अगर आपका बच्चा भी करता है ऐसा तो समझ जाइए उसे तनाव है

आजकल लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि अधिकतर लोग तनाव से ग्रसित हैं. और इसके शिकार केवल बड़े ही नहीं हैं, बल्कि छोटे बच्चे भी हैं. बहुत से लोगों को लगता है कि तनाव केवल बड़ों को होता है, बच्चों को नहीं, उनके लिए ये खबर जरूरी है, क्योंकि इससे उनका भ्रम टूटेगा. हर उम्र के अपनी अलग चुनौतियां होती हैं, और ये चुनौतियां बच्चों को भी मिलती हैं.

हाल ही में एक स्टडी में बच्चों को होने वाले तनाव के बारे में पता चला है. स्टडी के मुताबिक, अगर आपका बच्चा स्कूल ना जाने के बहाने बनाता है और सिर्फ घर पर बैठना चाहता है, तो ये संभव है कि आपका बच्चा तनाव से परेशान हो.

अमेरिका की एक युनवर्सिटी में हुए शोध की माने तो अगर आपका बच्चा स्कूल जाने से कतराता है या स्कूल में उसकी अटेंडेंस कम है तो इसका कारण तनाव हो सकता है.

इस स्टडी को करते हुए स्कूल की अटेंडेंस को 4 भागों में बांट दिया गया. आसान शब्दों में उन्होंने वो कारण चिन्हित किए जिसके चलते बच्चे स्कूल से छु्ट्टी लेते हैं. वो चार कारण थे- कभी-कभी स्कूल ना जाना, बीमारी के चलते छुट्टी, बिना किसी कारण के छुट्टी, स्कूल जाने से साफ इंकार. अब शोधकर्ताओं को अध्ययन करके पता चला कि बिना किसी कारण के जो छुट्टी ली जाती है, उसमें सबसे बड़ा कारण तनाव होता है.

जानकारों ने इस बात पर चींता जाहिर की कि इसनी छोटी उम्र के बच्चे तनाव से ग्रसित हो रहे हैं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ये तनाव बच्चों की पढ़ाई के साथ उनकी सामाजिक और आर्थिक विकास में भी बाधा बन सकता है.

9 घंटे से अधिक काम करने वाली महिलाएं है तनावग्रस्त

इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने लिए सम निकालना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. हमेशा आगे निकलने की होड़ में पीछे छूट जाने का डर रहता है, यही कारण है कि लोग औफिस में अधिक काम करने को मजबूर होते हैं. पर जरूरत से अधिक कोई भी चीज खतरनाक होती है. हाल ही में एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो महिलाएं 9 घंटे या उससे अधिक काम करती हैं उनमें डिप्रेशन का खतरा अधिक रहता है.

स्टडी के मुताबिक जो महिलाएं एक हफ्ते में 55 घंटे से ज्यादा काम करती हैं, उन्हें डिप्रेशन होने का खतरा 7.3 प्रतिशत ज्यादा बढ़ जाता है. वहीं महिलाएं, जो एक हफ्ते में 35-40 घंटे काम करती हैं, वो मानसिक रूप से अधिक स्वस्थ और तनाव मुक्त रहती हैं.

जानकारों का कहना है कि ऐसा इस लिए भी है क्योंकि उन्हें केवल औफिस का काम नहीं देखना होता है, बल्कि उनके लिए घर का कामकाज भी तनाव का मुख्य कारण होता है. स्टडी में ये बात भी सामने आई कि जो महिलाएं वीकेंड में भी काम करती हैं, वो ज्यादातर सर्विस सेक्टर की होती हैं और उनकी सैलरी दूसरों की तुलना में कम होती है. अब जब सैलरी कम हो तो इंसान पर तनाव तो बढ़ता ही है और फिर वो डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं. आपको बाता दें कि इस स्टडी में 12,188 कामकाजी महिलाओं को शामिल किया गया था.

वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे करें वौकिंग

वजन कम करने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते हैं. जिम, डाइटिंग, एक्सरसाइजेज और भी ना जाने क्या क्या. पर क्या आपको पता है कि केवल वौक कर के ही आप अपना वजन कम कर सकती हैं. जिस तरह से लोगों का बिजी सेड्यूल है, इसमें जिन या एक्सरसाइज करना सबके बस की बात नहीं है, ऐसे में वौक कर वजन कम करना एक बेहतर औप्शन है.

इस खबर में हम आपको वौक के दौरान कुछ ट्रिक्स बताएंगे जिन्हें अपना कर आप अपने वजन को कम कर सकेंगी.

ढलान वाली जगह पर चलें

जल्दी मोटापा कम करना चाहती हैं तो ढलान वाली जगहों पर चलें. इससे अधिक कैलोरी बर्न होती है. इस तरह चलने से आप 30 फीसदी ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं. साथ ही इस तरह चलने से मांसपेशियां और मेटाबौलिज्म दोनों मजबूत होंगे.

चलने की गति में करें बदलाव

कई स्टडीज में से बात सामने आ चुकी है कि चलने से कैलोरी बर्न होती है. पर इस दौरान अगर आप गति बदल बदल के चलती हैं तो और अधिक कैलोरी बर्न होगी. जानकारों की माने तो चलने की गति में बदलाव करने से मेटाबौलिज्म 20 फीसदी ज्यादा बेहतर तरीके से काम करता है. हफ्ते में एक बार लंबी वौक पर जरूर जाएं.

सीढ़ियां चढ़ें

सीढिंयों पर चढ़ने की आदत बना लें. इससे ज्यादा मात्रा में कैलोरी बर्न होती है. एलिवेटर और लिफ्ट के बजाए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.

दिन में खूब चलें

जो लोग वर्कआउट करते हैं उनका समय तय रहता है. पर अगर आप जल्दी वजन कम करना चाहती हैं तो दिनभर में ज्यादा से ज्यादा चलने की कोशिश करें. अपनी दिनचर्या में 20 से 25 मिनट का वौक जरूर शामिल करें. जब भी आपको तनाव हो, वौक जरूर करें.

वजन कम करना है तो आज से पीना शुरू करें ये ड्रिंक्स

अगर आप अपने अधिक वजन से परेशान हो रही हैं और लाख कोशिशों के बाद भी अपना वजन कम नहीं कर पा रही हैं तो ये खबर आपके लिए है. आम तौर पर लोग वजन को कम करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं, इसके लिए वो जिम का सहारा लेते हैं, डाइटिंग करते हैं, तरह तरह के एक्सरसाइजेज करते हैं, पर इन सब से उन्हें कुछ खास फायदा नहीं होता. ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं ऐसे ड्रिंक्स के बारे में जिनके नियमित सेवन से आप अपना वजन कम कर सकती हैं और साथ में शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों से छुटकारा पा सकती हैं. तो आइए जाने इन खास ड्रिंक्स के बारे में.

दालचीनी का ड्रिंक

गुनगुने पानी में  दालचीनी का पाउडर डाल लें और रोजाना सोते वक्त इसे पिएं. इससे ना सिर्फ आपका फैट गलेगा, बल्कि शरीर से विषैले पदार्थ भी बाहर होंगे.

नींबू और अदरक

वजन घटाने में डिटौक्स ड्रिंक्स की भूमिका अहम होती है. ऐसे में गुनगुने पानी में नींबू और अदरक को मिला कर रोज सुबह खाली पेट पिएं. इससे आपके शरीर को ताकत मिलेगी और शरीर का मेटाबौलिज्म भी मजबूत होगा.

खीरे और पुदीने का ड्रिंक

खीरा और पुदीने का ड्रिंक शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में काफी सहायक होते हैं. इसका स्वाद और खुशबू लाजवाब होती है. इसके नियमित सेवन से पाचन बेहतर होता है.

हेल्दी रहना है तो इन टिप्स को फौलो करें, कभी नहीं होंगी बीमार

हेल्दी रहना कौन नहीं चाहता. सभी चाहते हैं कि वो रोगमुक्त रहें. शारीरिक और मानसिक तौर पर वो फिट रहें. पर जिस तरह की लोगों की जीवनशैली बन गई है, स्वस्थ रहना लोगों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स देने वाले हैं जिन्हे फौलो कर के आप खुद को हेल्दी और फिट रख सकेंगी.

रहें जंक फूड से दूर

आधुनिक जीवन में जमक फूड का सेवन अधिक होने लगा है. आज के युवा की सबसे बड़ी चुनौती है जंक फूड से दूरी बनाने की. ये आदत बहुत से लोगों का काफी नुकसान कर रही है. ऐसे में जरूरी है कि आप जंक फूड से दूरी बनाएं और अपनी डाइट में हरे साग सब्जियों को शामिल करें.

रोजाना करें फलों और सब्जियों का सेवन

अपनी डाइट में फलों और सब्जियों को जरूर ऐड करें. ये ना सिर्फ आपके शरीर को हेल्दी रखती हैं बल्कि आपका दिमाग भी अधिक सक्रिय और तेज रहेगा. हरी साग सब्जियों से आपकी सेहत के लिए खासकर के जरूरी होती हैं. इनके नियमित सेवन से आप बीमारियों से दूर रहेंगी और कैंसर, दिल की बीमारी जैसी चीजों का खतरा भी दूर रहेगा.

एक्सरसाइज को अपनाएं

सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि हेल्दी डाइट के साथ साथ आप एक्सरसाइज करें. इससे सेहत का काफी लाभ होता है. एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. खाने के बाद कम से कम वौक जरूर करें.

एक रूटीन बनाएं

स्वस्थ रहने की चाबी है खुद को एक रूटीन में रखना. खाने का, सोने का, जगने का, खलने कूदने, एक्सरसाइज सारी चीजों को एक तय समय में करें. इससे आपकी सेहत का काफी फायदा होगा.

खूब पिएं पानी

पानी पीने के लिए प्यास लगने का इंतजार ना करें. दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं. इसके अलावा कभी कभी पानी में नींबू का रस मिला कर पिएं. इससे आप हमेशा हाइड्रेटेट रहेंगे और वजन भी कंट्रोल में रहेगा.

अंडे की जर्दी खाएं या नहीं? यहां मिलेगा जवाब

अंडा अच्छी सेहत के लिहाज से एक बेहत महत्वपूर्ण खाद्य है. इसमें पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. बौडी बिल्डिंग के दौरान भी इसके नियमित सेवन की बात कही जाती है. पर अंडे के सेवन को लेकर लोगों के बीच राय बटे हुए हैं. आपको बता दें कि अंडे में कौलेस्ट्रौल की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण लोग इसे सेहत के लिए हानिकारक भी मानते हैं. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि वजन कम करने और बौडी बिल्डिंग के लिए अंडे के सफेद हिस्से का सेवन करते हैं. इस खबर में हम अंडे के पीले हिस्से के सेवन के बारे में चर्चा करेंगे. हम बात करेंगे कि अंडे के पीले हिस्से का सेवन सेहत के लिए अच्छा है या नहीं.

क्या अंडे की जर्दी सेहत के लिए फायदेमंद होती है?

एक अंडे में 186 मिलिग्राम कोलेस्ट्रोल पया जाता है. ये कोलेस्ट्रोल अंडे की जर्दी में होता है. पर ये शरीर के लिए हानिकारक नहीं होते. ऐसा इस लिए क्योंकि शरीर में टेस्टोस्टेरोन के निर्माण में कोलेस्ट्रोल की आवश्यकता होती है. इससे शरीर में एनर्जी बढ़ती है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं.

आपको बता दें कि अंडे के सफेद हिस्से में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. वहीं इसकी जर्दी में आयरन, विटामिन बी-2, बी-12 और विटामिन डी पाया जाता है, जो अंडे के सफेद हिस्से में नहीं होता है. इसलिए जब आप केवल इसके सफेद हिस्से को खाएंगे तो आप इसके बाकी जरूरी तत्व आपको नहीं मिल पाएंगे.

हाल ही में एक स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि अंडे की जर्दी में मौजूद फैट शरीर से बेड कोलेस्ट्रोल को कम करता है. अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तब भी आप अंडे की जर्दी का सेवन कर सकते हैं.

महिलाओं के लिए डाइट ड्रिंक है जानलेवा, जानिए कारण

आज लोगों में डाइट सोडा या आर्टिफिशियल स्वीटनर ड्रिंक्स का फैशन तेज हुआ है. इसके पीछे वजह है वजन के बढ़ने का डर. लोग पने वजन को कम रखने के लिए या कहें तो अपने वजन को काबू में रखने के लिए इस तरह के ड्रिंक्स का इस्तेमाल शुरु किया है. पर हाल ही में हुई एक स्टडी में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है. अमेरिका में हुई एक स्टडी के रिपोर्ट्स की माने तो  दिनभर में दो या उससे ज्यादा आर्टिफिशियल ड्रिंक्स का सेवन करने वाली महिलाओं में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और जल्दी मौत होने का खतरा अधिक होता है.

इस स्टडी के मुताबिक महिलाएं जो दिन में दो या इससे अधिक बार डाइट सोडा का सेवन करती हैं उनमें स्ट्रोक का खतरा 31 फीसदी अधिक होता है, उनकी तुलना में जो इस तरह के किसी भी ड्रिंक का सेवन नहीं करती हैं. इसके अलावा इन ड्रिंक्स का सेवन करने वाली औरतों में 29 फीसदी अधिक दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, वहीं 16 फीसदी समय से पहले मौत होने का खतरा दूसरी महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होता है.

स्टडी में ये बात भी सामने आई कि जिन महिलाओं को पहले से दिल की बीमारी है या डायबिटीज है, उनमें डाइट ड्रिंक के सेवन से अधिक नुकसान पहुंचता है. मोटापा से पीड़ित लोग भी इससे बुरी तरह से प्रभावित होते हैं.

आपको बता दें कि इस स्टडी में करीब 80,000 महिलाओं को शामिल किया गया है. इससे महिलाओं के तीन महीने के ड्रींक हिस्ट्री के बारे में जानकारी मांगी गई.  शोधकर्ताओं ने बताया कि पिछली स्टडीज में डाइट ड्रिंक्स से होने वाली दिल की बीमारी के खतरे पर ज्यादा जोर दिया गया है. लेकिन नई स्टडी में इसके कारण अलग-अलग तरह के स्ट्रोक के खतरों के बारे में बताया गया है. इसके अलावा इस स्टडी में ये भी बताया गया है कि किन लोगों में ये खतरा अधिक होता है.

ये एक मिनट का एक्सरसाइज, 45 मिनट के जौगिंग के बराबर है

लंबी लाइफ और अच्छी सेहत के लिए एक्सरसाइज बेहद जरूरी होता है. एक्सरसाइज करने से शरीर से भारी मात्रा में पसीना निकलता है जिसके साथ शरीर की बहुत सी गंदगियां बाहर निकल आती हैं. हाल ही में एक स्टडी में ये बात सामने आई कि एक्सरसाइज करने से उम्र लंबी होती है और आप स्वस्थ रहती हैं. पर जिस तरह की लोगों की लाइफ हो चुकी है, एक्सरसाइज के लिए समय निकालना सबके बस की बात नहीं रही. ऐसे में हम आपको एक ऐसा एक्सरसाइज बताने वाले हैं जिसे सिर्फ एक मिनट तक कर के 45 मिनट के बराबर का फायदा लिया जा सकता है.

हाल ही में एक शोध के मुताबिक सिर्फ एक मिनट के हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने से शरीर को 45 मिनट की जौगिंग या लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने के बराबर फायदा होता है. इस स्टडी में लोगों को हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज के नाम पर स्प्रिंट करने को कहा गया.

इस टेस्ट में शोधकर्ताओं ने सभी लोगों को दो समूहों में बांट दिया, इसमें एक ग्रुप को 12 हफ्तों तक लगातार हर 10 मिनट के बाद हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज जैसे स्प्रिंट करनी थी. वहीं, दूसरे ग्रुप ने घंटों पसीना बहाकर लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज की.

तय वक्त के बाद लोगों की मांसपेशियों और दिल की सेहत की जांच की गई. नतीजों से ये स्पष्ट हुआ कि लिन लोगों ने सिर्फ एक मिनट की हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज की उनको भी उतना ही फायदा हुआ, जितना घंटों तक लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने वालों को हुआ.

इस स्टडी ने ये स्प्ष्ट किया कि हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज शरीर के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज कर घंटों जिम में पसीना बहाना.

बिना दवा खाए करें अस्थमा का इलाज

अस्थमा एक गंभीर बीमारी बनती जा रही है. प्रदूषण के कारण बच्चों से लिए बुजुर्गों में ये बीमारी आम हो गई है. ऐसे में डाक्टरों और दवाइयों पर लोगों की निर्भरता तेजी से बढ़ रही है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि मछली का इस्तेमाल कर आप कैसे इस रोग से छुटकारा पा सकती हैं.

बच्चों में बढ़ रही अस्थमा की बीमारी के बाबत एक महत्वपूर्ण बात सामने आई है. एक शोध में या बात सामने आई कि सैमन, ट्राउट और सार्डाइन जैसी मछलियों को अपने आहार में शामिल करने से बच्चों में अस्थमा के लक्षण में कमी आ सकती है.

औस्ट्रेलिया में हुए एक शोध में ये पता चला है कि अस्थमा से ग्रसित बच्चों के भोजन में जब 6 महीने तक वसा युक्त मछलियों से भरपूर पौष्टिक समुद्री भोजन को शामिल किया गया, तब उनके फेफड़े की कार्यप्रणाली में सुधार पाया गया.

इस अध्ययन को ‘ह्यूमन न्यूट्रिशन ऐंड डायटेटिक्स’ में हाल ही में प्रकाशित किया गया है. इस शोध में कहा गया कि पौष्टिक आहार, बच्चों में अस्थमा का संभावित इलाज हो सकता है.

कई जानकारों का मानना है कि जाहिरतौर पर वसा, चीनी, नमक बच्चों में अस्थमा के बढ़ने को प्रभावित करता है. पर पौष्टिक भोजन से अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करना संभव है.

आपको बता दें कि वसा युक्त मछलियों में ओमेगा-3 फैटी ऐसिड होता है जिनमें रोग को रोकने में सक्षम गुण होते हैं. सप्ताह में दो बार या ज्यादा मछली खाने से अस्थमा से पीड़ित बच्चों के फेफड़े के सूजन में कमी आ सकती है.

हैल्दी रहने के लिए छोड़ें फास्टफूड

महिलाएं हमेशा अपने परिवार की सेहत के प्रति चिंतित रहती हैं. उन्हें लगता है कि उन के परिवार की सेहत पर कोई आंच न आए और वे हमेशा मुसकराते रहें और यह तभी संभव है जब वे फिट रहेंगे. इस के लिए महिलाएं क्या कुछ नहीं करतीं. सुबह के हैल्दी ब्रेकफास्ट से ले कर रात तक का डिनर उन का पौष्टिकता से भरपूर बनाती हैं और उन के इस प्रयास में दिल्ली प्रैस द्वारा आईटीसी आशीर्वाद सर्वगुण संपन्न कार्यक्रम का आयोजन गत  19 जुलाई, 2018 को दिल्ली के हरीनगर इलाके में व 24 जुलाई, 2018 को पीतमपुरा के नरसिंह भवन में किया गया.

कार्यक्रम की शुरूआत

कार्यक्रम की ऐंकरिंग अंकीता मंडल ने की. उन्होंने शुरुआत में ही बताया कि आज हम अपने अनहैल्दी खानपान की वजह से खुद को फिट नहीं रख पा रहे हैं जबकि आशीर्वाद आटे में सभी जरूरी पौष्टिक तत्व होने के कारण यह हमारे शरीर की जरूरतों को पूरा करने में काफी हद तक सक्षम है. इस के बाद उन्होंने रोटी मेकिंग की ऐक्टिविटी करवाई जिस का मकसद यह बताना था कि किस तरह आशीर्वाद आटा अन्य आटों से भिन्न व बेहतर है. इस में भाग लेने वाली सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया.

शैफ सैशन

इस के बाद शैफ सैशन शुरू हुआ जिस में शैफ वैभव भार्गव व आनंद पंवार ने आशीर्वाद शुगर रिलीज कंट्रोल आटे से लो शुगर स्वीट डिश बना कर डायबिटीज के मरीजों की भी स्वीट खाने की इच्छा को पूरा किया.

शैफ आनंद पंवार ने कोकोनट मिल्क बनाने की बहुत ही आसान रैसिपी बताई. उन्होंने बताया कि आप कसे नारियल में पानी डाल कर एक रात के लिए रख दें. फिर अगली सुबह छन्नी से पानी छान कर उसे कोकोनट मिल्क की तरह इस्तेमाल करें. बचे नारियल को आप खीर वगैरा में भी डाल कर इस्तेमाल कर सकती हैं.

न्यूट्रिशनिस्ट सैशन

फिर न्यूट्रिशनिस्ट सैशन शुरू हुआ जिस में डा. साक्षी अग्रवाल व लहर भटनागर ने खुद को फिट रखने के लिए बहुत ही उपयोगी टिप्स देने के साथ आशीर्वाद मल्टीग्रेन आटे की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उसे इस्तेमाल करने की सलाह दी. उन्होंने हैल्दी रहने के लिए फास्टफूड छोड़ने व ज्यादा से ज्यादा लिक्विड की मात्रा बढ़ाने की सलाह दी.

अकसर यह समस्या भी देखने को मिलती है कि बहुत ज्यादा वजन कम करने के कारण हम सबकुछ खाना छोड़ देते हैं जिस से भले ही वजन तो कम हो जाए लेकिन शरीर लटक सा जाता है जिस से पर्सनैलिटी चार्मिंग नहीं दिखती. इस के लिए मसल्स को टाइट करने के लिए प्रोटीन लें.

दीवा ऐक्टिविटी

फिर पौपुलर दीवा की ऐक्टिविटी हुई जिस में दो प्रतिभागियों को चुना गया और उन्हें 15 मिनट में आशीर्वाद पौपुलर आटा व कुछ इंग्रीडिऐंट्स से हैल्दी डिश बनाने को कहा जिस में परांठा विद पनीर सब्जी बना कर आशा चौधरी ने प्रथम पुरस्कार और आटा डोसा बना कर अनीता बंसल ने द्वितीय पुरस्कार जीता.

अंत में रैसिपी कौंटैस्ट के विनर्स की घोषणा की गई जिस में महाराजा कचौड़ी बना कर सुमन ने प्रथम पुरस्कार, हनी फ्राइड आटा विद आइसक्रीम बना कर सरिता ने द्वितीय पुरस्कार, मीठा पकवान बना कर मनीषा ने तृतीय पुरस्कार जीता. सांत्वना पुरस्कार की विजेता रहीं वीट आटा केक बना कर पूजा डोरा व आटा बर्फी बनाने वाली निशा गुप्ता.

हरि नगर कार्यक्रम की प्रथम रैसिपी विजेता रहीं तान्या व दूसरा पुरस्कार जीता दीपिका ने. सभी को गुडी बैग्स दिए गए.

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