शहद एक फायदे अनेक

शहद एक मीठा और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, जो रसोई के अलावा औषधि के रूप में सालों से प्रयोग किया जाता है. इसे खाने और लगाने से त्वचा में निखार आ जाता है, साथ ही शरीर पर हुए किसी जख्म और जलन पर लगाने से यह प्राकृतिक रूप से घाव भर देता है. विज्ञान भी इसकी गुणवत्ता को मानता है.

आज के दौर में शहद वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय है और पिछले कई सालों से शहद में विद्यमान एंटी माइक्रोबियल,एंटी ओक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी आदि गुणों पर अनुसंधान चल रहा है,जिसके द्वारा कई प्रकार के कैंसर और दिल की बिमारियों को कुछ हद तक काबू में किया जा सकता है.

इस बारे में एपीस इंडिया के हेल्थ एक्सपर्ट अमित आनंद कहते है कि शहद उर्जा खूबसूरती,पोषण और चिकित्सा की बड़ी स्त्रोत है. यह अल्सर और बेक्टेरियल जैसी किसी भी बीमारी के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है, पर इसकी सही मात्रा लेना सेहत के लिए लाभकारी होता है. इतना ही नहीं यह त्वचा में चमक को बनाये रखने के लिए भी खास है इसलिये अधिकतर ब्यूटी प्रोडक्ट इसका प्रयोग अपने उत्पाद में करते है. इसके अलावा इसके फायदे कई है ,जो निम्न है,

शहद की ‘शेल्फ लाइफ’ बहुत लम्बी होती है, क्योंकि मधुमक्खियां इसे इकट्ठा करते समय इसमें एक खास एनजाईम मिला देती है, यह आंखों की दृष्टि, बांझपन, वजन कम करना, यूरीन संबंधी बीमारियां, अस्थमा, खांसी आदि के लिए लाभप्रद है.

शहद में मौजूद चीनी आम चीनी की तरह नहीं होती ,यह फ्रक्टोज और ग्लूकोज का मिश्रण होती है और खून में शुगर के स्तर को सामान्य बनाये रखने में मदद करता है.

– प्राचीन काल में एथलीट्स खेल में बेहतर प्रदर्शन के लिए शहद का सेवन करते थे, क्योंकि यह शरीर में ग्लाइकोजन के स्तर को सामान्य बनाये रखने सहायक होता है.

– शहद त्वचा के लिए नमी और क्लींजर का काम करता है, इसे नियमित खाने और लगाने से त्वचा मुलायम और चमकदार रहती है.

– जई (ओट्स) में मिलाकर इसे लगाने से यह एक्सफोलिएशन का काम करती है, यह मृत कोशिकाओं को आसानी से साफ कर नई कोशिकाओं को पैदा होने में मदद करती है.

 – शहद के नियमित इस्तेमाल से एक्जिमा की रोकथाम होने में सहायता मिलती है,

– यह क्षतिग्रस्त त्वचा को भी बहुत हद तक ठीक कर सकती है.

– शहद में एंटी ओक्सिडेंट बहुत अधिक मात्रा में होता है, इसलिए इसका नियमित सेवन करने से त्वचा को यूवी किरणों से बचाया जा सकता है.

– शहद रुसी के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार है. यह सूखे बालों को पोषण प्रदान कर उन्हें चमकदार और मुलायम बनाता है.

– ठंड के दिनों में गरम दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से अनिद्रा कम हो जाती है.

– वर्कआउट या व्यायाम के बाद इसे पीने से तुरंत ऊर्जा मिलती है.

– मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी शहद एक दवा के रूप में काम करता है, खासकर वृद्धावस्था में यह उनके मानसिक स्वास्थ्य को सही रखता है, इसमें उपस्थित प्राकृतिक शर्करा याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है.

– शहद एक प्राकृतिक कामोत्तेजक है और इसके नियमित सेवन से शरीर में लिपिडो को बढ़ाने में मदद मिलती है.

– रोजाना शहद का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन बी मिलता है, इसमें कोलेस्ट्राल की मात्रा नहीं होती.

– इसके अलावा इसमें ग्लूकोस, फ्रक्टोस और अन्य लवण जैसे मैग्नेशियम, पोटेशियम, सल्फर, आयरन और फास्फेट होते है, जो काफी हद तक शरीर में जरुरी पोषक तत्व को बनाये रखने में कामयाब होते हैं.

– शहद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है, साथ ही पाचन तंत्र में सुधार लाकर स्वस्थ बने रहने में सहायक होता है.

– चीनी के वजाय शहद से भी मिठाईयां बनाई जा सकती हैं, यह प्राकृतिक शर्करा है इसलिए इसे कौफी, चाय, बेक्ड व्यंजनों, स्मूदीज आदि सभी में प्रयोग किया जा सकता है.

ट्रैंडी ज्वैलरी आजमाएं अनोखा लुक पाएं

कपड़ों के फैशन की तरह ज्वैलरी ट्रैंड भी बदलता रहता है. लेकिन कुछ ज्वैलरी ऐसी होती है, जिस का क्रेज हमेशा बना रहता है. इस में झुमकों से ले कर नए डिजाइन के चोकर, नैकलैस, मांगटीका, अलगअलग तरह के कड़े आदि महिलाओं में प्रचलित हैं. आइए, जानते हैं कि इन दिनों कौन सी नई और ट्रैंडी ज्वैलरी इन है.

औक्सिडाइज ज्वैलरी

आजकल ज्यादातर औक्सिडाइज ज्वैलरी ही पहनी जाती है. लेकिन इस तरह की ज्वैलरी को अब नए रूप में पेश किया जा रहा है. जैसे औक्सिडाइज ज्वैलरी में बने पदकों और पैंडेंट को ऊन के धागों में पिरोया जाता है. इस के अलावा औक्सिडाइज सिल्वर से बने कड़ों को हाथीदांत से बने कड़ों और मोतियों से बनी ज्वैलरी के साथ भी पहना जाता है, जो राजस्थानी लुक देता है. इस के अलावा औक्सिडाइज ज्वैलरी में एअर कफ का भी ट्रैंड जोरों पर है, जो आप की खूबसूरती और बढ़ा देगा.                    

कड़े

लुक को और निखारने के लिए हाथों में पहने गए कड़ों की अहम भूमिका होती है. कड़े बरबस लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं. इस साल भी औरों से हट कर दिखने के लिए आप को जरूरत है ऐसे कड़े चुनने की, जो आप की खूबसूरती में चार चांद लगा देंगे. कड़ों में आजकल वूलन और मोती से बने कड़े ट्रैंड में हैं. इन के अलावा ट्राइबल डिजाइन के साथ औक्सिडाइज कड़े भी आप के हाथों पर अच्छे लगेंगे. आप गोल्डन के साथ सिल्वर कड़ों का कौंबिनेशन बना कर भी पहन सकती हैं, जो आप की ड्रैस के अनुसार बनाया जा सकता है.

कंठा ज्वैलरी

कंठा ज्वैलरी वैसे तो कई साल पुराना स्टाइल है, लेकिन इस बार इसे नए रूप में पेश किया गया है. कंठा ज्वैलरी में मैटल से बने मोतियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें ऊन के धागों में पिरो कर पैंडेंट के साथ सजाया जाता है.

वूलन ज्वैलरी

आजकल वूलन ज्वैलरी भी पहनी जा रही है. यह ज्वैलरी आमतौर पर हैंडमेड होती है. इस में डिजाइनर पैच पर हाथों से मोती काम किया जाता है और इस के साथसाथ वूलन से बने लटकन भी लगा दिए जाते हैं. जो अपनेआप में बेहद खूबसूरत होते हैं.

वेस्ट बैल्ट

वेस्ट बैल्ट ऐसी ज्वैलरी है, जो आप की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देती है. बाजार में कई तरह की वेस्ट बैल्ट उपलब्ध हैं. इन में औक्सिडाइज सिल्वर के साथसाथ वूलन बैल्ट, मिरर वर्क बैल्ट भी आप पहन सकती हैं, ये आप की ड्रैस के लुक को और भी निखारेंगी.

डैंगलर्स ऐंड ड्रौप्स

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘रामलीला’ की रिलीज पर डैंगलर्स ऐंड ड्रौप्स का चलन शुरू हुआ था, जो आज भी ट्रैंड में है. खासतौर पर इस ज्वैलरी में चांद के आकार के कानों के झुमके ट्रैंड में हैं, जो आकार में काफी बड़े होते हैं. ये झुमके कानों की खूबसूरती को दोगुनातिगुना कर सकते हैं. इन्हें पहनने के बाद आप भी दीपिका की तरह खूबसूरत लगेंगी.

वौटर बेस्ड मेकअप या क्रीम बेस्ड मेकअप : कैसे करें चुनाव

ये तो सभी जानते हैं कि महिलाओं को सजना-संवारना बेहद पसंद होता है. चाहे वो कोई टीनएजर हो या कार्यरत युवती, या फिर हो उम्रदराजमहिला, सभी को मेकअप में विशेष रुचि होती है. लेकिन बहुत कम लोगों को मेकअप करने का सहीं तरीका आता है या इससे जुड़ी जरूरी बातों के बारे में पता होता है. कई बार हम देखते हैं कि युवतियां मेकअप तो करती हैं, पर ये मेकअप उनपर सफेद रंग की लेयर जैसा दिखाई देता है.

ऐसे ही कभी-कभी मेकअप महिलाओं की बढ़ती उम्र को छुपाने में असफल हो जाता है. आपके साथ ऐसा न हो, इसलिए आपको मेकअप से जुड़ी छोटी-छोटी बातों के बारे में मालूम होना चाहिए. आज हम मेकअप के बारे में एक ऐसी ही टिप आपके लिए लेकर आए हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपकी स्किन के अनुसार आपको कैसा मेकअप करना चाहिए.  

मेकअप से पहले इस बात का रखें खयाल

इस बारे में बात करते हुए मुंबई की फेमस सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट ओजस रजानी ने हमें बताया कि मेकअप में सबसे जरूरी है फाउंडेशन का सही होना. अगर बेस मेकअप अच्छी तरह से लगाया गया है और फाउंडेशन का रंग स्किन से अच्छी तरह से मेल खाता है, तो एक लाइनर लगाकर कर भी आप खूबसूरत लग सकती हैं.

इन लोगों के लिए है क्रीम बेस्ड मेकअप

क्रीम बेस्ड मेकअप उनके लिए अच्छा है, जिनके चेहरे पर दाग-धब्बे, पिम्पल और डार्क स्पॉट्स नहीं होते. जिन लोगों की स्किन बेदाग़ और पहले से ही निखरी हुई हो, उन लोगों को क्रीम बेस्ड मेकअप करना चाहिए. ऐसा करने से उनके चेहरे को और ग्लो मिलता है और ये एक इवन टोन के साथ आपकी खूबसूरती को बढ़ाता है. वहीं ऑयली स्किन के लिए क्रीम बेस्ड मेकअप का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिए. 

इन लोगों को करना चाहिए वौटर बेस्ड मेकअप का इस्तेमाल

दाग-धब्बे वाली स्किन के लिए वौटर बेस्ड मेकअप जरूरी है. जिन्हें चेहरे पर पिगमेंटेशन और पिम्पल्स होते हैं और जिन युवतियों की आखों के नीचे डार्क सिर्कल होते हैं, उनके लिए वौटर बेस्ड मेकअप बेहद जरूरी है. ये मेकअप आपके चेहरे के दाग-धब्बों को बेहद अच्छे से छुपा सकता है और इसके बाद आपको इवन टोन के साथ ग्लोइंग स्किन मिलती है. वहीं अगर आप किसी शादी में जाना चाहती हैं और शादी के दौरान आपको धूप में रहना हो, तो आपको वौटर बेस्ड मेकअप की जरुरत पड़ेगी.

मी टू कैंपेन के जरिये स्वरा भास्कर ने बयां किया अपना दर्द

महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर #MeToo कैंपेन ट्रेंड कर रहा है. इस कैंपेन के जरिए दुनियाभर की महिलाएं अपने साथ हुए सेक्सुअल हैरासमेंट की घटनाओं को शेयर कर रही हैं.

हौलीवुड समेत बॉलीवुड की कई एक्‍ट्रेस अपने साथ हुए सेक्‍शुअल हैरासमेंट की घटनाओं का खुलासा कर चुकी हैं और अब इस कड़ी में नया नाम आया है बौलीवुड एक्‍ट्रेस स्‍वरा भास्‍कर का, जिन्‍होंने अपने साथ भी हुई एक ऐसी ही घटना का खुलासा किया है.

एक इंटरव्यू में स्वरा भास्कर ने बताया कि कैसे एक फिल्म डायरेक्टर शराब के नशे में उनके कमरे में घुस आया था और गलत हरकत करना चाह रहा था. इतना ही नहीं रांझना फिल्म से सुर्खियों में आईं स्वरा ने ये भी बताया कि एक बार फिल्म के प्रमोशन के दौरान एक इवेंट में भीड़ ने उनके साथ गलत तरीके से खींचातानी भी की थी.

इस इंटरव्यू में जब स्वरा से पूछा गया कि क्या आपके साथ कभी सेक्सुअल हैरासमेंट हुआ है? इस सवाल के जवाब में स्वरा ने कहा कि जी हां मेरे साथ भी ऐसा हुआ है. स्वरा एक फिल्म के सिलसिले में 56 दिनों की आउटडोर शूटिंग पर गई थीं.

स्वरा ने बताया कि वहां शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर ने मुझे हैरास किया था. वह मुझे दिन भर घूरता रहता और डिनर के लिए बार-बार मैसेज भी भेजता था. स्वरा ने बताया कि एक बार उसने मुझे सीन पर चर्चा करने के लिए अपने कमरे में बुलाया. जब मैं कमरे में पहुंची तो वह शराब पी रहा था. स्वरा ने ये भी बताया कि वह जबरदस्ती प्यार औऱ सेक्स की बातें भी करता था और एक दिन तो वह शराब के नशे में मेरे होटल रूम में घुस आया और कहने लगा मैं तुम्हें गले लगाना चाहता हूं.

स्वरा भास्कर ने इस घटना के बाद अपनी तकलीफ को बताते हुए कहा कि मैं उससे इतनी परेशान हो गई थी कि शूटिंग खत्म होते ही अपने कमेरे में लौट आती थी और लाइट बंद कर लेती थी ताकि उसे लगे कि मैं सो गई हूं.

स्वरा से जब इस इंटरव्यू में पूछा गया कि आपके हिसाब से ऐसे मर्दों से निपटने का क्या तरीका है. इस पर स्वरा ने बताया कि लड़कियों को ये तय कर लेना चाहिए कि भले उन्हें काम ना मिले लेकिन वो किसी के साथ समझौता नहीं करेंगी. स्वरा ने कहा कि ऐसा करना इस तरह के लोगों को प्रोत्साहन देने जैसा होता है.

सनी लियोनी को उनके ही गाने पर मात दे रही है ये लड़की

इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो काफी तेजी से देखा जा रहा है. इस वीडियो में एक लड़की इसी साल आई फिल्म ‘रईस’ के गाने ‘लैला मैं लैला’ पर जबरदस्त डांस करती नजर आ रही है. बता दें, फिल्म में इस गाने पर सनी लियोनी से परफौर्म किया था, लेकिन इन दिनों जो वीडियो इंटरनेट पर देखा जा रहा है उसमें डांस कर रही लड़की ने सनी लियोनी को जबरदस्त टक्कर दिया है. वैसे, आज सोशल मीडिया पर आए दिन देश के युवाओं का टैलेंट देखने को मिल रहा है. उन्होंने अपना हुनर दिखाने के लिए इंटरनेट को अपना माध्यम बनाया है.

फिल्म ‘रईस’ का गाना ‘लैला मैं लैला’ लोगों के बीच काफी मशहूर हो चुका है, खासकर इसमें सनी द्वारा किए गए डांस को लोगों ने बेहद पसंद किया है. इतना ही नहीं इस गाने का क्रेज इतना ज्‍यादा युवाओं में बढ़ गया कि कइयों ने तो इस गाने के डांस स्‍टेप को फौलो करके अपने डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है.

31 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है वीडियो

इसी क्रम में यूट्यूब पर मुस्कान सिंह चैनल द्वारा एक वीडियो अपलोड किया गया, जिसमें एक लड़की इसी गाने पर बेहतरीन डांस करती हुई नजर आ रही है. इस वीडियो में परफौर्म कर रही लड़की ने लगातार तीन गानों पर डांस किया है, जिसमें सबसे पहले वह ‘लैला मैं लैला’ गाने पर डांस करती नजर आ रही हैं. उसके बाद वह ‘नांचेंगे सारी रात’ और फिर ‘राधा तेरी चुनरी’ पर डांस किया. यूट्यूब पर अब तक इस गाने को 31 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

इस वीडियो में परफौर्म कर रही लड़कियां ने इस गाने में सनी लियोनी द्वारा किए गए डांस को एक अलग एंगल से पेश किया है.  

ये आसान तरीके आपको घर खर्च चलाने में करेंगे मदद

आपकी मासिक आमदनी कहां खर्च होती है? क्या आपने कभी इस बात का हिसाब लगाया है कि आपके घर पर आपकी आय का कितना खर्च हो रहा है. आपको पता होना चाहिए कि अगर आप घर का बजट बनाती हैं तो आप काफी पैसा व्यर्थ नष्ट होने से बचा सकती हैं. इसके साथ ही आप चीजों की सही लागत का अनुमान भी लगा सकती हैं.

घर का बजट प्रबंधन करने से क्या अर्थ है

बजट बनाने का अर्थ घर के सभी खर्चों का हिसाब लगाने से कहीं बढ़कर है. इसके जरिए आप हिसाब लगा सकती हैं कि आपकी आय में से कितना खर्च होता है और कितना इसमें से बचाया जा सकता है. घर का बजट बनाने का अर्थ है कि आप अपनी जीवन-शैली का अनुमान लगा रही हैं. समय पर बिल भुगतान करना, कर्जों का सही समय पर निपटारा करना और अपनी बचत, निवेश लक्ष्यों को हासिल करना भी इसी के अंतर्गत आता है.

घर का बजट बनाने का सबसे सही उपाय है कि आप खर्चों के लिए अलग-अलग लिफाफे बनाएं (किराए, बिजली बिल, कार ईएमआई इत्यादि) इसके जरिए आप बिल्कुल सही तरीके से जान पाएंगी कि कितना पैसा किस मद पर खर्च हो रहा है. और अगर कुछ बचता है तो आप बची हुई राशि को अगले महीने के लिए बचाकर रख सकती हैं या फिर अपनी बचत के रूप में अलग भी रख सकती हैं.

आप अपनी मासिक आमदनी का हिसाब लगाएंगी तो आप को पता चलेगा कि आप कि कौन से खातों से कर्ज चुकाने हैं और कौन से खातों में आपकी आमदनी जा रही है.

बड़ा सवालः शुरुआत कहां से करें?

योजना बनाने से शुरूआत करें

शुरूआत के लिए अपनी छोटी से बड़ी जरूरतों और इच्छाओं की लिस्ट बनाकर देखें. खर्चों को जरूरतों और चाहतों के बीच बांटने से आपको ज्ञात होगा कि जीने के लिए किन चीजों की जरूरत है और कौन-कौन से खर्चे सिर्फ आपकी जीवन-शैली को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक हैं.

बजट का एक उपयुक्त फौर्मेट बनाएं

आप इन्हें इंटरनेट से डाउनलोड कर सकती हैं. आपको अपनी मासिक आय के हिसाब से चलना होगा और इसके आधार पर ही लागत निकालनी होगी. तो सारी अंकगणना और हिसाब-किताब इस तरह से करें कि आपके साल भर का बजट तैयार हो जाए. एक हफ्ते के बजट को 52 हफ्तों से गुणा करें और इसके बाद देखें कि आपकी सालाना आमदनी में ये फिट हो रहा है या नहीं. अगर ये सही तरह से फिट नहीं हो रहा है तो इसका मतलब है कि आपकी गणना में कोई गलती है. एक महीने के बजट को 12 से गुणा करें. इसी तरह तिमाही बजट को 4 से गुणा करें जिससे आपको पता चले कि आपका हिसाब आपकी जरूरतों के हिसाब से सही है या नहीं.

सिर्फ बजट बनाना ही काफी नहीं है, इसे देखें कि आपका बजट केवल कागजों पर ही नहीं बल्कि असली जिंदगी में भी सही चल रहा है या नहीं. एक सही बजट वही है जो देखने में भले ही साधारण हो लेकिन आपकी आवश्यकताओं को पूरा करने में सफल साबित हो.

अब जब आपको पता लग गया है कि आपका पैसा कहां खर्च हो रहा है और आपकी वास्तविक जरूरतें क्या हैं तो आप हर थोड़े दिनों बाद बजट का विश्लेषण भी कर सकती हैं.

मौल की बजाए लोकल खरीदारी करें

हो सकता है कि सुपरमार्केट में आपकी सारी जरूरतों की चीजें एक साथ मिल जाती हैं लेकिन अगर आप थोड़ा सा खोजें और कीमतों की तुलना करें तो पाएंगी कि लोकल दुकानों पर भी समान उत्पाद मिल जाते हैं वो भी कम कीमत पर.

आकस्मिक खर्चों के लिए तैयार रहें

कार मरम्मत, चिकित्सा खर्च, शादी और जन्मदिन, घरेलू उपकरणों का रख-रखाव, आकस्मिक यात्राएं ऐसे खर्च हैं जिनके लिए आपके बजट में कुछ स्थान जरूर होना चाहिए. 

बढ़ती महंगाई के दौर में अपने बजट को हर महीने जांचे और देखें कि इसमें कुछ नए प्रबंध करने की गुंजाइश है क्या. इसके अलावा हर तीन महीने के बजट को भी दुबारा जांचे. जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है उसको देखते हुए ये काफी जरूरी है.

जिम्मेदारियां बांटे

अगर आपके परिवार में वयस्क और युवा लोग हैं तो बेहतर होगा कि उन्हें भी इस बात की जानकारी हो कि एक पूरे महीने मासिक आमदनी को कैसे चलाया जाता है. इसके अलावा अगर आपके घर में बच्चे हैं तो उन्हें भी इसकी जानकारी दें और सिखाएं कि बजट कैसे बनाया जाता है. आप निश्चित ही ये देखकर हैरान होंगी कि आपके बच्चों के पास कितने नए और उपयोगी सुझाव हैं. 

फिल्म रिव्यू : करीब करीब सिंगल

औनलाइन ‘फेक आई डी’ बनाकर डेट करने और उसमें की गई नासमझी को दिखाती फिल्म ‘करीब करीब सिंगल’ एक मनोरंजक फिल्म है. इसे निर्देशक तनुजा चंद्रा ने बहुत ही मजेदार तरीके से पेश किया है. खासकर कवि योगी की भूमिका में इरफान खान का अभिनय बहुत ही मजेदार है. ये फिल्म तनुजा चंद्रा की अबतक की फिल्म से हटकर है.

तनुजा ने इस फिल्म पर मेहनत तो की है, जिसका प्रभाव इंटरवल तक दिखा, बाद में फिल्म की रफ्तार कुछ धीमी रही. फिल्म की लोकेशन दिल्ली, अलवर, ऋषिकेश और गंगटोक है, जो अच्छी रही. फिल्म में दक्षिण भारतीय चर्चित अभिनेत्री पार्वथी की भूमिका कुछ हद तक ठीक रही, लेकिन पूरी फिल्म इरफान के कंधे पर थी, जिसे इरफान ने बखूबी निभाया.

कहानी

जया (पार्वथी) एक विधवा है, जिसकी उम्र 35 साल है, उसका स्वभाव बाकी महिलाओं से अलग है. वह इंश्योरेंस पालिसी बेचने का काम करती है और आस-पास के किसी की भी जरूरतों में उसका साथ देती है. सिंगल जया को उसकी सहेली जिंदगी में कुछ रंग भरने को कहती है. जया को ये बात सही लगती है और वह अपना ‘फेक आई डी’ बनाकर किसी साथी की तलाश करने लगती है. ऐसे में योगी (इरफान खान) उसे मिलता है. जो मनमौजी है और अपनी दुनिया में खुश रहने वाला है.

ये बातें जया को अजीब तो लगती है, लेकिन उसके साथ वह कहीं आने-जाने से मना नहीं कर पाती. योगी बात-बात में अपने पुरानी तीन प्रेमिकाओं के बारे में जया को बताता है और उन सबसे मिलने के लिए जया को आमंत्रित भी करता है. जया उसके साथ जाने को तैयार हो जाती है. योगी उस वक्त हैरान रह जाता है, जब ऋषिकेश में उसकी पहली प्रेमिका का पति उसे साला और उसके बच्चे उसे मामा कहकर पुकारते है. यहीं से जया और योगी की जर्नी फ्लाइट, कार, ट्रेन से शुरू होकर कई परिस्थितियों से टकराकर अंजाम तक पहुंचती है.

कहानी में कुछ बातें अधूरी रही, जिसे निर्देशक कहने में असमर्थ रही. मसलन योगी का स्वभाव ऐसा क्यों है? उसके पास इतने पैसे आये कहां से हैं, जिसे वह खर्च करता था? उसने तीन प्रेमिकाओं को छोड़ा क्यों है? फिल्म में गाना ‘जाने दो’ और ‘खत्म कहानी’ परिवेश के अनुरूप है. बहरहाल फिल्म एक बार देखने लायक है. इसे टू एंड हाफ स्टार दिया जा सकता है.

पक्षियों के साथ लें छुट्टियों का मजा

प्रकृति प्रेमी ज्यादातर अपना समय प्रकृति के बीच में बिताना पसंद करते हैं और यही वजह है कि ऐसे लोगों की वजह से दुनिया की कुछ जगह पर्यटन स्थल बन गई हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पक्षियों को तथा अनेकों प्रकार के जीवों को आप देख सकती हैं और वहां जाकर रोमांच का भी भरपूर मजा ले सकती हैं.

भरतपुर पक्षी अभयारण्य

पक्षी प्रेमि‍यों के लिए राजस्‍थान भरतपुर में बना केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान भी एक बेहतर स्‍थान साबि‍त हो सकता है. सर्दियों के मौसम में अक्टूबर से फरवरी तक घूमने का एक अलग ही मजा है, क्‍योंकि इन महीनों में यहां दुर्लभ और लुप्तप्राय पक्षी बड़ी संख्‍या में आते हैं.

पक्षी प्रेमी यहां क्रेन, पेलिकन, गुई, बतख, ईगल्स, वाग्टेल्स और वौर्बलर्स जैसे पक्ष‍ियों को आसानी से देख सकते हैं. इस सीजन में स्‍थानीय पक्षि‍यों के अलावा बड़ी संख्‍या में प्रवासी पक्षी भी होते हैं, जिनमें ज्‍यादातर पक्षी मध्य एशिया के होते हैं.

सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य

हरियाणा में स्थित सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यहां पर पक्षी देखने के लिए सर्दी का समय काफी अच्‍छा माना जाता है. इसलिए पक्षी प्रेमी यहां पर अक्‍टूबर से लेकर फरवरी के महीने में घूम सकते हैं.

यहां उत्तरी पिंटेल, ग्रेटर फ्लेमिंगो, एशियाई कोयल, पीला वाग्टेल, रोज़ी पेलिकन, यूरेशियन विजेन, कौमन टील और साइबेरियन क्रेन जैसी पक्षी बहुत प्‍यारे लगते हैं. सर्दि‍यों में बड़ी संख्‍या में व‍िदेशी पयर्टक भी घूमने आते हैं और कैमरों में पक्ष‍ियों को कैद करते हैं.

चिल्का झील पक्षी अभयारण्य

ओडिशा का चिल्का झील भी पक्षी प्रेमि‍यों के लिए एक शानदार स्‍थान है. सर्दियों में घूमने का एक अलग ही मजा है. पिअर-आकार में बनी चिल्का झील घूमने का अच्‍छा समय अक्‍टूबर से मार्च तक का है. यहां पर समुद्री ईगल्स, ग्रेलेग गुइज और बैंगनी मूरिन जैसी अनोखी प्रजातियों के पक्षि‍यों का जमावड़ा रहता है. इस झील में कई छोटे द्वीप हैं, जिनमें रंग-बिरंगे पंखों वाले पक्ष‍ियों को उड़ते हुए कैमरे में कैद करना काफी अच्‍छा लगता है. इसके अलावा ब्लैकबक, गोल्डन गौल्स और क्रस्टेशियंस, मछली और प्रसिद्ध चिल्का डाल्फिन भी देख सकते हैं.

नल सरोवर पक्षी अभयारण्य

गुजरात के अहमदाबाद शहर में स्‍थ‍ित नल सरोवर पक्षी अभ्‍यारण भी पक्षी प्रेमि‍यों के लिए एक अच्‍छी जगह साबि‍त हो सकता है. यहां पर नवंबर से फरवरी तक का समय दुर्लभ पक्ष‍ियों को देखने के हि‍साब से बेस्‍ट है. नल सरोवर पक्षी अभ्‍यारण में गुलाबी पेलिकन, फ्लेमिंगो, व्हाइट स्टौर्क, ब्राह्मण बतख, बैंगनी मूरिन, भूरी और सफेद बेडिग बर्ड, प्‍लोवर्स, ब्‍लैक टेल्‍ड गोडविट, स्‍टीन्‍ट और सैंडपाइपर्स फ्लौक के अलावा उल्‍लू काफी फेमस हैं. यहां पर भी इन महीनों में प्रवासी पक्षि‍यों की काफी भीड़ दिखाई देती है.

थिटेकड़ पक्षी अभयारण्य

केरल के ये थिटेकड़ पक्षी अभयारण्य की जितनी तारीफ की जाए कम ही लगती है. केरल का यह अभयारण्य विभिन्न प्रकार के कुक्कुओं के लिए जाना जाता है. शायद इसीलिए इसके एक भाग को ‘कोक्यू स्वर्ग’ के नाम से भी पुकारा जाता है.

यहां बड़ी संख्‍या में दुनिया भर से पक्षी प्रेमी आते हैं. थिटेकड़ पक्षी अभयारण्य भी घूमने के लिए नवंबर से फरवरी तक का समय परफेक्‍ट है. इन चार महीनों में यहां पर बड़े खूबसूरत व दुर्लभ पक्षी देखने को मिलते हैं.

एनीमिया का इलाज करने में आपकी मदद करेंगे ये घरेलू उपचार

एनीमिया एक रक्त से संबंधित बीमारी है. एक अंदाजे के अनुसार भारत में करीब 60 फीसदी लोगों में एनीमिया पाया जाता है और इसमें ज्यादातर औरतें ही होती हैं. एनीमिया होने पर शरीर में आयरन की कमी हो जाती है और इसके चलते हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनना भी कम हो जाता है. जब शरीर में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, तो नसों में आक्सीजन का प्रवाह भी कम होता है. इससे शरीर में खून की कमी होने लगती है और शरीर को जरूरी ऊर्जा भी नहीं मिल पाती.

एनीमिया के बारे में यह प्रमाणित हो चुका है कि एनीमिया के भी अनेक प्रकार हो सकते है. अगर एनीमिया के शुरूआती चरण में ही इसका उपचार न किया जाये तो यह हृदय के लिए खतरा बन सकती है और उसे क्षति पहुंचा सकती है.

एनीमिया के लक्षण

हर समय थकान महसूस होना.

उठने-बैठने पर चक्कर आना.

त्वचा और आंखों में पीलापन.

दिल की असामान्य धड़कन.

सांस लेने मे तकलीफ.

तलवों और हथेलियों का ठंडा होना

एनीमिया का उपचार

अगर आप एनीमिया से बचना चाहती हैं या इसके शुरूआती चरण में हैं तो कुछ घरेलू उपायों की मदद से एनीमिया को दूर किया जा सकता है.

शरीर के लिए आयरन की सही मात्रा का सेवन बहुत जरूरी है. खास तौर पर महिलाओं और टीनएजर लड़कियों में आयरन की जरूरत अपेक्षाकृत अधिक होती है. इसकी कमी से एनीमिया की आशंका अधिक हो जाती है. ध्यान रखें कि आपका भोजन सभी पोषक तत्वों से भरा और संतुलित होना चाहिए.

एनीमिया से बचने और हिमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के लिए आयरनयुक्त भोजन जैसे मछली, घोंघे, दालें, सूखे मेवे, दलिया, हरी पत्तेदार सब्जियां जिनमें पालक प्रमुख हैं.

किशमिश, मुनक्का और वसारहित मांस का सेवन करें और जरूरत पड़ने पर इसकी मात्रा को बढाएं. इसी के साथ ही आपके शरीर को विटामिन सी की भी भरपूर मात्रा की जरूरत होती है. इसके लिए ब्रोकली, संतरे का रस और स्ट्रोबेरी आदि मुख्य हैं.

रक्त की कमी को पूरा करने के लिए फोलिक एसिड की उचित मात्रा की आवश्यकता होती है इसके लिए आप फोलिक एसिड से भरपूर आहारों का सेवन कर सकती हैं साथ ही फोलिक एसिड कि टेबलेट भी बाजार में आसानी से उपलब्ध होती हैं.

अधि‍क कैल्शियम भी आयरन को कन्ज्यूम करने में रुकावट पैदा कर सकता है. इसलिए कैल्श‍ियम को सामान्य मात्रा में लें या फिर एक बार अपने डाक्टर से इस बारे में सलाह जरूर लें.

ऐसे लोग जिन्हें पहले से ही एनीमिया है उन्हें बहुत अधिक मात्रा कैल्शियमयुक्त आहार से बचना चाहिए.

टीनएज गर्ल्स के लिए खास है ये हेयर एसेसरीज

एसेसरीज हमारी खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती हैं. यह हमें स्टाइलिश और दूसरे से अलग दिखाती है. एसेसरिज का प्रयोग करके हम अपने लूक को अच्छी फिनिशिंग देने की कोशिश करते हैं. लड़कियां अपने कपड़ों और बालों के साथ नए नए प्रयोग करना और उन्हें सजाना संवारना पसंद करती हैं, इसीलिए आज हम टीनएजर्स के बालों में इस्तेमाल करने वाली कुछ आकर्षक हेयर एसेसरीज के बारे में जानकारी लेकर आए हैं. यहां हम बालों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए ऐसी ही कुछ खास एसेसरीज और उनके कलेक्शन के बारे में बता रहे हैं जो टीनएज लड़कियों के लिए खास तौर पर बनाया गया है.

टियारा क्राउन

टियारा क्राउन खास तौर पर टीनएज लड़कियों के बीच बहुत लोकप्रिय हुये हैं. किसी खास मौकों पर लड़कियां इसे पहनना पसंद करती है. टियारा एक ऐसा एसेसरीज है जिसे पहन कर कोई टीनएज गर्ल अपने आप को बहुत स्पेशल महसूस कर सकती है. 70 के दशक में भी इस टियारा का इस्तेमाल किया जाता था. उस समय महिलाएं इसे लान्ग स्कर्ट या गाउन के साथ पहनना पसंद करती थीं. आजकल अच्छे कलर में टियारा का खूबसूरत कलेक्शन आनलाइन भी मौजूद है.

क्रीमी फ्लावर कोम्ब क्लिप

इस खूबसूरत कोम्ब को शानदार फूलों से बनाया जाता है. यह कंघी की तरह की एक हेयर क्लिप है, जिसे बेहद ही आसानी से पहना जा सकता है. यह आपके बालों को अच्छी तरह व्यवस्थित करके रखती है. इसे शादी, पार्टी जैसे खास मौकों पर पहना जा सकता है. भारतीय परिधानों के साथ भी यह काफी आकर्षक लगता है.

हेयर कोम्ब एसेसरीज

इस हेयर क्लिप को लगाकर आप एक ग्लैमरस लुक पा सकती हैं, यह चमकीला कोम्ब शानदार हेयर एसेसरीज में शुमार है, जिसे लगाकर आप बहुत खास लग सकती हैं. जब आप अपने बाल खुले रखती हैं तो यह आपके बालों को बेहतर ढंग से संभाले रखने के साथ उसे व्यवस्थित भी रखता है. शादी या किसी त्योहार पर इसे पहनना उपयुक्त होगा. भारतीय परिधानों में खास कर साड़ी के साथ यह बहुत शानदार लुक देता है.

हेयर पोनीटेल होल्डर / इलास्टिक रबर बैंड

स्कूल में पढ़ने वाली टीनएजर गर्ल्स के लिए रबर बैंड का यह सेट बहुत आकर्षक रंगों में बाजार और आनलाइन उपलब्ध है. आपको इसके हल्के से लेकर डार्क शेड तक आसानी से मिल जाएंगे. रेग्युलर रबर बैंड की जगह इसे इस्तेमाल कर आप स्टाइलिश और शानदार लग सकती हैं.

पिंक पोलका डाट नेवी ब्लू क्लिप्स

यह क्लिप्स आपके किसी भी कपड़े के साथ परफेक्ट लगता है और आपको एक कैजुअल लूक देता है. टीनएज किशोरियां किसी बर्थडे पार्टी या पिकनिक आदि में भी इसे लगा सकती हैं.

नियोन कलेक्शन हेयर एसेसरिज

अगर किसी खास मौके पर आप अपने बालों को खुला रखना चाहती हैं तो ये रंगीन हेयरबैंड आपके काम आ सकते हैं. ये सभी खूबसूरत हेयरबैंड मुलायम मटेरियल से बने हैं जिसे बालों में लगाने पर सिर में किसी तरह की समस्या नहीं देते. इन्हें आप अपने ड्रेस के साथ मैच करते हुए भी इस्तेमाल कर सकती हैं. आनलाइन खरीदने पर यह 6 पीस का सेट आपको आसानी से मिल सकता है. इसके प्रयोग से आसानी से आपके बाल व्यवस्थित रहते हैं और उन्हें आप खुला रखने के बावजूद सुंदर बनाए रख सकती हैं.

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