एडल्ट फिल्में जिन्हें सेंसर बोर्ड ने किया बिना कट के पास

सेंसर बोर्ड आजकल अक्सर किसी न किसी फिल्म को रोकने के लिए चर्चा में रहता है. हाल ही में अलंकृता श्रीवास्तव को अपनी फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माई बुरखा’ पास कराने में बहुत मशक्क्त करनी पड़ी.

हर फिल्म के बोल्ड सीन या डायलॉग को काटने-छाटने की डिमांड करता सेंसर बोर्ड एक समय कई अश्लील या विवादित फिल्में भी पास कर चुका है. ये फिल्में एडल्ट तो थी हीं और इनके कुछ सीन काफी विवादित भी रहे.

इन फिल्मों को देखकर कोई सोच भी नहीं सकता कि इन्हें इतने पहले के दौर में सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया था. आजकल के समय में बोल्ड और हॉट की परिभाषा ही बदलकर रख दी है लेकिन उस वक्त की ये फिल्में भी कुछ कम नहीं थीं.

तो आइये जानते हैं उन एडल्ट फिल्मों के बारे में जिन्हें सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया था.

सत्यम शिवम् सुंदरम

सत्यम शिवम् सुंदरम एक ऐसी फिल्म थी जिसने तहलका मचा दिया था. लोग छुप-छुपकर ये फिल्म देखने जाते थें जैसे की ये कोई पॉर्न फिल्म हो. इसमें जीनत अमान के कपड़े इतने छोटे थे कि बारिश वाले सीन में तो उनके बॉडी पार्ट्स पूरी समझ आ रहे थे.

वीराना

इस फिल्म को वीराने में ही देखें और उस वक्त भी इसे छुपकर ही देखा जाता था. हैरानी की बात है कि इतने बोल्ड सीन होने के बावजूद भी फिल्म रिलीज हो गयी.

फायर

इस फिल्म में नंदिता दास और शबाना आजमी के इतने बोल्ड सीन हैं कि देखने वाला हैरान रह जाये. शबाना आजमी नंदिता दास की भाभी का किरदार निभाती हैं जिससे उनके संबंध बन जाते हैं और ये शबाना के पति भी देख लेते हैं. इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने बिना किसी कट के पास कर दिया था.

राम तेरी गंगा मैली

1985 में रिलीज हुई इस फिल्म में एक्ट्रेस मंदाकिनी का वो भीगा हुआ बदन, आज भी लोग याद करते हैं. इस फिल्म में भी काफी बोल्ड सीन दिखाए गए थे.

पार्टी

साल 1984 में रिलीज हुई इस फिल्म में रोहिणी हट्टंगड़ी के बोल्ड सीन हैं. आज के जमाने में मां या दादी के रोल करनी वाली एक्ट्रेस रोहिणी के उस दौर की फिल्म में अपनी नाईटी उतार दी थी.

बॉलीवुड की हाई बजट फिल्में जो बॉक्स ऑफिस पर रहीं फ्लॉप

आज कल फिल्में 100 करोड़ की कमाई ना करें तो लोग उन्हें फ्लॉप ही मानते हैं. ईद के मौके पर सलमान की फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ आई जिसका बजट लगभग 110 करोड़ था. इस फिल्म की रिलीज के ठीक 10वें दिन फिल्म ने करीब 110.7 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है. इसी तरह की कई फिल्में हैं जो बहुत महंगी बनाई गई हैं लेकिन बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई नहीं कर पाई.

इन हाई बजट फिल्मों का हाल कुछ ऐसा रहा.

बॉम्बे वेलवेट (2015)

अनुराग कश्यप की इस फिल्म में रणबीर कपूर, अनुष्का शर्मा और करन जौहर मुख्य भूमिका में थे. इस फिल्म को करन जौहर ने ही प्रोड्यूस भी किया था. इस फिल्म का बजट 125 करोड़ रुपये था जबकि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मात्र 20 करोड़ मुश्किल से हो पाया था.

बेशरम (2013)

रणबीर कपूर, ऋषि कपूर और नीतू कपूर जैसे बड़े नाम थे इस फिल्म में. जिसे अभिनव कश्यप ने डायरेक्ट और हिमांशू मेहरा ने प्रोड्यूस किया था. इस फिल्म ने मुश्किल से 11 से 15 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ही किया था, जबकि इसका बजट करीब 85 करोड़ था.

काइट्स (2010)

साल 2010 में अनुराग बसु ने ये फिल्म बनाई थी. इस फिल्म को राकेश रोशन ने प्रोड्यूस किया था. इस फिल्म का बजट करीब 150 करोड़ रुपये था. जबकि बॉक्स ऑफिस पर इसने करीब 83 करोड़ रुपये का ही कारोबार किया. फिल्म की कहानी दर्शकों को पसंद नहीं आई. इसमें रितिक रोशन, बारबरा मूरी और कंगना रनौत मुख्य भूमिका में थे.

गुजारिश (2010)

ऐश्वर्या राय और रितिक रोशन स्टारर इस फिल्म को संजय लीला भंसाली ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस की थी. इस फिल्म का बजट 50 करोड़ था जबकि इसका बिजनेस 14 से 15 करोड़ ही हो पाया था.

ब्लू (2009)

एन्थोनी डिसूजा की डायरेक्टेड फिल्म ‘ब्लू’ को डिलिन मेहता ने प्रोड्यूस की थी. इस फिल्म में अक्षय कुमार, लारा दत्ता, संजय दत्त और कटरीना कैफ के होने के बावजूद फिल्म फ्लॉप रही. 129 करोड़ में बनी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 38 करोड़ रुपये का ही कारोबार कर पाई.

लव स्टोरी 2050 (2008)

हरमन बवेजा और प्रियंका चोपड़ा की इस फिल्म को बच्चों ने थोड़ा बहुत पसंद किया लेकिन एडल्ट दर्शकों ने इसे सिरे से नकार दिया. इस फिल्म को हैरी बवेजा ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया था. इस फिल्म का बजट 60 करोड़ था, जबकि कमाई सिर्फ 18 से 20 करोड़ ही हो पाई थी.

द्रोणा (2008)

अभिषेक बच्चन, प्रियंका चोपड़ा, जया बच्चन और केके मेनन स्टारर इस फिल्म को भी मुंह की खानी पड़ी. दर्शकों को इनका काम एक परसेंट भी पसंद नहीं आया. इस फिल्म का बजट करीब 65 करोड़ था जबकि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मात्र 8.5 करोड़ ही मुश्किल से हो पाया था. इस फिल्म को गोल्डी बहल ने डायरेक्ट किया था.

जरूरी नहीं की हर हाई बजट फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाए. कुछ जरूरी है तो वह है फिल्म का निर्देशन, प्रस्तुति, पटकथा और अभिनय.

मॉनसून में जा रही हैं घूमने तो रखें इन बातों का ध्यान

बारिश में घूमना एक रूमानी और उत्‍साहित करने वाला अहसास है, पर मानसून में मस्‍ती से जुड़ी कुछ परेशानी भी हैं. तो इन टिप्‍स को फॉलो कर लें मॉनसून में घूमने का मजा.

बारिश का पूरा मजा लेने के लिए चुनें सही जगह

अगर आप बारिश में घूमने का पूरा मजा लेने की ख्‍वाहिश रखती हैं और हरयाली के साथ साथ सेफ्टी को भी महत्‍व देती हैं तो फिर बेहतर होगा की आप मुंबई या महाराष्‍ट्र के खूबसूरत लोकेशंस पर जायें. इसके अलावा आप केरल के खूबसूरत नजारों और गोआ के बीच का भी मजा ले सकती हैं.

टिकट पहले बुक करवायें

इस मौसम में ट्रेन और दूसरे यात्रा के साधनों में काफी भीड़ भाड़ होती है. इसलिए एडवांस प्‍लानिंग के साथ एडवांस में टिकट भी बुक करा लें. बाकी कहां ठहरेंगे और कहां कहां जाना है इसकी भी व्‍यवस्‍था पहले ही कर लें.

सोच समझ कर करें ट्रैकिंग

बरसात के मौसम में पहाड़ी स्‍थानों पर लैंडस्‍लाइड का खतरा काफी ज्‍यादा होता है. साथ ही फिसलन भी हो जाती है. ऐसे में अगर आप ट्रैकिंग की शौकीन हैं तो फिर इस दौरान यात्रा की योजना ना ही बनायें तो बेहतर. कुछ लोगों को इसी मौसम में ट्रैकिंग करने का शौक होता है ऐसे लोग सोच समझ कर ऐसी जगह चुने जहां पानी अपेक्षाकृत कम बरस रहा हो और लैंडस्‍लाइड के लिहाज से भी वो सेफ जोन हो.

सावधानी से पिएं पानी

जी हां बारिश में ज्‍यादातर बीमारियां पानी के कारण ही होती हैं इसलिए सबसे ज्‍यादा सावधानी इसी में बरतें. कोशिश करें कि आर ओ का पानी पियें या फिर विश्‍वसनीय पैक वाटर ही बाजार से लें. अगर कुछ ना हो तो पानी को उबाल कर स्‍टोर करने की व्‍यवस्‍था बनायें.

कटे और खुले फल ना खायें

बारिश में फल तो खूब आते हैं पर याद रखें कि खुले में बिक रहे कटे फल बिलकुल ना खायें. ऐसे फल कई बीमारियों को दावत देने वाले होते हैं.

टेस्टी कर्ड सैंडविच

सामग्री

सैंडविच ब्रेड- 6

दही- 4 बड़े चम्मच पानी निकाल हुआ

प्याज- 1 बारीक कटी हुई

गाजर- 1 कद्दूकस की हुई

टमाटर- 1 बारीक कटा हुआ

पत्तागोभी- 1 बारीक कटी हुई

काली मिर्च पाउडर- 1 छोटी चम्मच

नमक- स्वादानुसार

मक्‍खन- सैंडविच सेंकने के लिए

विधि

सबसे पहले पानी निकले हुए दही को एक कटोरी में निकाल लें. अब उसमें कटी हुई सब्जियां, नमक, काली मिर्च अच्छी तरह से मिला दें. अब गैस पर नॉनस्‍टिक तवा रखें और उसे गर्म कर लें.

तवे पर हल्‍का सा मक्‍खन लगा दें और उस पर 1 ब्रेड रखें. ब्रेड के एक तरफ बड़े चम्‍मच की सहायता से मिश्रण को फैला दें, फिर उस पर दूसरी ब्रेड रख दें और उस पर हल्‍का सा मक्‍खन लगा दें.

जब ब्रेड एक तरफ से हल्‍की ब्राउन सिंक जाये तो पलटे से संभाल कर पलट दें. ध्‍यान रहे पलटने पर मिश्रण बाहर ना गिरने पाये. दूसरी तरफ भी हल्‍का ब्राउन सेंक लें. अब तिरछा सैंडविच के आकार में काट कर टोमेटो सॉस या चटनी के साथ गर्म गर्म सर्व करें.

हाई हील्स के दर्द से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स

आमतौर पर सभी महिलाओं को हाई हील्स पहनना बहुत अच्छा लगता है. फ्लैट फुटवियर की तुलना में हाई हील्स आपको ज्यादा स्टाइलिश और सेक्सी लुक देती हैं. हर लड़की चाहती है कि उसके पास कई सारी हाई हील्स की कलेक्शन हो जिसे वो जब चाहे अपनी ड्रेस और मूड के हिसाब से पहन सके.

हाई हील्स पहनना तो अच्छा लगता ही है लेकिन पैरों में दर्द के साथ परेशानी भी शुरू होती है. जी हां, हाई हील्स के साथ दर्द फ्री में मिलता है. अगर आप भी दर्द से बचने के लिए हील्स पहनना अवॉयड करती हैं तो आपका इंतजार खत्म हुआ. जी हां, आज हम आपको बता रहे हैं हाई हील्स पहनने के कुछ स्मार्ट तरीके जिनके द्वारा आप दर्द से बच सकती हैं.

परफेक्ट साइज

हाई हील्स के दर्द से बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने साइज के हिसाब से ही अपने लिए फुटवियर चुनें. अगर फुटवियर का साइज ठीक नहीं होगा तो जाहिर सी बात है कि आपको उससे तकलीफ होगी. अकसर महिलाएं गलत साइज के फुटवियर खरीदने की गलती कर बैठती हैं. छोटे साइज के जूते आपकी मांसपेशियों और तंत्रिकाओं पर दबाव बनाती हैं जिसके परिणामस्वरूप आपको दर्द पैदा महसूस होता है.

आकार पर दें ध्यान

अपने लिए फुटवियर चुनते समय अपने पैर के आकार पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है, खासकर तब जब आप हाई हील्स खरीद रहीं हों. आपके पैर का आकार हाई आर्क, नॉर्मल आर्क और फ्लैट फुट हो सकता है इसलिए अपने पैस की शेप को ध्यान में रखते हुए ही हाई हील्स खरीदें. अगर आप अपने पैर की शेप के अनुसार हाई हील्‍स नहीं खरीदेंगी तो इसकी कीमत आपके पैरों को दर्द सहन कर चुकानी पड़ेगी. अगर आपका पैर फ्लैट है तो आपको ऐसे फुटवियर पहनने चाहिए जिसमें आपका पैर आराम महसूस करे. शूज खरीदने से पहले उन्हें पहनकर और कुछ कदम चलकर भी जरूर देखें.

क्वालिटी भी है जरूरी

हील्स की क्वालिटी सीधे तौर पर आपके कंफर्ट से संबंधित है. जितनी अच्छी क्वालिटी होगी उतना ही उसे पहनने में आपको आराम महसूस होगा. हील्स खरीदते समय क्वालिटी में आपको डिजाइन, मटीरियल और शेप पर ध्यान देना चाहिए. अब अगली बार जब भी आप हाई हील्स खरीदने जाएं तो उसकी क्वालिटी को लेकर किसी भी तरह का समझौता न करें वरना आपकी लापरवाही का भुगतान आपके पैरों को करना पड़ सकता है.

पतले सोल की हील्स

पतले सोल वाली हील्स आपके पैरों को आरामदायक स्थिति नहीं दे पाती हैं. इस कारण आपके पैरों का दर्द और बढ़ जाता है. अपने लिए हील्स खरीदते वक्त उसमें प्रयोग किए गए सोल के पतलेपन और मटीरियल का ध्यान रखें. इस वजह से पतले सोल वाली स्टैलाटोज के मुकाबले प्लैटफॉर्म हील्स ज्यादा आरामदायक होती हैं.

लगातार खड़ी न रहें

हाई हील्स की वजह से आपके शरीर में न्यूरोमेकैनिज्मर बदलने लगता है. इसका मतलब है कि शरीर की यांत्रिक गतिविधियों का संपर्क आपके नर्वस सिस्टम से होने लगता है. हाई हील्स पहनकर लंबे समय तक लगातार चलने या खड़े रहने से आपके घुटनों, जांघों और कमर में स्थायी दर्द रह सकता है. अब जब कभी भी आप हाई हील्स पहनकर बाहर निकलें तो लंबे समय तक लगातार खड़े रहने या चलने की गलती न करें. अपने पैरों को आराम देने के लिए कुछ मिनट बैठ जाएं.

ब्रेक लेना न भूलें

अगर आप पूरा दिन हाई हील्स पहनती हैं तो बहुत जरूरी है कि थोड़े-थोड़े समय में आप इन्हें उतार कर अपने पैरों को आराम दें.

बिना शूटिंग किए निकल गए शाहरुख और अनुष्का

सुनील ग्रोवर से मनमुटाव के बाद कपिल की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. कपिल के फैंस तो यही चाहेंगे कि कपिल जल्द से जल्द अपने पुराने फॉर्म में आ जाएं, वर्ना कपिल शर्मा और शो के लिए ठीक नहीं होगा.

शुक्रवार को शाहरुख ख़ान और अनुष्का शर्मा ‘द कपिल शर्मा शो’ के लिए शूटिंग को गए थे. लेकिन उन्हें बिना शूट के ही सेट से वापस लौटना पड़ा. खबर है कि कपिल शर्मा स्ट्रेस के कारण असहज महसूस कर रहे थे और इसलिए उन्हें शूटिंग कैंसिल करनी पड़ी.

शाहरुख अनुष्का शर्मा के साथ अपनी आने वाली फ़िल्म ‘जब हेरी मेट सेजल’ के प्रमोशन को लेकर कपिल के शो में हिस्सा लेने पहुंचे थे. आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं शाहरुख भी शूट कैंसिल होने के बाद थोड़े परेशान से नज़र आ रहे हैं.

बहरहाल, यह भी तय है कि शाहरुख और अनुष्का कपिल के शो में जाकर अपनी फ़िल्म को प्रमोट करते, उससे ज्यादा सुर्खियां तो उन्हें शो कैंसिल होने से मिल जाएगा. बड़ा सवाल यह है कि कपिल शर्मा को ऐसा क्या स्ट्रेस हो गया कि उन्हें शूटिंग ही कैंसिल करनी पड़ी? शूटिंग रद्द करने से मामला गंभीर लग रहा है. फोटों में आप देख सकते हैं अनुष्का भी हैरान सी दिख रही हैं.

यहां लोगो के लिए खुला आसमान ही है सिनेमाघर

सिनेमाघरों में फिल्में तो आपने बहुत देखी होंगी लेकिन अगर आपको फिल्म बाहर खुले क्षेत्र में दिखाई जाये तो सोचिए कैसा लगेगा. ऐसे ही दुनिया में कुछ सिनेमाघर हैं जहां खुले आसमान में शाम ढलते ही फिल्म दिखाई जाती है. जर्मनी में ऐसे कई शहर हैं जहाँ इस तरह के फिल्म समारोह होते हैं. वहां यूनिवर्सिटी के मैदान में या फिर खुले बगीचे में फिल्म समारोह होता है और लोगों क बड़े पर्दे पर फिल्म दिखाई जाती है

हमारे साथ आप यहां जान सकते हैं, विदेश के कई ऐसे शहरों के बारे में जहां आप खुले आसमान के नीचे आराम से फिल्म देख कर मजा ले सकते हैं.

बर्लिन

यहां फिल्म देखने के साथ पिकनिक भी मना सकते हैं. यहां पर लोग बेंचों पर बैठकर या कॉफीहाउस की टेबलों पर बैठकर फिल्म का मजा ले सकते हैं, अगर आप चाहे तो फिल्म का मजा लेटकर भी ले सकते हैं.

म्यूनिख

म्यूनिख में किनो, मोंड उंड श्टैर्ने नाम की जगह अपना 20वां साल बना रही है. एम्फीथियेटर में 13 सीढ़ियों पर बेठे दर्शक एकदम अच्छे से फिल्म का मजा ले सकते हैं और फिल्म देखने के बाद कोई घर न जाना चाहे तो पास के मैदान पर बार्बेक्यू कर ले.

म्यूनिख में साल 1972 के ओलंपिक के लिए बनी जगह खिलाड़ियों और घूमने वालों के काम आती है. यहां कुछ ऐसे सिनेमाघर हैं, जो 3D फिल्में भी दिखाते हैं. यहां मई से सितंबर के बीच खुले आसमान में भी फिल्म दिखाते हैं.

ड्रेसडेन

ड्रेसडेन में एल्बे नदी के किनारे खुले आसमान में फिल्म देखना एक रोमांटिक अनुभव है. यहां जून से सितंबर के बीच में हर दिन 3,000 लोग फिल्म देख सकते हैं.

बाडेन व्युर्टेम्बर्ग

यहां पुराने मठों के बीच कड़ी दीवारों पर बाडेन व्युर्टेम्बर्ग के आल्पिर्सबाख में फिल्में दिखाई जाती हैं. यहां बगीचे में लगभग 300 लोग कुर्सियों पर बैठकर फिल्म का मजा ले सकते हैं और मठ की परंपरा के हिसाब से ताजा बीयर भी बीच बीच में मिलती है.

डुइसबुर्ग

डुइसबुर्ग के समर फिल्म फेस्टिवल के दौरान फिल्मों का मजा लेने के साथ-साथ वहां आप आस-पास के इंडस्ट्रियल एरिया में रंग बिरंगी रौशनी का मजा और भी ज्यादा देखने लायक होता है.

बॉन

बॉन की यूनिवर्सिटी में हर साल मूक फिल्म समारोह होता है और वो भी खुले आसमान के नीचे. मार्लेने डीटरिष, चार्ली चैप्लिन फिल्मों का छोटा सा हिस्सा हैं. मुफ्त फेस्टिवल पियानो संगीत के साथ होता है.

हैम्बर्ग

हैम्बर्ग में शांसेनपार्क में फिल्मों का समारोह होता है किसी जमाने में यह तस्करों का अड्डा हुआ करता था लेकिन ये जगह अब सांस्कृतिक केंद्र है. हॉलीवुड की मशहूर फिल्में तो दिखाई जाती हैं लेकिन आप यहां डॉक्युमेंट्री फिल्में भी देख सकते हैं.

लुडविग्सबुर्ग

ऐतिहासिक लुडविग्सबुर्ग में 20वीं सदी में यहां कार्ल बैरेक्स बनाई गई. पहले इस जगह अस्तबल और परेड ग्राउंड थे लेकिन अब यहां सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं. इनमें कासेर्नेकिनो यानि फिल्में भी शामिल हैं.

श्टुटगार्ट

अगस्त में श्टुटगार्ट का मर्सिडीज बेंज वर्ल्ड शाम को ओपन एयर इवेंट की जगह बन जाता है. कार के म्यूजियम के एरिना में 700 दर्शक आ सकते हैं. 16 रातों में यहां ब्लॉकबस्टर और क्लासिक फिल्में दिखाई जाती हैं.

आपके लिए क्या है बेहतर रेग्यूलर या विमन सेविंग्स अकाउंट

आज बचत करने के बारे में कौन नहीं सोचता है. आप भी हर रोज यही सोचती होंगी कि कैसे ज्यादा बचत की जाए. आप जब भी इसके बारे में सोचती हैं तो बैंक में एक सेविंग्स अकाउंट खोलने के बारे में सोचा होगा आपने. क्या आपने कभी इस बारे में विचार किया है कि आपके लिए कौन सा अकाउंट बेहतर होता है. किसी भी बैंक का रेग्यूलर सेविंग्स अकाउंट या फिर खास महिलाओं के लिए बनाए गए विमन्स सेविंग्स अकाउंट.

तो जानिए हमारे साथ अपने सभी सवालों के जवाब…

किसके लिए बेहतर है ये खाता?

महिला बचत खाता विशेष तौर पर उन महिलाओं के लिए फायदेमंद रहेगा, जो बचत खाते पर ज्यादा से ज्यादा लाभ पाने की तलाश में रहती हैं. साथ ही इन खातों में उतना ही न्यूनतम बैलेंस रखने की जरूरत होती है जितना की सामान्य बचत खाते के लिए होती है.

कैसे खोला जा सकता है खाता : महिला बचत खाते (Women’s savings account) को एक महिला या तो व्यक्तिगत तौर पर खोल सकती है या फिर इसे ज्वाइंट होल्डिंग के मामले में इसे प्राइमरी होल्डर के तौर पर खोला जा सकता है. इन खातों में काफी सारे रिवार्ड के साथ ही कस्टमाइज फीचर्स की पेशकश की जाती है और इनमें डेबिट कार्ड लिंक्ड होता है.

इन खातों में विशेष ऑफर की पेशकश क्यों की जाती है?

एक महिला बचत खाते के अंतर्गत कुछ ऐसी सेवाओं की पेशकश की जाती है जो समान्य बचत खाते में नहीं दी जाती हैं. कोटक महिंद्रा बैंक अपने सिल्क-महिला बचत खाते के अंतर्गत होम बैंकिंग सर्विस की पेशकश करता है. इसके अंतर्गत खाताधारक कैश पिकअप, कैश डिलीवरी, चेक/ ड्राफ्ट डिलीवरी आदि जैसी सेवाओं का आनंद ले सकते हैं. हालांकि यह सेवा सिर्फ चुनिंदा शहरों में ही है.

उदाहरण के लिए – HDFC बैंक 1 लाख रुपए तक का एक्सीडेंटल हॉस्पिटलाइजेशन कवर और 10 लाख रुपए तक का एक्सीडेंटल डेथ कवर देता है. वहीं आरबीएल महिला बचत खाते के अंतर्गत देश के किसी भी एटीएम से अनगिनत बार कैश निकासी की सुविधा देता है.

ऐसे आप हर बैंक के नॉरमल और महिला बचत बैंक खाते के बारे में जानकारी इकट्ठा कर, खुद तय कर सकती हैं कि एक महिला बचत खाता सामान्य बचत खाते के मुकाबले कितना बेहतर है.

रोज सुबह लें ये जूस, होगा बहुत फायदा

हर रोज सुबह उठकर आप सबसे पहले क्या करती हैं? अगर आप कोई अच्छा और अपने स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कोई काम करना चाहती हैं तो यहां हम आपको कुछ बताने जा रहे हैं, जो आपके बहुत काम का हो सकता है.

आजकल बाथरूम जाने में इन्फेक्शन होने की समस्या आम हो गई है. वैसे तो ये समस्या महिला-पुरूष दोनों में पायी जा रही है, लेकिन इस समस्या से ज्यादा पीड़ित, महिलाएं हो रही हैं और ये बीमारी उन्हें आए दिन घेर रही हैं.

ये समस्या यूरीन के रास्‍ते में संक्रमण के कारण पैदा होती है. आपने भी षायद देखा होगा कि इसके इलाज के लिए लोग कई महंगे प्रोडक्ट्स खरीदते हैं और डाक्टरों का चक्कर लगाते रहते हैं. पर इन सबसे हटकर हम आपको बता रहे हैं इसेक एक रामबाण इलाज के बारे में . हम बातकर रहे हैं आंवले के जूस की. जी हां हर रोज सुबह से एक गिलास आंवले का जूस पीना ऐसी किसी भी समस्या का एक बहुत च्छा इलाज है.

जानिए इसे कैसे पिएं और क्या-क्या हैं इसके फायदे

– रोज सुबह खाली पेट एक ग्लास पानी में दस एमएल आंवले का जूस मिलाकर लें.

– इससे शरीर में मौजूद सारे विषैले तत्व बाहर निकल जाएंगे.

– पेट और किडनी साफ हो जाएंगी.

– यूरीन इंफेक्शन की समस्या दूर हो जायेगी.

– पेट संबंधी बीमारियों को दूर रखेगा.

साड़ी गाउन देगा आपको ग्लैमरस लुक

अगर आप साड़ी पहनने की शौकीन हैं, लेकिन 6 गज की साड़ी पहनने और उसे मैनेज करने में असहज महसूस करती हैं, तो ट्राई करें ग्लैमरस साड़ी गाउन. साड़ी और गाउन के कौंबिनेशन से बना साड़ी गाउन काफी स्टाइलिश नजर आता है. इसे मैनेज करना भी बहुत आसान होता है. मगर साड़ी गाउन का चुनाव करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, यह जानते हैं फैशन डिजाइनर प्रीति सिंघल से:

क्यों पहनें साड़ी गाउन

ऐवरग्रीन और हमेशा फैशन में इन रहने वाले साड़ी गाउन को पहनना और मैनेज करना बहुत ही आसान है. चूंकि इस में प्लीट्स के साथ ही ब्लाउज और पल्लू भी अटैच्ड होता है, इसलिए इसे दूसरी ड्रैस की तरह आसानी से मिनटों में पहना जा सकता है और सब कुछ अटैच्ड होने की वजह से प्लीट्स या पल्लू खुलने का डर भी नहीं होता है और यह आसानी से बौडी पर सैट हो जाता है.

कैसे चुनें परफैक्ट साड़ी गाउन

साड़ी गाउन खरीदते वक्त मार्केट में आप को इस के पैटर्न, स्टाइल और फैब्रिक में कई तरह की वैराइटी देखने को मिलेगी. ऐसे में अगर अपने लिए परफैक्ट साड़ी गाउन खरीदना चाहती हैं, तो निम्न बातों को जरूर ध्यान में रखें

पैटर्न : मार्केट में साड़ी गाउन की बहुत वैराइटी उपलब्ध है. धोती, पैंट स्टाइल से ले

कर फिश कट, लहंगा से ले कर स्ट्रेट कट. ऐसे में साड़ी गाउन के पैटर्न का चुनाव अपनी पर्सनैलिटी को ध्यान में रख कर करें. ऐसा पैटर्न चुनें, जो आप की बौडी शेप पर सूट करे जैसे अगर आप की हाइट कम है, तो स्ट्रेट या फिश कट साड़ी गाउन खरीदें. इस से आप लंबी नजर आएंगी और अगर आप की हाइट ज्यादा है, तो फ्लेयर्ड साड़ी गाउन खरीद सकती हैं.

ब्लाउज : साड़ी गाउन के ब्लाउज में भी काफी पैटर्न होते हैं जैसे वन शोल्डर, औफशोल्डर, स्लीवलैस, हाफस्लीव, फुलस्लीव, थ्रीफोर्थ स्लीव ब्लाउज आदि. इस के साथ ही नैकलाइन में भी डिफरैंट वैराइटी देखने को मिलती है जैसे राउंड, स्क्वेयर, ओवल, तो पैक नैकलाइन. ऐसे में पर्सनैलिटी को सूट करने वाले ब्लाउज के हिसाब से ही साड़ी गाउन का चुनाव करें.

डिजाइन : सिंपल ऐंड सोबर से ले कर सीक्वैंस, शीयर और ऐंब्रौयडरी वर्क वाले साड़ी गाउन भी बाजार में आसानी से मिलते हैं. इन का चुनाव ओकेजन के अनुसार करें जैसे शादीब्याह के खास मौके के लिए सीक्वैंस, शीयर या फिर ऐंब्रौयडरी वाले हैवी वर्क का साड़ी गाउन खरीदें, तो डे पार्टी, गैटटुगैदर के लिए सिंपल और सोबर डिजाइन वाला साड़ी गाउन खरीदें.

कलर्स : लाइट से ले कर डार्क, ब्राइट से ले कर डल कलर्स में साड़ी गाउन के कई औप्शंस मिलेंगे. लेकिन चयन ऐसे शेड का करें, जो आप की स्किनटोन से सूट करे. अगर आप गोरी हैं, तो रैड, पिंक, गोल्ड, सिल्वर जैसे शेड्स का साड़ी गाउन खरीदें. अगर आप का रंग सांवला है, तो लाइट या पेस्टल शेड्स का साड़ी गाउन ट्राई करें. कुछ गाउन ड्यूअल शेड, कंट्रास्ट कलर्स व मल्टी शेड्स में भी बनाए जाते हैं. इन्हें भी ट्राई किया जा सकता है.

फैब्रिक : नैट से ले कर सिल्क, ब्रोकेट से ले कर जौर्जेट फैब्रिक में भी साड़ी गाउन उपलब्ध हैं. अलगअलग फैब्रिक में इन का लुक भी काफी डिफरैंट नजर आता है. ऐसे में फैब्रिक का चुनाव साड़ी गाउन के लुक और मौसम को ध्यान में रख कर किया जा सकता है. वैसे फ्लो वाले फैब्रिक से बना साड़ी गाउन सब से खूबसूरत नजर आता है. इस के साथ ही ब्लाउज के लिए ट्रांसपैरेंट फैब्रिक का सलैक्शन भी साड़ी गाउन को सैक्सी लुक देता है.

स्मार्ट आइडियाज : साड़ी गाउन में कंप्लीट लुक के लिए इन स्मार्ट आइडियाज को जरूर फौलो करें…

ज्वैलरी सलैक्शन : साड़ी गाउन के साथ हैवी ज्वैलरी पहनने की भूल न करें. इयररिंग्स, ब्रेसलेट और रिंग काफी है.

हेयरस्टाइल : परफैक्ट लुक के लिए बालों का हाई या लो बन बना लें. चाहें तो स्ट्रेटनिंग करवा कर बालों को खुला भी छोड़ सकती हैं.

मेकअप लुक : गौडी लुक से बचने के लिए डार्क शेड की लिपस्टिक लगाएं या फिर स्मोकी आई मेकअप करें. दोनों को हाईलाइट न करें.

ट्रैंडी फुटवियर : स्लिम लुक के लिए साड़ी गाउन के साथ हाईहील पैंसिल फुटवियर पहनें. सिंपल गाउन के साथ सोबर और हैवी गाउन के साथ ज्वैल्ड फुटवियर.

क्यूट क्लच : अपने लुक को कंप्लीट करने के लिए साड़ी गाउन से मैच करता क्लच कैरी करना न भूलें.

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