शाही कबाब

सामग्री

– 200 ग्राम पनीर मैश किया हुआ

– 4 ब्रैड पीस

– थोड़ा सा गरममसाला

– थोड़ा सा अदरक कद्दूकस किया

– थोड़ा सा लालमिर्च पाउडर

– थोड़े से काजू, किशमिश व अखरोट के टुकड़े

– चुटकी भर इलायची पाउडर

– चुटकी भर केसर

– थोड़ी सी धनियापत्ती कटी

– कोटिंग के लिए आटा

– तलने के लिए तेल

– नमक स्वादानुसार.

विधि

– ब्रैड को पानी में भिगो कर निचोड़ें और सारी सामग्री में अच्छी तरह मिक्स करें.

– फिर कबाब का आकार दे कर आटे में लपेट कर सुनहरा होने तक डीप फ्राई करें व गरमगरम सर्व करें.

जानिए महिला के किस अंग पर पड़ती है पुरुष की पहली नजर

क्या आपने कभी सोचा है कि जब कोई पुरुष किसी महिला से रू-ब-रू होता है तो उसकी सबसे पहली नजर महिला के किस अंग पर पड़ती है. आपके मन में जरूर कोई न कोई गलत विचार आये होंगे, क्‍योंकि आपने भी तमाम रिपोर्ट पढ़ी होंगी, जिनमें यह कहा गया कि जब दो अपोजिट सेक्स के लोग आपस में पहली बार मिलते हैं तो उनकी नजर एक-दूसरे के यौन अंगों की ओर होती है, लेकिन एक अंतराष्ट्रीय सर्वे ने इस बात को झुठला दिया है.

अब एक सर्वे की मानें तो पुरुष जब किसी महिला से या महिला किसी पुरुष से मिलती है, तो उनकी पहली नजर सामने वाले की आंखों पर पड़ती है. अंतराष्ट्रीय स्तर पर कराए गए एक सर्वें के मुताबिक जब एक पुरुष किसी महिला से पहली बार मिलता है तो उसकी पहली नजर महिला की आंखों पर जाती है. आंखों के बाद पुरुष मित्र का ध्यान महिला की मुस्कान पर केंद्रित होता है. वहीं तीसरे पायदान पर पुरुष की नजर महिला के स्‍तन व कमर के नीचे के भाग पर जाती है.

एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक 70 प्रतिशत पुरुषों की पहली नजर महिला की आंखों पर जाती है. पहली मुलाकात में 70 प्रतिशत पुरुष महिलाओं की आंखों को सबसे पहले देखते हैं. वहीं आंखों के बाद उनकी नजर उनकी मुस्कान पर जाती है.

ब्रिटेन की आई ड्राप नाम की संस्था ने 2000 लोगों के साथ ये सर्वे किया, जिसमें 1000 पुरुष और 1000 महिलाओं को शामिल किया गया. इनसे पूछा गया कि जब ये पहली बार अपने अपोजिट सेक्स के लोग से मिलते हैं तो उनके किस अंग को सबसे पहले देखते हैं. जवाब में 70 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वो पहली बार जब किसी से मिलते हैं तो उनकी आंखों को देखते हैं. वहीं महिलाओं की अच्छी मुस्कान को दूसरे नबंर में देखा जाता है, जबकि महिलाओं के ब्रेस्ट को तीसरे नबंर पर रखा गया.

सर्वे के मुताबिक पुरुषों का कुछ ध्यान महिलाओं के वजन और हेयर स्टाइल की तरफ भी जाता है. इन सब पर नजर दौड़ाने के बाद पुरुषों को अगर अच्छा लगता है, तो फिर वह है महिलाओं का ड्रेसिंग सेंस और लंबाई.

वहीं पुरुषों से मिले आंकड़ो के मुताबिक वो महिलाओं की नाक को सबसे कम तव्वजो देते हैं, यानी उसे सबसे आखिरी में गौर करते हैं. जबकि महिलाएं पुरुषों की लंबाई और उनकी छाती को पहले तव्वजो देती हैं. महिलाएं पुरुष साथियों के स्किन कलर पर खास ध्यान नहीं देती.

विंटर स्किन प्रौब्लम्स से पाएं निजात

सर्दियों का मौसम किसे सुहावना नहीं लगता. ठंडी ठंडी हवाओं में लौंग कोट के साथ स्कार्फ पहनने का मजा ही कुछ और होता है. लेकिन ये मजा तब फीका पड़ जाता है जब सर्दियों की शुष्क हवाएं चेहरे की नमी को खत्म करने के साथ ढेरों समस्याएं ले कर आती हैं. जैसे पैची स्किन, हाथ पैरों का रफ होना, फटे होठों की समस्या, रैड नोज आदि. विंटर सीजन में ये सभी समस्याएं आप के लिए परेशानी लेकर आती हैं.

लेकिन कहते हैं न कि जब समस्या आती है तो उस के सौल्यूशन भी होते हैं. यहां हम आप को ऐसे उपाय बता रहे हैं जिस से आप सर्दियों में अपनी स्किन की बेहतर केयर कर सकती हैं.

ड्राई व पैची स्किन

अगर स्किन ड्राई हो कर पपड़ी निकलने लगे तो चेहरे की सारी सुंदरता फीकी पड़ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि आप माइल्ड मौइश्चराइजिंग क्लींजर्स का यूज करें क्योंकि ये स्किन को ड्राई बनाए बिना डैड सैल्स को रिमूव करता है. साथ ही स्किन में मौइश्चर को बनाए रखने के लिए आप रैगुलर सीरम व फेस क्रीम लगाने के बाद humectants, जैसे Hyaluronic ऐसिड, अप्लाई करें. फिर रात में हाइड्रेटिड नाइट क्रीम लगाना न भूलें.

 

इस के लिए नायका रिकमैंड करता है कि आप

03 + डीप कंसर्न 1 हाइड्रेटिंग मौइश्चर क्लींजर ड्राई कौंबिनेशन स्किन,

इट्स स्किन Hyaluronic ऐसिड मौइश्चर इमलशन,

इट्स स्किन केवियर डबल इफैक्ट क्रीम

का इस्तेमाल कर सकती हैं.

हाथ पैरों का रफ होना

चेहरे के मुकाबले हाथ व ऐड़ियों में कम औयल ग्लैंड्स होते हैं, जिसकी वजह से सर्दियों में ड्राईनेस की समस्या आती है. जिस के समाधान के लिए आप नौर्मल मौइश्चराइजर के साथ हाइड्रेटिड क्रीम हाथ व पैरों पर अप्लाई करें. और सोने से पहले हाथों व पैरों को ग्लव्स व मोजों से कवर करें. समय समय पर मैनीक्योर पैडीक्योर आप के हाथ पैरों को स्मूद व खूबसूरत बनाने का काम करेगा.

 

इस के लिए नायका का सुझाव है कि आप

नायका हैंड ऐंड नेल क्रीम,

इननीसफ्री स्पैशल केयर मास्क-हैंड,

इननीसफ्री स्पेशल केयर मास्क – फुट

का प्रयोग करें.

फटे होठों की समस्या

सर्दियों में होंठों के फटने की समस्या आम होती है. ऐसे में कारगर तरीका है कि आप नारियल के तेल में चीनी मिला कर स्क्रब तैयार करें. फिर उन्हें होंठों पर हलके हाथों से रगड़ें. इस से ड्राइनैस दूर होने के साथसाथ डैड स्किन सैल्स रिमूव होते हैं. इसके अलावा आप होठों पर शहद लगाने के बाद वैसलीन भी लगायें. इसे 10 मिनट के बाद साफ कर होठों पर अपना पसंदीदा लिपबाम लगा कर पाएं सौफ्ट सौफ्ट लिप्स.

 

इस के लिए नायका का कहना है कि आप

वैसलीन औरिजनल प्यौर स्किन जैली,

बिलिसैंट केक फ्रोस्टिंग लिप स्क्रब,

मैबलीन न्यूयार्क बेबी लिप कलर बाम

का प्रयोग करें.

रैड नोज

सर्दियों में नाक लाल दिखने लगती है जो अजीब लगने के साथ हमें परेशान भी करती है. ऐसी स्थिति में आप अपनी नाक पर क्लीयर लिप बाम लगाएं. ये सुपर मौइश्चराइजर का काम करेगा.

इस के लिए नायका आप को

पलमीर कोको बटर फार्मूला लिप बाम एसपीएफ 15,

जोनसन बेबी औयल विद विटामिन ई

को यूज करने की सलाह देता है.

हर समय ड्राई स्किन

सर्दियों में स्किन की नमी का गायब होना आम है. और जब आप की स्किन पहले से ड्राई हो तो यह समस्या और बढ़ जाती है. इस के लिए आप सब से पहले जोजोबा बैस्ड ऐक्सकोलिऐंट से स्किन की पपड़ी को हटाएं फिर चेहरे पर न्यूट्रीटेंट रिच सीरम अप्लाई करें. फिर उस पर रिच फेस मौइश्चराइजर लगाएं. आखिर में फैशियल औयल लगाना न भूलें. इस से स्किन की ड्राईनैस दूर हो कर वे सौफ्ट दिखने लगती है.

 

इस के लिए नायका बताता है कि आप

जोव्स जोजोबा ऐंड नीम फेस स्क्रब,

द बौडी शौप विटामिन ई इंटैंस मौइश्चर क्रीम,

कामा आयुर्वेदिक ज्वैलिनी Retexturising स्किन ट्रीटमैंट औयल

इस्तेमाल करें.

कुहनी व ऐड़ियों का काला पड़ना

जब कुहनी व ऐड़ियों पर डैड स्किन जमा हो जाती है तो वह काली दिखने के साथ साथ खुरदरी भी लगने लगती है. इस से निजात पाने के लिए आप केले के छिलके से प्रभावित जगह को रगड़ें. फिर आप ऐसी क्रीम इस्तेमाल करें जिस में ग्लिसरोल, लैनोलिन और सनफ्लावर सीड औयल हो. इस से स्किन सौफ्ट रहती है. आप नहाने के बाद विटामिन ई के औयल से भी मसाज कर सकती हैं. इस से ड्राई स्किन सौफ्ट होती है.

 

इस के लिए नायका रिकमैंड करता है कि आप

वादी हर्बल्स एल्बो-फुट-नी स्क्रब सोप,

एवने ट्रिक्सेरा+एमोलिएंट क्रीम,

नेचर्स तत्वा प्योर एंड कोल्ड प्रेस्ड विटामिन ई औयल

का प्रयोग करें.

सौंदर्य से संबंधित अधिक जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें और नायका ब्यूटीबुक पर जाएं.

स्टफ्ड मावा लड्डू

स्टफ्ड मावा लड्डू

– 1 कप खोया या मावा

– 1/2 कप पाउडर शुगर

– 1/2 बड़ा चम्मच घी

– 1/4 कप मिक्स्ड ड्राईफूट्स

– 4 बड़े चम्मच नारियल कद्दूकस किया

– थोड़ा सा पिस्ता.

विधि

– एक नौनस्टिक पैन में घी गरम कर मावा डाल कर 2 मिनट चलाएं.

– फिर उस में चीनी डाल कर मिलाते हुए आंच से हटा कर ठंडा होने के लिए रख दें.

– इस के बाद हाथ में घी लगा कर इस मिक्स्चर से स्मूद बौल्स बनाएं.

– उन्हें हलका सपाट कर के बीच में गहरा कर ड्राइफूट्स भर कर इन के किनारों को बंद कर पुन: स्मूद बौल्स बनाएं.

– फिर पिस्ते व नारियल में लपेट कर थोड़ी देर सैट होने के लिए रखें और फिर सर्व करें.

इस रंग से बढ़ाएं घर की शोभा

मौसम कोई भी हो, घर की सजावट में उत्साह, उमंग, मौज-मस्ती लाता है वहीं ये चाहत भी जगाता है कि इस बार आप अपने घर को कुछ यूं सजाएं कि सब देखते रह जाएं. अगर आप घर को एक अलग लुक में सजाना चाहती हैं तो आइए इसके लिए कुछ टिप्स बताते हैं.

–  डीप नीले रंग से घर को सजाएं. नीला रंग हर मौसम की शान है. यह प्यारा रंग दिवारों में चमक भर देता है. चाहे यह ब्राइट रंग का हो या फिर फीके रंग का, यह हर मौसम में पसंद किया जाता है.

–  खूबसूरत रंग जहां घरों के कमरों की रौनक बढ़ाने का काम करते हैं वहीं पर मन में खुशी और शांति का एहसास भी दिलाते हैं. अगर  दीवारों पर लाइट कलर्स का इस्तेमाल करती हैं तो आप ब्लू कलर्स के छोटा व बडा जार को रख सकती हैं.

–  आजकल होम डेकोरेशन में दीवार पर कांच की प्लेट्स से सजाने का खूब चलन है और ये खूबसूरत भी लगती हैं. बेड रूम में ब्लू की बेडशीट का प्रयोग भी बेस्ट रहता है.

अब घर बैठे पता करें गर्भ में पल रहे बच्चे की धड़कन

मां बनने का एहसास बेहद खास होता है. 9 महीने तक अपने एक अंग की तरह बच्चे को आप पालती हैं. उसका ख्याल रखती हैं. ये वक्त जच्चा और बच्चा दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. इस वक्त को और ज्यादा खास बनाने के लिए हम आपको एक खास जानकरी देने वाले हैं. अब महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की दिल की धड़कन घर बैठे ही नाप सकेंगी.

ब्रिटेन की एक युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस सेंसर की खोज की है. इस सेंसर की मदद से गर्भावस्था के दौरान जन्मजात विकारों का भी पता लगाया जा सकता है. इसके अलावा प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं और समयपूर्व प्रसव की आशंका के चलते होने वाली परेशानियों के तुरंत इलाज की जरूरत का पता लगाया जा सकता है.

ये तकनीक उन महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद हैं जो गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, प्रीक्लैम्प्सिया और खून में शर्करा की अधिक मात्रा से पीड़ित होती हैं. इस तरह की परेशानियों से गुजर रही गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर नियमित तौर पर चिकित्सीय निगरानी की जरूरत होती है.

मौजूदा समय में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से जूझ रही गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे की धड़कन की जांच कराने के लिए अस्पताल जाना पड़ता है. लेकिन इस नई तकनीक से महिलाएं घर बैठे गर्भ में पल रहे बच्चे की धड़कन नाप सकेंगी.

आयरन की शक्ति से जीवन को बनाएं स्वस्थ

अकसर देखा जाता है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को ले कर सतर्क नहीं रहतीं. कारण कभी प्रोफैशनल लाइफ में आगे बढ़ने की होड़ तो कभी घर के कामों को जल्दी निबटाने की जरूरत. सभी कामों को सही समय पर करने के चक्कर में वे अपना ध्यान रखना ही भूल जाती हैं. कभी इन का ब्रेकफास्ट स्किप होता है तो कभी लंच.

अगर ऐसा कभीकभी हो तो ठीक है लेकिन ऐसी रूटीन हमेशा फौलो करने पर कुछ दिनों में ही थकान महसूस होने लगती है. धीरेधीरे यह थकान कमजोरी का रूप ले लेती है. कई बार तो महिलाओं को यह समझ में ही नहीं आता कि ऐसा हो क्यों रहा है. उन्हें लगता है कि शायद ज्यादा काम करने की वजह से थकान हो गई है. यहीं पर महिलाओं को सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि ये लक्षण आप के शरीर में आयरन की कमी को दर्शाते हैं. अगर इस के बाद भी महिलाएं लापरवाही करती हैं तो उन के शरीर में खून की कमी हो जाती है और वे एनीमिक हो जाती हैं. और जब शरीर में खून की कमी हो जाती है तो छोटीछोटी बीमारियां भी उन्हें अपनी चपेट में ले लेती हैं.

आयरन की कमी के साइड इफैक्ट्स

जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो महिलाओं का एनीमिया का शिकार होना आम बात है. रिसर्च में यह बात सामने आई है कि भारत की हर 3 महिलाओं में एक एनीमिया से ग्रसित होती है. आकड़ों के अनुसार एक और बात सामने आई है कि इन की उम्र 15 से 49 के बीच में होती है. साथ ही अगर कोई महिला एनीमिक है तो उस के बच्चे का एनीमिक होना स्वाभाविक है.

इस का कारण है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को ले कर लापरवाही करती हैं और सही डाइट नहीं लेती हैं जिस से उन्हें कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है. जरा सोचिए जहां तीन में एक महिला एनीमिक हो वहां फौलिक ऐसिड और आयरन सप्लिमैंट की कितनी जरूरत होगी.

इस मामले में वैज्ञानिकों का कहना है कि महिलाओं की शारीरिक बनावट पुरूषों की तुलना में कमजोर होती है. इसलिए पुरूषों की अपेक्षा इन्हें ज्यादा कमजोरी महसूस होती है. यही वह समय है जब इन को अपने ऊपर ध्यान देने की जरूरत होती है.

इस मामले में मुंबई की डा. मीता बाली, जो कि एक क्रेनियो थेरैपिस्ट हैं, का कहना है कि ऐसा अकसर होता है कि पहले शादी फिर बच्चा वाली प्रक्रिया में महिलाएं खुद की बजाय पूरा ध्यान बच्चों और पति पर ही देती हैं. यानी वे अपना ध्यान रखना ही भूल जाती हैं. पूरा फोकस बच्चों और पति पर हो जाता है. वे प्रैग्नैंसी के दौरान आयरन की दवाइयां तो लेती हैं लेकिन बच्चा होने के बाद इस बात को भूल जाती हैं कि बच्चे के साथसाथ उन्हें अपना भी ध्यान रखना है. ऐसे में अगर महिलाएं डाक्टर की सलाह से आयरन सप्लिमैंट का सेवन करती हैं तो उन्हें इस तरह की समस्या नहीं झेलनी पड़ती. डा. मीता का कहना है कि कुछ महिलाओं का ध्यान तब खुद पर जाता है जब वे एनीमिक हो चुकी होती हैं. जब थकान महसूस होती है तब उन्हें समझ में आता है कि उन के शरीर में कोई परेशानी है. वे अपनी बात परिवार वालों के साथ शेयर नहीं करतीं और अकेले काम करती रहती हैं. साथ ही इस का जिम्मेदार भी वे परिवार के लोगों को ही मान बैठती हैं. डा. मीता का मानना है कि महिलाओं को अपनी परेशानियां घरवालों के साथ शेयर करनी चाहिए. ऐसा करने से वे बीमारी से भी बच जाएंगी और परिवार वाले उन के कामों में हाथ भी बटा सकेंगे. महिलाओं को परिवार का खयाल रखने के साथ ही थोड़ा समय खुद के लिए भी निकालना चाहिए और साल में एक बार अपनी जांच जरूर करवानी चाहिए ताकि समय रहते यह पता लग जाए कि आप के शरीर में किन विटामिंस और मिनरल्स की कमी है. फिर आप उस हिसाब से सप्लिमैंट ले सकती हैं. ऐसा अगर आप छोटी उम्र से शुरू कर देती हैं तो 50 की उम्र में भी आप हैल्दी रह सकती हैं.

ऐसे नहीं होगी आयरन की कमी

अगर आप थोड़ा ध्यान खुद पर भी देंगी तो आप के शरीर में आयरन की कमी नहीं होगी. इस के लिए आप सब से पहले ऐसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें जिन में भरपूर मात्रा में आयरन हो. साथ ही डाक्टर की सलाह से आप आयरन की गोलियां भी ले सकती हैं. अकसर देखा जाता है कि लोग बीमारी से निबटने के लिए पूरी तरह से डाक्टर पर निर्भर हो जाते हैं और अपने स्तर पर कोशिश ही नहीं करते. आप भी शरीर में आयरन की भरपाई के लिए सिर्फ सप्लिमैंट पर निर्भर न हो कर नैचुरल चीजों का सेवन करें.

खाने में ऐसे पदार्थों को शामिल करें जिन को खाने से आयरन की कमी दूर हो सके. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, बथुआ, चोकरयुक्त आटा, मल्टीग्रेन आटा, चुकंदर, अनार, काबुली चना, अंकुरित अनाज, राजमा, संतरे का रस, सोयाबीन, हरी मूंग व मसूर दाल, सूखे मेवे, गुड़, अंगूर, अमरूद, अंडा और दूध, मेथी, रैड मीट, सरसों का साग, पालक, चौराई, मछली आदि अपनी डाइट में शामिल करें. साथ ही सप्लिमैंट में आप आयरन की कमी को दूर करने के लिए डाक्टर की सलाह से रुद्ब1शद्दद्गठ्ठ का भी उपयोग कर सकतीं हैं. शायद आप को पता भी हो कि आयरन की कमी से एनीमिया रोग हो जाता है. जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं हो पाता है. ये लाल रक्त कोशिकाएं ही दिमाग को ऊर्जा प्रदान करने का काम करती हैं.

गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन और फौलिक ऐसिड की जरूरत ज्यादा होती है, क्योंकि फौलिक ऐसिड नई कोशिकाओं को विकसित करने का काम करता है. साथ ही गर्भ में जब बच्चा पल रहा होता है तो उस के विकास में सहायक होता है. इसी पर बच्चे का दिमाग और स्पाइनल कौर्ड का विकास भी निर्भर होता है. साथ ही लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और एनीमिया से बचे रहने के लिए शरीर में इस का होना जरूरी है. यही नहीं फौलिक ऐसिड से महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर और कोलोन कैंसर का खतरा भी कम रहता है. आयरन और फौलिक ऐसिड की कमी को दूर करने के लिए जितनी हो सके उतनी मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें और फलों का सेवन करना चाहिए.

जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो हमारा मैटाबोलिज्म ठीक से काम नहीं करता है. नतीजतन, हमारे शरीर को भरपूर ऊर्जा नहीं मिल पाती. महिलाओं के शरीर को जब भरपूर मात्रा में ऊर्जा नहीं मिलती तो उन्हें थकान महसूस होती है. लेकिन उन्हें लगता है कि यह कामकाज और भागदौड़ की वजह से थकान हो रही है. इस के बावजूद वे अपने शरीर पर ध्यान नहीं देतीं. और जब तक उन्हें पता चलता है बहुत देर हो चुकी होती है. जो महिलाएं घर और बाहर दोनों जगह काम करती हैं उन के अंदर आयरन की कमी बाकी महिलाओं के मुकाबले ज्यादा पाई जाती है. क्योंकि कभीकभी उन्हें नाइट शिफ्ट में भी काम करना पड़ता है. नाइट शिफ्ट में काम करने के बाद जब वे घर आती हैं तो दिन में भी घर का काम करना पड़ता है. इस कारण इन के शरीर को भरपूर मात्रा में भोजन नहीं मिल पाता और शरीर कमजोर हो जाता है. महिलाएं सोचतीं हैं कि पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होना आम बात है लेकिन ऐसा नहीं है. ज्यादा ब्लीडिंग के कारण महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है. ऐसे में अगर आप डाक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमैंट जैसे रुद्ब1शद्दद्गठ्ठ का प्रयोग करती हैं तो भी आप के अंदर आयरन की कमी नहीं होगी. इस के अलावा शाकाहारी महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसा नहीं है कि आयरन की कमी सिर्फ ज्यादा उम्र की महिलाओं में होती है या सिर्फ 40 से 50 उम्र की महिलाएं ही इस के लक्षण महसूस करती हैं. यंग महिलाएं भी थक जाती हैं और उन के अंदर भी आयरन की कमी हो सकती है.

आयरन की कमी को दूर करने के लिए इन चीजों को डाइट में करें शामिल

आयरन की कमी को दूर करने के लिए आप भी अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जो इस के अच्छे स्रोत हैं. अपने खानपान में बदलाव ला कर भी आयरन की कमी को पूरा कर सकती हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, यह आप ने न जाने कितनी बार सुना होगा लेकिन शायद ही इसे फौलो किया हो. तो अब इसे अपनी डाइट में शामिल करने का सही समय आ गया है. इसे खाने से आप को भरपूर मात्रा में आयरन मिलेगा. इस के अलावा बींस, मटर, इमली, फलियां, चुकंदर, ब्रोकली, टमाटर, मशरूम भी खाने चाहिए. इन में से कुछ चीजें तो हर सीजन में बाजार में आसानी से मिल जाती हें, तो इन का सेवन कर आप खुद को हैल्दी रख सकती हैं.

आयरन के अन्य स्रोत

आयरन की कमी को दूर करने के लिए फलों और सब्जियों के अलावा कुछ पदार्थ हैं जिन्हें डाइट में शामिल करने से आयरन की भरपाई शरीर में तेजी से होगी. जैसे चिकन, रैड मीट, काबुली चने, सोयाबीन और साबूत अनाज इत्यादि. साथ ही अंडे, ब्रैड, मूंगफली, टूना फिश, गुड़, कद्दू के बीज और पोहा खाने से आप के अंदर आयरन की कमी नहीं होगी.

कब करें आयरन सप्लिमैंट का सेवन

आयरन की मात्रा न कम होनी चाहिए न ज्यादा. अगर आप के शरीर में आयरन की कमी ज्यादा हो गई है तो आप को डाक्टर की सलाह से आयरन सप्लिमैंट जैसे लीवोजिन लेना चाहिए. साथ ही सप्लिमैंट के साइड इफैक्ट्स से बचने के लिए अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए.

आयरन की कमी से होगी यह परेशानी

महिलाएं सब से ज्यादा इस समस्या से जूझ रहीं हैं. भारत में हर तीन में से एक महिला इस की चपेट में है. अगर आप के शरीर में आयरन की कमी होगी तो थकान के साथ आप कई अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हो सकती हैं. मसलन:

धड़कनों का तेज हो जाना

जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो धड़कनें तेज हो जाती है क्योंकि, आक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए दिल अधिक रक्त पंप करता है. इस कारण धड़कनें बढ़ जाती हैं. यही नहीं अगर आप के अंदर आयरन की कमी बहुत ज्यादा है तो हार्ट फेल होने के चांसेस भी बढ़ जाते हैं.

एनीमिया

जिन महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होती है वे जल्द ही एनीमिया की चपेट में आ जाती हैं. कारण है पीरियड्स में अधिक ब्लीडिंग और प्रैग्नैंसी. इस तरह की समस्या से बचने के लिए आयरन से भरपूर भोजन और सप्लिमैंट ले सकती हैं.

प्रैग्नैंसी में प्रौब्लम

जिन महिलाओं में प्रैग्नैंसी के समय आयरन की कमी होती है, उन के बच्चे पर इस का गहरा असर पड़ता है. उन का विकास ठीक से नहीं हो पाता है. साथ ही समय के पहले ही डिलिवरी भी हो सकती है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे आयरन सप्लिमैंट लेने के साथ खाने में भी ऐसी चीजों को शामिल करें जिन में आयरन की मात्रा भरपूर हो.

विटामिन सी है सहायक

अगर आप भी आयरन सप्लिमैंट लेती हैं तो इसे विटामिन सी के साथ लें. आप पहले विटामिन सी से भरपूर कोई फल या जूस पी लें. इस के बाद आयरन की सप्लिमैंट लें. ऐसा करने से आप का पेट ज्यादा ऐसिडिक हो जाएगा और ज्यादा से ज्यादा आयरन को अवशोषित करेगा. साथ ही आयरन सप्लिमैंट लेने के दौरान 1 घंटे पहले और बाद में चाय या कौफी का सेवन करने से बचें, क्योंकि ये पेय पदार्थ शरीर में आयरन के अवशोषण की गति को धीमा कर देते हैं.

बढ़ गई है आधार को पैन से लिंक करने की तारीख, ऐसे करें लिंक

आज के समय में दो सबसे ज्यादा महत्वपुर्ण पहचान के  दस्तावेज हैं एक आधार कार्ड और दूसरी पैन कार्ड. आज अगर आपके पास इनमें से एक भी दस्तावेज नहीं है तो आपको कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं, कई कामों में रुकावटें आ सकती हैं. पर आपके पास दोनों दस्तावेज हैं और ये आपस में लिंक नहीं हैं तो और भी ज्यादा परेशानी हो सकती है.

अब चूंकि लगभग सभी सरकारी चीजों को आधार से लिंक किया जा रहा है. ऐसे में पैन को आधार से लिंक ना करने पर आपका पैन कार्ड ब्लौक हो सकता है, जिसे दोबारा ऐक्टिव करना काफी मुश्किल होगा. इसके लिए जरूरी है कि आखिरी तारीख से पहले आप ये काम कर लें.

आप ग्राहकों के लिए एक अच्छी खबर है कि सेंट्रल बोर्ड औफ डायरेक्ट टैक्स ने पैन कार्ड को आधार से लिंक करने की समय सीमा को बढ़ा दी है. अब पैन को आधार से जोड़ने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2019 कर दी गई है.

जानकारों की माने तो अगर आपका आधार, पैन से लिंक नहीं है तो आप औनलाइन आयकर रिटर्न (ITR) फाइल नहीं कर पाएंगी. इसके अलावा आपका टैक्स रिटर्न फाइल भी नहीं कर सकेंगी. आपको बता दें कि पहले पैन को आधार से  लिंक करने की अंतिम तारीख पहले 30 जून 2018 थी जिसे अब बढ़ाकर 31 मार्च 2019 कर दिया गया है.

ऐसे करें आधार से पैन को लिंक

आप घर बैठे खुद से ये काम कर सकती हैं, इसके लिए आपको आयकर विभाग की वेबसाइट www.incometaxindiaefiling.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद जो अगला पेज खुलेगा उसपर बाईं ओर क्विक लिंक लिखा दिखेगा. उसके नीचे दूसरे नंबर पर आपको लिंक आधार का लिंक दिखेगा. यहां से आप अपने आधार को पैन से लिंक कर सकेंगी.

मोबाइल फोन से भी कर सकते हैं लिंक

मोबाइल फोन से आधार कार्ड और पैन को लिंक करने के लिए आपको मैसेज टाइप करना होगा UIDPAN<12 अंकों वाला आधार नंबर><10 अंकों वाला PAN नंबर>. फिर अपने रजिस्टर्ड फोन नंबर से इसे 567678 या 56161 पर भेज दें. इस तरह से अपने फोन से आप आधार को पैन से जोड़ सकेंगी.

ब्यूटी बिजनेस को नए आयाम देतीं फाल्गुनी

अब ऐसी महिलाएं दिखने लगी हैं, जिन्होंने कुछ नया करने के जनून में औरतों के प्रति समाज की सोच बदली है और कामयाबी के शिखर पर अपना परचम लहराते हुए अनेक लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है. हर रुकावट, हर बंदिश को झटक कर वे आगे बढ़ीं और दिखा दिया कि वे किसी माने में पुरुषों से कम नहीं हैं. ऐसी ही एक महिला हैं फाल्गुनी नायर.

बैंक की नौकरी छोड़ कर औनलाइन ब्यूटी और वैलनैस रिटेलर ‘नयका डौट कौम’ की स्थापना करने वाली फाल्गुनी के एक कदम आगे बढ़ाने से सफलता के तमाम दरवाजे उन के स्वागत में खुल गए. इच्छाशक्ति और ललक ने उन्हें बढ़ने की प्रेरणा दी और आज उन की कंपनी क्व300 करोड़ सालाना का व्यापार कर रही हैं. 3 सौ से ज्यादा लोगों को उन्होंने रोजगार भी दिया है.

पहचान बनाने का सपना

फाल्गुनी कहती हैं कि उन्होंने अहमदाबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट औफ मैनेजमैंट (आईआईएम) से पढ़ाई की और फिर कोटक महिंद्रा बैंक में बतौर प्रबंधन परामर्शदाता के पद पर कार्य करना शुरू किया. तरक्की हुई और वे इस कंपनी में मैनेजिंग डाइरैक्टर की पोस्ट तक पहुंच गईं. यह अच्छे ओहदे और अच्छी सैलरी वाली नौकरी थी, मगर फाल्गुनी का मन कुछ नया, कुछ अपना करने के लिए बेचैन था. उन की आंखों में अपनी पहचान बनाने का सपना था और एक दिन उन्होंने बैंक की नौकरी को अलविदा कह दिया.

मध्यवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली फाल्गुनी को नया बिजनैस शुरू करने के लिए परिवार से कोई बड़ी आर्थिक मदद नहीं मिल सकी. पर बिजनैस तो शुरू करना ही था. संसाधन और पैसे की तंगी के बावजूद फाल्गुनी ने वर्ष 2012 में ‘नयका डौट कौम’ की शुरुआत कर दी. उन्होंने बिजनैस की नींव तो रख दी थी, लेकिन बाजार में जगह बनाना भी आसान नहीं था, क्योंकि पहले से ही देसी और विदेशी कंपनियों का कब्जा था.

उन की हिम्मत की दाद देनी होगी कि उन्होंने उस फील्ड में अपने बिजनैस की नींव रखी, जहां पहले से ही भारत और विदेश के बड़ेबड़े ब्रैंड अपने पांव पसारे हुए थे. मगर इन सब की परवाह किए बगैर उन्होंने बाजार में अपनी जगह वैसे ही बनाई जैसे भीड़ वाली बस में सब को कुहनियों से खिसकाखिसका कर हम अपने लिए जगह बनाते हैं.

उन की कंपनी की तरक्की का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि आज आप अपने आसपास किसी भी ब्यूटी और वैलनैस प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने वाले शख्स से ‘नयका’ का नाम लें, तो वह उसे जरूर जानता होगा, जबकि 6 साल पहले तक ब्यूटी और वैलनैस प्रोडक्ट्स में ‘नयका’ शामिल तक नहीं था.

मशहूर हुआ नयका

आज ‘नयका’ अपने औनलाइन स्टोर्स पर 400 ब्रैंड्स के प्रोडक्ट्स बेचता है. इस की वैबसाइट पर लगभग 40 हजार प्रोडक्ट्स हैं. ‘नयका’ ने अपने पहले दौर की फंडिंग जून, 2014 में पूरी की थी. इस दौरान कंपनी ने भारतीय इनवैस्टर्स से करीब 32 लाख डौलर जुटाए थे. आज ब्यूटी रिटेलर ‘नयका’ के 9 स्टोर चल रहे हैं. इस की संस्थापक और सीईओ फाल्गुनी नायर के अनुसार जल्दी ही देश भर में उन की 10 और नए स्टोर खोलने की योजना है.

लंबे समय तक बैंक की नौकरी करने वाली 46 वर्षीय फाल्गुनी को आखिर ब्यूटी प्रोडक्ट्स के औनलाइन बिजनैस का शौक चर्राया कैसे? इस सवाल पर फाल्गुनी कहती हैं कि वे खुद बहुत ज्यादा सौंदर्य उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करती थीं. न ही वे विभिन्न ब्रैंडेड कंपनियों के उत्पादों को खरीदती थीं, मगर नए बिजनैस की योजना पर सोचविचार करते वक्त उन्होंने खूब सर्वे किया.

एक रोज एक मल्टी ब्रैंड ब्यूटी प्रोडक्ट स्टोर में घूमते वक्त उन को एक आइडिया आया. उन्होंने सोचा कि क्यों न वे एक ऐसा औनलाइन सिंगल स्टोर बनाएं, जहां सभी बड़े ब्रैंड का सामान एक ही जगह पर ग्राहक के लिए उपलब्ध हो ताकि उन के दामों और क्वालिटी को कंपेयर कर के आसानी से वन विंडो शौपिंग की जा सके. और बस यहीं से हुई ‘नयका डौट कौम’ की शुरुआत, जहां एक ही जगह पर कई ब्रैंड्स का सामान तमाम जानकारियों के साथ ग्राहकों के सामने होता है.

आज मल्टी ब्रैंड औनलाइन ब्यूटी रिटेलर ‘नयका’ भारत का अग्रणी कौस्मेटिक औनलाइन ब्रैंड बन चुका है. इस की वैबसाइट पर लगभग 40 हजार प्रोडक्ट्स हैं. दुनिया के टौप पर्सनल केयर ब्रैंड की ‘नयका’ के साथ रिटेल पार्टनरशिप है. हाल ही में नयका डौट कौम में टीवीएस कैपिटल ने भी 25 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इस के अलावा भी इस साल फाल्गुनी नायर ने निवेशकों से क्व60 करोड़ जुटाए हैं. इन निवेशकों में हाई नेटवर्थ व्यक्ति (एनएचआई), प्रवासी भारतीय (एनआरआई) और पारिवारिक लोग शामिल हैं.

औफलाइन स्टोर्स की योजना

फाल्गुनी नायर की पोर्टल से पिछले वर्ष औनलाइन शौपिंग बाजार में 40 करोड़ लोगों ने खरीदारी की, जिन की संख्या बढ़ कर आने वाले 2 वर्षों में 100 करोड़ के पार पहुंचने की संभावना है. फाल्गुनी जल्दी ही 2 औफलाइन स्टोर्स भी शुरू करने की योजना बना रही हैं.

फाल्गुनी फ्रांस की ब्यूटी रिटेलर सेफोरा और अमेरिका में उस के कारोबार से काफी प्रभावित हैं. वे कहती हैं कि मेरे विचार से सौंदर्य प्रसाधन के लिए बहुब्रैंड खुदरा कारोबार बिलकुल सही है. ब्रैंडों की विविधता वाले बाजार में ग्राहक अपने पसंद का सामान खरीदना चाहते हैं. एकल ब्रैंड स्टोर जाने पर उन के पास सीमित विकल्प मौजूद होते हैं. दूसरा, ई कौमर्स में मुझे काफी फरोसा है. 2012 में जब मैं ने निवेश बैंकिंग छोड़ी थी, तब ई कौमर्स का उदय हो रहा था. उस समय मुझे लगा कि यदि मैं सौंदर्य प्रसाधनों की औनलाइन बिक्री शुरू करूं तो वह कारोबार खड़ा करने का सब से बेहतर तरीका होगा. हमेशा हम ग्राहकों को समग्र समाधान मुहैया कराना चाहते हैं.

फाल्गुनी मानती हैं कि भारत में सौंदर्य के बारे में लोगों की सोच काफी संकुचित है क्योंकि वे इसे केवल मेकअप मानते हैं. लेकिन इस के तहत त्वचा की देखभाल, बालों की देखभाल, स्थान और वायुमंडल के स्वभाव को देखते हुए काफी उत्पाद आते हैं. पिछले 2 साल के दौरान फाल्गुनी के कारोबार ने काफी तरक्की की है. आज सौंदर्य प्रसाधन क्षेत्र की अधिकांश कंपनियों की कुल बिक्री का योगदान करीब 2 फीसदी है, जो अगले 2 वर्षों में बढ़ कर 10 फीसदी तक होने की उम्मीद है. ऐसे में अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील जैसे प्रतिस्पर्धियों के बावजूद दिग्गज व्यवसायी फाल्गुनी लगातार अपने कारोबार को बढ़ाने में जुटी हैं.

आड़े नहीं आई घरेलू जिंदगी

फाल्गुनी नायर की सफलता की राह में कभी उन की घरेलू जिंदगी बाधा नहीं बनीं. घर की जिम्मेदारियों और बच्चों की परवरिश के साथ काम की शुरुआत कभी फाल्गुनी को बोझ नहीं लगी. वे एक उत्साही, प्रतिभाशाली, सकारात्मक और दूरदृष्टि रखने वाली व्यवसायी हैं.

मुंबई में जन्मी फाल्गुनी के पिता बेयरिंग कंपनी के मालिक हैं. सच पूछें तो पिता से ही फाल्गुनी में व्यापार के गुण आए हैं. पिता के व्यवसाय को वह बचपन से देखती आई थीं. डायनिंग टेबल पर भी अकसर बिजनैस की बातें हुआ करती थीं. फाल्गुनी उन बातों को समझने और सीखने की कोशिश करती थीं. पिता के दिए टिप्स गहराई से उन के दिमाग में बस गए थे.

आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ाई के दौरान उन की मुलाकात दिल्ली के रहने वाले संजय नायर से हुई थी. पहली मुलाकात में ही दोनों एकदूसरे को पसंद करने लगे थे और जल्दी ही दोनों के बीच नजदीकियां भी बढ़ गईं. पढ़ाई के दौरान ही दोनों ने साथ जीवन बिताने का फैसला ले लिया.

फाल्गुनी और संजय ने वर्ष 1985 में एकसाथ स्नातक की उपाधि ली और मई 1987 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए. शादी से पहले फाल्गुनी का पूरा नाम फाल्गुनी मेहता था. कालेज में संजय प्यार से उन्हें ‘एफएम’ कह कर बुलाया करते थे. 1990 में उन्हें जुड़वां बच्चे हुए, एक बेटा और एक बेटी. फाल्गुनी की बेटी भी आज उन के बिजनैस में उन की सहायक हैं जबकि बेटा न्यूयौर्क में मौरगेन स्टैनली के साथ कार्यरत है.

इस बात में कोई दोराय नहीं है कि आज औरतें मर्दों से काफी आगे निकल रही हैं. फिर चाहे पढ़ाई हो या बिजनैस तमाम बंदिशों के बावजूद ऐसी बहुत सारी दमदार औरतें हैं, जिन्होंने अपने काम से समाज की सोच को बदला है.

आज कामयाबी के शिखर पर पहुंचने के बाद भी फाल्गुनी का मानना है कि यह अभी उन के कैरियर की शुरुआत ही है. वे कहती हैं, ‘‘हम किसी भी मुकाम पर पहुंच जाएं फिर भी मीलों का सफर बाकी ही रहता है.’’

इन 5 आसान उपायों से हटाएं ब्लैकहेड्स

क्‍या आपके चेहरे पर भी ब्‍लैकहेड हो गए हैं और आप काफी परेशान हैं. कई उपाय अपनाकर थक चुकी हैं पर ब्‍लैकहेड बार बार आपके चेहरे पर अपनी जगह बना लेता है. तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि , जिसमें सरसों के दानों से स्‍क्रबिंग की जाती है.

सरसों और मलाई

अपने चेहरे को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिये सरसों और मलाई का प्रयोग कीजिये. 1 चम्‍मच दूध की मलाई और 1 चम्‍मच राई लेकर अपने चेहरे पर 3-4 मिनट तक के लिये रगड़िये. जब आप अपना चेहरा धोएंगी तो आप पाएंगी की चेहरा गोरा हो गया होगा और ग्‍लो करने लग गया होगा.

सरसों, नींबू और शहद

इस स्‍क्रब से चेहरे के डेड सेल हटेंगे, ब्‍लैकहेड हटेंगे, जिससे मिलेगा ग्‍लो करता हुआ चेहरा. 1 चम्‍मच राई, 1 चम्‍मच शहद और 1 चम्‍मच नींबू का रस ले कर मिला लीजिये और 2-3 मिनट तक चेहरे पर रगडिये.

सरसों और एलो वेरा

मसटर्ड और एलोवेरा जेल चेहरे के लिये एक बहुत ही अच्‍छा कौम्‍बिनेशन है, जो चेहरे को साफ करता है और गंदगी को निकाल फेकता है. 1 चम्‍मच सरसों और 2 चम्‍मच एलोवेरा जेल मिला कर अपने चेहरे पर स्‍क्रब कीजिये.

सरसों और कार्नफ्लोर

1 चम्‍मच सरसों का दाना, 1 चम्‍मच पानी और 1 चम्‍मच कार्नफ्लोर मिलाइये और 3 मिनट तक के लिये रगडिये. अपने चेहरे को पानी से धो लीजिये और फिर देखिये अंतर.

सरसों और तेल

1 चम्‍मच सरसों लीजिये और 2 चम्‍मच बादाम या कोई अन्‍य तेल ले कर मिला लीजिये. इस मिक्‍सचर को अपने चेहरे पर पहले क्‍लाकवाइज घुमाइये और फिर एंटी क्‍लाकवाइज दिशा में रगड़िये. इसको 3 से 4 बार करने के बाद चेहरे को पानी से धो लीजिये. ब्‍लैकहेड गायब हो जाएंगे.

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