कही आप भी तो नहीं बॉडी शेमिंग की इन बातों के शिकार

बौडीशेमिंग से हर कोई किसी न किसी रूप से रूबरू होता है. इस से चाहे वह डिप्रैशन में चला जाए या फिर उसे किसी बात पर बुरा लगे पर सच तो सच है. आखिर सच से रूबरू कराने में हर्ज क्या?

इन मोटे गैंडे जैसे पैरों में शौर्ट्स तो बिलकुल अच्छे नहीं लगेंगे

क्या लड़कियों की तरह रो रहा है,

लड़का बन, लड़का

इतनी भारी आवाज है तेरी बिलकुल मर्दों वाली

बेटा, बालों में तेल लगा ले,

वैसे ही चिडि़या का घोंसला लगते हैं

तू क्रौप टौप मत पहना कर, तेरा पेट बाहर लटकता है

बौडीशेमिंग से कौन वाकिफ नहीं है, ‘यार, आज तू बहुत मोटी लग रही है’, ‘तेरा रंग इतना काला क्यों होता जा रहा है’, ‘कल न तू पतली लग रही थी’, यह सब बौडीशेमिंग ही तो है. खैर, कहने वालों को क्या, कौन सा उन्हें फर्क ही पड़ता है. कोई चाहे उन की बातों से अंदर ही अंदर घुट जाए या एंग्जायटी और डिप्रैशन का शिकार हो जाए, वे तो केवल सच बोलते हैं और किसी को सचाई से रूबरू कराने में हर्ज कैसा. मेरी खुद की सुबह ही ‘और हाथी का बच्चा कहां जा रही है’ सुन कर होती है.

दिन में 7-8 लोगों से मुलाकात होती है तो उन में से 4 ‘आज न तू ज्यादा ही फैली हुई लग रही है’ बोल ही जाते हैं, और बाकी 4 को मैं ‘लिपस्टिक लगा ले तेरे होंठ बड़े काले लग रहे हैं’, ‘कुछ खाके आया कर हवा का झोंका आया तो उड़ जाएगी.’ ‘ये कैसा पीला रंग है तुझ पर बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा’, ‘तेरे बाल इतने बेकार से क्यों लग रहे हैं, धो कर नहीं आई क्या’ बोल ही देती हूं. आखिर बोलूं भी क्यों न, सब मुझे भी तो बोलते हैं और अगर मैं ने बोल दिया तो कौन सी बड़ी बात हो गई.

मैं अपने इस ज्ञान का पूरा श्रेय अपने परिवार, दोस्तों, सोशल नैटवर्किंग साइट्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब ब्लौगर्स और बौलीवुड को देती हूं.

बौडीशेमिंग का पहला प्रकार वह है जिस में हम व्यक्ति को यह एहसास दिलाते हैं कि उस में कितनी कमियां हैं, वह कितना गलत रंगरूप ले कर धरती पर आया है.

–  तू पक्का लड़की ही है न? लड़के की तरह क्यों दिखती है?

–  तेरी बौडी में लचक ही नहीं है.

–  क्या लड़कियों की तरह से रो रहा है, लड़का बन लड़का.

–  तुझे अंधेरे कमरे में बिठा दिया न तो तू नजर ही नहीं आएगी.

–  यह लहंगा तेरी जगह मैं पहनती तो दीपिका से कम नहीं लगती.

–  कैसी चाइनीज जैसी आंखें हैं तेरी.

–  यह सारे पकौड़े अकेले खाएगी तो फट जाएगी.

–  यह ड्रैस तुझ पर अच्छी नहीं लगेगी, चर्बी देख अपनी.

–  तू इस के ऊपर बैठ गई तो बेचारा मर जाएगा.

–  तू जहां गिरेगी वहां की तो जमीन ही धंस जाएगी अंदर.

–  तुझ में और उस खंबे में कोई फर्क नहीं है, दोनों ही लंबू हो.

–  तू तो जिराफ को कंपीटिशन दे सकता है.

–  तेरे गाल कैसे पिचके हुए से हैं.

–  तुझ में न, लड़कियों वाली अदाएं ही नहीं हैं.

–  कैसी तीखी आवाज है तेरी, कानो में चुभती है.

–  इतनी भारी आवाज है तेरी बिलकुल मर्दों वाली.

–  कितने बाल हैं तेरे हाथ पर, तुझे तो लड़का होना चाहिए था.

–  तुझ में तो मोटापा भरभरकर दिखने लगा है.

–  कैसे घोड़े की पूंछ से बाल हैं तेरे.

–  बेटा बालों में तेल लगा ले, वैसे ही चिडि़या का घोंसला लगते हैं.

–  कैसी सरकंडे सी टांगे हैं तेरी.

–  इन मोटे गैंडे जैसे पैरों में शौर्ट्स तो बिलकुल अच्छे नहीं लगेंगे.

–  यार तू न सफेद कपड़े मत पहना कर, पूरी ब्लैक ऐंड व्हाइट लगती है.

–  तेरे दांत कैसे हैं टेड़ेमेढे, हंसते वक्त तो बिलकुल अच्छे नहीं लगते.

–  तू ने कभी अफ्रीका में बसने का नहीं सोचा.

–  तू क्रौप टौप मत पहना कर, तेरा पेट बाहर लटकता है.

–  लाल लिपिस्टक मत लगा तेरे होंठ ऐसे ही इतने बड़े हैं, जरा से मुंह पर बस होंठ ही चमकेंगे.

–  इतना मत नाचा कर ऐसा लगता है जैसे कोई हाथी कूद रहा हो.

अब आता है दूसरा प्रकार जिस में हम किसी व्यक्ति के साथ मिल कर किसी तीसरे पर टीकाटिप्पणी करते हैं.

–  इतनी टाइट जींस पहन कर आई है मानो 2 कदम चलेगी तो फट जाएगी.

–  मेरी मम्मी बता रहीं थी कि सुषमा प्रोटीन ले रही है मगर क्या फायदा, लग तो अभी भी झाड़ू की तिल्ली जैसी रही है.

–  ये परकटी हो कर पता नहीं क्यों घूम रही है आजकल.

–  नेहा तू न फेसपैक वगैरह लगाया कर तो तेरा चेहरा भी हम दोनों जैसा निखर जाएगा.

–  वो कितनी अजीब लग रही थी कल.

–  उस का पेट कितनी बुरी तरह से निकला हुआ है.

–  आज न कशिश भी पार्टी में आएगी, मोरों के बीच में एक अकेली भैंस.

–  उस ने स्कर्ट पहनी थी कल लेकिन काले घुटने दिख रहे थे.

–  ऐसे बालों का भी क्या फायदा जो बाल कम और झाड़ ज्यादा लगें.

–  उस का बौयफ्रैंड इतना छोटा सा है और ये इतनी लंबी ऊंट, कोई मैच ही नहीं है.

–  अगर वो इस स्कूटी पर बैठी तो और कोई नहीं बैठ पाएगा.

–  कैसी हब्शी का बच्चा बन कर आई है.

–  पूनम और कोमल बहने तो लगती ही नहीं हैं, एक इतनी गोरीचिट्टी और एक इतनी कालीकलूटी.

–  आप का बेटा कोयले की खदान में काम करता है क्या.

–  बबली तू कैसी गिट्ठी बहू लाई है, बेटे की कदकाठी तो देख लेती.

तीसरा प्रकार सब से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है, इस में हम खुद को बौडीशैम करते हैं. कोई हमें कुछ कह दे तो उसे अपने जेहन में तो उतारते ही हैं लेकिन खुद को बौडीशैम करने का तो मजा ही कुछ और है.

–  मुझे लाल रंग पहनना ही नहीं चाहिए, फुटबौल लगूंगी पूरी.

–  मैं इस ड्रैस में मोटी लग रही हूं क्या.

–  काश मैं इस ब्लौगर जैसी दिख पाती.

–  मेरा मुंह इतना पतला क्यों है.

–  मैं बबलगम खाऊंगी तो शायद मेरे गाल थोड़े पिचक जाएं.

–  इस पाजामी में मेरे पैर कितने मोटे दिख रहे हैं.

–  मेरी आंखें लाइनर में कितनी अजीब दिख रहीं हैं.

–  यह कालेकपड़े पहनूंगी तो मैं नजर ही नहीं आऊंगी.

–  मैं स्टेज पर सुंदर नहीं दिखी तो.

–  हर एंगल से मैं मोटी क्यों दिखती हूं.

–  कितनी फूलती जा रही हूं मैं, आज से दौड़ लगाना चालू.

–  मुझे किसी के सामने कूदना नहीं चाहिए, शरीर हिलेगा तो अच्छा नहीं लगेगा.

–  मुझे किसी के सामने खुल कर हंसना नहीं चाहिए, मेरे दांत जरूरत से ज्यादा टेढ़े हैं.

–  कैसा गुब्बारे जैसा मुंह है मेरा, जोलाइन तक दिखाई नहीं देती.

–  काश मैं माया जैसी दिखती.

कई बार बौडीशेमिंग करने वाले को इस बात का एहसास नहीं होता कि वह अपनी दोस्त, बहन या बेटी की बौडीशेमिंग कर रहा है.

–  तुझे पता है अगर तू थोड़ी सी पतली होती तो क्या सुंदर लगती.

–  उस की बेटी की शक्ल कितनी ज्यादा सुंदर है न, काश तू भी ऐसी होती.

–  सुषमा अपने बेटे को कोयले से नहलाती है क्या.

–  तू कौन सी क्रीम लगाती है, कहीं उसी से और काली तो नहीं हो रही.

–  माना तू गोरी है पर तेरे नैननक्श तो बिलकुल अच्छे नहीं हैं.

–  तू सुंदर है यार पर तेरी नाक न थोड़ी ज्यादा मोटी है.

–  तुझ पर न जंपसूट अच्छा नहीं लगेगा, तेरे नितंब बिलकुल चिपके हुए हैं.

–  तू इतनी फ्लैट है न, मुझे चिंता होने लगती है कि तेरी शादी कैसे होगी.

–  प्रिया देख, इस फोटो में तो तू दिखाई ही नहीं दे रही है, बस तेरे सफेद दांत और आंखें चमक रहीं हैं.

–  जतिन जिम जौइन कर ले, लड़कियों को तेरे जैसे लड़के कम ही पसंद आते हैं.

–  बेटा एक तो वैसे ही तेरे लिए रिश्ते नहीं आ रहे ऊपर से अब तू वजन भी बढ़ाए जा रही है, गिट्ठी थी वह क्या कम था.

–  शोभा रोज सुबह उठ कर एक ग्लास पानी में शहद डाल कर पिया कर, तेरा पेट अंदर हो जाएगा.

–  बालों में तेल लगाया कर थोड़ा, इतने रूखेसूखे चिडि़या के घोंसले जैसे बना कर घूम रही हैं.

–  मोना के घर बेटी हुई है, इतना पक्का रंग है उस का इतना ज्यादा कि लाइट चली जाए तो बच्ची ही न मिले.

–  सर आप डाई क्यों नहीं लगाते, इतने सफेद बाल आप को शोभा नहीं देते.

–  तू मटक कर क्यों चलता है, जनाना जैसे.

–  इतने तो भालू के शरीर पर बाल नहीं होते, जितने तेरे शरीर पर हैं.

–  पूरे गरदन तक के कपड़े पहनने चाहिए तुझे, तेरी गरदन की हड्डी बिलकुल अच्छी नहीं दिखती.

–  इतना कमर लचका कर क्यों चलती है, बहुत बुरी लगती है.

–  तेरी नाभि इतनी ज्यादा बड़ी है, इस में तो एक लीटर पानी जमा हो जाए.

–  तेरे पैर हैं कि फावड़ा.

–  सौरी मैडम आप के साइज की शर्ट नहीं है. इतना लार्ज साइज हम नहीं रखते.

–  हम सब तो बिकिनी पहन रहे हैं, तू क्या पहन रही है. बिकिनी मत पहनियो तू प्लीज. बहुत इंसल्ट हो जाएगी तेरी.

–  दीदी आप ऐसे चंपू सी बन कर क्यों घूमती रहती हो.

–  यार मैं न किसी हौट सी लड़की के साथ पार्टी मैं जाऊंगा, तेरे साथ गया तो समझ कितना ओड लगेगा मुझे.

–  तू सुंदर है यार. बस, तू मेरे टाइप की नहीं है. मैं इतना फिट और तू बिलकुल अपोजिट.

–  बेटा तेरी तो मुझे चिंता होने लगी है, ऊंट सी लंबी लड़की के लिए रिश्ता कहां से आएगा.

–  तू थोड़ा सा गोरा होता तो क्या हीरो जैसा दिखता.

– तेरे होंठ न बहुत पतले हैं तो तू लिपस्टिक थोड़ी आउटलाइन बढ़ा कर लगाया कर.

– इतने मोटेमोटे गाल हैं तेरे, थोड़ा पतले कर ले.

– ऐसे क्यों खड़ा है, थोड़ा सांस अंदर खींच कर खड़ा रह पेट कम दिखेगा.

– इतने स्ट्रैच मार्क्स हैं तेरे, इन्हे ढक कर रखा कर.

– तार लगवा ले दांतों में तो क्या सही दिखेंगे.

– रीमा ये ले बेसन और दही का पेस्ट लगा ले, देखना चेहरे पर कितना निखार आ जाएगा.

– तू हौट या सैक्सी नहीं है, क्यूट है बट हौट नहीं.

– तुझ में सुई घुसा के देखूं,? क्या पता तेरी हवा निकल जाए और तू पतली हो जाए.

– तेरा पाउट इतना गंदा दिखता है, इस से अच्छी तो तू मुस्कराते हुए लगती है.

– तुम थोड़े से लंबे होते न तो मैं तुम से शादी कर लेती.

– मैं तेरी दोस्त नहीं होती न तो शायद तुझ से कोई और दोस्ती भी न करता तेरी शक्ल देख कर.

– अपने आप को ज्यादा इंटैलीजैंट मत बन, दिखने में तो वह रुचि ही तुझ से अच्छी है.

– लाल लिपिस्टक तुझ पर अच्छी नहीं लगती, वो शीतल जैसी गोरी चिट्टी लड़कियों पर लगती है.

– यार किसी डाक्टर को क्यों नहीं दिखाता, अभी से टकला हो जाएगा तो लड़की नहीं मिलेंगी.

इन सभी तरीकों को अपनाया जाना भी बड़ा जरूरी है, हां बताने की जरूरत तो नहीं है कि कैसे हम सभी को बहुत अच्छी तरह से लोगों को बौडीशेम करना आता है.

कोई हमारी इस बौडीशेमिंग के कारण अपना आत्मविश्वास खो दे, डिप्रैशन का शिकार हो जाए, एनरोक्सिया या बुलिमिया नर्वोसा जैसे रोगों की चपेट में आ जाए या फिर अपना अस्तित्व खो कर लोगों की प्रशंसा प्राप्त करने वाला पुतला बन जाए, उस से हमें क्या. इस से हमें क्या फर्क पड़ता है आखिर हमें तो जो दिख रहा है हम वही तो कह रहे हैं. इस में गलत क्या है?

वेडिंग सीजन में जानें हेयर रिमूवल क्रीम के फायदे

महिलाएं त्योहारों में अपने बैस्ट लुक में नजर आना चाहती हैं और स्किन पर मौजूद अनचाहे बालों की वजह से बिंदास हो कर कुछ भी नहीं पहन पाती हैं. ऐसे में वे इन्हें हटाने व फ्लॉलेस स्किन पाने के लिए हर एक उपाय करती हैं. इतना ही नहीं हाथों व पैरों पर मौजूद बालों से छुटकारा पाने के लिए घंटो पार्लर में बैठ अपने पैसे व समय दोनों की बर्बादी करती हैं, लेकिन डाबर फेम फेयरनेस नेचुरल हेयर रिमूवल क्रीम आपके समय और पैसे दोनों की बचत करती है और अपना काम मिनटों में करती है. साथ ही यह हेयर रिमूवल क्रीम आपकी खूबसूरती घटाने वाले अनचाहे बालों की छुट्टी ही नहीं करती, बल्कि आपकी स्किन को सौफ्ट और चमकदार भी बनाती है ताकि हर कोई आप की स्किन का कायल बन जाए और आप की खूबसूरती को निहारता रह जाए.

हेयर रिमूविंग उत्सवी माहौल में व्यस्त होने की वजह से स्किन को हेयर फ्री करना ध्यान ही नहीं रहता है. लेकिन अब टेंशन की नहीं है, क्योंकि डाबर फेम फेयरनेस नेचुरल हेयर रिमूवल है आपके पास, जिसने घर पर ही हेयर रिमूविंग को बना दिया है एकदम ईजी. ताकि आप हेयर क्लीन करें कभी भी कहीं भी. हेयर रिमूवल के तरीके तो बहुत हैं लेकिन हम कहेंगे कि हेयर रिमूवल क्रीम से बेहतर कोई नहीं है.

1. स्किन निखारे

हेयर रिमूवल क्रीम आपके अनचाहे बालों को बड़े ही शानदार तरीके से साफ करती है साथ ही यह क्रीम आपकी स्किन के लिए एकदम सुरक्षित है, क्योंकि यह डर्मैटोलौजिकली और क्लीनिकली टैस्टेड है और इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह हर स्किन टाइप के लिए बनी है. यह सिर्फ आपके बालों को ही नहीं हटाती, बल्कि स्किनटोन को निखारती भी है.

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2. काम शुरु मिनटों में

फेम हेयर रिमूवल क्रीम बड़े ही निराले अंदाज से अपना काम करती है. यह क्रीम बालों में मौजूद प्रोटीन को तोड़ देती है और इससे बाल कमजोर हो कर आसानी से निकल जाते हैं साथ ही इसका स्किन पर कोई नकारात्मक असर भी नहीं होता है. जहां वैक्स से हेयर रिमूव करने के लिए आप को वैक्स गरम करने का इंतजार करना पड़ता है वहीं इस क्रीम को खोला, लगाया और साफ कर दिया. यह अपना काम मात्र 3 से 6 मिनट में कर देती है और आपकी स्किन को फेयर व सौफ्ट बनाती है.

3. खोई रंगत लौटाए

महिलाएं वर्किंग हों या घरेलू अकसर धूप की चपेट में आ ही जाती हैं और टैनिंग का शिकार बन जाती हैं. ऐसे में उनकी स्किन की सुंदरता कहीं खो जाती है और स्किन बेजान व बेरंग सी नजर आने लगती है, लेकिन फेम हेयर रिमूवल क्रीम आपकी इन तीनों समस्याओं को दूर करती है और स्किन को सौफ्ट व ब्राइट बनाती है ताकि आप दिखें सबसे जुदा.

4. न कटने का डर न जलने का

पार्लर में काम करने वाले कई बार अनट्रेंड भी होते हैं जो हेयर रिमूव करते वक्त गरम वैक्स से आपका हाथ जला देते हैं तो वहीं रेजर से स्किन पर कट भी लग जाते हैं, ऐसे में अगर आपके लिए हेयर रिमूव करने का कोई सबसे सुरक्षित साधन है, तो वह सिर्फ डाबर फेम फेयरनेस नेचुरल क्रीम ही है. जिसे हर स्किन टाइप के लिए बनाया गया है साथ ही यह कैमिकल फ्री है.

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5. हाईजीन में नंबर वन

जब हेयर रिमूव करते वक्त हाईजीन की बात आती है, तो ऐसे में डाबर फेम फेयरनेस नेचुरल हेयर रिमूवल क्रीम का जवाब नहीं है, क्योंकि पार्लर में भारी भरकम भीड़ होती है और ऐसे में जल्दीजल्दी क्लाइंट को निपटाने के चक्कर में वहां हाईजीन का उतना ध्यान नहीं रखा जाता है, जितना कि रखा जाना चाहिए, जबकि हेयर रिमूवल क्रीम को आप मनमुताबिक कभी भी कहीं भी इस्तेमाल कर सकती हैं और यह हाईजीन का भरपूर ख्याल रखती है.

6. कई गुणों से भरपूर

– यह क्रीम कई वैरिएंट्स में उपलब्ध है- रोज (सैंसिटिव स्किन टाइप), गोल्ड (सभी प्रकार की स्किन), सैंडल (ड्राई स्किन) और टरमरिक (औयली स्किन के लिए).

– केवल 3 से 6 मिनट में अपना काम करे साथ ही यह डर्मैटोलौजिकली और क्लीनिकली टैस्टेड है.

– इसमें है फेयरनेस प्रौपर्टीज, जो अंडरआर्म्स, बिकिनी लाइन व हाथों व पैरों  के लिए पूरी तरह सुरक्षित है.

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Dance Deewane 3 के लिए ‘धक-धक’ गर्ल Madhuri Dixit ने बदला लुक, देखें फोटोज

बॉलीवुड की पौपुलर एक्ट्रेसेस में से एक माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) अपनी फिल्मों और डांस के लिए फेमस हैं. वहीं इन दिनों वह अपने डांस की झलक डांसिंग टीवी रियल्टी शो डांस दीवाने के तीसरे सीजन में दिखा रही हैं. लेकिन इन दिनों माधुरी के डांस से ज्यादा उनके लुक्स सुर्खियां बटोर रहा है. सेट पर उनके लुक्स हर किसी को पसंद आ रहे हैं. आइए आपको दिखाते हैं ‘धक-धक’ गर्ल माधुरी दीक्षित के लुक्स की खास झलक…

शो के लिए बदला लुक

 

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टीवी रियल्टी शो के लिए एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने अपना लुक बदल लिया है, जिसके  चलते हाल ही में उन्होंने कई नए फोटोशूट करवाए हैं. वहीं इन फोटोशूट्स की खास बात माधुरी दीक्षित के नए लुक्स हैं, जो फैंस को काफी पसंद आ रहे हैं. प्लाजो से लेकर लहंगे तक हर लुक में माधुरी काफी खूबसूरत लग रही हैं.

 

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शिमरी साड़ी को दिया नया स्टाइल

 

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शो की शूटिंग के लिए माधुरी दीक्षित ने शिमरी साड़ी कैरी की थी, जिसके साथ कलरफुल ब्लाउज पेयर किया गया था. इस लुक में माधुरी काफी स्टाइलिश और एलीगेंट लग रही थीं.

प्लाजो लुक में छाईं माधुरी

 

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साड़ी के अलावा माधुरी ने प्लाजो सूट कैरी किया, जिसमें हैवी एम्ब्रौयडरी काफी खूबसूरत लग रही थी. माधुरी का ये लुक हर उम्र की लड़की या महिला के लिए परफेक्ट औप्शन हैं.

ब्लैक कलर में माधुरी के हुस्न का जलवा

 

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डांस से फैंस का दिल जीतने वाली माधुरी ने ब्लैक श्रग के साथ एम्ब्रौयडरी वाली पैंट कैरी की थी, जो उनके लुक को काफी स्टाइलिश दिखा रही थी. वहीं फैंस भी माधुरी के इस लुक की काफी तारीफें कर रहे थे.

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कलरफुल लुक था खास

 

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कलरफुल लुक की बात करें तो माधुरी दीक्षित का ये लहंगा परफेक्ट औप्शन है. सिंपल प्लेन लहंगे के साथ मिरर वर्क वाला कलरफुल ब्लाउज माधुरी के लुक को खास बना रहा है.

Serial Story: स्वामी जी का आशीर्वाद

Serial Story: स्वामी जी का आशीर्वाद- भाग 3

अलका घर लौट आई मगर यह बात उस के दिलोदिमाग में घूमती रही. घर में खुशियां मनाई जा रही थीं पर वह गहरे सदमे में थी. उसे समझ नहीं आ रहा था कि अपना यह दर्द घरवालों से साझा करे या नहीं. किसी और ने तो गौर नहीं किया मगर समीर अपनी पत्नी के चेहरे पर खुशी की चमक न देख कर हैरान था.

रात में जब घर में सब सो गए तो समीर ने प्यार से बीवी का माथा सहलाते हुए पूछा,” क्या बात है अलका तुम्हारे चेहरे पर वह खुशी नहीं जो इस वक्त होनी चाहिए. वैसे भी काफी दिनों से तुम मुझे परेशान सी दिख रही हो. मुझे ऐसा क्यों लग रहा है जैसे तुम ने मुझ से कोई बात छिपा रखी है और उसी को ले कर परेशान रहती हो. ”

अलका की आंखें भर आईं. उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह बात अपने पति से शेयर करे या नहीं. आखिर वह भी तो एक पुरुष ही है और पुरुष सब कुछ स्वीकार कर सकते हैं मगर अपनी स्त्री का चरित्र हनन नहीं. पुरुष एक ऐसी स्त्री को स्वीकार नहीं कर सकता जो अपनी इज्जत गंवा चुकी हो.

वह पति की तरफ देखती हुई रो पड़ी तो पति ने उसे उठा कर सीने से लगा लिया और आंसू पोंछते हुए अपना सवाल दोहराया,” अलका तुम किस बात पर इतनी परेशान हो मुझे बताओ प्लीज . जो भी बात तुम्हारे दिल को तकलीफ पहुंचा रही है मुझ से कहो. हम जीवन साथी हैं और हमें एकदूसरे से कोई राज नहीं रखना.”

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अब अलका खुद को संभाल नहीं सकी और फूटफूट कर रोती हुई बोली,” उस नापाक स्वामी ने मुझे अपवित्र कर दिया है समीर. उस ने तुम्हारी अलका की इज्जत लूटी. मेरे गर्भ में जिस बच्चे के आने की खुशियां मनाई जा रही हैं न दरअसल यह उस पापी की नीच करतूत का ही नतीजा है. फिर बताओ मैं खुश कैसे हो सकती हूं?”

“मगर अलका यह सब कब हुआ और तुम ने मुझे पहले बताया क्यों नहीं?”

” कैसे बताती समीर, तुम्हें अपने मुंह से कैसे बताती कि जिस अलका को तुम इतना प्यार करते हो उसे किसी दरिंदे ने अपनी हवस का निशाना बना लिया. केवल एक बार नहीं कई बार. हां समीर मेरे अंदर यह सच बताने की हिम्मत नहीं थी. इसी का फायदा उठा कर हर सोमवार को वह मेरे साथ दरिंदगी करता रहा. पर अब सब कुछ बताने के बाद मुझ में हिम्मत नहीं कि मैं तुम्हारा सामना कर सकूं. समीर अब मुझे नहीं जीना. मर जाऊंगी मैं,” कह कर उस ने टेबल पर रखा चाकू उठा लिया.

समीर चीखा,”होश में आओ अलका, क्या करने जा रही हो तुम? अपनी जान लोगी? पागल हो? तुम ने सोचा है तुम्हारे बाद तुम्हारे बच्चों का क्या होगा ?मेरा क्या होगा? खबरदार जो ऐसी बात भी की,” समीर ने चाकू छीन कर दूर फेंक दिया.

तब तड़पती हुई अलका अपने पेट में घूंसे मारने लगी,” तो ठीक है समीर मुझे नहीं मरने दोगे तो मैं इस बच्चे को मार डालूंगी. मैं इसे अपने गर्भ में नहीं रख सकती. मुझे पाप की यह निशानी अपने पास नहीं चाहिए वरना मैं हर पल घुटती रहूंगी.”

“नहीं अलका तुम ऐसा कुछ नहीं करोगी. होश में आओ अलका प्लीज शांत हो जाओ, ” समीर उसे शांत कराने की पूरी कोशिश कर रहा था.

“नहीं समीर में इस बच्चे को जन्म नहीं दे सकती,” अलका कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी.

“पर अलका इन सब में इस अजन्मे बच्चे का क्या दोष? तुम किसी की हत्या कैसे कर सकती हो? प्लीज अलका देखो मैं इसे अपना नाम दूंगा. इसे संतान मान लूंगा पर इस तरह तुम अपना आपा मत खोओ. याद करो पिछली दफा भी डॉक्टर ने कहा था कि गर्भपात कराना तुम्हारे लिए घातक हो सकता है. मैं तुम्हें इस की अनुमति कभी नहीं दूंगा. ”

” नहीं समीर मैं यह ढेर सारी नींद की गोलियां खा कर बच्चे को खत्म कर दूंगी,” कह कर अलका ने नींद की गोलियों वाली डब्बी उठा ली.

अमीर ने उसे समझाया,” इस तरह बच्चा टेढ़ा या कुबरा पैदा होगा. उस की जिंदगी खराब कर के तुम्हें क्या मिलेगा? अलका जो आने वाला है उसे आने दो. जो हो चुका है उस पर तुम्हारा वश नहीं था. अब जो होने वाला है उस के लिए अपना जी मत जलाओ. शांत रहो. यह राज केवल मुझ तक रहेगा. तुम परेशान मत होओ.”

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काफी समझाने पर अलका शांत हो गई और सोने चली गई. मगर उस के मन के अंदर का तूफान अभी भी थमा नहीं था. उस की बेचैनी दूर नहीं हुई थी. वह जानबूझ कर वैसे काम करती जिन्हें गर्भावस्था में करने से मना किया जाता है. भारी वजन उठाना, सीढ़ियां चढ़ना, झटके से उठना आदि ताकि वह इस गर्भ से छुटकारा पा सके. पर समीर हमेशा उसे यह सब करने से रोकता. उसे दिलासा देता. साथ देने का वादा करता.

समय इसी तरह गुजरता रहा. बहुत बेमन से अलका ने गर्भावस्था के ये दिन काटे. समय आने पर उस ने एक बेटे को जन्म दिया. देखा जाए तो यह दिन अलका के लिए सब से खुशनुमा दिन हो सकता था क्योंकि वह पुत्रप्राप्ति के लिए ही स्वामी के यहां चक्कर लगाती थी. पर आज पुत्रप्राप्ति का यह दिन ही उस के लिए घोर संताप वाला दिन बन गया था.

उस ने अब तक अपने बेटे का चेहरा नहीं देखा था और न ही देखना चाहती थी.

पति उस के करीब आ कर प्यार से समझाने लगा,” अलका जो हुआ वह सब भूल जाओ और पूरे दिल से अपने बेटे को अपनाओ. सब जानते हुए भी मैं ने उसे अपना बेटा मान लिया है न फिर तुम ऐसा क्यों नहीं कर सकती? देखो जरा मां के चेहरे पर कितनी खुशी है. उस खुशी को बरकरार रहने दो. जो हुआ उस में इस नन्ही सी जान का कोई दोष नहीं. अलका प्लीज इसे प्यार से अपना लो.”

अलका की आंखों के आगे उस की दोनों बेटियां अपने नएनवेले भाई का स्वागत कर रही थीं. उन की खुशी देखते ही बनती थी. सास भी बच्चे की बलैयां लेती नहीं थक रही थीं. पर अलका के दिल में अजीब सी नफरत थी. पति के समझाने पर उसने खुद से कहा कि वास्तव में बच्चा तो निर्दोष है. फिर बच्चे से कैसी नफरत. उस ने मन ही मन तय किया कि उसे भी अब बच्चे को अपना लेना चाहिए.

अभी वह ऐसा सोच ही रही थी कि सास बच्चे को गोद में उठाए उस के करीब आईं और चेहरा दिखाती हुई बोलीं,” देख तो बहू कितनी प्यारी सूरत है. बिल्कुल अपने बाप पर गया है.”

अलका ने बच्चे की तरफ देखा और सहसा ही उसे बच्चे में स्वामी की शक्ल नजर आने लगी. वह चीख पड़ी और चीखें मारती हुई रोने भी लगी. तुरंत नर्स और डॉक्टर पास आ गए और बच्चे को दूर कर दिया गया. उसे बेहोशी का इंजेक्शन दे कर सुला दिया गया. सास समझ नहीं पा रही थी कि बहू को अचानक क्या हो गया. इधर समीर सब समझ रहा था पर मां को कुछ भी बताने की हिम्मत नहीं थी.

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2 दिन बाद अलका बच्चे के साथ घर आ गई. पूरे धूमधाम के साथ बच्चे का ग्रहप्रवेश हुआ. सास पोते को पा कर फूली नहीं समा रही थी. अलका की दोनों बेटियां भी पूरे दिन भाई के साथ मगन रहतीं पर अलका के चेहरे पर अब न हंसी नजर आती और न आंसू. वह एकदम खामोश हो गई थी. बच्चे को देखते ही उसे स्वामी की शक्ल नजर आती और वह फिर से बच्चे से बहुत दूर चली जाती.रात में नींद से जाग जाती और चिल्लाती, छोड़ दे स्वामी मुझे छोड़ दे. कहते हुए वह रोने लगती और उस की नींद खुल जाती. पति का प्यार भी उसे सामान्य नहीं कर पा रहा था. एक खुशहाल जिंदगी जी रही अलका अब एक मानसिक रोगी बन चुकी थी.

Serial Story: स्वामी जी का आशीर्वाद- भाग 1

अलका ने सुबहसुबह नाश्ता तैयार किया और जल्दीजल्दी तैयार होने लगी. समीर ने टोका,” क्या बात है आज कहीं जाना है क्या?”

“हां, स्वामी जी के पास जाना है. आप भूल गए क्या? आज उन्होंने मुझे बुलाया था न, पुत्रप्राप्ति के लिए किसी अनुष्ठान की शुरुआत करनी थी.”

“हां याद आया. पिछले महीने जब हम दोनों गए थे तभी तो उन्होंने बताया था कि फरवरी महीने की चतुर्दशी को एक अनुष्ठान की शुरुआत करनी है. चलो ठीक है. तुम आज जा कर उन से मिलो. ऑफिस से जल्दी छुट्टी ले कर शाम तक मैं भी आ जाऊँगा,” समीर ने कहा.

“हां जी ठीक है. फिर आप मुझे लेने आ जाना. मैं ने आटा जमा दिया है. सब्जी भी बन गई है. बस मांजी फुलके बना लेंगी. नन्ही और छोटी तो अभी सो रही हैं, ” अलका ने सास की तरफ देखते हुए कहा.

“कोई नहीं बहू तू निश्चिंत हो कर जा. मैं दोनों बच्चियों को संभाल लूंगी. बस स्वामी जी तेरी मनोकामना पूरी कर दें और कुछ नहीं चाहिए,” पास में बैठी सासू मां ने उसे आश्वस्त किया.

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अलका ने आज नीले रंग की साड़ी पहनी थी. स्वामी जी ने कहा था कि उसे मंगल, शुक्र और शनिवार को नीला रंग ही पहनना चाहिए. अलका निकलने लगी कि तभी छोटी जाग गई और रोने लगी. अलका ने उसे किसी तरह चुप कराया. मुंह में दूध की बोतल दे कर मांजी के पास बिठा दिया. वैसे तो छोटी 3 साल की हो चुकी थी पर सो कर उठते ही सब से पहले उसे दूध की बोतल चाहिए होती थी. नन्ही भी सातवें साल में लग चुकी थी. क्लास 2 में पढ़ने भी जाती थी.

देखा जाए तो अलका के जीवन में कोई कमी नहीं थी. पति समीर अच्छा कमाता था. घर में सारी सुखसुविधाएं थीं. दो बेटियां थीं और सासससुर भी बच्चियों को संभालने में उस का पूरा सहयोग देते थे. भरापूरा परिवार था. इतना सब होने के बावजूद अलका को एक कमी सालती रहती थी और वह थी बेटे की कमी. सास भी एक पोते की ख्वाहिश रखती थी. अलका स्वामी जी के आश्रम इसी चक्कर में जाने लगी थी. उस की किसी परिचिता ने ही उसे स्वामी जी के बारे में बताया था और कहा था कि उन का आशीर्वाद मिल जाए तो सब कुछ संभव हो जाता है.

स्वामी जी की उम्र करीब 50 साल की थी. चेहरे पर दाढ़ीमूछें और बदन पर गेरुए वस्त्र. शहर से 15 किलोमीटर दूर एक सुनसान से इलाके में स्वामी जी का बड़ा सा आश्रम था. यहां सुखसुविधा की हर चीज मौजूद थी. आश्रम में कई कमरे थे. एक बड़े से हॉल में वह भक्तों को उपदेश देते थे. दूसरे कमरे में उन के ध्यान लगाने की व्यवस्था थी. तीसरा कमरा थोड़ा अंदर की तरफ था. वहां स्वामी जी अपने खास भक्तों को ही बुलाते थे और थोड़ा वक्त उन के साथ अकेले बिताते थे. उन्हें ज्ञान देते थे. एक कमरे में स्वामी जी के सारे गैजेट्स रखे हुए थे जहां किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी.

अलका स्वामी जी के खास भक्तों में शुमार हो चुकी थी मगर अब तक उसे अंदर नहीं बुलाया गया था. वह हॉल में बैठ कर ही स्वामी जी के प्रवचन सुना करती. आज जब वह आश्रम पहुंची तो स्वामी जी ने अपने उसी कमरे में आने को कहा जहां खास भक्त ही आ सकते थे. अलका खुशी से फूली नहीं समाई और जल्दी से अंदर पहुंची.

स्वामी ने कमरा अंदर से बंद कर लिया. इस वक्त स्वामी के शरीर पर सिवा एक धोती के और कोई कपड़ा नहीं था. अलका को कुछ अजीब लगा मगर स्वामी के प्रति उस के मन में गहरी श्रद्धा थी. वह हाथ जोड़ कर नीचे बैठने लगी तो स्वामी ने उसे बाजुओं से पकड़ कर बैड के पास रखी कुर्सी पर बिठा लिया.

फिर उसे आंखें बंद कर ध्यान लगाने को कहा और बोला, “पुत्री आज मैं तुझे एक मंत्र बताऊंगा. तुझे उस मंत्र को 108 बार जपना है. इस बीच मैं तेरे साथ योगक्रिया करुंगा पर तुझे खामोश रह कर मंत्रजाप करते रहना होगा. कुछ भी बोलना नहीं है. ”

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अलका ने आंखें बंद कर लीं और स्वामी के बताए मंत्र का जाप करने लगी. तभी उसे महसूस हुआ जैसे कोई उस के होठों पर कुछ चिपका रहा है. उस ने जल्दी से आंखें खोली तो स्वामी को अपने बहुत करीब पाया. स्वामी की लाललाल आंखों में वासना की लपटें साफ़ दिख रही थीं. स्वामी ने अलका के मुंह पर टेप चिपका दिया था ताकि वह चिल्ला न सके.

अब स्वामी एकएक कर उस के कपड़े उतारने लगा. अलका चिल्लाने की और खुद को उस जानवर के पंजे से छुड़ाने की नाकाम कोशिश करती रही. पर कुछ कर न सकी. स्वामी ने उस की इज्जत तारतार कर दी. वह देर तक उसे लूटताखसोटता रहा.

अंत में अपनी भूख मिटा कर वह उस की आंखों में देखता हुआ बोला, ” पुत्री घबरा मत मेरे आशीर्वाद से अब तुझे पुत्ररत्न की प्राप्ति होगी. तू आज की बात घर में किसी से मत कहना वरना कार्य की सफलता बाधित होगी और तेरी बदनामी भी हो जाएगी. अगर तूने मुंह खोला तो याद रख तेरे साथ बहुत बुरा होगा. तेरी बच्चियां खतरे में आ जाएंगी ”

अलका को समझ नहीं आ रहा था कि वह अब क्या करे, किसे दोष दे और किस से क्या कहे? वह उसी अस्तव्यस्त हालत में बाहर निकलने लगी तो स्वामी ने उसे रोका,” पुत्री बाथरूम में जा कर चेहरा धो, बाल और कपड़े संवार और फिर बाहर निकल वरना लोग क्या सोचेंगे? तेरी मनोकामना पूरी करने के लिए मुझे तेरे करीब आना पड़ा. अब तू पुत्रवती बनेगी. तेरी हर तकलीफ दूर हो जाएगी.”

अलका दर्द से व्यथित थी. मन में स्वामी के लिए घृणा के भाव उबल रहे थे. दिमाग में हजारों सवाल घूम रहे थे, जैसे यदि वह घरवालों को अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी देगी तो क्या वे उसे पहले की तरह ट्रीट करेंगे? क्या वे उस औरत को अपने घर की लाडली बहू बना कर रखेंगे जिस की इज्जत लुट चुकी हो? उस का मन बेचैन हो रहा था. वह सोचने लगी कि यह सच्चाई बता कर क्या वह अपने पति की नजरों में गिर नहीं जाएगी? क्या पति उस की बात पर विश्वास करेगा?

हैरानपरेशान सी अलका चेहरा धो कर बाहर निकली तो देखा स्वामी उस के पति से बात कर रहा है. अलका अंदर ही अंदर बुरी तरह डर गई. स्वामी ने उस की तरफ देखते हुए उस के पति समीर से कहा,” ले जा अपनी पत्नी को. मैं ने उसे अपना आशीर्वाद दे दिया है. अनुष्ठान की शुरुआत भी कर दी है और हां अलका पुत्री, मैं ने तेरे पति को बता दिया है कि तुझे हर सोमवार यहां आना होगा ताकि अनुष्ठान पूर्ण हो सके,” स्वामी ने धूर्तता से कहा तो अलका अंदर से घबरा उठी.

आगे पढ़ें- अलका के दिमाग में तूफान उठते रहे…

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Serial Story: स्वामी जी का आशीर्वाद- भाग 2

समीर ने स्वामी के पैर छू कर विदा लिया और अलका को ले कर घर की तरफ चल पड़ा. अलका समझ रही थी कि घरवालों के मन में स्वामी के प्रति कैसी अंधभक्ति जमी है. वह चाह कर भी पति के आगे स्वामी की हकीकत जाहिर नहीं कर सकी. उल्टा समीर सारे रास्ते स्वामी की तारीफों के पुल बांधता आया. अलका के दिमाग में तूफान उठते रहे.

उस दिन रात में वह ठीक से सो भी नहीं सकी. बारबार उठ कर बैठ जाती. जैसे ही नींद पड़ती कि स्वामी का चेहरा आंखों के आगे घूमने लगता और वह नींद में ही चीख पड़ती. सांसे तेज चलने लगतीं.

धीरेधीरे दिन बीतने लगे. फिर से सोमवार आने वाला था और अलका यह सोचसोच कर बेचैन थी कि वह अब क्या करेगी. उस ने अपने दिल का दर्द किसी से भी बयां नहीं किया था. उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि अब उसे क्या करना चाहिए.

रविवार की रात पति ने याद दिलाया,” कल हमें स्वामी जी के पास जाना है. मैं ने ऑफिस से छुट्टी ले ली है. तुम सुबह तैयार रहना.”

“मगर मैं अब वहां जाना नहीं चाहती प्लीज.”

“मगर क्यों ? कोई बात हुई है क्या? बताओ अलका, ” समीर ने पूछा.

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अलका समझ नहीं पा रही थी कि पति को कैसे बताए? कहीं उसे ही गलत न समझ लिया जाए. इसलिए उस ने बहाना बनाया ,”बच्चों को छोड़ कर जाना पड़ता है न इसलिए.”

“अरे नहीं अलका तुम बच्चों की फ़िक्र मत करो. उन्हें मां संभाल लेंगी. स्वामी जी ने बताया है कि अनुष्ठान अधूरा रह गया तो पूरे परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ेगा. बच्चों की जान पर बन आएगी. वैसे भी एक बार अनुष्ठान पूरा हो जाए तो स्वामी जी के आशीर्वाद से तुम पुत्रवती बन जाओगी. तुम ही चाहती थी न,” समीर ने समझा कर कहा.

मन मसोस कर अलका को फिर से स्वामी के पास जाना पड़ा. समीर अलका को ले कर भक्तों की कतार में किनारे की तरह बैठ गया. स्वामी ने जैसे ही अलका को देखा तो उस की आंखों में चमक आ गई. इधर अलका का दिल धड़क रहा था. स्वामी ने थोड़ी देर उपदेश देने का ढोंग किया और फिर उठ गया.

इधर समीर के पास किसी क्लाइंट का फोन आ गया. उस ने उठते हुए अलका से कहा,” मुझे जरूरी काम से किसी क्लाइंट से मिलने जाना होगा. बस 1-2 घंटे में आ जाऊंगा,” कह कर वह चला गया.

अलका बुत बन कर बैठी रही. कुछ ही देर में स्वामी ने उसे अंदर आने को सूचना भिजवाई. अलका का दिल कर रहा था कि वह भाग जाए पर पति को क्या जवाब देगी. यही सोच कर उस से उठा भी नहीं गया. स्वामी ने उसे फिर से बुलवाया. एक बार फिर से अलका के शरीर को रौंदा.

काम पूरा होने के बाद स्वामी ने फिर धूर्तता से कहा,” जा पुत्री हाथमुंह धो कर आ. अब तुझे अगले सोमवार आना होगा.”

अलका का दिल कर रहा था कि पास पड़ी कुर्सी उठा कर स्वामी के सिर पर दे मारे मगर वह ऐसा नहीं कर सकती थी. अपने साथसाथ अपने परिवार की इज्जत मिट्टी में नहीं मिला सकती थी.

कई बार यही सब फिर से दोहराया गया. घर वाले खुश थे कि अनुष्ठान पूरा होने पर उस के गर्भ में पुत्र धन आएगा. जब कि अलका अंदर ही अंदर घुट रही थी. फिर धीरेधीरे अलका को अपने शरीर के अंदर बदलाव नजर आने लगे.

उस दिन सुबहसुबह बाथरूम में उसे उल्टियां हुईं. पीरियड्स पहले ही बंद हो चुके थे. अलका समझ गई थी कि वह गर्भवती है पर इस बार गर्भवती होने के अहसास उसे कोई खुशी नहीं दी. उल्टा वह चिल्लाचिल्ला कर रोने लगी. उसे लग रहा था जैसे उस कुटिल स्वामी की दो लाल आंखें अभी भी उस का पीछा कर रही हैं. उस के गर्भ को भींच कर ठहाके मार रही हैं. वह तड़प उठी और वहीं पर बेहोश हो कर गिर पड़ी.

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बाद में घर वालों ने डॉक्टर को बुलाया तो सब को पता चल गया कि वह गर्भवती है. सभी के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई मगर अलका का चेहरा पीला पड़ा हुआ था. वह समझ नहीं पा रही थी कि आज प्रेगनेंसी की खुशी मनाए या फिर स्वामी द्वारा दिए गए धोखे का गम.

पति प्यार से उस की तरफ देख रहा था. सास बलैयां ले रही थी मगर वह उदास अपने आंसू छिपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. 2 दिन बाद सोमवार था. पति उसे फिर से स्वामी के पास ले कर गया. उस के पैर छू कर आशीर्वाद लिया और बोला,” स्वामी जी आप के आशीर्वाद से अलका मां बनने वाली है.”

अलका ने स्वामी की तरफ देखा. स्वामी ने धूर्तता से हंसते हुए कहा,” पुत्रवती भव. आज अनुष्ठान का अंतिम दिन है पुत्री. आओ मेरे साथ.”

कमरे में पहुंचते ही अलका ने चिल्ला कर स्वामी से कहा,” तेरा बच्चा मेरे पेट में है धूर्त, अब क्या करोगे ? अपने बच्चे को अपना नाम नहीं दोगे? ”

” पागल है क्या तू ? तेरे बच्चे को अपना नाम दूंगा तो मुझ पर भरोसा कौन करेगा? लाखों लोगों की भीड़ नहीं देखी जो मेरे मेरे ऊपर विश्वास रख कर इतनी दूर मेरे दर पर आते हैं, गुहार लगाते हैं. ”

“हां पाखंडी तेरी धूर्तता सब के आगे नहीं आती न. तभी तू स्वामी का मुखौटा लगा कर रोज नईनई औरतों को अपनी हवस का शिकार बनाता है. मेरे जैसी मजबूर औरतें चुपचाप तेरी ज्यादतियां सहती रहती हैं तभी तेरी हिम्मत इतनी बढ़ी हुई है.”

“जुबान संभाल कर बात कर. तू कर भी क्या सकती है? पति को बताएगी तो बता दे. देखूं किस की इज्जत पर आंच आती है ? यहां भक्तों की भीड़ देखी ही है, सब तुझे पागल समझ कर पत्थरों से मारेंगे. समझदारी इसी में है कि अब अपने इस बच्चे और पति के साथ सुख से जी. मेरे यहां आने की जरूरत नहीं है.”

” मैं यह सच अपने पति को जरूर बताऊंगी. सब बता दूंगी उन्हें .. “रोते हुए अलका ने कहा.

स्वामी हंसा, ” बता रहा हूं तुझे, ऐसी भूल मत करना. तेरी जिंदगी और परिवार की इज़्ज़त दोनों बर्बाद हो जाएंगे. चल अब उठ, जा यहां से. चली जा और याद रखना मुंह खोला तो तेरी ही जिंदगी तबाह होगी. मुझ पर आंच भी नहीं आएगी.”

आगे पढ़ें- रात में जब घर में सब सो गए तो समीर ने…

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महिलाओं की सुरक्षा और आत्मसम्मान के प्रति सजग उत्तर प्रदेश सरकार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष ‘मिशन शक्ति’ की प्रगति, इसके द्वितीय फेज़ तथा इसमें विभिन्न विभागों द्वारा दिए गए योगदान के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा तथा आत्मसम्मान सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है. ‘मिशन शक्ति’ को इसी उद्देश्य से लागू किया गया था. उन्होंने कहा कि 08 मार्च, 2021 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस है. इसके दृष्टिगत ‘मिशन शक्ति’ के तहत महिला सशक्तीकरण से सम्बन्धित विभिन्न विभागीय आयोजन 26 फरवरी, 2021 से ही शुरू कर दिए जाएं.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अभियान का सकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ा है और महिलाओं की सुरक्षा और आत्मसम्मान के प्रति समाज अब और जागरूक हो रहा है. उन्होंने राजस्व विभाग को घरौनी के तहत स्वामित्व का अधिकार घर की महिला को देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किए गए सामुदायिक शौचालयों में महिला कर्मी की तैनाती शीघ्र की जाए. उन्होंने सभी जनपदों में अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक रिपोर्टिंग चौकी स्थापित करने के निर्देश दिए, जहां महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के सम्बन्ध में सूचना दर्ज कर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी.

मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री जी के समक्ष नारी सुरक्षा, नारी सम्मान तथा नारी स्वावलम्बन के लिए चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’-द्वितीय फेज़ का प्रस्तुतीकरण अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने किया.

उन्होंने ‘मिशन शक्ति’ के द्वितीय फेज़ के दौरान महिला थाने की रिपोर्टिंग पुलिस चौकी की स्थापना तथा इससे सम्बन्धित प्रस्ताव, महिला साइबर क्राइम सेल, साइबर बुलीइंग व साइबर स्टॉकिंग के लिए डूज़ व डोन्ट्स, कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत महिला सुरक्षा समिति के गठन, समिति के स्वरूप, महिला हेल्प डेस्क में प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा, अत्यधिक वृद्ध महिला कैदी/शारीरिक रूप से अशक्त महिला कैदियों की रिहाई, ‘मिशन शक्ति’ पुरस्कार इत्यादि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया.

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी के समक्ष ‘मिशन शक्ति’ में प्रतिभाग करने वाले विभिन्न विभागों जिनमें कृषि, पंचायती राज, राजस्व, महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, युवा कल्याण, बेसिक शिक्षा, समाज कल्याण, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास, चिकित्सा शिक्षा, संस्कृति, माध्यमिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, औद्योगिक विकास, ग्राम्य विकास, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, परिवहन, नगर विकास, पशुपालन, अल्पसंख्यक कल्याण, न्याय तथा सहकारिता विभाग शामिल हैं, ने अपने-अपने विभाग द्वारा किए गए कार्यों तथा उपलब्धियों के विषय में जानकारी दी.

उल्लेखनीय है कि ‘मिशन शक्ति’ की शुरुआत शारदीय नवरात्र 2020 से की गई थी. यह अभियान बासन्तिक नवरात्र 2021 तक चलेगा.

Rakhi Sawant ने शेयर की कैंसर से जूझ रही मां की फोटो तो Kamya Panjabi ने कही ये बात

बिग बौस 14 का फिनाले हो चुका है. जहां शो की विनर रुबीना दिलैक और दूसरे कंटेस्टेंट अपने वेकेशन की तैयारी कर चुके हैं तो वहीं फाइनलिस्ट रह चुकीं राखी सावंत इन दिनों अपनी मां के साथ समय बिता रही हैं. हाल ही में राखी सावंत ने अपनी बीमार मां की फोटो शेयर की थी, जिसके साथ उन्होंने फैंस से अपनी मां की सलामती की प्रार्थना करने को भी कहा है. इसी बीच एक्ट्रेस काम्या पंजाबी सहित कई सेलेब्स का रिएक्शन सामने आया है.

फिनाले के बाद शेयर की फोटो

बिग बॉस 14 के ग्रैंड फिनाले के दिन 14 लाख रुपये की बड़ी रकम लेकर शो को अलविदा कहने वाली राखी सावंत (Rakhi Sawant) ने अब सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अपनी बीमार मां की एक फोटो शेयर करते हुए प्रार्थना करने को कहा है. इसी के साथ राखी सावंत ने कैप्शन में लिखा, ‘प्लीज मेरी मां के लिए प्रार्थना करें. वो कैंसर के इलाज से गुजर रही है.’

 

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सेलेब्स ने दिया ये रिएक्शन

राखी सावंत के इस पोस्ट के बाद जहां फैंस उन्हें दिलासा दे रहे हैं तो वहीं टीवी एक्ट्रेस काम्या पंजाबी ने भी अपना रिएक्शन देते हुए कहा, ‘तुमने बहुत सही किया राखी. बिग बॉस 14 के फिनाले के बाद तुम्हारा पहला पोस्ट देखने के बाद मेरे पास शब्द नहीं है. जिसने कुछ महीनों तक पूरे वर्ल्ड को खूब एंटरटेन किया, वो इस दौर से गुजर रही है. कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. कोई तुझसे क्या मुकाबला करेगा राखी, तू तो सबसे ऊपर सबसे अनोखी निकली. तुम अपनी जिंदगी में एक विनर हो.’

 

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14 लाख लेने पर कही थी ये बात

 

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एक इंटरव्यू में राखी ने शो में 14 लाख रुपए लेने की बात को लेकर कहा था कि मुझे मां के इलाज और कीमोथेरेपी के लिए पैसे की जरूरत थी. मेरी मां से बड़ी कोई चीज़ नहीं है, यहां तक कि ट्रॉफी भी नहीं है. मेरे लिए दर्शकों का प्यार और मेरे लिए सलमान खान का ब्रेसलेट का एक ट्रॉफी जैसा है.’

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बता दें, बिग बौस 14 में राखी ने एंटरटेनमेंट से सभी का दिल जीता था. हालांकि कई बार उन्हें लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा था. लेकिन फिर भी फैंस को एंटरटेन करने के लिए राखी सावंत ने कोई कसर नही छोड़ी और इसकी तारीफ खुद सलमान खान भी कर चुके हैं.

अनुपमा के सामने आएगी काव्या की असलियत! आएगा नया ट्विस्ट

स्टार प्लस के सीरियल अनुपमा में नए-नए ट्विस्ट आ रहे हैं. जहां काव्या, वनराज से शादी का प्लान बना रही है तो वहीं पूरी कोशिश कर रही है कि अनुपमा और उसके परिवार को बर्बाद कर सके. लेकिन जल्द ही अनुपमा के सामने काव्या की सच्चाई आने वाली है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे….

काव्या ने बनाया ये प्लान

अब तक आपने देखा कि जहां काव्या शाह निवास में रहने का प्लान बना चुकी है तो वहीं किंजल की मां राखी जानने के लिए बेताब है कि काव्या में इतना बदलाव कैसे आ गया है. इसी के चलते वह काव्या से सवाल से पूछ लेती है कि वह ये सब ड्रामा क्यों कर रही है, जिसका जवाब देते हुए काव्या कहती है कि यह सब वह अनुपमा से बदला लेने के लिए कर रही है. दरअसल, काव्या कहती है कि घर के बाहर वह कुछ नही कर सकती. इसीलिए वह घर में आकर सबसे पहले बा और बापूजी को घर से बाहर निकालेगी और फिर अनुपमा के बच्चों को हॉस्टल या घर से बाहर कर देगी, जिससे वह अनुपमा और वनराज को अलग करके उससे बदला लेगी.

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पाखी को समझाती है अनुपमा

 

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काव्या को पिता वनराज की जिंदगी में आने से परेशान पाखी गुस्से में है. इसी के चलते वह काव्या के ऊपर कोल्डड्रिंक गिरा देती है, जिसके बाद अनुपमा उसे समझाती है. वहीं अपकमिंग एपिसोड में अनुपमा कहेगी कि वह काव्या से इसलिए गुस्से में हैं क्योंकि उसे खाना बनाना नही आता. जबकि वह पहले अपनी मां से इसलिए नाराज थी कि उसे सिर्फ खाना बनाना आता है. अनुपमा की इस बात से अपनी गलती का एहसास होगा, जिसके बाद पाखी माफी मांगती नजर आएगी.

 

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अनुपमा जान जाएगी काव्या का प्लान

 

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पाखी को उसकी गलती का एहसास कराने वाली अनुपमा अभी काव्या की असलियत और उसके प्लान से बेखबर है. लेकिन आने वाले एपिसोड में अनुपमा, काव्या का सच जान जाएगी. दरअसल, राखी और काव्या आपस में बात कर रहे होंगे. जहां काव्या कहेगी कि वह केवल वनराज से उसकी शादी होने का इंतजार कर रही है. जैसे ही शादी हो गई वह बा बापूजी सभी को बर्बाद कर देगी, हालांकि अचानक उसी समय अनुपमा आ जाएगी. हालांकि यह पता नही चलेगा कि क्या अनुपमा, काव्या की असलियत जान जाएगी.

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