बचाना है टैक्स तो इस योजना में आप भी करें निवेश

टैक्स बचाने के लिए आमतौर पर लोग एक वित्त वर्ष के दौरान तरह-तरह के निवेश विकल्पों का चयन करते हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो वित्त वर्ष के आखिरी महीनों में हड़बड़ाहट में आकर टैक्स बचाने के लिए बिना जांचे परखे निवेश कर बैठते हैं. ऐसा करने से उन्हें छोटी अवधि में तो टैक्स बचत का फायदा मिल जाता है, लेकिन उन्हें बाद में परेशानी का सामना भी करना पड़ जाता है. निवेशकों को ऐसा करने से बचना चाहिए.

एक वित्त वर्ष के दौरान टैक्स बचत का फायदा तभी मिलता है जब आप 31 मार्च से पहले किसी टैक्स सेविंग पौलिसी में निवेश करती हैं. ऐसे में जब वित्त वर्ष 2017-18 खत्म होने में एक महीने का ही समय बचा है, हम आपको अपनी इस खबर में एक ऐसी सरकारी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि टैक्स सेविंग में आपकी मदद कर सकती हैं.

आयकर की धारा 80सी के अंतर्गत सिर्फ 1.50 लाख तक की छूट का ही प्रावधान है, लेकिन अगर आप 80सी के अलावा अतिरिक्त टैक्स छूट का फायदा उठाना चाहती हैं तो सरकार की एक स्कीम आपके लिए काफी बेहतर साबित हो सकती है और उसका नाम है नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस). हम अपनी खबर में आपको इससे जुड़ी हर छोटी बड़ी बात बताने की कोशिश करेंगे.

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क्या है मकसद: सरकार ने नेशनल पेंशन स्कीम को ईईटी के तहत रखा है. जिसमें आखिर में मिलने वाले पैसे पर आपके स्लैब के हिसाब से इनकम टैक्स लगता है. यह योजना 1 जनवरी 2004 को लौन्च की गई थी. इस योजना का मकसद समाज के हर तबके के लोगों को बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा मुहैया कराना है. इससे आप छोटी-छोटी बचत कर जीवन की दूसरी पारी के लिए पैसा जमा कर सकती हैं.

क्या है एनपीएस: पेंशन फंड रेगुलेटरी अथौरिटी ने 18 से 65 साल के लोगों के लिए रिटायरमेंट के बाद की आय की व्यवस्था के लिए ये स्कीम लौन्च की है. इसमें बचत सालों तक लौक इन रहती है. बाद में आपको एन्युटी खरीदने के लिए 80 फीसदी रकम का उपयोग करना होता. एन्युटी मतलब रिटायरमेंट तक इकट्ठा हुई रकम का निवेश करने वाले को नियमित अंतराल से पेमेंट.

अकाउंट के प्रकार

टियर वन अकाउंट: इस अकाउंट से पैसा नहीं निकाला जा सकता है. इसको 500 रुपए या ज्यादा रकम से खुलवाया जा सकता है. आपको सालाना कम से कम 6000 का बेलेंस रखना होता है.

टियर टू अकाउंट: टियर टू अकाउंट स्वैच्छिक अकाउंट होता है. ये टियर वन अकाउंट होने पर ही खुलता है. इसको कम से कम 1,000 के डिपौजिट से खोलना होता है. इसके बाद इसमें कम से कम 250 रुपए का निवेश किया जा सकता है. इस अकाउंट में सालाना 2,000 का बैलेंस होना जरूरी है.

क्या हैं फायदे

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टैक्स की बचत: सरकार ने पिछले बजट में एनपीएस के लिए सेक्शन 80सीसीडी के तहत 50 हजार सालाना अतिरिक्त टैक्स छूट का प्रावधान किया है. ये छूट 80सी के तहत मिलने वाली 1.5 लाख की छूट के अतिरिक्त होगी. मतलब आप 2 लाख तक टैक्स छूट का फायदा उठा सकती हैं.

पोर्टेबल: निवेश करने वाले एक परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर मिलता है जो जगह और नौकरी बदलने पर भी नहीं बदलता है.

नियामक की नजर: एनपीएस का रेगुलेटर पीएफआरडीए है. इसमें एनपीएस ट्रस्ट फंड मैनेजरों की परफौरमेंस को देखता है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो.

लचीलापन: आप शेयरों (50 फीसदी तक), कौरपोरेट डेट और सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश का विकल्प मिलता है. आप पेंशन फंड मैनेजर्स को भी चुन सकती हैं.

कंपनी का योगदान: आपकी कंपनी सैलरी का 10 फीसदी एनपीएस में सहयोग दे सकती है. इस निवेश में 80 सी के अलावा 80 सीसीडी (2) के तहत टैक्स छूट मिलती है.

नेशनल पेंशन स्कीम का मकसद बूढ़े होने पर लोगों की आय को सुनिश्चित करना होता है जिसमें बाजार के रिटर्न भी शामिल हैं. इन 2 वजहों से ही एनपीएस रिटायरमेंट का पैसा जुटाने की अच्छी स्कीम है.

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खुल कर बोलो देश सुधारो

गोवा के टाउन ऐंड कंट्री प्लानिंग मिनिस्टर विजय सरदेसाई ने  कहा है कि उत्तर भारतीय पर्यटक गोवा आ कर उसे गुरुग्राम जैसा गंदा बनाने की पूरी कोशिश करते हैं. वे सड़क पर कूड़ा फेंकते हैं, समुद्री तटों को गंदा करते हैं, बस में खड़े हो कर पेशाब तक कर डालते हैं.

16 लाख की आबादी वाले गोवा में 65 लाख यात्री सैर करने आते हैं. ये यात्री पूरी तरह से बिगड़ैल और असभ्य ही होते हैं और इन्हें गोवा को दूसरे राज्यों की तरह गंदा करने से कोई परहेज नहीं है.

नरेंद्र मोदी की 4 साल की स्वच्छ भारत कैंपेन को इस से अच्छा सर्टिफिकेट मिलना कठिन है, जब उन की ही पार्टी का एक मंत्री उन्हीं के नारों को खोखला बनाए. दरअसल, हमारे पूरे देश में सिविक सैंस की भारी कमी है और उस का कारण यह है कि हमारे नीतिनिर्धारक, शिक्षित, अमीर, सभ्य साफ कालोनियों में रहने वाले दूसरों को जानवर और गंवार समझते हैं.

हमारे यहां सफाई की जिम्मेदारी हमेशा दूसरों की रही है. सफाई की हजार चीजें उपलब्ध हों पर यहां बिकती झाड़ुएं ही हैं, क्योंकि अगर महंगी मशीनें अनपढ़ों को दे भी दी जाएं तो वे 4 दिन में ही खराब हो एंगी. चूंकि पढ़ेलिखों को झाड़ू नहीं चलानी आती, इसलिए बहुत थोड़े से घरों में वैक्यूम क्लीनर दिखेंगे.

सफाई का एक कल्चर होता है पर हमारे यहां तो कल्चर यह है कि सफाई करने वाला खुद गंदा रहे. अच्छे वेतन वाले सफाई कर्मचारी को साफसुथरा देख कर हमारे यहां आंखें चौड़ी कर ली जाती हैं. हमारे यहां सफाई रखना वर्ग विशेष का काम है, बाइयों का काम है. इसीलिए सारा देश गंदा रहता है. हम खुद साफ न करेंगे तो इस की महत्ता समझ न पाएंगे.

गोवा कई दशकों तक पुर्तगाली शासन में रहा जहां उन्होंने हरेक को बराबर का समझा और नतीजा यह है कि वहां की प्रति व्यक्ति आय भी अच्छी है और सफाई के प्रति हर जने की अवधारणा भी. और इलाकों से आने वाले भारतीय पर्यटक यह समझ नहीं पाते.

साफसफाई उत्पादकता बढ़ाती है, यह भेदभाव कम करती है, बीमारियां कम करती है, पर हमारे यहां घरों से ले कर नौर्थ ब्लौक (जहां केंद्र सरकार के कार्यालय हैं) तक सभी एकसमान गंदे हैं. डिगरी का फर्क हो सकता है पर मूलतया सफाई की जिम्मेदारी हमेशा किसी और की होती है.

गोवा के मंत्री का गुस्सा वाजिब है. उन के बयान पर थोड़ा हल्ला मचा है पर जब तक लोग खुल कर न बोलेंगे, देश सुधर नहीं सकता.

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यह कैसा कानून : सरकारी कानून अब हो रहे हैं जानलेवा

सरकारी कानून किस तरह जानलेवा से होते हैं इस का एक मजेदार उदाहरण है सार्वजनिक वितरण योजना के अंतर्गत कानून में अपराध. इस योजना में मिट्टी का तेल राशन कार्ड पर दिया जाता है और दुकानदार को उस का लेखाजोखा रखना पड़ता है कि कितना तेल उसे अलौट हुआ, कितना बाकी है, कितना बेचा. इस कानून में भी ज्यादा तेल रखने पर जुरमाने और सजा का प्रावधान है. दुकानदार सजा के डर के बावजूद पैसे कमाने के लिए काम करते ही हैं.

इस में कुछ राशन कार्ड वालों को कम तेल दे कर या न दे कर बाकी ज्यादा दाम पर बेच दिया जाता है. यह गुनाह है पर केवल आर्थिक, कोई अनैतिक नहीं. पर सरकारी इंस्पैक्टर आतंक तो गब्बर सिंह का आतंक है.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक दुकानदार के यहां इंस्पैक्टर ने कुछ ज्यादा कैरोसिन पकड़ लिया और मुकदमा जड़ दिया. यदि तभी लेदे कर फैसला कर लिया जाता तो बात दूसरी होती पर लगता है दुकानदार ने केस लड़ने का फैसला किया. यह कब हुआ? 2 सितंबर, 1988 को. इस का अंतिम निर्णय कब हुआ? जनवरी 2018 में.

पहले कोर्ट और अपील कोर्ट ने इस दुकानदार को 3 माह की सजा दे डाली, महज 187 लिटर अतिरिक्त तेल रखने पर. जिस देश में हत्यारे और बलात्कारी गलीगली घूमते हैं, जहां बाबास्वामी लूटते हैं और भगवा दल निहत्थों को धमकाते हैं, वहां 187 लिटर मिट्टी का तेल अतिरिक्त रखने का मामला सुप्रीम कोर्ट में 30 साल तक चला. तब तक दुकानदार 89 वर्ष का हो गया.

सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर राहत दी पर गुनाह से नहीं. वह 89 वर्ष का है. अत: 3 माह की जेल काटना गलत होगा. एक लोकतांत्रिक देश की न्यायपालिका इस तरह आतंकवादी इंस्पैक्टरों का साथ दे सकती है और निरर्थक, अनावश्यक व रिश्वत के कुएं खोदने वाले कानूनों का समर्थन कर सकती है यह आश्चर्य की बात है. तेल की कालाबाजारी न हो यह सही है पर इस में उस दुकानदार का लाइसैंस कैंसल करना काफी होगा ताकि वह और लूट न मचा सके. उसे जबरन वर्षों बाद जेल भेजने की पेशकश करना और सरकार का अपीलों में अपने वकील खड़ा करना एक नागरिक के जीने के अधिकार को छीनना है.

मिट्टी का तेल न सोना है न शराब या अफीम कि उस से समाज में जहर फैलता हो. व्यापार की ऊंचनीच पर इस तरह का संगीन अपराध लगना जनता के साथ खिलवाड़ है.

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वीडियो : रणवीर को आई इस एक्ट्रैस की याद, कहा लौट आओ वापस

बौलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण के रिश्ते से हर कोई वाकिफ हैं. दीपिका रणवीर के दिल के काफी करीब हैं. वो दोनों अक्सर ही साथ दिख जाते हैं लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि रणवीर को दीपिका नहीं बल्कि बौलीवुड की देसीगर्ल यानी प्रियंका चौपड़ा की याद आ रही है. प्रियंका ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें रणवीर प्रियंका से बोलते हैं कि अब वह लौट आएं.

तो आपको बता दें कि इसके पीछे का कारण दीपिका व रणवीर के रिश्तें नहीं बल्कि रणवीर और प्रियंका की दोस्ती है. दरअसल, बात यह है कि प्रियंका रणवीर की काफी अच्छी दोस्त हैं और वो पिछले काफी समय से बौलीवुड से दूर हैं और अपने हौलीवुड प्रोजेक्ट्स में काफी व्यस्त हैं. जिसकी वजह से प्रियंका को कई स्टार्स भी मिस करते हैं और रणवीर सिंह भी उन्हें मिस कर रहे हैं. वह प्रियंका को एक बार फिर से बौलीवुड फिल्मों में काम करते हुए देखना चाहते हैं, इसलिए वह प्रियंका को बौलीवुड में वापस लौटने को कह रहे हैं.

रणवीर की इस बात पर प्रियंका कहती हैं कि, ऐसा होने वाला है रणवीर. प्रियंका के इस जवाब से यह तो साफ हो गया है कि अब एक बार फिर प्रियका बौलीवुड में नजर आने वाली हैं. आपको बता दें कि कुछ समय पहले खबरें आईं थीं कि फिल्म एतराज के फिल्म निर्माता इस फिल्म का सिक्वल बनाने जा रहे हैं, जिसके लिए वह प्रियंका को एप्रोच कर रहे हैं.

इस दौरान सोशल मीडिया पर बात करते हुए रणवीर सिंह ने प्रियंका को यह भी बताया कि उन्होंने इंटरनेशनल वुमेन्ड डे पर स्कर्ट पहनी क्योंकि उनकी फिल्म ‘गली ब्वौय’ की निर्माता जोया अख्तर ने सबको सेट पर स्कर्ट पहन कर आने के लिए कहा था. रणवीर ने बताया कि सेट पर सभी लड़के, टीम के लोग स्कर्ट पहन कर आए थे.

वहीं प्रिंयका की बात करें तो उनका अमेरिकन टीवी सीरीज ‘क्वांटिको’ अप्रैल से ही औन एयर होने वाला है. वहीं वह जल्द ही ‘ए ब्वौय लाइक जेक’ और ‘इजंट इट रोमेंटिक’ फिल्म में नजर आएंगी. प्रियंका फिलहाल आजकल क्वांटिको की तीसरी सीरीज की शूटिंग कर रही हैं.

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फिल्म “धड़क” के सेट से जाह्नवी कपूर का वीडियो हुआ वायरल

ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर इन दिनों फिल्म धड़क के शूट में व्यस्त चल रहे हैं. इसी दौरान फिल्म के सेट से एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दोनो अपनी टीम के साथ टाइम स्पेंड करते दिख रहे हैं. आपको बता दें कि जाह्नवी की मां श्रीदेवी की मौत के बाद फिल्म की शूटिंग रोक दी गई थी क्योंकि जाह्नवी को जाना पड़ा था.

हाल ही में फिल्म के लिए जाह्नवी वापस आ गई हैं और शूटिंग शुरु हो गई है. फिल्म धड़क के लिए ईशान खट्टर और जाह्नवी दोनो काफी मेहनत कर रहे हैं और फिल्म को अच्छा बनाने में लगे हुए हैं. इस वीडियो में दोनों काफी थके हुए भी लग रहे हैं. पीले रंग के ड्रेस में जाह्नवी खूबसूरत लग रही हैं तो वहीं ईशान खट्टर नीले रंग का कोट पहने हुए हैं.

इस वीडियो को जिस किसी ने भी वायरल किया है उसने इस वीडियो को ईशान खट्टर टीम का नाम दिया है. इस वीडियो में जाह्नवी कपूर तो बातें कर रही हैं और बीच बीच में हंस भी रही हैं पर ईशान किसी गहरी सोच में डूबे हुए है और सोचते ही जा रहे हैं. फिल्म की बात की जाए तो ये फिल्म धड़क एक मराठी सुपरहिट फिल्म सैराट की रीमेक है जो कि काफी बड़ी हिट थी.

जाह्नवी कपूर को मां की मौत के बाद काफी दुख में देखा गया था. आपको बता दें कि श्रीदेवी की लाडली बेटी जाह्नवी कपूर मां की मौत के बाद काफी डिप्रेशन में थी.

श्रीदेवी एक शादी अटेंड करने के लिए दुबई गई थीं जहां पर होटल मे उनकी मौत हो गई थी. आपको बता दें कि जाह्नवी उसके बाद से 13 दिनों के बाद वापस लौटी है और काम पर ध्यान दे रही हैं. श्रीदेवी की अचानक मौत होने के बाद कई तरह के सवाल लोंगो के मन में चल रहे थे जिसकी जांच अभी की जा रही है

ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर की इस फिल्म के अपने फिल्मी सफर की शुरुआत कर रहे हैं और अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश कर रहे हैं. आपको बता दें कि ईशान खट्टर एक्टर शाहिद कपूर के भाई हैं. फिल्म धड़क करण जौहर के प्रोडक्शन में बन रही है और दोनो की पहली फिल्म होने के कारण लोगों को इस फिल्म से काफी उम्मीदे भी है. फिल्म की औफिसियल रिलीज की घोषणा तो अभी नहीं हुई है पर फिल्म को इसी साल 30 जुलाई तक रिलीज करने की बात चल रही है.

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बड़ों से ज्यादा बच्चों में होता है इयर इन्फेक्शन

इयर इन्फेक्शन की वजह से आपको भविष्य में कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसकी वजह से कान में दर्द भी बना रहता है साथ ही बहरेपन का खतरा भी 30 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. कान में होने वाला इन्फेक्शन या संक्रमण बैक्टेरिया और वायरस के कारण होता है. यह समस्या बड़ों से ज्यादा बच्चों में होती है. इसलिए हमें बच्चों के प्रति एस समस्या को लेकर ज्यादा सचेत होने की आवश्यकता है.

इयर इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं जैसे फूड एलर्जी, वैक्स का बनना या पर्यावरण में होने वाला बदलाव. कई बार पोषण की कमी या चोट लगने के कारण भी कान में संक्रमण हो सकता है. ज्यादातर मामलों में यह घर पर ही ट्रीट किया जा सकता है. अगर किसी को भी कान में संक्रमण की शिकायत हो तो वह इन टिप्स का इस्तेमाल कर इससे राहत पा सकता है. इससे जल्दी ही कानों के दर्द से निजात मिल सकता है.

हीट का इस्तेमाल

कानों में संक्रमण की वजह से होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए कानों की सिंकाई भी की जा सकती है. आप एक सूती कपड़े को हल्का गर्म करके कुछ देर के लिए कानों पर रखें. इससे दर्द से राहत मिलता है.

ज्यादा से ज्यादा आराम

ज्यादा से ज्यादा आराम करने की कोशिश करें. यह संक्रमण से लड़ने में शरीर की मदद करता है.

गर्म तेल का इस्तेमाल

अगर कान से किसी तरह का तरल पदार्थ बाहर नहीं आ रहा हो तो आप गर्म तेल से कान का मसाज भी कर सकते हैं. इससे दर्द से राहत मिलती है.

ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लें

कानों में संक्रमण हो जाने पर ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ लेने चाहिए. इससे दर्द कम हो जाता है और इन्फेक्शन के जल्दी ठीक हो जाने की संभावना रहती है.

पेन किलर व इयरड्रौप्स का करें इस्तेमाल

कान में संक्रमण की वजह से होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए एंटी-इन्फ्लेमेट्री दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. एस्पिरिन का इस्तेमाल करने से परहेज करें. कानों में संक्रमण के लिए पेन किलर्स का इस्तेमाल करने से पहले डौक्टर से परामर्श अवश्य लें.

कानों के दर्द के लिए इयर ड्रौप का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इसके लिए पहले डौक्टर्स से सलाह जरूर लें.

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इन ब्यूटी टिप्स को अपनाएं और पाएं दमकती त्वचा

सुन्दर दिखना हर किसी की दिली चाहत होती है, लेकिन इसके लिए ये जरूरी नहीं है कि आप सुंदर दिखने के लिए मंहगे उत्पाद का उपयोग करें या ब्यूटी पार्लर का रुख करें. चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने और इसे बरकरार रखने के लिए जरूरी है कि आप इसका खास ख्याल रखें. आइए जानते है कुछ आसान उपाय जो चेहरे की खूबसूरती बरकरार रखने में आपकी मदद करते है.

पपीता

आपके चेहरे कि डेड हो चुकी स्किन को फिर से जान, मुलायम और चमक लाने के लिए पपीता बहुत ही कारगर साबित हो सकता है. क्योकि पपीते में पपेन नाम का एंजाइम पाया जाता है, जो नेचुरल यानि प्राकृतिक तरीके से मृत हो चुकी त्वचा की परत को हटाता है.

शहद और नींबू

शहद में नींबू के रस की दो चार बूंदे डाल कर अपने चेहरे पर लगाएं और 5 मिनट बाद धो लें. अपने एंटी-बैक्टीरियल गुण से आपकी त्वचा को मुलायम बनाने का काम करता है. जबकि साइट्रिक एसिड युक्त नींबू आपकी त्वचा को चमकाने यानि फिर से गोरापन बनाने का काम करता है.

चन्दन, बेसन और दूध का उबटन

अपनी त्वचा को फिर चमकाने और उसे फिर से गोरा करने के लिए हल्दी, चन्दन, बेसन और दूध के मिश्रण से उबटन तैयार करें. और इसका इस्तेमाल सप्ताह में कम से कम तीन से चार बार अवश्य करें. चन्दन और हल्दी में मौजूद एंटी औक्सीडेंट गुण त्वचा में कसावट लाते हैं और बेसन से आपकी त्वचा को प्रोटीन मिलता है. जबकि दूध से त्वचा में गोरापन और निखार आता है.

सोने से पहले मेकअप को अच्छे से हटा दें

हमेशा इस बात का ध्यान रखे कि रात को सोने से पहले अपने मेकअप को अच्छे से हटा दें. क्योंकि आपकी स्किन को भी सांस लेने कि जरुरत होती है जो कि आपके भारी मेकअप के कारण काफी मुश्किल हो जाता है. रात में मेकअप लगे हुए सोने से न सिर्फ आपकी स्किन डेड होती है बल्कि ऐसा करने पर स्किन पर दाद और काले धब्बे भी होने लगते हैं.

ओलिव आयल

मेकअप को हटाने के लिए ये जरुरी नहीं है कि आप मेकअप रिमूवर (Makeup Remover) का ही इस्तेमाल करें, आप सिर्फ एक कौटन पैड और ओलिव आयल से अपने चेहरे कि हलकी सी मसाज कर अपना मेकअप और उस पर लगी हुई मिटटी को हटा सकती हैं.

दही और अखरोट पाउडर

आप अपने चेहरे से गंदगी और मिटटी को हटाने के लिए दही में अखरोट पाउडर को मिलाकर इस्तेमाल कर सकती हैं. अखरोट में मौजूद एंटीऔक्सीडेंट गुण चेहरे कि गंदगी को हटाने में और दही आपकी स्किन को निखारने में आपकी मदद करता है.

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स्‍किन टोन हल्‍का करते हैं ये नेचुरल ब्‍लीचर

आपकी त्वचा की स्थिति इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आप त्वचा पर क्या लगाती हैं परंतु इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप क्या खाती हैं तथा आप अपनी त्वचा की देखभाल किस तरह करती हैं.

अपनी त्वचा को हाथ लगाने से बचें, केमिकल आधारित उत्पादों का उपयोग न करके अपने रोम छिद्रों को बंद होने से बचाएं, त्वचा के लिए सुरक्षित क्लीन्जर्स का उपयोग करें और सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात कि अपने शरीर को हाइड्रेट रखें.

बाहर जाने से 30 मिनिट पहले सनस्क्रीन लगायें, सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक धूप में न जाएँ तथा चेहरे को बचाने के लिए उसे स्कॉर्फ से न ढंके.

ऐसा करने से बाहर के बैक्टीरिया और धूल आपके स्कॉर्फ में फंस जाते हैं जो त्वचा की सतह से रगड़ खाने के बाद खुजली का कारण बन सकते हैं. अत: यहां त्वचा की रंगत को निखारने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके बताए गए हैं, आइए देखें:

1. संतरा

संतरे में सिट्रिक एसिड और विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच संतरे के छिलके के पाउडर को दूध के साथ मिलकर पेस्ट बनायें. इसे अपनी गर्दन और चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इस आयुर्वेदिक उपचार को प्रतिदिन अपनाएं.

2. हल्दी

हल्दी में प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं तो त्वचा से विषारी पदार्थों को बाहर निकालते हैं तथा टैनिंग को दूर करते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच हल्दी में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दही मिलाकर पेस्ट बनायें. इस पेस्ट की पतली परत अपने चेहरे और गर्दन पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक सूखने दें फिर धो कर साफ कर लें.

3. पपीता

पपीते में विटामिन ए, सी और एंजाइम्स होते हैं जो त्वचा को पुनर्जीवित करते हैं तथा त्वचा की रंगत को निखारते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक पके हुए पपीते का गूदा लें तथा इसमें एक चम्मच नीबू का रस मिलाएं. इसे गीले चेहरे पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. यह स्किन को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करने का सबसे सुरक्षित तरीका है.

4. आंवला

आंवला या भारतीय गूसबेरी एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन सी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरा हुआ है अत: यह आपकी त्वचा के लिए एक वरदान है. फाइन लाइंस को दूर करना, त्वचा की रंगत को सुधारना तथा त्वचा में कसाव लाना आदि सब कुछ आंवला कर सकता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच आंवले का रस लें तथा इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं. रुई का एक फाहा लें तथा इस घोल में डुबायें, अतिरिक्त घोल को निचोड़कर निकाल दें तथा इसे थपथपा कर अपने चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इसे प्रतिदिन रात में सोने से पहले लगायें.

5. मूली

मूली में त्वचा की रंगत निखारने के गुण होते हैं जो त्वचा को एक सप्ताह में गोरा बना सकते हैं तथा त्वचा में कसाव ला सकते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

मूली को कद्दूकस करके इसका रस निकाल लें. इसे अपने चेहरे पर लगाकर छोड़ दें तथा 15 मिनिट बाद धो डालें.

6. दही

दही में लेक्टिक एसिड पाया जाता है जो त्वचा की अशुद्धियों को दूर करता है त्वचा को एक्स्फोलियेट करता है (मृत त्वचा को निकालता है) और रोम छिद्रों को खोलता है जिससे त्वचा उजली होती है.

इसका उपयोग कैसे करें

प्रतिदिन रात में सोने से पहले चेहरे पर दही लगायें. इसे 15 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए प्राकृतिक स्किन ब्लीचर्स का उपयोग प्रतिदिन करें.

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ये हैं कपड़े से स्याही के दाग हटाने के आसान टिप्स

कपड़े पर कुछ जिद्दी दाग जैसे स्‍याही, कॉफी, तेल और जंग लग जाने से कपड़ा पूरी तरह से बेकार हो जाते हैं. वे लोग जो ऑफिस जाते हैं, उनकी शर्ट पर स्‍याही का दाग पॉकेट में लग जाना बहुत ही आम बात है. अगर आप की पेन लीक हो रही है तो उसे हटा दें और अब से शर्ट पर स्‍याही का दाग लगे तो उसे हमारी बताई गई टिप्‍स के अनुसार साफ करें.

टूथपेस्‍ट

एक बिना जेल का टूथपेस्‍ट अपने कपड़े पर पडे़ दाग पर लगाइये और जब वह सूख जाए, तब कपडे़ को किसी भी डिटर्जेंट से धो लें.

नेल पॉलिश रिमूवर

एक कॉटन बॉल को नेल पॉलिश रिमूवर में डुबोइये और फिर उसे इंक लगे दाग पर रगड़ कर छुड़ाइये. इसके बाद कपड़े को नार्मल तरीके से सर्फ और पानी से धो लीजिये.

नमक

इंक अगर गीली है तभी उस पर नमक छिड़किये और उसे गीले टिशू तथा ब्रश से साफ कीजिये. ऐसा तब तक करें जब तक कि इंक का दाग साफ ना हो जाए.

दूध

अपने कपडे़ को पूरी रात दूध में भिगो कर रख दें और सुबह उसे डिटर्जेंट से साफ कर लें

कार्नस्‍टार्च

कार्नस्‍टार्च को हल्‍के से दूध के साथ मिक्‍स कर लें और पेस्‍ट बना कर दाग लगे हुए कपड़े पर लगा दें. इसे कुछ मिनट के बाद ब्रश से साफ कर दें.

सैंड पेपर

कपडे़ पर स्‍याही लगे के दाग को छुड़ाने के लिये सैंड पेपर का टुकड़ा उस पर रगडे़. फिर कपड़े को धो लें.

एल्कोहोल

दाग पर हल्‍का सा एल्कोहोल रगड़े और फिर उसे सर्फ के घोल में डुबो कर रख दें. उसके बाद कपडे़ को धो लें.

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