आजकल योग फैशन की तरह लोकप्रिय होता जा रहा है. हर गलीमहल्ले में कोई न कोई योगगुरु शिविर चलाता हुआ मिल जाएगा. भू्रण हत्या से देश में गड़बड़ा गए स्त्रीपुरुष अनुपात की तरह योग सिखाने वाले और सीखने वालों का अनुपात भी ऐसा गड़बड़ा गया है कि अब योग सिखाने वाले ज्यादा और सीखने वाले कम पड़ते जा रहे हैं. इसलिए अब सिखाने वाले योगगुरु विदेशों में खपाए जा रहे हैं.
हम भी आप से योगासनों की बात करेंगे लेकिन घबराइए नहीं. हम आप का ऐसे लेटेस्ट योगासनों से परिचय कराएंगे जिन से आप के मुरझाए वैवाहिक जीवन में वसंतबहार आ जाएगी. विश्वास नहीं है तो खुद ही आजमा कर देख लीजिए. आप के मुख से खुदबखुद निकलेगा कि वाह, योगासन हों तो ऐसे.
बेड टी भार्या नमस्कार : सुबह जल्दी उठ कर गरमागरम चाय बना कर पत्नी के बेड पर ले जाएं. पहले शब्दों को अच्छी तरह चाशनी में डुबोएं फिर पत्नीवंदना करें. सुबहसुबह उठने में सब को कष्ट होता है, आप की पत्नी को भी होगा. वह गुस्सा होंगी लेकिन आप धीरज धरें.
जैसे ही सूर्यमुखी आभा कंबल या रजाई से उदय हो, आप दोनों हाथ जोड़ने वाली मुद्रा में मिलाएं, गरदन को झुकाएं. फिर धीरेधीरे कमर को झुकाते हुए दोनों हाथ जमीन पर टिकाएं. पहले दायां पैर पीछे ले जाएं फिर बायां. हाथों की स्थिति दंड लगाने वाली हो. 3 बार नाक को जमीन पर रगडे़ं फिर धीरेधीरे पहले की स्थिति में आ जाएं.
शुरू में यह आसन 1 या 2 बार करें. अभ्यास होने पर इसे बढ़ाएं. तत्पश्चात गरमागरम चाय का प्याला पत्नी के हाथों में थमाएं. इस से पत्नी की खुशी बढ़ेगी और आप के पेट की चर्बी घटेगी. हाथों को बल मिलेगा. सीना मजबूत बनेगा, जिस पर आप बेलन आदि का वार भी आसानी से झेल सकेंगे.
एक टांगासन : इस आसन में आप खडे़ तो अपनी दोनों टांगों पर ही रहेंगे लेकिन आप की श्रीमतीजी को यह लगना चाहिए कि आप उन के हर आदेश का पालन एक टांग पर खडे़ रह कर करते हैं. इधर उन का मुंह खुला और उधर आप ने आदेश का पालन किया.
यह बहुपयोगी आसन है. इसे आप कहीं भी, कभी भी कर सकते हैं. इस से यह लाभ होगा कि आप की श्रीमतीजी सदा प्रसन्न रहेंगी जिस से घर का माहौल खुशहाल बनेगा. आप का रक्तसंचार ठीक रहेगा. शरीर चुस्तदुरुस्त बनेगा और आप इतने थक जाएंगे कि मीठी नींद के रोज भरपूर मजे लेंगे.
मुक्त कंठ प्रशंसा आसन : इस आसन में आप को अपनी पत्नी की मुक्त कंठ से प्रशंसा करनी होती है मसलन, उन की साड़ी, लिपस्टिक, सैंडिल आदि की. याद रखें, आप की पत्नी की पसंद चाहे जितनी घटिया हो और चाहे जितने फूहड़ तरीके से वह सजतीसंवरती हों, इस से आप को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. आप को तो बस, प्रशंसा करनी है.
कई लोग शिकायत करते हैं कि हमारी पत्नी तो किसी एंगल से भी खूबसूरत नहीं लगती. ऐसे में भला हम कैसे प्रशंसा करें, हमें बहुत तकलीफ होती है. तो ऐसे लोगों को सलाह है कि शुरू में तकलीफ जरूर होती है लेकिन अभ्यास होने पर सब ठीक हो जाता है.
अंगरेजी में कहते हैं ‘प्रेक्टिस मेक्स ए मैन परफेक्ट.’ यह आसन जितना मुश्किल लगता है, जीवन में इस के उतने ही लाभ हैं. इसे भी आप कहीं भी, कभी भी कर सकते हैं. इस के बहुत आश्चर्यजनक परिणाम आते हैं. इस से आप की पत्नी इतनी प्रसन्न होती हैं कि आप के वारेन्यारे हो जाते हैं. साथ ही आप की वाक्शक्ति बढ़ती है और कंठ मधुर होता है.
उठकबैठक कान पकड़ासन : आप आफिस से आते वक्त सब्जी, पप्पू की चड्डीबनियान, मुनिया का फ्राक लाना भूल गए हों. पत्नी के भाईबहन, मातापिता का जन्मदिन या विवाह की वर्षगांठ विस्मृत कर गए हों और आप को लगता है कि घर की फिजा बिगड़ जाएगी और उस का परिवार के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पडे़गा तो ऐसे में तुरंत इस आसन को करें.
याद रखें, यह आसन तभी लाभदायक है जब पत्नी आप के सामने हों. पहले दोनों हाथ उठा कर कानों की मालिश करें. दोनों पैरों को एकदूसरे के समानांतर रखें तथा कमर सीधी हो. चेहरे पर ऐसे भाव लाएं जैसे आप से बहुत बड़ा अपराध हो गया हो और आप आत्महत्या करने ही वाले हों. फिर गहरी सांस खींच कर सौरी, माफी, क्षमा आदि शब्दों को दोहराएं और धीरेधीरे सांस छोड़ते जाएं. इस के बाद कान पकड़ कर आहिस्ता से पैरों पर बैठें और तुरंत खडे़ हो जाएं. शुरू में यह 11 बार ही करें, बाद में संख्या बढ़ा सकते हैं. इस से यह लाभ होगा कि श्रीमतीजी को लगेगा कि आप को अपने बच्चे और उन के भाईबहन व मातापिता की बहुत चिंता है. क्राकरी टूटने से बच जाएगी, अलमारी के बर्तन खड़खड़ाएंगे नहीं और कलह टल जाएगी.
उठकबैठक से आप का पेट नियंत्रित रहेगा जिस से आप स्मार्ट लुक पाएंगे. टांगें बलशाली होंगी जिस से आप गृहस्थी का बोझ उठा कर ठीक से चल सकेंगे. कानों की खिंचाई से आप की श्रवणशक्ति बढे़गी.
मक्खन लगनासन : यह आसन बहुत नजाकत वाला है. इस में बहुत अभ्यास की जरूरत पड़ती है. थोड़ी सी जबान फिसली कि बड़ा नुकसान हो सकता है. इस का प्रदर्शन सार्वजनिक रूप से तब तक नहीं करना चाहिए जब तक कि इस में पारंगत न हो जाएं. अकसर अपना काम निकालने के लिए इस आसन का उपयोग किया जाता है.
श्रीमतीजी की हथनी जैसी काया को हिरणी जैसी बताना. उन की मिचमिची आंखों को ऐश्वर्या सी दिखाना. भले ही उन की एडि़यां फटी हों लेकिन आप को यह कह कर मक्खन लगाना है, ‘आप के पैर देखे, बडे़ सुंदर हैं. इन्हें जमीन पर मत रखना वरना गंदे हो जाएंगे.’ साथ ही सास और ससुर को महान बताना. सालेसालियों की बढ़चढ़ कर प्रशंसा करना आदि बातें इस आसन में सम्मिलित हैं. इस से ससुराल वाले खुश होंगे और भविष्य में खतरे की आशंका भी टल जाएगी.
कर्ण खोल जबान बंदासन : इस आसन का उपयोग तब लाभकारी होता है जब आप की श्रीमतीजी एंग्री यंग वूमेन का रूप धर लें. आप को लगे कि अब गरम हवा चलेगी और स्थिति बरदाश्त से बाहर हो जाएगी तब तुरंत अपने दोनोें कान खोल कर और चंचला जबान में गांठ लगा कर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं.
जब तक धर्मपत्नी अपने शब्दकोष के समस्त कठोर शब्दों का अनुसंधान न कर ले तब तक एकाग्रचित्त हो कर उन के प्रवचन सुनते रहें. ऐसा करने पर अंत में वह प्रसन्न हो जाएंगी कि आप ने उन की बातों को बहुत गंभीरता से कर्णसात किया. बादल बरसने के बाद मौसम ठंडा और ताजगीपूर्ण हो जाएगा. इस से पत्नी का मन हलका होगा और आप के कानोें का मैल साफ होगा, आप की आत्मा धुल जाएगी और जबान पर नियंत्रण रखने की शक्ति उभर कर आएगी.
इस तरह ऊपर बताए हमारे अचूक योगासनों को जो भी अपनाएगा वह सुख- समृद्धि के साथ चैन की बंशी बजाएगा. वैसे तो ये योगासन पतियों के लिए हैं लेकिन शासकीय सेवक और नेता भी अपने बौस या हाईकमान को खुश करने के लिए इन में से कुछ योगासनों का सदुपयोग करें तो ये उन के लिए भी लाभदायी साबित होंगे.