19 साल बाद खुला सलमान का ये राज

आखिरकार 19 साल बाद अभिनेता सलमान खान ने ये राज खोल ही दिया और सबको बता दिया कि वे साल 1998 में आई फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ में पहली बार शर्टलेस क्यों हुए थे. ये बात तो सभी जानते हैं कि सुपरस्टार सलमान खान ने ही फिल्मों में शर्टलेस होने का ट्रेंड इजात किया है.

हाल ही में सलमान ने इतने सालों में पहली बार एक सिंगिंग रियलिटी शो के सेट पर शर्टलेस होने की वजह, सभी दर्शकों और अपने प्रशंसकों से साझा की.

19 साल पहले रिलीज हुई उस फिल्म के गाने ‘ओ ओ जाने जाना…’ में जब सलमान गिटार बजाते हुए शर्टलेस अवतार में दिखे, तो फैन्स को उनका यह लुक बेहद भाया. इसके बाद लगभग हर फिल्म में सलमान ने ऑडियंस की पसंद को ध्यान में रखते हुए शर्ट उतारी.

आपको जानकर हैरानी होगी कि उनके यूं पर्दे पर शर्ट उतारने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है. हाल ही में सलमान खान, अपने निर्देशक भाई सोहेल खान के साथ एक मशहूर सिंगिंग रियलिटी शो ‘सा रे गा मा पा लिटिल चैम्प्स’ में पहुंचे. यहां उन्होंने सोहेल खान के डायरेक्शन में बनी सुपरहिट फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से जुड़ी बहुत सी बातें शेयर की. सलमान ने बताया कि किसी ट्रेंड को सेट करने के लिए उन्होंने शर्ट नहीं उतारी थी बल्कि मजबूरी में उन्हें ऐसा करना पड़ा था.

सलमान बताते हैं कि इस गाने की शूटिंग मड आईलैंड में हो रही थी. डिजाइनर ने शूट के लिए सलमान को जो शर्ट दी, वह इतनी टाइट थी कि उसके बटन तक नहीं लग रहे थे, इसलिए डिजाइनर नयी शर्ट लेने गए. उन्हें वापस लौटने में लगभग 4 घंटे का वक्त लगने वाला था और वो समय मई का महीना था और सेट पर गर्मी बढ़ती ही जा रही थी.

अब ऐसे में सलमान ने फिल्म के डायरेक्टर और भाई सोहेल खान से कहा कि वे बिना शर्ट के ही शूटिंग करने को तैयार हैं. पहले सोहेल को उनकी बातों पर यकीन नहीं हुआ. सोहेल ने दोबारा उनसे पूछा कि क्या वे शर्टलेस होकर शूटिंग करेंगे? सलमान की हामी भरने के बाद उन्होंने गाना शूट किया.

कहना गलत नहीं होगा कि मजबूरी में आकर सलमान ने बिना शर्ट के शूटिंग की थी. फैन्स को उनका अंदाज इतना भाया कि ये सलमान खान का सबसे पॉपुलर ट्रेंड बन गया.

ये बात तो शायद लगभग सभी जानते हैं कि फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ में सलमान खान की जोड़ी अभिनेत्री काजोल के साथ थी. फिल्म में अरबाज खान ने काजोल के भाई और बीते समय के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र ने उनके चाचा का किरदार निभाया था.

इस समय सलमान फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ की शूटिंग और अपनी आने वाली फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं.

सुपर 30 के आनंद कुमार बनेंगे रितिक

बॉलीवुड का यह दौर बायोपिक फिल्मों का है. अक्षय कुमार तो एक के बाद एक बायोपिक साइन कर रहे हैं. अब इस फेहरिस्त में अभिनेता रितिक रोशन का नाम भी शामिल हो गया है.

बॉलीवुड डायरेक्टर विकास बहल ने अपनी अगली फिल्म ‘सुपर 30’ में मेन लीड के लिए एक्टर रितिक रोशन को कास्ट किया है जिसमें वो एक कॉमन मैन के रोल में नजर आएंगे. यह फिल्म बिहार के फेमस आनंद कुमार पर आधारित होगी.

आनंद कुमार बिहार की राजधानी पटना में ‘सुपर 30’ नाम से एक कोचिंग संस्थान चलाते हैं. वो आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों को जेईई के एग्जाम के लिए फ्री तैयार करते हैं. साल 2002 में शुरू हुआ ये संस्थान की सफलता के मामलों में अच्छे-अच्छे संस्थानों को टक्कर देता है. हर साल इस संस्थान के अधिकतर बच्चे आईआईटी के लिए सलेक्ट होते हैं. साल 2008 में तो इसके सभी बच्चों ने आईआईटी का एग्जाम क्रैक किया था.

सूत्रों के अनुसार यह फिल्म अक्षय कुमार को भी ऑफर हुई थी लेकिन आखिर में रितिक ही इस रोल के लिए फाइनल हुए.

अब यह देखना दिलचस्प होगा की पिछली सभी फिल्मों से बनी अपनी एक्शन हीरो वाली इमेज को रितिक इस फिल्म में बिना एक्शन और डांस से अपने फैंस के साथ कैसे कनेक्ट कर पाऐगें.

क्या सुनील का इंतजार कर रहे हैं कपिल!

कपिल शर्मा और सुनील ग्रोवर का अलगाव अभी भी दर्शकों को खल रहा है. हाल ही में एक फैन ने अपने ट्विटर हैंडल पर कपिल से इस बारे में सवाल किया है.

कपिल ने उनके और सुनील ग्रोवर के बीच हुए झगड़े की झलक को हाल ही में अपने शो पर दिखाया था. बता दें कि कपिल और सुनील का झगड़ा अभी तक सुलझा नहीं है और ना ही इसके कोई आसार नजर आ रहे हैं.

एक बार फिर यह झगड़ा चर्चा में आई है क्योंकि कपिल के एक फैन ने उनसे सोशल मीडिया पर पूछा ‘कपिल पाजी को वापस कब ला रहे हो’.

कपिल ने इस सवाल को न टालते हुए इसका जवाब दिया, उन्होंने कहा, ‘जब भी उनका दिल करे.. मैं तो उन्हें कई बार वापसी के लिए कह चुका हूं.’

 

सुनील अपने किरदार ‘रिंकू भाभी’ और ‘डॉ मशहूर गुलाटी’ के किरदार को लेकर आज भी याद किए जाते हैं. लगता है कि कपिल भी महसूस करते हैं कि उनके जाने के बाद ‘द कपिल शर्मा शो’ पर रौनक कम है.

बता दें कि सुनील के साथ-साथ चंदन प्रभाकर, अली असगर और सुगंधा मिश्रा ने भी कपिल के शो को अलविदा कह दिया है.

गत 16 मार्च को कपिल शर्मा अपने साथियों के साथ मेलबर्न-दिल्ली फ्लाइट में यात्रा कर रहे थे. नशे में उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया. सुनील के साथ हाथापाई भी की. हालांकि कपिल ने गलती का अहसास होने पर सुनील से सोशल मीडिया पर माफी मांगी, मगर बात नहीं बन पाई.

आपको बताते चलें कि एक्टर और कॉमेडियन सुनील ग्रोवर कपिल शर्मा शो में साथी कलाकार रहीं सुगंधा मिश्रा और अनु मलिक के साथ जल्द ही चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में एक लाइव शो करेगें. सुगंधा इससे पहले कपिल के शो में मैडम विद्यावती के किरदार में दर्शकों का मनोरंजन करती थीं. सुगंधा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ फोटो शेयर करके फैंस को इस बारे में बताया.

नैचुरल लुक के लिए अपनाएं ये मेकअप टिप्स

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि अच्छा मेकअप किसी भी महिला के आत्मविश्वास को बढ़ा देता है. लेकिन ये सोच लेना कि मेकअप जितना अधिक होगा आप उतनी सुंदर दिखेंगी, गलत है. मेकअप करने के दौरान इन बातों का ध्यान रखकर आप अपनी नैचुरल खूबसूरती को और निखार सकती हैं.

– किसी भी मौके पर मेकअप बहुत हेवी नहीं होना चाहिए. हेवी मेकअप तुरंत नोटिस में आ जाता है. हल्का मेकअप आपके नैचुरल लुक को निखारने का काम करता है.

– अक्सर मेकअप करने के दौरान हम अपने हाथ और पैर पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं. चेहरे को सजाने के साथ ही जरूरत है कि आप अपने पैर और हाथों को अच्छी तरह से साफ करके उस पर मॉश्चराइजर लगाएं. ताकि वो रूखे-बेजान न लगें.

– अगर आपके बाल खोलने पर बहुत हेवी और बिखरे-बिखरे नजर आते हैं तो कोशिश कीजिए कि उन्हें बांध कर ही रखें. जरूरी नहीं कि दूसरों की तरह आप भी बाल खुले रखकर ही सुंदर लगेंगी. आप बंधे बालों में ही हसीन लग सकती हैं.

– एक्स्ट्रा कोटेड लैशेज आपके लुक को बिगाड़ सकते हैं. हल्का मसकारा लगाकर आप ज्यादा खूबसूरत नजर आएंगी.

– होंठो पर ऐसी ही लिपस्ट‍िक का इस्तेमाल करें जो आपके कॉम्पलेक्शन को सूट करे. लिपस्टिक को सुंदर दिखाने के साथ ही इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके दांत भी साफ हों.

हनीमून सिस्टाइटिस किडनी के लिए खतरा

आज हम आपको बता रहे हैं यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन की रोकथाम व उपचार से जुड़ी कुछ अहम बातें..
जो महिलाएं नियमित यौन संबंध बनाती हैं, उन में ज्यादा संख्या में बैक्टीरिया ब्लैडर में चले जाते हैं. बारबार यौन संबंध बनाने से हुए संक्रमण को ‘हनीमून सिस्टाइटिस’ कहते हैं.

यूरिनरी ट्रैक्ट का संक्रमण यूटीआई, यूरेथरा (मूत्रनली), ब्लैडर (मूत्राशय), युरेटर्स (मूत्रवाहिनी) और किडनी (गुरदे) का संक्रमण है. ये शरीर के वे भाग हैं जिन से गुजरते हुए यूरिन शरीर से बाहर निकलता है. यूटीआई में मूत्रमार्ग का कोई भी भाग संक्रमित हो सकता है. यूरिनरी ट्रैक्ट का संक्रमण जितना ऊपर स्थित होगा संक्रमण उतना ही गंभीर होगा. इस के अनुसार ही यूटीआई को अपर और लोअर में वर्गीकृत किया गया है. यूटीआई संक्रमण गंभीर हो कर डीहाइड्रेशन, सैप्सिस, किडनी फेल्योर का कारण बन सकता है.

इस संक्रमण का खतरा उन महिलाओं में ज्यादा रहता है :

1. जो महिलाएं गर्भनिरोधक के रूप में डायफ्राम या स्पर्मिसीडल का उपयोग करती हैं.

2. जिन के यूरिनरी ट्रैक्ट में अवरोध आ जाता है जैसेकि पथरी या प्रौस्टेट का बढ़ जाना.

3. जिन में किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता उदाहरण के लिए स्पाइनल कौर्ड इंजरी.

4. जिन का रोगप्रतिरोधक तंत्र कमजोर हो, एड्स, डायबिटीज, अंग प्रत्यारोपण करवाने वाले रोगी और वे जिन्होंने कैंसर के उपचार के लिए कीमोथेरैपी कराई हो, शामिल हैं.

5. उम्रदराज लोगों और बच्चों में भी इस की आशंका बढ़ जाती है, क्योंकि वे अपने यौन अंगों को अच्छी तरह साफ नहीं कर पाते.

महिलाएं क्यों अधिक शिकार

1. महिलाओं में यूरेथरा की लंबाई पुरुषों के मुकाबले कम होती है. इस से बैक्टीरिया के लिए वहां पहुंचना आसान होता है.

2. महिलाओं में यूरेथरा गुदा मार्ग के ज्यादा करीब स्थित होता है. इस से गुदा मार्ग के बैक्टीरिया के यूरेथरा तक पहुंचने की आशंका बढ़ जाती है. यौन संबंधों के दौरान, बैक्टीरिया के यूरेथरा में पहुंचने की आशंका अधिक होती है.

3. गर्भनिरोधक के रूप में डायफ्राम के उपयोग से यूरेथरा पर दबाव पड़ता है. इस से ब्लैडर में मौजूद यूरिन खाली नहीं हो पाता. जब ब्लैडर में थोड़ा यूरिन बच जाता है, तो उस में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

4. मेनोपौज के बाद यूटीआई के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि ऐस्ट्रोजन हारमोन के कम होने से वैजाइना, यूरेथरा और ब्लैडर के निचले हिस्से के ऊतक बहुत पतले और आसानी से टूटने वाले हो जाते हैं.

5. इसके विपरीत पुरुषों में यूटीआई का खतरा कम होता है, क्योंकि उन का यूरेथरा लंबा होता है और प्रौस्टेट में बनने वाला द्रव बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होता है.

यूटीआई को रोकने के टिप्स

– खूब पानी या दूसरे तरल पदार्थ लें. इस से आप ज्यादा बार यूरिन करेंगी, जिस से शरीर से बैक्टीरिया बाहर निकल जाएंगे.

– यूरिन को कभी न रोकें.

– मूत्र या मल त्यागने के बाद आगे से पीछे की ओर धोएं, न कि पीछे से आगे की ओर. इस से गुदा मार्ग के आसपास मौजूद बैक्टीरिया के वैजाइना और यूरेथरा तक पहुंचने का खतरा कम हो जाएगा.

– यौन संबंध बनाने के बाद यौन अंग को धोएं और यूरिन पास करें ताकि बैक्टीरिया शरीर से बाहर निकल जाएं.

– अगर डायफ्राम ही संक्रमण का कारण हो तो गर्भनिरोधक के रूप में दूसरे तरीकों का प्रयोग करें.

– कोई भी वयस्क या बच्चे जिन में भी यूरिनरी ट्रैक्ट संक्रमण के लक्षण नजर आएं, तो लक्षण नजर आने के 24 घंटों के अंदर डाक्टर से मिल लें.

– डाक्टर ऐंटीबायोटिक का कोर्स दे तो उसे पूरा करें. बेहतर महसूस कर रहे हों तो भी उपचार जारी रखें.

– कौफी और अलकोहल का सेवन न करें. ये दोनों ब्लैडर को इरिटेट करती हैं. धूम्रपान भी न करें, क्योंकि वह भी ब्लैडर को इरिटेट करता है.

उपचार

प्रौस्टेट को ठीक करने के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, जिन में दवा, थेरैपी और सर्जरी शामिल है. कौन सा उपचार सही रहेगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे प्रौस्टेट का आकार क्या है, मरीज की उम्र, मरीज का संपूर्ण स्वास्थ्य, लक्षण कितने गंभीर हैं.

अगर लक्षण अधिक गंभीर नहीं हैं, तो कुछ दिनों के लिए उपचार न कराने के बजाय लक्षणों पर नजर रखें. कुछ लोगों में इस के लक्षण अपनेआप चले जाते हैं.

दवा : लक्षण अधिक गंभीर नहीं हैं, तो दवा इस का सब से अच्छा उपचार है. अल्फा ब्लौकर दवा मूत्राशय के ऊपरी भाग की मांसपेशियों और उन के तंतुओं को रिलैक्स कर देती है, जिस से मूत्र त्यागना आसान हो जाता है. 5-अल्फा रिडक्टस इनहिबिटर्स नामक दवा हारमोन परिवर्तन को रोक कर प्रौस्टेट को संकुचित कर देती है. अगर ये दोनों दवाएं अलगअलग कारगर नहीं होती हैं, तो डाक्टर दोनों को एकसाथ लेने का सुझाव दे सकते हैं.

मिनिमली इनवेसिव सर्जरी : अगर लक्षण मध्यम से ले कर गंभीर हैं और दवा से ठीक नहीं हो रहे हैं, साथ ही मूत्रमार्ग में रुकावट आ रही है या पथरी है, यूरिन में रक्त आ रहा है अथवा किडनी से संबंधित समस्या है, तो डाक्टर सर्जरी कराने का सुझाव दे सकते हैं. सर्जरी के द्वारा प्रौस्टेट के बाहरी भाग को निकाल दिया जाता है.

लेजर थेरैपी : हाई ऐनर्जी लेजर अतिविकसित प्रौस्टेट ऊतकों को नष्ट कर देता है. लेजर थेरैपी कराने के बाद आराम भी जल्दी मिल जाता है और इस के साइड इफैक्ट्स भी कम होते हैं.

ऐंटीबायोटिक्स : ऐंटीबायोटिक्स के द्वारा यूटीआई का उपचार किया जाता है. कौन सी दवा कितने समय तक दी जाएगी यह मरीज के स्वास्थ्य और संक्रमण की गंभीरता पर निर्भर करता है. अगर संक्रमण गंभीर हो गया है तो ऐंटीबायोटिक दवा दी जाती है.

 – डा. विपिन त्यागी (कंसल्टैंट यूरोलौजिस्ट ऐंड रोबोटिक सर्जन, गंगाराम हौस्पिटल, नई दिल्ली)

इस ढोल में पोल ही है

सासबहू की तकरारों के किस्से हर जबान पर होते हैं पर साथसाथ रहते उन में अकसर ऐसा प्रेम हो जाता है कि एकदूसरे के बिना जीना दूभर हो जाता है. जौनपुर के निकट मछली शहर की एक 55 वर्षीय बहू की सड़क पर जाते हुए दुर्घटना में मौत का समाचार जब इलाहाबाद में इलाज करा रही उस की 78 वर्षीय सास को मिला तो उन्होंने दम तोड़ दिया. दोनों की अरथी एकसाथ घर से निकली.

सास लंबी बीमारी से ग्रस्त थीं पर बहू ने अपनेपन से उन का ध्यान रखा था. इसीलिए बहू की मृत्यु के समाचार का आघात सास सह न सकीं और चल बसीं.

सासबहू का 10-15 साल साथ रहने के बाद प्यार स्वाभाविक है. अगर इस प्यार में खटास पैदा होती है तो समाज के उन विध्वंसकों के कारण जो हर समय सासबहू के मामूली मतभेद को बढ़ाचढ़ा कर पेश करते रहते हैं. इस बारे में इतने सवाल किए जाते हैं कि हर सास को हर बहू पर संदेह होने लगता है. इस पर दूसरे रोज तेजाब डालते हैं.

महान संस्कारों और संस्कृति का ढोल पीटने वाले भूल जाते हैं कि इस ढोल में पोल ही है बस. हमारे यहां संबंध केवल स्वार्थ और संदेह पर टिके हैं और यह हमें विरासत में मिला है. जिन पौराणिक घटनाओं का आंख मूंद कर हवाला दिया जाता है उन में सासबहू का मतभेद जम कर महिमामंडित किया गया है. जो प्रवचन आज दिनरात दिए जा रहे हैं और जिन का धंधा अब चमचमाने लगा है उन में सास के मन में भरा जाता है कि वह पूजनीय है, कामधाम न करे, बैठ कर खाए. केवल पुत्रवती बहू को स्वीकारे, दहेज सांस्कारिक है और बहू को रीतिरिवाजों से बांध कर रखे. ऐसे में बहू भला कैसे खुश रहेगी.

अगर उलट शिक्षा दी जाए कि बहू जीवन का अभिन्न अंग है, बेटे के बराबर नहीं, बढ़ कर है, बेटी की तरह पराए घर में भी नहीं रहती. सासबहू में जौनपुर वाली सासबहू का लगाव होना स्वाभाविक ही है. आज की गलत शिक्षा पाश्चात्य देन नहीं, हमारी अपनी सांस्कृतिक विरासत है जिसे चिपका कर नहीं माथे पर लगाने में गर्व हो रहा है.

एक घर में रहते सास को सब से ज्यादा भरोसा बहू पर करना चाहिए. बेटे से भी बढ़ कर, बेटी को नाराज कर के भी. बहू से विवाद तभी खत्म होंगे जब वह दोस्त, सहयोगी अपनी सी हो.

कम बजट में ऐसे प्लान करें वैकेशन

घूमने जाने की प्लानिंग है, लेकिन मोटा बजट देखकर मूड ऑफ हो रहा है. तो चलिए आज हम आपको कम बजट में बढि़या ट्रिप एंजॉय करने का सीक्रेट बताते हैं.

बढ़िया वैकेशन वही है, जो आपको रिफ्रेश भी कर दे और इसका भार आपकी जेब भी ज्यादा हल्की ना करे. बेशक यह स्मार्ट ट्रैवलर की निशानी है, जो आप कुछ बातों को ध्यान में रखकर बन सकती हैं.

एडवांस में करें प्लान

आप कहां जा रहे हैं, कहां रुकेंगे, कब कहां जाएंगे जैसी बातों की प्लानिंग पहले ही कर लें. साथ ही, यह भी जान लें कि सफर के दौरान आपको कहां रुकना व खाना-पीना है. वहां आप कहां जा सकती हैं और इनकी एंट्री कीमत क्या होगी, इसके बारे में भी पता लगा लें. इस मामले में गाइड आपकी मदद कर सकता है.

बचाएं ट्रैवलिंग का खर्चा

इंटर-सिटी बसें, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और कंफर्टेबल, लेकिन फूड सर्व न करने वाली फ्लाइट्स काफी सस्ती रहती हैं. अगर आप बच्चों के साथ ट्रैवल कर रहे हैं, तो आप एयरलाइन से स्नैक्स वगैरह के बारे में पूछ सकती हैं. वैसे, सुबह-सुबह की या फिर देर रात की फ्लाइट्स सस्ती रहती हैं. इसलिए आप इनके बारे में सोच सकती हैं.

समय पर हो बुकिंग

टाइम व प्लानिंग को ध्यान में रखकर चलेंगे, तो बजट ट्रैवलिंग आपके लिए आसान रहेगी. जब आप अपना बजट तय कर लें, तो आपको यह चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी कि आपको कहां और कितना खर्च करना है.

लग्जरी से करें परहेज

डुअल टेम्परेचर कंट्रोल, लेदर इंटीरियर और सीट पर पर्सनल म्यूजिक सिस्टम, बेशक इन सुविधाओं के साथ कौन घूमना नहीं चाहेगा. लेकिन सोचिए कि क्या वाकई आपको इसकी जरूरत है? दरअसल, कार का किराया इस पर डिपेंड करता है कि आपने कैसी कार ली है. बजट ट्रैवल के मूड में हैं, तो बेसिक कार किराए पर ले लें. वैसे, आप अपने साथ जा रहे लोगों से भी टैक्सी शेयर करने के बारे में पूछ सकती हैं. इस तरह यह किराया बंट जाएगा.

बड़े ग्रुप्स का फायदा

बड़े टूरिस्ट गु्रप्स के साथ घूमना फायदेमंद रहता है. इंटरनैशनल डेस्टिनेशंस पर साइटसीइंग के दौरान ऐसा खासतौर पर होता है. इस तरह आपको एक ही साथ अलग-अलग देशों के लोगों से मिलने का मौका मिलता है. फिर आप सभी को एक ही गाइड के साथ घूमना होता है, जिससे खर्च काफी कम होता है. यही नहीं, इस मौके पर खाने का खर्च भी बांट लिया जाता है.

स्टाइल पर जोर नहीं

छुट्टियों के दौरान भी लोग स्टाइल दिखाना नहीं छोड़ते और इस तरह वे कपड़ों व एक्सेसरीज से सामान बहुत भारी कर लेते हैं. इसकी बजाय हल्का सामान और जरूरत की खास चीजें ही साथ लेकर चलें. इस तरह आपको जगह बदलने व घूमने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी. हां, कंफर्टेबल शूज और कपड़े जरूर साथ रखें.

बस जरूरत हो पूरी

बजट होटल में आपको ज्यादा सुविधाएं नहीं मिलेंगी, लेकिन आप यह क्यों भूलते हैं कि बजट ट्रैवल का मतलब ही ऐसी जगह पर ठहरना है, जहां आपकी बेसिक जरूरतें पूरी होती हों. ऐसे में साफ कमरा और बाथरूम आपके लिए बहुत हैं. वैसे, फन वेकेशंस पर इससे ज्यादा की जरूरत किसी को नहीं होती.

कमाल की है इस बॉलीवुड सुपरस्टार की लव स्टोरी

बॉलीवुड के इस कपल की प्रेम कहानी कभी मीडिया कवरेज की मोहताज नहीं रही, लेकिन इनकी ये लव स्टोरी किसी फेयरीटेल से कम भी नहीं. हम बात कर रहे हैं अनिल कपूर और उस समय की मशहूर मॉडल, उनकी पत्नी सुनीता कपूर की. बीते महीने की 19 तारीख को ही दोंनो ने अपनी शादी के 33 साल पूरे किए हैं. भले ही ये कपल अक्सर मीडिया से दूर रहता है लेकिन हम आपको बता देना चाहते हैं कि ये जोड़ी बॉलीवुड के सबसे क्यूट कपल में से एक है.

आपको जाननी चाहिए इस क्यूट प्रेम कहानी..

एक नजर में दिल दे बैठे थे अनिल

1980 के दशक में अनिल कपूर रोज-रोज ऑडिशन के लिए जाया करते थे. उन्हीं दिनों में अनिल कपूर की नज़र एक लड़की पर पड़ी और वो उन्हें दिल दे बैठे. वो लड़की कोई और नहीं बल्कि सुनीता कपूर ही हैं.

सफर आसान नहीं था

लेकिन उस लड़की के दिल तक का रास्ता अनिल के लिए आसान नहीं था. जैसे ही उन्होंने सुनीता के बारे पता लगाना चाहा तो उन्हें पता लगा कि वो एक सफल मॉडल हैं उनतक पहुंचना काफी मुश्किल है.

अनिल कपूर ने दोस्तों को सुनाया अपने दिल का हाल

अनिल से रहा नहीं गया. उन्होंने अपने कुछ ऐसे दोस्तों को दिल का हाल सुनाया. फिर उनके दोस्तों ने एक काम किया कि कहीं से उस लड़की का फोन नंबर अनिल को दे दिया.

फोन पर शुरू हुई बातचीत

बस फिर क्या था, आगे उन्होंने अपनी उस मॉडल से फोन पर बातचीत शुरू कर दी.

डेट पर ले जाने के भी पैसे नहीं थे

एक पुराने इंटरव्यू के अनुसार गुलशन ग्रोवर कहते हैं ‌कि अनिल फोन पर बात करने में ही सुनीता के हो चुके थे, लेकिन दुविधा ये थी कि वे लड़की से मिलने के बारे में नहीं सोच रहे थे, क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि एक लड़की को डेट पर ले जा सकते.

सुनीता कपूर ने मिलने के लिए कहा

एक दिन सुनीता ने खुद ही अनिल को मिलने के लिए कहा. तब अनिल ने कहा कि ठीक है मैं दो घंटे में पहुंचूंगा. सुनीता ने जब पूंछा कि दो घंटे क्यों, तब अनिल ने कहा कि मैं बस से आऊंगा क्योंकि कैब से आने के लिए उनके पास पैसे नहीं है.

सुनीता ने कहा ‘मैं दे दूंगी पैसे’

इस पर सुनीता ने कहा कि आप कैब कर लो मैं पैसे दे दूंगी. इस वाकिये के बाद अनिल, सुनीता को और भी ज्यादा चाहने लग गए थे.

डेट के साथ-साथ घूमना भी शुरू हो गया

उस डेट के बाद दोनों बस से रही मुंबई घूमा करने लग गए. सुनीता के नामी मॉडल होने के बाद भी वे बस से घूमने में कभी आपत्ति नहीं जताती थीं. उस समय तक वे ही अनिल का पूरा खर्च उठाती थीं.

सिलसिला काफी समय तक यूं ही जारी रहा

अनिल को साल 1984 में फिल्म ‘मशाल’ मिली और ये फिल्म इतनी हिट हुई कि इसने अनिल का रुतबा ही बदल दिया. इसके बाद अनिल ने सुनीता को शादी के लिए प्रपोज किया लेकिन उस वक्त सुनीता ने शादी के बारे में सोचने का वक्त मांगा और आखिरकार फोन पर उन्होंने शादी के लिए हां कह ही दिया. 19 मई 1984 को दोंनो ने शादी कर ली. दोनों के तीन बच्चे हैं, सोनम कपूर, रेहा और हर्षवर्धन.

रणबीर को मारने की कोशिश में हैं कटरीना

रणबीर कपूर और कटरीना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस का पहला गाना उल्लू का पट्ठा कुछ दिनों पहले रिलीज हुआ था. गाने में कटरीना और रणबीर की क्यूट केमिस्ट्री साफ नजर आ रही थी. अब कटरीना ने अपने फेसबुक पेज पर बिहाइंड द सींस का वीडियो रिलीज किया है.

वीडियो में आप देखेंगे कि एक्ट्रेस मोटरबाइक पर एक्टर के पीछे बैठी हुई हैं और उनका गला घोंटने का नाटक करते हुए, अजीब अजीब चेहरे बनाते हुए नजर आ रही हैं. कैमरे के सामने जाने से पहले दोनों अपने विचित्र डांस मूव्स करते हुए नजर आते हैं.

कटरीना ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा “जग्गा और जगहेड. नाच मेरी जान पैसा मिलेगा. बिहाइंड द सींस का एक वर्जन. दूसरे वर्जन जल्द ही आएंगे.”

जग्गा जासूस को अनुराग बसु ने लिखा और डायरेक्ट किया है. वहीं सिद्धार्थ रॉय कपूर, रणबीर कपूर और अनुराग बसु ने इसे प्रोड्यूस किया है. इस फिल्म में बसु के साथ कटरीना पहली बार काम कर रही हैं. वहीं एक्टर इससे पहले बर्फी में डायरेक्टर के साथ काम कर चुके हैं.

खबरों की मानें तो इस फिल्म में 29 गाने होंगे. इस बात का खुलासा फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर प्रीतम ने किया. प्रीतम की मानें तो इस फिल्म में उनके 29 गाने हैं. प्रीतम इस फिल्म को लेकर काफी एक्साइटेड हैं और बेसब्री से इसके रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं.

एक बार फिर धूम मचाने आ रही है अनिल-ऐश्वर्या की जोड़ी

बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन हाल ही में कान फिल्म फेस्टिवल को लेकर खूब चर्चा में रहीं. अब खबर आ रही है कि जल्द ही वो अपने एक पुराने को-स्टार के साथ फिल्म में नजर आएंगी.

ऐश्वर्या राय बच्चन जल्द ही अनिल कपूर के साथ एक फिल्म में नजर आने वाली हैं. इस फिल्म को राकेश ओमप्रकाश मेहरा प्रोड्यूस करेंगे और डायरेक्टर अतुल मांजरेकर इसका निर्देशन करेंगे.

राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने ये खबर कंफर्म कर दी है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम इस साल के आखिरी तक फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगे. ये ड्रामा नहीं बल्कि खुशमिजाज फिल्म है. हमें खुशी है कि ऐश्वर्या ने इस फिल्म के लिए हामी भर दी है.’

इस फिल्म का नाम ‘फैनी खान’ है जो इंग्लिश फिल्म ‘एवरिबडीज फेमस’ का रिमेक है. आपको बता दें कि इस फिल्म के बारे में अनिल कपूर ने पिछले साल ट्वीट कर इसकी घोषणा की थी. ये फिल्म एक म्यूजिकल कॉमेडी फिल्म होगी जिसमें अनिल पिता की भूमिका में होंगे. ऐश्वर्या के रोल के बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है.

ऐश्वर्या और अनिल ने इससे पहले भी दो सुपरहिट फिल्मों में साथ काम किया है. दोनों ने ‘हमारा दिल आपके पास है’ और ‘ताल’ में साथ काम किया था. अब 17 साल बाद ये जोड़ी एक बार फिर पर्दे पर साथ दिखाई देने वाली है.

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