आमिर से अफेयर की खबरों पर ‘दंगल गर्ल’ ने तोड़ी चुप्पी

बौलीवुड में आए दिन लिंकअप की खबरें सामने आती रहती हैं. कुछ वक्त से ‘दंगल गर्ल’ के नाम से मशहूर अभिनेत्री फातिमा सना शेख और आमिर खान को लेकर भी कुछ ऐसी ही खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं. ‘दंगल’ के समय से ही दोनों के बीच अफेयर की खबरें सामने आ रही थीं. इसके बाद ‘ठग्स औफ हिंदोस्तान’ की शूटिंग के दौरान इस बात को और हवा मिली. इन सबके बीच अफेयर की खबरों को लेकर अब फातिमा सना शेख ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मीडिया के सामने अपने और आमिर के असल रिश्ते की सच्चाई बताई है.

फातिमा ने अपने और आमिर के रिश्ते पर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा है कि ‘आमिर खान मेरे लिए बहुत ही स्पेशल लोगों में से ए‍क हैं. मुझे उनके साथ किसी तरह के लिंक अप्स की खबरों से प्रभावित होने की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि अब वो वक्‍त आ गया है जहां मुझे कुछ जरूर बोलना पड़ेगा.’

फातिमा ने आगे कहा, ‘अगर कोई आपके बारे में इस तरह की बातें करता है तो उस पर रिएक्‍ट करना जरूरी हो जाता है. लेकिन कई बार मुझे लगता है कि आप जो भी करेंगे लोग आपके बारे में बोलेंगे ही बोलेंगे. पर हर किसी को पता है लोगों का काम है बोलना तो वो बोलेंगे ही. कुछ लोग हैं जो इस तरह की बातें लिखते हैं लोगों को लेकर तरह तरह की बाते करते हैं और गलत अफवाहें फैलाते हैं, शायद इसलिए क्योंकि उन्हें इससे अच्छी नींद आती होगी.’

बता दें कि फातिमा का नाम आमिर के अलावा उनके औनस्क्रीन भाई का किरदार निभाने वाले आपारशक्ति के साथ भी जुड़ चुका है. इस पर फातिमा ने कहा ‘वे दोनों बहुत ही स्पेशल लोग हैं. मुझे उनके साथ किसी तरह के लिंक अप्स की खबरों से प्रभावित होने की कोई जरूरत नहीं है.’ खबरों की मानें तो आमिर जल्द ही एक नई फिल्म बनाने वाले हैं जिसमें फातिमा बतौर ऐक्ट्रेस नजर आने वाली हैं.

आंखों के नीचे का कालापन दूर करें ऐसे

सुंदर और स्वस्थ आंखें चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाती हैं, लेकिन इन में अगर काले घेरे बन जाएं, तो इन की शोभा खत्म हो जाती है. शुरुआत में इन का पता लगाना मुश्किल होता है. जब ये काले घेरे गहरे हो जाते हैं, तो साफ नजर आने लगते हैं. असल में ये काले घेरे आंखों के नीचे की त्वचा के पतला पड़ जाने की वजह से होते हैं.

इस बारे में मुंबई की ‘स्किन इन’ की त्वचा विशेषज्ञा, डा. सोमा सरकार बताती हैं कि आंखों के नीचे के काले घेरे हाइपरपिगमैंटेशन का नतीजा होते हैं, क्योंकि ऐसे में त्वचा में मैलानिन की मात्रा बढ़ जाती है. इन के बढ़ने की वजह धूप में अधिक समय तक रहना, आनुवंशिक कारण या गलत लाइफस्टाइल हो सकता है. इन के अलावा कुछ खास कारण निम्न हैं:

– लाइफस्टाइल में बदलाव मसलन नींद कम लेना, टीवी या कंप्यूटर के आगे देर तक बैठना.

– किसी प्रकार की ऐलर्जी वाली बीमारी का होना जैसे अस्थमा, एटौपिक डर्मेटाइटिस, ऐलर्जी रेनाइटिस आदि.

– आंखों के नीचे की कोशिकाओं का खराब हो जाना.

– हारमोन असंतुलित होना.

– भारी फ्रेम का चश्मा पहनना.

– आंखों को मलते रहना.

क्या करें

इन सभी स्थितियों में सब से पहले यह जानना जरूरी है कि आप को कौन सी समस्या है. इस की जानकारी लेने के बाद जरूरत के अनुसार विटामिन सी, रैटिनल क्रीम, विटामिन के और विटामिन ई लेना जरूरी होता है.

इस के अलावा निम्न  तरीके भी अपनाए जा सकते हैं:

– जब भी घर से बाहर निकलें सनस्क्रीन लगाएं.

– अगर आंखों के नीचे की कोशिकाएं खराब हो गई हैं तो हाइलोरौनिक ऐसिड फिलर्स की जरूरत होती है, जिसे किसी अच्छे त्वचा विशेषज्ञ के पास जा कर लेना चाहिए.

– इस के अलावा लेजर ट्रीटमैंट, कैमिकल पील आदि डाक्टर की देखरेख में ही किए जाने चाहिए.

सोमा आगे कहती हैं कि काले घेरे आजकल 24-25 साल के लड़केलड़कियों को भी होते हैं, लेकिन सही समय पर इन का इलाज करा लेने से ये जल्दी ठीक हो जाते हैं.

कुछ सावधानियां रखने पर आंखों के नीचे काले घेरे कम बनते हैं:

– हलका घेरा दिखाई देने पर ग्रीन टी बैग को गीला कर आंखों पर रखें.

– खाने में विटामिन सी वाले फल, हरी पत्तेदार सब्जियां अधिक लें.

-अपने लाइफस्टाइल को बदलने की कोशिश करें.

– कंप्यूटर पर काम करते वक्त ऐंटीग्लेयर चश्मे का प्रयोग करें.

– 7-8 घंटे की नींद लें.

घरेलू उपचार

आजकल बाजार में डार्क सर्कल्स दूर करने की कई क्रीमें मिलती हैं. इन का असर अधिक नहीं होता, साथ ही इन में कैमिकल ज्यादा होने की वजह से आंखों के आसपास की त्वचा को नुकसान पहुंचता है. ऐसे में ये घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं:

– टी बैग्स काले घेरों को दूर करने में लाभदायक होते हैं. इन्हें कुछ देर तक पानी में भिगो कर रखें, फिर फ्रिज में रख कर ठंडा होने दें. इस के बाद इन्हें आंखों पर 10 मिनट के लिए रखें. रोज ऐसा करने से धीरेधीरे काले घेरे कम होने लगेंगे.

– खीरे के स्लाइस आंखों पर रोज रखने से काले घेरे हलके हो जाएंगे.

– आलू नैचुरल ब्लीच होता है, जो काले घेरों को दूर करने में सहायक होता है. इस से आंखों के नीचे की सूजन भी कम होती है. आलू के रस को रुई में लगा लें और आंखों पर रखें. ऐसा दिन में 2 बार करने पर कुछ सप्ताह में ही आप को इस का असर दिखेगा.

– गुलाबजल भी आंखों के लिए फायदेमंद होता है. रुई में थोड़ा गुलाबजल ले कर आंखों पर 10-15 मिनट रखें.

गर्भवती महिला को ना दें दुख, बच्चे पर पड़ेगा असर

गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत सी चीजों का ख्याल रखना पड़ता है. बच्चे की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि गर्भवती महिला को अच्छा आहार और अच्छा वातावरण मिले. गर्भ में पल रहे बच्चे पर मां के खानपान और रहन सहन का सीधा असर पड़ता है. इस दौरान गर्भवती महिला के मन में पैदा होने वाली भावनाओं का भी सीधा असर बच्चे पर पड़ता है.

गर्भावस्था के दौरान मां का शरीर काफी नाजुक होता है. इस दौरान उसका शरीर और दिमाग, दोनों बेहद नाजुक होते हैं. कई बार घर में कुछ ऐसा होता है जिससे  गर्भवती महिला के मन में नकारात्मक या दुख: के भाव पैदा होते हैं. ऐसा होने से बच्चे पर काफी बुरा असर पड़ता है.

हाल ही में एक ताजा शोध के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान अगर मां दुखी रहती है तो इसका बुरा असर बच्चे के दमाग पर पड़ता है. इस शोध में ये बात सामने आई कि गर्भावस्था किसी भी तरह की दुख वाली खबर से पेट में पल रहे बच्चे पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जिसके बाद उसे मानसिक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है.

जानकारों का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान महिला को कोई भी बुरी खबर ना मिले इसको पूरी तरह से कंट्रोल नहीं किया जा सकता है. पर हां, खान-पान पर ध्यान देकर और मां का विशेष ख्याल रख बच्चे पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है.

बिना डाइटिंग के ऐसे कम करें वजन

आजकल लोगों में मोटापे की समस्या आम हो गई है. जंक फूड, फास्ट फूड और असंतुलित आहार के कारण लोगों में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है. समान्यत: लोगों को लगता है कि ज्यादा खाना खाने से वो मोटे हो रहे हैं, फिर पतला होने के लिए वो कम खाना खाते हैं, डाइटिंग करते हैं. पर आपके मोटापे की समस्या का ये हल नहीं है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि बिना डाइटिंग के, बिना कम खाना खाए आप कैसे अपना वजन कम कर सकेंगी.

वजन कम करने के ये हैं आसान तरीके

खाना चबा कर खाएं

आमतौर पर लोग खाना चबा कर नहीं खाते हैं. खाना चबाना उन्हें बेकार की चीज लगती है. पर अगर आप वजन घटाना चाहती हैं तो जरूरी है कि भोजन धीरेधीरे चबा कर खाएं.

लें प्रोटीन युक्त डाइट

आहार में प्रोटीन बेहद जरूरी होता है. इसमें अमीनो एसिड होता है जो हमारी मांसपेशियों को ताकत देता है और टिश्यू के लिए फायदेमंद होता है. इसके अलावा, ये भूख को कंट्रोल करता है, जिससे आप अगली डाइट में अधिक खाने से बच जाते हैं. प्रोटीन समृद्ध खाद्य पदार्थ अंडे, दूध, नट्स, चिकन और चीज डाइट में शामिल किए जाने चाहिए.

फाइबर युक्त डाइट

वजन घटाने में फाइबर अहम तत्व होता है. फाइबर युक्त भोजन लेने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है. ये भूख कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है. इसके अलावा पाचन के लिए भी फाइबर फायदेमंद होता है.

खूब पिएं पानी

वजन कम करने के लिए पानी काफी फायदेमंद है. कोशिश करें कि पूरे दिन पानी पेट में जाता रहे. इसके अलावा, भोजन से ठीक पहले पानी पीना, आपको कम कैलोरी लेने में मदद कर सकता है.

पर्याप्त नींद और स्‍ट्रेस

नींद पूरी ना होना या तनाव एपेटाइट रेगुलेटिंग हार्मोन्स के बीच असंतुलन पैदा होता है. जिसके कारण आप अधिक खाना खाते है. कोशिश करें कि दिन में छह से आठ घंटे सोने की कोशिश करें और अपने स्‍ट्रेस लेवल को कंट्रोल करें.

ब्लौकचैन : नौकरियों की बहार

नया साल, नया ठौर, नया काम, नई नौकरी… तरक्की करती दुनिया और भारत में ब्लौकचैन तकनीक रोजगार का नया व अच्छा जरिया बन कर उभरी है. बिटक्‍वाइन टेक्नोलौजी द्वारा लांच की गई इस तकनीक को हैक करना बहुत ही मुश्किल है और यह कभी भी हुए सभी डिजिटल ट्रांजेक्शंस का ब्‍योरा रखती है. साइबर क्राइम और हैकिंग को रोकने के लिए ब्लौकचैन तकनीक को फूलप्रूफ सिस्‍टम के तौर पर भी जाना जाता है.

  • ब्लौकचैन सम्बन्धी नौकरियों में सामान्य आईटी क्षेत्र की नौकरियों से 61.8 प्रतिशत अधिक वेतन.
  • वर्ष 2018 की पहली तिमाही में ब्लौकचेन क्षेत्र की नौकरियों में 6,000 फीसदी इजाफा.
  • विश्व आर्थिक मंच का मानना है कि वर्ष 2027 तक वैश्विक जीडीपी का 10 प्रतिशत कारोबार ब्लौकचेन तकनीक पर विकसित होगा.
  • भारत में नीतिगत अनिश्चितता से प्रतिभा पलायन का अंदेशा.

पिछले साल के दौरान ब्लौकचैन तकनीक और क्रिप्टोकरेंसी काफी चर्चा में रहीं. औनलाइन भरतियां और कंपनियों से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराने वाली वेबसाइट ग्लासडोर के हालिया अध्ययन में पाया गया कि ब्लौकचैन और क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में अमेरिका समेत पूरी दुनिया में नौकरियों की तादाद तेजी से बढ़ रही है. साथ ही, ब्लौकचैन क्षेत्र के शैक्षणिक प्लेटफौर्म इनक्रिप्ट का अगस्त 2018 का सर्वेक्षण बताता है कि भारत में ब्लौकचैन और क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में कानूनी और नीतिगत स्थिति साफ़ न होने के चलते देश को ब्लौकचैन क्षेत्र के होनहार लोगों के दूसरे देशों में चले जाने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

ब्लौकचैन क्षेत्र के शैक्षणिक प्लेटफौर्म इनक्रिप्ट ने अपने सर्वे में पाया है कि भारत में ब्लौकचैन क्षेत्र नौकरियों, फाइनेंस और ग्लोबल रिकग्नीशन यानी वैश्विक पहचान के क्षेत्र में अच्छी भूमिका निभा सकता है. इनक्रिप्ट की रियलाइजिंग इंडियाज ब्लौकचैन पोटेंशियल नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लौकचैन की मदद से सूचना तकनीक (आईटी) क्षेत्र में नया बदलाव लाया जा सकता है. इस से देश में हाई सैलरी वाली नौकरियों की तादाद बढ़ सकती है. बहुत ही अहम बात यह है कि वर्ष 2018 की पहली तिमाही में ब्लौकचैन क्षेत्र की नौकरियों में 6,000 फीसदी की उछाल आई है.

औनलाइन भरतियां और कंपनियों से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराने वाली वेबसाइट ग्लासडोर के अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में ब्लौकचैन क्षेत्र में औसत सालाना आय 84,884 डौलर (लगभग 62 लाख रुपए) है जो वहां की औसत सालाना आय 52,461 डौलर यानी लगभग 38.5 लाख रुपए से 61.8 फीसदी ज्यादा है. अध्ययन में बताया गया, ‘पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उतारचढ़ाव के बाद भी ब्लौकचैन क्षेत्र में नौकरियों की तादाद लगातार बढ़ रही है. एक साल के दौरान अमेरिका में इस तरह की नौकरियों में 300 प्रतिशत की उछाल आई है.’ अध्ययन में पाया गया कि ब्लौकचैन क्षेत्र में नौकरियों के मामले में अमेरिका के बाद लंदन, सिंगापुर, टोरंटो, हांगकांग और बर्लिन शीर्ष वैश्विक शहरों में शामिल हैं.

इनक्रिप्ट के संस्थापक और वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर नितिन शर्मा बताते हैं, ‘इनक्रिप्ट के इस सर्वे का में मकसद भारत में पब्लिक ब्लौकचैन की क्षमता की पहचान करना था. इस में ज्यादातर बातचीत कारोबारियों, एक्सचेंजों और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े जोखिमों पर की गई. हम ने सर्वे में ब्लौकचैन तकनीक पर काम कर रहे डेवलपर्स और उद्यमियों पर भी ध्यान केंद्रित किया है.’

सर्वे में शामिल 84 लोग केवल विदेशी परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं और 86 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अगर देश में क्रिप्टोकरेंसी के लिए माफिक माहौल नहीं होगा तो वे देश से बाहर चले जाएंगे. साथ ही, 82 प्रतिशत लोगों का मानना है कि ब्लौकचेन स्टार्टअप्स द्वारा जमा की गई मौजूदा पूंजी देश से बाहर चली जाएगी. सो, देश इस क्षेत्र में चल रहे ग्लोबल कम्पटीशन में पिछड़ जाएगा.

सर्वे से पता चलता है कि ब्लौकचैन क्षेत्र के लिए नियमों पर स्थिति साफ़ करनी होगी वर्ना भारत कई क्षेत्रों में बड़े अवसर खो सकता है. हाल ही में भारत के एक बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जेब पे ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया है और अब कंपनी ने खुद को माल्टा देश में रजिस्टर्ड करा लिया है. भारत में कारोबार बंद करने वाली जेब पे दुनिया के 20 देशों में अपनी सेवाएं दे रही है.

फ्रीलांस प्लेटफौर्म अपवर्क के एक सर्वे के अनुसार, वर्ष 2018 की पहली तिमाही में सब से ज्यादा तेजी से बढने वाले कौशल में ब्लौकचैन पहले स्थान पर रहा. इस में गूगल क्लाउड प्लेटफौर्म दूसरे और वौल्यूजन सौफ्टवेयर तीसरे स्थान पर रहा.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स का कहना है कि सौफ्टवेयर क्षेत्र की नौकरियों के मामले में अगले 3 से 5 वर्षों में ब्लौकचैन सब से बड़े क्षेत्रों में से एक होगा और देश से इस क्षेत्र के होनहारों को नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने से रोकने की जरुरत है. वजीरएक्स का कहना है कि वह कई इंजीनियरों, स्टार्टअप संस्थापकों, कारोबारियों और दूसरे लोगों को जानती है जो ब्लौकचैन क्षेत्र के सपनों को पूरा करने के लिए भारत से बाहर जाने वाले हैं. देश में सॉफ्टवेयर क्षेत्र में ब्लौकचैन तकनीक की उपयोग संबंधी अनिश्चितता और नेगेटिव माहौल खतरनाक हो सकता है. सो, भारत सरकार को अपने तरीकों में बदलाव लाने होंगे.

आईटी क्षेत्र की कई बड़ी कम्पनियाँ ब्लौकचैन तकनीक आधारित तरीकों पर काम कर रही हैं. आईबीएम और माइक्रोसौफ्ट एजर पहले ही बीएएएस प्लेटफार्म तैयार कर चुके हैं. इस के आलावा, 2 वर्षों की प्रैक्टिकल टेस्टिंग के बाद वालमार्ट ने किसी भी प्रोडक्ट के एक जगह से दूसरी जगह जाने पर पहचान सम्बन्धी ब्लौकचैन लांच कर दिया है.

ग्लासडोर की रिपोर्ट बताती है कि आईबीएम, ओरेकल, क्रेकन, एक्सेंचर, जेपी मौर्गन और केपीएमजी कंपनियां ब्लौकचैन क्षेत्र में नई नौकरियों के मामले में शीर्ष पर हैं. कई दूसरे ब्लौकचैन स्टार्टअप भी अपने विस्तार पर काम कर रहे हैं.

उधर, गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनी फिनवे के एक उच्च अधिकारी का मानना है कि मौजूदा माहौल में ब्लौकचैन के साथ ही किसी दूसरे क्षेत्र में भी क्षमता विकसित करना बेहतर रहेगा. वे कहते हैं, ‘ब्लौकचेन तकनीक देश के रोजगार क्षेत्र के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है लेकिन किसी भी व्यक्ति को इस के साथ किसी एक पारंपरिक तकनीक का भी प्रशिक्षण लेना चाहिए. कुछ मामलों में ब्लौकचैन क्षेत्र में देश से प्रतिभा पलायन हो रहा है लेकिन तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और जीवनयापन के मूल्यों में इजाफे से अगले 5 सालों में हम देखेंगे कि प्रतिभा पलायन के स्थान पर बहुत से लोग भारत का रुख करेंगे.’

ब्लौकचैन डिस्ट्रिब्यूटेड डाटा बेस होती है. इस में लगातार कई रिकार्ड्स को रखा जाता है जिन्हें ब्लौक कहते हैं, जिस में हर ब्लौक अपने पूर्व के ब्लौक से लिंक रहता है. इस तकनीकी में हजारों कंप्यूटर पर इन्क्रिप्टेड यानी गुप्तरूप से डाटा सुरक्षित रहता है. इसे पब्लिक लेजर भी कहते हैं. इसे हैक करने के लिए सभी हजारों कंप्यूटर में एकसाथ साइबर अटैक करना होगा जो कि नामुमकिन है.

भारत मैं हैकिंग रोकने और साइबर सिक्‍योरिटी को बढ़ावा देने के लिए ब्लौकचैन तकनीक लागू करने वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्‍य है. कोई भी अपना ब्लौकचैन अकाउंट https://blockchain.info/ वेबसाइट पर बना सकता है.

वैडिंग सैरेमनी में मेहंदी हो खास

बिना मेहंदी के वैडिंग सैरेमनी अधूरी मानी जाती है. ये न सिर्फ सदियों से चली आ रही परंपरा है बल्कि इस का दुल्हन के हाथों की सुंदरता बढ़ाने में अहम योगदान है. पहले ये सैरेमनी सिर्फ परिवार व दोस्तों तक ही सीमित रहती थी लेकिन अब मेहंदी सैरेमनी एक बड़ा इवैंट बन गया है, जिस में म्यूजिक, डांस व डिनर के बीच यह रस्म पूरी होती है. ऐसे में अगर आप दुल्हन बनने जा रही हैं तो पेश हैं आप के लिए कुछ मेहंदी टिप्स, जो आप के इस दिन को और बेहतर बनाने का काम करेंगे.

मेहंदी करे स्ट्रैस कम

मेहंदी न सिर्फ नए जीवन में प्रवेश की निशानी है बल्कि ये हमें स्ट्रैस से बाहर निकालने का भी काम करती है. क्या आप ने कभी सोचा है कि मेहंदी आप को सरदर्द व फीवर से बचा सकती है. तो आप को बता दें कि यह बात बिलकुल सही है. साथ ही मेहंदी का गहरा रंग लाने के लिए आप हीना मेहंदी मिक्सचर में यूकेलिप्टस औयल व नीबू मिला कर लगाएं. रिजल्ट कुछ घंटों में आप के सामने होगा.

बेहतर हो मेहंदी आर्टिस्ट

वैडिंग सीजन के दौरान मार्केट में मेहंदी आर्टिस्ट की भरमार होती है. आप को बता दें कि हर मेहंदी आर्टिस्ट का मेहंदी लगाने का तरीका व डिजाइन अलग होता है. ऐसे में बैस्ट मेहंदी आर्टिस्ट को खोजना आप के प्रयासों पर निर्भर करेगा. एक बार जब आर्टिस्ट मिल जाए तो उन से डिजाइंस दिखाने को कहें ताकि उस में से बैस्ट चूज कर के आप अपने खास दिन उसे लगवा सकें. अगर टाइम हो तो आप पहले ट्रायल सैशन भी ले सकती हैं. साथ ही आप अपने मेहंदी आर्टिस्ट को कहें कि वह बाजार से खरीदे गए मेहंदी के कौर्न का इस्तेमाल करने के बजाय खुद से हीना मेहंदी का मिक्स्चर तैयार करें. ताकि आप अपने हाथपैरों को कैमिकल्स की जलन से दूर रख सकें.

beauty tips hindi beauty parlour training

डिजाइन भी हो यूनीक

वैडिंग सैरेमनी सिर्फ मेहंदी लगाने की रस्म ही नहीं बल्कि आप का मेहंदी डिजाइन भी खास होना चाहिए. आज मेहंदी के ढेरों डिजाइंस उपलब्ध हैं जैसे इंडियन से पाकिस्तानी, अरेबियन से राजस्थानी आदि, जो अपने आप में अलग व स्मार्ट लुक देते हैं. इसके लिए आपको तरह तरह के मेहंदी डिजाइन देखने होंगे तभी आप अपनी पसंद अपने मेहंदी आर्टिस्ट को बता पाएंगी. इस से आप को अपनी पसंद का डिजाइन भी मिल पाएगा और आप का मेहंदी आर्टिस्ट अपने काम से आप को खुश भी कर पाएगा. आप मोर, हार्ट, फ्लावर, कटवर्क आदि के साथ भी मेहंदी डिजाइंस बनवा सकती हैं. आजकल ग्लिटर मेहंदी काफी डिमांड में है.

प्री मेहंदी केयर

मेहंदी अच्छा कलर दे तो इस के लिए आप को मेहंदी लगवाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना होगा तभी आप की मेहंदी अच्छी दिखेगी और आप इस सैरेमनी को ऐंजौय भी कर पाएंगी. तो इस के लिए सब से पहले आप अपने हाथों व पैरों को साबुन से धोएं फिर यूकेलिप्टस औयल में औलिव औयल या नारियल का तेल मिला कर लगाएं जिस से गहरा रंग आ सके. फिर आरामदायक कपड़े पहनने के बाद मेहंदी लगाने के लिए ऐसी जगह का चयन करें जहां कुदरती प्रकाश होने के साथ जगह भी काफी देर बैठने के लिए आरामदायक हो. सूर्य की सीधी रोशनी में मेहंदी न लगवाएं.

इस के लिए नायका बताता है कि आप

संत बोटानिका प्यौर यूकेलिप्टस अरोमा ऐसेंशियल औयल,

अरोमा मैजिक औलिव औयल,

सनफ्लावर कोल्ड प्रैस्ड कोकोनट प्योर नैचुरल कैरियर औयल

अप्लाई कर सकती हैं.

पोस्ट मेहंदी केयर

अगर आप फंक्शन से 1-2 घंटे पहले मेहंदी लगवाएंगी तो यह वो रंग नहीं दे पाएगी जो देना चाहिए. इसलिए फंक्शन से 48 घंटे पहले मेहंदी लगवाएं. फिर मेहंदी को 8-12 घंटे तक लगा रहने दें. जब मेहंदी सूखने लगे तो उस पर कौटन बौल से बीचबीच में चीनी में नीबू मिला कर लगाएं. इस से मेहंदी अच्छे से सूख जाए तो लौंग को गरम कर उस से हाथों को सेकें. आप डार्क कलर के लिए विक्स, टाइगर बाम या फिर सरसों का तेल भी अप्लाई कर सकती हैं.

अपनी मेहंदी को डार्क कलर देने के लिए वैसे तो आप के पास कई विकल्प हैं, लेकिन नायका का कहना है कि बेहतर परिणाम पाने के लिए आप देवे हर्बस प्यौर मस्टर्ड औयल (ब्रासिका जुंसिया) 100% नैचुरल थेराप्यूटिक ग्रेड कोल्ड प्रैस्ड का इस्तेमाल करें. यकीन मानिए आप की मेहंदी क्या खूब रंग लाएगी कि हर कोई इस की तारीफ किए बिना नहीं रह पाएगा.

इन बातों का खास ध्यान रखें

– मेहंदी सैशन से पहले या बीच में ज्यादा पानी न पिएं. इस से आप के मेहंदी कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न होगा.

– अपेन हाथों को बारबार पानी से धोने से बचें. जब भी नहाने जाएं तो हाथों को ग्लब्स से कवर करें.

– मेहंदी को जल्दी सुखाने के चक्कर में हेयर ड्रायर का यूज न करें क्योंकि इस से डिजाइन के बिगड़ने का डर रहता है.

– मेहंदी जब तक अच्छे से सूख न जाए तब तक ज्यादा हिलेडुले नहीं.

सौंदर्य से संबंधित अधिक जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें और नायका ब्यूटीबुक पर जाएं.

कोकोनट सूप

सामग्री

– 2 बड़े चम्मच औलिव औयल

– थोड़ा सा प्याज बारीक कटा

– थोड़ा सा लहसुन का पेस्ट

– 1 कप मशरूम कटी

– 1 कप गाजर लंबे टुकड़ों में कटी

– 1 छोटा चम्मच अदरक का पेस्ट

– 1 छोटा चम्मच चीनी

– 1/2 छोटा चम्मच कालीमिर्च पाउडर

– थोड़ा सा नमक

– थोड़ा सा सोया सौस

– थोड़ा सा लैमन जेस्ट

– 3 कप वैजिटेबल स्टौक

– 2 केन कोकोनट मिल्क

– थोड़ी सी धनियापत्ती

– नीबू के टुकड़े सजाने के लिए स्वादानुसार नमक.

विधि

– एक बड़े बरतन में औलिव औयल ले कर उसे गरम करें.

– गरम होने पर उस में प्याज, लहसुन का पेस्ट व मशरूम डाल कर 5 मिनट तक चलाएं.

– फिर इस में बाकी बची सामग्री को अच्छे से मिक्स कर 15-20 मिनट तक पकने के लिए छोड़ दें.

– बीच में चलाना न छोड़ें.

– जब अच्छे से पक जाए तो नीबू के टुकड़ों से सजा कर सर्व करें.

तुम लौट आओ कपिल शर्मा

चलो भई, कपिल शर्मा भी एक से दो हो गए. उन्होंने जालंधर में अपनी दोस्त गिन्नी चतरथ से दिसंबर में शादी कर ली, फिर मुंबई में दी गई ग्रैंड रिसेप्शन पार्टी में बौलीवुड के बड़े चेहरों को देख कर कपिल शर्मा के चेहरे पर खुशी आ गई कि अभी उन के दिन नहीं गए हैं.

हो भी क्यों न, पिछले कुछ समय से बड़े बुरे दौर से गुजरा यह जिंदादिल पंजाबी मुंडा देखते ही देखते टेलीविजन पर अपनी गायकी, देशी चुटकुलों और कौमेडी से छा जो गया था. इतना ज्यादा कि इस के नाम से ‘कौमेडी नाइट्स विद कपिल’ शो शुरू कर दिया गया था. शो हिट रहा था. इतना हिट कि बौलीवुड के बड़े से बड़े सितारे इस में शिरकत करने की बाट जोहने लगे थे.

फिर तो कपिल शर्मा की तूती बोलने लगी. नाम कमाया और उस से ज्यादा पैसा. फिर फिल्में भी बनाईं खुद को हीरो ले कर, पर चली नहीं. इसी बीच अपने शो के दूसरे दिग्गज सुनील ग्रोवर से हुआ पंगा कपिल शर्मा को महंगा पड़ गया. वैसे भी इसी बीच ये खबरें भी आने लगी थीं कि कपिल अपने साथी कलाकारों के साथ बुरा बरताव करते हैं, उन पर हाथ भी उठा देते हैं, शराब पीने के बाद.

धीरेधीरे कपिल शर्मा का पतन होने लगा. चैनल से लड़ाई हो गई, साथी छूट गए और शराब की लत के चलते शरीर और मन पर भी काबू नहीं रहा. पहली नजर में लगा कि कपिल शर्मा को यह कामयाबी रास नहीं आई और धीरेधीरे वे इस चमकती दुनिया से दूर होते गए.

इतना दूर कि वे बीमार हो कर इलाज कराने विदेश चले गए. सुनने में तो यह भी आया था कि तब वे दवाओं की काफी हैवी डोज पर रहे और हर दिन कुल 23 गोलियां खाते थे.

अपनी साख को बचाने के लिए तब कपिल शर्मा ने एक नया शो भी शुरू किया था, पर फ्लॉप रहे. दुख की बात तो यह थी कि जनता का भी उन की करतूतों से मोह भंग हो गया था.

लेकिन अगर टेलीविजन पर कौमेडी की क्रांति को ले कर कभी चर्चा होगी तो उस में कपिल शर्मा का नाम सब से ऊपर आएगा कि कैसे एक आम परिवार का लड़का, जिसे ढंग से इंगलिश भी नहीं बोलनी आती, अपनी गजब की कौमिक सेंस से लोगों को हंसने के लिए मजबूर कर देता है. बेहूदगी के ऐसे माहौल में उस के प्रोग्राम को परिवार के साथ बैठ कर देखना कपिल शर्मा के लिए बड़ी उपलब्धि रही. उस के आम परिवारों से लिए गए आम किरदार लोगों की जबान पर रहने लगे. उन का निभाया गया किरदार ‘राजेश अरोड़ा’ कौमेडी का किंग हो गया.

इतना ही नहीं, कपिल शर्मा ने अपने शो से आम जनता को भी जोड़ा. अगर भरी भीड़ में किसी को चुटीली बात भी कह दी तो किसी ने बुरा नहीं माना, बल्कि खुल के एन्जाय किया.

कपिल ने लोगों को खुद पर हंसना सिखाया जिसे लोग आज भी मिस कर रहे हैं.

अब कपिल शर्मा दोबारा रंग में दिख रहे हैं और अपना शो दोबारा ले कर आ रहे हैं. फिल्म जगत में दूसरा मौका हर किसी को नहीं मिलता है. अगर कपिल शर्मा को मिला है तो हमें उस का स्वागत करना चाहिए, क्योंकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम हंसना भूल गए हैं जिस की भरपाई कपिल शर्मा कर सकता है.

यूं दिखें हर पल जवां

उम्र के हर पड़ाव पर आप भी जवां और खूबसूरत दिखना चाहती होंगी. लेकिन झुर्रियों को हटाने के लिए और जवान चेहरा पाने के लिये आप कभी भी बोटाक्स इंजेक्शंस और महंगी प्रसाधन प्रक्रियाओं का सहारा नहीं लेना चाहेंगी. क्योंकि हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि यह प्रक्रिया ना केवल महंगी है बल्कि इसके अनेक साइड इफेक्‍ट भी हो सकते हैं. लेकिन क्या आप जानती हैं कि व्यायाम और मालिश द्वारा चेहरे की मांस पेशियों में सुधार कर आप हमेशा जवां दिख सकती हैं. आइए जानते हैं कि खुद को जवां रखने के लिए चेहरे की मालिश और व्यायाम कैसे की जानी चाहिए.

चेहरे की मालिश

नियमित तौर पर चेहरे की मालिश करने के कई लाभ हैं. इससे त्वचा मजबूत और चिकनी दिखती है. मसाज थेरेपी 101 यह बताती है कि आप सर्वप्रथम चेहरा अच्छे से धोएं और रगड़ें. त्वचा को सूखने दें और उसके बाद मौश्चराइजर या लोशन लगाएं. यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको उस तेल का उपयोग करना चाहिए जिसमें पौलीअनसेचुरेटेड फैट हो. मालिश करते समय इस बात का ध्यान रखें कि चेहरे की मालिश चाहे वे आपके द्वारा की जाए या थेरेपिस्ट द्वारा, वे 20 मिनिट से ज्यादा नहीं की जानी चाहिए और वे सौम्य तरीके से की जानी चाहिए.

आइये जानते हैं कुछ व्‍यायाम

माथे की झुर्रियों के लिए व्यायाम : आदतन भौंहें चढ़ाने या भौहें उठाने से आपके माथे पर गहरी झुर्रियां पड़ सकती है. इन रेखाओं को दूर करने के लिए और नई रेखाओं को आने से रोकने के लिए अपनी तर्जनी और अंगूठे को प्रत्येक भौंह के ऊपर रखें और त्वचा को अपनी आंखों के ऊपर नीचे धकेलें. उसी समय अपनी भौहें उठाएं और इसे कम से कम दस बार दोहराएं.

क्रोज फीट व्यायाम : क्रोज फीट को आसान बनाने के लिए अपनी आंखें दृढता से बंद रखें और अपनी भौहें उठाएं. इस स्थिति में 3 सेकंड रहें, पुन: आराम की स्थिति में आएं और पुन: 10 बार दोहराएं.

ठोड़ी और गर्दन के लिए व्यायाम : खड़े होकर अपने सिर को पीछे की ओर झुकाएं और अपनी आंखों को छत की दिशा में रखें. अपने होंठों को समेंटे और इस प्रकार खींचे जैसे आप ऊपर की छत को चूमने का प्रयत्न कर रहे हों. इस स्थिति में पांच सेकंड रहें उसके बाद आराम की स्थिति में आएं. इस व्यायाम को कम से कम 5 बार दोहराएं.

सरकार की इन योजनाओं का लाभ लेकर महिलाएं शुरू करें अपना बिजनेस

देश की महिलाएं अब चौका बेलन से आगे निकल चुकी हैं. इंद्रा नूई, चंदा कोचर जैसी पौध पैदा करने वाले इस धरती पर अब उंची उड़ान भरने की ख्वाहिश के साथ औरते खुद को तैयार करती हैं. महिलाओं के लिए अब कोई काम मुश्किल नहीं रहा. नौकरी से लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रही हैं महिलाएं. महिलाओं को और ज्यादा सशक्त करने के लिए सरकार भी काफी प्रयासरत है. यही कारण है कि उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं लाती रहती है. इस खबर में हम आपको ऐसी दो योजनाओं के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से महिलाएं अपने सपनों को साकार कर सकती हैं.

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना

देश के लोगों को व्यवसाय के लिए प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य था कि ज्यादा से ज्यादा लोग नौकरी की भीड़ से दूर हो कर कुछ खुद का काम शुरू करें. महिलाएं इस योजना का लाभ उठा कर अपना खुद का काम शुरू कर सकती हैं.

कैसे लें इस योजना का लाभ

  • इस योजना से पैसा उठा कर आप ब्यूटी पार्लर, टेलरिंग और ट्यूशन जैसे उद्यम की शुरूआत कर सकती हैं.
  • इसके अलावा कई महिलाएं मिल कर साथ में कुछ काम शुरू कर सकती हैं. इस योजना के तहत उन्हें लोन और फंड की सुविधाएं मिल सकेंगी.
  • इस योजना के तहत महिलाओं को 50 हजार से 10 लाख तक का लोन मुहैया किया जा सकता है.
  • इसका लाभ किसी भी सहकारी बैंक से लिया जा सकता है.
  • योजना के तहत लोन जारी होने पर आपको मुद्रा कार्ड मुहैया किया जाएगा. इसका उपयोग आप क्रेडिट कार्ड की तरह कर सकती हैं.
  • इस योजना को तीन हिस्सों में बांटा गया है, जिसके तहत आपको 50 हजार से लिए 10 लाख तक का लोन मिल सकेगा.

ट्रेड सब्सिडी स्कीम 

ट्रेड रिलेटेड एंटरप्रेनरशिप असिस्टेंस एंड डेवलपमेंट (टे्रड) स्कीम मिनिस्ट्री औफ माइक्रो, स्मौल एंड मीडियम एंटरप्राइजेस की ओर से कम पढ़ी-लिखी, अशिक्षित, असंगठित और जरूरतमंद महिला उद्यमियों के लिए है.

  • इस लोन के तहत जरूरतमंदों को लोन मुहैया किया जाता है.
  • छोटे मोटे रोजगार के लिए महिलाओं को 30 फीसदी की आर्थिक सहायता मिलती है.
  • ये सुविधा उन महिलाओं के लिए है, जिन्हें बैंक से लोन की सुविधा नहीं मिल पा रही है.
  • इस योजना के तहत आर्थिक मदद पाने के लिए आपको किसी एनजीओ की मदद लेनी होगी. सीधे तौर पर स़िर्फ किसी महिला को यह सुविधा नहीं दी जाती यानी अगर आप किसी ग़ैरसरकारी संगठन से जुड़ी हैं, तो आपको इस योजना का फ़ायदा मिलेगा.
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें