औफिस में कुछ ऐसा हो हेयरस्टाइल

औफिस में प्रैजैंटेबल दिखने के लिए लुक परफैक्ट होना जरूरी है. फिर चाहे ड्रैस हो या फिर हेयरस्टाइल. परफैक्ट लुक के साथ औफिस में कैसा हो आप का हेयरस्टाइल, जानिए जरूर.

जानिए, औफिस के लिए कुछ बेहतरीन हेयरस्टाइल

फिशटेल: अगर आप बाल खोलना नहीं चाहतीं तो फिशटेल हेयरस्टाइल बैस्ट रहेगा. आप इस हेयरस्टाइल के साथ कोई भी ड्रैस पहन सकती हैं. क्लासिक फिशटेल हेयरस्टाइल देखने में बहुत ही खूबसूरत लगती है.

इसे बनाने के लिए अपने बालों को 2 हिस्सों में बांट लें. अब दाहिने तरफ से बालों की पतली लेयर ले कर बाईं तरफ के बालों में मिला दें. इस के बाद बाईं तरफ के बालों की पतली लेयर को ले कर दाहिनी तरफ वाले बालों में मिला दें. बालों को वन बाई वन दोहराती रहें.

ऐसा करने से आप की खजूरी चोटी तैयार हो जाएगी.

पोनीटेल: यह हेयरस्टाइल सिंपल लुक के लिए बैस्ट औप्शन है. साइड पोनीटेल सिंपल लुक को भी काफी स्टाइलिश बना देती है. पोनीटेल एक कौमन हेयरस्टाइल है, लेकिन इस में भी ट्विस्ट क्रिएट कर के अट्रैक्टिव लुक पाया जा सकता है. मसलन, ब्रेडेड पोनीटेल, कर्ली साइड पोनीटेल, फ्रिंज लो पोनीटेल, डबल पोनीटेल, हाई पोनीटेल इत्यादि.

ब्रेडेड पोनीटेल बनाते समय आप को सिंपल पोनीटेल बना कर फिर ब्रेड बनाने होते हैं. वहीं कर्ली साइड पोनीटेल बनाना भी बेहद आसान है. इस के लिए आप को पोनीटेल साइड में बनानी होती है.

अगर आप के बाल नैचुरली कर्ली हैं, तो आप को सिर्फ साइड में रबरबैंड लगाने की जरूरत है. अगर आप के बाल स्ट्रेट हैं, तो पहले आप अपने बालों को कलर कर लीजिए.

फ्रिंज लो पोनीटेल बनाने के लिए बालों को 2 भागों में बांट कर पहले नीचे के बालों की पोनीटेल बनाएं और बाकी के बालों की मदद से क्राउन बनाएं. बालों को फ्रिंज लुक देने के लिए बैक कौंब करना न भूलें.

कौरपोरेट बन: अगर आप अपने लुक को क्लासी टच देना चाहती हैं तो बन हेयरस्टाइल आप के लिए बैस्ट है. आप इस हेयरस्टाइल को किसी भी आउटफिट के साथ कैरी कर सकती हैं. इस के लिए सब से पहले बालों को कौंब से सुलझा कर उन में जैल लगा कर सैट कर लें ताकि वे आसानी से चिपक जाएं. इस के बाद साइड पार्टीशन कर के फ्रंट से फिंगर कौंब करें और सारे बालों को पीछे ले जा कर बन बनाएं और उसे बौब पिन से फिक्स कर दें. इस बन को हलका सा फैशनेबल टच देने के लिए स्टाइलिश ऐक्सैसरीज से सजा लें या फिर कलरफुल पिन से सैट कर दें.

आजकल हाफ बन हेयरस्टाइल ट्रैंड में है. इसे बनाने के लिए अपने बालों के बीच के हिस्से को ले कर पीछे की तरफ ऊपर बन बना लें. अब अपने बाकी के बचे हुए बालों को खुला रहने दें.

आधे खुले बालों के साथ ब्रेडेड बैंग्स: ब्रेडेड बैंग्स के साथ आधे खुले बाल आप के लुक को ग्लैमरस टच देंगे. इस में आगे के कुछ बालों को ले कर ब्रेड बनाएं और पीछे की तरफ हाफ बालों को ले कर क्लच लगा लें. ये आप के स्टाइल को नया लुक देगा.

हाफ क्राउन ब्रेड: इस हेयरस्टाइल को बनाने के लिए सब से पहले दोनों साइड से ब्रेड बनाएं और पीछे की तरफ एक जगह पिनअप कर लें. इसे आप इंडियन या वैस्टर्न दोनों ड्रैसेज के साथ कैरी कर सकती हैं.

ट्विस्ट बैक: ट्विस्ट बैक हेयरस्टाइल भी आप के लिए परफैक्ट हो सकती है. इस के लिए आप सब से पहले अपने बालों को 2 हिस्सों में बांटे. बालों के फं्रट सैक्शन को ले कर उस में ट्विस्ट बनाते जाएं और चेहरे के पीछे ले जाएं और फिर टिकटैक क्लिप से उसे फिक्स कर लें. बालों के दूसरे सैक्शन के लिए भी यही प्रक्रिया दोहराएं.

वैट वेवी हेयर: फ्रंट के बालों में जैल लगा कर उन्हें सैट कर लें ताकि आगे से बाल बिलकुल चिपके नजर न आएं. इस के बाद लैंथ के सभी बालों पर जैल व पानी लगाएं और उन में कैप रोलर लगा कर बालों को कुछ देर के लिए यों ही छोड़ दें. करीब 1 घंटे के बाद इन रोलर्स को खोल दें. बाल वेवी व कर्ली नजर आएंगी.

फ्रैंच रोल: औफिस में कोई खास मीटिंग हो तो यह हेयरस्टाइल स्टेटमैंट बनाने के लिए काफी है. अपने बालों को बस रैप करें और पिनअप कर लें.

-गुंजन गौड़

(ऐग्जीक्यूटिव डाइरैक्टर, एल्प्स ब्यूटी क्लीनिक)

ओरल सनस्क्रीन टैबलेट का आया जमाना

सूर्य की यूवी किरणों के प्रभाव में आने से त्वचा में मैलानिन की मात्रा बढ़ जाती है जोकि त्वचा की रंगत को प्रभवित करती है. मैलानिन जब त्वचा के निचले हिस्सों में पैदा होने के बाद इस के ऊपरी हिस्सों तक पहुंचता है तो त्वचा की रंगत काली पड़ जाती है. धूप में त्वचा की पूरी नमी खत्म हो जाती है, जिस से त्वचा शुष्क और बेजान सी प्रतीत होती है.

वैसे तो बाजार में कई तरह के सुरक्षात्मक लोशन, क्रीम्स और स्प्रे मौजूद हैं पर अब आप की त्वचा बिना सनस्क्रीन लगाए भी धूप में काली नहीं होगी.

ओरल सनस्क्रीन टैबलेट या सनस्क्रीन लोशन

सूर्य की अल्ट्रावौयलेट किरणों से स्किन को बचाने के लिए ओरल सनस्क्रीन टैबलेट्स नए विकल्प के रूप में मौजूद हैं.

स्कीनोवेशन के डाइरैक्टर कल्पेश गावड़े ने भारत में यह उत्पाद लौंच किया है. हेलीओकेयर ओरल पूरी तरह से रिसर्च और टैस्ट के बाद ही मार्केट में लाया गया है.

विशेषज्ञों का कहना है कि सन प्रोटैक्शन के पुराने तरीके पर्याप्त नहीं हैं, क्योंकि अधिकांश महिलाएं बहुत कम सनस्क्रीन का प्रयोग करती हैं और शरीर के सभी उजागर हिस्सों का कवर करना या तो भूल जाती हैं या फिर उन्हें लगता है कि सिर्फ फेस को कवर करना ही काफी है.

बेहतर विकल्प

दूसरी ओर क्रीम या लोशन को अच्छी तरह से काम करने के लिए हर कुछ घंटों बाद पुन: लगाने की जरूरत पड़ती है, मगर अधिकांश महिलाओं के पास समय नहीं होता है.

सनस्क्रीन लोशन हर किसी की स्किन को सूट नहीं करता और उस से ऐलर्जी आदि की समस्या भी हो जाती है. ऐसे में सनस्क्रीन टैबलेट्स फायदेमंद हैं.

सनस्क्रीन लगाने से फेस औयली हो जाता है जिस से गरमी के मौसम में और भी ज्यादा चिपचिपाहट और गरमी महसूस होने लगती है. इसी वजह से महिलाएं इसे इस्तेमाल करने से कतराती हैं.

अगर आप ने कहीं बाहर जाने के लिए मेकअप आदि किया है तो उस के साथ सनस्क्रीन लोशन लगाना किसी मुसीबत से कम नहीं लगता है. ऐसे में टैबलेट एक अच्छा विकल्प है ताकि मेकअप भी ठीक रहे और स्किन भी सुरक्षित रहे.

टैबलेट में क्या है

ओरल सनस्क्रीन टैबलेट्स में अनार, विटामिन सी, विटामिन ई, कैरोटीनोइड जैसी चीजें होती हैं. नई गोलियों में फर्न से निकाले गए पोलीपोडियम ल्यूकोटोमोस होते हैं. साथ ही इन में ऐंटीऔक्सीडैंट भी होता है. ये सभी मिल कर धूप से बचाव तो करते ही हैं साथ ही डैमेज हो चुकी त्वचा को भी सही करने का काम करते हैं.

त्वचा की रक्षा के अलावा यह सिर व पैरों को भी कवर करता है जहां सनस्क्रीन लोशन लगाना संभव नहीं है. यह धूप में बालों को रंग उड़ने से भी रोकता है. स्वीमिंग और ऐक्सरसाइज के दौरान ओरल सनस्क्रीन टैबलेट ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि वहां लोशन को दोबारा लगाना संभव नहीं होता.

ध्यान दें

वैसे तो इस का कोई साइड इफैक्ट नहीं है, लेकिन अगर आप को कोई गंभीर बीमारी है, तो इसे लेने से पहले डाक्टर से एक बार सलाह जरूर ले लें.

ओरल सनस्क्रीन टैबलेट्स में ऐंटीऔक्सीडैंट, विटामिन सी, विटामिन डी, लाइकोडीन और अन्य कई चीजें पाई जाती हैं, जिन के कारण इसे मल्टीविटामिन हैल्थ सप्लिमैंट कह सकते हैं. लेकिन इस की मेन प्रौपटी यूवी किरणों से प्रोटैक्ट करना ही है.

-ऐप्पल स्किन क्लीनिक की डर्मैटोलौजिस्ट

(दीप्ति ढिल्लो से शिखा जैन द्वारा की गई बातचीत पर आधारित लेख)

केले का छिलका है बेहद फायदेमंद, जानिए इसके गुण

केले के फायदे के बारे में सभी लोग जानते हैं. सेहत के लिए केला बेहद फायदेमंद होता है. इसमें विटामिन, मिनरल्‍स, प्रोटीन, एंटी फंगल, फाइबर प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं. पर क्या आप केले के छिलके से होने वाले फायदों के बारे में जानती हैं? आम तौर पर लोग केला खा कर छिलका फेंक देते हैं. इस खबर में हम केले के छिलके से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे. जिसके बाद आप उन्हें कभी फेंकेंगी नहीं.

आइए जानते हैं कि केले के छिलके किस तरह से हमारे लिए फायदेमंद हो सकते हैं.

  • केले का छिलका हमारे मूड को अच्छा करने में काफी मददगार होता है. इसमें सेरोटोनिन हार्मोन पाया जाता है, जो हमारे मूड को हल्का करता है और हम अच्छा महसूस करते हैं. एक स्टडी के मुताबिक 3 दिन तक रोजाना केले के 2 छिलके खाने से शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन की मात्रा 15 फीसदी तक बढ़ जाती है.
  • आपको बता दें कि केले के छिलके में सबसे ज्यादा फाइबर पाया जाता है. ये दो तरह के होते हैं. सौल्यूबल और इनसौल्यूबल. ये शरीर में कौलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करते हैं.
  • केले के छिलकों में ल्यूटिन होता है. यह तत्व आंखों की रोशनी को तेज करता है.
  • केले का छिलका शरीर में पैदा होने वाली लाल कोशिकाओं को टूटने से रोकता है.
  • केले के छिलके में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है. मोटापे को कम करने में ये काफी सहायक होता है.
  • केले के छिलकों में ट्रिप्टोफेन नाम का केमिकल होता है. इससे आपको अच्छी और सुकून की नींद आती है.
  • केले का छिलका खून को साफ करने में मदद करता है. इतना ही नहीं बल्कि यह कब्ज की बीमारी को दूर करने के साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है.

चेहरे पर चमक और पाचन दुरुस्त चाहिए तो पढ़ें ये खबर

जीने के लिए खाने से कहीं ज्यादा जरूरी है पानी. जानकारों का मानना है कि अच्छी सेहत के लिए 8 से 10 ग्लास पानी जरूरी है. पर क्या आपको पता है कि गर्म पानी पीने से सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचते हैं. शरीर की कई बीमारियों में गर्म पानी पीना काफी लाभकारी होता है. इस खबर में हम आपको गर्म पानी पीने के फायदे बताएंगे.

वजन होता है वजन

वजन कम करने में गर्म पानी बेहद कारगर उपाय है. गर्म पानी में नींबू और शहद मिला कर लगातार तीन महीने तक पिएं. खाना खाने के बाद रोज एक ग्लास पानी पीना आपके लिए फायदेमंद होगा.

 बौडी करे डिटौक्‍स

गर्म पानी पीने से बौडी डिटौक्स होती है. आम भाषा में समझें तो शरीर की सारी अशुद्धियां निकल जाती हैं. गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ने लग जाता है, जिससे पसीना आता है और इसके माध्यम से शरीर की अशुद्धियां दूर हो जाती हैं.

पेट की परेशानी रहे दूर

पाचन क्रिया के लिए गर्म पानी का सेवन लाभकारी होता है. खाने के बाद गर्म पानी पीने की आदत डाल लें. इससे खाना जल्दी पच जाएगा, पेट हल्का रहेगा और साथ में गैस की समस्या से भी राहत मिलेगी.

चमकदार होते हैं बाल

बालों के लिए भी गर्म पानी का सेवन काफी फायदेमंद होता है. इससे बाल चमकदार होते हैं. बालों के ग्रोथ के लिए भी गर्म पानी काफी असरदार होती है.

जोड़ों का दर्द करें दूर

जोड़ों के दर्द में गर्म पानी काफी असरदार होता है. आपको बता दें कि हमारी मांसपेशियों का 80 फीसदी भाग पानी से बना हुआ है. गर्म पानी पीने से मांसपेशियों के एठन में राहत मिलती है.

बढ़ती उम्र थम जाए

चेहरे की झुर्रियों में गर्म पानी का सेवन काफी फायदेमंद होता है. अगर आप अपनी झुर्रियों के निजात पाना चाहती हैं तो आज ही से गर्म पानी पीना शुरू कर दें. कुछ ही हफ्तों में स्किन में कसाव आने लगेगा और स्किन चमकदार भी हो जाएगी.

बैस्ट न्यूड लिपस्टिक्स से बढ़ाएं खूबसूरती

खूबसूरती बढ़ाने में लिपस्टिक का अहम रोल होता है. यहां तक कि मेकअप को फाइनल टच लिपस्टिक से ही दिया जाता है, तभी चेहरा ज्यादा निखर कर आता है. इस समय लिपस्टिक में टौप पर हैं न्यूड कलर्स, जिससे फेस फ्रैश दिखने के साथ ज्यादा शाइन करता है.

लेकिन समस्या यह है कि अकसर महिलाएं न्यूड के नाम पर कभी बहुत ज्यादा लाइट शेड खरीद लेती हैं तो कभी बेज शेड्स. ऐसे में हम आप को बताते हैं की किस तरह आप परफैक्ट शेड खरीद कर खुद को अट्रैक्टिव दिखा सकती हैं.

बनाएं अपने होंठों को खूबसूरत

अगर आप अपनी लिपस्टिक को और भी खूबसूरत दिखाना चाहती हैं. तो इसके लिए जरूरी है कि आप चीनी में टूथब्रश को डिप कर के उसमें से आराम से लिप्स की ड्राई परत को निकालें. फिर इसे अच्छे से साफ कर के ड्राई करें. अब इस पर मौइश्चराइजिंग लिप बाम लगाएं. इससे आप की लिपस्टिक लंबे समय तक टिकी रहेगी.

साथ ही इससे आप की न्यूड लिपस्टिक भी ज्यादा बेहतर दिखेगी. फिर लिपस्टिक से मिलते-जुलते लिप लाइनर की मदद से लिप आउटलाइन करें. ये अच्छा लुक देने के साथ आप की लिपस्टिक को लंबे समय तक  बनाए रखेगा.

अब सवाल यह है कि ढेरों शेड्स में से आपके लिए कौन सा शेड बैस्ट है जानिए.

होंठों को दें गुलाबी रंगत

बहुत सी महिलाएं जानकारी न होने पर न्यूड का कोई भी शेड इस्तेमाल कर लेती हैं. जो या तो बहुत हल्का होता है या बहुत धुंधला. यहां हम आपको गोरी त्वचा के लिए न्यूड लिपस्टिक की गाइड दे रहे हैं जो आपको टोप, कैरमेल और टौफी में से अपना मनपसन्द शेड चुनने की आजादी देगा. अब जब आपके लिप्स लिपस्टिक लगाने के लिए बिलकुल तैयार हैं तो अब जरूरत है यह जानने की कि आपको कौन सा टोन चाहिए. अगर गुलाबी टोन चाहिए, तो आप साटन टैक्स्चर जिसमें बेज की झलक हो अप्लाई करें. जैसे Maybelline New York Color Sensational Creamy Matte Lipstick – Nude Nuance

और अगर आप थोड़ा गहरा पिंक शेड लेना चाहती हैं तो Nykaa So Matte! Mini Lipstick – 11 Naughty Nude इस्तेमाल कर सकती हैं. कोशिश करें कि मैट फिनिश में लाइटर शेड यूज न करें क्योंकि ये आपके लुक को बिगाड़ने का ही काम करता है. फिर अब गालों को और बेहतर दिखाने के लिए आप पीयी ब्लश इस्तेमाल करें. आखिर में Nykaa EyemSMOKY Kajal Eyeliner स्मोकी काजल आईलाइनर से अपने लुक को फाइनल टच दें.

डीपर न्यूड

अगर आप ज्यादा गुलाबीपन नहीं चाहतीं तो आप ट्राई करें शीर, लाइट टौप या फिर बेज शेड्स इस्तेमाल करें. आपको बता दें कि औरेंज न्यूड शेड्स आप के कौम्प्लेक्शन को फीका बनाने का काम करते हैं.

इस के लिए नायका बताता है कि आप Bella Voste Ulti-Matte Nude Lipstick – 03 Sexy Brown या फिर Nykaa So Matte Lipstick – Taupe Thrill 12 M का इस्तेमाल कर सकती हैं.

सौंदर्य से संबंधित अधिक जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें और नायका ब्यूटीबुक पर जाएं.

खूब खाइए बादाम, ये हैं फायदे

बादाम सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है. दिमाग की सेहत के लिए बादाम काफी लाभकारी है. हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि बादाम खाने से वजन बढ़ता है. इस कारण वो बादाम नहीं खाते. पर  कई जानकारों का कहना है कि बादाम से वजन नहीं बढ़ता, लोगों में ये धाराणा गलत है.

भारत में अधिकतर लोग बादाम भिगोकर रोजाना खाते हैं हालांकि कुछ लोग वजन बढ़ने की चिंता से बादाम से दूरी बनाकर रखते हैं. आम धारणा ये है कि बादाम में कैलोरी ज्यादा होती है और इसके सेवन से वजन बढ़ जाता है. विशेषज्ञों का दावा है कि नट्स से भरपूर ऊर्जा मिलती है और शरीर में कैलोरी भी एब्सौर्ब नहीं होती है. कई स्टडीज में पासोया गया है कि नट्स में मौजूद 20 फीसदी फैट और एक चौथाई कैलोरी शरीर में अवशोषित नहीं होती है.

इस बारे में शोध करने वाले शोधार्थियों के मुताबिक रिसर्च से पता चलता है कि कुछ चीजों पर लगे फूड लेबलों की जांच करना कितना जरूरी है. फूड पैकेट पर दिखने वाले फैट और कैलोरी की मात्रा शरीर में जाने पर कुछ और हो सकती है. नट्स इसका बेहतरीन उदाहरण है और अब हमें लंबे समय से कायम इस धारणा को तोड़ना होगा कि इनमें खूब कैलोरी होती है और इनसे वजन बढ़ता है.

बादाम बेहतरीन स्नैक्स है. पेट और दिल के लिए फायदेमंद है. इसमें अनसैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती है जिससे लोगों को पेट भरा-भरा महसूस होने लगता है और लोग कम खाते हैं. इससे ब्लड शुगर, इंसुलिन और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी कंट्रोल में रहता है.

इन बादामों में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन्स और विटामिन-ई, पोटैशियम, फोलेट जैसे मिनरल्स प्रचूर मात्रा में होते हैं. दो अलग-अलग स्टडीज में भी यह बात साबित की गई थीं कि नट्स से वजन कंट्रोल हो सकता है और सेहत भी सुधरती है.

जानिए प्रेग्नेंसी में कैसी होनी चाहिए आपकी डाइट

गर्भावस्था में मां को अच्छे पोषण की जरूरत होती है. इस दौरान सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है. इस दौरान मांओं को विशेषकर कि खानपान का ध्यान देना होता है. इस दौरान जरूरी है कि वो सही डाइट चार्ट का पालन करें.

इस खबर में हम आपको उन जरूरी बातों के बारे में बताएंगे जिससे गर्भवती महिलाओं को अपनी पोषण की जरूरतों को ध्यान रखने में मदद मिलेगी.

ध्यान रखें कि इस दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है. हर दिन के साथ आपकी मैक्रो एवं माइक्रो न्यूट्रिएन्ट्स की जरूरत बढ़ती जाती है.

आपको सभी तरह के पोषण वाले भोजन को अपने आहार में शामिल करना होगा. जंक फूड के सेवन से बचें क्योंकि इससे बेवजह आपका वजन बढ़ेगा और पोषक पदार्थों की कमी होगी.

हमारे देश में गर्भावस्था के दौरान ऐसा खाना खाने की सलाह दी जाती है, जो बहुत सारे घी में बना हो. हां, इसके अपने फायदे हैं पर अगर इन्हें संतुलित मात्रा में न लिया जाए तो काफी नुकसान भी हो सकता है. आहार में फैट लेने से आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है, जिसे डजिलेवरी के बाद कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इस दौरान सक्रिय रहें और सेहतमंद आहार लें.

आपके आहार में सभी समूहों के पोषक पदार्थ शामिल होने चाहिए जैसे काबोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स और डेयरी उत्पाद.

आपको बता दें कि  गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत ज्यादा भूख लगती है और ज्यादातर महिलाएं भूख लगने पर जंक फूड खाने लगती हैं. इनमें काबोहाइड्रेट/ वसा तो भरपूर मात्रा में होती है लेकिन पोषक पदार्थो की कमी होती है. ऐसे में अपने आहार पर ध्यान देना जरूरी है.

ख्याल रखें कि दिन में दो से तीन बार भरपेट खाने के बजाए कम मात्रा में बार-बार खाना ज्यादा अच्छा होगा. इससे खानों का पाचन आसानी से होगा. इसके अलावा नियमित रूप से थोड़ा बहुत व्यायाम करें, जिससे शरीर में हार्मोनों का संतुलन बना रहेगा और आप गर्भावस्था के दौरान फिट और चुस्त बनी रहेंगी.

मेकअप की ये गलतियां न दोहराएं

सही मेकअप हमें जितना सुंदर दिखा सकता है, मेकअप में हुई गलती उतना ही हमें अजीब दिखने पर भी मजबूर कर देती है. ब्यूटी ऐक्सपर्ट अचल आर्य बताती हैं कि कैसे आप इन गलतियों से बच कर हर समय सुंदर और खूबसूरत दिख सकती हैं.

चेहरे को ज्यादा न धोएं

चेहरे को साफ करना या धोना मेकअप में पहला और सब से महत्त्वपूर्ण कदम होता है. लेकिन एक बार जब आप फाउंडेशन का इस्तेमाल करती हैं और त्वचा को शुष्क देखती हैं, तो यह एक संकेत है कि आप को अपना चेहरा ज्यादा धोना बंद करना होगा.

अपने चेहर को 2 बार नियमित रूप से धोना पर्याप्त है- एक बार सुबह और एक बार रात को सोने से पहले हलके, कोमल क्लींजर का इस्तेमाल आप की त्वचा के लिए सब से अच्छा होता है, क्योंकि यह प्राकृतिक तेलों के साथ त्वचा पर चमक प्रदान करता है.

अपने मेकअप को ब्लैंड करें

मेकअप एक ब्लश या आईशैडो पर डबिंग करने से कहीं ज्यादा है. ब्लैंडिंग के बिना न्यूट्रल शेड्स भी चेहरे पर अजीब और अप्राकृतिक लग सकते हैं. प्राकृतिक दिखने वाले मेकअप की कुंजी, ब्लैंडिंग की कला में महारत हासिल करने में निहित है. ठीक तरीके से ब्लैंड नहीं किया गया मेकअप काफी हास्यास्पद दिख सकता है.

आईलाइनर के साथ न करें गलतियां

काले आईलाइनर का प्रयोग केवल तभी किया जाता है जब आप के पास गहरी त्वचा टोन हो, अन्यथा यह काफी कठोर दिखता है. यदि त्वचा टोन हलकी है तो सब से अच्छा है कि आप ब्राउन का ही इस्तेमाल करें. यदि आप के ब्लौंड बाल और नीली आंखें हैं तो ब्लैक आई लाइनर के बारे में तो बिलकुल भी न सोचें. अपनी पुतली की रेखा पर आईलाइनर का प्रयोग करना अच्छा विचार नहीं है. इस के बजाय अपनी पुतली की रेखा पर एक आई पैंसिल का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह आंखें खोलने में मदद करेगी. प्राकृतिक लुक के लिए लिक्विड लाइनर के बजाय पैंसिल लाइनर का प्रयोग करें.

बहुत ज्यादा फाउंडेशन न लगाएं

बहुत अधिक फाउंडेशन चेहरे पर अच्छा प्रभाव नहीं डालता और फिर आप का मेकअप भी दिखने लगता है. जब आप हलके कपड़ों के साथ डार्क मेकअप कर रही हों, आप को चेहरे पर फाउंडेशन का प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है. बस इसे अपने गालों, नाक और आंखों के क्षेत्र पर लागू करें. कुछ महिलाएं इस का प्रयोग मार्क्स को ढकने के लिए करती हैं, जबकि यह उन्हें छिपाने का काम नहीं करता.

फाउंडेशन का सही शेड चुनें जो आप की त्वचा टोन के साथ पूरी तरह मेल खाता हो. गलत शेड का फाउंडेशन फाइन लाइंस के दिखने में बढ़ावा देता है. सुंदर दिखने के लिए त्वचा से मेल खाने वाले शेड का प्रयोग करना एकमात्र तरीका है. ठीक से ब्लैंड करना कतई नहीं भूलना चाहिए. इसे अपनी गरदन और कानों पर भी लगाएं वरना चेहरे और गरदन के अलग रंग के साथ हरकोई यह समझ सकता है कि आप ने मेकअप किया है.

प्राइमर को न भूलें

जब तक आप प्राइमर का इस्तेमाल न करें आप का मेकअप कभी पूरा नहीं हो सकता. प्राइमर के बिना या तो आप का मेकअप बहने लगेगा या फीका होने लगेगा या फिर चेहरा ऐसा लगेगा कि आप ने तेल में डुबकी लगा ली है. मेकअप को ज्यादा समय तक बरकरार रखने के लिए जरूरी है कि मेकअप करने से पहले प्राइमर का अच्छी तरह उपयोग करें.

कंसीलर का गलत इस्तेमाल

एक बार फाउंडेशन सैट होने के बाद मार्क्स को कवर करने में ही समझदारी होती है, जिस का अर्थ यह है कि कंसीलर से पहले फाउंडेशन का उपयोग करना चाहिए. लेकिन जब आप ऐसा करती हैं, तो 2 चीजों को ध्यान में जरूर रखें:

– डार्क सर्कल्स को कवर करने का सही तरीका है कि आप अपनी आंखों के नीचे की हड्डी पर कंसीलर को सीधे डार्क सर्कल्स पर लागू न करें.

– आप लेयरिंग तकनीक का भी सहारा ले सकती हैं. इस तकनीक के दौरान परतों के बीच एक सैटिंग पाउडर लगाएं. आप हर किस्म के मार्क्स को दूर करने के लिए केवल एक कंसीलर का प्रयोग नहीं कर सकती हैं.

कंसीलर कई रंगों में आता है. पीच रंग का कंसीलर डार्क सर्कल्स कवर करने के लिए सब से अच्छा होता है. हरे रंग का कंसीलर लाल रंग के धब्बों को छिपाता है तथा इस का इस्तेमाल मुंहासों व दानों पर होता है. पीले रंग का कंसीलर आप की त्वचा के बडे़ क्षेत्रों के रंग को स्किन टोन के साथ मिलाने में मदद करता है.

-अचल आर्य ब्यूटी ऐक्सपर्ट व डाइरैक्टर एस्टाबेरी बायोसाइंसेज

क्या है फेस मास्क शीट

शीट मास्क चेहरे के आकार वाली शीट्स है जो पोषक सीरम में भीगी होती है. ये शीट्स कागज, फाइबर या जैल जैसी सामग्री से बनी होती है. शीट मास्क आप के सामान्य मास्क की तरह नहीं होते जिन में पहले मिश्रण तैयार कर चेहरे पर लगाना होता है और फिर धोना होता है. शीट मास्क आमतौर पर एक ही बार में इस्तेमाल किया जाता है और इसे व्यक्तिगत रूप से पैक किया जाता है, जिस से इसे उपयोग करने में आसानी हो.

कैसे काम करता है

एक शीट को सीरम के साथ पूरी तरह से भिगो कर  बनाया जाता है, जिस में विटामिन और फ्रूट के सत्व होते हैं. यह पोषक तत्त्वों को अकसर पानी के साथ मिला कर तैयार किया जाता है जिस में बाद में शीट को भिगोया जाता है. इस शीट में पौर्स होते हैं जिन में सारे तत्त्व अच्छे से समा जाते हैं. इन जरूरी तत्त्वों को शीट में इंटैक्ट किया जाता है जिसे चेहरे पर लगाने से सारे फायदेमंद तत्त्व हमारी त्वचा पर ट्रांसफर हो जाते हैं.

मास्क शीट के लाभ

छिद्रों की सफाई: शीट मास्क गंदगी और डैड स्किन सैल्स को हटाने और अतिरिक्त औयल को अवशोषित करने में मदद करता है. छिद्रों में गंदगी फंस जाने से जीवाणु विकसित हो सकते हैं. एक बार जब जीवाणु बढ़ने लगते हैं तो यह हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में शीट मास्क हमारी मदद कर सकता है. शीट मास्क त्वचा के अंदर से गंदगी को सोख लेता है. आजकल के प्रदूषित वातावरण में इस का प्रयोग जरूर करना चाहिए.

दमकती त्वचा: चेहरे की त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन को सुचारु करने में मदद करता है, जिस से चेहते पर चमक व लालिमा बनी रहती है. घर में आराम से शीट मास्क लगाएं और अपनी त्वचा पर तुरंत ही असर देखें.

गहरी सफाई

हर दिन शीट मास्क को लगाने से यह त्वचा की सतह से गंदगी, तेल, मेकअप और अशुद्धियों को हटा कर आप की त्वचा को गहराई से साफ करने में मदद करता है. मास्क के इस्तेमाल से त्वचा डिटौक्सीफाई भी हो जाती है जिस से त्वचा में बदलावों को आसानी से देखा जा सकता है.

शीट मास्क का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं है. शीट मास्क त्वचा को पोषण देता है, ऐक्सफोलिएट करता है और साफ भी करता है. इस के अलावा कम गुणवत्ता वाले शीट मास्क के सीरम आप की त्वचा की गहरी परत तक पहुंचने से पहले ही आप बन कर उड़ जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि इस का पूरा लाभ उठाने के लिए केवल अच्छी क्वालिटी का शीट मास्क खरीदें.

-दिलीप कुंडलिया

(डाइरैक्टर, ओशिया हर्बल्स)

 

इस साल से होंगे ये वित्तीय बदलाव, मिलेगा फायदा

नए साल की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आज से होने वाले वित्तीय बदलावों के बारे में आप जान जाएं. 1 जनवरी से ना सिर्फ साल बल्कि आपकी जिंदगी से जुड़ी कई जरूरतों और सेवाओं में बदलाव होने जा रहा है. इन बदलावों का आपकी जिंदगी पर कहीं ना कहीं असर होगा. इसमें वस्तुओं की कीमतों से लेकर बैंक से जुड़ी कई सेवाएं शामिल हैं जिन्हें आपको जान लेना जरूरी है.

डेबिट और क्रेडिट कार्ड में बदलाव

आपको बता दें कि  आरबीआई ने सभी बैंकों को 31 दिसंबर से पहले मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले डेबिट या क्रेडिट कार्ड बदलने के लिए कहा था. आरबीआई के मुताबिक 1 जनवरी से इस कार्ड को बदल कर ईएमवी चिप वाले कार्ड लागू होंगे. ऐसे में आपने अभी तक कार्ड नहीं बदला है तो तुरंत बदलवा लें.

पुराना चेक नहीं होगा मान्य

अगर आप पुराने चेक का इत्तेमाल करती हैं तो ध्यान रहे कि वो अब मान्य नहीं होगा. आप तुरंत उसे बैंक से बदल लें. अब आपको सीटीएस वाला चेक लेना होगा. सीटीएस चेक को क्लियर होने के लिए एक बैंक से दूसरे बैंक भेजने की जरूरत नहीं होगी.

इनकम टैक्स रिटर्न भरने की तारीख

जिन लोगों ने 2017-18 में इनकम टैक्स नहीं भरा है उनके लिए ये खबर जरूरी है. पिछले साल 21 जुलाई 2018 था, 5 हजार रुपये की फाइन के साथ इसे बढ़ा कर 31 दिसंबर 2018 कर दिया गया था. पर अगर ये डेडलाइन भी मिस हो जाए तो 31 मार्च 2019 तक 10 हजार के जुर्माने के साथ आयकर जमा करना होगा.

एक्सिडेंटल कवर में इजाफा

इस साल से वाहन दुर्घटना के बदले मिलने वाली बीमा की रकम अब 1 लाख से बढ़कर 15 लाख रुपये हो जाएगी. इस बात की जानकारी इंश्योरेंस रेग्युलेटरी अथौरिटी औफ इंडिया (IRDAI) ने एक सर्कुलर जारी दिया. इंश्योरेंस के लिए 750 रुपये का प्रीमियम तय किया जा चुका है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें