवाह होते ही संतान नहीं चाहते हैं उन्हें हम विभिन्न गर्भनिरोधकों की जानकारी देते हैं. विवाह से पहले ही लड़की को गर्भनिरोधक पिल्स देना शुरू कर देते हैं ताकि विवाह के बाद वह तनावग्रस्त न रहे.

‘‘कई लड़कियां जो 30 वर्ष से अधिक की होती हैं, वे चाहती हैं कि संतान जल्दी हो जाए तो हम जांच करते हैं कि वे स्वस्थ हैं कि नहीं और विवाह के तुरंत बाद गर्भवती होना ठीक रहेगा या नहीं.

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विवाह से पूर्व यौनसंबंधों के बारे में स्वस्थ जानकारी होना नितांत आवश्यक है क्योंकि यह ऐसा संवेदनशील विषय है जिसे ले कर लड़कालड़की दोनों के मन में एक घबराहट रहती है.’’

वास्तविकता तो यह है कि बेशक प्रीमैरिज काउंसलिंग की अवधारणा पाश्चात्य सभ्यता की देन है पर हर समाज में इस की जरूरत है. खासकर भारत जैसे देश में जहां अभी भी विवाह को ले कर मांबाप और लड़केलड़कियों के मन में पूर्वाग्रह हैं. इस के द्वारा वह विवाह से पहले ही साथी की कमियों, खूबियों और उम्मीदों को समझ विवाह के बाद रिश्ते को बेहतर बना सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि वह जान जाते हैं कि उन्हें विवाह के बाद किस स्तर पर और कितना सामंजस्य करना होगा.

Monsoon Special: ट्राय करें ‘कुंडली भाग्य’ की प्रीता के ये लुक

टीवी एक्ट्रेसेस आजकल बौलीवुड पर भारी पड़ रहे हैं. चाहे उनकी सीरियल की पौपुलैरिटी हो या उनका फैशन. आज हम ऐसी ही टीवी सेलिब्रिटी की ही बात करेंगे. जी टीवी के पौपुलर शो में से एक कुंडली भाग्य की प्रीता यानी लीड एक्ट्रेस श्रद्धा आर्या की. श्रद्धा आर्या अपनी एक्टिंग और कैरेक्टर के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अपने हौट फैशन को लेकर भी सुर्खियों में रहती हैं. उनके इंस्टाग्राम पर अक्सर आपको सीजन से जुड़ी कईं नई ड्रेसेस और फैशन के बारे में पता चलता है. आज हम आपको उनके हौट और ट्रेंडी मौनसून फैशन के बारे में बताएंगे.

1. मौनसून में ट्राय करें श्रद्धा का ये शर्ट फैशन

श्रद्धा आर्या का ये लुक कम्फरटेबल के साथ-साथ ट्रेंडी भी है. लाइट ब्लू शर्ट के साथ सिंपल हेयरस्टाइल कैरी करके श्रद्धा अलग ही लुक में नजर आ रही हैं. अगर आप इस ड्रेस को ट्राय करना चाहती हैं तो सैंडल की जगह आप शूज भी कैरी कर सकती हैं. ये लुक आपको कम्फरटेबल का एहसास करायेगा.

 

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When suddenly some change is spilled off your pocket. Can’t happen with me though, i am always broke!

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2. ब्लू जंपसूट है मौनसून के लिए परफेक्ट

 

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Them: Nice Outfit Me: Yeah, it has Pockets 🙂

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ब्लू जम्पसूट में श्रद्धा आर्या बेहद हौट दिख हैं. श्रद्धा ने इस लुक को लाइट मेक अप और न्यूड लिप्स्टिक के साथ पूरा किया है. जिसे आप भी ट्राय कर सकते हैं. ये आपको मौनसून में अलग लुक देगा.

3. डार्क ब्लू ड्रैस है पार्टी के लिए परफेक्ट

 

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#aboutlastnight ? Styled by: @riti_gupta Outfit: @stylesplash_in Accessories: aquamarine_jewellery

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अक्सर पार्टी में जाने के लिए कुछ नया ट्राय करने के लिए मशक्कत करते हैं. श्रद्धा की ये ब्लू ड्रेस आपके लिए परफेक्ट औप्शन है. ये आपके लुक को कम्प्लीट करेगी. आप चाहें तो बाल को लूज पौनीटेल या खुले छोड़कर भी लुक को परफेक्ट बना सकते हैं.

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4. beach पार्टी के लिए ये लुक है परफेक्ट

 

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So to make you all feel better – Even I am not here anymore! ? #vacationhangover ?? #maldives #seasandandsunshine

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अगर आप मौनसून में किसी beach पार्टी का हिस्सा बनने जा रहे हैं तो ये ड्रेस आपके लिए परफेक्ट है. हाफ शोल्डर वाइट ड्रेस विद कट लुक आपके लुक को मौनसून में परफेक्ट लुक देगा.

बता दें, मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की,तुम्हारी पाखी ,ड्रीम गर्ल और कुन्डली भाग्य जैसे टीवी सीरियल के साथ कई साउथ की फिल्मों में काम कर चुकीं श्रद्धा आर्या इंडियास बेस्ट सिने स्टार्स की खोज में कंटेस्टेंट भी रह चुकी हैं.

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यूपी में ‘विशेष स्वच्छता अभियान’ से लगेगी मौसमी बीमारियों पर लगाम

बरसात के बाद होने वाली मौसमी बीमारियों पर शिकंजा कसने के लिये निगरानी समितियों ने स्वच्छता को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है. कोरोना की दूसरी लहर पर जीत हासिल करने में निगरानी समितियां बड़ा हथियार साबित हुई हैं. उनके माध्यम से राज्य सरकार 17.25 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है. इस उपलब्धि को देखते हुए एक बार फिर से 63148 निगरानी समितियों के 04 लाख से अधिक सदस्यों को गांव और शहरी निकायों में गली-कूचों तक सफाई का कार्य तेजी से कराने की देखरेख में लगाया गया है.

बरसात से पहले की तैयारियां

सरकार की ओर से प्रदेश में शनिवार और रविवार को विशेष सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं. नाले-नालियों की स्वच्छता पर जोर देने के साथ बरसात में जलभराव की समस्या को दूर किया जा रहा है. मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये लगातार सेनेटाइजेशन और फॉगिंग कराई जा रही है. मोहल्ला निगरानी समितियों को भी इस काम में जुटाया गया है.

स्वच्छ भारत से स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने में जुटी योगी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर पर अन्य प्रदेशों से पहले जीत हासिल की है. अब तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए उसने तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिये गांव-गांव और शहरों में विशेष सफाई अभियान शुरू किये हैं. ग्राम पंचायतों में सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है. इसके लिये प्रदेश के कुल 58189 ग्राम पंचायतों और 97499 राजस्व ग्रामों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. 52916 सफाईकर्मी इस कार्य में जुटे हैं. यूपी में  पिछले एक दिन में 31156 राजस्व ग्रामों में सफाई हुई. 15396 राजस्व गांवों में सेनेटाइजेशन और 4787 में फॉगिंग की गए. प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में कुल 12016 मोहल्ला निगरानी समितियों के 64175 सदस्य स्वच्छता अभियानों में जुटे हैं. उनकी देखरेख में नगरीय निकायों में कुल 1378 बड़े नालों, 5219 मझोले नाले और 12410 छोटे नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया गया है.

निगरानी समितियां बनी

बीमारी से बचाव के लिये गांव-गांव गठित निगरानी समितियों के सदस्य प्रत्येक व्यक्ति के पास पहुंचकर उनको मौसमी व मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये स्वच्छता और सामाजिक दूरी के महत्व बता रहे हैं. हाथों को साबुन से धोना और मास्क पहनने की आदत लोगों में डालने के लिये जागरूक कर रहे हैं.

योगी सरकार ने बीमारी से रोकथाम के लिये ग्रामीण इलाकों में विशेष स्वच्छता अभियान चला रखा है. बड़े स्तर पर ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता अभियान चलाने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना है. बरसात से पहले संक्रामक बीमारियों को रोकने में सरकार के प्रयास का बड़ा असर हुआ है.

गौरतलब है कि योगी सरकार की ओर से गांव-गांव तक बिछाए गये निगरानी समितियों के जाल से काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं. इतनी तेज रफ्तार से बीमारी की रोकथाम करने में लिये योगी सरकार के शानदार कोविड प्रबंधन को पूरी दुनिया में प्रशंसा मिली है. डब्ल्यूएचओ भी सरकार के प्रयासों की तारीफ कर चुका है. यही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर बीमारी पर तेज गति से नियंत्रण करने के लिये यूपी सरकार की सराहना की है.

 फ्रंट लाइन वर्कर्स को दिया गया टीका-कवर

प्रदेश में बीमारियों से बचाव के लिये स्वच्छता अभियान में जुटे 86770 फ्रंट लाइन वर्कर्स व अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण की पहली डोज लग चुकी है. जबकि 66190 सफाई श्रमिकों को दूसरी डोज दी गई है. 26399 अन्य निकाय कार्मिकों को प्रथम डोज व 20991 कार्मिकों को दूसरी डोज का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. राज्य सरकार के निर्देश पर सभी स्थानीय निकायों में सफाई कर्मचारियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिये ग्लब्स, मास्क और सेनेटाईजर भी दिये जा रहे हैं.

कोरोना की दूसरी लहर पर जीत हासिल करने में निभाई बड़ी भूमिका

कोरोना के खिलाफ योगी सरकार के ‘ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट’ रणनीति को मजबूती देने में निगरानी समितियों ने बड़ा योगदान दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीमारी को रोकने के लिये प्रदेश में  निगरानी समितियों का गठन किया गया. समितियों से जुड़े चार लाख से अधिक सदस्यों ने घर-घर दस्तक देकर न सिर्फ लोगों को जागरूक करने का काम किया बल्कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को मेडिकल  किट भी उपलब्ध कराई. इतनी बड़ी संख्या में निगरानी समितियों की तैनाती करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना. समिति के सदस्यों को प्रत्येक व्यक्ति में बीमारी के लक्षणों की पहचान का काम किया.

अनुपमा से तुलना होने पर Kinjal को आया गुस्सा तो Kavya ने किया ये काम

टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ इन दिनों सुर्खियों में है. जहां हाल ही में सीरियल के सेट पर बौलीवुड के दिग्गज एक्टर मिथुन चक्रवर्ती अपनी बहू काव्या यानी मदालसा शर्मा से मिलने पहुंचे तो वहीं सीरियल का टीआरपी चार्ट्स में पहले नंबर आना फैंस को पसंद आ रहा है. इसी बीच सीरियल के लेटेस्ट ट्रैक की बात करें तो हाल ही में मेकर्स ने प्रोमो रिलीज किया था, जिसमें काव्या, किंजल को अनुपमा के खिलाफ भड़काती हुई नजर आई थी. वहीं अब प्रोमो की तरह सीरियल के लेटेस्ट एपिसोड में भी कुछ ऐसा ही धमाकेदार होने वाला है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

किंजल को भड़काती है काव्या

अब तक आपने देखा कि जहां अनुपमा अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर चुकी है तो वहीं किंजल शाह पर ऑफिस के साथ-साथ घर के सारे काम संभालने की जिम्मेदारी आ गई है. दरअसल, अनुपमा की अपनी मां की तबीयत खराब होने के चलते वह घर के साथ-साथ उनकी भी देखभाल कर रही है. हालांकि वह पूरी कोशिश कर रही है कि किंजल पर कोई प्रैशर ना आए. लेकिन काव्या इस बात का फायदा उठा  कर किंजल को भड़काती नजर आती है.

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किंजल और बा के बीच होगी बहस

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि काव्या के भड़काने का असर किंजल पर देखने को मिलेगा. दरअसल, किंजल अपनी मीटिंग के दौरान बा के लिए चाय बनाती है लेकिन बा कहती हैं कि यह कम उबली है, जबकि अनुपमा भी उसी चायपत्ती से चाय बनाती है, जिसे सुनकर किंजल चिढ़ जाती है और बा से बहस करना शुरू कर देती है, उससे कहती है कि वो मेरी तुलना अनुपमा से न करें. वह कहती हैं कि वह घर के सारे काम नहीं कर सकतीं क्योंकि उनके पास ऑफिस का बहुत सारा काम है. इसी बीच अनुपमा पूरी बात सुन लेती है और उससे नाराज हो जाती है.


काव्या करेगी ये काम

 

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अनुपमा ने किंजल के बीच दीवार खड़ी करने के लिए काव्या, किंजल की मां राखी को फोन करके बताएगी कि घर का सारा काम किंजल कर रही है और उसे नौकरानी बना दिया है. साथ ही यह भी कहेगी कि शाह परिवार को नौकरानी मिल गई है और यह सब सुनकर राखी शाह हाउस पहुंच कर हंगामा करती दिखेगी. वहीं अनुपमा भी राखी को चुप कराते हुए कहेगी कि वह किंजल को कभी दूसरी अनुपमा नही बनने देगी.

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रेप के आरोप लगने के बाद Pearl V Puri ने शेयर किया पहला पोस्ट, हुए इमोशनल

बीते दिनों टीवी एक्टर पर्ल वी पुरी (Pearl V Puri) को सुर्खियों में छा गए थे. दरअसल, एक नाबालिग से रेप के आरोप में POCSO अधिनियम के तहत मुंबई पुलिस ने एक्टर को गिरफ्तार किया था. हालांकि सोशलमीडिया पर फैंस का सपोर्ट देखने को मिला था, जिसके बाद अब जमानत मिलने के बाद एक्टर पर्ल वी पुरी ने एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया है. साथ ही अपने फैंस को शुक्रिया भी कहा है. आइए आपको दिखाते हैं पर्ल वी पुरी का पोस्ट….

पोस्ट में लिखी ये बात

 

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पर्ल वी पुरी ने सोशलमीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा था कि ‘लोगों को परखने का जीवन का अपना तरीका है! मैंने कुछ महीने पहले अपनी नानी को खो दिया था. फिर उसके 17 दिन बाद मैंने अपने पिता को खो दिया. वहीं इसके बाद मेरी मां को कैंसर हो गया और फिर ये आरोप मुझ पर लग गया. बीते कुछ हफ्ते मेरे लिए एक बुरे सपने की तरह थे. मुझे रातों-रात एक अपराधी की तरह महसूस कराया गया. यह सब मेरी मां के कैंसर के इलाज के बीच हुआ. जिसने मेरी सुरक्षा की भावना को चकनाचूर कर दिया, जिससे मैं हेल्पलेस महसूस कर रहा था. मैं अभी भी सदमे में हूं. ..लेकिन मुझे लगा कि यह मेरे दोस्तों, फैंस और शुभचिंतकों तक पहुंचने का समय है, जिन्होंने मुझे अपना प्यार, सपोर्ट और मेरे बारे में चिंता की. मुझ पर विश्वास रखने के लिए धन्यवाद और मैं #सत्यमेवजयते में विश्वास रखता हूं. मुझे मेरे देश के कानून और न्यायपालिका पर भरोसा है.”

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इन सेलेब्स ने किया था सपोर्ट

 

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पर्ल वी पुरी की गिरफ्तारी के बाद इंडस्ट्री के कई लोग उनके सपोर्ट में आए, जिनमें  एकता कपूर, निया शर्मा, एली गोनी, सुरभि ज्योति, करिश्मा तन्ना, दिव्या खोसला कुमार सहित कई हस्तियां शामिल है. वहीं इस मामले में नाबालिग की मां भी एक्टर के सपोर्ट में खड़ी नजर आईं.

बता दें, एकता कपूर और दिव्या खोसला कुमार ने इस मामले से जुड़ी कई जानकारियां फैंस को दी थी. वहीं वह एक्टर पर्ल की पूरी मदद करते हुए नजर आईं थीं.

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